Chhapra: भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी एवं किसान सभा की सारण जिला इकाई ने भारत के संसद द्वारा पारित किसान विरोधी बिल के विरोध में शहर में सड़कों पर उतर विरोध मार्च निकाला और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का पूतला फूंक आक्रोश प्रकट किया.

विरोध मार्च भाकपा जिला मुख्यालय मंजर रिज़वी भवन सलेमपुर से निकाला गया जिसका नेतृत्व भाकपा जिला सचिव रामबाबू सिंह एवं जिला किसान सभा के संयोजक हरिवल्लभ सिंह एवं उप संयोजक भरत राय ने किया.

प्रदर्शनकारी किसान कार्यकर्ता जुलूस की शक्ल में भारत सरकार द्वारा पारित कराए किसान विरोधी बिल को रद्द करने, स्वामीनाथ आयोग के मुताबिक फसल के समर्थन मूल्य लागू करने, खेती को कार्पोरेट घरानों से मुक्त करने, अनिवार्य वस्तु अधिनियम 1925 को जारी रखने, किसानों को कर्ज मुक्त करने की मांगों से संबंधित नारे लगाते हुए शहर के विभिन्न चौक चौराहों पर प्रर्दशन किया तत्पश्चात नगरपालिका चौक पर पहुंच कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पुतला दहन किया.

प्रदर्शनकारियों को भाकपा जिला सचिव रामबाबू सिंह, चुल्हन प्रसाद सिंह, किसान नेता हरिबल्लभ सिंह, भरत राय, वरीय अधिवक्ता सुरेंद्रनाथ त्रिपाठी, अवधेश राय, छात्र नेता राहुल कुमार यादव, अमित नयन, परमात्मा प्रसाद गुप्ता, नागेन्द्र राय, शिवजी दास, सुरेश वर्मा, सुग्रीव गुप्ता, युवा नेता दिलीप वर्मा अन्य ने संबोधित किया एवं संसद द्वारा पारित किसान बिल को रद्द करने की मांग करते हुए सरकार की किसान विरोधी नीतियों की आलोचना की.

Chhapra: भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश कार्यसमित सदस्य सह गोपालगंज के प्रभारी, सारण के पूर्व जिलाध्यक्ष व गंगा प्रकोष्ठ के पूर्व प्रांतीय संयोजक अशोक कुमार सिंह ने कहा कि कृषि सुधार विधेयक बिल किसानों के हित में है. इससे किसानों का मुनाफा बढ़ेगा और अन्नदाता संपन्न होंगे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सोच के अनुरूप ही केंद्र की एनडीए सरकार ने यह बिल सदन में पास कराया है। प्रधानमंत्री की शुरू से ही यह राय है कि किसानों की आमदनी दोगुनी करनी है. इस दिशा में लगातार कार्य हो रहे हैं. चाहे हर खेत को पानी पहुंचाने का प्रयास हो या फिर कृषि फीडर की व्यवस्था करनी हो. किसानों के उत्पाद की सही कीमत मिले, इसके लिए यह विधेयक जरूरी था. इसके बाद भी अब तक किसानों का शोषण करने वाली कांग्रेस उन्हें गुमराह कर रही है. यदि कांग्रेस की नीतियां सही होती, तो आज तक किसान बदहाल नहीं रहते और अन्नदाता आत्महत्या को मजबूर नहीं होते. इसलिए अन्नदाताओं से आग्रह है कि वे कांग्रेस की चालबाजी समझ खुद के हित में इस बिल का समर्थन करें.

