राजगीर खेल विश्वविद्यालय को विजन कथन एवं मिशन कथन को मिली मंजूरी

नालंदा:  बिहार खेल विश्वविद्यालय की ओर से राजगीर में राज्य शिक्षा शोध एवं प्रशिक्षण परिषद् के बीच समझौता ज्ञापन पर सहमति प्रदान की गई है।

इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलसचिव एवं कार्य परिषद् के सदस्य सचिव रजनी कांत के द्वारा खेल विभाग बिहार सरकार के प्रथम कार्य परिषद् के गठन संबंधी जानकारी भी दी गई है ।इस गठन में कार्य परिषद् ने परिषद् के सभी सदस्यों को विश्वविद्यालय के विकास हेतु सुझाव देने के लिए आमंत्रित भी किया गया है। इस मौके पर कुलपति ने बताया कि विश्वविद्यालय के त्वरित विकास हेतु आधारभूत संरचनाओं में सुधार किया जाना आवश्यक है ताकि आवासीय पाठ्यक्रमों को संचालित किया जा सके,जिसके लिए विश्वविद्यालय के विजन एवं मिशन कथन को मंजूरी दी गयी है। इस विजन कथन के अनुसार बिहार खेल विश्वविद्यालय, राजगीर को शारीरिक शिक्षा एवं खेल विज्ञान में विश्व स्तरीय खेल विश्वविद्यालय के रूप में तैयार किया जाना है ताकि शिक्षाविदों, शोधार्थियों, खिलाडियों एवं विद्यार्थियों के लिए यह विश्वविद्यालय सर्वोत्तम विकल्प हो सके।

कार्यपरिषद् ने बिहार खेल विश्वविद्यालय, राजगीर एवं राज्य शिक्षा एवं शोध परिषद्, बिहार, पटना के बीच समझौता ज्ञापन पर भी अपनी सहमति दी। इसमें एमओयू के अनुसार बिहार खेल विश्वविद्यालय राजगीर द्वारा बिहार राज्य अंतर्गत शारीरिक शिक्षा विषय में कार्यरत शिक्षकों एवं व्याख्याताओं को रिफ्रेशर कोर्स के माध्यम से शारीरिक शिक्षा के आधुनिक पाठ्यक्रम का ज्ञान एवं अनुप्रयोग संबंधी प्रशिक्षण प्रदान किया जायेगा।साथ ही चदन कुमार डॉ० रवि कुमार सिंह, रौशन कुमार एवं अजीत कुमार को परामर्शी के पद पर तथा ब्रजेश कुमार पाण्डेय एवं यश राज को प्रशाखा पदाधिकारी के पद पर नियुक्ति की भी सम्पुष्टि की गई है।

अयोध्या की तर्ज पर विकसित होगा बिहार के सीतीमढ़ी का पुनौराधाम

-पंथपाकर के साथ-साथ फूलहर स्थान का भी होगा विकास

-दरभंगा के अहिल्या स्थान मंदिर परिसर का भी होगा कायाकल्प

पटना:  बिहार के सीतामढ़ी में स्थित मां जानकी की जन्मस्थली पुनौराधाम को अयोध्या के राम जन्मभूमि की तर्ज पर विकसित किया जाएगा। इस धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहर के समग्र विकास के लिए मेसर्स डिजाइन एसोसिएट्स इन कॉरपोरेटेड को बड़ी जिम्मेदारी दी गई है, जो डिजाइन कंसल्टेंट के तौर पर काम करेगी।

वर्तमान में मंदिर परिसर में 17 एकड़ भूमि उपलब्ध है, जबकि इसके व्यापक विकास के लिए अतिरिक्त 50 एकड़ भूमि को चिह्नित किया गया है। इस परियोजना की लागत 120 करोड़ 58 लाख रुपये आंकी गई है, जिसे नवंबर 2024 में प्रशासनिक स्वीकृति दी गई थी। इसके लिए भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया भी प्रारंभ हो चुकी है।

