Chhapra: सारण जिला के मशरक थाना क्षेत्र के लखनपुर गाँव के दो लोगों को आँख से कम दिखाई देने की शिकायत के बाद सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां से बेहतर इलाज के लिए चिकित्सकों ने दोनों व्यक्तियों को पटना रेफर कर दिया है।  परिजनों का कहना है कि दोनों लोगों ने देसी शराब का सेवन किया था। जिसके बाद तबीयत बिगड़ी और अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां से सदर अस्पताल भेजा गया।    

सदर अस्पताल में ड्यूटी पर तैनात चिकित्सक ने बताया कि बीमार व्यक्ति आखों से कम दिखाई पड़ने की शिकायत कर रहे हैं। इलाज के बाद बेहतर इलाज के लिए पटना रेफर किया गया है।   

बीमार व्यक्तियों में सत्येन्द्र राय उर्फ प्याजु, पिता-अदालत राय और ढोरा गिरी, पे०-स्व० ब्रम्हा गिरी शामिल हैं। बिमार व्यक्ति बैकुण्ठपुर में राज मिस्त्री का कार्य करते है। इनके परिजन द्वारा स्वास्थ्य खराब होने पर उनके परिजनों द्वारा ईलाज हेतु मंगलवार (22.11.2023) को पी०एच०सी० मशरख ले जाया गया, जहाँ डॉक्टरों के द्वारा ईलाज हेतु सदर अस्पताल, छपरा भेजा गया।

सारण पुलिस ने बताया कि इन दो के अलावा लखनपुर व आसपास के गाँव में किसी और के बिमार होने की सूचना नही है। घटना के संबंध में जॉच करने हेतु एक जॉच दल का गठन किया गया है। मेडिकल रिपोर्ट व जॉच दल की रिपोर्ट के उपरांत घटना के संबंध में स्थिति स्पष्ट होगी।

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पटना, 22 नवम्बर (हि.स.)। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में बुधवार को संपन्न मंत्रिमंडल की बैठक में बिहार के सरकारी सेवकों के लिए सरकार ने महंगाई भत्ता मे इजाफा किया है। कैबिनेट ने चार फीसदी महंगाई भत्ते में बढ़ोतरी का प्रस्ताव पास किया है।डीए को 42 फीसदी से 46 प्रतिशत कर दिया गया है। एक जुलाई 2023 के प्रभाव से यह लाभ दिया जाएगा।

सीएम ने फेसबुक पर पोस्ट करते हुए लिखा है कि- देश में पहली बार बिहार में जाति आधारित गणना का काम कराया गया है। जाति आधारित गणना के सामाजिक, आर्थिक एवं शैक्षणिक स्थिति के आंकड़ों के आधार पर अनुसूचित जाति के लिये आरक्षण सीमा को 16 प्रतिशत से बढ़ाकर 20 प्रतिशत, अनुसूचित जनजाति के लिये आरक्षण की सीमा को 1 प्रतिशत से बढ़ाकर 2 प्रतिशत, अत्यंत पिछड़ा वर्ग के लिये आरक्षण की सीमा को 18 प्रतिशत से बढ़ाकर 25 प्रतिशत तथा पिछड़ा वर्ग के लिये आरक्षण की सीमा को 12 प्रतिशत से बढ़ाकर 18 प्रतिशत कर दिया गया है अर्थात सामाजिक रूप से कमजोर तबकों के लिये आरक्षण सीमा को 50 प्रतिशत से बढ़ाकर 65 प्रतिशत कर दिया गया है। सामान्य वर्ग के आर्थिक रूप से कमजोर लोगों के लिये 10 प्रतिशत आरक्षण पूर्ववत लागू रहेगा। अर्थात इन सभी वर्गो के लिए कुल आरक्षण की सीमा को बढ़ाकर 75 प्रतिशत कर दिया गया है। जाति आधारित गणना में सभी वर्गों को मिलाकर बिहार में लगभग 94 लाख गरीब परिवार पाये गये हैं, उन सभी परिवार के एक सदस्य को रोजगार हेतु 2 लाख रूपये तक की राशि किश्तों में उपलब्ध करायी जायेगी।

