छपरा जंक्शन की तीसरी रेल लाइन का मुख्य विद्युत इंजीनियर ने किया संरक्षा परीक्षण

Chhapra: रेलवे प्रशासन द्वारा यात्री सुविधाओं के उन्नयन एवं परिचालन सुगमता हेतु मूलभूत ढ़ांचे में विस्तार के क्रम में गौतम स्थान- छपरा (डाउन लाइन) 09 किमी, छपरा-छपरा कचहरी (05किमी) तथा छपरा से टेकनिवास साइड 25 किलोवाट 50 हर्ट्ज सिंगल फेज क्षमता के साथ निर्मित तीसरी रेल लाइन के विद्युतीकरण का पूर्वोत्तर रेलवे के प्रमुख मुख्य विद्युत इंजीनियर संजय सिंघल द्वारा 11 जनवरी,2024 को संरक्षा परिक्षण किया गया।

इस संरक्षा निरीक्षण के दौरान वाराणसी मंडल के अपर मंडल रेल प्रबंधक(इंफ्रास्ट्रक्चर) रोशन लाल यादव, वरिष्ठ मंडल विद्युत इंजीनियर (कर्षण) आर एन सिंह, वरिष्ठ मंडल विद्युत इंजीनियर (सामान्य) पंकज केशरवानी एवं वाराणसी मंडल के वरिष्ठ पर्यवेक्षक उपस्थित थे।

प्रमुख मुख्य विद्युत इंजीनियर संजय सिंघल ने अपने निरीक्षण का आरंभ गौतम स्थान के पावर सब स्टेशन एवं रेलवे स्टेशन के निरीक्षण साथ किया और विद्युतीकृत रेल खण्ड के मानक के अनुरूप यार्ड प्लान,न्यूट्रल सेक्शन, पावर सब स्टेशन,स्टेशन वर्किंग रूल, प्लेटफार्म क्लियरेंस, ओवरहेड क्लियरेंस, सिगनलिंग क्लियरेंस, अर्थिंग ट्रैक, ओवर हेड ट्रैक्शन की ऊँचाई, ब्लॉक ओवर लैप,फाउलिंग मार्क, पावर सब स्टेशन, आपातकालीन फीडर सिस्टम, फीडर पावर सप्लाई वितरण प्रणाली तथा नियंत्रण फीडर आइसोलेशन आदि की संरक्षा परखी।

गौतमस्थान स्टेशन पर प्रमुख मुख्य विद्युत इंजीनियर ने दोहरीकृत एवं तिहरे रेल खण्ड के विद्युतीकरण के मुताबिक विकसित विभिन्न कार्यो का निरीक्षण में सभी कार्य मानक के अनुरूप पाया।

तदुपरान्त प्रमुख मुख्य विद्युत इंजीनियर ने टावर वैगन निरीक्षण यान से गौतम स्थान-छपरा जं-छपरा कचहरी ब्लाक सेक्शन के निरीक्षण के लिए रवाना हुए दौरान उन्होंने गौतम स्थान- छपरा रेल खण्ड पर किमी सं-02/20पर मानवरहित गेट सं सं-53 स्पेशल पर ओवर हेड विद्युत लाइन की ऊंचाई की परिमापन किया और विद्युतीकृत खण्ड के मानक के अनुरूप संरक्षा परखी,इसी क्रम में किमी सं-02/14 पर कम्पोजिट गर्डर ब्रिज संख्या-01 का निरीक्षण करते हुए किमी सं-01/32 के कट कनेक्शन तक विद्युत लाइन क्रासिंग का परिमापन किया।

उन्होंने विद्युतीकृत रेल खण्ड के मानक के अनुरूप यार्ड प्लान,न्यूट्रल सेक्शन, पावर सब स्टेशन,स्टेशन वर्किंग रूल,प्लेटफार्म क्लियरेंस, पॉइंट क्रासिंग, सिगनलिंग, अर्थिंग, ओवर हेड ट्रैक्शन की ऊँचाई, अनुरक्षण हेतु सेफ्टी गेयर्स,इंसुलेटेड टूल्स, पावर डिस्ट्रीब्यूशन एवं विफलता की स्थिति में किये जाने वाले कार्य प्रणाली देखी।

तत्पश्चात प्रमुख मुख्य विद्युत इंजिनियर ने छपरा जं, छपरा से टेकनिवास रेल खण्ड पर 500 मीटर एवं छपरा-छपरा कचहरी 5 किमी तीसरी रनिंग लाइन का निरीक्षण कर ब्लाक सेक्शन में समपार फाटकों से ओवर हेड की उचित दूरी, कर्वेचर के इन्डेन्ट, पूल पुलियाओं तथा ब्लाक सेक्शन में विद्युतीकृत स्टैंडर्ड मानकों के अनुसार लाइन फिटिंग्स, बैलास्टिंग एवं पैकिंग, कर्वेचर पर क्लियरेंस, संरक्षित कार्य करने हेतु तथा विद्युतीकरण के अनुरूप समपार फाटकों बूम लॉक व हाइट गेजों के संस्थापन सुनिश्चित किया ।

निरीक्षण के उपरान्त नई विद्युतीकृत लाइन पर टावर वैगन से प्रमुख मुख्य विद्युत इंजिनियर द्वारा गति परीक्षण भी किया गया। इस दौरान निरीक्षण स्पेशल ने उच्चतम गति से आम जनता को यह सूचना दी जाती है कि आज से गौतम स्थान छपरा दोहरीकृत खण्ड को विद्युतीकृत समझें और रेलवे ट्रैक तथा (25 किलोवाट ) ओवर हेड लाइन से सुरक्षित दूरी बनाये रखें।

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Patna: कला संस्कृति मंत्री जितेंद्र कुमार राय को मिला नवगठित खेल विभाग का अतिरिक्त प्रभार।

कला संस्कृति मंत्रालय से अलग कर खेल के लिए अलग विभाग बनाने के बाद सरकार का फैसला।

पूर्व में यह दोनो ही विभाग एक साथ कला संस्कृति एवम युवा विभाग के नाम से जाने जाते थे।

इस आशय से संबंधित पत्र जारी कर दिया गया है.

