Chhapra/Sonpur: सोनपुर मेले में दो दिवसीय हरिहरक्षेत्र महोत्सव का शुभारंभ माननीय मंत्री, कला, संस्कृति एवं युवा विभाग जितेंद्र कुमार राय, के द्वारा मंत्री,राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग आलोक कुमार मेहता, कला, संस्कृति एवं युवा विभाग, की अपर मुख्य सचिव हरजोत कौर बम्हरा, जिला परिषद उपाध्यक्ष प्रियंका सिंह, रूबी निदेशक सांस्कृतिक कार्य, प्रियंका रानी, उप विकास आयुक्त एवं अन्य गणमान्य अतिथियों की उपस्थिति में उद्घाटन दीप प्रज्वलित करके किया गया।

कार्यक्रम को संबोधित करते करते हुए मुख्य अतिथि जितेंद्र कुमार राय ने कहा कि कला, संस्कृति एवं युवा विभाग द्वारा कई अनुठे पहल की शुरूआत की जा रही है जिसमें विभिन्न जिलो में संगीत विद्यालयों का आरंभ शामिल है।

मंत्री राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग आलोक कुमार मेहता ने कहा कि विभाग, राज्य के कलाकारों को मंच और मौके उपलब्ध करवा रही हैं । इसके माध्यम से स्थानीय स्तर पर प्रतिभाओं के लिए एक सकारात्मक माहौल का निर्माण हो रहा है।

अपर मुख्य सचिव हरजोत कौर बम्हरा ने मंत्रियों का स्वागत करते हुए कहा कि यह मेरा सौभाग्य है कि मुझे कला और संस्कृति से जुड़ कर कार्य करने का मौका मिला है। उद्धाटन सत्र का समापन निदेशक सांस्कृतिक कार्य रूबी के धन्यवाद ज्ञापन से हुआ।

हरिहर क्षेत्र महोत्सव के पहले दिन समस्तीपुर की प्रसिद्ध सुगम संगीत गायिका हर्षप्रीत कौर और उनकी बैंड ने अपनी प्रस्तुति दी। इनके साथ ही लोकगायक श्री कृष्ण कुमार, लोक नृत्य अमित कुंवर एवं दल, भोजपुरी लोकसंगीत हरिशंकर प्रसाद सिंह, भरतनाट्यम नृत्यांगना नुपूर चक्रवर्ती के द्वारा भव्य प्रस्तुति दी गई।

इस दौरान दोनों मंत्री, अपर मुख्य सचिव ने बिहार संग्रहालय और कला, संस्कृति और युवा विभाग के सोनपुर मेला में लगे स्टॉल का भी उद्धाटन किया।

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Patna: केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह, रविवार, 10 दिसंबर,2023 को बिहार की राजधानी पटना में पूर्वी क्षेत्रीय परिषद की 26वीं बैठक की अध्यक्षता करेंगे। पूर्वी क्षेत्रीय परिषद में बिहार, पश्चिम बंगाल, उड़ीसा और झारखंड राज्य शामिल हैं। यह बैठक भारत सरकार के गृह मंत्रालय के अधीन अंतर राज्य परिषद सचिवालाय द्वारा बिहार सरकार के सहयोग से आयोजित की जा रही है। पूर्वी क्षेत्रीय परिषद की 26वीं बैठक में सदस्य राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ-साथ प्रत्येक राज्य से दो वरिष्ठ मंत्री भाग लेंगे। राज्य सरकारों के मुख्य सचिव और अन्य वरिष्ठ अधिकारी तथा केंद्र सरकार के वरिष्ठ अधिकारी भी बैठक में हिस्सा लेंगे।

राज्य पुनर्गठन अधिनियम, 1956 की धारा 15-22 के तहत वर्ष 1957 में 5क्षेत्रीय परिषदों की स्थापना की गई थी। केन्द्रीय गृह मंत्री इन पाँचों क्षेत्रीय परिषदों में प्रत्येक के अध्यक्ष हैं और क्षेत्रीय परिषदमें शामिल राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्यमंत्री/उप-राज्यपाल/प्रशासकइसके सदस्य हैं, जिनमें से एक मुख्यमंत्री हर साल बारी-बारी से उपाध्यक्ष होते हैं। राज्यपाल द्वारा प्रत्येक राज्य से 2 और मंत्रियों को परिषद के सदस्य के रूप में नामित किया जाता है। प्रत्येक क्षेत्रीय परिषद ने मुख्य सचिवों के स्तर पर एक स्थायी समिति का भी गठन किया है। पूर्वी क्षेत्रीय परिषद की 26वीं बैठक में बिहार के मुख्यमंत्री उपाध्यक्ष हैं।

राज्यों द्वारा प्रस्तावित मुद्दों को सर्वप्रथम संबन्धित क्षेत्रीय परिषद की स्थायी समिति के समक्ष चर्चा के लिए प्रस्तुत किया जाता है। जिन मुद्दों का आपसी सहमति से समाधान नहीं निकल पाता हैउन्हें क्षेत्रीय परिषद की बैठक में विचार-विमर्श के लिए प्रस्तुत किया जाता है।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सर्वांगीण विकास हासिल करने के लिए सहकारी और प्रतिस्पर्धी संघवाद का लाभ उठाने की आवश्यकता पर बल दिया है। क्षेत्रीय परिषदें सशक्त राज्य ही सशक्त राष्ट्र का निर्माण करते हैं की भावना के अनुरूप दो या अधिक राज्यों अथवा केंद्र और राज्यों को प्रभावित करने वाले मुद्दों पर नियमित संवाद और चर्चा के लिए एक व्यवस्थित तंत्र और मंच प्रदान करती हैं।सभी राज्य सरकारों, केंद्रीय मंत्रालयों और विभागों के सहयोग से वर्ष 2014 से अब तक पिछले 9 वर्षों में विभिन्न क्षेत्रीय परिषदों की कुल 55 बैठकें हुईं हैं, इनमें स्थायी समितियों की 29 बैठकें और क्षेत्रीय परिषदों की 26 बैठकें शामिल है।

