महाकुंभ को लेकर मौला अलि-आजमगढ़-मौला अलि कुम्भ मेला विशेष गाड़ी का संचलन 18 एवं 21 जनवरी

Chhapra : रेलवे प्रशासन द्वारा प्रयागराज में लगने वाले महाकुम्भ मेला के अवसर पर श्रद्धालु यात्रियों की सुविधा हेतु 07707/07708 मौला अलि-आजमगढ़-मौला अलि कुम्भ मेला विशेष गाड़ी का संचलन 18 एवं 21 जनवरी, 2025 को मौला अलि से तथा 20 एवं 23 जनवरी, 2025 को आजमगढ़ से 02 फेरों के लिये किया जायेगा।

07707 मौला अलि-आजमगढ़ कुम्भ मेला विशेष गाड़ी 18 एवं 21 जनवरी, 2025 को मौला अलि से 23.55 बजे प्रस्थान कर दूसरे दिन चेर्लापल्ली से 00.05 बजे, जनगांव से 01.07 बजे, काजीपेट से 02.10 बजे, पेद्दापल्ली से 03.12 बजे, मंचिर्याल से 03.50 बजे, बेल्लमपल्ली से 04.42 बजे, सिरपुर कागजनगर से 05.52 बजे, बल्हारशाह से 09.00 बजे, चन्द्रपुर से 09.17 बजे, नागपुर से 12.20 बजे, इटारसी से 17.50 बजे, पिपरिया से 18.45 बजे, नरसिंहपुर से 21.10 बजे, तीसरे दिन जबलपुर से 00.10 बजे, कटनी से 01.25 बजे, मैहर से 02.20 बजे, सतना से 02.55 बजे, मानिकपुर से 04.20 बजे, प्रयागराज छिवकी से 06.30 बजे, वाराणसी जं से 12.10 बजे तथा शाहगंज से 15.35 बजे छूटकर आजमगढ़ 17.15 बजे पहुँचेगी।

वापसी यात्रा में 07708 आजमगढ़-मौला अलि कुम्भ मेला विशेष गाड़ी 20 एवं 23 जनवरी, 2025 को आजमगढ़ से 19.45 बजे प्रस्थान कर शाहगंज से 21.00 बजे, वाराणसी जं से 23.30 बजे, दूसरे दिन प्रयागराज छिवकी से 04.10 बजे, मानिकपुर से 06.40 बजे, सतना से 08.50 बजे, मैहर से 09.20 बजे, कटनी से 10.20 बजे, जबलपुर से 12.00 बजे, नरसिंहपुर से 13.10 बजे, पिपरिया से 14.10 बजे, इटारसी से 15.50 बजे, नागपुर से 19.35 बजे, चन्द्रपुर से 22.47 बजे, बल्हारशाह से 23.45 बजे, तीसरे दिन सिरपुर कागजनगर से 00.05 बजे, बेल्लमपल्ली से 00.30 बजे, मंचिर्याल से 00.52 बजे, पेद्दापल्ली से 01.20 बजे, काजीपेट से 02.20 बजे, जनगांव से 03.15 बजे तथा चेर्लापल्ली से 04.22 बजे छूटकर मौला अलि 07.30 बजे पहुँचेगी।

इस गाड़ी में एल.एस.एल.आर.डी. का 01, जनरेटर सह लगेज यान का 01, सामान्य द्वितीय श्रेणी के 03, शयनयान श्रेणी के 07, वातानुकूलित तृतीय श्रेणी के 06 तथा वातानुकूलित द्वितीय श्रेणी के 02 कोचों सहित कुल 20 कोच लगाये जायेगे।

नोट- यह गाड़ी वाराणसी जं होकर चलेगी बनारस स्टेशन नहीं जाएगी

जिला पदाधिकारी के द्वारा लोक शिकायत के 07 मामलों की सुनवाई करते हुए समाधान किया गया

बिहार लोक शिकायत निवारण अधिकार अधिनियम- 2015 का सफल क्रियान्वयन प्रशासन की सर्वाेच्च प्राथमिकता; सभी पदाधिकारी इसके लिए सजग, संवेदनशील तथा सक्रिय रहेंः जिला पदाधिकारी

Chhapra: सारण जिलाधिकारी अमन समीर के द्वारा कार्यालय कक्ष में बिहार लोक शिकायत निवारण अधिकार अधिनियम, 2015 के तहत द्वितीय अपील में शिकायतों की सुनवाई की गई और शिकायत का निवारण किया गया।

जिला पदाधिकारी द्वारा शुक्रवार को लोक शिकायत के कुल 07 मामलों की सुनवाई की गई जिसमें 05 मामले में अंतिम रूप से आदेश पारित किया गया तथा शेष 02 मामले में पूर्ण प्रतिवेदन के साथ अगली तिथि पर लोक प्राधिकार को उपस्थित होने का निर्देश दिया गया।

जिला पदाधिकारी अमन समीर ने कहा कि लोक शिकायतों का ससमय तथा गुणवत्तापूर्ण निवारण अत्यावश्यक है। लोक प्राधिकारों को तत्परता प्रदर्शित करनी होगी। उन्होंने कहा कि बिहार लोक शिकायत निवारण अधिकार अधिनियम, 2015 का सफल क्रियान्वयन प्रशासन की सर्वाेच्च प्राथमिकता है। सभी पदाधिकारी इसके लिए सजग, संवेदनशील तथा सक्रिय रहें।

सब-वे निर्माण हेतु यातायात एवं पावर ब्लॉक दिये जाने के कारण गाड़ियों का निरस्तीकरण, मार्ग परिवर्तन, पुनर्निधारण एवं शार्ट टर्मिनेशन

Chhapra: रेलवे प्रशासन द्वारा परिचालनिक सुगमता हेतु वाराणसी मंडल के छपरा-औंड़िहार खण्ड के तराँव-नन्दगंज के मध्य समपार संख्या-10सी पर सीमित ऊचाई के सब-वे निर्माण हेतु यातायात एवं पावर ब्लॉक दिये जाने के कारण गाड़ियों का निरस्तीकरण, मार्ग परिवर्तन, पुनर्निधारण एवं शार्ट टर्मिनेशन/शार्टओरिजिनेशन निम्नवत किया जायेगा।