63,850 आवासहीन एवं भूमिहीन परिवारों को जमीन क्रय के लिए दी जा रही 60 हजार रुपये की राशि की सीमा को बढ़ाकर 1 लाख रुपये कर दिया गया है। साथ ही इन परिवारों को मकान बनाने के लिए 1 लाख 20 हजार रुपये दिये जायेंगे। जो 39 लाख परिवार झोपड़ियों में रह रहे हैं उन्हें भी पक्का मकान मुहैया कराया जायेगा जिसके लिए प्रति परिवार 1 लाख 20 हजार रूपये की दर से राशि उपलब्ध करायी जायेगी। सतत् जीविकोपार्जन योजना के अन्तर्गत अत्यंत निर्धन परिवारों की सहायता के लिए अब 01 लाख रूपये के बदले 02 लाख रुपये दिये जायेंगे। इन योजनाओं के क्रियान्वयन में लगभग 2 लाख 50 हजार करोड़ रुपये की राशि व्यय होगी।

इन कामों के लिये काफी बड़ी राशि की आवश्यकता होने के कारण इन्हें 5 साल में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। यदि केन्द्र सरकार द्वारा बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिल जाय तो हम इस काम को बहुत कम समय में ही पूरा कर लेंगे। हमलोग बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग वर्ष 2010 से ही कर रहे हैं। इसके लिए 24 नवम्बर, 2012 को पटना के गांधी मैदान में तथा 17 मार्च, 2013 को दिल्ली के रामलीला मैदान में बिहार को विशेष राज्य के दर्जे के लिए अधिकार रैली भी की थी।

हमारी मांग पर तत्कालीन केन्द्र सरकार ने इसके लिए रघुराम राजन कमेटी भी बनाई थी जिसकी रिपोर्ट सितम्बर, 2013 में प्रकाशित हुई थी परन्तु उस समय भी तत्कालीन केन्द्र सरकार ने इसके बारे में कुछ नहीं किया। मई, 2017 में भी हमलोगों ने विशेष राज्य का दर्जा देने के लिए केन्द्र सरकार को पत्र लिखा था। आज कैबिनेट की बैठक में बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने हेतु केन्द्र सरकार से अनुरोध करने का प्रस्ताव पारित किया गया है। मेरा अनुरोध है कि बिहार के लोगों के हित को ध्यान में रखते हुए केन्द्र सरकार बिहार को शीघ्र विशेष राज्य का दर्जा दे।

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पटना, 22 नवंबर (हि.स.)। विशेष राज्य पर बिहार कैबिनेट में प्रस्ताव पारित होने पर पूर्व उप मुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने नीतीश कुमार पर हमला करते हुए बुधवार को यहां कहा कि जब 14वें वित्त आयोग ने विशेष राज्य की अवधारणा को ही अमान्य कर दिया है और अब किसी भी राज्य को विशेष दर्जा नहीं दिया जा सकता, तब इस मुद्दे पर बिहार सरकार का कैबिनेट से पारित प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजना सिर्फ एक राजनीतिक स्टंट है। इस मरे हुए घोड़े पर नीतीश कुमार कितना भी चाबुक चलायें, घोड़ा दौड़ने वाला नहीं।

सुशील मोदी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी बिहार को विशेष आर्थिक पैकेज देकर विशेष दर्जा से कई गुना अधिक मदद कर रहे हैं लेकिन राजद-जदयू यह स्वीकार नहीं करना चाहते। उन्होंने कहा कि जब नीतीश कुमार और लालू प्रसाद केंद्र सरकार में ताकतवर मंत्री रहे तब इन लोगों ने बिहार को विशेष राज्य का दर्जा क्यों नहीं दिलवाया ?

सांसद ने कहा कि महागठबंधन सरकार में शामिल कांग्रेस बताए कि 2004 से 2014 तक मनमोहन सिंह की सरकार ने बिहार को विशेष राज्य का दर्जा क्यों नहीं दे दिया? नीतीश कुमार की पहल पर यूपीए सरकार के वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने जो रघुराम राजन कमेटी गठित कराई थी, उसने भी विशेष राज्य की मांग को खारिज कर दिया था। जब नीतीश कुमार केंद्र के विरोधी खेमे में रहते हैं तब चुनाव निकट देख कर केंद्र को बदनाम करने के लिए विशेष दर्जे की मांग पर राजनीति शुरू कर देते हैं।