क्षेत्रीय परिषदों की भूमिका सलाहकारी है, लेकिन पिछले कुछ वर्षों मेंये परिषदें विभिन्न क्षेत्रों में आपसी समझ और सहयोग के स्वस्थ बंधन को बढ़ावा देने में एक महत्वपूर्ण कारक साबित हुई हैं। परिषदों की बैठकों में कोदो, कुटकी एवं अन्य श्री-अन्न (minor millets) फसलों का रागी के बराबर समर्थन मूल्य, व्यापक सिल्ट प्रबंधन नीति के अंतर्गत जल शक्ति मंत्रालय द्वारा 2022 में तलछट (Sediment) प्रबंधन के लिए नेशनल फ्रेमवर्क ज़ारी करना, राज्य स्तरीय तकनीकी समिति द्वारा लाख की खेती के लिए वित्त का पैमाना तय करना और लाख की खेती को 2022-23 से किसान क्रेडिट कार्ड में शामिल करना आदि निर्णय लिए गए।क्षेत्रीय परिषदें व्यापक मुद्दों पर चर्चा करती हैं जिनमें खनन, कुछ मदों में केन्द्रीय आर्थिक सहायता, बुनियादी सुविधाओं कानिर्माण, भूमि अधिग्रहण एवं भूमि स्थानांतरण, जल बँटवारा, प्रत्यक्ष लाभ अंतरण स्कीम(DBT) का कार्यान्वयन, राज्य- पुनर्गठन और क्षेत्रीय स्तर के सामान्य हित के अन्य मुद्दें शामिल हैं।

क्षेत्रीय परिषदों की प्रत्येक बैठक में राष्ट्रीय महत्व् के अनेकमुद्दों पर भी चर्चा की जा रही है। इनमें महिलाओं और बच्चों के खिलाफ दुष्कर्म के मामलों की त्वरित जांच और इसके शीघ्र निपटान के लिए फास्ट ट्रैक विशेष न्यायालयों (FTSC) का कार्यान्वयन,प्रत्येक गांव में 5 किमी के भीतर बैंकों/इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक शाखाओं की सुविधा,देश में दो लाख नई प्राथमिक कृषि ऋण समितियों (PACSs) का निर्माण, पोषण अभियान के माध्यम से बच्चों में कुपोषण दूर करना, स्कूली बच्चों की ड्रॉप आउट दर कम करना, आयुष्मानभारत-प्रधानमंत्रीजनआरोग्ययोजना में सरकारी अस्पतालों की भागीदारी तथा राष्ट्रीय स्तर के सामान्य हित के अन्य मुद्दें शामिल हैं।

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Chhapra: हरिहर क्षेत्र सोनपुर मेला क्षेत्र में आउटडोर स्पोर्ट्स का शुभारंभ मंत्री कला-संस्कृति एवं युवा विभाग जितेंद्र कुमार राय के द्वारा किया गया।

शुभारंभ कार्यक्रम सोनपुर मेला क्षेत्र के डाक बंगला मैदान में आयोजित किया गया था। डाक बंगला मैदान में आउटडोर स्पोर्ट्स 30 नवंबर से 24 दिसंबर 2023 तक चलेगा।

आउटडोर स्पोर्ट्स के अंतर्गत कबड्डी, खो-खो, शतरंज, नौका दौड़, तीरंदाजी, हैंडबॉल, वॉलीबॉल, फुटबॉल, कुश्ती, दंगल एवं क्रिकेट प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा।

उद्घाटन के अवसर पर मंत्री ने सभी खिलाड़ियों को शुभकामनाएं देते हुए खेल भावना से प्रतियोगिता में शामिल होने का अनुरोध किया है।

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वाराणसी: रेलवे प्रशासन द्वारा घने कोहरे एवं खराब मौसम से होने वाली परिचालनिक कठिनाईयों के कारण 01 दिसम्बर, 2023 से 29 फरवरी, 2024 तक निम्नलिखित गाड़ियों का निरस्तीकरण एवं आवृत्ति में कमी निम्नवत् किया जायेगा ।