निरस्तीकरण

– गाजीपुर सिटी एवं दिलदार नगर जं. से 27 एवं 31 दिसम्बर, 2024 को चलने वाली 5479/05480 गाजीपुर सिटी-दिलदार नगर जं.-गाजीपुर सिटी अनारक्षित विशेष गाड़ी निरस्त रहेगी।

मार्ग परिवर्तन

– छपरा से 31 दिसम्बर, 2024 को चलने वाली 05135 छपरा-औंड़िहार अनारक्षित विशेष गाड़ी परिवर्तित मार्ग फेफना-मऊ-औंड़िहार के रास्ते चलाई जायेगी।

– नई दिल्ली से 30 दिसम्बर, 2024 को चलने वाली 22582 नई दिल्ली-बलिया एक्सप्रेस परिवर्तित मार्ग औंड़िहार-मऊ-फेफना के रास्ते चलाई जायेगी।

बलिया से 31 दिसम्बर, 2024 को चलने वाली 11072 बलिया-लोकमान्य तिलक टर्मिनस एक्सप्रेस परिवर्तित मार्ग फेफना-मऊ-औंड़िहार के रास्ते चलाई जायेगी।

– लोकमान्य तिलक टर्मिनस से 30 दिसम्बर, 2024 को चलने वाली 11061 लोकमान्य तिलक टर्मिनस -जयनगरएक्सप्रेस परिवर्तित मार्ग औंड़िहार-मऊ-फेफना के रास्ते चलाई जायेगी।

पुनर्निधारण

– औंड़िहार से 27 एवं 31 दिसम्बर, 2024 को चलने वाली 05136 औंड़िहार-छपरा अनारक्षित विशेष गाड़ीऔंड़िहार से 60 मिनट पुनर्निधारित कर चलाई जायेगी।- गाजीपुर सिटी से 31 दिसम्बर, 2024 को चलने वाली 22433 गाजीपुर सिटी-आनन्द विहार टर्मिनस एक्सप्रेसगाजीपुर सिटी से 60 मिनट पुनर्निधारित कर चलाई जायेगी।

शार्ट टर्मिनेशन

– जौनपुर से 27 एवं 31 दिसम्बर, 2024 को चलने वाली 05134 जौनपुर-गाजीपुर सिटी अनारक्षित विशेषगाड़ी गाजीपुर सिटी के स्थान पर औंड़िहार स्टेशन पर यात्रा समाप्त करेगी।-वाराणसी सिटी से 27 एवं 31 दिसम्बर, 2024 को चलने वाली 05462 वाराणसी सिटी-गाजीपुर सिटी

अनारक्षित विशेष गाड़ी गाजीपुर सिटी के स्थान पर औंड़िहार स्टेशन पर यात्रा समाप्त करेगी।

– कोलकाता से 26 दिसम्बर, 2024 को चलने वाली 22323 कोलकाता-गाजीपुर सिटी एक्सप्रेस गाजीपुर सिटीके स्थान पर औंड़िहार स्टेशन पर यात्रा समाप्त करेगी।

शार्ट ओरिजिनेशन

– गाजीपुर सिटी से 27 एवं 31 दिसम्बर, 2024 को चलने वाली 05143 गाजीपुर सिटी-जौनपुर अनारक्षितविशेष गाड़ी गाजीपुर सिटी के स्थान पर औंड़िहार स्टेशन से चलाई जायेगी।- गाजीपुर सिटी से 27 एवं 31 दिसम्बर, 2024 को चलने वाली 05461 गाजीपुर सिटी-वाराणसी सिटीअनारक्षित विशेष गाड़ी गाजीपुर सिटी के स्थान पर औंड़िहार स्टेशन से चलाई जायेगी।

हाइड्रोसील मरीजों के उपचार में तेजी लाने के लिए स्वास्थ्य विभाग उठा रहा जरुरी कदम 

• हाइड्रोसील मामलों का क्रॉस वैलिडेशन जारी

Chhapra: “बिहार में हाइड्रोसील रोगियों के ऑपरेशन के लिए स्वास्थ्य विभाग ने महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। सभी हाइड्रोसील मरीजों में लगभग 80% मामले फाईलेरिया के होते हैं। राज्य सरकार द्वारा हाइड्रोसील मरीजों के निशुल्क ऑपरेशन की व्यवस्था की गई है। इस अभियान के तहत प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, रेफरल अस्पताल, अनुमंडलीय एवं अस्पतालों जिला, और मेडिकल कॉलेज अस्पतालों में कैंप मोड में ऑपरेशन किए जा रहे हैं”, उक्त बातें अपर निदेशक सह राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी, फ़ाइलेरिया डॉ. परमेश्वर प्रसाद ने बताया।

जनवरी से लेकर 30 नवंबर तक 7380 हाइड्रोसील मरीजों के हुए ऑपरेशन

डॉ. परमेश्वर प्रसाद ने बताया राज्य में इस वर्ष के जनवरी माह तक 17390 हाइड्रोसील मरीज चिह्नित थे। इसमे इस वर्ष राज्य में जनवरी से लेकर 30 नवंबर तक 7380 हाइड्रोसील मरीजों के ऑपरेशन किए गए हैं। बाक़ी बचे हुए चिन्हित हाइड्रोसील मरीजों के सफ़ल ऑपरेशन को प्रभावी बनाने और अधिक से अधिक मरीजों तक पहुंचने के लिए व्यापक स्तर पर प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। पंचायत स्तर से लेकर जिला स्तर तक सामुदायिक जागरूकता कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। जन-जागरूकता गतिविधियों के तहत स्वास्थ्य कर्मी, आशा कार्यकर्ता और स्वयंसेवी संस्थाओं की मदद से मरीजों को ऑपरेशन के लिए प्रेरित किया जा रहा है। यह पहल बिहार सरकार की स्वास्थ्य क्षेत्र में सुधार की प्रतिबद्धता को दर्शाती है। उन्होंने बताया कि राज्य शीघ्र ही हाइड्रोसील ऑपरेशन के 100% लक्ष्य को हासिल कर लेगा। यह प्रयास राज्य के उन लोगों के लिए वरदान साबित हो रहा है, जो आर्थिक तंगी के कारण इलाज नहीं करा पाते थे।

