Chhapra: जिले के सभी सरकारी विद्यालयों में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर 6 सितंबर एवं चेहल्लुम पर 7 सितंबर को अवकाश रहेगा.

इस आशय से संबंधित पत्र सारण के जिला शिक्षा पदाधिकारी ने मंगलवार की शाम जारी कर दिया है. सारण के जिला शिक्षा पदाधिकारी कौशल किशोर द्वारा जारी पत्र में कहा गया है कि 5 सितंबर को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से निदेशक माध्यमिक शिक्षा द्वारा यह निर्देशित किया गया कि दिनांक 6 सितंबर को श्री कृष्ण जन्माष्टमी तथा 7 सितंबर को चेहल्लुम पर्व को लेकर सभी सरकारी विद्यालय बंद रहेंगे.

बताते चले की मंगलवार को सुबह से ही 6 सितंबर के अवकाश को लेकर शिक्षकों में उहापोह की स्थिति बनी थी.

राज्य के सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा चेहल्लुम की छुट्टी 7 सितंबर को निर्धारित की गई है लेकिन शिक्षा विभाग के अवकाश तालिका में यह छुट्टी 6 सितंबर को निर्धारित थी. वहीं शिक्षा विभाग की अवकाश तालिका में 7 सितंबर को श्री कृष्ण जन्माष्टमी की छुट्टी निर्धारित थी. लेकिन 7 सितंबर को चेहल्लुम मनाए जाने एवं 6 सितंबर को श्री कृष्ण जन्माष्टमी का त्यौहार मनाया जाने के कारण शिक्षक अवकाश को लेकर भ्रमित हो रहे थे. लेकिन मंगलवार की संध्या सारण जिला शिक्षा पदाधिकारी कौशल किशोर ने पत्र निर्गत करते हुए इस संसय की स्थिति को समाप्त कर दिया.

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बीएलओ को जल्द मिलेगा चार माह का मानदेय, राशि निर्गत

Chhapra: मतदान के लिए निर्वाचक नियमावली तैयार करने वाले जिले 3015 बीएलओ को जल्द ही 4 माह का मानदेय मिलने वाला है. मानदेय के भुगतान को लेकर जिला से राशि निर्गत कर दी गई है तथा जल्द ही इस राशि का भुगतान बीएलओ के खाते में किया जाना है.

विदित हो कि जिले के 20 प्रखंडों में 3015 बीएलओ प्रतिनियुक्ति पर है. जिन्हे एक माह के लिए 500 रुपए मानदेय के रूप में दिए जाते है. जिला निर्वाचन कार्यालय के द्वारा जिले के सभी 20 प्रखंड में प्रखंड विकास पदाधिकारी के खाते में 4 माह के मानदेय भुगतान की राशि 2000 रुपए प्रति बीएलओ के दर से भेज दी गई है. जिसके बाद अब प्रखंड कार्यालय द्वारा इस राशि को बीएलओ के खाते में स्थानांतरित की जाएगी.

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Chhapra: जयप्रकाश विश्वविद्यालय के राजेन्द्र महाविद्यालय के एक दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी ने सोमवार को विश्वविद्यालय परिसर में पहुँच आत्मदाह का प्रयास किया। हालांकि मौके पर मौजूद पुलिस और अन्य लोगों की तत्परता से वह आग लगाने में कामयाब नहीं हो सका। 

दरअसल राजेन्द्र महाविद्यालय में कई वर्षों से दैनिक वेतन भोगी के रूप में कार्यरत राजन राज उर्फ भोला श्रीवास्तव ने विगत 5 साल से वेतन ना मिलने का आरोप लगाते हुए आत्मादाह का प्रयास किया। इस दौरान विश्वविद्यालय परिसर में कुछ समय के लिए अफरा तफरी का माहौल उत्पन्न हो गया।