पूर्ण निरस्तीकरण

1. बरौनी जं. से 04 दिसम्बर, 2023 से 29 फरवरी, 2024 तक चलने वाली 14523 बरौनी-अम्बाला हरिहरनाथ एक्सप्रेस गाड़ी निरस्त रहेगी।
2. अम्बाला से 02 दिसम्बर, 2023 से 27 फरवरी, 2024 तक चलने वाली 14524 अम्बाला-बरौनी हरिहरनाथ एक्सप्रेस गाड़ी निरस्त रहेगी।
3. आनन्द विहार टर्मिनस से 01 दिसम्बर, 2023 से 29 फरवरी, 2023 तक चलने वाली 14006 आनन्द विहार टर्मिनस-सीतामढ़ी लिक्ष्वी एक्सप्रेस गाड़ी निरस्त रहेगी।
4. सीतामढ़ी से 03 दिसम्बर, 2023 से 02 मार्च, 2024 तक चलने वाली 14005 सीतामढ़ी-आनन्द विहार टर्मिनस लिक्ष्वी एक्सप्रेस गाड़ी निरस्त रहेगी।
5. मुजफ्फरपुर से 04 दिसम्बर, 2023 से 28 फरवरी, 2024 तक चलने वाली 12537 मुजफ्फरपुर-प्रयागराज रामबाग बापूधाम एक्सप्रेस गाड़ी निरस्त रहेगी।
6. प्रयागराज रामबाग से 04 दिसम्बर, 2023 से 28 फरवरी, 2024 तक चलने वाली 12538 प्रयागराज रामबाग-मुजफ्फरपुर बापूधाम एक्सप्रेस गाड़ी निरस्त रहेगी।
7. अमृतसर से 05 दिसम्बर, 2023 से 27 फरवरी, 2024 तक चलने वाली 14674 अमृतसर-जयनगर शहीद एक्सप्रेस गाड़ी निरस्त रहेगी।
8. जयनगर से 07 दिसम्बर, 2023 से 29 फरवरी, 2023 तक चलने वाली 14673 जयनगर-अमृतसर शहीद एक्सप्रेस गाड़ी निरस्त रहेगी।
9. गोरखपुर से 01 दिसम्बर, 2023 से 29 फरवरी, 2024 तक चलने वाली 15129 गोरखपुर-वाराणसी सिटी एक्सप्रेस गाड़ी निरस्त रहेगी।
10. वाराणसी सिटी से 01 दिसम्बर, 2023 से 29 फरवरी, 2024 तक चलने वाली 15130 वाराणसी सिटी-गोरखपुर एक्सप्रेस गाड़ी निरस्त रहेगी।
11. कामाख्या से 07 दिसम्बर, 2023 से 29 फरवरी, 2024 तक चलने वाली 15621 कामाख्या-आनन्द विहार एक्सप्रेस गाड़ी निरस्त रहेगी।
12. आनन्द विहार टर्मिनल से 08 दिसम्बर, 2023 से 01 मार्च, 2024 तक चलने वाली 15622 आनन्द विहार टर्मिनल – कामाख्या एक्सप्रेस गाड़ी निरस्त रहेगी।
13. बलिया से 07 दिसम्बर, 2023 से 29 फरवरी,2024 तक चलने वाली 04055 बलिया – आनन्द विहार टर्मिनल साप्ताहिक एक्सप्रेस गाड़ी निरस्त रहेगी।
14. आनन्द विहार टर्मिनल से 06 दिसम्बर, 2023 से 28 फरवरी,2024 तक चलने वाली 04055 आनन्द विहार टर्मिनल – बलिया साप्ताहिक एक्सप्रेस गाड़ी निरस्त रहेगी।
15. जयनगर से 03 दिसम्बर, 2023 से 01 मार्च,2024 तक चलने वाली 04651 जयनगर – अमृतसर त्रिसाप्ताहिक एक्सप्रेस गाड़ी निरस्त रहेगी।
16. अमृतसर से 01 दिसम्बर, 2023 से 28 फरवरी,2024 तक चलने वाली 04652 अमृतसर -जयनगर त्रिसाप्ताहिक एक्सप्रेस गाड़ी निरस्त रहेगी।
17. बनमखी से 03 दिसम्बर, 2023 से 02 मार्च,2024 तक चलने वाली 14617 बनमखी – अमृतसर साप्ताहिक एक्सप्रेस गाड़ी निरस्त रहेगी।
18. अमृतसर से 01 दिसम्बर, 2023 से 29 फरवरी,2024 तक चलने वाली 14618 अमृतसर – बनमखी साप्ताहिक एक्सप्रेस गाड़ी निरस्त रहेगी।


आवृत्ति में कमी

1) पाटलिपुत्र से चलने वाली 12529 पाटलिपुत्र -लखनऊ एक्सप्रेस गाड़ी 04, 05, 06, 11, 12, 13, 18, 19, 20, 25, 26, 27 दिसम्बर, 2023, 01, 02, 03, 08, 09, 10, 15, 16, 17, 22, 23, 24, 29, 30, 31 जनवरी,2024 एवं 05, 06, 07,12,13,14, 19, 20, 21,26,27 से 28 फरवरी, 2024 तक प्रत्येक सोमवार,मगलवार एवं बुधवार को निरस्त रहेगी।
2) लखनऊ से चलने वाली 12530 लखनऊ- पाटलिपुत्र एक्सप्रेस गाड़ी 04,05,06,11,12,13,18,19,20,25,26,27 दिसम्बर, 2023, 01,02,03,08,09,10,15,16,17,22,23,24,29,30,31 जनवरी,2024 एवं 05,06,07,12,13,14,19,20,21,26,27 से 28 फरवरी, 2024 तक प्रत्येक सोमवार,मगलवार एवं बुधवार को निरस्त रहेगी।
3) छपरा से चलने वाली 15053 छपरा-लखनऊ एक्सप्रेस गाड़ी 02,03,06 ,07,09,10, 13,14, 16,17, 20,21, 23, 24,27,28,30,31 दिसम्बर, 2023, 03,04,06,07,10,11, 13,14,17,18, 20,21,24,25, 27,28,31 जनवरी,2024 एवं 01,03,04,07,08,10,11,14, 15,17,18,21,22, 24,25,28 से 29 फरवरी, 2024 तक प्रत्येक बुधवार,गुरुवार,शनिवार एवं रविवार को निरस्त रहेगी।
4) लखनऊ से चलने वाली 15054 लखनऊ-छपरा एक्सप्रेस गाड़ी 02, 03, 05, 06, 09, 10, 12, 13, 16, 17, 19, 20, 23, 24 ,26, 27 ,30, 31 दिसम्बर, 2023, 02,03,06 ,07,09,10 ,13,14,16, 17,20,21, 23,24,27, 28,30,31 जनवरी,2024 एवं 03,04,06,07,10,11, 13,14,17,18,20,21,24,25,27 से 28 फरवरी, 2024 तक प्रत्येक मंगलवार,बुधवार, शनिवार एवं रविवार को निरस्त रहेगी।

