हैदराबाद: कापू समुदाय के सदस्यों द्वारा पिछड़े वर्ग की श्रेणी के तहत आरक्षण की मांग को लेकर चलाया जा रहा आंदोलन रविवार को हिंसक हो गया. प्रदर्शनकारियों ने पूर्वी गोदावरी जिले के तुनी रेलवे स्टेशन पर रत्नांचल एक्सप्रेस के चार डिब्बों में आग लगा दी जिससे विजयवाड़ा और विशाखापत्तनम प्रखंड में ट्रेनों की आवाजाही बाधित हुई. विजयवाड़ा स्टेशन के प्रबंधक एन सुरेश बाबू ने कहा कि हालांकि रेलवे अधिकारियों के समय पर हस्तक्षेप से घटना में किसी यात्री को कोई चोट नहीं लगी.

उन्होंने कहा कि अपने नेता और पूर्व मंत्री मुद्रागडा पदमनाभ द्वारा संबोधित किये जाने वाली जनसभा में शामिल होने के लिए तुनी में एकत्रित प्रदर्शनकारियों ने ट्रेन पर पथराव किया और कुछ पुलिसकर्मियों पर हमला किया. इसके बाद उन्होंने रेलवे स्टेशन पर तोड़फोड़ की.

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पटना: राज्य सरकार ने बिहार प्रशासनिक सेवा के अधिकारीयों का किया तबादला किया है. सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा जारी अधिसूचना में संयुक्त सचिव, उपसचिव स्तर के 17 अधिकारीयों का तबादला रविवार को किया.

यहाँ देखे पूरी लिस्ट  admin 1

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नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने साल 2016 में पहली बार ‘मन की बात’ कार्यक्रम के जरीय देशवासियो को किया संबोधित. यह ‘मन की बात’ कार्यक्रम का 16वां संस्करण था. इस संस्करण में पीएम ने केंद्र की फसल बीमा योजना का जिक्र करते हुए योजना के बारे में विस्तार से बताया. प्रीमियम की दर नीचे किए जाने का भी पीएम ने उल्लेख किया. पीएम ने कहा कि प्राकृतिक आपदा के कारण किसानों की फसल बर्बाद न हो इसलिए 2016 में सरकार ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना की शुरुआत की है.

प्रधानमंत्री ने कहा कि नई बीमा योजना में प्रीमियम की अधिकतम सीमा खरीफ की फसल के लिए 2% और रबी की फसल के लिए 1.5% होगी. फसल बीमा योजना से हमें आने वाले एक-दो साल में कम से कम देश के 50 प्रतिशत किसानों जोड़ना चाहिए.

मोबाइल फोन नंबर किया जारी

पीएम ने ‘मन की बात’ के लिए मोबाइल फोन का नंबर भी तय किया है. अब आप मोबाइल फोन से 8190881908 नंबर पर मिस्ड कॉल करके ‘मन की बात’ कभी भी सुन सकते हैं.

खादी एक चिह्न बन चुकी है

पीएम ने ‘मन की बात’ में खादी पर भी बात की. पीएम ने कहा कि खादी एक चिह्न बन चुकी है. युवाओं के रूझान का केंद्र बनकर उभरी है. खादी के संबंध में सरदार पटेल ने कहा है, हिन्दुस्तान की आजादी खादी में ही है, हिंदुस्तान की सभ्यता भी खादी में ही है. पीएम ने कहा कि देशभर से लोगों ने उन्हें लिखकर भेजा है कि कैसे सोलर चरखा उनकी जिंदगियों को बदल रहा है. पीएम ने कहा की खादी में वह शक्ति है जिससे करोड़ों लोगों को रोजगार मिल सकता है. हिन्दुस्तान में जिसे हम परम धर्म मानते हैं, वह अहिंसा खादी में ही है.

प्रतिमाओं की सफाई करने और तस्वीर भेजने का आग्रह

पीएम ने प्रतिमाओं को बनाने के लिए देश में दिखाई देने वाले उत्साह लेकिन सफाई को लेकर निष्क्रियता का जिक्र किया. उन्होंने आग्रह किया कि प्रतिमाओं की सफाई कर तस्वीरें MyGov  पोर्टल पर भेजें.

केंद्र की स्टार्टअप योजना पर पीएम ने कहा कि यह कार्यक्रम 16 जनवरी को हुआ था. नौजवानों में नई ऊर्जा, नई चेतना, नया उमंग, नया उत्साह अनुभव किया गया. सामान्य लोगों की सोच थी कि स्टार्टअप का मतलब आईटी से है लेकिन यह बेहद परिष्कृत कारोबार है. 16 जनवरी के बाद यह भ्रम टूट किया.