श्री सिंह ने पूर्व केंद्रीय मंत्री व स्थानीय सांसद राजीव प्रताप रूडी के उल्लेखनीय कार्यों को भी गिनाया और कहा कि उनकी सकारात्मक पहल से सारण में विकास के नये कीर्तिमान स्थापित हुए हैं. जिले में एनएचआई, पीडब्ल्यूडी व ग्रामीण सड़कों का जाल बिछ गया है. गंगा पर दो अतिरिक्त सेतु के निर्माण को भी हरी झंडी दिलाने में सांसद की महती भूमिका रही है. इन दोनों सेतु के निर्माण का सपना साकार होते ही सारण की कनेक्टिविटी सीधे तौर पर राजधानी पटना से हो जायेगी. फिर वह दिन दूर नहीं, जब ग्रेटर नोएडा की तर्ज पर ग्रेटर पटना के रूप में सारण विकसित होगा. सोनपुर में अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के निर्माण की स्वीकृति भी सांसद की पहल पर केंद्र सरकार ने प्रदान कर दी है. राज्य सरकार से एनओसी मिलते ही कार्य प्रारंभ होने की उम्मीद है. इस एयरपोर्ट का निर्माण होते ही सारण दुनिया के मानचित्र पर स्थापित हो जायेगा.

श्री सिंह ने कहा कि सारण में 24 घंटे बिजली की उपलब्धता के साथ ही दियारे के विभिन्न इलाकों में विद्युतीकरण की दिशा में सांसद ने उल्लेखनीय पहल की, जिसका नतीजा हुआ कि इन इलाकों में आजादी के बाद पहली बार बिजली पहुंची है. सांसद की पहल पर पाइप लाइन से घर-घर गैस आपूर्ति का कार्य भी प्रगति पर है. सासंद की ओर से स्थापित नियंत्रण कक्ष के माध्यम से आम लोगों को सहूलियत देने का उल्लेखनीय प्रयास हुआ है. लॉकडाउन के दौरान आम लोगों के अलावा बहुतेरे प्रवासियों का इसका लाभ मिला. सांसद की इस पहल की प्रशंसा लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला ने करते हुए अन्य सांसदों को भी इसका अनुसरण करने को प्रेरित किया.

Chhapra: बिहार विधानसभा चुनाव की अधिसूचना जारी होने के साथ सारण जिला प्रशासन एक्टिव मोड में आ गई है. चुनाव की तैयारियां शुरू है. कोरोना संक्रमण काल मे हो रहे इस चुनाव में पूरी तरह से कोविड को लेकर जारी दिशा निर्देशों का पालन करना प्रशासन के लिए एक कड़ी चुनौती है बावजूद इसके प्रशासन चुस्त दुरुस्त है.

जिले के 10 विधानसभा में इस बार 4239 मतदान केंद्र बनाए गए है. जहां सुबह 7 बजे से संध्या 6 बजे तक मतदान की प्रक्रिया होगी. जिले में इस बार मतदान केंद्रों पर मतदान कर्मी के रूप में महिला कर्मी भी दिखेगी. जिला प्रशासन द्वारा महिला कर्मियों का डेटाबेस तैयार कर लिया गया है. साथ ही उनकी जिम्मेवारी भी तय की जा रही है.

शुक्रवार को समाहरणालय सभागार में आहूत बैठक में जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन ने बताया कि जिले में कुल 4239 मतदान केंद्र बनाए गए है. जिसके अनुसार 22 हजार कर्मियों की आवश्यकता है. प्रशासन ने 23 हजार कर्मियों का डेटाबेस तैयार किया है. वही इस मतदान केंद्रों पर 7300 महिला कर्मी भी मतदान के कार्यो को संपादित करेगी.

उन्होंने बताया कि 4239 मतदान केंद्रों में से 230 मतदान केंद्रों का सिर्फ महिला कर्मी संचालन करेगी.इसके अलावे अन्य मतदान केंद्रों पर महिला कर्मी मतदान कर्मी के रूप में रहेंगी. जिसकी तैयारी अंतिम चरण में है.