कर्मी का कहना था कि विश्वविद्यालय और महाविद्यालय प्रशासन ने द्वारा तत्कालीन कुलपति के एक पत्र का हवाला देते हुए उनका वेतन बंद कर दिया गया है जबकि उसी पत्र के बाकी लोग विश्वविद्यालय में अब भी कार्यरत हैं। उन्होंने कहा कि वेतन नहीं मिलने से उनके परिवार को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने राजेन्द्र महाविद्यालय के प्राचार्य पर काम करा कर वेतन का भुगतान नहीं करने का आरोप लगाया। 

इस संबंध में पूछे जाने पर राजेन्द्र महाविद्यालय के प्रभारी प्राचार्य डॉ सुशील कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि कर्मचारियों की नियुक्ति या वेतन देने का अधिकार उनके पास नही है। इसके लिए विश्वविद्यालय और राजभवन ही सक्षम हैं। उनके द्वारा मुझ पर लगाए गए आरोप गलत हैं।     

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Chhapra: छपरा नगर निगम क्षेत्र में स्थाई और अस्थाई अतिक्रमण हटाने के लिए छपरा नगर निगम बड़ा अभियान शुरू करने जा रहा है। जिला पदाधिकारी के निदेश के आलोक में नगर आयुक्त सुमित कुमार ने टीम का गठन किया है।

नगर निगम की प्रभारी मेयर रागिनी कुमारी ने भी निगम के बोर्ड की बैठक में अतिक्रमण को हटाने को लेकर पहल करने के निर्देश दिए थे, जिस पर वार्ड पार्षदों ने भी सहमति जताई थी. अब  नगर निगम की यह टीम निर्धारित दिवस को निर्वाद्ध रूप से अतिक्रमण हटाने का कार्य करेगी एवं प्रत्येक अतिक्रमण हटाने के संबंध में विस्तृत प्रतिवेदन समर्पित करेगी। कनीय अभियंता के प्रतिवेदन के आधार पर वैसे वार्ड जहाँ मुख्य पथ के नाला के ऊपर ओटा का निर्माण कर अतिक्रमण कर लिया गया है. उन वार्डों की प्राथमिकता के साथ अभियान चलाया जाएगा.

नगर निगम द्वारा जारी सूची के अनुसार

 

हटाने वाल वार्ड /
स्थल का नाम — निर्धारित तिथि               

29 — 05.09.2023
09 — 08.09.2023
10 — 12.09.2023
12 — 15.09.2023
13 — 19.09.2023
24 — 22.09.2023
25 — 26.09.203
26 — 29.09.2023
27 — 03.10.2023
14 और 15 –06.10.2023 ct 
20 — 10.10.2023
21 — 13.10.2023
22 — 17.10.2023
28 — 20.10.2023
30 — 27.10.2023
31 — 31.10.2023
32 — 03.11.2023
33 — 07.11.2023
34 — 10.11.2023
35 — 14.11.2023
36 — 17.11.2023
37 — 21.11.2023
38 — 24.11.2023

इसके लिए निगम के अधिकारी नीरज कुमार झा, वेद प्रकाश वर्णवाल, वार्ड के वार्ड जमादार, वार्ड के सफाई निरीक्षक, वार्ड के कर संग्राहक भी मौके पर मौजूद रहेंगे। अतिक्रमण हटाने के क्रम में अस्थाई अतिक्रमण को तुरंत हटवाने एवं स्थाई अतिक्रमण हटाने हेतु संबंधित व्यक्ति को चिन्हित कर सर्वप्रथम नोटिस कर अतिक्रमण हटवाने की कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही अतिक्रमणकारियों से दण्ड राशि की वसूली वार्ड के कर संग्राहक द्वारा स्थल पर ही की जायेगी एवं नहीं देने की स्थिति में उनके वार्षिक होल्डिंग कर निर्धारण में प्रविष्टि कर वूसली की जायेगी। अधिरोपित दण्ड का निर्धारण नगर प्रबंधक द्वारा अतिक्रमण के स्वरूप पर की जायेगी, ताकि अतिक्रमण हटाने में होने वाली राशि की क्षतिपूर्ति हो सके।

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शिक्षकों के अवकाश तालिका में नहीं होगा संशोधन, निदेशक माध्यमिक शिक्षा ने अपने ही पत्र को किया रद्द

पटना: शिक्षा विभाग के माध्यमिक शिक्षा निदेशक द्वारा विगत 29 अगस्त 23 को जारी अवकाश तालिका में संशोधन संबंधी पत्र को स्वयं रद्द कर दिया है.