जैविक राज्य सिक्किम में देशभर के कृषि मंत्रियों और कृषि सचिवों की बैठक पर पीएम ने स्टार्टअप्स का जिक्र किया. IIM के दो नौजवान अनुराग अग्रवाल और सिद्धि कर्नाणी उत्तर-पूर्व में कृषि क्षेत्र की ग्लोबल मार्केटिंग करते हैं. पीएम ने बताया कि विश्वास द्विवेदी ने ऑनलाइन किचन स्टार्टअप किया है और वो मध्यवर्गीय लोगों को ऑन लाइन नेटवर्किंग के द्वारा टिफिन पहुंचाते हैं. दिग्नेश पाठक ने किसानों के लिए और खास करके पशुओं का जो आहार होता है, उस पर काम करने का मन बनाया है. स्थानीय नागरिक, कलाकार, छात्र अपने-अपने शहर के रेलवे स्टेशन सजाने में लगे हैं.

पीएम ने इस बात पर गर्व महसूस किया कि 4 से 8 फरवरी तक भारत, विशाखापत्तनम में इंटरनेशनल फ्लीट रिव्यू की मेजबानी कर रहा है इसमें कई देशों के युद्धपोत, नौसेना के जहाज इकट्ठे हो रहे हैं. पीएम ने कहा कि यह विश्व की सैन्य-शक्ति और हमारी सैन्य-शक्ति के बीच तालमेल का एक प्रयास है. ये एक संयुक्त अभ्यास है, भारत जैसे देश के लिए बहुत महत्वपूर्ण है और भारत का सामुद्रिक इतिहास स्वर्णिम रहा है. उन्होंने कहा कि सीमाएं हमें अलग करती होंगी, जमीन हमें अलग करती होगी लेकिन जल हमें जोड़ता है, समुद्र हमें जोड़ता है.
गुवाहाटी में सार्क देशों का खेल-कूद समारोह पर पीएम ने कहा कि यह सार्क देशों के साथ रिश्ता जोड़ने का अच्छा अवसर है. पीएम ने बोर्ड परीक्षा देने जा रहे दसवीं और बारहवीं के छात्रों को भी संबोधित किया.

पीएम ने कहा कि परीक्षाएं होंगी, विद्यार्थियों ने अपनी सफलता, तनावमुक्त परीक्षा के दिन कैसे गुजारे हैं मुझे नरेंद्र मोदी ऐप पर बताएं.

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हैदराबाद: हैदराबाद विश्वविद्यालय में रोहित वेमुला की आत्महत्या को लेकर छात्रों का प्रदर्शन जारी है. आज रोहित वेमुला का जन्मदिन है और इसके लिए परिसर के छात्रों ने 24 घंटे की भूख हड़ताल का आयोजन किया है.

भूख हड़ताल में शामिल होने के लिए शुक्रवार देर रात विवि परिसर में पहुंचे कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने कैंडल जलाकर रोहित को श्रद्धांजलि दी. राहुल आज शाम तक न्याय की मांग कर रहे छात्रों के साथ धरने पर बैठेंगे.

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दिल्ली: स्मार्ट शहर के तौर पर विकसित किए जाने वाले पहले 20 शहरों का गुरुवार को ऐलान कर दिया गया. शहरी विकास मंत्री एम वेंकैया नायडू ने इन शहरों का नाम किया एलान- भुवनेश्वर, पुणे, जयपुर, सूरत, कोच्चि, अहमदाबाद, दावणगिरी, इंदौर, जबलपुर, विशाखापट्टनम, उदयपुर, गुवाहाटी, बेलगावी, सोलापुर, नई दिल्ली, कोयंबटूर, काकीनाड़ा, भोपाल, चेन्नई और लुधियाना.

इसमें यूपी और बिहार का कोई शहर नहीं है. इन शहरों में पानी और बिजली आपूर्ति, सफाई और ठोस कचरा प्रबंधन, मुकम्मल शहरी आवागमन और सार्वजनिक परिवहन, आईटी संपर्क, ई-गवर्नेंस के जरिए बुनियादी सुविधाएं और नागरिकी भागीदारी विकसित की जाएगी.

नायडू यहां नेशनल डिफेंस कॉलेज में ‘राष्ट्रीय सुरक्षा और सामरिक अध्ययन’ पर एक पाठ्यक्रम में भाग ले रहे 25 विदेशी अधिकारियों सहित सेना, नौसेना, वायुसेना, सिविल सर्विस के करीब 100 वरिष्ठ अधिकारियों को संबोधित कर रहे थे.

बाद के वर्षों में सरकार 40 शहरों की घोषणा करेगी जिसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के देश में 100 स्मार्ट शहर विकसित करने की योजना के तहत स्मार्ट शहर के तौर पर विकसित किया जाएगा.

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नई दिल्ली: सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर बुधवार को एक युवक ने जूता फेंक दिया. युवक ने मुख्यमंत्री पर पटना के बख्तियारपुर में एक कार्यक्रम के दौरान जूता फेंका. जूता फेकने वाले आरोपी युवक प्रवेश कुमार राय को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तार युवक समस्तीपुर जिले का निवासी है. वह अपनी पूर्व की एक शिकायत का निष्पादन नहीं हो पाने से नाराज था. 