5) छपरा से चलने वाली 15083 छपरा-फरुखाबाद एक्सप्रेस गाड़ी 01,02, 04, 07, 08 ,09,11,14,15, 16,18, 21,22, 23,25, 28,29 ,30 दिसम्बर, 2023, 01,04,05, 06,08,11,12, 13,15,18,19,20, 22,25,26, 27,29 जनवरी,2024 एवं 01,02,03,05, 08,09,10,12,15,16,17,19,22,23,24,26 एवं 29 फरवरी, 2024 तक प्रत्येक सोमवार,गुरुवार,शुक्रवार एवं शनिवार को निरस्त रहेगी।
6) फरुखाबाद से चलने वाली चलने वाली 15084 फरुखाबाद -छपरा एक्सप्रेस गाड़ी 01, 02, 04, 05, 11, 12, 15,16, 18,19,22, 23,25, 26,29,30 दिसम्बर, 2023, 01,02,05,06, 08,09,12,13, 15,16,19,20, 22,23, 26,27,29,30, जनवरी,2024 एवं 02,03,05,06, 09,10,12,13,16,17,19,20,23,24,26 एवं 27 फरवरी, 2024 तक प्रत्येक सोमवार,मंगलवार ,शुक्रवार एवं शनिवार को निरस्त रहेगी।
7) दिल्ली से प्रतिदिन चलने वाली 12226 दिल्ली-आजमगढ़ कैफ़ियात एक्सप्रेस गाड़ी 02,06,09,13,16,20,23,27 एवं 30 दिसम्बर, 2023, 03,06,10, 13,17,20,24,27 एवं 31 जनवरी, 2024 तथा 03,07,10,14,17,21,24 एवं 28 फरवरी, 2024 दिन प्रत्येक बुधवार एवं शनिवार को सप्ताह में दो निरस्त रहेगी।
8) आजमगढ़ से प्रतिदिन चलने वाली 12225 आजमगढ़-दिल्ली़ कैफ़ियात एक्सप्रेस गाड़ी गाड़ी 03,07,10,14,17,21,24,28 एवं 31 दिसम्बर, 2023, 04,07,11, 14, 18, 21, 25 एवं 28 जनवरी, 2024 तथा 01, 04, 08, 11, 15, 18, 22, 25 एवं 29 फरवरी, 2024 दिन वृहस्पतिवार एवं रविवार को सप्ताह में दो दिन निरस्त रहेगी।
9) मऊ से द्विसाप्ताहिक चलने वाली 15025 मऊ-आनंदविहार एक्सप्रेस गाड़ी 03, 10, 17, 24 एवं 31 दिसम्बर,2023, 07, 14, 21 एवं 28 जनवरी,2024 तथा 04, 11, 18 एवं 25 फरवरी,2023 दिन प्रत्येक मंगलवार को सप्ताह में एक दिन निरस्त रहेगी।
10) आनंदविहार से द्विसाप्ताहिक चलने वाली 15026 आनंदविहार – मऊ एक्सप्रेस गाड़ी 04,11, 18 एवं 25 दिसम्बर,2023, 01, 08, 15, 22 एवं 29 जनवरी,2024 तथा 05, 12, 19 एवं 26 फरवरी, 2024 प्रत्येक शुक्रवार को सप्ताह में एक दिन निरस्त रहेगी।
11) बनारस से प्रतिदिन चलने वाली 15127 बनारस-नई दिल्ली एक्सप्रेस गाड़ी 01,05,08,12,15,19,22,26 एवं 29 दिसम्बर,2023, 02,05,09,12,16,19,23,26 एवं 30 जनवरी,2024 तथा 02,06,09,13,16,20,23 एवं 27 फरवरी,2024 दिन प्रत्येक मंगलवार एवं शुक्रवार को सप्ताह में दो दिन निरस्त रहेगी।
12) नई दिल्ली से प्रतिदिन चलने वाली 15128 नई दिल्ली – बनारस एक्सप्रेस गाड़ी 02,06,09,13,16,20,23,27 एवं 30 दिसम्बर,2023, 03,06,10,13,17,20,24,27 एवं 31 जनवरी,2024 तथा 03,07,10,14,17,21,24 एवं 28 फरवरी, 2024 प्रत्येक बुधवार एवं शनिवार को सप्ताह में दो दिन निरस्त रहेगी।
13) छपरा से प्रतिदिन चलने वाली 15159 छपरा-दुर्ग सारनाथ एक्सप्रेस गाड़ी 02, 04, 06, 09, 11, 13, 16, 18, 20, 23, 25, 27 एवं 30 दिसम्बर,2023, 01,03,06,08,10,13,15,17,20,22,24,27,29 एवं 31 जनवरी,2024 तथा 03, 05, 07, 10, 12, 14, 17,19, 21,24, 26 एवं 28 फरवरी, 2024 प्रत्येक सोमवार,बुधवार एवं शनिवार को सप्ताह में तीन दिन निरस्त रहेगी।
14) दुर्ग से प्रतिदिन चलने वाली 15160 दुर्ग – छपरा सारनाथ एक्सप्रेस गाड़ी 03, 05, 07, 10, 12, 14, 17, 19, 21, 24, 26, 28 एवं 31 दिसम्बर,2023, 02, 04, 07, 09, 11, 14, 16, 18, 21, 23, 25, 28 एवं 30 जनवरी,2024 तथा 01, 04 ,06, 08, 11, 13, 15, 18, 20,22, 25,27 एवं 29 फरवरी,2024 दिन प्रत्येक मंगलवार,गुरुवार एवं रविवार को सप्ताह में तीन दिन निरस्त रहेगी।
15) बनारस से प्रतिदिन चलने वाली 15119 बनारस-देहरादून एक्सप्रेस गाड़ी 02, 04, 07, 09, 11, 14, 16, 18, 21, 23, 25, 28 एवं 30 दिसम्बर,2023, 01, 04, 06, 08, 11, 13, 15, 18, 20, 22,25, 27 एवं 29 जनवरी,2024 तथा 01, 03, 05, 08, 10, 12, 15, 17,19, 22, 24 एवं 29 फरवरी,2024 दिन प्रत्येक सोमवार,गुरुवार एवं शनिवार को सप्ताह में तीन दिन निरस्त रहेगी।
16) देहरादून से प्रतिदिन चलने वाली 15120 देहरादून – बनारस एक्सप्रेस गाड़ी 01, 03, 05, 08, 10, 12, 15, 17, 19, 22, 24,26 ,29 एवं 31 दिसम्बर,2023, 02,05, 07,09, 12,14, 16,19, 21,23,26,28 एवं 30 जनवरी,2024 तथा 02,04,06, 09,11,13, 16,18, 20,23,25 एवं 27 फरवरी, 2024 प्रत्येक मंगलवार,शुक्रवार एवं रविवार को सप्ताह में तीन दिन निरस्त रहेगी।
17) पाटलिपुत्र से चलने वाली 15079 पाटलिपुत्र -गोरखपुर एक्सप्रेस गाड़ी 01,03,04,06,08,10,11,13,15,17,18,20,22,24,25,27,29 एवं 31 दिसम्बर,2023, 01,03, 05, 07,08,10, 12,14, 15,17 ,19, 21,22, 24,26, 28, 29 एवं 31 जनवरी,2024 एवं 02, 04, 05, 07, 09, 11, 12, 14, 16, 18, 19, 21, 23, 25, 26 से 28 फरवरी, 2024 तक प्रत्येक सोमवार,बुधवार,शुक्रवार एवं रविवार को सप्ताह में चार दिन निरस्त रहेगी।
18) गोरखपुर से चलने वाली 15080 गोरखपुर – पाटलिपुत्र एक्सप्रेस गाड़ी 01, 03, 04, 06, 08, 10, 11, 13, 15, 17, 18, 20, 22, 24, 25, 27, 29, एवं 31 दिसम्बर,2023, 01, 03, 05, 07, 08, 10, 12, 14, 15, 17, 19, 21, 22, 24, 26, 28,29 एवं 31 जनवरी,2024 एवं 02, 04, 05, 07, 09, 11, 12, 14, 16, 18, 19, 21, 23, 25, 26 से 28 फरवरी, 2024 तक प्रत्येक सोमवार,बुधवार,शुक्रवार एवं रविवार को सप्ताह में चार दिन निरस्त रहेगी।
19) न्यू जलपाईगुड़ी से द्विसाप्ताहिक चलने वाली 12523 न्यू जलपाईगुड़ी -नई दिल्ली एक्सप्रेस गाड़ी 05,12,19 एवं 26 दिसम्बर,2023, 02, 09, 16, 23 एवं 30 जनवरी,2024 तथा 06, 13, 20 एवं 27 फरवरी,2024 दिन प्रत्येक मंगलवार को निरस्त रहेगी।
20) नई दिल्ली से द्विसाप्ताहिक चलने वाली 12524 नई दिल्ली – न्यू जलपाईगुड़ी एक्सप्रेस गाड़ी 06, 13, 20, एवं 27 दिसम्बर,2023, 03, 10, 17, 24 एवं 31 जनवरी,2024 तथा 07, 14, 21 एवं 28 फरवरी, 2024 प्रत्येक बुधवार को निरस्त रहेगी।
21) कटिहार से द्विसाप्ताहिक चलने वाली 15705 कटिहार -नई दिल्ली एक्सप्रेस गाड़ी 07,14,21 एवं 28 दिसम्बर,2023, 04, 11, 18 एवं 25 जनवरी,2024 तथा 01, 08, 15, 22 एवं 29 फरवरी,2024 दिन प्रत्येक गुरुवार को निरस्त रहेगी।
22) नई दिल्ली से द्विसाप्ताहिक चलने वाली 15706 नई दिल्ली – कटिहार एक्सप्रेस गाड़ी 08, 15, 22 एवं 29 दिसम्बर,2023, 05, 12, 19, एवं 26 जनवरी,2024 तथा 02, 09, 16, 23 फरवरी, 2024 एवं 01 मार्च,2024 तक प्रत्येक शुक्रवार को निरस्त रहेगी।
23) डिब्रूगढ़ से प्रतिदिन चलने वाली 15909 डिब्रूगढ़ -लालगढ़ एक्सप्रेस गाड़ी 02, 09, 16, 23 एवं 30 दिसम्बर,2023, 06,13,20 एवं 27 जनवरी,2024 तथा 03, 10, 17 एवं 24 फरवरी,2024 दिन प्रत्येक शनिवार को निरस्त रहेगी।
24) लालगढ़ से प्रतिदिन चलने वाली 15910 लालगढ़ – डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस गाड़ी 05,12,19 एवं 26 दिसम्बर,2023, 02, 09, 16, 23 एवं 30 जनवरी,2024 तथा 06, 13, 20 एवं 27 फरवरी, 2024 प्रत्येक मंगलवार को निरस्त रहेगी।