उन्होंने कहा कि एक लाख करोड़ से अधिक राशि खर्च कर बिहार में जो आधा दर्जन से ज्यादा मेगा ब्रिज और 4-लेन, 6- लेन सड़कों का नेटवर्क तैयार हो रहा है, वह विशेष दर्जा मिलने से कम नहीं है। यहां जो भी बड़ा ढांचागत विकास हुआ, वह विशेष आर्थिक पैकेज और केंद्र की सहायता से संभव हुआ। इससे बिहार के हजारों परिवारों को रोजगार मिला। विशेष दर्जा के बिना विशेष केंद्रीय पैकेज से राज्य के 2.5 करोड़ लोग गरीबी रेखा से ऊपर आ गए। केंद्रीय करों में हिस्सेदारी के रूप में बिहार को उत्तर प्रदेश के बाद सबसे ज्यादा 1.02 लाख करोड़ की राशि मिलती है।

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मंदिर में शादी, थाने से हुई विदाई शिक्षिका और प्रिंसिपल के प्यार के बाद अनोखी हुई शादी

Bhagalpur: कहते है प्यार जब परवान चढ़ता है तो अपनी सभी बंदिशों को लांघ जाता है. बिहार के भागलपुर में एक महिला शिक्षिका को अपने प्रिंसिपल से ही प्यार हो गया. लेकिन प्यार को शादी में बदलने के लिए उन्हें पुलिस का सहारा लेना पड़ा. अंत में प्यार की जीत हुई और दोनों हमेशा हमेशा के लिए जीवन साथी बन गए.

हालांकि इस पूरी शादी में सबसे मजेदार बात यह रही कि मंदिर में उन दोनों की शादी हुई और विदाई थाने से हुई.

पूरा मामला भागलपुर के इशाकचक थाने का है. मिली जानकारी के मुताबिक प्रिंसिपल सरोज वर्मा ईश्वरनगर में एक स्कूल चलाते हैं. उनके स्कूल में गोड्डा की रहने वाली शुभांगी प्रियदर्शनी टीचर के रूप में काम करती है. इन दोनों कोच पांच वर्ष पहले एक दूसरे से प्यार हो गया.

दोनों के दूसरे के साथ जीने मरने की कसमें खाने लगे. लेकिन शुभांगी के परिजनों को यह मंजूर नहीं था. इस वजह से करीब चार साल से दोनों एक दूजे के नहीं हो पा रहे थे. लेकिन ईश्वर को जब मंजूर हुआ तो दोनों विवाह के पवित्र बंधन में बंध गए.

पिछले दिनों सरोज वर्मा और शुभांगी ने जब शादी का फैसला किया तो फिर से उनके परिजन विरोध में आ गए. उसके बाद किसी की परवाह किए बगैर दोनों ने मंदिर में शादी रचा ली. दोस्तों ने इसका फोटो सोशल मीडिया पर डाला तो इशाकचक थाने में दोनों पक्ष के परिजन भी पहुंच गए. लड़की वाले इस शादी का विरोध कर रहे थे लेकिन दुल्हा-दुल्हन की सहमति होने के बाद इशाकचक थानेदार ने दोनों को शादी करने से रोकने से इनकार कर दिया. पति पत्नी को थाने पर जाना पड़ा जहां शादी की कागजी कार्रवाई पूरी की गयी. पुलिस का सहयोग मिलने के बाद विरोध कर कर परिजन लौट गए उसके बाद प्रेमी युगल से पति पत्नी बने प्रिंसिपल और टीचर खुशी-खुशी अपने घर गए.