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छपरा सदर अस्पताल का औचक निरीक्षण उप विकास आयुक्त के द्वारा किया गया

Chhapra: सारण की उप विकास आयुक्त प्रियंका रानी द्वारा छपरा सदर अस्पताल का औचक निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के समय उपाधीक्षक सदर अस्पताल छपरा एवं राजेश्वर प्रसाद अस्पताल प्रबंधक उपस्थित थे।

सर्वप्रथम उपविकास आयुक्त के द्वारा निर्माणाधीन दवा काउंटर का निरीक्षण किया गया तथा निर्माण कार्यों के संबंध में आवश्यक दिशा निर्देश दिया गया । ओ पी डी का निरीक्षण किया गया तथा समुचित साफ सफाई रखने का निर्देश दिया गया।

कर्मियों की उपस्थिति दर्ज करने हेतु अधिष्ठापित बायोमेट्रिक मशीन का भी निरीक्षण किया गया। आपातकालीन विभाग का निरीक्षण किया गया निरीक्षण के क्रम में मरीजों से पूछे जाने पर उनके द्वारा बताया गया कि उन्हें किसी प्रकार की दिक्कत नहीं है। साथ ही साथ आपातकालीन विभाग में कराया जा रहे मरम्मति एवं रंग रोगन कार्यों का निरीक्षण करते हुए आवश्यक दिशा निर्देश दिया गया।

आपातकालीन विभाग में समुचित साथ सफाई नहीं होने पर श्री राजेश्वर प्रसाद हॉस्पिटल मैनेजर को अविलंब साफ-सफाई करवाने हेतु दिशा निर्देश दिया गया। प्रसूति विभाग का भी निरीक्षण किया गया।अस्पताल में भर्ती मरीजों के स्वास्थ्य का नियमित परीक्षण करने का निर्देश दिया गया।

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आर.के. सिन्हा
अयोध्या या भारत ही नहीं, सारे संसार में राम की चर्चा है। भारत तो राममय हो ही चुका है। अयोध्या में आगामी 22 जनवरी को होने वाले राममंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के लिए जोर-शोर से तैयारियां चल रही हैं। लगभग 500 वर्ष के दीर्घकालीन वनवास के पश्चात प्रभु श्री राम पुनः पूरे विधि-विधान के साथ अपने जन्म स्थान में पुन: विराजमान होने वाले हैं।

भगवान राम फिर अयोध्या लौटे हैं लेकिन उनके उस जन्मस्थान पर आखिर सभी पंथ, सभी संप्रदाय के लोग समय-समय पर क्यों आते जाते रहे हैं? क्योंकि, राम किसी संकीर्ण विचारधारा से नहीं बंधे हैं। राम ही भारत की प्राणशक्ति हैं। राम ही धर्म हैं। मानव शरीर की श्रेष्ठता और उदात्तता का सीमांत राम से ही बनता है। हर व्यक्ति के जीवन में हर कदम पर जो भी अनुकरणीय हैं, वह राम ही हैं। इसीलिए तो यहां सिख गुरु नानकदेव भी आए और अयोध्या में जन्मे पांच जैन तीर्थंकरों ने भी अपने को राम की वंश-परंपरा से ही जोड़ा। बनारस से दलित संत रविदास भी रामदर्शन के लिए अयोध्या आए तो दक्षिण के आलावर संत भी। द्वैत सिद्धांत मानने वाले आचार्य भी। अद्वैत के प्रवर्तक शंकराचार्य और विशिष्टाद्वैत के बल्लभाचार्य भी अयोध्या आकर जन्मस्थान पर अपनी साधना में लीन रहे। निर्गुण कबीर भी राम को भजते हैं और सगुण तुलसी भी। भवभूति भी राम को जपते हैं।

तुकाराम से तिरुवल्लुवर तक के लिए राम पीड़ित, शोषित और वंचित की अभिव्यक्ति हैं। श्रीराम की अयोध्या कैसी है? अयोध्या लोकतंत्र की जननी है। आराधिका है। संरक्षिका है। अयोध्या का लोकतंत्र संविधान या परंपरा से नहीं आचरण की श्रेष्ठता से चलता है। अयोध्या का लोकतंत्र लोकमंगल से चलता है। और वहां बना राम मंदिर ? क्या जन्मस्थान पर बनी यह नई इमारत राजस्थान के बंसी पहाड़पुर के पत्थरों और कंक्रीट का महज एक मंदिर है? नहीं। ये बदलते भारत का प्रतीक है, जिसमें किसी अन्याय के प्रतिकार की ताकत है। इस मंदिर से हमारी परंपरा, संस्कृति, धर्म, सभ्यता, मान -सम्मान का गर्भनाल का रिश्ता है। अयोध्या का मंदिर श्रीराम का है। इस बीच, एक बात कहनी होगी कि अयोध्या में रामलला के मंदिर और प्राण प्रतिष्ठा की जिस तरह से तैयारियां उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की निगरानी में हुई उसकी जितनी प्रशंसा की जाए कम है। योगी आदित्यनाथ ने राज्य सरकार के कामकाज के साथ मंदिर निर्माण के काम को भी देखा। वे रोज काम की प्रगति की जानकारी लेते रहे और अपने मंत्रिमंडल के साथियों व अफसरों को जरूरी निर्देश देते रहे। उनकी पैनी नजर के चलते ही राममंदिर में चल रहा निर्माण कार्य वक्त रहते पूर्ण हुआ।
बहरहाल, अयोध्या श्रीराम की थी, श्रीराम की है और श्रीराम की ही रहेगी। श्रीराम भारत के कण-कण में हैं। हमारे भाव की हर हिलोर में श्रीराम हैं। राम यत्र-तत्र, सर्वत्र हैं। जिसमें रम गए, वहीं राम हैं। यहां सबके अपने-अपने राम हैं। गांधी के राम अलग हैं, लोहिया के राम अलग। बाल्मीकि और तुलसी के राम में भी फर्क है। भवभूति के राम दोनों से अलग हैं। कबीर ने राम को जाना, तुलसी ने माना, निराला ने बखाना। राम एक हैं, पर राम के बारे में दृष्टि सबकी भिन्न है। त्रेता युग के श्री राम त्याग, शुचिता, मर्यादा, संबंधों और इन संबंधों से ऊपर मानवीय आदर्शों की वे प्रति मूर्ति है, जिनका दृष्टांत आधुनिक युग में भी अनुसरण करने के लिए दिया जाता है।