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पटना : बिहार के सभी जिलों में ‘विकसित भारत संकल्प यात्रा रथ’ की तैयारी एवं सुचारू परिचालन को सुनिश्चित करने को लेकर पटना में बुधवार को केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय की अध्यक्षता में समीक्षा बैठक आयोजित की गई।

इस बैठक में विपिन कुमार, अतिरिक्त सचिव, एमओई, भारत सरकार (बिहार के लिए राज्य प्रभारी), एस के मालवीय, अपर महानिदेशक, पीआईबी, पटना सहित एफसीआई, नाबार्ड, एसबीआई, पेट्रोलियम और पोस्टल आदि विभागों के राज्य प्रमुखों ने भी भाग लिया।

समीक्षा बैठक के दौरान केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए हर संभव प्रयास करने का आह्वान किया और कहा कि लोगों को विश्वास दिलाना है कि जबतक यह सरकार रहेगी देश विकास करेगा और समाज के हर तबके का विकास सुनिश्चित होता रहेगा। केंद्रीय गृह राज्य मंत्री ने कहा कि समावेशी विकास के दृष्टिकोण पर आधारित इस यात्रा के माध्यम से यह सुनिश्चित करने का निरंतर प्रयास किया गया है कि सरकारी योजनाओं का लाभ देश के हर कोने में शत- प्रतिशत परिपूर्णता तक पहुंचे। उन्होंने राज्य सरकार के साथ मिलकर इसे सार्थक दिशा देने की बात कही ताकि सरकारी योजना का लाभ हर तबके और वर्ग के बीच पहुंच सके।