घटना तब हुए जब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बख्तियारपुर में पंडित शीलभद्र याजी की पूण्यतिथि पर आयोजित एक समारोह में भाग ले रहे थे. तभी उक्त युवक ने जूता फेंका जो कि मंच के नजदीक जमीन पर जा गिरा. उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री का पैतृक गांव कल्याण बिगहा बख्तियारपुर थाना क्षेत्र में ही पड़ता है.

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नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी ने असम चुनाव के पहले मुख्यमंत्री पद के दावेदार का नाम घोषित कर दिया है. राज्य के चुनावों में किसी नेता का नाम घोषित नहीं करने की अपनी परंपरा को बुधवार को तोड़ते हुए भाजपा ने केंद्रीय मंत्री सर्वानंद सोनोवाल को अपना मुख्यमंत्री पद का दावेदार घोषित किया.

फैसले की जानकारी देते हुए भाजपा महासचिव जेपी नड्डा ने संवाददाताओं से कहा कि भाजपा संसदीय बोर्ड ने घंटे भर चली बैठक में यह फैसला किया जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पार्टी अध्यक्ष अमित शाह भी शामिल थे. ‘असम की जनता सर्वानंद सोनोवाल को राष्ट्रीय नायक के तौर पर जानती है. संसदीय बोर्ड ने फैसला किया है कि पार्टी उनके नेतृत्व में असम चुनाव लड़ेगी. भाजपा असम में अपनी सरकार बनाने जा रही है.’

53 वर्षीय सोनोवाल फिलहाल खेल और युवा मामलों के केंद्रीय मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) हैं. सोनोवाल 2011 में भाजपा में शामिल होने से पहले ऑल असम स्टूडेंट्स यूनियन के अध्यक्ष थे और एजीपी के नेता थे. उन्हें नवंबर में असम भाजपा का अध्यक्ष बनाया गया था.

दिल्ली ब्‍यूरो छपरा टुडे

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पलामू: झारखंड के पलामू में नक्सलियों के द्वारा किये गए बारूदी सुरंग ब्लास्ट में पांच पुलिसकर्मी शहीद हो गए. बताया जा रहा है कि नक्सलियों ने विस्फोट कर पुलिस वाहन को उड़ा दिया. हमले में छह अन्य जवान घायल हो गए हैं.

नक्सलियों ने कालापहाड़ी के पास बारूदी सुरंग से विस्फोट करके पुलिसकर्मियों की गाड़ी को उड़ा दिया. बताया जा रहा है कि इस इलाके में पहले से मुठभेड़ जारी थी और जिस गाड़ी को उड़ाया गया, वह मुठभेड़ में लगे जवानों की मदद के लिए आ रही थी. घायलों को डाल्टनगंज ले जाया गया, जहां से उन्हें रांची ले जाने की कोशिशें हो रही हैं.

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नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को अरुणाचल प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लगाए जाने को गंभीरता से लेते हुए केंद्र सरकार की खिंचाई की. कोर्ट ने सरकार से पूछा कि उसे ताजा घटनाक्रम के बारे में अवगत क्यों नहीं कराया गया. साथ ही न्यायालय ने प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लागू करने संबंधी राज्यपाल की रिपोर्ट 15 मिनट के भीतर पेश करने का आदेश दिया.

राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने पिछले दो दिनों में गहन विचार-विमर्श के बाद मंगलवार को केंद्रीय कैबिनेट की सिफारिश को मंजूरी प्रदान कर दी और इस आधार को स्वीकार कर लिया कि राज्य में संवैधानिक संकट है. गृह मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि अरुणाचल प्रदेश के राज्यपाल की रिपोर्ट के अनुसार राज्य में पैदा हुए संवैधानिक संकट पर संज्ञान लेते हुए केंद्रीय कैबिनेट ने 24 जनवरी 2016 को अपनी बैठक में राष्ट्रपति से ऐसी उद्घोषणा जारी करने का अनुरोध किया था.

हालांकि बीजेपी ने इस फैसले का बचाव करते हुए कहा कि इसे कई नजरिए से देखने की जरूरत है और यह संवैधानिक दायित्वों के अनुरूप है. इसके साथ ही पार्टी ने कांग्रेस पर मुद्दे का राजनीतिकरण करने का आरोप लगाया. कांग्रेस प्रवक्ता टॉम वडक्कन ने कहा, ‘यह लोकतंत्र की हत्या है. मामला कोर्ट में है और सरकार ने जल्दबाजी में कार्रवाई की है. यह साफ तौर पर देश के सुप्रीम कोर्ट का अपमान है.

कांग्रेस पार्टी ने राष्ट्रपति से कैबिनेट के फैसले को मंजूरी नहीं देने का अनुरोध किया था. पार्टी ने कहा था कि यह मामला सुप्रीम कोर्ट में है और कोर्ट ने कांग्रेस की याचिका पर सुनवाई करने का फैसला किया है.