आयुष्मान भारत के लिए सूचीबद्ध अस्पतालों में करा सकते हैं हाइड्रोसील ऑपरेशन

डॉ. परमेश्वर प्रसाद के अनुसार इस पहल के तहत मरीजों को कई विशेष सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। हाइड्रोसील ऑपरेशन के लिए मरीजों को अस्पताल तक लाने और ले जाने की सुविधा उपलब्ध है। ऑपरेशन के साथ-साथ पोस्ट-ऑपरेटिव केयर के लिए निशुल्क दवाइयां भी प्रदान की जा रही हैं। दूर-दराज के क्षेत्रों में मरीजों को नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर लाकर ऑपरेशन कराया जा रहा है। यह सेवा बिल्कुल निःशुल्क है।

उन्होंने बताया कि जिन लोगों के पास आयुष्मान भारत कार्ड है, वो सम्बंधित अस्पतालों में भी इसके जरिये ऑपरेशन करवा सकते हैं। साथ ही आयुष्मान भारत के लिए सूचीबद्ध अस्पतालों से अपील की गयी है कि वे हाइड्रोसील मरीजों का अपने अस्पताल में ऑपरेशन करें एवं इसकी सूचना राज्य फाईलेरिया नियंत्रण कार्यालय को प्रदान करें। हाइड्रोसील के चिन्हित मामलों का क्रॉस वैलिडेशन किया जा रहा है। यह प्रक्रिया सुनिश्चित करती है कि सभी पात्र मरीजों को सही समय पर उपचार मिल सके। यह न केवल हाइड्रोसील रोगियों की सही संख्या का आकलन करने में मदद करता है, बल्कि ऑपरेशन प्रक्रिया को सुचारू रूप से संचालित करने में भी सहायक है।

जिलाधिकारी की अध्यक्षता में जिला स्तरीय अनुसूचित जाति एवं जनजाति अत्याचार निवारण की निगरानी एवं अनुश्रवण समिति की बैठक

Chhapra: जिलाधिकारी अमन समीर की अध्यक्षता में अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति अत्याचार निवारण की जिला स्तरीय निगरानी एवं अनुश्रवण समिति की बैठक आहुत की गई।

बताया गया कि वर्ष 2018 से 2024 तक इस अधिनियम के तहत जिला में कुल 2314 काण्ड दर्ज हुये हैं। इनमें से 1954 मामलों में प्राथमिकी के उपरांत पीड़ित/आश्रित व्यक्ति को प्रथम क़िस्त के मुआवजे का भुगतान किया गया है। इनमें से 486 मामलों में मुआवजे की दूसरी क़िस्त का भी भुगतान किया गया है।चार्जशीट की कॉपी उपलब्ध नहीं होने के कारण द्वितीय किश्त के भुगतान हेतु 279 मामले लंबित पाये गये। जिलाधिकारी ने पुलिस अधीक्षक एवं विशेष लोक अभियोजक को एक महीने का विशेष कैम्प लगाकर इन सभी मामलों में चार्जशीट की कॉपी उपलब्ध कराने को कहा ताकि द्वितीय किश्त का भुगतान अविलंब किया जा सके।

दो वर्ष से अधिक पुराने कुल 35 मामलों में चार्जशीट दायर नहीं किया गया है। इसकी गहन समीक्षा की गई। इन सभी दर्ज कांडों में कितने में वारंट निर्गत किया गया, कितने निर्गत वारंट का तामिला कराया गया, कितने कोर्ट में प्रस्तुत किये गये तथा कितने में कुर्की जप्ती की कार्रवाई की गई , इस संबंध में कांडवार जानकारी देने को कहा गया।

वर्त्तमान वित्तीय वर्ष 2024-25 में 512 पीड़ितों/आश्रितों को 3.05 करोड़ रुपये का मुआवजे का भुगतान किया गया है।साथ ही 51 व्यक्तियों को नियमित रूप से पेंशन का भुगतान किया जा रहा है। अद्यतन नवंबर 2024 तक के पेंशन का भुगतान किया गया है।

इस अधिनियम के अंतर्गत दिनांक 19.09.2020 से प्रभावी प्रावधान के तहत किसी भी परिवार के कमाऊ सदस्य की हत्या के मामले में उनके परिभाषित आश्रित को अनुसेवक संवर्ग में सरकारी नौकरी दिया जाना है। जिला में ऐसे 10 मामलों में से अबतक 2 मामलों में आश्रितों को नौकरी दी गई है। अन्य 8 मामलों में आरोप का गठन होने के उपरांत आश्रितों को नौकरी देने की प्रक्रिया पूरी की जायेगी। इसके लिये पुलिस अधीक्षक एवं विशेष लोक अभियोजक को त्वरित कार्रवाई करने को कहा गया ताकि पीड़ित परिवारों के आश्रितों को नौकरी दी जा सके।

स्पीडी ट्रायल के मामलों में गवाहों की उपस्थिति संतोषप्रद पाई गई। इसके तहत अन्य मामलों में भी गवाही की प्रक्रिया को पूर्ण कराने का निदेश दिया गया।

इस अधिनियम के तहत गवाही के लिये न्यायालय में आने वालों को यात्रा भत्ता देने का प्रावधान किया गया है।ऐसे सभी लोगों को नियमानुसार प्रत्येक माह यात्रा भत्ता का ससमय भुगतान सुनिश्चित करने को कहा गया।

