नई दिल्ली, 24 जनवरी (हि.स.)। कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने डॉलर के मुकाबले रुपये की गिरावट को लेकर आज यहां दिल्ली प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस की। रुपये में निरंतर गिरावट और घटते विदेशी मुद्रा भंडार के लिए उन्होंने केंद्र की नरेन्द्र मोदी सरकार को आड़े हाथों लिया।

उन्होंने कहा कि डॉ. मनमोहन सिंह के कार्यकाल में जब एक डॉलर की कीमत 58 रुपये थी, तब नरेन्द्र मोदी रुपये की कीमत को सरकार की आबरू से जोड़ते थे। वे कहते थे, “मुझे सब मालूम है। किसी देश की करेंसी ऐसे गिर नहीं सकती।” आज वे खुद प्रधानमंत्री हैं और रुपये की गिरावट के सारे रिकॉर्ड टूट चुके हैं। उन्हें देश की जनता को जवाब देना चाहिए।

सुप्रिया श्रीनेत ने एक महान अर्थशास्त्री की टिप्पणी को उद्धृत करते हुए कहा कि जैसे-जैसे रुपया गिरता है, प्रधानमंत्री की प्रतिष्ठा भी गिरती है लेकिन सरकार ज्यों-ज्यों दवा कर रही है, मर्ज बढ़ता ही जा रहा है। उन्होंने कहा कि रुपया अपने सबसे निचले स्तर पर 87 के पार जाने की कोशिश में है। उन्होंने कहा, “जब नरेन्द्र मोदी मई 2014 में प्रधानमंत्री बने थे, तब हमने उन्हें रुपया 58 पर दिया था। यानी उस समय एक डॉलर की कीमत 58 रुपये थी। अब जनवरी 2025 में 1 डॉलर 87 रुपये के करीब है। अकेले मोदी ने रुपये को 50% डुबो दिया है। वे लगातार रुपये को पतला करते जा रहे हैं।”

उन्होंने विभिन्न प्रधानमंत्रियों के कार्यकाल में डॉलर के मुकाबले रुपये में हुई गिरावट का विवरण देते हुए कहा कि आज हालात ये हैं कि रुपये को बचाने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक ने पूरी ताकत लगा दी है। 27 सितंबर 2024 को विदेशी मुद्रा भंडार $704 बिलियन था, रुपये को बचाने के लिए उसमें से लगभग $80 बिलियन खर्च कर दिए गए। यानि करीब 6,83,000 करोड़ रुपये खर्च किए गए, लेकिन रुपया संभाले नहीं संभल रहा है। 10 जनवरी 2025 को विदेशी मुद्रा भंडार $625 बिलियन था। इस तरह विदेशी मुद्रा भंडार 10 महीने में अपने सबसे निचले स्तर पर आ चुका है।

सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि टूटते हुए रुपये का मतलब है कि आपका आयात बढ़ रहा है। जैसे-जैसे वहां उन वस्तुओं का दाम बढ़ेगा, उसी तरह देश में महंगाई बढ़ेगी। केंद्र सरकार लोगों को गुमराह करने के लिए कह रही है कि हम रुपये में अंतरराष्ट्रीय व्यापार करेंगे जबकि वास्तविकता यह है कि आज भी देश का 86 प्रतिशत अंतरराष्ट्रीय व्यापार डॉलर में होता है। अमेरिका के नए ऱाष्ट्रपति डोनॉल्ड ट्रम्प ने चेतावनी दी है कि अगर ब्रिक्स देश डॉलर के अलावा किसी और मुद्रा में व्यापार करेंगे तो अमेरिका उन पर 100 प्रतिशत टैरिफ लगाएगा।

अगले महीने आने वाले नए केंद्रीय बजट पर पूछे गए एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि टैक्स की मार देश की आम जनता पर हो रही है, उससे उन्हें बचाया जाना चाहिए। नए बजट में सरकार को उनके लिए कोई न कोई राहत देनी चाहिए, जिससे टैक्स में राहत मिले और निवेश भी बढ़े।

वक्फ वोर्ड पर गठित जेपीसी की बैठक में हंगामा कर रहे विपक्षी सदस्यों को सस्पेंड किए जाने के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा कि जेपीसी में विपक्ष की बात सुनी जानी चाहिए और सबकी बात सुनकर निर्णय किए जाने चाहिए, अन्यथा जेपीसी के गठन का कोई औचित्य नहीं रहेगा। कंगना की पिक्चर इमरजेंसी की स्क्रीनिंग के दौरान लंदन में खालिस्तान के समर्थन में हुई नारेबाजी पर पर पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा कि यह निंदनीय है।

– डीआरडीओ की झांकी में स्वदेशी हथियार प्रणालियों की दिखाई जाएगी झलक

नई दिल्ली, 24 जनवरी (हि.स.)।​ कर्तव्य पथ पर गणतंत्र दिवस परेड के दौरान पहली बार तीनों सेनाओं की​ संयुक्त झांकी सशस्त्र बलों के बीच एकजुटता और एकीकरण की भावना को प्रदर्शित करेगी। ‘सशक्त और सुरक्षित भारत’ थीम के साथ​ झांकी में स्वदेशी अर्जुन मुख्य युद्धक टैंक, तेजस लड़ाकू विमान, उन्नत हल्के हेलीकॉप्टर, विध्वंसक आईएनएस विशाखापत्तनम और एक रिमोटली पायलटेड एयरक्राफ्ट के साथ युद्ध क्षेत्र का परिदृश्य दिखाया जाएगा।