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chhapra: रेलवे प्रशासन द्वारा छठ पूजा में यात्री जनता की हो रही अतिरिक्त भीड़ को ध्यान में रखते हुये यात्रियों की सुविधा हेतु 05041/05042 छपरा कचहरी-अमृतसर-छपरा कचहरी छठ पूजा विशेष गाड़ी का संचलन 21 एवं 25 नवम्बर,2023 को छपरा कचहरी से तथा 22 एवं 26 नवम्बर,2023 को अमृतसर से दो फेरों के लिये किया जायेगा । इसमें यात्रा करने वाले यात्रियों को कोविड-19 के सम्बन्ध में समय-समय पर जारी सभी मानकों का पालन करना होगा।


05041 छपरा कचहरी-अमृतसर छठ पूजा विशेष गाड़ी 21 एवं 25 नवम्बर,2023 को छपरा कचहरी से 09.30 बजे प्रस्थान कर मसरख से 10.22 बजे, दिघवा दुबौली से 10.52 बजे, थावे से 12.20 बजे, पडरौना से 13.15 बजे, कप्तानगंज से 13.42 बजे, गोरखपुर से 14.40 बजे, खलीलालाबाद से 15.10 बजे, बस्ती से 15.45 बजे, गोण्डा से 17.05 बजे, सीतापुर से 20.20 बजे, दूसरे दिन मुरादाबाद से 01.48 बजे तथा सहारनपुर से 05.10 बजे छूटकर अमृतसर 14.00 बजे पहुंचेगी ।

05042 अमृतसर-छपरा कचहरी छठ पूजा विशेष गाड़ी 22 एवं 26 नवम्बर,2023 को अमृतसर से 17.45 बजे प्रस्थान कर दूसरे दिन सहारनपुर से 02.05 बजे, मुरादाबाद से 05.33 बजे, सीतापुर से 11.25 बजे, गोण्डा से 14.35 बजे, बस्ती से 15.50 बजे, खलीलाबाद से 16.17 बजे, गोरखपुर से 16.50 बजे, कप्तानगंज से 17.35 बजे, पडरौना से 18.02 बजे, थावे से 19.20 बजे, दिघवा दुबौली से 20.35 बजे तथा मसरख से 21.12 बजे छूटकर छपरा कचहरी 22.00 बजे पहुंचेगी ।
इस गाड़ी की संरचना में साधारण द्वितीय श्रेणी के 10, शयनयान श्रेणी के 06, वातानुकूलित तृतीय श्रेणी का 01, वातानुकूलित द्वितीय श्रेणी का 01 तथा एस.एल.आर.डी. के 02 कोचों सहित कुल 20 कोच लगाये जायेंगे।

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chhapra; रेल प्रशासन द्वारा छठ पूजा में यात्री जनता की हो रही अतिरिक्त भीड़ को ध्यान में रखते हुये यात्रियों की सुविधा हेतु 05075/05076 छपरा-आनन्द विहार टर्मिनस-छपरा छठ पूजा विशेष गाड़ी का संचलन 20 एवं 23 नवम्बर,2023 दिन सोमवार एवं बृहस्पतिवार को छपरा से तथा 21 एवं 24 नवम्बर,2023 दिन मंगलवार एवं शुक्रवार को आनन्द विहार टर्मिनस से दो फेरों के लिये किया जायेगा । इसमें यात्रा करने वाले यात्रियों को कोविड-19 के सम्बन्ध में समय-समय पर जारी सभी मानकों का पालन करना होगा।


05075 छपरा-आनन्द विहार टर्मिनस छठ पूजा विशेष गाड़ी 20 एवं 23 नवम्बर,2023 को छपरा से 17.45 बजे प्रस्थान कर सीवान से 18.30 बजे, देवरिया सदर से 19.35 बजे, गोरखपुर से 20.55 बजे, खलीलाबाद से 21.37 बजे, बस्ती से 22.04 बजे, गोण्डा से 23.35 बजे, दूसरे दिन बुढ़वल से 00.42 बजे, सीतापुर से 03.05 बजे, बरेली से 06.50 बजे तथा मुरादाबाद से 08.25 बजे छूटकर आनन्द विहार टर्मिनस 11.50 बजे पहुंचेगी ।

वापसी यात्रा में 05076 आनन्द विहार टर्मिनस-छपरा छठ पूजा विशेष गाड़ी 21 एवं 24 नवम्बर,2023 को आनन्द विहार टर्मिनस से 14.45 बजे प्रस्थान कर मुरादाबाद से 17.55 बजे, बरेली से 19.15 बजे, दूसरे दिन सीतापुर से 00.15 बजे, बुढ़वल से 02.28 बजे, गोण्डा से 03.30 बजे, बस्ती से 04.43 बजे तथा खलीलाबाद से 05.14 बजे, गोरखपुर 06.25 बजे, देवरिया सदर से 07.25 बजे, तथा सीवान से 08.30 बजे छूटकर छपरा 09.30 बजे पहुंचेगी ।

