पटना: बिहार में 24 सीटों पर होने वाले एमएलसी चुनाव में भाजपा द्वारा वीआईपी पार्टी को एक भी सीट नहीं दिये जाने के बाद पार्टी सुप्रीमो मुकेश सहनी ने सभी 24 सीटों पर अकेले ही चुनाव करने की रविवार को घोषणा कर दी। दूसरी ओर लालू प्रसाद और तेजस्वी यादव के साथ रविवार को कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं की बातचीत दिल्ली में सफल नहीं हो पाई । अब एमएलसी चुनाव में कांग्रेस और राजद अगल-अलग ताकत आजमाएंगी।
बिहार विधानसभा में कांग्रेस पार्टी के नेता अजीत शर्मा ने मीडिया से बातचीत में कहा कि हमारी बातचीत सफल नहीं हो पाई। हम महागठबंधन धर्म निभाना चाहते हैं पर वे नहीं निभाएं। वे 24 सीटों पर उम्मीदवार देंगे तो कांग्रेस भी 24 सीटों पर उम्मीदवार उतारेगी। कांग्रेस देश की बड़ी पार्टी है, राज्य की बात छोड़िए।
दूसरी ओर भाजपा द्वारा एक भी सीट एमएलसी के न दिये जाने से नाराज मुकेश सहनी ने रविवार दोपहर प्रेसवार्ता करके कहा कि ‘गठबंधन का मतलब होता है सभी दलों की सहमति से फैसला लेना। फैसला लेने के बाद विश्वास में नहीं लिया जाता है। जब उन्हें हमारी जरूरत थी तब उन्होंने हमें अपने गठबंधन में शामिल किया और जब जरूरत नहीं है तो मैं गठबंधन से बाहर कर रहे हैं।
मुकेश सहनी ने भाजपा पर तंज कसते हुए कहा कि ‘हमें 11 सीट और एक एमएलसी का सीट देकर उन्होंने कोई एहसान नहीं किया था। हमने भी उन्हें कई सीटों पर वोट दिलवाने का काम किया। भाजपा उन्हें लगातार धोखा दे रही है। वह भूल रहे हैं कि सरकार में जितना 74 सीट वालों की भूमिका है, उतनी ही चार सीट वाले की भी भूमिका है। बिना चार सीट के उनकी सरकार नहीं बन सकती थी।
उन्होंने कहा कि अगर हमारे समाज को उनका अधिकार नहीं मिला तो, मैं 24 सीटों पर अकेले दम पर चुनाव लड़ने को तैयार हूं। आने वाले 2024 के लोकसभा चुनाव में भी अकेले दम पर चुनाव लड़ूंगा। मैं साफ-साफ कह देना चाहता हूं कि मैं योगी-मोदी की जय नहीं बोलूंगा। जरूरत पड़ने पर मुर्दाबाद के भी नारे लगा लूंगा।