Chhapra: पूर्वोत्तर रेलवे के वाराणसी मंडल पर भटनी-औंड़िहार खंड के दोहरीकरण का कार्य प्रगति पर है। भटनी से गोरखपुर तथा औंड़िहार से वाराणसी खंड का दोहरीकरण पहले ही हो चुका है। इस दोहरीकरण से गोरखपुर से प्रयागराज (रामनाथपुर से झूसी तक के दोहरीकरण का कार्य अंतिम चरण में है) के मध्य सभी खंड दोहीरकृत हो जायेगे। जिसके फलस्वरूप मांग के अनुरूप अतिरिक्त ट्रेनें चलायी जा सकेगी तथा ट्रेनों का समयपालन भी शत-प्रतिशत हो सकेगा।

भटनी से औंड़िहार रेल खंड 117 किमी. के दोहरीकरण हेतु रू0 1177 करोड़ स्वीकृत है, जिसके अन्तर्गत 12 वृहद पुल तथा 108 छोटे पुलों सहित अन्य यात्री सुविधाओं का प्रावधान किया जा रहा है। इस खंड में घाघरा नदी पर एक महत्वपूर्ण पुल का भी निर्माण कार्य प्रगति पर है, जिस पर 61 मीटर स्पान के 18 ओपेन वेब गर्डर लगाये जायेगे तथा पुल की लम्बाई 1.16 किमी. होगी।

प्रथम चरण में इंदारा से कीड़िहरापुर (13 किमी.) का दोहरीकरण कार्य पूर्ण लिया गया है। जिसका रेल संरक्षा आयुक्त द्वारा निरीक्षण 30 मार्च, 2023 को प्रस्तावित है। इससे यहां यात्री जनता को निम्न लाभ होगे-

– इस कार्य के अन्तर्गत इंदारा-कीड़िहरापुर (13 किमी.) दोहरी लाइन के साथ इंदारा यार्ड रिमाडलिंग के पश्चात इस स्टेषन पर 07 रनिंग लाइनों में 05 लाइनों पर यात्री प्लेटफार्म तथा 7वीं रनिंग लाइन, गुड्स प्लेटफार्म के रूप में उपलब्ध होगी, जिस पर दोनों तरफ से माल गाड़ियों का आवागमन होगा। वर्तमान में इंदारा में 04 रनिंग लाइनों में 03 यात्री प्लेटफार्म तथा 01 गुड्स प्लेटफार्म है, जहां से 36 जोड़ी यात्री गाड़ियों का संचलन होता है। जिसमें फेफना की तरफ 15 जोड़ी तथा भटनी की ओर 21 जोड़ी गाड़ियों का संचलन होता है।

– इंदारा में यार्ड रिमाडलिंग के पश्चात स्टेशन पर अतिरिक्त प्लेटफार्मों की उपलब्धता से यात्री गाड़ियों का यथोचित प्लेसमेंट कर यात्रियों को सभी तरफ आने-जाने की सुविधा उपलब्ध करायी जायेगी।

– यार्ड रिमाडलिंग एवं विद्युतीकृत लाइन के साथ दोहरीकरण के पश्चात मऊ-इंदारा खंड की लाइन क्षमता बढ़ जायेगी तथा इंदारा-भटनी खंड की लाइन क्षमता भी बढ़ जायेगी। जिससे शेष खंड के दोहरीकरण के लिये पर्याप्त ब्लाॅक उपलब्ध होगा तथा मालगाड़ियों का संचालन निर्बाध रूप से कराया जा सकेगा। इसके साथ ही दोहरीघाट से कनेक्षन का भी प्रावधान रखा जाएगा।

इसके साथ ही विद्युतीकृत ट्रैक्शन पर गाड़ियों को तीव्र गति मिलने एवं दोहरीकरण के पश्चात क्रासिंग समय में बचत होगी जिससे परिचालन समय में बचत होगी। यह कार्य आर.वी.एन.एल. द्वारा किया जा रहा है।

रेलवे प्रशासन द्वारा पूर्वोत्तर रेलवे के वाराणसी मंडल के औंड़िहार-भटनी रेल खंड पर स्थित इंदारा-किड़िहरापुर स्टेशनों के मध्य दोहरीकरण कार्य एवं इंदारा स्टेशन के यार्ड रिमाडलिंग कार्य हेतु 11 से 25 मार्च, 2023 तक प्री-नॉन इंटरलॉक एवं 26 से 30 मार्च, 2023 तक नॉन इंटरलॉक कार्य तथा 30 मार्च, 2023 को रेल संरक्षा आयुक्त के निरीक्षण के कारण गाड़ियों का निरस्तीकरण, मार्ग परिवर्तन, नियंत्रण/पुनर्निधारण एवं शार्ट टर्मिनेशन निम्नवत् किया जायेगा।

निरस्तीकरण

– 01748/01747 बनारस-भटनी-बनारस अनारक्षित विशेष गाड़ी 11 से 30 मार्च तक निरस्त रहेगी।

– 15129/15130 वाराणसी सिटी-गोरखपुर-वाराणसी सिटी एक्सप्रेस 11 से 30 मार्च तक निरस्त रहेगी।

– 05171 बलिया-शाहगंज अनारक्षित एक्सप्रेस विशेष गाड़ी 13 से 30 मार्च तक निरस्त रहेगी।

– 05172 शाहगंज-बलिया अनारक्षित एक्सप्रेस विशेष गाड़ी 14 से 30 मार्च, 2023 तक निरस्त रहेगी।

– 05167/05168 बलिया-शाहगंज-बलिया अनारक्षित एक्सप्रेस विशेष गाड़ी 14 से 30 मार्च, 2023 तक निरस्त रहेगी।