मर्यादा पुरुषोत्तम राम आदर्श पुत्र, आदर्श राजा, आदर्श भ्राता ही नहीं वरन आदर्श पति भी हैं, जो आजीवन एकपत्नी व्रती रहे। भगवान श्री राम ने राजा होते हुए त्याग, संयम, धैर्य, सहयोग और प्रजा के प्रति सेवा भाव का सर्वोत्कृष्ट उदाहरण प्रस्तुत करते हुए पत्नी वियोग के साथ नाना प्रकार के कष्ट सहे। ईश्वरीय अवतार होने के बावजूद मनुष्य रूप में अनेक कष्ट सहने के बावजूद इतिहास ने भी उनके साथ कम अन्याय नहीं किया। माता सीता पर मिथ्या दोषरोपण के कारण राम द्वारा सीता का परित्याग एक मात्र ऐसा प्रसंग रहा, जिसके कारण आज भी प्रभु श्रीराम नारीवादियों के कटघरे में खड़े दिखाई देते हैं।

हालाँकि, मूल वाल्मीकि रामायण में सीताजी के त्याग का ऐसा कोई प्रसंग नहीं मिलता। ऐसा माना जाता है यह प्रसंग बाद में तत्कालीन लेखकों तथा कवियों ने रामकथा की दिशा को मोड़ने या यूं कहें राम की छवि को धूमिल करने और सनातन संस्कृति को नष्ट भ्रष्ट करने के लिए जोड़ा। ऐसा भी कह सकते हैं कि भविष्य में नारी के लिए मर्यादा और शुचिता के कड़े मानदंड स्थापित करने के लिए बाद में यह प्रसंग जोड़ा गया हो। लंका विजय के पश्चात अग्नि को साक्षी मानकर सीता माता को पूरे मन से अपनाने वाले प्रभु श्रीराम माता सीता का परित्याग करने के बजाय उनके साथ पुनः वनवास लेना अधिक श्रेयस्कर समझते।

लेकिन, इस अनर्गल प्रसंग ने प्रभु श्रीराम को निरपराध कटघरे में खड़ा कर दिया। वाकई सीता माता के साथ अन्याय हुआ या नहीं यह तो अतीत के गर्भ में है परंतु यदि श्रीराम पर मिथ्या दोष लगाया गया है, तो वाकई इस सूर्यवंशी महान प्रतापी और मर्यादित राजा के साथ हर युग में अन्याय हुआ है।

इस बीच, कुछ ऐसे कथित ज्ञानी भी हैं जो श्रीराम को काल्पनिक मानते हैं। वैसे उनके कहने से क्या फर्क पड़ता है। फर्क तब पड़ता, अगर वे हजारों वर्ष से जिस प्रकार जीवित है, हयात है, साक्षात है, वह न होते। वे केवल जीवित ही नहीं हैं, उनके नाममात्र ने मुर्दा बना दिए गए राष्ट्र को ऐसा संजीवन कर दिया उसने विश्व सत्ता को अपने स्थान वापस कर दिया, जैसे वामन अवतार ने राजा बलि को। उनका नाम मात्र धर्म का पर्याय बन गया। दशरथ पुत्र श्रीराम से अधिक, कहीं गुना अधिक काम तो राम नाममात्र से हुए। गांधीजी ने साफ कहा कि वे इस बात में पड़ना ही नहीं चाहते कि राम ऐतिहासिक हैं या नहीं। उनके लिए रामनाम ही उनकी शक्ति और उनकी प्रेरणा थी।

खैर, हिंदुत्व और सनातन धर्मावलंबियों के लिए अयोध्या में राममंदिर का निर्माण तथा भगवान रामलला की प्राण प्रतिष्ठा एक गौरवशाली क्षण है और वर्तमान पीढ़ी बेहद भाग्यशाली है जो, इन ऐतिहासिक क्षणों की साक्षी बनने जा रही है । वर्षों से प्रभु श्रीराम जन्मभूमि का विवाद न्यायालय के समक्ष लंबित था जिसमें प्रभु श्रीराम एक वादी के रूप में थे। दीर्घकाल के वनवास के पश्चात प्रभु श्रीराम को अयोध्या में उनका अपना स्थान प्राप्त हुआ है।

(लेखक वरिष्ठ संपादक, स्तंभकार और पूर्व सांसद हैं।)

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Chhapra: जिले को फाइलेरिया मुक्त बनाने के उद्देश्य से हाथीपांव के मरीजों के साथ- साथ कालाजार बीमारी से ठीक हुए युवा भी आगे आ रहे हैं। गड़खा के आदर्श मध्य विद्यालय कदना सह उच्चत्तर माध्यमिक विद्यालय मीठेपुर में शिक्षक और स्कूली बच्चों के मां सरस्वती वीएल सपोर्ट ग्रुप से जुड़े सदस्यों ने जागरुकता अभियान चलाया। इसमें पेशेंट सपोर्ट ललन राय के 24 वर्षीय पुत्र मनीष कुमार और अशोक राय के 22 वर्षीय पुत्र मिथिलेश कुमार के द्वारा आगामी 10 फरवरी से आयोजित होने वाले अतिमहत्वपूर्ण कार्यक्रम सर्वजन दवा सेवन अभियान को सफल बनाने के उद्देश्य से जागरूक किया गया।