इस गाड़ी की संरचना में एस.एल.आर.डी. के 02, साधारण द्वितीय श्रेणी के 05, शयनयान श्रेणी के 07, वातानुकूलित तृतीय श्रेणी के 02, वातानुकूलित द्वितीय श्रेणी के 02, वातानुकूलित कुर्सीयान का 01 तथा वातानुकूलित प्रथम सह द्वितीय श्रेणी के 01 कोच सहित कुल 20 कोच लगाये जायेंगे।

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पटना, 13 नवम्बर (हि.स.)। दीपावली के बाद बिहार की हवा जहरीली हो गई है। सोमवार को राजधानी पटना सहित बेगूसराय, छपरा, कटिहा, राजगीर समेत अन्य शहरों का वायु गुणवत्ता सूचकांक 300 से अधिक रिकॉर्ड किया गया।

दीपावली के शाम पटना का वायु गुणवत्ता सूचकांक पीएम 2.5 का स्तर 400 से भी अधिक दर्ज किया गया है। सोमवार की सुबह वायु गुणवत्ता में मामूली सुधार देखने को मिला और यह 344 रिकॉर्ड किया गया है। हालांकि, बेगूसराय में वायु गुणवत्ता सूचकांक बिहार में सर्वाधिक पीएम 2.5 का स्तर 399 रिकॉर्ड किया गया है।

केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा जारी वायु गुणवत्ता सूचकांक के अनुसार, पटना में पीएम 2.5 का स्तर सोमवार की सुबह 342, छपरा में 338, भागलपुर में 333, पूर्णिया में 344, बेतिया में 388, राजगीर में 338 रिकॉर्ड किया गया है।

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chhapra: सारण जिला निवासी राजेश त्यागी को बिहार प्रदेश जनता यूनाइटेड अनुसूचित जाति प्रकोष्ठ का प्रदेश अध्यक्ष मनोनीत किए जाने पर सारण जिले के जदयू नेताओं एवं कार्यकर्ताओं में खुशी का माहौल है इस मनोनयन पर सारण जिले के जदयू नेताओं ने माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, राष्ट्रीय अध्यक्ष माननीय ललन सिंह, प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा का आभार व्यक्त किया ।

राजेश त्यागी के मनोनयन पर जिला जदयू कार्यालय में उनके स्वागत समारोह का भी आयोजन किया जायेगा । जिला उपाध्यक्ष सह जिला बीस सूत्री कार्यक्रम क्रियान्वयन समिति सदस्य महेश सिंह ने राजेश त्यागी जी को जमीन से जुड़ा हुआ राजनेता बताया तथा उनके कुशल रणनीति में समाज के कमजोर व्यक्तियों में उनकी पैठ का फायदा पार्टी को आने वाले लोकसभा एवं विधानसभा चुनाव में देखने को मिलेगा ।

बधाई देने वालों में जिला अध्यक्ष अल्ताफ आलम राजू, प्रदेश उपाध्यक्ष बैद्यनाथ प्रसाद सिंह बिकल, प्रदेश सचिव सत्यप्रकाश यादव, जयप्रकाश यादव, भोला सिंह, चन्द्रभूषण पंडित, जिला उपाध्यक्ष रवीन्द्र सिंह कुशवाहा, अरशद परवेज मुन्नी, आनंद किशोर सिंह, राखी कुशवाहा, वसंती देवी, जिला प्रवक्ता मोoफिरोज, रत्नेश सिंह, पशुपति पटेल, कुसुम देवी, मनोज सिंह, बाल्मिकी पाठक, संजीव सिंह, मनोज सिंह, सुनील सिंह, सत्यनारायण सिंह, पवन सिंह, अनंत गोंड़, प्रभास शंकर, रमेश किशन कुशवाहा, शम्भू मांझी, कुसुम रानी, गुड्डी जायसवाल सहित काफी संख्या में जदयू नेताओं एवं कार्यकर्ताओं ने उनके मनोनयन पर खुशी जाहिर किया ।
इसकी जानकारी जिला कार्यालय प्रभारी ब्रजेश कुमार ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर दी ।