– 05148 वाराणसी सिटी-भटनी अनारक्षित एक्सप्रेस विशेष गाड़ी 14 से 30 मार्च, 2023 तक निरस्त रहेगी।

– 05147 भटनी-वाराणसी सिटी अनारक्षित एक्सप्रेस विशेष गाड़ी 15 से 30 मार्च, 2023 तक निरस्त रहेगी।

– 05443 छपरा-मऊ अनारक्षित विशेष गाड़ी 20 से 30 मार्च, 2023 तक निरस्त रहेगी।

– 05444 मऊ-छपरा अनारक्षित विशेष गाड़ी 21 से 30 मार्च, 2023 तक निरस्त रहेगी।

– 15104/15103 बनारस-गोरखपुर-बनारस एक्सप्रेस 26, 29 एवं 30 मार्च, 2023 को निरस्त रहेगी।

– 15111/15112 छपरा-वाराणसी सिटी-छपरा एक्सप्रेस 26 से 30 मार्च, 2023 तक निरस्त रहेगी।

– 12538/12537 प्रयागराज रामबाग-मुजफ्फरपुर-प्रयागराज रामबाग एक्सप्रेस 29 मार्च, 2023 को निरस्त रहेगी।

मार्ग परिवर्तन

– अमृतसर से 10, 12, 15, 17, 19, 22, 24, 26 एवं 29 मार्च, 2023 को चलने वाली 04652 अमृतसर-जयनगर विशेष गाड़ी अपने निर्धारित मार्ग लखनऊ-बाराबंकी-शाहगंज-छपरा के स्थान पर परिवर्तित मार्ग लखनऊ-बाराबंकी-गोरखपुर-छपरा के रास्ते चलायी जायेगी।

– जयनगर से 12, 14, 17, 19, 21, 24, 26 एवं 28 मार्च, 2023 को चलने वाली 04651 जयनगर-अमृतसर विशेष गाड़ी अपने निर्धारित मार्ग छपरा-शाहगंज-बाराबंकी-लखनऊ के स्थान पर परिवर्तित मार्ग छपरा-गोरखपुर-बाराबंकी-लखनऊ के रास्ते चलायी जायेगी।

– दरभंगा से 13, 20 एवं 27 मार्च, 2023 को चलने वाली 09466 दरभंगा-अहमदाबाद विशेष गाड़ी अपने निर्धारित मार्ग छपरा-बलिया-इंदारा-मऊ-शाहगंज-अयोध्या कैंट-बाराबंकी के स्थान पर परिवर्तित मार्ग छपरा-गोरखपुर-मनकापुर-अयोध्या कैंट-बाराबंकी के रास्ते चलायी जायेगी।

– गोरखपुर से 15, 18, 22, 25 एवं 29 मार्च, 2023 को चलने वाली 15050 गोरखपुर-कोलकाता एक्सप्रेस अपने निर्धारित मार्ग भटनी-मऊ-इंदारा-बलिया-छपरा के स्थान पर परिवर्तित मार्ग भटनी-सीवान-छपरा के रास्ते चलायी जायेगी।

– कोलकाता से 26 एवं 29 मार्च, 2023 को चलने वाली 15049 कोलकाता-गोरखपुर एक्सप्रेस अपने निर्धारित मार्ग छपरा-फेफना-मऊ-भटनी के स्थान पर परिवर्तित मार्ग छपरा-सीवान-भटनी के रास्ते चलायी जायेगी।

– अजमेर से 14, 16, 20, 21, 23, 27 एवं 28 मार्च, 2023 को चलने वाली 15716 अजमेर-किषनगंज एक्सप्रेस अपने निर्धारित मार्ग अयोध्या कैंट-शाहगंज-मऊ-बलिया-छपरा के स्थान पर परिवर्तित मार्ग अयोध्या कैंट-मनकापुर-गोरखपुर-छपरा के रास्ते चलायी जायेगी।

– छपरा से 22, 25, 26, 28 एवं 29 मार्च, 2023 को चलने वाली 19046 छपरा-सूरत एक्सप्रेस अपने निर्धारित मार्ग फेफना-इंदारा-मऊ-शाहगंज-जौनपुर के स्थान पर परिवर्तित मार्ग गाजीपुर सिटी-औंड़िहार-जौनपुर के रास्ते चलायी जायेगी।

– सूरत से 26, 27 एवं 29 मार्च, 2023 को चलने वाली 19045 सूरत-छपरा एक्सप्रेस अपने निर्धारित मार्ग शाहगंज-मऊ-बलिया के स्थान पर परिवर्तित मार्ग जौनपुर-औंड़िहार-गाजीपुर सिटी-छपरा के रास्ते चलायी जायेगी।

– दरभंगा से 22, 25, 27 एवं 29 मार्च, 2023 को चलने वाली 19166 दरभंगा-अहमदाबाद एक्सप्रेस अपने निर्धारित मार्ग फेफना-इंदारा-मऊ-शाहगंज के स्थान परिवर्तित मार्ग गाजीपुर सिटी-औंड़िहार-जौनपुर-शाहगंज के रास्ते चलायी जायेगी।

– अहमदाबाद से 22, 24 एवं 26 मार्च, 2023 को चलने वाली 19165 अहमदाबाद-दरभंगा एक्सप्रेस अपने निर्धारित मार्ग शाहगंज-मऊ-इंदारा-फेफना के स्थान पर परिवर्तित मार्ग शाहगंज-जौनपुर-औंड़िहार-गाजीपुर सिटी-छपरा के रास्ते चलायी जायेगी।

– बलिया से 22, 24, 26 एवं 29 मार्च, 2023 को चलने वाली 01026 बलिया-दादर विशेष गाड़ी अपने निर्धारित मार्ग बलिया-इंदारा-मऊ-औंड़िहार के स्थान पर परिवर्तित मार्ग बलिया-गाजीपुर सिटी-औंड़िहार के रास्ते चलायी जायेगी।