​रक्षा मंत्रालय के अनुसार इस बार गणतंत्र दिवस परेड के दौरान देशवासियों के समक्ष संयुक्तता और एकीकरण की भावना को प्रदर्शित करने के लिए तीनों सेनाओं की संयुक्त झांकी दिखाई जाएगी। यह झांकी ‘सशक्त और सुरक्षित भारत’ की विषय-वस्तु के साथ सशस्त्र बलों में संयुक्तता व एकीकरण के वैचारिक दृष्टिकोण को प्रदर्शित करेगी। इस झांकी में तीनों सेनाओं के बीच नेटवर्किंग और संचार को सुविधाजनक बनाने वाले संयुक्त संचालन कक्ष को दर्शाया जाएगा। इसमें युद्ध क्षेत्र के परिदृश्यों को प्रदर्शित किया जाएगा, जिसमें जमीन, पानी और हवा में समकालिक ऑपरेशन को दिखाया जाएगा।

झांकी में स्वदेशी अर्जुन मुख्य युद्धक टैंक, तेजस मार्क-2 लड़ाकू विमान, उन्नत हल्के हेलीकॉप्टर, विध्वंसक युद्धपोत आईएनएस विशाखापत्तनम की झलक देखने को मिलेगी। यह झांकी मुख्य रूप से बहु-डोमेन परिचालनों में तीनों सेनाओं की तालमेल को प्रदर्शित करेगी। ये प्लेटफॉर्म रक्षा क्षेत्र में ‘आत्मनिर्भरता’ हासिल करने के दृष्टिकोण का उदाहरण हैं। रक्षा मंत्रालय ने 2025 को ‘परिवर्तन का वर्ष’ घोषित किया है। समकालीन और भविष्य के संघर्षों में सशस्त्र बलों की लड़ाकू क्षमता को अधिकतम करने की दिशा में प्रमुख आधारशिला के रूप में पहचाना गया है। एकीकृत रक्षा कार्मिक मुख्यालय ने सुधारों को सही दिशा में ले जाने के लिए तीनों सेनाओं के बीच तालमेल की दिशा में केंद्रित पहल की है।

डीआरडीओ की झांकी गणतंत्र दिवस परेड के दौरान रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) की झांकी का विषय ‘रक्षा कवच- बहु-क्षेत्रीय खतरों के खिलाफ बहु-स्तरीय संरक्षण’ होगा, जिसमें त्वरित प्रतिक्रिया सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल, एयरबोर्न अर्ली वार्निंग एंड कंट्रोल सिस्टम, 155 मिमी/52 कैल एडवांस्ड टोड आर्टिलरी गन सिस्टम, ड्रोन का पता लगाना, रोकना और नष्ट करना, सैटेलाइट-आधारित निगरानी प्रणाली, मध्यम शक्ति रडार अरुध्रा, उन्नत हल्के वजन के टारपीडो, इलेक्ट्रॉनिक युद्ध प्रणाली धर्मशक्ति, लेजरआधारित निर्देशित ऊर्जा हथियार, बहुत कम दूरी की वायु रक्षा प्रणाली, स्वदेशी मानव रहित हवाई प्रणाली, सुरक्षा बलों के लिए वी/यूएचएफ मैनपैक सॉफ्टवेयर परिभाषित रेडियो, स्वदेशी सुरक्षित सैटेलाइट फोन और उग्रम असॉल्ट राइफल शामिल होंगे।

इसके अलावा डीआरडीओ सतह से सतह पर मार करने वाली सामरिक मिसाइल प्रलय हथियार प्रणाली भी प्रदर्शित करेगा, जिसे अत्याधुनिक तकनीकों के साथ डिजाइन और विकसित किया गया है। परेड के दौरान डीआरडीओ में विकसित नाग मिसाइल सिस्टम, पिनाका, ब्रह्मोस, शॉर्ट स्पैन ब्रिजिंग सिस्टम 10 मीटर और आकाश हथियार प्रणाली प्रदर्शित की जाएंगी। डीआरडीओ की 2024 की प्रमुख उपलब्धियों को भी झांकी के पोस्टरों में प्रदर्शित किया जाएगा, इसमें लंबी दूरी की हाइपरसोनिक एंटी-शिप मिसाइल, हल्के वजन की बुलेट प्रूफ जैकेट ‘अभेद’, हल्का युद्धक टैंक ज़ोरावर, इलेक्ट्रॉनिक युद्ध प्रणाली, सॉफ्टवेयर डिफाइंड रेडियो और इलेक्ट्रो ऑप्टिक (श्येन) के साथ डोर्नियर का रडार के साथ मिड-लाइफ अपग्रेड शामिल हैं।

नई दिल्ली, 23 जनवरी (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुवार को भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के महानायक नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 128वीं जयंती ‘पराक्रम दिवस’ पर कटक में आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि विकसित भारत के संकल्प की सिद्धि के लिए नेताजी सुभाष के जीवन से हमें निरंतर प्रेरणा मिलती है। उन्होंने कहा कि नेताजी सुभाष कंफर्ट जोन के बंधन में नहीं बंधे इसी प्रकार हमें भी विकसित भारत के लिए अपना कंफर्ट जोन छोड़ना होगा।