सोमवार को माध्यमिक शिक्षा निदेशक ने पुनः पत्र जारी करते हुए विगत 29 अगस्त को जारी पत्रांक 2112 को रद्द करते हुए शिक्षा विभाग द्वारा निर्गत पूर्व की अवकाश तालिका को मान्य कर दिया है. अब सरकारी विद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों एवं छात्रों को पूर्व से निर्गत अवकाश तालिका में निर्धारित छुट्टियां मिलेगी.

बताते चले की विगत 29 अगस्त को निदेशक माध्यमिक शिक्षा द्वारा पत्र जारी करते हुए राज्य के सरकारी विद्यालयों में शिक्षा के अधिकार अधिनियम का हवाला देते हुए छात्रों के बीच शिक्षण कार्य में निर्धारित अवधि दिनों की संख्या कम होने के कारण शिक्षकों के लिए जारी अवकाश तालिका में संशोधन करते हुए सितंबर से लेकर दिसंबर 2023 तक के कल अवकाश 24 दिनों में से 13 दिनों के अवकाश को रद्द कर दिया गया था.

जिसमें कृष्ण जन्माष्टमी, तीज, जीवित्पुत्रिका व्रत, दुर्गा पूजा सहित कार्तिक पूर्णिमा, गुरु नानक जयंती के साथ कई अन्य छुट्टियों को रद्द करते हुए कई छुट्टियों में संशोधन किया गया था.

इस संशोधन के बाद लगातार शिक्षक संगठन आक्रोश में थे. इस संबंध में शिक्षक संगठनों द्वारा सरकार से इस संशोधित अवकाश तालिका को रद्द करने की मांग की जा रही थी.

वहीं विपक्ष की भारतीय जनता पार्टी ने भी राज्य सरकार पर तुष्टिकरण का आरोप लगाया था.

सोमवार की संध्या पुनः निदेशक माध्यमिक शिक्षा द्वारा अपने ही निर्गत पत्र को रद्द करते हुए पूर्व में जारी अवकाश तालिका के तहत निर्धारित अवकाश को मान्य कर दिया है.

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शिक्षक दिवस पर काली पट्टी लगाकर काम करेंगे शिक्षक

Patna: राज्य के करीब 76000 विद्यालयों में 5 सितंबर शिक्षक दिवस के अवसर पर काली पट्टी लगाकर शिक्षण कार्य करेंगे. शिक्षक संघों द्वारा राज्य सरकार के रवैया के खिलाफ यह कदम उठाए जा रहा है. विगत रविवार को शिक्षक संघर्ष मोर्चा की बैठक में लिए गए फैसले के अनुरूप शिक्षक संघ योजनाबद्ध तरीके से चरणबद्ध आंदोलन चलाने जा रही है.

शिक्षक अपने राज्य कर्मी का दर्जा 11 जुलाई को आयोजित धरने के पश्चात शिक्षकों पर की गई विभागीय कार्रवाई एवं शिक्षा विभाग द्वारा शिक्षकों के निर्धारित अवकाश तालिका में संशोधन कर रद्द की गई छुट्टियों को पुनः लागू करने की मांग को लेकर आंदोलित है.

आंदोलन के प्रथम चरण में शिक्षक दिवस के अवसर पर 5 सितंबर को सभी सरकारी विद्यालयों में कार्यरत शिक्षक काली पट्टी लगाकर काम करते हुए सरकार के प्रति अपना आक्रोश व्यक्त करेंगे.

वही इस आंदोलन के अगले चरण में प्रखंड से लेकर जिला स्तर तक पुतला दहन का कार्यक्रम 9 सितंबर को निर्धारित किया गया है, साथ ही साथ इसके आगे कई चरणबद्ध आंदोलन की योजनाएं बनाई गई है.