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Patna : राजधानी पटना के खाजेकला थाना इलाके में दिवाली की रात लगी आग पर सोमवार की सुबह तक भी शांत नहीं किया जा सका। इससे स्थानीय लोगों में काफी दहशत फैल गई। यह आग चप्पल गोदाम में लगी। जहां चारों ओर बड़ी-बड़ी इमारतें हैं। एक बार में एक से अधिक दमकल घटनास्थल तक नहीं पहुंच पा रही थी। इस घटना में दिवाली के दिन ही दो मजदूर की मौत हो गई।

मिली जानकारी के अनुसार, पटना के खाजेकला थाना क्षेत्र में चप्पल गोदाम में भीषण आग लग गई। जिसमें दो मजदूरों की झुलसकर मौत हो गई। आग की खबर लगते ही इलाके में हड़कंप मच गया। स्थानीय लोगों ने आग पर काबू पानी की कोशिश की। लेकिन आग को बुझाने में नाकाम रहे। पुलिस ने दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।

 

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kaimur: कैमूर के भभुआ में एक ही परिवार के पांच बच्चों की डूबने से दर्दनाक मौत हो गई है। इस घटना के बाद पूरे गांव में कोहराम मच गया है। दिल दहला देने वाली यह घटना करमचट थाना क्षेत्र के धवपोखर गांव की है।

मृतकों की पहचान धवपोखर गांव निवासी शिक्षक सुशील राम की तीन बेटियां 12 वर्षीय अनु प्रिया, 10 वर्षीय अंशु प्रिया और 8 साल की मधु के अलावा सुशील राम के छोटे भाई सुनील राम की 4 साल के बेटी अपुर्वा कुमारी और सुशील राम की बहन रिंकू देवी का चार वर्षीय बेटा अमन शामिल हैं। वहीं इस हादसे मे परिवार के ही तीन अन्य बच्चों की जान बाल बाल बच गई है।

बताया जा रहा है कि परिवार के लोग सोमवार की सुबह धान काटने के लिए खेत में गए थे। सभी बच्चे खाना पहुंचाने के लिए खेत में गए थे। वहां से वापस लौटने के दौरान तालाब में स्नान करने के लिए उतर गए। इस दौरान पांच बच्चे गहरे पानी में चले गए जबति तीन बच्चे अभी किनारे पर थे।

बच्चों को डूबता देख ग्रामीणों ने तालाबा में छलांग लगा दी। तीन बच्चों को तो बचा लिया गया लेकिन पांच अन्य बच्चों की डूबने से मौत हो गई। इस घटना के बाद मृतक बच्चों के परिजनों में कोहराम मच गया है और उनका रो-रोकर बुरा हाल है। एक साथ पांच बच्चों की मौत से गांव में मातमी सन्नाटा पसर गया है।

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पटना, 06 नवंबर (हि.स.)। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आईएनडीआईए को लेकर दिये गये बयान पर उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना ने सलाह दी है। शिवसेना(यूबीटी) ने नीतीश से कहा है कि सार्वजनिक तौर पर ऐसे बोलियेगा तो भाजपा खुश हो जायेगी। इससे पहले कांग्रेस ने आज ही कहा है कि नीतीश कुमार चाह रहे हैं कि एक-दो दिन में ही नरेन्द्र मोदी को कुर्सी से हटा दिया जाये।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 02 नवंबर को पटना में सीपीआई की रैली में खुले मंच से कहा था कि कांग्रेस के कारण विपक्षी पार्टियों के गठबंधन आईएनडीआईए का काम रुक गया है। कांग्रेस देशभर में विपक्षी पार्टियों के गठबंधन को मजबूत करने के बदले विधानसभा चुनाव में लगी है। नीतीश ने कहा था कि कांग्रेस को जो मन है वो करे।

शिवसेना (यूबीटी) के मुखपत्र ‘सामना’ में कहा गया है कि आईएनडीआईए गठबंधन केंद्र में काबिज तानाशाह शासन को खत्म करने के लिए बनाया गया है लेकिन राज्यों में राजनीति अलग होती है। शिवसेना के मुखपत्र सामना के संपादकीय में कहा गया है कि इस महीने पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव अगले साल के लोकसभा चुनावों का फुल ड्रेस रिहर्सल हैं।