प्रधानमंत्री ने कार्यक्रम के लिए जारी एक वीडियो संदेश में कहा कि आज जब हमारा देश विकसित भारत के संकल्प की सिद्धि में जुटा है, तब नेताजी सुभाष के जीवन से हमें निरंतर प्रेरणा मिलती है। नेताजी के जीवन का सबसे बड़ा लक्ष्य ‘आजाद हिंद’ था। उन्होंने अपने संकल्प की सिद्धि के लिए अपने फैसले को एक ही कसौटी पर परखा ‘आजाद हिंद’। नेताजी एक समृद्ध परिवार में जन्में। उन्होंने सिविल सर्विसेज की परीक्षा पास की। वो चाहते तो अंग्रेजी शासन में एक वरिष्ठ अधिकारी बनकर आराम की जिंदगी जीते लेकिन उन्होंने आजादी के लिए कष्टों को चुना, चुनौतियों को चुना, देश-विदेश में भटकना पसंद किया।

उन्होंने कहा कि नेताजी सुभाष कंफर्ट जोन के बंधन में नहीं बंधे। इसी तरह आज हम सभी को विकसित भारत के निर्माण के लिए अपने कंफर्ट जोन से बाहर निकलना है। हमें खुद को विश्व स्तर पर सर्वश्रेष्ठ बनाना है, उत्कृष्टता को चुनना ही है, क्षमता पर फोकस करना है। नेताजी ने देश की स्वतंत्रता के लिए आजाद हिंद फौज बनाई। इसमें देश के हर क्षेत्र, हर वर्ग के वीर-वीरांगनाएं शामिल थे। सबकी भाषाएं अलग-अलग थी, लेकिन भावना एक थी- देश की आजादी। यही एकजुटता आज विकसित भारत के लिए भी बहुत बड़ी सीख है। तब स्वराज के लिए हमें एक होना था, आज विकसित भारत के लिए हमें एक रहना है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि आज नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती पर पूरा देश श्रद्धापूर्वक उन्हें याद कर रहा है। इस वर्ष के पराक्रम दिवस का भव्य उत्सव नेताजी की जन्मभूमि पर हो रहा है। कटक में नेताजी के जीवन से जुड़ी एक विशाल प्रदर्शनी भी लगाई गई है। इस प्रदर्शनी में नेताजी के जीवन से जुड़ी अनेक विरासतों को एक साथ सहेजा गया है। कई चित्रकारों ने कैनवास पर नेताजी के जीवन प्रसंग की तस्वीरें उकेरी हैं। इन सबके साथ नेताजी पर आधारित कई पुस्तकों को भी इकट्ठा किया गया है। नेताजी की जीवन यात्रा की ये सारी विरासत ‘मेरे युवा भारत’ को एक नई ऊर्जा देगी।

प्रधानमंत्री ने कहा कि आज देश में विश्व में हर तरफ भारत की प्रगति के लिए अनुकूल माहौल है। दुनिया भारत की ओर देख रही है कि कैसे हम इस 21वीं सदी को भारत की शताब्दी बनाते हैं। ऐसे महत्वपूर्ण कालखंड में हमें नेताजी सुभाष की प्रेरणा से भारत की एकजुटता पर बल देना है। हमें उन लोगों से भी सतर्क रहना है जो देश को कमजोर करना चाहते हैं। देश की एकता को तोड़ना चाहते हैं। नेताजी सुभाष भारत की विरासत पर बहुत गर्व करते थे। वे अक्सर भारत के समृद्ध लोकतांत्रिक इतिहास की चर्चा करते थे। आज भारत गुलामी की मानसिकता के बाहर निकल रहा है। अपनी विरासत पर गर्व करते हुए विकास कर रहा है।

मोदी ने कहा कि उनका सौभाग्य है कि उन्हें आजाद हिंद सरकार की 75वीं वर्षगांठ के अवसर पर लाल किले से झंडा फहराने का अवसर मिला था। नेताजी की विरासत से प्रेरित होकर हमारी सरकार ने 2019 में दिल्ली के लाल किले में उन्हें समर्पित एक संग्रहालय का निर्माण किया। उसी वर्ष, हमने सुभाष चंद्र बोस आपदा प्रबंधन पुरस्कार भी शुरू किया। 2021 में सरकार ने नेताजी की जयंती को पराक्रम दिवस के रूप में मनाने का फैसला किया। इंडिया गेट के समीप नेताजी की विशाल प्रतिमा लगाना, अंडमान में द्वीप का नाम नेताजी के नाम पर रखना, गणतंत्र दिवस की परेड में आईएनए के जवानों को नमन करना सरकार की इसी भावना का प्रतीक है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि बीते 10 वर्षों में देश ने यह भी दिखाया है कि तेज विकास से सामान्य जन का जीवन भी आसान होता है और सैन्य सामर्थ्य भी बढ़ता है। बीते दशक में 25 करोड़ भारतीयों को गरीबी से बाहर निकाला गया है। ये बहुत बड़ी सफलता है। आज गांव हो या शहर, हर तरफ आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर का निर्माण हो रहा है, साथ ही भारत की सेना की ताकत में भी अभूतपूर्व वृद्धि हुई है। उन्होंने कहा कि आज विश्व मंच पर भारत की भूमिका बढ़ रही है, भारत की आवाज बुलंद हो रही है। वो दिन दूर नहीं जब भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी आर्थिक ताकत बनेगा। हमें नेताजी सुभाष की प्रेरणा से ‘एक लक्ष्य-एक ध्येय’ विकसित भारत के लिए निरंतर काम करते रहना है।

29 जनवरी 2025 को स्थानीय प्रेक्षागृह में होगा उर्दू वाद-विवाद प्रतियोगिता का आयोजन