अरुणाचल प्रदेश में पिछले साल 16 दिसंबर से राजनीतिक संकट है जब कांग्रेस के 21 विद्रोही विधायकों ने एक अस्थाई स्थल पर विधानसभा की बैठक में बीजेपी के 11 और दो निर्दलीय विधायकों के साथ मिल कर विधानसभाध्यक्ष नबाम रेबिया के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव पारित कर दिया था.

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नई दिल्ली: रिलायंस समूह के संस्थापक दिवंगत धीरूभाई अंबानी, सुपरस्टार रजनीकांत और मीडिया कारोबारी रामोजी राव को देश के दूसरे सर्वोच्च नागरिक सम्मान पद्म विभूषण के लिए चुना गया है. जाने-माने अभिनेता अनुपम खेर को पद्म भूषण मिलेगा जबकि अभिनेता अजय देवगन और अभिनेत्री प्रियंका चोपड़ा को पद्म श्री सम्मान के लिए नामित किया गया है. 

आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक श्री श्री रविशंकर, जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल जगमोहन, रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) के पूर्व प्रमुख वी के आत्रे, कैंसर विशेषज्ञ और अद्यार कैंसर संस्थान के प्रमुख डॉ. वी शांता, जानीमानी भरतनाट्यम एवं कुचिपुडी नृत्यांगना यामिनी कृष्णमूर्ति, शास्त्रीय गायिका गिरिजा देवी और भारतीय-अमेरिकी अर्थशास्त्री अविनाश दीक्षित को भी इस साल के गणतंत्र दिवस के अवसर पर पद्म विभूषण सम्मान के लिए चुना गया है.

इस साल के पद्म पुरस्कारों की सूची में 10 पद्म विभूषण, 19 पद्म भूषण और 83 पद्म श्री पाने वालों के नाम शामिल हैं. इनके लिए कुल 112 नाम हैं. इनमें 19 महिलाएं हैं तथा विदेशी श्रेणी, एनआरआई, पीआईओ (एक व्यक्ति मरणोपरांत) श्रेणी से 10 लोग और चार लोगों के लिए मरणोपरांत सम्मान शामिल हैं. PADMN 1

पूर्व नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (सीएजी) विनोद राय, मीडिया घराने बेनेट कोलमैन एंड कंपनी की अध्यक्ष इंदु जैन, टेनिस खिलाड़ी सानिया मिर्जा, बैंडमिंटन खिलाड़ी साइना नेहवाल, गायक उदित नारायण, आध्यात्मिक गुरू दिवंगत स्वामी दयानंद सरस्वती एवं स्वामी तेजोमायानंद और भारत में अमेरिका के राजदूत रहे रॉबर्ट ब्लैकविल उन 19 लोगों में शामिल हैं जिन्हें पद्म भूषण के लिए चुना गया है. उद्योगपति पलोनजी शपूरजी मिस्त्री, मारूति सुजुकी के अध्यक्ष आर सी भार्गव और प्रख्यात वास्तुकार हफीज कॉंट्रैक्टर भी पद्म भूषण के लिए चुने गए लोगों में शामिल हैं. PADMN 2

मुंबई आतंकवादी हमले के मुकदमे में सरकारी वकील रहे उज्ज्वल निकम, बॉलीवुड अभिनेता अजय देवगन और प्रियंका चोपड़ा को पद्मश्री सम्मान के लिए चुना गया है. जानेमाने मूर्तिकार राम वी सुतार, मणिपुरी रंगमंच के कलाकार हाइसनेम कन्हैयालाल, हिंदी एवं तेलुगु लेखक यारालगड्डा लक्ष्मी प्रसाद, संस्कृत विद्वान एन एस रामानुज ताताचार्य, पंजाबी पत्रकार बरजिंदर सिंह हमदर्द, गैस्ट्रोएनटोरोलॉजिस्ट डी नागेश्वर रेड्डी और वैज्ञानिक ए वी रामा राव को पद्म भूषण के लिए चुना गया. PADMN 3

दिवंगत अभिनेता सईद जाफरी, मास्टरकार्ड के सीईओ अजयपाल सिंह बग्गा, तीरंदाज दीपिका कुमारी, भरतनाट्यम नृत्यांगना प्रतिभा प्रह्लाद, गुजराती लोक संगीतज्ञ भीखूदन गढ़वी, गोवा के संगीतकार तुलसीदास बोरकर और वैज्ञानिक ओंकार नाथ श्रीवास्तव को पद्मश्री के लिए चुना गया है. PADMN 4

पद्म पुरस्कारों में करीब 12 लोग अनुसूचित जाति (एससी) अनुसूचित जनजाति (एसटी) और अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) से हैं. सम्मान पाने वालों में 18 लोग दिल्ली से हैं जबकि 16 महाराष्ट्र से, 12 उत्तर प्रदेश और 11 कर्नाटक से हैं. PADMN 5PADMN 6

इन पुरस्कारों की घोषणा हर साल गणतंत्र दिवस के अवसर पर की जाती है. यह पुरस्कार भारत के राष्ट्रपति एक अलंकरण समारोह में प्रदान करते हैं जो आम तौर पर हर साल मार्च या अप्रैल में राष्ट्रपति भवन में आयोजित किया जाता है.