पेशेंट सपोर्ट ग्रुप से जुड़े सदस्यों द्वारा स्कूल, कॉलेज सहित सामुदायिक स्तर पर किया जा रहा है जागरूक: डीवीडीडीसीओ
जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी (डीवीडीडीसीओ) डॉ दिलीप कुमार सिंह ने बताया कि सेंटर फॉर एडवोकेसी एंड रिसर्च (सिफार) के द्वारा जिले के मांझी, गड़खा और सोनपुर में फाइलेरिया मरीजों का खोज कर नेटवर्क सदस्य बनाया गया है। जिनके द्वारा स्कूल और कॉलेज में जाकर शिक्षक और स्कूली बच्चों को प्रेरित करने के साथ ही सामुदायिक स्तर पर भ्रमण कर ग्रामीणों को सर्वजन दवा सेवन कार्यक्रम के तहत खिलाए जाने वाली गोली खाने के लिए जागरूक किया जा रहा है। साथ ही रिविलगंज, परसा और दरियापुर प्रखंड में फाइलेरिया रोगियों से मिलकर पेशेंट सपोर्ट प्लेटफॉर्म तैयार किया जा रहा है। ताकि इन लोगो के सहयोग से दूसरे गांव या प्रखंडों में एमडीए में सहयोग लेकर जनजागरूकता अभियान चलाया जा सके। इस अवसर पर प्रधानाध्यापक भूषण सिंह, सिफार के डीसी बिनोद कुमार श्रीवास्तव, बीसी नवीन कुमार सहित विद्यालय के शिक्षक और स्कूली बच्चे उपस्थित थे।

प्रधानाध्यापक भूषण सिंह ने विद्यालय के शिक्षकों और स्कूली बच्चों को अगले महीने 10 फरवरी से फाइलेरिया रोधी दवा खिलाने के लिए आशा दीदी घर-घर जाकर हाथीपांव जैसी बीमारी से बचाव और सुरक्षित रहने के लिए डीईसी और अल्बेंडाजोल की गोली अपने सामने ही खिलाएंगी। तो आप सभी को खुद तो दवा खानी है साथ ही अपने घर परिवार सहित आसपास के लोगों को दवा खाने के लिए जागरूक भी करेंगे। क्योंकि सरकार की ओर से खिलाई जाने वाली दवा बिल्कुल ही निःशुल्क और असरदार है।

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Chhapra: मुफ़स्सिल थाना में प्रतिनियुक्त गृहरक्षक- कमलेश कुमार गुप्ता का सरकारी रायफल गायब एवं दरवाजा का कुंडी खुला हुआ  पाया गया है। इसके बाद कांड दर्ज कर पुलिस जांच में जुटी है। 

सारण पुलिस ने बताया कि मुफ़स्सिल थाना में प्रतिनियुक्त गृहरक्षक-101748 कमलेश कुमार गुप्ता व अन्य आठ गृहरक्षक  द्वारा बाजार समिति स्थित पुराने थाना भवन के बैरक में रह रहे थें। दिनांक- 09.01.2024 को सुबह जगने पर कमरा से सरकारी रायफल गायब एवं दरवाजा का कुंडी खुला हुआ  पाया गया।

मुफ़स्सिल थाना में प्रतिनियुक्त गृहरक्षक-101748 कमलेश कुमार गुप्ता व अन्य आठ गृहरक्षक  द्वारा बाजार समिति स्थित पुराने थाना भवन के बैरक में रह रहे थें। दिनांक- 09.01.2024 को सुबह जगने पर कमरा से सरकारी रायफल गायब एवं दरवाजा का कुंडी खुला हुआ  पाया गया।

इस संबंध में मुफ्फसिल थाना काण्ड सं0-16/24 दिनांक-09.01.2024 धारा-457/380 भा0द0वि0 दर्ज कर की गई है।  सभी बिंदुओं पर जाॅंच की जा रही है। गृहरक्षक कमलेश कुमार के विरूद्ध अनुशासनिक कार्रवाई की प्रक्रिया शिरी की है।  

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मकर संक्राति त्योहार के अवसर पर विभिन्न नदियों के घाटों पर प्रतिनियुक्त रहेंगे दण्डाधिकारी एवं पुलिस बल: जिलाधिकारी

किसी भी परिस्थिति में गैर निबंधित और निजी नावों के परिचालन पर रहेगी रोक

Chhapra: जिलाधिकारी अमन समीर के द्वारा बताया गया कि इस वर्ष मकर सक्रांति का पर्व 15 जनवरी 2024 को मनाये जाने की संभावना है। मुख्यतः इस पर्व में पवित्र नदियों जैसे गंगा, गंडक, सोन, नारायणी आदि के विभिन्न घाटों पर श्रद्धालुओं द्वारा स्नान-दान किये जाने की परम्परा है। इस अवसर पर नदी घाटों के किनारे काफी भीड़ होती है। सारण जिलान्तर्गत डोरीगंज के बंगाली बाबा घाट, रामघाट, रिविलगंज में नाथ बाबा घाट, सेमरिया घाट, मांझी में राम घाट, दिघवारा में आमी घाट, सोनपुर में काली घाट, पहलेजा घाट, सबलपुर घाट, मकेर और पानापुर में गंडक नदी का घाट सहित अनेक नदी घाटों और सरोवरो पर काफी भीड़ होती है। लोग स्नान कर दान पुण्य आदि करते हैं। इस कारण घाटों के किनारे मेला जैसा माहौल रहता है।

भीड़ के नियंत्रण हेतु आवश्यक प्रशासनिक प्रबंधन सहित श्रद्धालुओं की सुविधा का ध्यान रखते हुए संबंधित पदाधिकारी का आवश्यक निर्देश दिये गये है। जिन घाटों पर मेला और प्रदर्शनी का आयोजन किये जाने की परम्परा रही है वहां की विधि व्यवस्था संधारण हेतु सभी अनुमण्डल पदाधिकारी / अनुमण्डल पुलिस पदाधिकारी अपने स्तर से दण्डाधिकारी, पुलिस पदाधिकारी और बल की प्रतिनियुक्ति करना सुनिश्चित करेंगे।