वाद-विवाद प्रतियोगिता हेतु आवेदन 25 जनवरी 2025 तक जमा किये जा सकेंगा

Chhapra: उर्दू निदेशालय, मंत्रिमंडल सचिवालय बिहार, पटना के तत्वाधान में जिला उर्दू कोषांग, सारण द्वारा मैट्रिक या समकक्ष, इंटर या समकक्ष, स्नातक या समकक्ष स्तर के उर्दूभाषी छात्र/छात्राओं के लिये उर्दू वाद-विवाद प्रतियोगिता- 2025 का आयोजन दिनांक 29 जनवरी 2025 को 11:00 बजे पूर्वाहन में श्री भिखारी ठाकुर प्रक्षागृह-सह-आर्ट गैलरी छपरा में किया गया है।विजेताओं प्रतिभागियों को निर्धारित राशि, मेडल एवं प्रशस्ति पत्र से पुरस्कृत किया जायेगा।

मैट्रिक या समकक्ष छात्र/छात्राओं के लिए वाद-विवाद प्रतियोगिता का विषय “तालिम की अहमियत या नज्म और रुबाई : तारिफ व तौजीह” रखा गया है। मैट्रिक या समकक्ष के लिए प्रथम पुरस्कार 4500 रूपये, द्वितीय पुरस्कार 3500 रुपये एवं तृतीय पुरस्कार की राशि-2500 रुपये रखी गयी है।

इंटर या समकक्ष छात्र/छात्राओं के लिए वाद-विवाद प्रतियोगिता का विषय “उर्दू ज़बान की अहमियत या फनअफसाना निगारी : एक जाएजा” रखा गया है। इंटर या समकक्ष के लिए प्रथम पुरस्कार 5500 रूपये, द्वितीय पुरस्कार 4500 रुपये एवं तृतीय पुरस्कार की राशि-3500 रुपये रखी गयी है।

स्नातक या समकक्ष छात्र/छात्राओं के लिए वाद-विवाद प्रतियोगिता का विषय “उर्दू गजल की लोकप्रियता या नॉबल निगारी: आगाज व इरतका” रखा गया है। स्नातक या समकक्ष के लिए प्रथम पुरस्कार 6500 रूपये, द्वितीय पुरस्कार 5500 रुपये एवं तृतीय पुरस्कार की राशि-4500 रुपये रखी गयी है।

सारण जिला के सभी शिक्षण संस्थानों, सभी अभिभावकों एवं सभी छात्र-छात्राओं को सूचित किया जाता है कि इस प्रतियोगिता में भाग लेने वाले इच्छुक छात्र- छात्राएं जिला उर्दू भाषा कार्यालय सारण, छपरा से प्रतियोगिता हेतु आवेदन पत्र प्राप्त कर अपने-अपने विद्यालय, महाविद्यालय एवं मदरसों से अग्रसारित कराकर दिनांक 25 जनवरी 2025 तक कार्यालय में जमा कर सकते हैं।

अब ओपीडी में लागू होगा “क्यू मैनेजमेंट सिस्टम”, टोकन डिस्प्ले डिवाइस की स्थापना

• टोकन नंबर के अनुसार होगा ड्रग डिस्ट्रीब्यूशन

• वेटिंग एरिया में डिस्पले पर दिखायी देगा टोकन नंबर

• मरीजों को दी जाने वाली सुविधाओं को तकनीकी रूप से उन्नत बनाने का उद्देश्य

Chhapra: जिले में स्वास्थ्य सेवाओं को गुणवत्तापूर्ण बनाने तथा सुदृढ़ीकरण को लेकर विभाग द्वारा लगातार प्रयास किया जा रहा है। ताकि मरीजों को बेहतर और उच्च गुणवत्ता की स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया करायी जाये। अब जिला अस्पताल से लेकर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों तक के ओपीडी सेवा को सुव्यवस्थित और प्रभावी बनाने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने अहम कदम उठाया है। इसके लिए “क्यू मैनेजमेंट सिस्टम” के तहत टोकन डिस्प्ले डिवाइस (इलेक्ट्रॉनिक डिस्प्ले डिवाइस) और पब्लिक एड्रेस सिस्टम की पूर्ण स्थापना की जायेगी।

इस संबंध में राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक सुहर्ष भगत ने पत्र जारी कर सिविल सर्जन को आवश्यक दिशा निर्देश दिया है। इस पहल का उद्देश्य अस्पतालों में मरीजों को दी जाने वाली सुविधाओं को तकनीकी रूप से उन्नत बनाना, समयबद्ध सेवा प्रदान करना और अस्पतालों में पारदर्शिता को बढ़ावा देना है। इसके अलावा, यह प्रणाली अस्पतालों में भीड़ प्रबंधन को भी सरल बनाएगी और मरीजों के अनुभव को बेहतर बनाएगी।

मरीजों को बेहतर अनुभव कराने के लिए लिया गया निर्णय:

कार्यपालक निदेशक ने निर्देश दिया है कि ओपीडी पंजीकरण काउंटर से मरीजों का चिकित्सकवार टोकन नंबर जनरेट किया जाएगा। पंजीकृत मरीज को टोकन नंबर और संबंधित चिकित्सक का नाम अंकित टोकन स्लिप प्रदान की जाएगी। मरीज संबंधित चिकित्सक के कक्ष के सामने अपनी बारी का इंतजार कर सकें।

 टोकन डिस्प्ले डिवाइस की स्थापना:

इस पहल के अंतर्गत, मरीजों की जानकारी को इलेक्ट्रॉनिक डिस्प्ले डिवाइस के माध्यम से प्रदर्शित किया जाएगा। प्रत्येक चिकित्सक के कक्ष के दरवाजे पर चिकित्सक का नाम और टोकन नंबर डिस्प्ले डिवाइस पर दिखेगा, ताकि मरीजों को अपनी बारी का पता चल सके। इसके साथ ही नर्सिंग डेस्क पर भी मरीजों के टोकन नंबर को डिस्प्ले किया जाएगा।

दवा वितरण काउंटर पर व्यवस्था:

इस सिस्टम का एक और महत्वपूर्ण पहलू दवा वितरण काउंटर है, जहां मरीजों को उनके टोकन नंबर के अनुसार दवाएं दी जाएंगी। पब्लिक एड्रेस सिस्टम के माध्यम से दवा वितरण काउंटर पर मरीजों के नाम और टोकन नंबर की घोषणा की जाएगी, ताकि कोई मरीज अपनी बारी से छूट न जाए। इसके अलावा, काउंटर पर मरीजों का टोकन नंबर इलेक्ट्रॉनिक डिस्प्ले डिवाइस पर दिखाई देगा, जिससे वे अपनी बारी का सही समय जान सकेंगे।यह व्यवस्था जिला अस्पतालों से लेकर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों तक लागू की जाएगी।

भीड़ प्रबंधन और पारदर्शिता बढ़ाने में मदद

इस नई प्रणाली के जरिए ओपीडी में मरीजों की भीड़ को अच्छे तरीके से प्रबंधित किया जा सकेगा। मरीजों को अपने टोकन नंबर के अनुसार बारी मिल सकेगी, जिससे अस्पताल के भीतर भीड़ कम होगी और अधिक व्यवस्थित तरीके से सेवाएं दी जा सकेंगी। इसके अलावा, इस प्रणाली से अस्पतालों में पारदर्शिता बढ़ेगी, क्योंकि मरीजों को यह पता रहेगा कि उनकी बारी कब आने वाली है और उन्हें किस चिकित्सक से इलाज मिलेगा। स्वास्थ्य विभाग की ओर से यह एक महत्वपूर्ण कदम है, जिससे अस्पतालों की कार्यप्रणाली में सुधार होगा और मरीजों को अधिक सुविधाजनक अनुभव मिलेगा। इस प्रणाली को जिले के सभी सरकारी अस्पतालों और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में लागू किया जाएगा।

सभी नीलाम पत्र पदाधिकारियों के लिये एकदिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन

सभी नीलाम पत्र पदाधिकारियों, उनके पेशकार तथा ऑपरेटर को एक्ट एवं वाद संचालन की प्रक्रिया के बारे में दी गई विस्तृत जानकारी

Chhapra: सारण जिलाधिकारी अमन समीर के निदेशानुसार जिला के सभी नामित नीलाम पत्र पदाधिकारियों की एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन भिखारी ठाकुर प्रेक्षा गृह छपरा में किया गया।

सभी नीलाम पत्र पदाधिकारियों एवं उनके पेशकार तथा कम्प्यूटर ऑपरेटर को एक्ट के बारे में एक एक सेक्शन की जानकारी दी गई। साथ ही नीलाम पत्र वादों के संचालन की प्रक्रिया के बारे में विस्तार से बताया गया।

जिलाधिकारी ने कहा कि जिला में लगभग 38 हजार नीलाम पत्र वाद लंबित हैं, जिनमें लगभग 532 करोड़ रुपये की राशि सन्निहित है। उन्होंने कहा कि नीलाम पत्र वादों के निष्पादन एवं राशि की वसूली में कुछ तेजी आई है लेकिन इसे और भी प्रभावी बनाने की आवश्यकता है। विगत माह में सारण जिला में लगभग 2.5 करोड़ रुपये राशि की वसूली की गई है। इसे और भी गति देकर लगभग 10 करोड़ रुपये का मासिक लक्ष्य निर्धारित कर कार्य करना होगा।

सभी नीलाम पत्र पदाधिकारी प्रत्येक सप्ताह कमसे कम दो दिन अनिवार्य रूप से नीलाम पत्र वादों की सुनवाई सुनिश्चित करें।

जिलाधिकारी ने नोटिस निर्गत करने हेतु उपलब्ध तकनीकी टूल्स का उपयोग करने को कहा। इससे कार्य सरल होगा तथा प्रक्रिया तेजी से पूरी हो सकेगी। सभी पदाधिकारियों को कुछ टूल्स के बारे में जानकारी भी दी गई।

इस अवसर पर अपर समाहर्त्ता, नगर आयुक्त, निदेशक डीआरडीए सहित अन्य जिला स्तरीय पदाधिकारी तथा अन्य सभी नामित नीलाम पत्र पदाधिकारी उपस्थित थे।

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ जिला अररिया का दो दिवसीय शीत शिविर का शुभारंभ

अररिया। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) का दो दिवसीय जिला स्तरीय शीत शिविर फारबिसगंज के श्री रानी सरस्वती विद्या मंदिर फारबिसगंज में सोमवार को शुरू हुआ।जिला के विभिन्न प्रखंड से सैकड़ो स्वयंसेवक इस शिविर में उपस्थित हुए।शिविर में संघ प्रार्थना, गीत,शारीरक,खेल,समता,योग एवं सूर्य नमस्कार आदि का अभ्यास और प्रतियोगिता कराया गया।जिसमें स्वंयसेवकों ने अपना दमखम दिखाया।