उन्होंने कहा कि ‘विकसित भारत संकल्प यात्रा रथ’ के माध्यम से केंद्र सरकार की कल्याणकारी योजनाओं के बारे में लोगों को जानकारी देना है।
विकसित भारत संकल्प यात्रा की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा जनजातीय गौरव दिवस के अवसर पर बुधवार (15 नवम्बर 2023) को भगवान बिरसा मुंडा की जन्मस्थली खूंटी, झारखंड से की गयी थी। इसी कड़ी में बिहार के कैमूर में आईईसी ‘विकसित भारत संकल्प यात्रा रथ’ को बिहार के राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर द्वारा झंडी दिखा कर रवाना किया गया था। इसी कड़ी में बिहार के शेष जिलों में 30 नवंबर को रथ रवानगी सुनिश्चित की गई है।

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उत्तरकाशी के टनल से बाहर निकला छपरा का लाल, घरवालों ने जताया पीएम का आभार

Chhapra: उत्तरकाशी के टनल में इलेक्ट्रीशियन का काम करने गए सारण जिले के एकमा प्रखंड निवासी सोनू साह भी टनल से सकुशल वापस आ गया है.

टनल से वापस आने के बाद सोनू ने अस्पताल से वीडियो कॉल के जरिए बुधवार को अपने परिवार से बात की. अपने लाल की तस्वीर मोबाइल पर देख परिवार के लोग भावुक हो गए लेकिन इसके बाद भी उन्होंने सोनू को जल्द से जल्द घर आने की बात कहते हुए ढाढस बढ़ाया. सोनू साह भी टनल में फंसा हुआ था.

विगत दिनों टनल में काम के दौरान अंदर फंसने की जानकारी मिलने के बाद से ही परिवार चिंतित था.

सारण जिला स्थित एकमा प्रखंड के खजुहान गांव निवासी सवालिया साह ने अपने पुत्र की जानकारी देते हुए बताया कि सोनू उत्तरकाशी मे बन रहे टनल मे इलेक्ट्रिशियन का काम करते थे.

उन्होंने बताया कि जैसे ही बेटे के टनल में फंसने की बात पता चली तो छोटे भाई सुधांशु तुरंत उत्तरकाशी चले गए. सुधांशु ही परिजनों को पल-पल की जानकारी सूचना लगातार देते रहे. परिवार की नजर लगातार मोबाइल और टीवी पर बनी हुई थी और लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन का कार्य देख चिंतित भी हो रहे थे.

टनल से निकलने के बाद परिजनों के साथ-साथ गाँव में खुशी का माहौल देखने को मिला. सोनू साह टनल से बाहर निकालने के बाद आज सुबह पहली बार वीडियो कॉल के माध्यम से अपने परिजनों से बात किया. अस्पताल में मौजूद सोनू के छोटे भाई सुधांशु ने बात कराई.

सुधांशु ने बताया कि उन्हें 48 घंटे के बाद अस्पताल से छोड़ दिया जाएगा. फिलहाल स्वास्थ्य जांच में उन्हें कोई परेशानी नहीं है. सब कुछ नॉर्मल है. सोनू से पिता सवालिया साह, मां और परिजन के साथ-साथ आसपास के मोहल्ले वालों ने भी बात की. अब बस सोनू के घर आने का इतजार है.

वही सोनू के पिता व परिजन ने बिहार सरकार के उदासीन रवैया पर भी दुख जताया.

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पटना, 27 नवम्बर (हि.स.)। पिछड़ी और अतिपिछड़ी जातियों का आरक्षण 50 प्रतिशत से बढ़ाकर 65 प्रतिशत किये जाने के राज्य सरकार के फैसले को पटना हाई कोर्ट में सोमवार को चुनौती दी गयी है।

हाई कोर्ट में नमन श्रेष्ठ और गौरव कुमार की ओर से दायर जनहित याचिका में नीतीश सरकार के फैसले को मौलिक अधिकारों का उल्लंघन बताया गया है। इस जनहित याचिका में इन संशोधनों पर रोक लगाने की मांग की गयी है। याचिका में कहा गया है कि ये संशोधन जाति सर्वेक्षण के आधार पर किया गया है। इन पिछड़ी जातियों का प्रतिशत इस जातिगत सर्वेक्षण में 63.13 प्रतिशत था, जबकि इनके लिए आरक्षण 50 प्रतिशत से बढ़ाकर 65 प्रतिशत कर दिया गया है।

याचिका में कहा गया है कि संवैधानिक प्रावधानों के अनुसार सामाजिक और शैक्षणिक रूप से पिछड़े वर्गों को उचित प्रतिनिधित्व देने के आरक्षण की व्यवस्था की गयी थी, न कि जनसंख्या के अनुपात में आरक्षण देने का प्रावधान। ये 2023 का संशोधित अधिनियम भारतीय संविधान के मौलिक अधिकारों का उल्लंघन करता है। संशोधन के अनुसार अनुसूचित जाति का आरक्षण 16 प्रतिशत से बढ़ाकर 20 प्रतिशत और अनुसूचित जनजाति के एक प्रतिशत आरक्षण को बढ़ाकर दो प्रतिशत किया गया। इसी तरह पिछड़ा वर्ग को 12 से बढ़ाकर 18 और अति पिछड़ा को 18 से बढ़ाकर 25 प्रतिशत आरक्षण दिया गया।

बिहार विधान मंडल ने बीते 10 नवम्बर को संशोधन पारित किया और राज्यपाल ने इन कानूनों पर 18 नवम्बर को मंजूरी दे दी। इसके बाद राज्य सरकार ने 21 नवम्बर को गजट में इसकी अधिसूचना जारी कर दी।

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Patna: भोजपुरी फिल्मों की अभिनेत्री अक्षरा सिंह अब राजनीति में कदम रखने जा रहीं हैं। अक्षरा सिंह ने जनसुराज अभियान का दामन थामा है।

