GayaJi: प्रधानमंत्री के सभा में अपने संबोधन में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार में हुए विकास कार्यों और आने वाले लक्ष्यों की जानकारी दी।
10 लाख सरकारी नौकरियों का लक्ष्य पूरा हो चुका है: नीतीश कुमार
उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य, सड़क और बिजली समेत सभी क्षेत्रों में तेजी से काम हो रहा है।
मुख्यमंत्री ने बताया कि वर्ष 2018 में हर घर तक बिजली पहुँचा दी गई थी। पहले घरेलू उपभोक्ताओं को नाम मात्र की छूट दी जाती थी, लेकिन अब यह निर्णय लिया गया है कि राज्य सरकार की ओर से प्रत्येक उपभोक्ता को 125 यूनिट तक बिजली निःशुल्क दी जा रही है।
रोजगार और नौकरियों को लेकर मुख्यमंत्री ने कहा कि 2020 में 10 लाख सरकारी नौकरियां देने और 10 लाख रोजगार सृजन का लक्ष्य तय किया गया था। इसमें से 10 लाख सरकारी नौकरियों का लक्ष्य पूरा हो चुका है, जबकि रोजगार के अवसर बढ़कर 39 लाख तक पहुँच चुके हैं। उन्होंने दावा किया कि आने वाले समय में यह संख्या 50 लाख से भी अधिक हो जाएगी।
मुख्यमंत्री ने यह भी घोषणा की कि अगले पाँच वर्षों में 1 करोड़ युवाओं को नौकरी और रोजगार दिया जाएगा। इसके साथ ही बिहार में नए उद्योग लगाने के लिए आवश्यक सहयोग उपलब्ध कराया जाएगा।
संबोधन के दौरान मुख्यमंत्री ने विपक्ष पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि पहले की सरकारें जनता के लिए ठीक से काम नहीं करती थीं। “24 नवंबर 2005 को जब हमारी एनडीए की सरकार बनी, तभी से बिहार में विकास की रफ्तार शुरू हुई। 2005 के पहले गया की क्या स्थिति थी, यह सब लोग अच्छी तरह जानते हैं।”
उन्होंने कहा कि बिहार के विकास में केंद्र सरकार का भी पूरा सहयोग मिल रहा है। जुलाई 2014 के बजट में बिहार को विशेष आर्थिक सहायता दी गई थी, जिसके तहत सड़क, उद्योग, स्वास्थ्य, पर्यटन और बाढ़ नियंत्रण के लिए बड़ी राशि स्वीकृत की गई। इसके बाद फरवरी 2025 के बजट में बिहार मखाना बोर्ड की स्थापना, नए एयरपोर्ट के निर्माण और पश्चिमी कोसी नहर परियोजना के लिए वित्तीय सहायता की घोषणा की गई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इन सभी प्रयासों से बिहार को नई ऊँचाइयों पर ले जाने का कार्य जारी है।