शीत शिविर के उदघाटन सत्र में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ अररिया के जिला संघचालक सच्चिदानंद मेहता ने कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ अपने स्थापना काल से शाखा एवं शिविर के माध्यम से कार्यकर्ता स्वयंसेवकों का गुण संवर्द्धन कर नेतृत्व क्षमता विकसित करता आ रहा है।राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ समरस एवं सुसंगठित समाज का निर्माण करता है।आज संघ के शाखा के माध्यम से समाज जागृत हुआ है।उद्बोधन में उन्होंने संघ के शताब्दी वर्ष में स्वयंसेवकों को पंच प्रण की शपथ लेने के लिए प्रेरित किया और समाज में सद्भावना और समरसता की ओर बढ़ने का आह्वान किया।

समापन सत्र में पूर्णिया विभाग के विभाग सेवा प्रमुख डॉ. मनोज कुमार ने कहा आरएसएस ने शताब्दी वर्ष में शाखा और साप्ताहिक मिलन कार्यक्रम के जरिये हर गांव तक संघ कार्य पहुंचाने का लक्ष्य तय किया है।उन्होंने स्वयंसेवकों संघ कार्य के विस्तार को लेकर आवश्यक दिशा निर्देश दिए।इस अवसर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के नगर संघचालक उपेंद्र राउत,जिला कार्यवाह ओमप्रकाश शर्मा, जिला प्रचारक अभिसार, जिला शारीरिक शिक्षण प्रमुख आशीष गुप्ता, जिला प्रचार प्रमुख ललन कुमार राय,जिला सह बौद्धिक प्रमुख अजय कुमार, जिला व्यवस्था प्रमुख विक्रम अग्रवाल, नगर कार्यवाह मंजीत मिश्रा, शिविर के मुख्य शिक्षक राजेंद्र कुमार,प्रदीप साह बटेशनाथ मंडल समेत सैकड़ो स्वयंसेवक उपस्थित रहे।

61 किलो गांजा के साथ दो तस्कर को गिरफ्तार

भागलपुर। वरीय पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर आर्म्स, मादक पदार्थ और शराब तस्करी के खिलाफ सुल्तानगंज थाना पुलिस गश्ती और छापेमारी क्षेत्र में लगातार कर रही है। इस दौरान सुलतानगंज थाना पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 61 किलो गांजा के साथ दो तस्कर को गिरफ्तार है।

बरामद गांजे की कीमत लाखों रुपया बताई जा रही है। सोमवार की शाम सुलतानगंज थाना परिसर में विधि व्यवस्था डीएसपी चंद्रभूषण ने प्रेस वार्ता के दौरान उक्त जानकारी दी। डीएसपी ने बताया कि सुल्तानगंज थाना पुलिस गुप्त सूचना पर थाना अध्यक्ष विवेक कुमार जायसवाल के नेतृत्व में मुंशीपट्टी गांव पहुंची। इस दौरान पुलिस ने मुकेश मंडल के घर से 61 किलो गांजा बरामद किया। इस मामले में पुलिस ने मौके पर से विकास मंडल और सुनील मंडल को गिरफ्तार किया। वहीं मुकेश मंडल की गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है। छापेमारी दल में एस आई शक्ति पासवान, प्रमोद कुमार, संगम कुमारी, प्रकाश ठाकुर एवं सशस्त्र बल के जवान शामिल थे।

भागलपुर में श्री राम आविर्भाव महोत्सव का होगा भव्य आयोजन

भागलपुर: श्री राम कर्मभूमि न्यास सिद्धाश्रम बक्सर के न्यासी और पूर्व केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे के मार्गदर्शन एवं अटल विचार परिषद के संयोजक सह भागलपुर विधानसभा के पूर्व प्रत्याशी अर्जित शाश्वत चौबे के नेतृत्व में मकर संक्रांति सह राष्ट्रीय युवा दिवस पखवाड़ा तथा अयोध्या में श्री रामलाल के प्राण-प्रतिष्ठा एवं राम मंदिर निर्माण के प्रथम वर्ष के उपलक्ष्य में भव्य श्री राम आविर्भाव महोत्सव का आयोजन 22 जनवरी को किया जा रहा है। यह महोत्सव लाजपत पार्क मैदान, भागलपुर में आयोजित होगा, जिसका शुभारंभ प्रातः 10:00 बजे किया जाएगा।

इस अवसर पर भागलपुर के सभी सामाजिक, धार्मिक, राजनीतिक, शैक्षणिक एवं व्यवसायिक संगठनों के पदाधिकारियों को सम्मानित करने का अवसर भी प्राप्त होगा। इस पवित्र आयोजन का उद्देश्य रामभक्ति, राष्ट्रभक्ति एवं संस्कारों का प्रसार करना है। महोत्सव में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं और गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति की संभावना है। आयोजकों ने सभी शहरवासियों को सपरिवार आमंत्रित किया है। इस अवसर पर स्थानीय कलाकारों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम की भी प्रस्तुति की जाएगी। आयोजकों ने आग्रह किया है कि अधिक से अधिक लोग इस महोत्सव में सम्मिलित होकर इसे सफल बनाएं और रामभक्ति तथा राष्ट्रभक्ति के इस अनूठे अवसर का हिस्सा बनें।

प्रगति यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री ने सुपौल जिले को दी 298 करोड़ रुपये से अधिक की सौगात