सामना में कहा कि 28 विपक्षी दलों का गठबंधन बनाने में अहम भूमिका निभाने वाले नीतीश कुमार को अपनी चिंता सार्वजनिक रूप से व्यक्त नहीं करनी चाहिए, क्योंकि इससे भारतीय जनता पार्टी को ही खुशी होगी। सामना के संपादकीय में कहा गया है कि विपक्षी पार्टियों का गठबंधन केंद्र से भाजपा सरकार को हटाने के लिए बनाया गया है और सभी इस पर सहमत हैं लेकिन राज्यों की राजनीति अलग होती है और बड़े राजनीतिक दलों को उसके अनुसार फैसले लेने पड़ते हैं।

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पटना, 06 नवम्बर (हि.स.)। बिहार विधानमंडल के शीतकालीन सत्र के पहले दिन वित्तमंत्री विजय चौधरी ने विधानमंडल में वित्तीय वर्ष 2023-24 के आय-व्ययक से संबंधित द्वितीय अनुपूरक बजट की प्रस्तावित राशि 26,086.3597 करोड़ रुपये पेश की है।

वित्तीय वर्ष 2023-24 के आय-व्ययक से संबंधित द्वितीय अनुपूरक व्यय विवरणी को वित्त मंत्री विजय चौधरी ने सदन में पेश किया। इसमें वार्षिक स्कीम मद में 16,016.5974 करोड़ रुपये है। स्थापना एवं प्रतिबद्ध व्यय मद में 10,009.7623 करोड़ रुपये और केन्द्रीय क्षेत्र स्कीम मद में 6,00.000 करोड़ रुपये रखा गया है।

वार्षिक स्कीम के अन्तर्गत 16,016.5974 करोड़ रुपये की राशि का प्रावधान द्वितीय अनुपूरक आगणन में प्रस्तावित किया गया है। वार्षिक स्कीम मद में केन्द्रीय प्रायोजित स्कीम के केन्द्रांश मद में 2,288.4081 करोड़ रुपये एवं राज्यांश मद में 4,827.9599 करोड़ रुपये यानि कुल राशि 7,116.3680 करोड़ रुपये है। अगर योजनावार बात करें तो केन्द्रीय प्रायोजित स्कीम (केन्द्रांश) 587.55 करोड़ रुपये सबके लिए आवास (शहरी) योजना के लिए, 418.98 करोड़ रुपये स्वच्छ भारत मिशन 2.0 के लिए, 402.10 करोड़ रुपये शहरी पुनर्नवीकरण मिशन- अटल नवीकरण और शहरी परिवर्त्तन मिशन के लिए, 265.94 करोड़ रुपये राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के लिए, 226.64 करोड़ रुपये प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के लिए, 162.97 करोड़ रुपये इंदिरा गांधी राष्ट्रीय वृद्धावस्था पेंशन योजना के लिए, 156.84 करोड़ रुपये ग्राम न्यायालयों सहित न्यायपालिका के अवसंरचना निर्माण कार्य के लिए ।

केन्द्रीय प्रायोजित स्कीम (राज्यांश)
940.00 करोड़ रुपये राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के लिए, 878.92 करोड़ रुपये स्वच्छ भारत मिशन 2.0 के लिए, 800.00 करोड़ रुपये शहरी पुनर्नवीकरण मिशन- अटल नवीकरण और शहरी परिवर्तन मिशन के लिए , 500.00 करोड़ रुपये प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के लिए, 494.38 करोड़ रुपये राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के लिए, 305.76 करोड़ रुपये राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन के लिए, 200.00 करोड़ रुपये स्वास्थ्य तथा चिकित्सा शिक्षा में मानव संसाधन मद में, 150.00 करोड़ रुपये राष्ट्रीय ग्रामीण पेयजल कार्यक्रम के तहत, 125.00 करोड़ रुपये सबके लिए आवास (शहरी) योजना के लिए, 124.56 करोड़ रुपये ग्राम न्यायालयों सहित न्यायपालिका निर्माण कार्य के लिए, 50.00 करोड़ रुपये प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना (वामपंथ उग्रवाद प्रभावित क्षेत्र) के लिए।