पूर्वी चंपारण जिले में स्थित सीताकुंड के पुनर्विकास की योजना को भी मंजूरी मिल चुकी है। इस स्थल के धार्मिक महत्व को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार ने इस वर्ष की पहली किस्त के रूप में 6 करोड़ 55 लाख रुपये स्वीकृत किए हैं। यहां पर प्रवेश द्वार, कैफेटेरिया, चहारदीवारी, शौचालय ब्लॉक और दुकानों के निर्माण सहित सम्पूर्ण परिसर का सौंदर्यीकरण किया जाएगा। यह कार्य बिहार राज्य पर्यटन विकास निगम की देखरेख में अगले 18 महीनों में पूरा होगा।

पंथपाकर का भी होगा विकास

सीतामढ़ी जिले के अंतर्गत आने वाले पंथपाकर स्थल को भी भव्य रूप देने की तैयारी है। इस स्थान को लेकर मान्यता है कि जब भगवान राम के साथ माता सीता अयोध्या जा रही थीं, तब यहीं पर उनकी डोली रुकी थी। ऐसा कहा जाता है कि यहां स्थित कुंड का पानी कभी सूखता नहीं है। सरकार की योजना के अनुसार यहां मंदिर परिसर का विस्तार, पहुंच पथ निर्माण, कैफेटेरिया, पार्किंग, थीमेटिक प्रवेश द्वार, पेयजल, स्ट्रीट लाइटिंग, घाटों का निर्माण और तालाब का जीर्णोद्धार किया जाएगा। इस परियोजना को भी पर्यटन विकास निगम आगामी 24 महीनों में पूरा करेगा।

मधुबनी जिले में स्थित फूलहर स्थान, जहां राम और सीता का प्रथम मिलन हुआ था, उस स्थल को भी विकसित किया जा रहा है। इसके लिए इस वित्तीय वर्ष में 5 करोड़ रुपये की पहली किस्त स्वीकृत कर दी गई है। योजना के तहत पार्किंग क्षेत्र, चहारदीवारी, कैफेटेरिया, शौचालय ब्लॉक, प्रवेश व्यवस्था, घाट का विकास और लेजर फाउंटेन शो जैसी आधुनिक सुविधाएं विकसित की जाएंगी। इस स्थल को आकर्षक पर्यटन स्थल में बदलने का लक्ष्य अगले दो वर्षों में पूरा किया जाएगा।

दरभंगा जिले के अहिल्या स्थान मंदिर परिसर का भी कायाकल्प किया जाएगा। यहां पर पर्यटन की सुविधाओं को बढ़ाते हुए मंदिर परिसर को सुंदर और आध्यात्मिक रूप देने की योजना तैयार की गई है। इसके लिए तीन करोड़ 74 लाख रुपये की प्रथम किस्त स्वीकृत की गई है। परियोजना के तहत चहारदीवारी, गेस्ट हाउस, कैफेटेरिया, प्रवेश द्वार, मेडिटेशन पौंड, सेंट्रल पवेलियन और फाउंटेन निर्माण जैसे कार्य किए जाएंगे। इसके अलावा 18.50 एकड़ भूमि अधिग्रहण का प्रस्ताव भी भेजा गया है, ताकि भविष्य में सुविधाओं का और विस्तार किया जा सके। साथ ही सीतामढ़ी में होटल जानकी विहार का निर्माण भी इस योजना का हिस्सा है।

बिहार में रामायण सर्किट से जुड़े सभी स्थानों को विकसित कर विश्वस्तरीय बनाने की तैयारी शुरू कर दी गई है। राज्य सरकार की तरफ से इसकी कवायद शुरू कर दी गई है। इन स्थलों का विकास ना केवल पर्यटकीय दृष्टिकोण से बल्कि धार्मिक दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण है। इस सर्किट से जुड़े जितने भी स्थल हैं, सभी का विकास, पुर्नविकास और सौंदर्यीकरण किया जा रहा है।