-210 योजनाओं का किया उद्घाटन एवं शिलान्यास

patna:  मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज प्रगति यात्रा के क्रम में सुपौल जिले की ग्राम पंचायत बकौर, वार्ड नम्बर 5 तथा जिला मुख्यालय स्थित नवनिर्मित टाउन हॉल परिसर से 298.0729 करोड़ रुपये की 210 विकासात्मक योजनाओं का रिमोट के माध्यम से उद्घाटन एवं शिलान्यास किया। इसमें 13422.75 लाख रुपये की 52 योजनाओं का उद्घाटन तथा 16384.54 लाख रुपये की 158 योजनाओं का शिलान्यास शामिल है।

मुख्यमंत्री ने सुपौल जिला अंतर्गत प्रखंड सुपौल की ग्राम पंचायत बकौर में पूर्वी कोसी तटबंध की कोसी नदी पर निर्माणाधीन भेजा बकौर पुल का हवाई सर्वेक्षण कर निर्माण कार्य की प्रगति का जायजा लिया। इसके बाद मुख्यमंत्री ने सुपौल प्रखंड अंतर्गत ग्राम पंचायत बकौर की वार्ड संख्या 5 स्थित बिजलपुर पुनर्वास टोला का भ्रमण कर विभिन्न विभागों द्वारा कराए गए विकासात्मक कार्यों का मुआयना किया।
मुआयना के क्रम में मुख्यमंत्री ने स्थानीय लोगों से बातचीत भी की।

मुख्यमंत्री ने जलाशय जीविका संपोषित 9 ज्योति जीविका महिला ग्राम संगठन को अगले पांच वर्षों के लिए निःशुल्क हस्तांतरण पत्र, 554 जीविका स्वयं सहायता समूहों को बैंक ऋण के माध्यम से 13 करोड़ 85 लाख रुपये का सांकेतिक चेक, समाहरणालय परिसर स्थित जीविका दीदी की रसोई की चाबी, 2043 जीविका स्वयं सहायता समूहों को परिक्रमी निधि एवं प्रारंभिक निवेश निधि के तहत 20 करोड़ 72 लाख रुपये का सांकेतिक चेक, सतत् जीविकोपार्जन योजना अंतर्गत 452 लाभार्थियों को 1 करोड़ 72 लाख 78 हजार 900 रुपये का सांकेतिक चेक एवं सतत् जीविकोपार्जन योजना अंतर्गत ई-रिक्शा की चाबी लाभुकों को प्रदान किया।

मुख्यमंत्री ने सुपौल जिला प्रशासन द्वारा लोक शिकायत निवारण अधिकार अधिनियम के तहत की गई कार्रवाई से संबंधित पुस्तिका ‘समाधान’ वर्ष-2025 का विमोचन तथा सुपौल जिला ग्रामीण विकास अभिकरण द्वारा तैयार कराई गई ‘टॉयलेट क्लीनिक एक समाधान’ लघु फिल्म का अभिमोचन किया।

इसके पश्चात् मुख्यमंत्री ने त्रिवेणीगंज मुख्य बाजार में प्रस्तावित बाईपास का स्थलीय निरीक्षण किया। इस दौरान अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को रेखाचित्र के माध्यम से बाईपास निर्माण कार्य के संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि इसकी लंबाई 6 किमी. है और इसकी प्राक्कलित राशि 50 करोड़ रुपये है।

मुख्यमंत्री ने सुपौल जिला मुख्यालय स्थित सुधा डेयरी के विस्तारीकृत 24.13 करोड़ रुपये की लागत वाली डेयरी संयंत्र का शिलापट्ट अनावरण कर उद्घाटन किया और बटन दबाकर संयंत्र का शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री ने विस्तारीकृत डेयरी संयंत्र का निरीक्षण भी किया। इस दौरान मिल्क प्रोसेसिंग यूनिट को देखा और इसके कार्य पद्धति के बारे में जानकारी ली। अधिकारियों ने बताया कि इस दूध उत्पाद संयंत्र से प्रतिदिन एक से दो लाख लीटर दूध क्षमता का विस्तार होगा। इसके बाद मुख्यमंत्री ने सुधा डेयरी द्वारा निर्मित उत्पादों और इसकी खपत के बारे में भी जानकारी ली।

मुख्यमंत्री ने सुपौल के 888.31 लाख रुपये की लागत से नवनिर्मित नगर भवन का फीता काटकर एवं शिलापट्ट अनावरण कर उद्घाटन किया। नवनिर्मित नगर भवन में ही 15 नवनियुक्त महिला पर्यवेक्षिका, वृहद् आश्रय गृह, सुपौल के अंतर्गत 15 नवनियुक्त बाल गृह (बालक) कर्मी तथा 54 नवनियुक्त गृह रक्षकों को नियुक्ति पत्र प्रदान किया गया।

मुख्यमंत्री ने सुपौल के आउटडोर स्टेडियम के सौंदर्गीकरण एवं जीर्णोद्धार कार्य का निरीक्षण किया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने वहां उपस्थित खिलाड़ियों से मुलाकात की और उनका हालचाल जाना। स्टेडियम के निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से कहा कि इस स्टेडियम का बेहतर ढंग से जीर्णोद्धार कराएं ताकि खिलाड़ी यहां पर बेहतर ढंग से खेल-कूद सकें और साथ ही खिलाड़ियों की खेल-कूद से संबंधित सुविधाओं की समुचित व्यवस्था कराएं।