बैठक में पुलिस उपाधीक्षक मुख्यालय, जिला कल्याण पदाधिकारी, जिला लोक अभियोजक, विशेष लोक अभियोजक सहित अन्य सदस्य उपस्थित थे।

प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना के तहत साइकिल सह आइस बॉक्स का हुआ वितरण

Chhapra: सारण जिला पदाधिकारी के द्वारा प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना के तहत साइकिल सह आइस बॉक्स का 15 लोगो के बीच वितरण किया गया। इस योजना के तहत 40% अनुदान पर एवं महिलाओं को 60% अनुदान पर साइकिल स आइस बॉक्स का वितरण किया गयाा। जिला पदाधिकारी ने सभी को संबोधित करते हुए कहा की यह सरकार के द्वारा चलाई गई योजना से स्वच्छ एवं स्वास्थ्यवर्धक मछलियों को उपभोक्ताओं के बीच पहुंचने में कारगर सिद्ध होगा । जिले में मत्स्य का उत्पादन जितने तेजी से हो रही है उसके लिए बाजार का होना आवश्यक है सरकार इसके लिए लगातार प्रयत्नशील है।

इस अवसर पर जिला पदाधिकारी के अलावा प्रदीप कुमार जिला मत्स्य पदाधिकारी, नरेंद्र कुमार, अमृता रंजन, आस्था मिश्रा, चंचल, अख्तर हुसैन, राजू कुमार मत्स्य विकास पदाधिकारी, अंकित कुमार, राम विचार मांझी मत्स्य प्रसार पदाधिकारी, श्रवण पंडित कनिय अभियंता, मत्स्य जीवी सहयोग समिति के प्रतिनिधि उपस्थित थे।

रामजयपाल कॉलेज के एनएसएस कैडेट्स ने मनाया वीर बाल दिवस उत्सव

Chhapra: राम जयपाल कॉलेज में एनएसएस ( राष्ट्रीय सेवा योजना ) के क्रमशः दोनों इकाई के संयुक्त तत्वावधान में वीर बाल दिवस उत्सव का आयोजन किया गया।

इस अवसर पर एनएसएस के नवनियुक्त कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ॰ राकेश कुमार ( गणित विभाग के विभागाध्यक्ष ) ने कहा कि वीर बाल दिवस उत्सव का आयोजन सिख धर्म के दसवें गुरु गोबिंद सिंह के पुत्रों के शहादत से छात्र और छात्राओं को अवगत कराने के लिए किया जा रहा है।

गुरु गोबिंद सिंह जी के 9 वर्षीय पुत्र जोरावर सिंह और 6 वर्षीय पुत्र फतेह सिंह ने धर्म और मानवता की रक्षा के लिए अपना बलिदान कर दिया।सिख पुत्रों की वीरता और अदम्य साहस को सम्मान देने के लिए देश भर के शिक्षण संस्थानों में वीर बाल दिवस उत्सव मनाया जा रहा है।

इस मौक़े पर भारी संख्या में कॉलेज के राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवकों के अतिरिक्त अन्य छात्र छात्राओं ने बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया ।

विशेष रूप से प्रिन्स, सूरज, आरिफ़, मुहम्मद रहमान , श्रद्धा और मोनू ने कार्यक्रम को सफल बनाने में अपनी अहम भूमिका निभाई है।

श्याम बेनेगल के जाने से ‘कलयुग’ का सपना देखने और उसे साकार करने वाली आंखें बंद हो गई। जब श्याम बेनेगल चले गए तो उनकी ‘जुबेदा’ हमेशा के लिए बच्ची बन गई। उन्होंने दिखाया था कि समानांतर सिनेमा और उसके लिए जीना क्या होता है। एक ओर जहां कई फिल्में बन रही हैं, जो बॉक्स ऑफिस पर व्यावसायिक रूप से सफल हैं, वहीं श्याम बेनेगल ने हमेशा एक विचारोत्तेजक फिल्म दी हैं, जो समाज में समस्याओं और घटनाओं पर टिप्पणी करती हैं।

एक निर्देशक, जो सिनेमा को कलात्मक दृष्टिकोण देताश्याम बेनेगल हममें से किसी को स्वीकार्य नहीं हैं। कम से कम उन लोगों के लिए जो अभी चालीस और पचास के पार हैं, बिल्कुल नहीं। क्योंकि श्याम बेनेगल ने सिखाया कि सिनेमा देखने का कलात्मक दृष्टिकोण क्या है। इतना ही नहीं उनकी फिल्म का शानदार होना तय है। यह फिल्म की किस्मत है कि उसके अभिनेताओं के बजाय निर्देशक के नाम से जाना जाता है। श्याम बेनेगल ने ऐसी कई फिल्में दीं। उनका योगदान इतना महान है कि इसे बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया जाना चाहिए।’

‘अंकुर’ का निर्देशन किया और राष्ट्रीय पुरस्कार भी जीता’अंकुर’ श्याम बेनेगल की पहली फिल्म है। इसमें अभिनय करने वाली शबाना आजमी की भी यह पहली फिल्म है। शबाना आजमी को ‘अंकुर’ में ‘लक्ष्मी’ के किरदार के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का राष्ट्रीय पुरस्कार मिला। यह फिल्म जमींदार और मजदूर वर्ग के बीच के रिश्ते और संघर्ष के इर्द-गिर्द घूमती है। लक्ष्मी (शबाना आज़मी) जो अपने मूक-बधिर पति की देखभाल करती है, मकान मालिक सूर्या (अनंत नाग) का उसके लिए प्यार और उसके बाद दिल दहला देने वाला अंत। श्याम बेनेगल की यह फिल्म आज भी एक सफल समानांतर फिल्म के रूप में जानी जाती है। साथ ही इस फिल्म से एक समीकरण भी बना जो था श्याम बेनेगल की फिल्म और नेशनल अवॉर्ड। उनकी लगभग हर फिल्म ने राष्ट्रीय पुरस्कार जीता है।