राज्य स्कीम
वार्षिक स्कीम अन्तर्गत राज्य स्कीम मद में कुल प्रावधानित राशि 8,900.2294 करोड़ है। 2000.00 करोड़ रुपये समग्र शिक्षा अभियान मद में केन्द्रांश मद में प्राप्त कम राशि की प्रतिपूर्ति के लिए, 700.00 करोड़ रुपये वृहद सड़कों एवं पुलों के निर्माण के लिए, 500.00 करोड़ रुपये मुख्यमंत्री ग्रामीण सड़क उन्नयन योजना के लिए, 400.00 करोड़ रुपये पुलिस भवनों का निर्माण एवं संधारण के लिए, 353.26 करोड़ रुपये मुख्यमंत्री ग्रामीण आवास योजना के लिए, 300.00 करोड़ रुपये ग्रामीण जलापूर्ति योजना का परिचालन एवं रख रखाव सात निश्चय-2, 300.00 करोड़ रुपये मुख्यमंत्री बालिका इण्टरमीडिएट प्रोत्साहन योजना (सात निश्चय),259.32 करोड़ रुपये पीएम गति शक्ति योजना अन्तर्गत इंडस्ट्रियल पार्क के विकास के लिए, 250.00 करोड़ रुपये अक्षर आंचल योजना के लिए, 249.00 करोड़ रुपये सिंचाई सृजन परियोजना कार्य के लिए, 216.00 करोड़ रुपये मुख्यमंत्री वृद्धजन पेंशन योजना के लिए, 186.18 करोड़ रुपये आंगनबाड़ी सेवाओं के लिए,151.40 करोड़ रुपये मुख्यमंत्री ग्रामीण आवास सहायता योजना के लिए, 150.00 करोड़ रुपये मुख्यमंत्री (स्नातक उत्तीर्ण) प्रोत्साहन योजना – सात निश्चय-2, 140.00 करोड़ रुपये न्यायिक भवनों के निर्माण के लिए,115.00 करोड़ रुपये प्रारंभिक विद्यालय भवन के लिए, 110.00 करोड़ रुपये शिक्षक प्रशिक्षण संस्थानों के भवन निर्माण के लिए, 100.00 करोड़ रुपये एसडीआरएफ वाहिनी मुख्यालय, बिहटा, पटना के निर्माण के लिए, 100.00 करोड़ रुपये पटना मेट्रो रेल परियोजना के लिए, 100.00 करोड़ रुपये मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के निर्माण के लिए, 100.00 करोड़ रुपये होमी भाभा कैंसर अस्पताल एवं अनुसंधान केन्द्र, मुजफ्फरपुर के लिए, 100.00 करोड़ रुपये जल – जीवन – हरियाली मिशन के लिए, 100.00 करोड़ रुपये पूरक पोषाहार के लिए, 100.00 करोड़ रुपये डीजल अनुदान के लिए, 100.00 करोड़ रुपये शहरी स्थानीय निकायों को पेय जलापूर्ति के लिए है।

स्थापना एवं प्रतिबद्ध व्यय मद में प्रस्तावित राशि 10,009.7623 करोड़ रुपये है। प्रावधानित की गयी राशि में मुख्य प्रस्ताव निम्नवत हैं:- 3955.67 करोड़ रुपये शिक्षा विभाग के सरकारी सेवकों के वेतन मद के लिए है। 3340.61 करोड़ रुपये पंचम एवं षष्ठम राज्य वित्त आयोग की अनुशंसा के आलोक में स्थानीय पंचायती राज संस्थाओं के लिए, 771.61 करोड़ रुपये षष्ठम राज्य वित्त आयोग की अनुशंसा के आलोक में शहरी स्थानीय निकायों के लिए, 500.00 करोड़ रुपये ग्रामीण सड़कों के अनुरक्षण एवं मरम्मत के लिए, 150.00 करोड़ रुपये गृह विभाग के अन्तर्गत नये वाहन के क्रय के लिए है।

केन्द्रीय क्षेत्र स्कीम
केन्द्रीय क्षेत्र स्कीम में अतिरिक्त प्रावधान 60.00 करोड़ रुपये सहकारिता विभाग के अन्तर्गत प्राथमिक कृषि साख समितियों (पैक्स) में कृषि संयंत्र बैंक की स्थापना के लिए प्रस्तावित है।

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