मकर सक्रांति के दिन सूर्योदय के पहले से ही विभिन्न घाटों पर श्रद्धालुओं द्वारा स्नान-दान करना प्रारंभ कर दिया जाता है। अतः खतरनाक घाटों को चिन्हित कर अनुमण्डल पदाधिकारी/अनुमण्डल पुलिस पदाधिकारी, सदर, मढ़ौरा और सोनपुर को अपने- अपने क्षेत्रान्तर्गत विभिन्न स्नान घाटों पर भीड़ नियंत्रण हेतु आवश्यकतानुसार वैरिकेडिंग करवाना सुनिश्चित करेंगे। बड़ी नदियों के घाट का निर्माण सुरक्षा मानक के अनुसार जलस्तर तक रस्सी का घेरा बैरिकेडिंग करवाने का निदेश दिया गया है। इन घाटो पर उचित स्थान पर साइनेज यथा ‘खतरनाक घाटो, ‘नदी गहरी हैं’ सहित अन्य बोर्ड लगवाने हेतु निर्देशित किया गया है ताकि लोग इससे सावधान हो सकें। खतरनाक घाटों और टापुओं पर सतर्क नजर रखी जाएगी।

अनुमण्डल पदाधिकारी/अनुमण्डल पुलिस पदाधिकारी, सदर, मढ़ौरा और सोनपुर अपने अपने क्षेत्रान्तर्गत करते हुए विभिन्न स्नान घाटों पर नाव द्वारा गश्ती भी करवाना सुनिश्चित करेंगे। सोनपुर स्थित गंगा और गंडक के संगम पर तथा अन्य महत्वपूर्ण नदियों के किनारे पर सतर्कता तथा सुरक्षात्मक व्यवस्था रहेगी। नाव द्वारा गश्ती ड्यूटी पर प्रतिनियुक्त दण्डाधिकारी एवं बल का यह दायित्व होगा कि वे टापू के साथ साथ वैसे घाट जो खतरनाक हो उन घाटों पर श्रद्धालुओं पर्यटकों को जाने से रोक देंगे। वे किसी भी परिस्थिति में गैर निबंधित और निजी नावों का परिचालन नहीं होने देंगे। सभी अनुमण्डल पदाधिकारी/अनुमण्डल पुलिस पदाधिकारी को आदेश दिया गया है कि वे अपने स्तर से क्षेत्र की विधि व्यवस्था का आकलन कर आवश्यकतानुसार मंदिरों, विभिन्न

भीड वालें स्थानों पर, नदियों, पोखरा इत्यादि पर दण्डाधिकारी और पुलिस बल की प्रतिनियुक्ति करना सुनिश्चित करेंगे।

जिलाधिकारी के द्वारा प्रभारी पदाधिकारी, आपदा प्रबंधन शाखा, छपरा को आदेश दिया गया है कि वे सभी

अनुमण्डल पदाधिकारी से आवश्यकता प्राप्त कर आपदा प्रबंधन /घाट गश्ती हेतु SDRF/NDRF टीम की प्रतिनियुक्ति के लिये आपदा प्रबंधन विभाग से समन्यय स्थापित कर कार्रवाई करना सुनिश्चित करेंगे। अनुमण्डल पदाधिकारी, सदर छपरा, मढ़ौरा और सोनपुर संबंधित अंचल अधिकारी से समन्वय स्थापित कर चिन्हित स्नान घाट और नदियां जहां पर अधिक भीड़-भाड़ की संभावना हो वहां पर समुचित संख्या में महाजाल और तैराकों / गोताखोरों की प्रतिनियुक्ति सूर्योदय के पूर्व से देर रात्रि तक के लिये करना सुनिश्चित करेंगे ताकि किसी आकस्मिक स्थिति का सामना किया जा सके। स्नान घाटों पर सफाई एवं प्रकाश एवं चिकित्सा की समुचित व्यवस्था हेतु संबंधित पदाधिकारी को निदेश दिया गया है। सभी अनुमण्डल पदाधिकारी अनुमण्डल पुलिस पदाधिकारी अपने अपने क्षेत्रान्तर्गत विधि व्यवस्था के सम्पूर्ण प्रभार में रहेंगे। संबंधित अनुमण्डल पदाधिकारी भीड़-भाड़ वाले विभिन्न घाटों पर, मार्ग में और नौका गश्ती पर प्रतिनियुक्त दण्डाधिकारीगण के साथ समन्वय स्थापित कर की विधि व्यवस्था संधारित करेंगे और भ्रमणशील रह कर विभिन्न स्नान घाटों, दियारा क्षेत्र, पिकनिक स्थलों का जायजा लेते रहेंगे ताकि कोई समस्या नहीं उत्पन्न होने सके। अनुमंडल पदाधिकारी भीड़-भाड़ वाले विभिन्न घाटों पर मार्ग एवं नौका गश्ती पर प्रतिनियुक्त दण्डाधिकरीगण के साथ PA System की व्यवस्था करना सुनिश्चित करेंगे।

नियंत्रण कक्ष और जिला की विधि व्यवस्था के वरीय के प्रभार में नीरज कुमार दास, अपर समाहर्ता, विधि व्यवस्था, सारण मो० नं०-7739298289 और डॉ राकेश कुमार, अपर पुलिस अधीक्षक, सारण, मो० नं०- 8544428112 रहेंगे जो जिला के सभी अनुमण्डल पदाधिकारी / अनुमण्डल पुलिस पदाधिकारी, सारण से समन्वय स्थापित कर विधि व्यवस्था संधारण हेतु मार्गदर्शन प्रदान करेंगे।

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25 फरवरी से 25 मार्च तक हर नागरिक को अयोध्या भ्रमण एवं रामलाल का दर्शन कराएगी भाजपा: रणजीत कुमार सिंह

भारत की आत्मा है राम- शैलेंद्र सेंगर

Chhapra: राम मंदिर दर्शन अभियान ( अयोध्या ) के निमित्त भारतीय जनता पार्टी, छपरा नगर के द्वारा लोगों का पंजीकरण अभियान म्यूनिसिपल चौक पर नगर संयोजक अनिल कुमार के नेतृत्व में आरंभ किया गया।

कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए जिलाध्यक्ष रंजीत सिंह ने कहा कि 25 जनवरी से 25 मार्च तक लोगों को अयोध्या भ्रमण और राम लला के दर्शन का कार्यक्रम भारतीय जनता पार्टी की तरफ से बनाया गया है जिससे हर वो देश का नागरिक जो खर्च वहन नहीं कर सकता, भगवान राम का दर्शन कर सके।

इसके लिए पार्टी की तरफ से सोनपुर, दिघवारा, छपरा और एकमा से विशेष ट्रेनें चलाई जाएंगी ताकि इस जिले के लोग यह सुविधा पा सकें। इस अवसर पर किसान मोर्चा के पूर्व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शैलेन्द्र सेंगर ने कहा कि राम इस राष्ट्र की आत्मा में बसते हैं। भारतीय जनता पार्टी का शुरु से यह मानना था कि राम इस राष्ट्र के प्रतीक पुरुष हैं और उनके जन्म स्थान पर भव्य मंदिर का निर्माण होना चाहिए।

जब सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार मंदिर बन रहा है तो इस देश के हर नागरिक का अधिकार है कि वह अपने आराध्य देव का दर्शन करे। जिला महामंत्री धर्मेन्द्र साह ने वहां उपस्थित सभी लोगों से इस पूरे अभियान की विस्तृत रूप-रेखा साझा किया और अधिक से अधिक लोगों से अयोथ्या चलने की अपील की।

इस अवसर पर कार्यालय मंत्री अर्धेन्दू शेखर, अभय सिंह, बलवंत सिंह, पप्पू चौहान, सुशील सिंह, अनूप यादव, शत्रुघ्न चौधरी, विक्की श्रीवास्तव, अंकुर दत्त, कमलेश सिंह, अभिषेक रंजन , अंकुर श्रीवास्तव, पीडी बाबा आदि उपस्थित थे।

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मुख्य पार्षद हेतु चल रहे निर्वाचन प्रक्रिया में आदर्श आचार संहिता का सख्ती से अनुपालन सुनिश्चित करवाया जाएगा: निर्वाची पदाधिकारी

Chhapra: निर्वाची पदाधिकारी, छपरा नगर निगम-सह-उप विकास आयुक्त सारण प्रियंका रानी के द्वारा मुख्य पार्षद के उप निर्वाचन हेतु जिला ग्रामीण विकास अभिकरण सारण के सभागार में अभ्यर्थियों के साथ बैठक आहूत की गयी।

बैठक की अध्यक्षता करते हुए निर्वाची पदाधिकारी के द्वारा सभी अभ्यर्थियों को आदर्श आचार संहिता के संबंध में विस्तार से जानकारी देते हुए बताया गया कि इसका अक्षरशः अनुपालन करना सबों के लिए अनिवार्य है। आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन करने वाले के विरुद्ध नियमानुसार कड़ी कार्रवाई करने की चेतावनी दी गयी। अभ्यर्थियों के खर्च के संबंध में विस्तार से जानकारी दी गयी। निव निर्वाची पदाधिकारी के द्वारा बताया गया कि राज्य निर्वाचन आयोग बिहार से प्राप्त निदेशानुसार नगरपालिका उप निर्वाचन-2023 को स्वच्छ, निष्पक्ष पारदर्शी, भयमुक्त एवं शांतिपूर्ण वातावरण में संपन्न कराने के उद्देश्य से निर्वाचन की शुचिता बनाये रखने के प्रयोजनार्थ निर्वाचन प्रक्रिया के दौरान प्रचार-प्रसार खर्च, घूस के रुप में नकदी या किसी वस्तु का विवरण, अवैध शराब का वितरण, असामाजिक तत्वों की आवाजाही आदि पर निगरानी रखने के लिए उड़न दरता एवं स्टैटिक निगरानी दल का गठन जिला निर्वाचन पदाधिकारी सारण (न) के द्वारा कर दिये जाने की जानकारी दी गयी।

निर्वाची पदाधिकारी के द्वारा उड़नदस्ता दल के संबंध में जानकारी देते हुए बताया गया कि यह दल चुनाव अधिसूचना की तिथि से मतदान की समाप्ति तक यह कार्यरत रहेगा। इस दल के साथ एक विडियोग्राफर होगा। इस दल के द्वारा आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन और इस संबंध में शिकायत प्राप्त होने पर कार्रवाई की जाएगी साथ ही निर्वाचकों को रिश्वत देने के प्रयोजनार्थ नगद राशि लाने की शिकायत पर कारवाई करेगा, असामाजिक तत्वों की गतिविधि, अवैध हथियार, शराब, मदिरा आदि के परिवहन पर नजर रखेगा और कार्रवाई करेगा। नकदी या रिश्वत की वस्तु को जप्त करना, गवाहों का बयान दर्ज करने के साथ साथ पूरी प्रक्रिया की विडियोग्राफी कराकर विधिसम्मत कार्रवाई करेगा। नकदी या शराब या किसी प्रकार का रिश्वत लेने या देने की शिकायत के प्राप्त होने पर उड़नदस्ता मौके पर तत्काल पहुँचकर दस्ता के प्रभारी पुलिस पदाधिकारी, नकदी या रिश्वत के वस्तुओं को जप्त करेगा, गवाहों के बयान रेकार्ड करेगा और साक्ष्य जुटायेगा। जिस व्यक्ति से यह जप्त किया गया है उसका समुचित पंचनामा सी०आर०पी०सी० के प्रावधानों के तहत् जारी करेगा। साथ ही प्रभारी पुलिस पदाधिकारी द्वारा क्षेत्राधिकार वाले न्यायालय में 24 घंटे के भीतर मामले को प्रस्तुत किया जायेगा।