अक्षरा राजनीति में किस्मत आजमाएंगी। इसके लिए उन्होंने प्रशांत किशोर की पार्टी की सदस्यता ग्रहण की है। अक्षरा सिंह 2024 में लोकसभा चुनाव लड़ सकती हैं । अक्षरा सिंह ने प्रशांत किशोर से मुलाकात के बाद पार्टी में शामिल होने का फैसला किया। ऐसा माना जा रहा है कि 2024 के लोकसभा चुनाव में टिकट के लिए भी उन्हें भरोसा दिया गया है। 

 

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-दरभंगा जिले के शोभन में एम्स के लिए जमीन चिन्हित कर ली गई है।

दरभंगा, 27 नवम्बर (हि.स.)। दरभंगा मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में कई योजना का सीएम नीतीश उद्घाटन किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि शोभन में एम्स बनाने को लेकर केंद्र से मंजूरी आ गई है। केंद्र सरकार की ओर से दरभंगा एम्स की ऊंचाई जो पहले से निर्धारित थी उसको और बढ़ाने के लिए कहा गया है, हम उसको और बढ़ा रहे हैं।

सीएम ने कहा कि दरभंगा मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल का और विस्तार हमलोग कर रहे हैं। इसमें पहले से 400 बेड का अस्पताल बना हुआ है। यहां जब 2500 बेड का अस्पताल बन जाएगा तो यहां इलाज और बेहतर ढंग से होगा साथ ही मेडिकल की पढ़ाई भी बेहतर ढंग से होगी।

सीएम ने कहा कि यह बहुत महत्वपूर्ण जगह भी है, इसलिए इस मेडिकल कॉलेज में पढ़नेवालों की संख्या और बढ़ेगी। सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल भी बनकर तैयार है। डीएमसीएच को ही हम पहले एम्स बनाना चाह रहे थे। केंद्र के लोग पहले एग्री कर गए थे लेकिन फिर बाद में किसी कारण बस नहीं बन पाया।

सीएम ने कहा कि फोर लेन का निर्माण भी करा रहे हैं, इससे शहर का काफी विस्तार भी हो जाएगा। पटना के बाद बिहार में दूसरा एम्स दरभंगा में बनेगा जिसके लिए शोभन में जमीन चिह्नित कर ली गई है। जब हम सांसद थे और बाहर जब जाते थे तो हर जगह पीएमसीएच और डीएमसीएच के डॉक्टर मिल जाते थे। उन्होंने कहा कि दरभंगा में एम्स स्थापित करने के लिए शोभन काफी अच्छी जगह है, जिसको हमलोगों ने चिन्हित किया है। वहां आवागमन के लिए बेहतर कनेक्टविटी है, जहां लोग आसानी से पहुंच सकते हैं। शोभन में एम्स बनने से दरभंगा शहर का विस्तारीकरण भी होगा।

इससे पहले सीएम ने 2742.04 करोड़ रुपये की लागत से दरभंगा चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल, दरभंगा को पुनर्विकसित करने की योजना अंतर्गत प्रति वर्ष 250 नामांकन के शैक्षणिक भवन एवं 2100 शैय्या के अस्पताल तथा राजकीय महारानी रामेश्वरी भारतीय चिकित्सा विज्ञान संस्थान, मोहनपुर, दरभंगा के निर्माण का फीता काटकर एवं शिलापट्ट अनावरण कर शिलान्यास किया। साथ ही मुख्यमंत्री ने 194.08 करोड़ रुपये की लागत से 400 शैय्या के सर्जिकल ब्लॉक सहित विभिन्न योजनाओं का फीता काटकर एवं शिलापट्ट अनावरण कर उद्घाटन किया। मुख्यमंत्री ने सर्जरी ब्लॉक में ‘दीदी की रसोई’ का भी फीता काटकर शुभारंभ किया। इसके पश्चात् सर्जरी ब्लॉक एवं प्रसव कक्ष का मुख्यमंत्री ने मुआयना किया।

अस्पताल परिसर के मुआयना के क्रम में मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि वर्षा के मौसम में भी यहां जलजमाव की स्थिति उत्पन्न न हो, इसका ध्यान में रखते हुए निर्माण कार्य सुनिश्चत कराएं। ड्रेनेज सिस्टम को बेहतर बनाएं ताकि पानी की निकासी में दिक्कत न हो। आज 2100 शैय्या के अस्पताल तथा राजकीय महारानी रामेश्वरी भारतीय चिकित्सा विज्ञान संस्थान का शिलान्यास कर दिया गया है, इसका निर्माण कार्य जल्द से जल्द शुरु कराएं। जब इसका निर्माण कार्य शुरु होगा तो उस समय पुनः हम यहां देखने आयेंगे। निर्माण कार्य पूर्ण हो जाने पर लोगों को इलाज में काफी सहूलियत होगी।

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दुर्घटना देश में कहीं भी हो उसमें भुगतने वाला बिहारी होता है: प्रशांत किशोर

मधुबनी: उत्तराखंड के उत्तरकाशी के निर्माणाधीन सिल्क्यारा टनल में 12 दिनों से फंसे 41 मजदूरों के रेस्क्यू का काम अभी जारी है। इस बीच जानकारी सामने आई है कि इसमें लगभग 5 मजदूर बिहार के भी हैं।

इसको लेकर जन सुराज पदयात्रा के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने कहा कि उत्तराखंड की निर्माणाधीन टनल में जो मजदूर फंसे हैं उसमें चार या पांच मजदूर बिहार के हैं। बताइए कि उन पर क्या बीत रही होगी। देश में दुर्घटना कहीं भी हो, उसमें मरने वाला बिहार का ही बेटा है। अभी कुछ दिन पहले सूरत में सेप्टिक टैंक साफ करते हुए बिहार के पांच बच्चों की मृत्यु हो गई उनके परिवारों का कौन पूछने वाला है। दुर्घटना देश में कहीं भी हो उसमें मरने वाला, भुगतने वाला बिहार का ही बच्चा है, क्योंकि दो करोड़ से ज्यादा बिहार के लोग आज 10 हजार, 15 हजार रुपए के लिए सबसे कठिन स्थिति में, सबसे डेंजरस काम करते हैं।