जिसमें शामिल होकर शिक्षक अपना आक्रोश व्यक्त करेंगे शिक्षक संघों का कहना है कि सरकार ने उनके साथ वादा खिलाफी की है. विगत जुलाई माह में आयोजित धरने के दौरान सरकार ने खुले मंच से शिक्षक संघों से वार्ता कर राज्य कर्मी का दर्जा देने की मांग पर अपनी सहमति जताई थी लेकिन अब तक इस संदर्भ में शिक्षक संघ से किसी तरह की कोई वार्ता सरकार ने नहीं की है.

संघ के सदस्यों ने बताया कि उल्टे 11 जुलाई के आंदोलन में शामिल शिक्षकों पर एक सोची समझी रणनीति के तहत निलंबन की कार्रवाई की गई, वहीं विगत दिनों राज्य सरकार द्वारा शिक्षकों के लिए निर्धारित अवकाश तालिका में संशोधन कर 13 छुट्टियों को रद्द कर दिया गया.

उनके सदस्यों का कहना है कि सरकार शिक्षकों को टारगेट करते हुए उनके मुख्य मुद्दे से भटकाकर शिक्षकों को शोषित करने एवं समाज में दुष्प्रचार करने का कार्य कर रही है. लेकिन संघ एकजुट है और सरकार के खिलाफ बिगुल बज चुका है आगे यह आंदोलन और आक्रामक होगा.

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खनुआ नाले पर अतिक्रमण को हटाने की कार्रवाई जारी रहेगी: डीएम

Chhapra: जिला पदाधिकारी अमन समीर की अध्यक्षता में जिला समन्वय समिति की बैठक समाहरणालय सभागार में आहूत की गई। बैठक में जिला स्तरीय पदाधिकारी गण सभागार में एवं अनुमंडल स्तरीय, प्रखंड/अंचल स्तरीय पदाधिकारीगण वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जुड़े हुए थे।

बैठक में सर्वप्रथम माननीय उच्च न्यायालय में लंबित मामलों को सर्वोच्च प्राथमिकता में रखकर प्रति शपथ दायर करने का निर्देश देते हुए जिला पदाधिकारी ने बताया कि इसमें थोड़ी भी शिथिलता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। सभी विभागों के कार्यालय प्रधान को अपने-अपने कार्यालय के लिपिक एवं प्रधान लिपिक के द्वारा संधारित लॉग बुक का नियमित रूप से जांच करने का निर्देश दिया गया।समय से संचिकाओं को प्रस्तुत नहीं करने वाले सहायकों पर कार्रवाई करने का भी निर्देश दिया गया।

विभिन्न कार्यालय से संबद्ध महत्वपूर्ण गतिविधियों की समीक्षा बैठक में की गई।

बैठक में जिलाधिकारी द्वारा जिला लोक शिकायत निवारण में दायर परिवाद, माननीय उच्च न्यायालय में सी डब्ल्यू जे सी एवं एम जे सी से संबंधित चल रहे मामलों, मानवाधिकार आदि से संबंधित मामलों पर बैठक में विस्तृत समीक्षा की गई। सभी संबंधित विभागों के कार्यालय प्रधान को प्राथमिकता के तौर पर प्रति शपथ हाईकोर्ट में दायर करने का निर्देश दिया गया। उन्होंने कहा कि सभी शाखा के वरीय पदाधिकारी अपने संबंधित शाखा में लॉग बुक के संधारण पर पूरा ध्यान देंगे।जिससे आदेश पत्रों का ससमय अनुपालन सुनिश्चित किया जा सके।

उन्होंने कहा जिलाधिकारी ने उपस्थित पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि जन शिकायतों को सर्वोच्च प्राथमिकता के साथ समय से निष्पादन करना सुनिश्चित करें । उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि साप्ताहिक समीक्षा बैठक मैं दिए गए निर्देशों का परिणाम नजर आना चाहिए।लंबित मामलों को हर हाल में शून्य करें। उन्होंने सभी पदाधिकारी गणों को कार्य संस्कृति का माहौल बनाने के क्रम में सभी महत्वपूर्ण पंजियो को नियम के अनुसार नियमित रूप से अद्यतन करते रहने को निर्देशित किया।