प्रत्येक उड़नदस्ता वाहन पर सार्वजनिक उद्घोषणा प्रणाली लगी रहेंगी जिसके माध्यम उद्घोषण कर लोगों को जानकारी दी जाएगी। उड़नदस्ता के पदाधिकारी अपने क्षेत्राधिकार में भारतीय दंड संहिता की धारा 171 ख के अनुसार कोई व्यक्ति निर्वाचन प्रकिया के दौरान किसी व्यक्ति को उसके निर्वाचक अधिकार का प्रयोग करने के लिए उत्प्रेरित करने के हेतु नकद या वस्तु रूप में कोई परितोष देता है या लेता है, वह एक वर्ष के लिए कारावास या जुर्माना या दोनो से दंडनीय होगा। इसके अतिरिक्त, भारतीय दंड संहिता की धारा 171 ख के अनुसार जो व्यक्ति किसी अभ्यर्थी या निर्वाचक, या किसी अन्य व्यक्ति को किसी प्रकार की चोट लगाने की धमकी देता है वह एक वर्ष के लिए कारावास या जुर्माना या दोनों से दंडनीय है। उड़नदस्ता रिश्वत देने वालों और लेने वालों दोनो के विरूद्ध मामले दर्ज करने के लिए और ऐसे लोगो के विरुद्ध कार्रवाई करने के लिए गठित किए गए है जो निर्वाचक को डराने धमकाने में लिप्त है। उड़न दस्ता दल सभी नागरिकों से अनुरोध करेंगा कि वे रिश्वत लेने से परहेज करें और यदि कोई व्यक्ति रिश्वत की पेशकश करता है तो इसकी शिकायत नियंत्रण कक्ष में दें।

निर्वाची पदाधिकारी के द्वारा स्टैटिक निगरानी दल के कार्यों की जानकारी देते हुए बताया गया कि यह दल नगरपालिका उप निर्वाचन के लिए आयोग द्वारा आदेश निर्गत की तिथि से मतदान की समाप्ति तक चेकपोस्ट पर कार्यरत रहेगा। इस दल के साथ भी एक विडियोग्राफर होगा, मतदान के पहले अंतिम 72 घंटों में इस तंत्र को सुदृढ़ किया जायेगा और ऐसी अवधि के दौरान इसे किसी भी परिस्थिति में विघटित नहीं कि जायेगा। बताया गया कि यह दल अवैध शराब, रिश्वत की वस्तुओं या भारी मात्रा में नकदी, हथियार, गोला असामाजिक तत्वों आदि की आवाजाही पर नजर रखेगा। किसी भी वाहन वस्तुओं की जाँच कार्यपालक दण्डाधिकारी की उपस्थिति में की जायेगी और प्रक्रिया की विडियोग्राफी करायी जायेगी। जाँच के दौरान नकदी या अन्य मदो की यदि जप्ती की जाती है तो यह सी० आर०पी०सी०के प्रावधानों के अनुसार होनी चाहिए। एस०एस०टी० के प्रभारी पुलिस पदाधिकारी द्वारा क्षेत्राधिकार वाले न्यायालय में 24 घंटे के भीतर शिकायत /प्राथमिकी दर्ज की जायेगी। उड़नदस्ता एवं स्टैटिक निगरानी दल द्वारा वाहन की जाँच करते समय मर्यादित आचरण का प्रयोग किया जायेगा।

बैठक में जिला परिवहन पदाधिकारी, सारण को आदेश दिया गया कि जिला पंचायत राज पदाधिकारी, सारण से समन्वय स्थापित कर उड़नदस्ता एवं स्टैटिक निगरानी दलों द्वारा प्रयोग किये जानेवाले वाहनों में जी०पी०आर०एस० समर्थित ट्रैकिंग यूनिट लगवाना सुनिश्चित ने ताकि इन दलों द्वारा यथा समय कार्रवाई किये जाने की मॉनिटरिंग किया जा सके। विडियोग्राफी से संबंधित विडियों रेकार्ड दिनांक, स्थान एवं टीम संख्या की पहचान निशान के साथ निर्वाची पदाधिकारी, छपरा नगर निगम-सह-उप विकास आयुक्त, सारण के पास जमा किया जायेगा। सभी अभ्यर्थियों को तीन बार खर्च से संबंधित रजिस्टर की जाँच करवाना अनिवार्य है। अभ्यर्थियों को जुलुस सभा की पूर्वानुमति लेनी होगी। साथ ही संबंधित थाना को इसकी सूचना देनी होगी। सार्वजनिक स्थलों पर या निजी मकानों पर पोस्टर बैनर लगाना आदर्श आचार संहिता का उल्लघन माना जाएगा। जाँच के क्रम में पकड़े जाने पर प्राथमिकी दर्ज की जाएगी।

बैठक में जिला पंचायती राज पदाधिकारी, जिला जन-सम्पर्क पदाधिकारी, सहायक आयुक्त वाणिज्य कर, सारण तथा उप निर्वाचन पदाधिकारी उपस्थित थे।

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Chhapra: शहर के अग्रणी समाजसेवी संस्था रोट्रैक्ट क्लब ऑफ सारण सिटी के सत्र 2024-25 के अध्यक्ष,सचिव एवं कोसाध्यक्ष पद का चयन किया गया. जिनका कार्यकाल 1 जुलाई से प्रारभ्म होगा. इसमें सर्वसम्मति से रोo अवध बिहारी प्रसाद को अध्यक्ष तथा रोo गुलाम जिलानी को सचिव पद पर निर्वाचन किया गया. वहीं रोo अविनाश श्रीवास्तव को निर्विरोध कोषाध्यक्ष चुना गया.

इस दौरान चुनाव अधिकारी आईपीपी रोo अभिषेक श्रीवास्तव ने नवनिर्वाचित अध्यक्ष, सचिव और कोषाध्यक्ष के सत्र 2024-25 के सभी प्रक्रिया पूर्ण करने के बाद नाम की घोषणा की.

इस दौरान आईपीपी रोo अभिषेक श्रीवास्तव ने कहा की डिस्ट्रिक्ट 3250 मे एक बेहतरीन क्लब के रूप में रोट्रैक्ट सारण सिटी गिना जाता है, नवनियुक्त अध्यक्ष,सचिव,कोसाध्यक्ष के लिए ये एक बड़ी जिम्मेदारी है की क्लब को ऊंचाई पर ऐसे ही बनाए रखे.