जिला पदाधिकारी के द्वारा लोक शिकायत के 12 मामलों की सुनवाई करते हुए समाधान किया गया
बिहार लोक शिकायत निवारण अधिकार अधिनियम- 2015 का सफल क्रियान्वयन प्रशासन की सर्वाेच्च प्राथमिकता; सभी पदाधिकारी इसके लिए सजग, संवेदनशील तथा सक्रिय रहेंः जिला पदाधिकारी
छपरा: सारण जिलाधिकारी अमन समीर के द्वारा कार्यालय कक्ष में बिहार लोक शिकायत निवारण अधिकार अधिनियम, 2015 के तहत द्वितीय अपील में शिकायतों की सुनवाई की गई और शिकायत का निवारण किया गया। जिला पदाधिकारी द्वारा आज लोक शिकायत के कुल 12 मामलों की सुनवाई की गई जिसमें 05 मामले में अंतिम रूप से आदेश पारित किया गया तथा शेष 07 मामले में पूर्ण प्रतिवेदन के साथ अगली तिथि पर लोक प्राधिकार को उपस्थित होने का निर्देश दिया गया।
जिला पदाधिकारी अमन समीर ने कहा कि लोक शिकायतों का ससमय तथा गुणवत्तापूर्ण निवारण अत्यावश्यक है। लोक प्राधिकारों को तत्परता प्रदर्शित करनी होगी। उन्होंने कहा कि बिहार लोक शिकायत निवारण अधिकार अधिनियम, 2015 का सफल क्रियान्वयन प्रशासन की सर्वाेच्च प्राथमिकता है। सभी पदाधिकारी इसके लिए सजग, संवेदनशील तथा सक्रिय रहें।

भूमि विवाद से संबंधित मामलों की डीएम ने की सुनवाई,  सभी मामलों को अविलंब निष्पादित करने का दिया निर्देश 
Chhapra : सारण जिलाधिकारी समीर द्वारा माह के प्रथम शुक्रवार दिनांक 02.05.2025 को भूमि विवाद से संबंधित शिकायतों की सुनवाई की गई।
कुल 10 आवेदकों से प्राप्त भूमि विवाद से संबंधित शिकायत के संबंध में आवेदकों की उपस्थिति में भूमि विवाद से संबंधित मामलों की सुनवाई की गई तथा सभी मामलों को अविलंब निष्पादित करने हेतु संबंधित पदाधिकारियों को आवश्यक निदेश दिया गया।

सारण के 20 प्रखण्डों में 469 अनु० जाति एवं अनु० जनजाति टोलों में विशेष विकास शिविर का हुआ आयोजन

Chhapra: डॉ० अम्बेदकर समग्र सेवा अभियान के तहत 30 अप्रैल तक सारण जिला के 20 प्रखण्डों में 469 अनु० जाति एवं अनु० जनजाति टोलों में विशेष विकास शिविर का आयोजन किया गया। इस विशेष विकास शिविर से पूर्व एवं शिविर के दौरान कुल 22 सेवाओं के अंतर्गत 49221 आवेदन प्राप्त हुये। विशेष शिविर के अवसर तक इनमें से 18690 आवेदनों का निष्पादन कर संबंधित आवेदक को वांछित योजना/सेवा का लाभ प्रदान किया गया।

विशेष विकास शिविर का आयोजन प्रत्येक बुधवार एवं शनिवार को प्रत्येक अनु० जाति एवं अनु०जनजाति टोलो में क्रमावर्त्त रूप से किया जा रहा है। इसमें सरकार की कल्याणकारी योजनाओं से वंचित अनु० जाति एवं अनु०जनजाति के शत प्रतिशत पात्र व्यक्तियों को सरकारी योजनाओं से आच्छादित किया जा रहा है।
जिलाधिकारी अमन समीर स्वयं विशेष विकास शिविर के प्री-कैम्प, कैम्प एवं पोस्ट कैम्प आवेदनों की प्राप्ति एवं त्वरित रूप से देय योजना/सेवा से आवेदक को लाभान्वित करने का प्रतिदिन समीक्षा कर रहे हैं।