जाति आधारित जनगणना के कार्य को हर हाल में मगंलवार तक समाप्त करने का सख्त निर्देश जिला पदाधिकारी के द्वारा दिया गया। खंनुआ नाले पर बने हुए अतिक्रमण को आगे भी हटाने का कार्य जारी रखने का निर्देश अनुमंडल पदाधिकारी सदर को दिया गया। अतिक्रमण करने वालों को माइकिंग के जरिए सूचित करने का निर्देश दिया गया।

बैठक के अंत में एक नवनिर्मित एप जिसका नाम टास्क फ्लो एप है को जिला पदाधिकारी के द्वारा लांच किया गया। इस ऐप के जरिए जिला के सभी पदाधिकारी को दिए गए दायित्वों की मॉनिटरिंग आसानी से की जा सकेगी।

बैठक में अपर समाहर्ता सारण मो मुमताज आलम, सहायक समाहर्ता सुश्री श्रेया श्री, अनुमंडल पदाधिकारी सोनपुर, अनुमंडल पदाधिकारी सदर एवं सभी जिला स्तरीय पदाधिकारी गण के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए अनुमंडल पदाधिकारी मढ़ौरा, सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी एवं अंचलाधिकारी गण उपस्थित थे।

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बिना नक्शे की स्वीकृति के किसी प्रकार के निर्माण पर रहेगी रोक: डीएम

Chhapra: सारण जिला पदाधिकारी -सह-अध्यक्ष सोनपुर आयोजन क्षेत्र प्राधिकार अमन समीर की अध्यक्षता में कार्यालय प्रकोष्ट में बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में प्राधिकार के गठन उपरांत इस क्षेत्रांतर्गत नियोजित विकास के 20 वर्षीय रुपरेखा को तय करने के लिए विचार विमर्श किया गया। साथ ही सोनपुर आयोजना क्षेत्र के मास्टर प्लान प्लान बनाने हेतु एजेंसी का चयन की प्रक्रिया शीघ्र प्रारंभ करने पर सहमति प्रदान की गई।

इस कार्य हेतु प्राधिकार के मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी -सह-कार्यपालक पदाधिकारी रंजीत कुमार को अधिकृत किया गया। बैठक में प्राधिकार क्षेत्रांतर्गत अनियोजित विकास को रोकने हेतु अवैध निर्माण पर रोक लगाने एवं किसी भी प्रकार के निर्माण से पूर्व बिहार भवन उपविधि 2014 प्रथा यथा संशोधित प्रावधान 2022 को सख्ती से लागू करने का निर्णय लिया गया।

साथ इस इसके व्यापक प्रचार प्रसार समाचार पत्रों एवं अन्य माध्यम से करने का निर्णय लिया। जिलाधिकारी द्वारा प्राधिकार क्षेत्र अंतर्गत कृषि के व्यवसायिक भूमि के रूपांतरण से पूर्व प्राधिकार स्वीकृति प्राप्त करने का निदेश भी अनुमंडल पदाधिकारी सोनपुर को दिया गया। बैठक में सोनपुर आयोजना क्षेत्र प्राधिकार का कार्यालय नगर पंचायत सोनपुर के प्रशासनिक भवन में स्थापित करने का निर्णय लिया गया।

बैठक में उपविकास आयुक्त प्रियंका रानी, अपर समाहर्ता मो० मुमताज आलम, अनुमंडल पदाधिकारी सोनपुर कुमार निशांत विवेक, प्राधिकार के मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी, कार्यपालक अभिनेता पथ निर्माय, कार्यपालक अभियंता ग्रामीण कार्य विभाग, कार्यपालक अभियंता लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण सारण एवं अवर निबंधक सोनपुर उपस्थित थे।