– दादर से 22, 24 एवं 27 मार्च, 2023 को चलने वाली 01025 दादर-बलिया विशेष गाड़ी अपने निर्धारित मार्ग औंड़िहार-मऊ-इंदारा-बलिया के स्थान पर परिवर्तित मार्ग औंड़िहार-गाजीपुर सिटी-बलिया के रास्ते चलायी जायेगी।

– आनन्द विहार टर्मिनस से 21 से 29 मार्च, 2023 तक चलने वाली 14006 आनन्द विहार टर्मिनस-सीतामढ़ी एक्सप्रेस अपने निर्धारित मार्ग औंड़िहार -मऊ-भटनी-सीवान-छपरा के स्थान पर परिवर्तित मार्ग औंड़िहार-गाजीपुर सिटी-छपरा के रास्ते चलायी जायेगी।

– सीतामढ़ी से 22 से 30 मार्च, 2023 तक चलने वाली 14005 सीतामढ़ी-आनन्द विहार टर्मिनस एक्सप्रेस अपने निर्धारित मार्ग छपरा-सीवान-भटनी-मऊ-औंड़िहार के स्थान पर परिवर्तित मार्ग छपरा-गाजीपुर सिटी-औंड़िहार के रास्ते चलायी जायेगी।

– गोरखपुर से 26 मार्च, 2023 को चलने वाली 11056 गोरखपुर-लोकमान्य तिलक टर्मिनस एक्सप्रेस अपने निर्धारित मार्ग गोरखपुर-भटनी-मऊ-शाहगंज के स्थान पर परिवर्तित मार्ग गोरखपुर-मनकापुर-अयोध्या कैंट-शाहगंज के रास्ते चलायी जायेगी।

– लोकमान्य तिलक टर्मिनस से 25 एवं 26 मार्च, 2023 को चलने वाली 15017 लोकमान्य तिलक टर्मिनस-गोरखपुर एक्सप्रेस अपने निर्धारित मार्ग प्रयागराज जं.-वाराणसी-भटनी-गोरखपुर के स्थान पर परिवर्तित मार्ग प्रयागराज जं.-प्रतापगढ़-अयोध्या कैंट,-मनकापुर-गोरखपुर के रास्ते चलायी जायेगी।

– गोरखपुर से 26 एवं 27 मार्च, 2023 को चलने वाली 15018 लोकमान्य तिलक टर्मिनस-गोरखपुर एक्सप्रेस अपने निर्धारित मार्ग गोरखपुर-भटनी-वाराणसी-प्रयागराज जं. के स्थान पर परिवर्तित मार्ग गोरखपुर-मनकापुर-अयोध्या कैंट-प्रतापगढ़-प्रयागराज जं. के रास्ते चलायी जायेगी।

– अमृतसर से 25 मार्च, 2023 को चलने वाली 14650 अमृतसर-जयनगर एक्सप्रेस अपने निर्धारित मार्ग शाहगंज-मऊ-इंदारा-फेफना-छपरा के स्थान पर परिवर्तित मार्ग शाहगंज-जौनपुर-गाजीपुर सिटी-छपरा के रास्ते चलायी जायेगी।

– लोकमान्य तिलक टर्मिनस से 25 मार्च, 2023 को चलने वाली 11059 लोकमान्य तिलक टर्मिनस-छपरा एक्सप्रेस अपने निर्धारित मार्ग जौनपुर-शाहगंज-मऊ-भटनी-छपरा के स्थान पर परिवर्तित मार्ग जौनपुर-औंड़िहार-गाजीपुर सिटी-छपरा के रास्ते चलायी जायेगी।

– छपरा से 30 मार्च, 2023 को चलने वाली 11060 छपरा-लोकमान्य तिलक टर्मिनस एक्सप्रेस अपने निर्धारित मार्ग छपरा-भटनी-मऊ-शाहगंज-जौनपुर के स्थान पर परिवर्तित मार्ग छपरा-गाजीपुर सिटी-औंड़िहार-जौनपुर के रास्ते चलायी जायेगी।

– नौतनवा से 26 मार्च, 2023 को चलने वाली 18202 नौतनवा-दुर्ग एक्सप्रेस अपने निर्धारित मार्ग गोरखपुर-भटनी-वाराणसी के स्थान पर परिवर्तित मार्ग गोरखपुर-मनकापुर-अयोध्या-जौनपुर-वाराणसी के रास्ते चलायी जायेेगी।

– दादर से 21, 23, 25, 26 एवं 28 मार्च, 2023 को चलने वाली 01027 दादर-गोरखपुर विषेष गाड़ी अपने निर्धारित मार्ग औंड़िहार-मऊ-भटनी-गोरखपुर के स्थान पर परिवर्तित मार्ग औंड़िहार-गाजीपुर सिटी-बलिया के रास्ते चलायी जायेगी।

– गोरखपुर से 23, 25, 27, 28 एवं 30 मार्च, 2023 को चलने वाली 01028 गोरखपुर-दादर विषेष गाड़ी अपने निर्धारित मार्ग गोरखपुर-भटनी-मऊ-औंड़िहार के स्थान पर परिवर्तित मार्ग बलिया-गाजीपुर सिटी-औंड़िहार के रास्ते चलायी जायेगी।

पुनर्निधारण

– गोरखपुर से 11, 15, 18, 22, 25 एवं 29 मार्च, 2023 को चलने वाली 15050 गोरखपुर-कोलकाता एक्सप्रेस गोरखपुर से 120 मिनट पुनर्निधारित कर चलायी जायेगी।

– सीतामढ़ी से 11 से 21 मार्च, 2023 तक चलने वाली 14005 सीतामढ़ी-आनन्द विहार टर्मिनस एक्सप्रेस सीतामढ़ी से 120 मिनट पुनर्निधारित कर चलायी जायेगी।