विधानसभा चुनाव: इवीएम का एफएलसी कार्य हुआ प्रारम्भ, सारण को एम-थ्री मॉडल की 6210 बैलेट यूनिट, 4993 कंट्रोल यूनिट और 6134 वीवी पैट प्राप्त
चुनाव आयोग के एसओपी का सख्ती से करें अनुपालन: डीएम
छपरा: आसन्न विधानसभा आम चुनाव के लिए इवीएम की प्रथम स्तरीय जांच (एफएलसी) शुक्रवार को प्रारम्भ किया गया। पहले दिन जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह जिला पदाधिकारी अमन समीर ने अपनी निगरानी में कार्य प्रारम्भ कराया। उन्होंने कहा कि एफएलसी प्रक्रिया अति महत्वपूर्ण कार्य है। सारण को इलेक्ट्रॉनिक कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड हैदराबाद से एम-थ्री मॉडल की निर्मित 6210 बैलेट यूनिट, 4993 कंट्रोल यूनिट और 6134 वीवी पैट प्राप्त हुए हैं। एफएलसी के माध्यम से उनके भौतिक और तकनीकी रूप से बिल्कुल दुरुस्त होने की जांच की जा रही है। उन्होंने कार्य में लगे इसीआईएल के अभियंताओं और कर्मियों को निदेश दिया कि जांच की इस प्रक्रिया को बिलकुल सूक्ष्मता से अंजाम दें। थोड़ी गडबड़ी होने पर भी मशीन को रिजेक्ट में डाल दें। उन्होंने कहा कि एफएलसी जितने अच्छे से इसे किया जाएगा चुनाव के दौरान उतनी ही कम मशीनें खराब निकलेंगी। इससे भविष्य की आफ्टर और बिफोर पोल की परेशानियों से बचा जा सकेगा। उन्होंने मशीनों की जांच, पैकिंग, रखरखाव को हैंडल विद केयर के साथ करने की ताकीद की।
एसओपी का होगा सख्ती से अनुपालन
मौके पर मौजूद उप निर्वाचन पदाधिकारी जावेद एकबाल को उन्होंने चुनाव आयोग के एसओपी का सख्ती से अनुपालन करवाने का निदेश दिया। श्री एकबाल ने बताया कि कोई भी अनाधिकृत व्यक्ती हॉल में प्रवेश नहीं कर सकता है। सभी अधिकारियों, कर्मियों और राजनीति दल के प्रतिनिधियों को आई कार्ड जारी किए गए हैं। हॉल में मोबाईल या किसी प्रकार का इलेक्ट्रिक गजेट ले जाना सख्त वर्जित है। राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि लॉगबुक समेत विभिन्न प्रकार के फार्मेट, पंजीयों पर अपना हस्ताक्षर दर्ज करेंगे। साथ ही यदि वे चाहें तो सीयू पर लगने वाले पिंक पेपर सील पर भी अपना साइन कर सकते हैं।
सीधे चुनाव आयोग कर रहा है निगरानी
एफएलसी की प्रक्रिया के निगरानी के लिए तीन सतह की व्यवस्था की गयी है। हाईटेक आईपी कैमरे से वेब टेलीकास्ट किया जा रहा है। जिसे कंट्रोल रूम में पदस्थापित दंडाधिकारी, जिला पदाधिकारी समेत राज्य व भारत निर्वाचन आयोग माॅनिटर कर रहे हैं। वहीं दूसरे सतह पर वेयरहाउस का अपना सीसीटीवी कैमरा चप्पे-चप्पे की रिकार्डिंग कर रहा है। इसके साथ ही वीडियोग्राफी के माध्यम से भी सभी कार्रवाइयों को रिकार्ड किया जा रहा है।
त्रिस्तरीय सुरक्षा के साथ पारदर्शिता का खास इन्तेजाम
मौके पर मौजूद एफएलसी कोषांग के वरीय प्रभारी पदाधिकारी सह नगर आयुक्त श्री सुनील कुमार पांडेय ने बताया कि यह कार्य कड़ी सुरक्षा वयवस्था में संपन्न कराया जा रहा है। वेयरहाउस के अपने स्टैटिक सुरक्षा कर्मी के साथ ही जिला निर्वाचन पदाधिकारी द्बारा अलग से मजिस्ट्रेट और चार एक का फोर्स प्रतिनियुक्त किया गया है। किसी को भी मेटल डिटेक्टर डोर से गुजर कर और फ्रिक्सिंग के बाद ही प्रवेश करना है। वेयरहाउस में मेडिकल टीम की भी तैनाती की गयी है।
इसीआईएल ने भेजे हैं अपने 15 अभियंता एफएलसी की पूरी प्रक्रिया को नोडल पदाधिकारी सह डीएमडब्लूओ श्री रवि प्रकाश ने समझाते हुए कहा कि यह मशीनों की प्रथम स्तरीय जांच है। जिसे इसीआईएल के अभियंता पूरी पारदर्शिता के साथ संपन्न कर रहे हैं। इसके लिए पहले सभी मशीनों की प्री एफएलसी जांच की जा रही है। तब विविपैट में डमी सिम्बाॅल की लोडिंग करने के बाद प्रत्येक बीयू, सीयू और विविपैट को कनेक्ट कर प्रत्येक 16 बटन पर छह-छह वोट डाले जा रहे हैं। अंत में डाले गए कुल वोटों के रिजल्ट से विविपैट के पर्ची की गिनती कर मिलान किया कर टेस्ट में पारित और रद्द मशीनों को आयोग के विशेष ऐप ईएमएस-0.2 पर स्कैन के माध्यम से अपलोड किया जा रहा है। इस दौरान सीयू पर लगने वाले पिंक पेपर सील का भी विशेष नंबर अपलोड किया जा रहा है। मौके पर जदयू के मो फिरोज, राजद के उपेन्द्र यादव, एलजेपी के कौशल सिंह, आरएलएसपी के डॉ अशोक कुशवाहा आदि उपस्थित थे।