Chhapra: बिहार में 28 सितंबर से स्कूलों को खोलने का आदेश दिया गया है,  लेकिन दूसरी तरफ अगले आदेश तक कोचिंग संस्थानों को खोलने की अनुमति नहीं दी गयी है. सरकार के इस आदेश के बाद सभी  कोचिंग संचालक एकजुट होकर सरकार से कोचिंग खोलने की अनुमति मांग रहे हैं. छपरा  के कोचिंग संचालकों ने इसको लेकर एक बैठक की और कहा कि देश में जब  सब कुछ खुल रहा है तो फिर कोचिंग क्यों नहीं खुल सकता? कोचिंग संचालकों ने कहा कि वह सभी  जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपकर इसकी मांग करेंगे.

सारण जिले के कोचिंग संचालकों ने कहा है कि 6 महीने से कोचिंग बंद होने के कारण आर्थिक स्थिति पर बुरा प्रभाव पड़ा है. देश में अनलॉक की प्रक्रिया चल रही है सब कुछ खुल गया है, बस कोचिंग संस्थानों को खोलने का आदेश नहीं दिया गया है.

कोचिंग एसोसिएशन सारण के बैठक में जिले भर के कोचिंग संचालक मौजूद थे.  संचालकों ने कहा कि 6 महीने से संस्थान बंद है, जिससे कई कोचिंग संचालक बहुत ही बुरी तरह से आर्थिक परेशानी से गुजर रहे हैं. सरकार को इस बारे में सोचना चाहिए.

संचालकों ने कहा कि वो सरकार की गाइड लाइन के अनुसार कोचिंग संस्थान खोलेंगे और कोविड का ध्यान रखते हुए सोशल डिस्टेंसिंग के साथ-साथ क्लास चलाएंगे संचालकों ने कहा कि सरकार को हमें छूट देनी चाहिए ताकि कोई शिक्षक भूखमरी का शिकार ना हो.

Parsa: जदयू के जिला महासचिव परसा विधानसभा के भावी प्रत्याशी मैनेजर सिंह ने विधानसभा क्षेत्र के कई गांवों का भ्रमण कर लोगों के साथ जनसंपर्क किया.

इस मौके पर बड़ी संख्या में कार्यकर्ता भी मौजूद रहे. मैनेजर सिंह ने कहा कि बिहार विधानसभा चुनावों की तैयारी को लेकर आज परसा विधानसभा क्षेत्र में लगातार जनसंपर्क कर रहे हैं. जनसंपर्क के माध्यम से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को बिहार का सीएम फिर से बनाने की अपील की गई.

मैनेजर सिंह ने कहा कि वह जदयू पार्टी से काफी सालों से जुड़े हुए हैं और पार्टी की सेवा लगातार कर रहे हैं, जिस तरह से उन्होंने अपने दायित्वों को निभाने का कार्य किया है. पार्टी को मुझ पर पूरा भरोसा है. उन्होंने परसा विधानसभा सीट से जदयू के सीट पर दावा करते हुए कहा कि जनता के कहने पर वह चुनाव लड़ रहे हैं, जनता चाहती है कि मैं इस बार परसा विधानसभा क्षेत्र की जनता का प्रतिनिधित्व करूं और विकास को एक नया आयाम दूं. मैनेजर सिंह ने कहा कि यदि जनता ने मुझे मौका दिया तो परसा विधानसभा क्षेत्र की जनता को विकास के नए मुहाने पर ले जाने का कार्य करूंगा.

Chhapra: जयप्रकाश विश्वविद्यालय छपरा (बिहार) के कुलपति प्रो. ( डॉ.) फारूक अली ने विश्वविद्यालय के पीजी भौतिकी विभाग का औचक निरीक्षण किया. जिसमें कुलपति प्रो (डॉ) फारूक अली ने कहा कि कोई शिक्षक नहीं पाये गये. यहां चार शिक्षक कार्यरत हैं. जिसमें सभी अनुपस्थित पाये गये. भौतिकी विभाग में सिर्फ ऐजाज अहमद कार्यालय सहायक उपस्थित पाये गये. बगल मे पीजी रासायन विभाग में औचक निरीक्षण के दौरान कुलपति प्रो डॉ फारूक अली ने रासायन विभाग में भी रजिस्टर चेक किये. जिसमें रासायन विभाग के अध्यक्ष प्रो उदय अरविंद से जाँच के दौरान कुलपति ने प्रो उदय अरविंद की तारीफ़ करते हुए कहा कि विभाग में नियमित रहें और कोई कोविड-19 का बहाना नहीं चलेगा. लापरवाही बर्दास्त नही की जाएगी.