– छपरा से 12, 14, 15, 17, 18, 19 एवं 24 मार्च, 2023 को चलने वाली 19046 छपरा-सूरत एक्सप्रेस छपरा से 150 मिनट पुनर्निधारित कर चलायी जायेगी।

– छपरा से 29 मार्च, 2023 को चलने वाली 15083 छपरा-फर्रूखाबाद एक्सप्रेस छपरा से 90 मिनट पुनर्निधारित कर चलायी जायेगी।

नियंत्रण

– दरभंगा से 11, 13, 15 एवं 18 मार्च, 2023 को चलने वाली 19166 दरभंगा-अहमदाबाद एक्सप्रेस पूर्व मध्य रेलवे पर एवं मार्ग में 60-60 मिनट नियंत्रित कर चलायी जायेगी।

– अमृतसर से 11, 13, 15, 18, 20, 22 एवं 27 मार्च, 2023 को चलने वाली 14650 अमृतसर-जयनगर एक्सप्रेस मार्ग में 70 मिनट नियंत्रित कर चलायी जायेगी।

– बान्द्रा टर्मिनस से 13 एवं 20 मार्च, 2023 को चलने वाली 19091 बान्द्रा टर्मिनस-गोरखपुर एक्सप्रेस मार्ग में 30 मिनट नियंत्रित कर चलायी जायेगी।

– सूरत से 13 एवं 17 मार्च, 2023 को चलने वाली 19045 सूरत-छपरा एक्सप्रेस मार्ग में 60 मिनट नियंत्रित कर चलायी जायेगी।

– अजमेर से 13 मार्च, 2023 को चलने वाली 15716 अजमेर-किषनगंज एक्सप्रेस मार्ग में 60 मिनट नियंत्रित कर चलायी जायेगी।

– शालीमार से 14 एवं 21 मार्च, 2023 को चलने वाली 15021 शालीमार-गोरखपुर एक्सप्रेस मार्ग में 45 मिनट नियंत्रित कर चलायी जायेगी।

– अहमदाबाद से 15 एवं 21 मार्च, 2023 को चलने वाली 19489 अहमदाबाद-गोरखपुर एक्सप्रेस मार्ग में 30 मिनट नियंत्रित कर चलायी जायेगी।

शार्ट टर्मिनेशन/शार्ट ओरिजिनेशन

– कोलकाता से 13, 20 एवं 27 मार्च, 2023 को चलने वाली 13137 कोलकाता-आजमगढ़ एक्सप्रेस आजमगढ़ के स्थान पर छपरा में यात्रा समाप्त करेगी।

– आजमगढ़ से 14, 21 एवं 28 मार्च, 2023 को चलने वाली 13138 आजमगढ़-कोलकाता एक्सप्रेस आजमगढ़ के स्थान पर छपरा से चलायी जायेगी।

– वाराणसी सिटी से 22 से 30 मार्च, 2023 तक चलने वाली 15007 वाराणसी सिटी-लखनऊ जं. एक्सप्रेस वाराणसी सिटी के स्थान पर गोरखपुर से चलायी जायेगी।

– लखनऊ जं. से 21 से 29 मार्च, 2023 तक चलने वाली 15008 लखनऊ जं.-वाराणसी सिटी एक्सप्रेस वाराणसी सिटी के स्थान पर गोरखपुर में यात्रा समाप्त करेगी।

– दादर से 21, 23, 25, 26 एवं 28 मार्च, 2023 को चलने वाली 01027 दादर-गोरखपुर विषेष गाड़ी गोरखपुर के स्थान पर बलिया में यात्रा समाप्त करेगी।

– गोरखपुर से 23, 25, 27, 28 एवं 30 मार्च, 2023 को चलने वाली 01028 गोरखपुर-दादर विषेष गाड़ी गोरखपुर के स्थान पर बलिया से चलायी जायेगी।

– अहमदाबाद से 25 एवं 29 मार्च, 2023 को चलने वाली 19489 अहमदाबाद-गोरखपुर एक्सप्रेस गोरखपुर के स्थान पर मऊ में यात्रा समाप्त करेगी।

– गोरखपुर से 26 एवं 29 मार्च, 2023 को चलने वाली 19490 गोरखपुर-अहमदाबाद एक्सप्रेस गोरखपुर के स्थान पर मऊ से चलायी जायेगी।

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चिकित्सक ने महिला के 3 किलो के ट्यूमर का निशुल्क ऑपरेशन कर दी नई जिंदगी

जलालपुर: जलालपुर प्रखंड में कार्यरत प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी के पुत्र ने अपने चिकित्सक के कर्तव्य को निभाते हुए ना सिर्फ एक महिला का निशुल्क ऑपरेशन किया बल्कि उसे नई जिंदगी प्रदान की. ऑपरेशन के बाद महिला सुरक्षित और सामान्य स्थिति में है.

बताते चले कि मधुबनी निवासी रेहाना खातून के सिर में एक ट्यूमर जो करीब 3 किलो का था उससे उनके शारीरिक बनावट तथा जीवन जीने में कठिनाई हो रही थी. काफी जांच पड़ताल और उपचार के बाद भी महिला के सिर से ट्यूमर नही निकला. आर्थिक स्थिति से कमजोर महिला के पास ऑपरेशन ही एकमात्र उपाय था लेकिन चिकित्सकों के अनुसार यह रिस्की भी था. जिसके लिए वह सक्षम नहीं थी.

पीड़िता के परिजनो ने मुजफ्फरपुर में डा अनुभव से संपर्क कर रेहाना को देखने की बात कही. मैक्सो फेशियल सर्जन डा अनुभव ने जुड़न छपरा मुजफ्फरपुर स्थित अपने क्लीनिक में उसे बुला करके उसके ट्यूमर को देखा तथा सर्जरी करने का मन बना लिया.