न्यूयॉर्क, 01 मई (हि.स.)। पिछले महीने अप्रैल की 22 तारीख को भारत के जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद ‘गुनाहों के कठघरे’ में घिरा पाकिस्तान अब अमेरका की शरण में पहुंचा है। उसने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की तारीफ में कसीदे पढ़ते हुए कहा कि वह ही भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव को कम करने में मदद कर सकते हैं।

पाकिस्तान के ‘एआरवाई न्यूज’ चैनल की खबर के अनुसार, संयुक्त राज्य अमेरिका में पाकिस्तान के राजदूत रिजवान सईद शेख ने अमेरिकी पत्रिका न्यूजवीक को दिए साक्षात्कार में अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप को शांतिदूत की संज्ञा देते हुए मदद की गुहार लगाई है। शेख ने राष्ट्रपति ट्रंप से आग्रह किया है कि वे भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव को कम करने में मदद करें, क्योंकि अमेरिकी नेता यूरोप और मध्य पूर्व में संघर्षों को हल करने का प्रयास कर रहे हैं।

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रिजवान सईद शेख ने कहा, ”हमारे पास आपके रूप में एक ऐसा राष्ट्रपति है जो दुनिया में शांति के लिए खड़ा है। आपने युद्धों को समाप्त कराया है। युद्धों का विरोध किया है। विवादों को सुलझाने में बड़ी भूमिका निभाई है। आप सचमुच कश्मीर विवाद का हल करवा सकते हैं। आज भारत और पाकिस्तान दोनों परमाणु क्षमता रखते हैं। इसलिए, आपका दखल जरूरी है।” 

बनारस-बान्द्रा टर्मिनस अनारक्षित ग्रीष्मकालीन साप्ताहिक विशेष गाड़ी बनारस के स्थान पर रीवा तक होगा परिचालन

Varanasi:  रेलवे प्रशासन द्वारा ग्रीष्मकाल में यात्रियों की सुविधा हेतु पूर्व अधिसूचित 09029/09030 बान्द्रा टर्मिनस-बनारस-बान्द्रा टर्मिनस अनारक्षित ग्रीष्मकालीन साप्ताहिक विशेष गाड़ी बनारस के स्थान पर बान्द्रा टर्मिनस-रीवा के मध्य चलाई जायेगी।