सुपौल जिले के लिए मुख्यमंत्री की घोषणा

1. त्रिवेणीगंज बाजार के बाईपास का निर्माण किया जायेगा।

2. पिपरा बाजार के बाईपास का निर्माण किया जायेगा।

3. नगर पंचायत निर्मली के रिंग बांध का जीर्णोद्धार एवं कालीकरण किया जायेगा।

4. सुपौल स्टेडियम का जीर्णोद्धार एवं सौंदर्गीकरण कराया जायेगा जिससे खेलों को बढ़ावा मिलेगा।

5. सिमराही बाजार में एनएच-27 के जंक्शन प्वाइंट पर फ्लाईओवर का निर्माण किया जायेगा।

6. छातापुर एवं त्रिवेणीगंज प्रखंड में सुरसर नदी का चैनलाईजेशन एवं क्षतिग्रस्त तटबंध की मरम्मति की जायेगी।

7. वीरपुर अनुमंडल मुख्यालय में निबंधन कार्यालय की स्थापना की जायेगी।

8. बाबा तिल्हेश्वर नाथ मंदिर का जीर्णोद्धार एवं सौंदर्गीकरण तथा तिल्हेश्वर नाथ मंदिर से सुखपुर बाजार तक सड़क का चौड़ीकरण कराया जायेगा।

9. सुपौल में नये बस स्टैंड का निर्माण कराया जायेगा।

10. सुपौल में वीरपुर स्थित वर्तमान हवाई अड्डे पर छोटे विमानों के संचालन हेतु उड़ान योजना में इसे सम्मिलित करने हेतु केन्द्र सरकार से अनुरोध किया जायेगा।

Chhapra: जय प्रकाश विश्वविद्यालय, छपरा के प्राध्यापक डॉ. कमाल अहमद को लगातार दूसरी बार बिहार प्रदेश जनता दल यूनाइटेड शिक्षा प्रकोष्ठ के “प्रदेश उपाध्यक्ष” के पद पर मनोनीत किया गया है। पार्टी प्रदत्त इस जिम्मेदारी पर डॉ. कमाल अहमद ने राष्ट्रीय अध्यक्ष सह माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार जी, कार्यकारी अध्यक्ष सह सांसद श्री संजय झा जी, प्रदेश अध्यक्ष श्री उमेश सिंह कुशवाहा और शिक्षा प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष श्री सुनील कुमार के प्रति आभार प्रकट करते हुए कहा कि वे इस सांगठनिक जिम्मेवारी का निर्वहन निष्ठापूर्वक करेंगे।

सारण जिला के दरियापुर प्रखंड के बेला गाँव निवासी डॉ. कमाल अहमद ने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में नीतीश जी के कार्यों एवं संकल्पनाओं को प्रचारित-प्रसारित करना और शिक्षा जगत से जुड़े महत्वपूर्ण मुद्दों को सरकार के संज्ञान में लाना ही उनकी प्राथमिकता होगी। शिक्षाविदों के हित में वे निरंतर कार्य करते रहेंगे और उनके हक़ एवं अधिकार के लिए सकारात्मक हस्तक्षेप करते रहेंगे।

पटना विश्वविद्यालय, पटना और जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय, नई दिल्ली से उच्च शिक्षा ग्रहण करने के बाद डॉ. कमाल अहमद भारत सरकार की संस्था नेशनल बुक ट्रस्ट, इंडिया में लगभग 13 वर्षों तक पदस्थापित थे। इनकी पत्नी शफ़क बानो जनता दल यूनाइटेड की वरिष्ठ नेत्री हैं।

डॉ. कमाल अहमद के इस मनोनयन पर जदयू के नेताओं, कार्यकर्ताओं और विश्वविद्यालय के शिक्षकों ने उन्हें बधाई देते हुए अपनी शुभकामनाएं व्यक्त की है।

पटना, 20 जनवरी (हि.स.)। बिहार विधानसभा में चल रहे 85वें अखिल भारतीय पीठासीन अधिकारियों के दो दिवसीय सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि विधायी निकायों की बैठकों की घटती संख्या चिंता का विषय है। उन्होंने पीठासीन अधिकारियों से इस मुद्दे को हल करने के लिए प्रयास करने का आग्रह किया।

ओम बिरला ने दिल्ली विधानसभा का उदाहरण देते हुए कहा कि दिल्ली विधानसभा ने अपने पूरे पांच साल के कार्यकाल में मात्र 74 बैठकें की हैं। लोकसभा अध्यक्ष ने संसद और राज्य विधानसभाओं में योजनाबद्ध व्यवधानों की भी निंदा की और राजनीतिक दलों से सदन की गरिमा बनाए रखने के लिए दिशा-निर्देश तैयार करने का आग्रह किया।

साथ ही निर्वाचित सरकारों की जवाबदेही सुनिश्चित करने के लिए संसदीय स्थायी समितियों की भूमिका बढ़ाने की वकालत करते हुए कहा कि स्थायी समितियां छोटी संसद हैं और उनके कामकाज को मजबूत करने की जरूरत है।

इससे पहले आज सुबह विधानसभा के प्रागण में स्पीकर ओम बिरला को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी प्रगति यात्रा के लिए जाने से पहले ओम बिरला से मुलाकात की।

सम्मेलन में राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश नारायण सिंह, बिहार विधानसभा के अध्यक्ष नंद किशोर यादव, बिहार के उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव सहित देशभर से राज्य विधानसभाओं के पीठासीन अधिकारियों ने भाग लिया।