जो काम कोई नहीं करता वो काम बिहार का आदमी गरीबी में परेशान होकर करता है। कश्मीर में सड़क बनानी है, तो मजदूर पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश से नहीं जाएगा, कश्मीर में काम करने वाले लोग बिहार से जा रहे हैं। यहां आप और हम ये नहीं सोचते हैं कि पंजाब, हिमाचल प्रदेश बगल के राज्यों के लोग भला वहां क्यों नहीं जाते क्योंकि लोगों की नजर में खतरा ज्यादा है।

बिहार के लोगों को भी मालूम है कि वहां खतरा ज्यादा है, लेकिन इनको अपने बच्चों को खिलाना है, उनका पेट भरना है तो जाते हैं। लेकिन, बिहार के नेता ये नहीं सोचते हैं कि ये 2 करोड़ पलायन करने वाले लोगों की जिंदगी कैसे सुधरेगी। यहां के नेता अभी भी समाज को बांटने में और वोट को बटोरने में लगे हुए हैं।

अब समय आ गया है कि अपने बच्चों के चेहरे को देखकर दीजिए वोट: प्रशांत किशोर

मधुबनी के अंधराढाड़ी में पत्रकार से बातचीत में प्रशांत किशोर ने आगे कहा कि बिहार में लोगों ने नेताओं को देखकर वोट दिया, विचारधारा को देखकर वोट दिया, आंदोलनों को देखकर वोट दिया। किसी से सुधार नहीं हुआ। इसलिए हम एक बार कह रहे हैं कि अपने बच्चों को देखकर वोट दीजिए। यदि आप अपने बच्चों को देखकर वोट देते हैं तो आपको ये याद रहेगा कि यही वो दल हैं, यही वो नेता हैं जिसकी वजह से मेरा बच्चा आज अनपढ़ है, यही वो दल है जिसकी वजह से हमारा बच्चा साल में 11 महीने कहीं बाहर जाकर मजदूरी कर रहा है।

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नई दिल्ली, 23 नवंबर (हि.स.)। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने गुरुवार को मगध क्षेत्र में प्रतिबंधित भाकपा (माओवादी) संगठन के सदस्यों के 31 जगहों पर छापेमारी कर आवासीय परिसरों की तलाशी ली।

एनआईए के टीम ने औरंगाबाद, रोहतास, कैमूर, गया और सारण छपरा में यह छापेमारी की। इस दौरान उत्तरप्रदेश में माओवादी संगठन को जिंदा करने के प्रयास की संलिप्तता पाई गई।

एनआईए की टीम ने छापेमारी के दौरान दो देशी पिस्तौल, तीन लाख 53 हजार नकद, मोबाइल फाेन, सिम कार्ड, हार्ड डिस्क, उपकरण और आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद किए हैं। जिस जगह पर टीम ने छापेमारी गई वे गिरफ्तार चार लोगों के आवासीय परिसर थे। गिरफ्तार किए गए चार लोग भाकपा के मुख्य कमांडर हैं। इसके अलावा संगठन के 27 कार्यकर्ताओं समर्थकों और उनसे सहानुभूति रखने वालाें के यहां भी छापेमारी की गई।

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पटना, 23 नवम्बर (हि.स.)। उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव और वित्त मंत्री विजय चौधरी ने गुरुवार को संयुक्त पत्रकार वार्ता में कहा कि बिहार जाति गणना सर्वे से स्पष्ट हुआ है कि राज्य में 34.1 प्रतिशत गरीब है। ऐसे में अभियान चलाकर ऐसे परिवारों को गरीबी रेखा से बाहर निकालने की जरूरत है। इसलिए बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कर रहे हैं।

मंत्री द्वय ने कहा कि हमारी बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग है। पिछले 13 वर्षों से मुख्यमंत्री की यह मांग रही है। बिहार ने हमेशा देश को दिशा दिखाने का काम किया है। हमारी हमेशा से यही मांग थी कि देश में जातीय जनगणना होनी चाहिए। सभी दलों के नेताओं ने पीएम मोदी से मुलाकात की लेकिन वहां कोई बात नहीं बन पाई। इसलिए हमने तय किया कि राज्य सरकार इसे अपने दम पर करेगी। पिछले विधानसभा सत्र के दौरान हमने पूरी रिपोर्ट सबके सामने रखी थी। यह सभी स्थितियों को निर्दिष्ट करता है, चाहे वे सामाजिक हों या आर्थिक। केवल बिहार ही ऐसा राज्य है, जिसके पास अपनी जनसंख्या के बारे में सारी जानकारी है।

उन्होंने कहा कि वर्तमान में हालात बदले हैं। बिहार में जाति आधारित गणना के बाद 75 प्रतिशत आरक्षण कोटा बढ़ाकर किए जाने के बाद इसकी जरूरत फिलहाल बहुत ज्यादा महसूस हो रही है कि राज्य को विशेष राज्य का दर्जा दिया जाए। उन्होंने कहा कि आर्थिक सर्वेक्षण से अलग अलग जातियों में गरीबों की संख्या सामने आए हैं। इसमें बिहार में 34.1 फीसदी गरीबों की संख्या सामने आई है।

नीति आयोग के आकलन में 33.8 प्रतिशत बिहार में गरीबी रेखा के नीचे थे। दोनों आंकड़े बेहद करीब रहे हैं। इसलिए बिहार में अभियान चलाकर ऐसे परिवारों को गरीबी रेखा से बाहर निकालने की जरूरत है। इस दिशा में सीएम नीतीश ने पहले ही कहा है कि गरीब परिवारों को दो लाख रुपये की आर्थिक सहायता और भूमिहीन और आवास विहीन लोगों को घर के लिए वित्त सहयोग दिया जाएगा। इस पर 2.5 लाख करोड़ के खर्च का आकलन है। इसे बिहार सरकार पांच साल में पूरा करना चाहती है।

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