मुजफ्फरपुर स्थित अपने क्लीनिक में डॉ अनुभव के नेतृत्व में चिकित्सको की टीम ने रेहाना के ट्यूमर को काट कर बाहर हटा दिया.

इस संबंध में डॉ अनुभव सिंह ने बताया कि इतना बड़ा ट्यूमर नहीं देखने को मिलता है. पीड़ित के परिजन गरीबी के कारण इसे बचपन में नहीं हटवा पाए. जिसके कारण ट्यूमर बड़ा होकर सिर पर आंख व कान का काफी भाग ढक चुका था.

ऑपरेशन थोड़ा रिस्की था इसमें पहला काम ट्यूमर को हटाना था. फिर उसके चेहरे पर कटे हुए भाग को भर कर बनाना था. चार घंटे के काफी मशक्कत के बाद रेहाना का सफल ऑपरेशन गुरुवार को पूरा हुआ. डॉ अनुभव ने बताया कि रेहाना फिलहाल आईसीयू में है. इसमें तेजी से सुधार हो रहा है. बिहार में इस तरह के अनोखा केस पहली बार मिला है.

इस जटिल ऑपरेशन का सफलतापूर्वक व निशुल्क किए जाने पर शिक्षकों ने बीईओ निभा कुमारी तथा डॉ अनुभव सिंह को बधाई दी है.

बधाई देने वालों में मनीष कुमार, अखिलेश्वर पांडेय, मणीन्द्र कुमार पांडेय. उमेश कुमार सिंह, धीरज तिवारी, शिक्षक नेता राजेश तिवारी दिलीप कुमार सिंह सहित कई अन्य भी शामिल हैं.

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होली के उपरांत भीड़ को देखते स्टेशन पर पर्यवेक्षकों की प्रतिनियुक्ति

Chhapra: मंडल रेल प्रबंधक रामाश्रय पाण्डेय के निर्देश पर होली त्यौहार की समाप्ति के उपरांत वाराणसी मंडल के प्रमुख भीड़-भाड़ वाले स्टेशनों यथा बनारस, छपरा, बलिया, सीवान, देवरिया,आजमगढ़ एवं मऊ स्टेशनों पर पर्यवेक्षकों की डयूटी लगाई गई है.

इन पर्यवेक्षकों में स्टेशन अधीक्षक, यातयात निरीक्षक, वाणिज्य निरीक्षक एवं रेलवे सुरक्षा बल के निरीक्षक/इंचार्ज की 24 घण्टे निगरानी एवं प्रबंधन हेतु दो पालियों में तैनाती की गई है.

ज्ञातव्य हो कि होली त्यौहार की समाप्ति के उपरांत भीड़-भाड़ वाले स्टेशनों पर गाडियों के सुरक्षित, संरक्षित परिचालन एवं समय पालन के दृष्टिगत पर्यवेक्षकों की डयूटी निम्नवत लगायी जा रही है.

इस आशय की जानकारी देते हुए जनसंपर्क अधिकारी अशोक कुमार ने बताया कि छपरा स्टेशन पर 10 मार्च से 14 मार्च 2023 तक प्रातः 6 से दोपहर 2 बजे तक स्टेशन अधीक्षक, रेलवे सुरक्षा बल निरीक्षक एवं वाणिज्य निरीक्षक/छपरा मॉनिटरिंग करेंगे. इसी क्रम में दोपहर 2 बजे से रात्रि 10 बजे तक यातयात निरीक्षक, सीनियर सेक्शन इंजीनियर समाडि एवं वाणिज्य अधीक्षक छपरा मॉनिटरिंग करेंगे.

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Chhapra: समस्तीपुर जिले के चर्चित दोहरे हत्या मामले में फरार जदयू के पूर्व विधायक रामबालक सिंह को छपरा जंक्शन पर गिरफ्तार किया गया है। उनकी गिरफ्तार तब हुई जब वे 12562 डाउन स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस के कोच ए1 में सफर कर रहे थे। जैसे ही ट्रेन छपरा जंक्शन पहुंची रेल पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर उन्हे गिरफ्तार कर लिया।

उनकी गिरफ़्तारी समस्तीपुर जिले के विभूतिपुर थाना क्षेत्र में बीते 20 फरवरी को हुए चर्चित दोहरे हत्या मामले में हुई है। जिस मामलें में वे फरार चल रहे थे। रेल पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि फरार जदयू के पूर्व विधायक रामबालक सिंह स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस में सफर कर रहे हैं । सूचना पर कार्रवाई करते हुए रेल पुलिस ने ट्रेन के छपरा जंक्शन पहुंचते उन्हे गिरफ्तार कर लिया।

दोहरे हत्या मामले में विभूतिपुर के पूर्व विधायक रामबालक सिंह और उनके भाई सहित छह लोगों के खिलाफ विभूतिपुर थाना में हत्या के बाद नामजद प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी। पूर्व विधायक इस मामले में फरार चल रहे थे।

हालकी गिरफ्तारी के बाद पूर्व विधायक ने खुद को निर्दोष बताते हुए कहा कि वह खुद ही आत्मसमर्पण करने जा रहे थे। उन्होंने बताया कि उनके खिलाफ राजनीतिक साजिश हुई है। हत्या के इस मामले में उन्हे फंसाया गया है।

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सारण जिला भाजपा के अध्यक्ष बने रंजीत सिंह

Chhapra: भारतीय जनता पार्टी ने सारण जिले रंजीत सिंह को जिलाध्यक्ष बनाया है. सारण के साथ साथ पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष ने 45 सांगठनिक जिलाध्यक्षों की सूची जारी की है. गुरुवार की सुबह सुबह भाजपा ने अपने नए जिलाध्यक्षों की सूची जारी की जिसके अनुसार सारण में रंजीत सिंह को जिलाध्यक्ष बनाया है.