फलस्वरूप 09029/09030 बान्द्रा टर्मिनस-रीवा-बान्द्रा टर्मिनस अनारक्षित ग्रीष्मकालीन साप्ताहिक विशेष गाड़ी का संचलन बान्द्रा टर्मिनस से 01, 08, 15, 22, 29 मई तथा 05, 12, 19 एवं 26 जून, 2025 प्रत्येक बृहस्पतिवार को तथा रीवा से 02, 09, 16, 23, 30 मई तथा 06, 13, 20 एवं 27 जून, 2025 प्रत्येक शुक्रवार को 09 फेरों के लिये निम्नवत किया जायेगा।

09029 बान्द्रा टर्मिनस-रीवा अनारक्षित ग्रीष्मकालीन साप्ताहिक विशेष गाड़ी 01, 08, 15, 22, 29 मई तथा 05, 12, 19 एवं 26 जून, 2025 प्रत्येक बृहस्पतिवार को बान्द्रा टर्मिनस से 04.30 बजे प्रस्थान कर बोरीवली से 05.03 बजे, बोईसर से 06.12 बजे, वापी से 07.02 बजे, वलसाड से 07.22 बजे, भेस्तान से 08.35 बजे, चलथान से 09.07 बजे, बारडोली से 09.24 बजे, नंदुरबार से 10.54 बजे, अमलनेर से 12.22 बजे, धरणगांव से 13.36 बजे, जलगांव से 14.53 बजे, भुसावल से 15.15 बजे, खंडवा से 17.35 बजे, इटारसी से 21.15 बजे, पिपरिया से 22.20 बजे, नरसिंहपुर से 23.12 बजे, दूसरे दिन मदन महल से 01.05 बजे, कटनी से 02.50 बजे, मैहर से 04.12 बजे तथा सतना से 05.25 बजे छूटकर रीवा 07.00 बजे पहुँचेगी।

वापसी यात्रा में, 09030 रीवा-बान्द्रा टर्मिनस अनारक्षित ग्रीष्मकालीन साप्ताहिक विशेष गाड़ी 02, 09, 16, 23, 30 मई तथा 06, 13, 20 एवं 27 जून, 2025 प्रत्येक शुक्रवार को रीवा से 11.00 बजे प्रस्थान कर सतना से 12.25 बजे, मैहर से 12.47 बजे, कटनी से 14.10 बजे, मदन महल से 16.10 बजे, नरसिंहपुर से 17.07 बजे, पिपरिया से 18.02 बजे, इटारसी से 20.05 बजे, खंडवा से 23.50 बजे, दूसरेदिन भुसावल से 02.15 बजे, जलगांव से 02.43 बजे, धरणगांव से 03.33 बजे, अमलनेर से 03.47 बजे,नंदुरबार से 05.30 बजे, बारडोली से 07.37 बजे, चलथान से 08.04 बजे, भेस्तान से 08.32 बजे, वलसाड से 09.32 बजे, वापी से 09.52 बजे, बोईसर से 10.38 बजे तथा बोरीवली से 11.32 बजे छूटकर बान्द्रा टर्मिनस 12.15 बजे पहुँचेगी।

इस गाड़ी में सामान्य द्वितीय श्रेणी के 20, एल.एस.एल.आर.डी. का 01 तथा जनरेटर सह लगेज यान के 01 कोच सहित कुल 22 अनारक्षित कोच लगाये जायेंगा।

गोरखपुर-भटनी के मध्य निरस्त रहेगी यह रेलगाड़ी

Varanasi:  रेलवे प्रशासन द्वारा देवरिया सदर यार्ड में इंजीनियरिंग कार्य के परिप्रेक्ष्य में ब्लाक दिये जाने के कारण निम्न गाड़ियों का शार्ट टर्मिनेशन/शार्ट ओरिजिनेशन निम्नवत किया जायेगा।

शार्ट टर्मिनेशन/शार्ट ओरिजिनेशन

– बनारस से 02 मई, 2025 को चलने वाली 15104 बनारस-गोरखपुर इंटरसिटी एक्सप्रेस, भटनी में अपनी