बेनेगल कभी आत्मकेंद्रित नहीं रहेश्याम बेनेगल का यह बयान उनके विचारों और रचनात्मकता के प्रति उनकी ईमानदारी को दर्शाता है। उन्होंने स्वीकार किया कि 30 साल की उम्र तक एक अहंकार की भावना होना सामान्य है, लेकिन उन्होंने इसे प्रदर्शित करने के बजाय छिपाने को प्राथमिकता दी। यह उनकी विनम्रता और अपने काम के प्रति उनकी प्रतिबद्धता का प्रतीक है। श्याम बेनेगल का कहना कि “मैं अपने आप को खोज रहा था” उनकी रचनात्मक प्रक्रिया को समझने का एक संकेत है। यह दिखाता है कि वे अपनी फिल्मों के माध्यम से सिर्फ कहानियां नहीं कहते थे, बल्कि खुद को भी समझने और खोजने की कोशिश कर रहे थे। इसके अलावा, उन्होंने आज के समय में आत्मकेंद्रितता और स्वार्थी प्रवृत्तियों पर टिप्पणी करते हुए इसे स्मार्टफोन और कैमरा फोन के आगमन से जोड़ा। उनकी इस टिप्पणी में आधुनिक समाज की एक सच्चाई छिपी है, जहां तकनीक के कारण लोग अधिक आत्मकेंद्रित हो गए हैं। यह उनकी समझदारी और समय के साथ बदलते सामाजिक व्यवहार पर गहरी सोच का उदाहरण है।

एक कलाकार को आत्मसंतुष्ट नहीं होना चाहिएअक्टूबर महीने में श्याम बेनेगल ने एक इंटरव्यू दिया था। उस वक्त उनसे यह भी पूछा गया था कि आपने अब तक जितनी फिल्मों का निर्देशन किया है, क्या उनमें से कोई ऐसी फिल्म है जिसके लिए आप मशहूर हों? उन्होंने कहा, “हां, मैंने जितनी भी फिल्में निर्देशित की हैं। मैं उन फिल्मों से नाखुश नहीं हूं लेकिन मैं उस ऊर्जा और प्रेरणा से काम करना जारी रखता हूं जिससे एक कलाकार को संतुष्ट नहीं होना चाहिए। मैं अपनी फिल्मों के साथ खुद को खोज रहा था। मेरे लिए फिल्में बनाना आसान था। लेकिन उसके लिए आंतरिक संघर्ष था।” ये बात श्याम बेनेगल ने कही

श्याम बेनेगल को ओम या नसीरुद्दीन में से कौन पसंद है?ओम पुरी या नसीरुद्दीन शाह कौन हैं सर्वश्रेष्ठ? इस बारे में पूछे जाने पर श्याम बेनेगल ने कहा था, “दोनों महान अभिनेता हैं। वे अपने स्तर पर अच्छा कर रहे थे। जब भी नसीरुद्दीन को कोई रोल देते थे तो वह उस पर खूब अध्ययन करते थे। ध्यान इस बात पर होना चाहिए कि उस भूमिका के सभी पहलुओं को कैसे उजागर किया जा सकता है। वह कभी-कभी अकेले रहते थे। ओम बिल्कुल भी ऐसे नहीं थे। ओम ने भूमिका को सहजता से निभाया है और वह उतना ही सुंदर है। जब ओम इतनी सहजता से काम करेंगे तो नसीरुद्दीन तैयारी करेंगे। लेकिन दोनों समान रूप से मेरे पसंदीदा अभिनेता हैं।”

समांतर सिनेमा पर एक विशेष टिप्पणीश्याम बेनेगल एक जुनूनी कलाकार के रूप में जिए। उनके एक इंटरव्यू में उनसे पूछा गया कि आपको समानांतर सिनेमा का जनक कहा जाता है। उन्होंने तुरंत जवाब दिया, “किसी ने समानांतर सिनेमा शब्द का आविष्कार किया है। लोग कहते हैं कि समानांतर बात यह है कि सिनेमा व्यावसायिक सिनेमा से अलग है या वे यह भी सोचते हैं कि यह मनोरंजक नहीं है। इसलिए मुझे कभी नहीं लगा कि मैं एक समानांतर फिल्म कर रहा हूं। मुझे लगता है कि मैंने उस समय आने वाली सभी पारंपरिक फिल्मों से कुछ अलग दिया है।”

श्याम बेनेगल विज्ञापन के क्षेत्र में काम कर रहे थेफिल्मों का निर्देशन करने से पहले श्याम बेनेगल ने विज्ञापन जगत में बड़े पैमाने पर काम किया। उनके पास लगभग 1000 विज्ञापन बनाने का अनुभव था। उन्होंने उसी दृष्टिकोण से फिल्मों का निर्देशन करना शुरू किया। उन्होंने दिखाया कि समानांतर सिनेमा सफल भी हो सकता है, मनोरंजक भी हो सकता है। ‘अंकुर’, ‘निशांत’, ‘मंथन’, ‘भूमिका’, ‘जुनून’, ‘कलयुग’, ‘मंडी’, ‘सूरज का सातवां घोड़ा’, ‘मम्मो’, ‘सरदारी बेगम’ जैसे नाम लिए जा सकते हैं।

उनकी सभी फिल्मों में फिल्म ‘कलयुग’ और भी खास है। इसकी वजह फिल्म महाभारत का बैकग्राउंड था। इस फिल्म की कहानी महाभारत के मुख्य पात्रों को सामने रखकर लिखी गई थी। इस फिल्म का निर्माण शशि कपूर ने किया था। शशि कपूर, अनंत नाग, कुलभूषण खरबंदा, राज बब्बर, रेखा, विक्टर बनर्जी, विजया मेहता, सुप्रिया पाठक, ए. के. हंगल, अमरीश पुरी, आकाश खुराना और ओम पुरी के पास अभिनेताओं की फौज थी। फिल्म 152 मिनट लंबी है लेकिन विचारोत्तेजक और मनोरंजक है। इन सभी कलाकारों के अभिनय से सजी यह फिल्म वाकई एक दावत है।