पीजी रासायन विभाग में हेड के अलावे सभी अनुपस्थित पाये गये परंतु हेड ने सफाई देते हुए कहा कि महिला लीव में है. रासायन विभाग के प्रयोगशाला की जाँच की. जिसमें संतोषजनक नहीं मिला. सभी प्रायोगिक समान उपलब्ध है. पीजी फिलॉसफी विभाग के हेड प्रो हरिश्चंद एनएसएस में उपस्थित थे.

कुलपति प्रो डॉ फारूक अली ने कहा कि सभी पीजी वालों के साथ जल्द ही बैठक करेंगे. डिस्टैंस लाईब्रेरी में सिर्फ कुणाल किशोर व राजेश कुमार मांझी व अशोक कुमार उपस्थित पाये गये. रास्ते में मिले नामांकन कराने आयी हुई छात्रा से भी कुलपति ने बात की.

Chhapra: शहर में भारी बारिश के बाद उत्पन्न जलजमाव की स्थिति से अब महाविद्यालय भी पीछे नहीं है. जयप्रकाश विश्वविद्यालय के प्रीमियर कॉलेज राजेंद्र महाविद्यालय परिसर में भारी जलजमाव के कारण महाविद्यालय प्रशासन ने इसे तत्कात प्रभाव से बंद रखने का निर्णय लिया है.

महाविद्यालय के परिसर में 4 से 5 फीट पानी भर चुका है. जिससे आने जाने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. इस विषम परिस्थिति में महाविद्यालय को 30 सितंबर 2020 तक तत्काल प्रभाव से बंद किया गया है.

प्राचार्य के आदेश से महाविद्यालय के द्वारा आदेश में कहा गया है कि इस दौरान इंटरमीडिएट पंजीयन हेतु BCA भवन में स्पेशल काउंटर पर कार्य संपादित होगा तथा शिक्षिकेत्तर कर्मचारी छात्रों से फॉर्म जमा लेंगे, जिन्हें बाद में अपडेट कर दिया जाएगा.

Chhapra: शहर में बीती शाम से देर रात तक हुई बारिश ने आम से खास सबको पानी पानी कर दिया है. नगर निगम, जिला परिषद, नगर थाना, अभियंता जिला परिषद, डीडीसी आवास यहां तक कि जज कॉलोनी में भी जलजमाव की स्थिति है.जब ख़ास लोगों के कार्यालय से लेकर ऑफिस तक जलजमाव है तो आएम जनता कैसे अपनी जिंदगी के लिए जूझ रही है आप अन्दाजा लगा सकते है.

गरीबो के लिए बुधवार की रात कयामत की रात

बुधवार को शाम करीब 6 बजे से प्रारंभ हुई बारिश देर रात 2 बजे तक बरसी है. कभी कम कभी ज़्यादा ऊपर से आकाशीय बिजली की आवाज़ गरीब ने अपने सीने पर ही हाथ रख रात गुजारी है. सड़कों के किनारे रहने और अपना जीवन गुजार बसर करने वाले लोगों के लिए बुधवार की रात कयामत की रात थी.