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Chhapra: देश भर के जलमार्गों को विकसित कर उनमें जल परिवहन को शुरू करने की केंद्र सरकार की योजना है। इसी के तहत सारण के मांझी को श्रीराम जन्मस्थली अयोध्या से जलमार्ग के माध्यम से जोड़ने की महत्वकांक्षी परियोजना को लेकर अब कार्य शुरू हो गए हैं।

इस परियोजना के माध्यम से मांझी से अयोध्या तक पर्यटक और मालवाहक जहाज चलाए जाएंगे। जिससे जलीय और धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। सरयू नदी में जल परिवहन के विकसित होने से सड़क व रेल यातायात का भार कम किया जा सकता है। साथ ही पर्यावरण के लिए भी यह सही सिद्ध होगा। जलमार्ग से मालवाहक व यात्रियों के लिए कम खर्च में परिवहन व्यवस्था को शुरू करने की पहल का सभी ने स्वागत किया है।

जल परिवहन को शुरू करने के लिए घाट को विकसित करने के लिए प्लेटफार्म (जेटी) के माँझी पहुँचने की सूचना के बाद स्थानीय लोगों ने जहाज पर स्थापित राम लक्ष्मण जानकी की पूजा अर्चना की तथा चालक दल के सदस्यों का भव्य स्वागत किया।

सरयू नदी में जल परिवहन शुरू करने और माझी से अयोध्या को जोड़ने के लिए महाराजगंज के सांसद जनार्दन सिंह सीग्रीवाल ने संसद में मांग उठाई थी। साथ ही केंद्रीय पोत परिवहन व जल मार्ग मंत्री से मिलकर क्षेत्र के धार्मिक और पुरातात्विक महत्व को बताया था। जिसके बाद सरकार सक्रिय हुई और अब प्रयास धरातल पर दिखने लगे हैं। 

प्राचीन काल में जल परिवहन यातायात का प्रमुख माध्यम था। सारण के मांझी और रिविलगंज में बड़े जहाज पहुंचते थे जिससे क्षेत्र की आर्थिक स्थिति सुदृढ़ होती थी। अब जब केंद्र सरकार ने एक बार फिर से जल परिवहन को लेकर प्रयास किए हैं ऐसे में यह पर्यटन और धार्मिक दृष्टिकोण से बेहद दूरगामी साबित हो सकता है।

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Chhapra: छपरा नगर निगम क्षेत्र के साहेबगंज से पूरब करीमचक मुहल्ले से गुजरने वाले खनूआ नाले पर अतिक्रमण कर बनाये गये 16 दुकानों को जिला प्रशासन के द्वारा जेसीबी से तोड़ दिया गया। रविवार को सदर एसडीओ संजय कुमार राय के नेतृत्व में पदाधिकारियों एवं पुलिसकर्मियों की मौजूदगी में लगभग दो घंटे तक अतिक्रमित दुकानों को तोड़ने का कार्य चला. दुकान तोड़ने के दौरान दुकानदारों में अफरा-तफरी का माहौल देखा गया.

इस दौरान भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई थी। सबसे पहले खनुआ बाजार के दक्षिण नाले पर अतिक्रमण कर बनी दुकानों को तोड़ने की कार्रवाई शुरू हुई। यहां मौजूद आधा दर्जन दुकानों को तोड़ा गया।

 

कोर्ट के निर्णय के आलोक में जिलाधिकारी अमन समीर के द्वारा पदाधिकारियों की टीम गठित कर खनूआ नाले से अतिक्रमण हटाने का निर्देश दिया गया था। इस दौरान सदर एसडीपीओ संतोष कुमार, एसएसडीएम अर्शी साहिन, सदर सीओ एसके सिंह, नगर थानाध्यक्ष के अलावें बड़ी संख्या में पुलिस के जवान तैनात थे. देखते-देखते दो से तीन जेसीबी लगाकर प्रशासन ने अतिक्रमित दुकानों को तोड़वा दिया. इन दुकानों के कारण जल निकासी के लिए खनूआ नाला पर कार्य कराने में प्रशासन को भारी परेशानी हो रही थी. इस मामले में न्यायालय के द्वारा भी गत दिन नगर निगम के पक्ष में फैसला दिया जा चुका था।