कलाकार का कभी धर्म नहीं होतापंडित नेहरू की किताब द डिस्कवरी ऑफ इंडिया का हिंदी अनुवाद ‘भारत एक खोज’ है। श्याम बेनेगल ने पौराणिक काल यानी रामायण, महाभारत से आजादी तक के काल की कहानी को कुछ हिस्सों में घटनाओं को पिरोकर बताने की चुनौती भी पूरी की। एक सीरियल में दो से तीन एपिसोड छत्रपति शिवाजी महाराज पर हैं। जब आपने छत्रपति शिवाजी महाराज की भूमिका के लिए नसीरुद्दीन शाह और औरंगजेब की भूमिका के लिए ओम पुरी को लिया, तो क्या आपके दिमाग में धर्म नहीं आया? यह पूछे जाने पर श्याम बेनेगल ने कहा, “मनुष्य को अपना धर्म अपने घर में, अपने दिल में रखना चाहिए। कलाकार का कोई धर्म नहीं होता। नसीरुद्दीन ने छत्रपति शिवाजी महाराज की भूमिका बखूबी निभाई और ओम ने औरंगजेब की भूमिका निभाई। इसमें धर्म कहां आता है? ऐसी बातें मेरे दिमाग में कभी नहीं आईं।”

फिल्म निर्माण का संघर्ष बेनेगल ने बताया था कि अपनी आखिरी फिल्म को बनाते समय भी उनके आर्थिक रूप से काफी संघर्ष करना पड़ा था। उन्होंने कहा था, “ये समस्या हमेशा से रही है। मेरी सभी फिल्में हमेशा उस तरह से सफल नहीं हुई होंगी जिसके चलते मुझे अपनी अगली फिल्म के लिए फंडिंग मिल जाए। कारण ये है कि मेरी फिल्में बॉक्स ऑफिस हिट्स नहीं थे। लोग उन्हें पसंद करते थे, समीक्षकों द्वारा भी सराही जाती थी और उन्हें पुरस्कार भी मिलते थे। हालांकि मेरी फिल्मों ने कभी पैसे नहीं डुबाए लेकिन उन्होंने इतने पैसे भी नहीं कमाए जैसे किसी बड़ी ब्लॉकबस्टर फिल्में कमाते हैं। मेरी किसी फिल्म ने इतना पैसा नहीं कमाया जितना शाहरुख खान की फिल्में कमाती हैं। मेरी फिल्में अलग किस्म की रही हैं और इसकी ऑडियंस भी अलग है। मेरी फिल्में मास ऑडियंस के लिए कम और मिडिल क्लास लोगों के लिए होती हैं। मेरी फिल्म को उतने ऑडियंस नहीं मिलेंगे जो एक शाहरुख खान की फिल्म को मिलते हैं। कॉम्प्रोमाइज शब्द क्या होता है मुझे पता ही नहीं और मैंने कभी भी अपनी फिल्म या उसकी कहानी के साथ समझौता नहीं किया। अगर आपकी कहानी इतनी दिलचस्प है तो आपको उसमें मसाला डालने की जरुरत नहीं।”

सिनेमा को समर्पित जीवन बेनेगल से पूछा गया कि इतने वयोवृद्ध होने पर भी वे लगातार काम करने की प्रेरणा कहां से लाते हैं, तो उन्होंने कहा, “मेरे जिंदगी में काम के सिवा और उसमें भी फिल्मों के अलावा कुछ भी नहीं। मैं फिल्मों पर काम करना पसंद करता हूं क्योंकि इस पेशे को मैंने स्वयं चुना है और कोई मुझे फिल्म बनाने के लिए जबरदस्ती नहीं कर रहा। मैं अपनी इच्छा से फिल्में बना रहा हूं। अजब तक मैं काम कर सकता हूं और जीवित हूं, मैं काम करता रहूंगा। मैं खुद को ही अपना बॉस मानता हूं।”

एथलेटिक कोच की पत्नी समाजसेवी नीलम सिंह की हार्ट अटैक से मौत

जलालपुरः प्रखंड के सम्होता ग्राम निवासी व बिहार पुलिस के एथलेटिक कोच,सब इंस्पेक्टर संजय कुमार सिंह की धर्मपत्नी 45 वर्षीय नीलम सिंह का हार्ट अटैक से पटना में निधन हो गया. शनिवार रात्रि मे उनकी अचानक स्वास्थ्य बिगड़ने पर उन्हें आईजीएमएस में भर्ती कराया गया था. लेकिन डॉक्टर उन्हें बचा नहीं सके. उनके शव को सम्होता स्थित उनके आवास पर रविवार सुबह लाया गया.

घटना की जानकारी मिलने पर रविवार की सुबह महाराजगंज सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल, पूर्व मंत्री गौतम सिंह, पूर्व विधायक रणधीर सिंह, भाजपा नेता हेमनारायण सिंह, शिक्षक नेता दिनेश कुमार सिंह, प्रखंड प्रमुख अखिलेश्वर पासवान मुखिया प्रतिनिधि सुभाष सिंह सहित कई अन्य ने पहुंचकर रोते विलखते परिजनो को ढाढस बंधाया व सांत्वना दी.

स्व नीलम सिंह सारण जिले की अग्रणी समाज सेविका थी. उनकी अचानक हुई मौत से सभी स्तब्ध रह गए . उनको देखने व श्रद्धांजलि देने के लिए लोगों का तांता लग गया. उनकी शवयात्रा दोपहर मे निकाली गई. जिसमे सांसद सिग्रीवाल व अन्य नेता भी शामिल हुए. उनका अंतिम संस्कार रिविलगंज के श्मशान घाट पर किया गया. पति संजय सिंह ने मुखाग्नि दी.