डीएम, एसपी आवास से लेकर जज आवास की सड़क पर था एक फिट जलजमाव

रात के 10 बजे शहर के दरोगा राय चौक से लेकर, सदर अस्पताल, जिला अधिकारी आवास, पुलिस अधीक्षक आवास, डीडीसी आवास, जिला परिषद अध्यक्ष आवास, नगर थाना, समाहरणालय, नगरपालिका चौक, जोगिनिया कोठी सड़क हर तरफ सड़कों पर एक फिट से ज्यादा पानी था.सदर अस्पताल में घुटना तक पानी

गुरुवार की सुबह कई आवासों, मुख्य सडकों से पानी निकल चुका है. लेकिन इसके बावजूद भी नगर निगम, जिला परिषद आवास, डीडीसी आवास, नगर थाना, दरोगा राय चौक के साथ मुख्य रूप से छपरा सदर अस्पताल में घुटने तक पानी है. मरीज और उनके परिजन अपनी जान बचाने के लिए उसी घुटने तक पानी मे आने जाने को विवश है.

जलजमाव से सदर अस्पताल में संक्रमण का ख़तरा

सबसे ज्यादा विकट परिस्थिति सदर अस्पताल की है. जहां मुख्य द्वार के साथ परिसर में घुटने तक पानी है. इमरजेंसी वार्ड के सामने लबालब पानी मे ही मरीज आ रहे है. वही बगल के सुलभ शौचालय का पानी, मलमूत्र जलजमाव में घुलमिल गया है और परिसर में फैला है.सुबह सुबह ही जज कॉलोनी से पंप के सहारे निकला पानी

जज कॉलोनी से सुबह सुबह जलजमाव को हटाने के लिए पंप चलाया गया. लेकिन अस्पताल से जलजमाव को हटाने के लिए प्रशासन चिर निद्रा में सोई रही. 10 बजे तक ना अस्पताल के सफाई कर्मचारी थे ना नगर निगम के कर्मी जिससे कि जलजमाव हटाया जा सके पंप तो दूर की बात है.

बहरहाल चुनावी वर्ष में सड़कों पर जनता का सेवक बनने का दम भर रहे भावी जनप्रतिनिधि इस विपदा में नदारद है. 

 

Chhapra: छपरा शहर में बन रहे भारत के दूसरे सबसे बड़े डबल डेकर फ्लाईओवर के निर्माण को लेकर बड़ी ख़बर आई है. जानकारी के अनुसार IIT रुड़की से डबल डेकर निर्माण के लिए सुपरस्ट्रक्चर का नक्शा स्वीकृत हो गया है.पुल निर्माण निगम के कार्यपालक अभियंता अरविंद कुमार ने बताया कि IIT रुड़की द्वारा सुपर स्ट्रक्चर का नक्शा पास कर दिया है.

उन्होंने बताया कि अब जहां ग्राउंड लेवल पर पिलर ढालने का काम पूरा हो गया है, वहां सुपरस्ट्रक्चर के नक्शा के अनुसार पिलर को ऊपर ले जाने व सड़क के दोनों तरफ बिम ढालने के साथ स्टील का गार्डर से सुपर स्ट्रक्चर का कार्य शुरू कर दिया जाएगा.

नक्शा पास होने के बाद अब पहले फेज में गांधी चौक से भिखारी चौक की ओर सुपरस्ट्रक्चर का कार्य शुरू कर दिया जाएगा. आपको बता दें कि डबल डेकर पुल निर्माण में जमीन पर पिल्लरों के बीच की चौड़ाई 7.5 मीटर होगी. वही सबसे पहले गांधी चौक से पूरब की ओर सुपर स्ट्रक्टर का निर्माण होगा. बता दें कि सुपरस्ट्रक्चर कबनक्शा स्वीकृत होने के बाद जमीन से प्रथम डेक व दूसरे डेक के बीच की ऊंचाई 5.5 मिटर होगी.

कार्यपालक अभियंता ने जानकारी दी कि विधानसभा चुनाव को देखते हुए गांधी चौक से भिखारी चौक तक की सड़क  ढलाई कर दिया गया है. जिसे आम लोगों को आने जाने में परेशानी नहीं होगी. वही नगरपालिका चौक से राजेंद्र सरोवर तक डबल डेकर निर्माण के लिए ग्राउंड पिल्लर ढालने का कार्य अंतिम फेज में है. पिलर डालने का कार्य पूरा होते हैं इधर भी सुपरस्ट्रक्चर का कार्य शुरू कर दिया जाएगा.