इसके साथ ही साहेबगंज और हथुआ मार्केट के सामने सड़क पर दोनों ओर लगाई गई अस्थाई दुकानों को हटाया गया। जबकि इस दौरान वहां रखे चौकी, बांस आदि को नगर निगम ने जब्त कर लिया। हालाकि इस दौरान कुछ दुकानदारों ने अपने सामना हटा लिए थे। सदर एसडीओ के नेतृत्व में प्रशासन व पुलिस की टीम ने नगर थाना चौक से पूरब हथुआ मार्केट की चाहर दिवारी के बाहर तथा सड़क के दोनों तरफ लगायी गयी दर्जन भर दुकानों को हटा दिया गया. प्रशासन के द्वारा इन सभी दुकानदारों द्वारा अतिक्रमण कर दुकान रखे जाने के खिलाफ ही यह कार्रवाई की गयी।

इस संबंध में जिलाधिकारी ने बताया कि शहर से जल निकासी व्यवस्था को दुरुस्त करने हेतु कठोर कदम आगे भी उठाए जाएंगे। छपरा शहर में प्रशासन के प्रयासों के बावजूद जल जमाव बड़ी समस्या हो गयी है. इसकी सबसे बड़ी वजह विभिन्न सरकारी नालों यथा खनुआ नाला तथा अन्य जलनिकासी द्वारों पर लोगों के द्वारा अतिक्रमण किया जाना है. जिला प्रशासन हर हाल में जल जमाव से शहर को निजात दिलाने के लिए संकल्पित है. इसी के आलोक में खनूआ नाला की दुकानों तथा हथुआ मार्केट के सामने अतिक्रमण कर रखी गयी दुकानों को हटाया गया है.

उन्होंने कहा कि इसके अलावे छपरा सरकारी बाजार से मौना सांढ़ा रोड, खनूआ नाला के साधना पूरी, पुरानी गुड़हट्टी आदि विभिन्न स्थानों पर अतिक्रमण कर बनाये गये ढ़ाचे व दुकानों को नोटिस दिया जा चुका है. निर्धारित तिथि के बाद सभी दुकानों को तोड़ने का शुरू किया जायेगा। इसी प्रकार रेलवे लाइन के दोनों तरफ जल निकासी में बाधक बने अतिक्रमण कर बनाये गये ढ़ाचे को भी तोड़ने के लिए प्रशासन जमीन की मापी कराकर कार्रवाई करेगा।

 

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खनुआ नाला से हटाया गया अतिक्रमण, शहर के बाजारों में भी चला अभियान

Chhapra: छपरा शहर के खानुआ नाला पर अतिक्रमण कर बनी दुकानों समेत शहर के विभिन्न बाजारों को अतिक्रमण मुक्त करने को लेकर सदर एसडीओ संजय कुमार राय के नेतृत्व में नगर निगम की टीम ने अतिक्रमण हटाने का अभियान रविवार को चलाया।

इस दौरान भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई थी। सबसे पहले खनुआ बाजार के दक्षिण नाले पर अतिक्रमण कर बनी दुकानों को तोड़ने की कार्रवाई शुरू हुई। यहां मौजूद आधा दर्जन दुकानों को तोड़ा गया।

इसके साथ ही साहेबगंज और हथुआ मार्केट के सामने सड़क पर दोनों ओर लगाई गई अस्थाई दुकानों को हटाया गया। जबकि इस दौरान वहां रखे चौकी, बांस आदि को नगर निगम ने जब्त कर लिया। हालाकि इस दौरान कुछ दुकानदारों ने अपने सामना हटा लिए थे।

इस अभियान के दौरान ASDM अर्शी शाहीन, सदर बीडीओ, सीओ नगर निगम के सीटी मैनेजर समेत नगर थाना के इंचार्ज समेत भारी संख्या में पुलिस बल मौजूद थें।