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आपराधिक कांड में प्राथमिकी दर्ज होने के कारण तीन शस्त्र अनुज्ञप्तिधारीयों की अनुज्ञप्ति रद्द करने कि हुई अनुशंसा

Chhapra: जिलाधिकारी अमन समीर के द्वारा बताया गया कि पुलिस अधीक्षक सारण से प्राप्त पत्र के अनुसार आपराधिक कांड दर्ज होने के कारण कुछ शस्त्र अनुज्ञप्तिधारी के विरुद्ध कार्रवाई करने हेतुअनुशंसा प्राप्त हुआ है।

जिलाधिकारी के द्वारा बताया गया कि पुलिस अधीक्षक सारण के द्वारा अपराधिक कांड में शामिल शस्त्र अनुज्ञप्तिधारीयों में नरोत्तम कुमार सिंह उर्फ बब्लू सिंह, सा० महदलीचक (गोपालपुर), थाना- नयागाँव, जिला सारण, 94 / 2008, शस्त्र-राइफल, नयागाँव थाना प्राथमिकी सं0-69/ 23, दिनांक 28.11.23, द.प्र.सं० की धारा 107 एवं 116. आरोप-आपसी परिवारिक सम्पत्ति बँटवारा। रंजिश को लेकर अपने लाइसेंसी शस्त्र से फायरिंग करना। त्रिलोकी नाथ सिंह, पिता स्व. रामनवमी सिंह, सा० महदलीचक (गोपालपुर) थाना-नयागाँव, जिला सारण।

136/2006, शस्त्र-राइफल, नयागाँव थाना कांड सं0-212/ 23, दिनांक 27.11.23, द.प्र.सं० की धारा 307 / 326 / 34 एवं 27 आर्म्स एक्ट। आरोप-आपसी परिवारिक सम्पत्ति बँटवारा। रंजिश को लेकर अपने लाइसेन्सी शस्त्र से फायरिंग करना। धनंजय कुमार सिंह, पिता स्व. रामनवमी सिंह, सा० महदलीचक (गोपालपुर) थाना – नयागाँव, जिला सारण। 137 / 2006, शस्त्र -राइफल, नयागाँव थाना कांड सं0-212/ 23, दिनांक 27.11.23, द.प्र.सं० की धारा 307/ 326 / 34 एवं 27 आर्म्स एक्ट । आरोप-आपसी परिवारिक सम्पत्ति बँटवारा। रंजिश को लेकर अपने लाइसेन्सी शस्त्र से फायरिंग करना।

जिलाधिकारी सारण के द्वारा निर्देशित करते हुए बताया गया कि पुलिस अधीक्षक, सारण द्वारा प्राप्त अनुशंसा एवं विधि-व्यवस्था के मद्देनजर आयुध अधिनियम, 1959 की धारा-17 के तहत उक्त अनुज्ञप्तिधारियों की अनुज्ञप्ति को तत्काल प्रभाव से निलंबित करते हुए उस पर धारित शस्त्र को नयागाँव थाना के मालखाना में जमा करने का निदेश दिया जाता है। साथ ही, अनुज्ञप्तिधारी को निर्देशित किया जाता है कि उपरोक्त कृत्य /आरोप के लिए पत्र प्राप्ति के एक सप्ताह के अंदर अपना स्पष्टीकरण साक्ष्य सहित देना सुनिश्चित करें कि क्यों नहीं आपकी अनुज्ञप्ति उक्त अधिनियम की धारा 17 (3) के तहत रद्द कर दी जाय।

निर्धारित समय सीमा के अन्तर्गत स्पष्टीकरण अप्राप्त रहने की स्थिति में एकतरफा कार्रवाई कर अनुज्ञप्ति रद्द की जाएगी। थानाध्यक्ष, नयागाँव को आदेश दिया जाता है कि निलंबित अनुज्ञप्तिधारी को तामिला कराकर तामिला प्रतिवेदन एवं उनके शस्त्र को थाना के मालखाना में जमा करने का प्रतिवेदन उपलब्ध कराना सुनिश्चित करेंगे।

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ठंड एवं शीतलहर को देखते हुए सारण में विद्यालय शिक्षण कार्यावधि में परिवर्तन

Chhapra: वर्तमान समय में पूरे राज्य में शीतलहर के प्रकोप को देखते हुए अपर मुख्य सचिव, शिक्षा विभाग, बिहार, पटना द्वारा पत्र के माध्यम से प्राप्त निर्देशालोक में तथा आयुक्त, सारण प्रमंडल, छपरा श्री सरवणन एम. के द्वारा सारण प्रमंडल के द्वारा दिए गए आदेश के आलोक में सारण जिला में पर रहे कड़ाके की ठंड एवं शीतलहर के प्रकोप को देखते हुए जिला दंडाधिकारी सारण अमन समीर ने दिनांक 31.01.2024 तक सारण जिला के सभी सरकारी विद्यालयों में कक्षा 01 से कक्षा 08 तक में शिक्षण कार्यावधि 10:00 बजे पूर्वाह्न से 03:30 बजे अपराहन तक तथा कक्षा 09 से कक्षा 12 तक में शिक्षण कार्यावधि 09:30 बजे पूर्वाहन से 04:00 बजे अपराह्न तक संचालित करने से संबंधित आदेश जारी कर दिया है।

साथ ही जिला दंडाधिकारी ने कक्षा 03 से कक्षा 08 तक के छात्र-छात्राओं हेतु संचालित मिशन दक्ष एवं कक्षा 09 से कक्षा 12 तक के छात्र/छात्राओं हेतु संचालित विशेष कक्षा भी अनिवार्य रूप से उपरोक्त अवधि में ही सम्पन्न कराना सुनिश्चित करने हेतु आदेशित किया है। सभी शिक्षक अपने पूर्व निर्धारित अवधि 09:00 बजे पूर्वाह्न से 05:00 बजे अपराह्न तक विद्यालय में उपस्थित रहना सुनिश्चित करेंगे।

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