पटना, 7 जून (हि.स.)। बिहार सरकार ने बुधवार शाम को बड़े पैमाने पर आईएएस अधिकारियों के तबादले किए हैं। बिहार के गृह विभाग से लेकर वित्त और शिक्षा विभाग जैसे कई अहम विभागों की जिम्मेदारी संभाल रहे आईएएस अधिकारियों का तबादला किया गया है।
मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव एस सिद्धार्थ को गृह विभाग का नया अपर मुख्य सचिव बनाया गया है। खास बात यह है कि दो दिन पूर्व गंगा नदी के सुल्तानगंज-अगुआनी घाट पर निर्माणाधीन पुल के ध्वस्त होने के बाद आरोपों से घेरे में आये आईएएस अधिकारी प्रत्यय अमृत को एक और विभाग का जिम्मा दिया गया है। उन्हें आपदा प्रबंधन विभाग का भी अपर मुख्य सचिव का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है। इससे पता चलता है कि आरोपों के बाद भी पथ निर्माण विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत पर मुख्यमंत्री नीतीश का भरोसा कायम है।
इसके अलावा गृह विभाग का काम संभाल रहे चैतन्य प्रसाद को अपर मुख्य सचिव, गृह विभाग और अपर मुख्य सचिव, निगरानी विभाग से हटा कर अपर मुख्य सचिव, जल संसाधन विभाग,पटना के पद पर तैनात किया गया है। चैतन्य प्रसाद अगले आदेश तक अपर मुख्य सचिव, लघु जल संसाधन विभाग के अतिरिक्त प्रभार में भी रहेंगे। सरकार ने मद्ध निषेध विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक को स्थानांतरित कर दिया है। विभाग के सचिव विनोद सिंह गुंजियाल को ही मद्ध निषेध उत्पाद व निबंधन विभाग का संपूर्ण प्रभार दे दिया गया है। कड़क अफसर केके पाठक को शिक्षा विभाग का अपर मुख्य सचिव बनाया गया है। पाठक बिपार्ड के अतिरिक्त प्रभार में भी रहेंगे।
लंबे समय बाद एस. सिद्धार्थ को वित्त विभाग से हटाया गया है। सिद्धार्थ मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव और कैबिनेट के अपर मुख्य सचिव भी हैं। उन्हें वित्त विभाग से हटा कर बिहार के गृह विभाग की जिम्मेदारी दी गयी है। इसके साथ साथ वे मुख्यमंत्री के मुख्य सचिव और कैबिनेट के अपर मुख्य सचिव का काम देखते रहेंगे।