यात्रा समाप्त करेगी। यह गाड़ी भटनी-गोरखपुर के मध्य निरस्त रहेगी।

– गोरखपुर से 02 मई, 2025 को चलने वाली 15103 गोरखपुर-बनारस इंटरसिटी एक्सप्रेस, भटनी से चलाई जायेगी। यह गाड़ी गोरखपुर-भटनी के मध्य निरस्त रहेगी।

इस्लामाबाद, 01 मई (हि.स.)। चीन ने भारत के जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमले के बाद दुनिया में अलग-थलग पड़े पाकिस्तान के कमजोर कंधों पर हाथ रखकर मजबूती प्रदान करने की कोशिश की। पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना के राजदूत जियांग जैदोंग ने आज प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ से मुलाकात कर अपना समर्थना दोहराया।

एआरवाई न्यूज चैनल के अनुसार चीन के राजदूत जैदोंग गुरुवार को शहबाज से मिलने प्रधानमंत्री आवास पहुंचे। जैदोंग ने कहा कि चीन दक्षिण एशिया में शांति और स्थिरता सुनिश्चित करने की दोनों देशों की साझा इच्छा को पूरा करने के लिए पाकिस्तान का हमेशा समर्थन करेगा। प्रधानमंत्री कार्यालय की विज्ञप्ति में इस मुलाकात का विवरण साझा किया गया है।

विज्ञप्ति के अनुसार बैठक के दौरान चीन के राजदूत ने भारत की कार्रवाई के कारण उभरती स्थिति पर पाकिस्तान के दृष्टिकोण को साझा करने के लिए प्रधानमंत्री को धन्यवाद दिया। शहबाज शरीफ ने बैठक में राष्ट्रपति शी जिनपिंग और प्रधानमंत्री ली कियांग का पाकिस्तान को मजबूत और दृढ़ समर्थन के लिए आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि भारत ने दंडात्मक कूटनीतिक उपायों में सिंधु जल संधि को स्थगित कर तनाव बढ़ा दिया है।

अभिनेता जितेंद्र कुमार की चर्चित वेब सीरीज ‘पंचायत’ अब तक अपने तीन सीजन के जरिए दर्शकों के दिलों में खास जगह बना चुकी है। अमेजन प्राइम वीडियो की इस सीरीज को हर सीजन में जबरदस्त सराहना और प्यार मिला है। हाल ही में निर्माताओं ने ‘पंचायत’ के चौथे सीजन का आधिकारिक ऐलान किया, जिससे फैंस के बीच उत्साह और भी बढ़ गया है। अब इस सीरीज ने एक और बड़ी उपलब्धि हासिल कर ली है। ‘पंचायत’ अब पहले विश्व ऑडियो विजुअल एवं मनोरंजन शिखर सम्मेलन (वेव्स) में शामिल होने वाली पहली भारतीय वेब सीरीज बन गई है, जिससे यह एक ऐतिहासिक मुकाम पर पहुंच गई है।

रिपोर्ट्स के मुताबिक, वेब सीरीज ‘पंचायत’ को प्रतिष्ठित वेव्स 2025 सम्मेलन में आधिकारिक रूप से शामिल किया गया है। इस खास मौके पर ‘मेकिंग ऑफ पंचायत: ग्रासरूट स्टोरीटेलिंग’ नामक एक सेशन आयोजित किया जाएगा, जिसमें इस सीरीज की निर्माण प्रक्रिया और इसके देसी, जमीनी पहलुओं पर चर्चा की जाएगी। इस सत्र का उद्देश्य गांव की सच्ची और सरल कहानियों को वैश्विक मंच पर सम्मान देना है। यह कार्यक्रम वेव्स 2025 के तीसरे दिन यानी 3 मई को आयोजित होगा। इस खास सेशन में ‘पंचायत’ से जुड़े सभी प्रमुख कलाकार और निर्माता शामिल होंगे, जो इसे पूरी टीम और फैंस के लिए एक यादगार और गर्व का क्षण बना देगा।