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नई दिल्ली: गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर राष्ट्र के नाम संदेश में राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने आगाह किया कि निर्णय और कार्यान्वयन में विलंब से विकास की प्रक्रिया का ही नुकसान होगा. उन्होंने कहा, ‘विकास की शक्तिओं को मजबूत बनाने के लिए हमें सुधारों और प्रगतिशील विधान की आवश्यकता है. यह सुनिश्चित करना विधि निर्माताओं का परम कर्तव्य है कि पूरे विचार विमर्श और परिचर्चा के बाद ऐसा विधान लागू किया जाए. सामंजस्य, सहयोग और सर्वसम्मति की भावना निर्णय लेने का प्रमुख तारीका होना चाहिए। निर्णय और कार्यान्वयन में विलंब से विकास प्रक्रिया का ही नुकसान होगा.’

राष्ट्रपति की यह टिप्पणी जीएसटी विधेयक के पारित होने में बने गतिरोध के संदर्भ में महत्वपूर्ण है. कांग्रेस ने इसे पारित कराने में सहयोग के लिए तीन मांग की है जिन्हें सरकार ने अभी तक स्वीकार नहीं किया है. प्रणब ने कहा, ‘पिछला 2015 का साल चुनौतियों का वर्ष रहा. इस दौरान विश्व अर्थव्यवस्था में मंदी रही। वस्तु बाजारों पर असमंजस छाया रहा और संस्थागत कार्रवाई में अनिश्चितता आई. ऐसे कठिन माहौल में किसी भी राष्ट्र के लिए तरक्की करना आसान नहीं हो सकता.’

उन्होंने कहा, ‘भारतीय अर्थव्यवस्था को भी दिक्कतों का सामना करना पड़ा. निवेशकों की आशंका के कारण भारत समेत अन्य उभरते बाजारों से धन वापस लिया जाने लगा जिससे भारतीय रुपये पर दबाव पड़ा. हमारा निर्यात प्रभावित हुआ और हमारे विनिर्माण क्षेत्र का अभी पूरी तरह उभरना बाकी है.’

राष्ट्र के नाम राष्ट्रपति का संदेश विस्तार से पढ़ें

मेरे प्यारे देशवासियो,

1. हमारे राष्ट्र के सड़सठवें गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर, मैं भारत और विदेशों में बसे आप सभी को हार्दिक बधाई देता हूं। मैं, हमारी सशस्त्र सेनाओं, अर्ध-सैनिक बलों तथा आंतरिक सुरक्षा बल के सदस्यों को अपनी विशेष बधाई देता हूं। मैं उन वीर सैनिकों के प्रति श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं जिन्होंने भारत की क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा करने और विधि शासन को कायम रखने के लिए अपना जीवन बलिदान कर दिया।

प्यारे देशवासियो,

2. छब्बीस जनवरी 1950 को हमारे गणतंत्र का जन्म हुआ। इस दिन हमने स्वयं को भारत का संविधान दिया। इस दिन उन नेताओं की असाधारण पीढ़ी का वीरतापूर्ण संघर्ष पराकाष्ठा पर पहुंचा था जिन्होंने दुनिया के सबसे विशाल लोकतंत्र की स्थापना के लिए उपनिवेशवाद पर विजय प्राप्त की। उन्होंने राष्ट्रीय एकता, जो हमें यहां तक लेकर आई है, के निर्माण के लिए भारत की विस्मयकारी अनेकता को सूत्रबद्ध कर दिया। उनके द्वारा स्थापित स्थायी लोकतांत्रिक संस्थाओं ने हमें प्रगति के पथ पर अग्रसर रहने की सौगात दी है। आज भारत एक उदीयमान शक्ति है, एक ऐसा देश है जो विज्ञान, प्रौद्योगिकी, नवान्वेषण और स्टार्ट-अप में विश्व अग्रणी के रूप में तेजी से उभर रहा है और जिसकी आर्थिक सफलता विश्व के लिए एक कौतूहल है।

प्यारे देशवासियो,

3. वर्ष 2015 चुनौतियों का वर्ष रहा है। इस दौरान विश्व अर्थव्यवस्था में मंदी रही। वस्तु बाजारों पर असमंजस छाया रहा। संस्थागत कार्रवाई में अनिश्चितता आई। ऐसे कठिन माहौल में किसी भी राष्ट्र के लिए तरक्की करना आसान नहीं हो सकता। भारतीय अर्थव्यवस्था को भी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। निवेशकों की आशंका के कारण भारत समेत अन्य उभरते बाजारों से धन वापस लिया जाने लगा जिससे भारतीय रुपए पर दबाव पड़ा। हमारा निर्यात प्रभावित हुआ। हमारे विनिर्माण क्षेत्र का अभी पूरी तरह उभरना बाकी है।