जिलाध्यक्ष बनाए जाने के बाद रंजीत सिंह को बधाई देने वालो का ताता लगा रहा. मनोनित नए जिलाध्यक्ष ने भारतीय जनता पार्टी के उत्थान के लिए विगत कई दशकों से कार्य कर रहे है.

इसके अलावे श्री सिंह संगठन के प्रकोष्ठ दायित्व निर्वहन के साथ साथ कई बार जिलास्तरीय कोर कमिटी कोर उपाध्यक्ष, सहित कई अन्य पदों पर अपनी महत्ती सहभागिता प्रदान करते हुए पार्टी के कार्यों में योगदान दिया है.

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शहर से लेकर गांव तक होली की धूम, रंग गुलाल के साथ मनाई जा रही है होली

Chhapra: रंगों का त्योहार होली शहर से लेकर गांव तक धूम धाम से मनाया जा रहा है. होली को लेकर क्या बच्चे क्या जवान और क्या बूढ़े सभी अपनी अपनी टोलियां बनाकर इस त्योहार को मानते दिखे. गांव में जहां होली गाकर रंग अबीर गुलाल लगाकर एक दूसरे को होली की बधाई दी गई वही शहर में डीजे की धुन पर युवा थिरकते नज़र आए.

शहर के कई मोहल्लों में युवाओं की टोली डीजे पर बज रहे गानों के साथ होली मना रहे थे. हालांकि इस बार रंगों वाली होली बच्चों में दिखी बाकी लोगों ने गुलाल और अबीर के साथ ही होली मनाई. जिससे एक और पानी की बचत हुई वही दूसरी ओर चेहरे को भी रंगो से निजात मिलती दिखी.

आपसी मेलजोल और सौहार्द के इस त्योहार पर शहर से लेकर गांव तक प्रशासन मुस्तैदी के साथ चौक चौराहों और सड़कों पर पेट्रोलिंग करती दिखी.

होली का उत्सव महिलाओं में भी दिखा जहां महिलाओं ने महिला दिवस के साथ साथ होली पर गुलाल लगाकर एक दूसरे के साथ होली मनाई.

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8 मार्च को अंतराष्ट्रीय महिला दिवस है जो हर साल पूरे विश्व में मनाया जाता है। आज महिलाएं स्वावलंबन ही क्यों, बल्कि सशक्तिकरण की अद्वितीय मिसाल हैं। 18वीं और 19वीं सदी से पहले यह माना जाता था कि पर्यावरण संरक्षण और संवर्धन में महिलाओं की भूमिका नही है, साथ ही साथ सामाजिक जीवन के सभी प्रमुख क्षेत्रों में उन्हें नकारा गया। लेकिन अपने अधिकारों और कर्तव्यों के बारे में जागरुकता फैलाने और आस पास का संज्ञान लेने के बाद उन्होंने सचेत रुप से पर्यावरण के क्षरण के खिलाफ आवाज उठाने की कोशिश की। महिलाएं परिवार और समुदाय के स्तर पर प्राकृतिक संसाधनों के प्रबन्धन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं और पर्यावरणीय क्षरण से सबसे ज्यादा प्रभावित भी होती हैं। साथ ही पर्यावरण के संरक्षण और संवर्धन के लिए नेतृत्वकारी भूमिका भी निभाती हैं। असलियत में अपने देश में महिलाओं ने खेल, रक्षा, शिक्षा, विज्ञान, राजनीति, औषधि, पर्यावरण और कौन सा ऐसा क्षेत्र है जहां महिलाओं ने अपनी पहचान नही बनाई है। वे अपने संघर्ष और मेहनत से घर को संभालते हुए लगातर आगे बढ़ रहीं हैं और अपनी उपलब्धियों से देश का गौरव भी बढ़ा रही हैं। इसमें कोई संदेह नहीं है। प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने कई अवसरों पर अपने संबोधन में इस बात को बार बार रेखांकित भी किया है कि ” आज मुद्दा महिलाओं के विकास का नहीं बल्कि महिलाओं के नेतृत्व वाले विकास का है। ” पर्यावरण के संरक्षण एवं संवर्धन में भी महिलाओं की भूमिका रही है। प्रकृति से प्यार महिलाओं में जन्मजात होता है। उनकी सोच जितना हो सके पर्यावरण बचाने की होती है। जहां वे आम घरों में अपनी छोटी-छोटी कोशिशों के जरिए प्रकृति को सहेजने में अपना योगदान देती हैं, वहीं व्यवसाय या सार्वजनिक पहल में भी प्रकृति को विनाश से बचाने की सोच रखती हैं। वे सतर्क हैं और महसूस करती हैं कि पर्यावरण संरक्षण की महती जरूरतों को। पर्यावरण के संरक्षण एवं संवर्धन में महिलाओं की भूमिका को विद्वानों ने कुछ इस प्रकार परिभाषित किया है। कार्ल मार्क्स के अनुसार ” कोई भी बड़ा सामाजिक परिर्वतन महिलाओं के बिना नहीं हो सकता।” कौफी अन्नान के अनुसार “इस ग्रह का भविष्य महिलाओं पर निर्भर है।” रियो डिक्लेरेशन में भी माना गया कि पर्यावरण प्रबंधन एवं विकास में महिलाओं की महत्वपूर्ण भूमिका रही है।