तरैया थानान्तर्गत कुल-6048 ली० स्प्रीट बरामद कर 03 अभियुक्त को किया गया गिरफ्तार

01 हाईवा ट्रक एवं 01 कार को किया गया जप्त

पकड़ाये अभियुक्त गुड्डू तिवारी के विरूद्ध जिलांतर्गत कई कांड दर्ज हैं

Chhapra: पुलिस अधीक्षक, सारण के निर्देशन में सारण पुलिस द्वारा ज़िले में अवैध शराब का सेवन, निर्माण, बिक्री, भण्डारण, परिवहन, शराब तस्करों एवं शराब कारोबारियों के विरूद्ध कड़ी कार्रवाई हेतु विशेष अभियान चलाया जा रहा है। इसी क्रम में:-

दिनांक-15.12.24 को तरैया थाना को गुप्त सूचना प्राप्त हुई कि मढ़ौरा वाले रास्ते से होकर एक 22 चक्का ट्रक आ रहा है जिसमें स्प्रीट भरा हुआ है और उसे 01 चार पहिया वाहन द्वारा स्कॉट किया जा रहा है। उक्त सूचना पर त्वरित कार्रवाई करते हुए ग्राम नेवारी स्थित एसएच-73 मढ़ौरा तरैया जाने वाली रास्ते पर सघन वाहन चेकिंग प्रारंभ किया। वाहन चेकिंग के क्रम में उक्त हाईवा ट्रक को 142 गैलन स्प्रीट (प्रत्येक गैलन में 42 ली० स्प्रीट) कुल-5964 लीटर स्त्रीट बरामद कर हाईवा ट्रक के चालक एवं खलासी को गिरफ्तार किया गया। साथ ही उक्त हाईवा ट्रक का स्कॉट कर रहे चार पहिया वाहन को 84 ली० स्प्रीट के साथ जप्त कर 01 एक शराब माफिया गुड्डू तिवारी उर्फ तपेश तिवारी उर्फ बाबा, पे०- ललन तिवारी, सा० हरपूर कोठी, थाना-जनताबाजार, जिला-सारण को गिरफ्तार किया गया है। इस संदर्भ में तरैया थाना कांड सं0-462/24, दिनांक-16.12.2024, धारा- 30 (ए) बिहार मद्यनिषेध एवं उत्पाद अधि० दर्ज किया गया है। इस कांड में संलिप्त शराब तस्करों / कारोबारियों की गिरफ्तारी हेतु अग्रतर कार्रवाई की जा रही है।

गिरफ्तार अभियुक्त का नाम एवं पता

1. सूरज कुमार (हाईवा ट्रक चालक), पे० कृष्णा यादव, सा० दलपतपुर, वाना-पिपरा, जिला-पलामू ।

2 विकेश कुमार यादव (हाईवा ट्रक खलासी), पे० जगरनाथ राय, सा० लौवा, थाना-तरैया, जिला-सारण।

3. गुड्डू तिवारी उर्फ तपेश तिवारी उर्फ बाबा, पे०- ललन तिवारी, सा०- हरपूर कोठी, थाना- जनताबाजार, जिला-सारण।

गिरफ्तार अभियुक्त गुड्डू तिवारी का अबतक का ज्ञात अपराधिक इतिहास

1. जनताबाजार थाना कांड सं0-188/17, दिनांक-09.12.17, धारा 147/148/149/341/323/353/504 भा०द०वी० ।

2. जनताबाजार थाना कांड सं0-07/18, दिनांक-12.01.18. धारा 272/273 भा०द०वी० एवं 30 (ए) बिहार मद्यनिषेध एवं उत्पाद अधि० ।

3. जनताबाजार थाना कांड सं0-66/16, दिनांक-27.06.16. धारा 341/323/384/379/504/34 भा०द०वी० एवं 3(1) एससी/एसटी एक्ट।

4. अवतारनगर थाना कांड सं0-24/18, दिनाक-24.02.18, धारा 188/272/273/34 भा०द०वी० एवं 30/38/41 बिहार मद्यनिषेध एवं उत्पाद अधि०।

5. भगवानपुर हाट थाना कांड सं0-147/17, दिनांक-24.06.17, धारा 272/273/308/ भा०द०वी० एवं 30 (ए)/41(1) बिहार मद्यनिषेध एवं उत्पाद अधि०।

6. भगवानपुर हाट थाना कांड सं0-30/18, दिनांक-11.02.18, धारा 272/273/308/420 भा०द०वी० एवं 30 (ए)/41(1) बिहार मद्यनिषेध एवं उत्पाद अधि०।

7. जनताबाजार थाना कांड सं0-154/18, दिनांक-16.11.18, धारा 30 (ए) बिहार मद्यनिषेध एवं उत्पाद अधि० । 8. जनताबाजार थाना कांड सं0-136/20, दिनांक 16.08.20, धारा 147/148/149/447/341/323/ 324/307/354/427/504/506 भा०द०वी० एवं 27 आर्म्स एक्ट।

9. मांझी थाना कांड सं0-19/18. दिनांक-03.12.18, धारा 420/467/468/471/120 (बी) मा०द०वी० एवं 30/30 (ए)/38 बिहार मद्यनिषेध एवं उत्पाद अधि०। ।

जप्त/बरामद सामानों की विवरणी

1. स्त्रीट 6048 ली०. 2. हाईवा ट्रक 01 (22 चक्का), 3. कार 01, 4. मोबाइल 02

टीम में शामिल पुलिस पदाधिकारी

1. पु०अ०नि० आशुतोष कुमार, थानाध्यक्ष तरैया थाना।

2. पु०अ०नि० निरंजन कुमार, तरैया थाना।

3. पु०अ०नि० राकेश कुमार, तरैया थाना।

4. स०अ०नि० अप्पु कुमार, तरैया थाना।

5. स०अ०नि० सागर पासवान, तरैया थाना।

6. सि०/654 इन्द्रजीत कुमार, तरैया थाना।

7. चालक सि० मनीष कुमार, तरैया थाना।

8. चौ० जुलिस मांझी, तरैया थाना।

9. चौ० अभिरंजन मांझी, तरैया थाना।

10. चौ० कमलेश कुमार, तरैया थाना।

11. चौ० संजय राय, तरैया थाना।

12. चौ० जोगिन्दर राय, तरैया थाना।

13. चौ० रामेश्वर मांझी एवं तरैया थाना के अन्य कर्मी।

महिला फुटबॉल मैच में सिवान ने छपरा को 4-1 से हराया

Chhapra: शहर के राजेन्द्र स्टेडियम में सारण फाउंडेशन के तत्वावधान में चल रहे सारण खेल महोत्सव के दूसरे दिन आज एक दिवसीय महिला फुटबॉल टूर्नामेंट का आयोजन किया गया.