4. 2015 में हम प्रकृति की कृपा से भी वंचित रहे। भारत के अधिकतर हिस्सों पर भीषण सूखे का असर पड़ा जबकि अन्य हिस्से विनाशकारी बाढ़ की चपेट में आ गए। मौसम के असामान्य हालात ने हमारे कृषि उत्पादन को प्रभावित किया। ग्रामीण रोजगार और आमदनी के स्तर पर बुरा असर पड़ा।

प्यारे देशवासियो,

5. हम इन्हें चुनौतियां कह सकते हैं क्योंकि हम इनसे अवगत हैं। समस्या की पहचान करना और इसके समाधान पर ध्यान देना एक श्रेष्ठ गुण है। भारत इन समस्याओं को हल करने के लिए कार्यनीतियां बना रहा है और उनका कार्यान्वयन कर रहा है। इस वर्ष 7.3 प्रतिशत की अनुमानित विकास दर के साथ, भारत सबसे तेजी से बढ़ रही विशाल अर्थव्यवस्था बनने के मुकाम पर है। विश्व तेल कीमतों में गिरावट से बाह्य क्षेत्र को स्थिर बनाए रखने और घरेलू कीमतों को नियंत्रित करने में मदद मिली है। बीच-बीच में रुकावटों के बावजूद इस वर्ष उद्योगों का प्रदर्शन बेहतर रहा है।

6. आधार 96 करोड़ लोगों तक मौजूदा पहुंच के साथ, आर्थिक रिसाव रोकते हुए और पारदर्शिता बढ़ाते हुए लाभ के सीधे अंतरण में मदद कर रहा है। प्रधान मंत्री जन धन योजना के तहत खोले गए 19 करोड़ से ज्यादा बैंक खाते वित्तीय समावेशन के मामले में विश्व की अकेली सबसे विशाल प्रक्रिया है। सांसद आदर्श ग्राम योजना का लक्ष्य आदर्श गांवों का निर्माण करना है। डिजीटल भारत कार्यक्रम डिजीटल विभाजन को समाप्त करने का एक प्रयास है। प्रधान मंत्री फसल बीमा योजना का लक्ष्य किसानों की बेहतरी है। महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम जैसे कार्यक्रमों पर बढ़ाए गए खर्च का उद्देश्य ग्रामीण अर्थव्यवस्था को दोबारा सशक्त बनाने के लिए रोजगार में वृद्धि करना है।

7. भारत में निर्माण अभियान से व्यवसाय में सुगमता प्रदान करके और घरेलू उद्योग की स्पर्द्धा क्षमता बढ़ाकर विनिर्माण तेज होगा। स्टार्ट-अप इंडिया कार्यक्रम नवान्वेषण को बढ़ावा देगा और नए युग की उद्यमशीलता को प्रोत्साहित करेगा। राष्ट्रीय कौशल विकास मिशन में 2022 तक 30 करोड़ युवाओं को कुशल बनाने का विचार किया गया है।

8. हमारे बीच अकसर संदेहवादी और आलोचक होंगे। हमें शिकायत, मांग, विरोध करते रहना चाहिए। यह भी लोकतंत्र की एक विशेषता है। परंतु हमारे लोकतंत्र ने जो हासिल किया है, हमें उसकी भी सराहना करनी चाहिए। बुनियादी ढांचे, विनिर्माण, स्वास्थ्य, शिक्षा, विज्ञान और प्रौद्योगिकी में निवेश से, हम और अधिक विकास दर प्राप्त करने की बेहतर स्थिति में हैं जिससे हमें अगले दस से पंद्रह वर्षों में गरीबी मिटाने में मदद मिलेगी।

प्यारे देशवासियो,

9. अतीत के प्रति सम्मान राष्ट्रीयता का एक आवश्यक पहलू है। हमारी उत्कृष्ट विरासत, लोकतंत्र की संस्थाएं सभी नागरिकों के लिए न्याय, समानता तथा लैंगिक और आर्थिक समता सुनिश्चित करती हैं। जब हिंसा की घृणित घटनाएं इन स्थापित आदर्शों, जो हमारी राष्ट्रीयता के मूल तत्त्व हैं, पर चोट करती हैं तो उन पर उसी समय ध्यान देना होगा। हमें हिंसा, असहिष्णुता और अविवेकपूर्ण ताकतों से स्वयं की रक्षा करनी होगी।

प्यारे देशवासियो :

10. विकास की शक्तियों को मजबूत बनाने के लिए, हमें सुधारों और प्रगतिशील विधान की आवश्यकता है। यह सुनिश्चित करना विधि निर्माताओं का परम कर्तव्य है कि पूरे विचार-विमर्श और परिचर्चा के बाद ऐसा विधान लागू किया जाए। सामंजस्य, सहयोग और सर्वसम्मति बनाने की भावना निर्णय लेने का प्रमुख तरीका होना चाहिए। निर्णय और कार्यान्वयन में विलम्ब से विकास प्रक्रिया का ही नुकसान होगा।

प्यारे देशवासियो,

11. विवेकपूर्ण चेतना और हमारे नैतिक जगत का प्रमुख उद्देश्य शांति है। यह सभ्यता की बुनियाद और आर्थिक प्रगति की जरूरत है। परंतु हम कभी भी यह छोटा सा सवाल नहीं पूछ पाए हैं : शांति प्राप्त करना इतना दूर क्यों है? टकराव को समाप्त करने से अधिक शांति स्थापित करना इतना कठिन क्यों रहा है?