इतिहास से लेकर वर्तमान तक इस कथन को कई महिलाओं ने साबित भी कर दिखाया है। गौरा देवी, सुनीता नारायण, मेघा पाटकर, अमृता देवी और तुलसी गौड़ा जैसी बहुत सी महिलाओं ने पर्यावरण संरक्षण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। ये महिलाएं भारतीय समाज में पर्यावरण के प्रति जागरुकता लाने और लोगों के लिए प्रेरणा स्रोत भी बनी हैं। मेघा पाटकर की नर्मदा बचाओ आंदोलन और वंदना शिवा की नवधान्या आंदोलन की पर्यावरण बचाओ आंदोलन में अहम भूमिका रही है। देश की आज़ादी के आंदोलन में भी अपनी जान गंवाने से भी वह पीछे नहीं हटीं हैं, उन्हीं महिलाओं ने आजाद भारत के बिगड़े पर्यावरण को बचाने, प्रकृति की रक्षा के लिए चिपको आंदोलन को एक इको – फेमिनिस्ट आंदोलन का रुप दिया। यह कटु सत्य है। चिपको आंदोलन का नेतृत्व महिलाओं ने ही किया था, यह किसी से छुपा नहीं है। गौरतलब है कि उत्तराखंड के चमोली जिले में मजदूरों को करीब 2,500 पेड़ों को काटने के लिए भेजा गया था। पेड़ों को कटने से बचाने के उद्देश्य से रैणी गांव की महिलाएं गौरा देवी के नेतृत्व में पेड़ों से चिपक गईं थीं। उनका कहना था कि पेड़ों को काटने से पहले उन्हें काटा जाए और मजदूरों और कर्मचारियों को पेड़ों को नहीं काटने और चले जाने की सलाह दी। परंतु कर्मचारी नहीं माने। गौरा देवी ने कहा ” जंगल हमारा मायका है और पेड़ ऋषि हैं। यदि जंगल कटेगा तो हमारे खेत, मकान के साथ मैदान भी नहीं रहेंगे। जंगल बचेगा तो हम बचेंगे। जंगल हमारा रोज़गार है। ” इस प्रकार इस आंदोलन में महिलाओं को काफी संघर्ष करना पड़ा। फलतः वन कर्मचारियों और मजदूरों को वापस लौटना पड़ा। यह संदेश भारत में ही नही बल्कि पूरे विश्व में गया। यह कहना गलत नही होगा कि कि विश्व में पर्यावरण के प्रति जागरुकता की शुरुआत चिपको आंदोलन के बाद से ही शुरु हुयी। 1983 में चिपको आंदोलन से प्रेरित होकर दक्षिण ( कर्नाटक ) में भी महिलाओं ने ” अप्पिको आंदोलन “का सूत्रपात किया। यह आंदोलन लगातार 38 दिनों तक चला और सरकार को मजबूर होकर अपना आदेश वापस लेना पड़ा।

उत्तराखंड में रक्षासूत्र आंदोलन का भी विशेष महत्वपूर्ण है। इसमें महिलाओं ने ” रक्षासूत्र ” आंदोलन की शुरुआत की जिसमें उन्होंने पेड़ों पर रक्षा धागा बांधते हुए उनकी रक्षा का संकल्प लिया। इस आंदोलन के कारण महिलाओं का पेड़ों से भाइयों के जैसा रिश्ता बना। इस आंदोलन के कारण वन विभाग को पेड़ काटने की करवाई को रोकना पड़ा।

हालांकि चिपको आंदोलन के सौ साल से भी अधिक पहले इसी प्रकार का आंदोलन 1730 में राजस्थान के खेजड़ली गांव में हुआ था जो पर्यावरण चेतना का एक बहुत बड़ा उदाहरण है। बताया जाता है कि सन् 1730 में जोधपुर के महाराजा ने अपने महल के निर्माण के लिए लकड़ी लेने के लिए सिपाहियों को कुल्हाड़ी के साथ भेजा था। गांव की एक महिला अमृता देवी ने इसका विरोध किया और उन्हों अपनी बेटियों के साथ अपने प्राणों की आहुति तक दे दी। गांव में खबर फैलते ही 363 लोगों ने भी वृक्ष संरक्षण हेतु अपने प्राणों की आहुति दे दी।

हमारे ग्रह को नष्ट करने वाली बढ़ती पर्यावरणीय समस्याओं के सामने महिलाएं विशेष रुप से उनके प्रति संवेदनशील हैं। उन्होंने हमेशा नाजुक पारिस्थितिक तंत्र की सुरक्षा सुनिश्चित करने, प्राकृतिक आपदाओं से बचने और प्राकृतिक संसाधनों को स्थाई रुप से व्यवस्थित रखने में एक महती और आवश्यक भूमिका निभाई है।निष्कर्ष के रुप में कहा जा सकता है कि पर्यावरण संरक्षण में भारतीय महिलाओं का योगदान उल्लेखनीय है। इसलिए प्राकृतिक संसाधनों का संरक्षण और पर्यावरण को बढ़ावा देने के लिए योजना और प्रशिक्षण में महिलाओं को शामिल किए बिना प्रकृति संरक्षण की आशा ही बेमानी है।

{प्रशान्त सिन्हा, पर्यावरणविद एवं लेखक}

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लायंस क्लब छपरा सारण ने पूरे उत्साह के साथ मनाया होली मिलन समारोह

छपरा : अंतर्राष्ट्रीय स्वयंसेवी संस्था लायंस इंटरनेशनल की स्थानीय इकाई लायंस क्लब छपरा सारण के द्वारा सिलसिला पैलेस में होली मिलन समारोह का आयोजन सोमवार की संध्या को पूरे धूमधाम और उत्साह के साथ किया गया।

लायंस क्लब छपरा सारण के अध्यक्ष लायन प्रमोद मिश्रा ने पूरे सारण वासियों को होली की शुभकामना देते हुए बताया कि लायंस क्लब समाज सेवा के साथ-साथ अपने सदस्यों के परिवार जनों के साथ भी शुभ अवसरों पर इस तरह का कार्यक्रम कर समाज में आपसी सद्भाव और भाईचारे का संदेश देता है।