‘पंचायत’ वेब सीरीज उत्तर प्रदेश के एक छोटे से गांव फुलेरा की दिलचस्प कहानी पर आधारित है, जो दर्शकों को गहराई से छूती है। इस सीरीज में जितेंद्र कुमार, रघुबीर यादव, नीना गुप्ता, चंदन रॉय और फैसल मलिक जैसे शानदार कलाकारों ने अपनी बेहतरीन अदाकारी से जान फूंकी है। ये सभी सितारे चौथे सीजन में भी अपनी-अपनी भूमिकाओं में नजर आएंगे, जबकि कुछ नए कलाकारों की एंट्री भी देखने को मिलेगी। सीरीज की कहानी एक युवा इंजीनियर अभिषेक त्रिपाठी (जितेंद्र कुमार) के इर्द-गिर्द घूमती है, जो अच्छी नौकरी की कमी के चलते फुलेरा गांव में पंचायत सचिव की नौकरी करने लगता है। वहीं से शुरू होती है उसकी जिंदगी की एक अनोखी और सच्ची यात्रा, जिसमें गांव की राजनीति, रिश्ते, संघर्ष और ह्यूमर का खूबसूरत मेल देखने को मिलता है।

हर्षोल्लास के साथ मना पूर्वोत्तर रेलवे के वाराणसी मंडल का स्थापना दिवस

Varanasi:  मंडल रेल प्रबंधक विनीत कुमार श्रीवास्तव की अध्यक्षता में पूर्वोत्तर रेलवे के वाराणसी मंडल का स्थापना दिवस पूरे हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस अवसर पर मंडल कार्यालय का मुख्य द्वार एवं गलियारों को साफ सुथरा करके आकर्षक रंगोलियों एवं गुब्बारों से सजाया गया था। कार्यालय में प्रवेश करने वाले प्रत्येक कर्मचारी एवं अधिकारी का स्वागत तिलक चन्दन लगाकर सुभकामनाओ के साथ किया गया। कार्यालय की साज सज्जा एवं आगंतुकों का स्वागत पूर्वोत्तर रेलवे भारत स्कॉउट एण्ड गाइड जिला संघ वाराणसी के सदस्यों द्वारा हर्षोल्लास से किया गया।

मंडल रेल प्रबंधक विनीत कुमार श्रीवास्तव ने स्थापना दिवस के अवसर पर पूर्वोत्तर रेलवे के वाराणसी मंडल पर कार्यरत समस्त अधिकारीयों एवं कर्मचारियों को बधाई दी । उन्होंने कहा यह बड़े गौरव का विषय है की वाराणसी मण्डल अपनी स्थापना के 56 वर्ष पूरे कर स्वर्ण जयंती की ओर अग्रसर है। उन्होंने बताया वाराणसी मण्डल का शुभारम्भ 01 मई ,1969 को पूर्वोत्तर रेलवे के चीफ कामर्शियल सुपरिटेंडेंट अनन्त नारायण द्वारा किया गया था। इसके पूर्व वाराणसी में पूर्वोत्तर रेलवे का केवल डिस्ट्रिक्ट कार्यालय ही था। वाराणसी डिवीजनल कार्यालय के स्थापना के साथ -साथ वाराणसी मण्डल का कार्य क्षेत्र बढ़ता गया इसके साथ ही यात्री सुख सुविधाओं में भी व्यापक विस्तार हुआ। वाराणसी मंडल विकास के पथ पर लगातार बढ़ते हुए नित नई इबारत लिखता गया। पूर्वोत्तर रेलवे का वाराणसी मंडल जो कभी छोटी लाइनों के लिए जाना जाता था वह छोटी लाइनों से बड़ी लाइनों फिर एकल लाइन से दोहरीकृत लाइन और अब विद्युतीकृत लाइनों से युक्त हो चुका है। श्री श्रीवास्तव ने कहा में कामना करता हूँ कि वाराणसी मण्डल का विकास इसी प्रकार जारी रहे और इस विकास यात्रा में आप सभी की सहभागिता इसी प्रकार कायम रहे।