12. विज्ञान और प्रौद्योगिकी में उल्लेखनीय क्रांति के साथ 20वीं सदी की समाप्ति पर, हमारे पास उम्मीद के कुछ कारण मौजूद थे कि 21वीं सदी एक ऐसा युग होगा जिसमें लोगों और देश की सामूहिक ऊर्जा उस बढ़ती हुई समृद्धि के लिए समर्पित होगी जो पहली बार घोर गरीबी के अभिशाप को मिटा देगी। यह उम्मीद इस शताब्दी के पहले पंद्रह वर्षों में फीकी पड़ गई है। क्षेत्रीय अस्थिरता में चिंताजनक वृद्धि के कारण व्यापक हिस्सों में अभूतपूर्व अशांति है। आतंकवाद की बुराई ने युद्ध को इसके सबसे बर्बर रूप में बदल दिया है। इस भयानक दैत्य से अब कोई भी कोना अपने आपको सुरक्षित महसूस नहीं कर सकता है।

13. आतंकवाद उन्मादी उद्देश्यों से प्रेरित है, नफरत की अथाह गहराइयों से संचालित है, यह उन कठपुतलीबाजों द्वारा भड़काया जाता है जो निर्दोष लोगों के सामूहिक संहार के जरिए विध्वंस में लगे हुए हैं। यह बिना किसी सिद्धांत की लड़ाई है, यह एक कैंसर है जिसका इलाज तीखी छुरी से करना होगा। आतंकवाद अच्छा या बुरा नहीं होता; यह केवल बुराई है।

प्यारे देशवासियो,

14. देश हर बात से कभी सहमत नहीं होगा; परंतु वर्तमान चुनौती अस्तित्व से जुड़ी है। आतंकवादी महत्त्वपूर्ण स्थायित्व की बुनियाद, मान्यता प्राप्त सीमाओं को नकारते हुए व्यवस्था को कमज़ोर करना चाहते हैं। यदि अपराधी सीमाओं को तोड़ने में सफल हो जाते हैं तो हम अराजकता के युग की ओर बढ़ जाएंगे। देशों के बीच विवाद हो सकते हैं और जैसा कि सभी जानते हैं कि जितना हम पड़ोसी के निकट होंगे, विवाद की संभावना उतनी अधिक होगी। असहमति दूर करने का एक सभ्य तरीका, संवाद है, जो सही प्रकार से कायम रहना चाहिए। परंतु हम गोलियों की बौछार के बीच शांति पर चर्चा नहीं कर सकते।

15. भयानक खतरे के दौरान हमें अपने उपमहाद्वीप में विश्व के लिए एक पथप्रदर्शक बनने का ऐतिहासिक अवसर प्राप्त हुआ है। हमें अपने पड़ोसियों के साथ शांतिपूर्ण वार्ता के द्वारा अपनी भावनात्मक और भू-राजनीतिक धरोहर के जटिल मुद्दों को सुलझाने का प्रयास करना चाहिए, और यह जानते हुए एक दूसरे की समृद्धि में विश्वास जताना चाहिए कि मानव की सर्वोत्तम परिभाषा दुर्भावनाओं से नहीं बल्कि सद्भावना से दी जाती है। मैत्री की बेहद जरूरत वाले विश्व के लिए हमारा उदाहरण अपने आप एक संदेश का कार्य कर सकता है।

प्यारे देशवासियो,

16. भारत में हर एक को एक स्वस्थ, खुशहाल और कामयाब जीवन जीने का अधिकार है। इस अधिकार का, विशेषकर हमारे शहरों में, उल्लंघन किया जा रहा है, जहां प्रदूषण खतरनाक स्तर पर पहुंच चुका है। जलवायु परिवर्तन अपने असली रूप में सामने आया जब 2015 सबसे गर्म वर्ष के रूप में दर्ज किया गया। विभिन्न स्तरों पर अनेक कार्यनीतियों और कार्रवाई की आवश्यकता है। शहरी योजना के नवान्वेषी समाधान, स्वच्छ ऊर्जा का प्रयोग और लोगों की मानसिकता में बदलाव के लिए सभी भागीदारों की सक्रिय हिस्सेदारी जरूरी है। लोगों द्वारा अपनाए जाने पर ही इन परिवर्तनों का स्थायित्व सुनिश्चित हो सकता है।