Chhapra: छपरा सहित राज्य के कई जिलों में मौसम विभाग ने अगले 72 घंटे में भारी बारिश हुआ वज्रपात की चेतावनी दी. मौसम विभाग के अनुसार मौसम की वर्तमान गतिविधि एवं संख्यात्मक मौसम मॉडल के आकलन के अनुसार अगले 72 घंटे के बीच राज्य के अधिकांश जिलों में कहीं-कहीं वज्रपात के साथ भारी वर्षा तथा राज्य के उत्तर पश्चिमी जिलों तथा गंगा नदी से सटे जिलों में कहीं-कहीं अति वर्षा होने की पूर्वानुमान है.

इसके कारण जानमाल की हानि होने के साथ-साथ निचले स्थानों में जलजमाव, यातायात बाधित, बिजली सेवा बाधित, नदी के जलस्तर में बढ़ोतरी होने की संभावना है. विभाग ने नागरिकों से अनुरोध किया है कि वह सावधानी और सुरक्षा उपाय बरतें. बिजली चमकने या गड़गड़ाहट की आवाज सुनाई देने के बाद किसानों तथा नागरिकों के बाद घर में शरण लेने की सलाह दी गई है. अधिक जानकारी के लिए मौसम विभाग पटना की वेबसाइट व फेसबुक पेज देख सकते हैं.

Patna: राज्य के सरकारी विद्यालयों में कार्यरत करीब 4 लाख शिक्षकों के स्थानांतरण प्रक्रिया को लेकर शिक्षा विभाग द्वारा 6 सदस्यीय कमिटी बनाते हुए चार सप्ताह के अंदर प्रतिवेदन देने का निर्देश दिया है.

शिक्षा विभाग के उप सचिव अरसद फिरोज द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि राज्य के माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक विद्यालय सेवा नियमावली 2020 के नियम 16 के उपनियम 4 में शिक्षक एवं पुस्तकालयाध्यक्ष के स्थानांतरण हेतु प्रावधान है कि दिव्यांग शिक्षक, महिला शिक्षिका, पुस्तकालयध्यक्ष को धारित पद के समतुल्य पद पर अंतर नियोजन इकाई (अंतर जिला सहित) में उपलब्ध रिक्त पद के सापेक्ष एक बार ऐच्छिक स्थानांतरण की सुविधा होगी. वही पुरुष शिक्षकों का पारस्परिक स्थानांतरण की सुविधा होगी. इस हेतु आरक्षण कोटि, वरीयता, आदि को ध्यान में रखकर प्रशासी विभाग द्वारा विस्तृत दिशा निर्देश अलग से निर्गत किया जाएगा.

समान प्रावधान प्रारंभिक शिक्षकों के लिए प्रवृत्त नियमावली में अंकित है. उक्त प्रावधान के आलोक में विस्तृत दिशा निर्देश तैयार करने के लिए 6 सदस्यों वाली कमिटी बनाई जा रही है. जिनमे शिक्षा विभाग के अपर सचिव गिरिवर दयाल सिंह को अध्यक्ष, उपनिदेशक माध्यमिक शिक्षा अमित कुमार को सदस्य, उप निदेशक प्राथमिक शिक्षा प्रभात कुमार पंकज को सदस्य, पंचायती राज विभाग द्वारा नामित एक पदाधिकारी, नगर विकास एवं आवास विभाग द्वारा नामित एक पदाधिकारी एवं NIC पटना के द्वारा नामित एक पदाधिकारी शामिल है.

