Patna: चर्चित व्यवसायी गोपाल खेमका हत्याकांड में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। इस मामले में हथियार सप्लाई करने वाला आरोपी विकास उर्फ राजा मंगलवार देर रात पुलिस मुठभेड़ में मारा गया। पुलिस उसे गिरफ्तार करने गई थी, लेकिन उसने फायरिंग शुरू कर दी, जिसके बाद जवाबी कार्रवाई में वह ढेर हो गया।
राजा के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है
मुठभेड़ पटना सिटी के मालसलामी थाना क्षेत्र में पीर दमरिया घाट के पास रात करीब 2:45 बजे हुई। 29 वर्षीय राजा की मौके पर ही मौत हो गई। घटना की सूचना मिलते ही पटना सिटी के अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी (SDPO) मौके पर पहुंचे और जांच की। पुलिस को घटनास्थल से एक पिस्टल, जिंदा कारतूस और खोखा बरामद हुआ है। राजा के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है।
मुख्य आरोपी उमेश की निशानदेही पर पहुंची थी पुलिस
इससे पहले इस केस में एक और मुख्य आरोपी उमेश कुमार को गिरफ्तार किया गया था। पूछताछ में उमेश ने ही खुलासा किया कि हथियार विकास उर्फ राजा ने मुहैया कराए थे। इसी जानकारी के आधार पर पुलिस राजा को पकड़ने पहुंची थी।
होटल के पास गोपाल खेमक को मारी गई थी गोली
बता दें कि शनिवार को गांधी मैदान थाना क्षेत्र में स्थित पनास होटल के पास गोपाल खेमका को गोली मारी गई थी। जब वे अपने अपार्टमेंट के पास कार से उतर रहे थे, तभी घात लगाए हमलावर ने उन पर फायरिंग कर दी। परिजन उन्हें फौरन अस्पताल ले गए, लेकिन डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। पुलिस को शक है कि इस हत्या के पीछे जमीन विवाद या पुरानी रंजिश हो सकती है।
पहले बेटे की भी हो चुकी है हत्या
यह पहली बार नहीं है जब खेमका परिवार को निशाना बनाया गया हो। साल 2019 में गोपाल खेमका के बड़े बेटे गुंजन खेमका की वैशाली जिले में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। उस वक्त गोपाल खेमका को सुरक्षा दी गई थी, लेकिन बाद में वह हटा ली गई थी। अब दोबारा हत्या की इस वारदात से राजधानी पटना में हड़कंप मच गया है।
जेडीयू नेता ने पुलिस कार्रवाई को बताया सही
इस पूरे घटनाक्रम पर जेडीयू नेता राजीव रंजन ने कहा, “हमें जानकारी मिली है कि पुलिस ने एक आरोपी को मुठभेड़ में मार गिराया है, जिसने पुलिस पर हमला करने की कोशिश की थी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार खुद हर मामले पर नजर रख रहे हैं।”