इसमें छपरा और सिवान के टीमों के बीच एक दिवसीय फुटबॉल मैच खेला गया. इसमें सिवान टीम ने 4-1 से विजयी हुई. टूर्नामेंट में निर्णायक अमृतांशु भूषण ,लाइन मैन सरिता कुमारी, जफरूला खान फोर्थ अम्पायर उमेश सिंह थे. कमेंट्री सुरेश सिंह, विभूति नारायण शर्मा और मनिंदर सिंह कर रहे थे. पारितोषिक वितरण समारोह में विजेता टीम को छपरा के अनुमंडल पदाधिकारी लक्ष्मण तिवारी ने ट्राॅफी प्रदान किया.

उपविजेता टीम छपरा को सारण फाउंडेशन के अध्यक्ष शैलेन्द्र सेंगर और प्रोफेसर पूनम सिंह ने संयुक्त रूप से ट्राॅफी प्रदान किया. बेस्ट खिलाड़ी का अवार्ड राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विभाग संघचालक विजय कुमार सिंह और व्यवस्था प्रमुख ओमप्रकाश गुप्ता ने दिया। मौके पर श्री तिवारी ने कहा कि कहा कि खेल से टीम भावना और अनुशासन के साथ शारीरिक व बौद्धिक विकास को बढ़ावा मिलता है. उन्होंने खिलाड़ियों का हौसला बढ़ाते हुए कहा कि खेल राष्ट्रीय भावना से खेलें, हार जीत तो लगा ही रहता है.

बेहतर खेल का प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों की सदैव प्रशंसा के पात्र होते हैं एवं दर्शकों के बधाई के भी पात्र होते हैं. इस अवसर पर श्री सेंगर ने कहा कि यह आयोजन छपरा के खिलाड़ियों और दर्शकों के लिए एक मील का पत्थर साबित होगा, ऐसी हमारी आशा है। इस दौरान अन्य अतिथियों ने दर्शकों को संबोधित करने के साथ-साथ खिलाड़ियों की हौसला अफजाई की. खेल के अंत तक मैदान के चारों तरफ दर्शकों की भीड़ लगी रही.

मौके पर मदन मोहन सिंह, सीए अमित कुमार, राजन प्रसाद यादव, रवि राय, शिवजी राय, सुशील कुमार सिंह, अनु सिंह, तारा देवी, कुसुम देवी, मीरा देवी, रामजी चौहान, नंदन कुमार सुनिता देवी, छठीलाल प्रसाद, कैसर अनवर सहित दर्जनों लोग मौजूद थे.

जन सुराज प्रदेश अध्यक्ष मनोज भारती का एक दिवसीय सारण दौरा, बोले- बिहार में बदलाव लाना ही है हमारा उद्देश्य

Chhapra:  जन सुराज पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मनोज भारती लगातार बिहार के जिलों में जाकर संगठन को मजबूत करने की जद्दोजहद में लगे हुए हैं। इस कड़ी में जन सुराज अध्यक्ष मनोज भारती संग जन सुराज कोर कमिटी सदस्य आनंद मिश्र और रामबली चंद्रवंशी ने 16 दिसंबर को सारण का दौरा किया। सारण जिले के नयागांव प्रखंड में हसनपुरा चौक और अम्बेडकर चौक पर उन्होंने महात्मा गाँधी तथा बाबा साहब अम्बेडकर के प्रतिमा पर माल्यार्पण की।

जिसके बाद उन्होंने छपरा के प्रेक्षा गृह, आर्ट गैलरी में आयोजित जिला कार्यवाहक समिति की बैठक में भाग लिया। इस बैठक में बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ताओं ने उनका स्वागत किया। बैठक के दौरान मनोज भारती ने पार्टी संगठन को मजबूत बनाने और आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारियों पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि पार्टी का लक्ष्य राजनीति में बढ़ते भ्रष्टाचार को खत्म करना और जनता की सेवा को प्राथमिकता देना है। वहीं सभी लोगों से एकजुट होकर काम करने के अपील की।

राजनीती में बढ़ते भ्रष्टाचार पर जताई चिंता

मनोज भारती ने बैठक के दौरान बिहार में बढ़ते भ्रष्टाचार पर चिंता जताई और कहा हमें ऐसे लोगों की तलाश है, जो बिहार को बदलने की भावना रखते हों। जिस लड़ाई से हम जुड़े हैं, वह कठिन है क्योंकि हमें बिहार में बदलाव लाना है। जिसके लिए पहले हमें खुद को बदलना होगा, तभी हम जनता के विचारों को बदल सकेंगे।

आगे उन्होंने बताया कि उपचुनाव ने हमें बहुत कुछ सिखाया है। उसी से सीख लेकर हम 2025 के चुनाव में भाग लेंगे और मुझे विश्वास है हमे जनता का समर्थन प्राप्त होगा।

कार्यक्रम में ये सभी नेता हुए शामिल

कार्यक्रम में जन सुराज अध्यक्ष मनोज भारती, राज्य कोर कमिटी सदस्य आनंद मिश्र और रामबली चंद्रवंशी संग जिला अध्यक्ष बच्चा राय, जिला महिला अध्यक्ष अमिता सहनी, जिला महासचिव श्रवन महतो, कन्हैया सिंह ,अता शकील हसनैन, मुन्ना बैठा सहित अन्य जन सुराज के नेता मौजूद रहें।