• पुलिस के सहयोग से काटा गया चालान
• गुटखा या तंबाकू खाकर इधर-उधर थूकने पर जुर्माने का है प्रावधान
• जिले के सभी सरकारी व गैरसरकारी संस्थानों किया गया है तबांकू मुक्त घोषित

• कोरोना से बचाव के लिए स्वास्थ्य विभाग ने की पहल

Chhapra: जिले मे कोरोना के महामारी से निपटने के लिए सभी सरकारी व गैर सरकारी संस्थानों व कार्यालयों को तंबाकू मुक्त घोषित कर दिया गया है। गुटखा या तंबाकू खाकर इधर-उधर थूकने पर जुर्माने का भी प्रावधान किया गया है। गुटखा तंबाकू बेचने व खाने वालों के खिलाफ कार्रवाई का भी प्रावधान है। जिसके तहत स्वास्थ्य विभाग के जिला गैर संचारी रोग पदाधिकारी डॉ. हरिशचंद्र प्रसाद के नेतृत्व में छपरा रेलवे स्टेशन के आसपास छापेमारी अभियान चलाया गया। भगवान बाजार थाने की पुलिस के सहयोग से गुटखा व तंबाकू बेचने वाले 10 दुकानदारों से 200-200 रूपये की जुर्माने की वसूली की गयी। एनसडीओ डॉ. हरिशचंद्र प्रसाद ने बताया अगर दुबारा गुटखा या तंबाकू बेचते पकड़े गये तो दो हजार रूपये का फाइन किया जायेगा। उन्होने कहा, गुटखा व तंबाकू खाकर इधर-उधर थूकने से कोरोना का संक्रमण फैलने की आशंका बढ़ जाती है। जिसको रोकने के लिए यह अभियान चलाया जा रहा है।


तंबाकू सेवन से बढ़ता मुंह का कैंसर का खतरा
एनसीडीओ डॉ. एचसी प्रसाद ने बताया तंबाकू का किसी भी तरह से सेवन कैंसर का कारक बन रहा है। इसमें भी पान मसाले के साथ तंबाकू मिलाकर सेवन करना, खैनी खाने से मुंह के कैंसर के केस तेजी से बढ़ रहे हैं। अब यह युवाओं में भी देखने को मिल रहा है। हाल ही में विश्व स्वास्थ्य संघठन और भारत सरकार द्वारा प्रकाशित GATS 2 के सर्वे में बिहार में तम्बाकू सेवन करने वालों में कमी आई है, यह आंकड़ा पिछले 7-8 साल में 53.5% से घट कर 25.9% हो गया है। जिसमें चबाने वाले तम्बाकू सेवन करने वालों का प्रतिशत 23.5% है.

कोरोना से बचने के लिए उठाया गया कदम

एनसीडीओ डॉ. एचसी प्रसाद ने बताया तंबाकू का सेवन जन स्वास्थ्य के लिए बड़े खतरों में से एक है। थूकना एक सार्वजनिक स्वास्थ्य खतरा है और संचारी रोग के फैलने का एक प्रमुख कारण है। तंबाकू सेवन करने वाले की प्रवृति यत्र-तत्र थूकने की होती है। थूकने के कारण कई गंभीर बीमारी यथा कोरोना, इंसेफलाइटिस, यक्ष्मा, स्वाइन फ्लू आदि का संक्रमण फैलने की आशंका रहती है। भा.द.वि. (IPC) की धारा 268 एवं 269 के तहत कोई भी व्यक्ति यदि महामारी के अवसर पर उपेक्षापूर्ण अथवा विधि विरूद्ध कार्य करेगा जिससे जीवन के लिए संकटपूर्ण रोग का संक्रमण हो सकता है तो उसे छह माह का कारावास एवं अथवा 200 रुपये जुर्माना किया जा सकता है।

इस तरह से हो रहा कैंसर
• एक साल तक तंबाकू का सेवन – मुंह में सफेद दाग (ल्यूकोप्लेशिया)
• पांच साल तक तंबाकू का सेवन – मुंह में लाल दाग (एर्थोप्लेसिया)
• छह से 10 साल – मुंह का खुलना बंद होना (सब म्यूकोसल फाइब्रोसिस)
• 10 साल से अधिक सेवन पर – प्री ओरल कैंसर और उसके बाद कैंसर