प्यारे देशवासियो,

17. अपनी मातृभूमि से प्रेम समग्र प्रगति का मूल है। शिक्षा, अपने ज्ञानवर्धक प्रभाव से, मानव प्रगति और समृद्धि पैदा करती है। यह भावनात्मक शक्तियां विकसित करने में सहायता करती है जिससे सोई उम्मीदें और भुला दिए गए मूल्य दोबारा जाग्रत हो जाते हैं। डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन ने कहा था, ‘‘शिक्षा का अंतिम परिणाम एक उन्मुक्त रचनाशील मनुष्य है जो ऐतिहासिक परिस्थितियों और प्राकृतिक विपदाओं के विरुद्ध लड़ सकता है।’’ ‘चौथी औद्योगिक क्रांति’ पैदा करने के लिए जरूरी है कि यह उन्मुक्त और रचनाशील मनुष्य उन बदलावों को आत्मसात करने के लिए परिवर्तन गति पर नियंत्रण रखे जो व्यवस्थाओं और समाजों के भीतर स्थापित होते जा रहे हैं। एक ऐसे माहौल की आवश्यकता है जो महत्त्वपूर्ण विचारशीलता को बढ़ावा दे और अध्यापन को बौद्धिक रूप से उत्साहवर्धक बनाए। इससे विद्वता प्रेरित होगी और ज्ञान एवं शिक्षकों के प्रति गहरा सम्मान बढ़ेगा। इससे महिलाओं के प्रति आदर की भावना पैदा होगी जिससे व्यक्ति जीवन पर्यन्त सामाजिक सदाचार के मार्ग पर चलेगा। इसके द्वारा गहन विचारशीलता की संस्कृति प्रोत्साहित होगी और चिंतन एवं आंतरिक शांति का वातावरण पैदा होगा। हमारी शैक्षिक संस्थाएं मन में जाग्रत विविध विचारों के प्रति उन्मुक्त दृष्टिकोण के जरिए, विश्व स्तरीय बननी चाहिए। अंतरराष्ट्रीय वरीयताओं में प्रथम दो सौ में स्थान प्राप्त करने वाले दो भारतीय उच्च शिक्षा संस्थानों के द्वारा यह शुरुआत पहले ही हो गई है।

प्यारे देशवासियो,

18. पीढ़ी का परिवर्तन हो चुका है। युवा बागडोर संभालने के लिए आगे आ चुके हैं। ‘नूतन युगेर भोरे’ के टैगोर के इन शब्दों के साथ आगे कदम बढ़ाएं :

‘‘चोलाय चोलाय बाजबे जायेर भेरी-

पायेर बेगी पॉथ केटी जाय कोरिश ने आर

देरी।’’

आगे बढ़ो, नगाड़ों का स्वर तुम्हारे विजयी प्रयाण की घोषणा करता है

शान के साथ कदमों से अपना पथ बनाएं;

देर मत करो, देर मत करो, एक नया युग आरंभ हो रहा है।

धन्यवाद,

जय हिंद!

(साभार-पीआईबी) (फोटो साभार-डीडी न्यूज़)   

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नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और फ्रांस के राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद के बीच बातचीत के बाद रेल क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने के उद्देश्य से दो समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए. अलस्ताम और भारतीय रेलवे ने बिहार में मधेपुरा में 800 इलेक्ट्रिक इंजनों के उत्पादन के लिए एक ‘शेयरधारिता समझौते’ पर हस्ताक्षर किए. समझौते के मुताबिक, मधेपुरा कारखाने में अगले 11 वर्षों के दौरान 12,000-12,000 हॉर्सपावर के 800 इलेक्ट्रिक इंजनों का विनिर्माण किया जाएगा.

इलेक्ट्रिक इंजनों की मौजूदा क्षमता 6,000 हॉर्सपावर की है. इस परियोजना में 1,300 करोड़ रुपये का विदेशी निवेश शामिल है जिसे रेल क्षेत्र में एक बड़ा निवेश माना जा रहा है. अलस्ताम पर कारखाना स्थापित करने, लोकोमोटिव का विनिर्माण करने एवं उसका रखरखाव करने की जिम्मेदारी होगी.

रेलवे ने मधेपुरा इलेक्ट्रिक लोकोमोटिव परियोजना का ठेका अलस्ताम को देने का निर्णय नवंबर में किया था.

दूसरे समझौते के तहत फ्रांस अंबाला और लुधियाना स्टेशनों के आधुनिकीकरण में अपनी विशेषज्ञता उपलब्ध कराएगा. फ्रांस से एक विशेषज्ञ आएगा और इन दो स्टेशनों का अध्ययन करेगा और उसकी रिपोर्ट के आधार पर एक रूपरेखा तैयार की जाएगी. अंबाला और लुधियाना रेलवे स्टेशनों के आधुनिकीकरण में मदद करेगा और अग्रणी फ्रांसीसी कंपनी अलस्ताम 1,300 करोड़ रुपये के विदेशी निवेश से 800 इलेक्ट्रिक इंजनों का विनिर्माण करेगी जिसकी क्षमता भारत में मौजूदा इंजनों से दोगुने हॉर्सपावर की होगी.

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