इससे पूर्व सरन्नके जिलाधिकारी अमन समीर ने कहा था कि शहर के अतिक्रमण को योजनाबद्ध तरीके से अलग अलग सप्ताह अलग अलग वाडों में अभियान चलाकर हटाया जाएगा।

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इसुआपुर में फ्री मेगा हेल्थ चेकअप कैंप में हजारों मरीजों को निशुल्क परामर्श और दवाइयां उपलब्ध कराई गई

Isuapur: रविवार को इसुआपुर में लायंस क्लब ऑफ छपरा के द्वारा फ्री मेगा हेल्थ चेकअप कैंप का आयोजन किया गया. सारण जिले के प्रतिष्ठित दर्जनों चिकित्सकों द्वारा इस चेकअप कैंप में मरीजों को परामर्श एवं जांच के उपरांत निशुल्क दवाइयां भी उपलब्ध कराई गई.

कैंप में इसुआपुर सहित मसरख एवं बनियापुर के हजारों महिला पुरुष एवं वृद्ध जनों ने चिकित्सकों से अपनी बीमारी संबंधी आवश्यक परामर्श प्राप्त किया. वहीं जांच एवं दवाइयां भी निशुल्क रूप से प्राप्त की.

इसुआपुर के सुप्रसिद्ध चिकित्सक स्वर्गीय बीके सिंह के पुत्र डॉक्टर प्रतीक कुमार और डॉक्टर संदीप कुमार के सहयोग से आयोजित इस निशुल्क मेगा हेल्थ चेकअप कैंप की लोगों ने सराहना की.

शिशु रोग चिकित्सक संदीप कुमार ने बताया कि आर्थिक रूप से कमज़ोर ग्रामीण क्षेत्र के कई मरीज शहर तक नहीं जा पाते हैं. जिससे उनकी बीमारी की पहचान समय पर नहीं हो पाती है, ऐसे में यह कैंप उन मरीजों के लिए निशुल्क मेगा हेल्थ चेकअप कैंप एक वरदान के रूप में है.

वही लायंस क्लब ऑफ छपरा के अध्यक्ष सुशील वर्मा एवं सचिव अमित ओझा ने बताया कि चेकअप कैंप में हजारों की संख्या में इसुआपुर के विभिन्न गांव के साथ साथ मसरख एवं बनियापुर के मरीज भी चिकित्सकों से मिलकर अपनी बीमारी संबंधी बातचीत के उपरांत जांच एवं निशुल्क दवाइयां प्राप्त कर रहे हैं.

पीआरओ राकेश कुमार ने बताया कि मुख्य रूप से महिला एवं वृद्ध की संख्या चेकअप कैंप में ज्यादा है और महिलाओं के लिए विशेष रूप से डॉक्टर प्रियंका शाही, प्रसिद्ध नेत्र चिकित्सक डॉ एस के पांडे, डा शंभू कुमार सहित जनरल फिजिशियन, कान एवं नाक और स्किन सहित कई रोगों के विशेषज्ञ चिकित्सक यहां मौजूद हैं. जो रोगियों की जांच परामर्श एवं निशुल्क रूप से दवा उपलब्ध करा रहे हैं.

वहीं इस मेगा कैंप में उपस्थित लोगों ने इस कैंप की सराहना की और कहा कि इस तरह के आयोजनों से कई गरीब और आर्थिक रूप से कमजोर मरीजों का इलाज संभव हो पता है. उन्हें समय पर अपनी बीमारी के वास्तविक स्थिति की जानकारी चल पाती है. अच्छे चिकित्सकों से परामर्श के बाद उनकी बीमारी जल्द से जल्द ठीक हो जाती है.

लोगों ने कहा कि इस तरह का आयोजन होना चाहिए और अन्य लोगों को भी इससे प्रेरणा लेकर इस तरह के सामाजिक कार्यों में अपना सहयोग प्रदान करना चाहिए.

इस अवसर पर मनोज कुमार वर्मा संकल्प, विक्की आनंद, डा मधेश्वर चौधरी, डा अमित रंजन, डा बबन कुमार सिंह सहित दर्जनों गणमान्य लोग उपस्थित थे.

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