वही क्लब की ओर से लायन डॉक्टर एस के पांडे को मूर्खाधीराज घोषित किया गया और इस अवसर पर उन्होंने नेहा सिंह राठौड़ से प्रेरित होकर एक कविता कही कि लायंस में का बा, और उन्होंने कहा कि लायंस में भाईचारा बा, परिवार बा और छपरा में समाजसेवा खातिर बहुत सुंदर प्लेटफार्म बा। इस कविता को सोशल मीडिया पर भी काफी पसंद किया जा रहा है।

वहीं इस समारोह में रंजीत गिरी, गर्ल स्कूल की संगीत शिक्षिका प्रियंका कुमारी और उनके टीम के एक से बढ़कर एक होली के गानों और फगुवा के गानों ने सदस्यों को देर रात तक झूमने पर मजबूर कर दिया। सभी ने एक दूसरे को गुलाल एवं गले लगाकर होली की शुभकामना दी।

इस मौके पर लगभग दो सौ सदस्य अपने परिवार के साथ मौजूद रहें। मंच संचालन लायन मनोज वर्मा संकल्प ने किया। उक्त जानकारी क्लब पी आर ओ लायन साकेत श्रीवास्तव ने दी।

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Chhapra: शहर के कई जगहों पर होलिका दहन कार्यक्रम का आयोजन किया गया. रंगो के त्यौहार होली की पूर्व संध्या पर गुजरी बाजार, पंकज सिनेमा रोड सहित कई जगहों पर होलिका दहन किया गया.

इस दौरान बुजुर्ग, पुजारी व वरिष्ठ जनों द्वारा पूजा अर्चना कर होलिका दहन किया गया. होलिका दहन स्थल पर लोग ढोल नगाड़े बजाकर फाग गीत गाते दिखे. कहीं-कहीं नगाड़ों की थाप तो कहीं डीजे की धुन पर नाचते दिखे.

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नेशनल यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट्स ने मनाया होली मिलन समारोह

Chhapra: नेशनल यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट्स इंडिया की छपरा इकाई द्वारा होली मिलन समारोह का आयोजन किया गया. शहर के नगरपालिका चौक के समीप आयोजित इस समारोह में जिले के 20 प्रखंडों के पत्रकार शामिल हुए.

कार्यक्रम में सभी ने एक दूसरे को रंग गुलाल लगाकर होली की बधाई दी. वही होली की गीतों पर झूमते रहे. स्थानीय कलाकार मनन गिरी मधुकर, सतेंद्र दूरदर्शी सहित अन्य कलाकारों ने अपनी प्रस्तुति से समां बांध दिया.

होली मिलन समारोह में रमाकांत सिंह सोलंकी, डा प्रमेद्र रंजन, सत्येंद्र तिवारी, ठाकुर संग्राम सिंह, राकेश कुमार सिंह, चांदनी प्रकाश, सहित जिले के सैकड़ों लोग शामिल हुए.

मंच संचालन मनोज कुमार वर्मा संकल्प ने किया.

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आरपीएफ ने मोटरसाइकिल चोर को किया गिरफ्तार

छपरा : शुक्रवार की रात्री में छपरा स्टेशन स्थित सर्कुलेटिंग एरिया में लगा वादी व्रजेश कुमार कुंवर उम्र 33 वर्ष, पे०- बीरेंद्र कुंवर, सा०- रामपुर, थाना – मढ़ौरा (गौरा ओ०पी०) जिला- सारण का स्पलेंडर प्लस मोटरसाइकिल को चोरी कर लेकर भागने के क्रम में ड्यूटी में तैनात GRP/RPF के कर्मियों द्वारा खदेड़कर अभि० विकास कुमार साह, उम्र -22 वर्ष, पे० खाकी मठिया थाना बनियापुर जिला सारण को मोटरसाइकिल के साथ पकड़ा गया.

अभियुक्त के द्वारा लाया गया स्प्लेंडर प्लस मोटरसाइकिल को भी जप्त किया गया है. वादी के लिखित आवेदन के आधार पर रेल थाना छपरा कांड सं० 50/23 दिनांक- 03/03/2023 धारा 379/411 भा०द०वि० के तहत गिरफ्तार अभि० के विरुद्ध दर्ज कर अग्रिम करवाई की जा रही हैं.

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Chhapra: होली पर्व को देखते हुए चेकिंग के दौरान छपरा जंक्शन पर अंग्रेजी शराब की बड़ी खेप जब्त की गई है। आरपीएफ निरीक्षक मुकेश कुमार सिंह और जीआरपी थानाध्यक्ष राजेश कुमार सिंह ने बताया कि गाड़ी संख्या 15652 लोहित एक्सप्रैस के रेलवे स्टेशन छपरा जंक्शन प्लेटफार्म संख्या 03 पर आगमन के पश्चात निगरानी व चेकिंग के दौरान कोच संख्या S-10 से लावारिश हालात में 2 बड़े प्लास्टिक के बोरे तथा 3 झोले में 512 पीस whisky टेट्रा पैक 180 MLव 117 पीस Whisky 180ml टेट्रा बरामद किया गया।  जिसकी कीमत 75480/- रुपये आँकी जा रही है। जिसे लावारिस हालत में जब्त किया गया।

इसे लेकर राजकीय रेल पुलिस थाना में कांड संख्या 51/23 U/S 30 (A) बिहार मद्य निषेध उत्पाद संशोधित अधिनियम s/v अज्ञात दिनाँक – 03.03.23 पंजीकृत किया गया। मामले की जांच Asi जय प्रकाश सिंह जीआरपी छपरा द्वारा की जाएगी।

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