Patna, 28 जुलाई (हि.स.)। बिहार में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के मनेर से विधायक भाई वीरेन्द्र और एक पंचायत सचिव की वार्तालाप चर्चा का केंद्र बना हुआ है। एक वायरल ऑडिया क्लिप से पता चलता है कि पंचायत सचिव और भाई वीरेन्द्र के बीच तीखी बहस हुई है।

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आप टेढ़ी बतियाइएगा, तो हम भी टेढ़ी बतियाएंगे: पंचायत सचिव

पटना जिले की मनेर विधानसभा सीट से चौथी बार विधायक बने भाई वीरेंद्र, राष्ट्रीय जनता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू यादव और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के करीबी होने के साथ-साथ राजद के बड़े नेताओं में गिने जाते हैं। भाई वीरेंद्र ने एक पंचायत सचिव को अपने क्षेत्र के मतदाता का मृत्यु प्रमाण पत्र बनाने को लेकर फोन किया। लेकिन विधायक की ओर से सिर्फ नाम बोलने पर पंचायत सचिव उन्हें नहीं पहचान पाए।इसके बाद पंचायत सचिव और विधायक के बीच प्रोटोकॉल और बात करने के तरीके को लेकर बहस हो गई। पंचायत सचिव भी जबर निकला और कह दिया कि “ आप टेढ़ी बतियाइएगा, तो हम भी टेढ़ी बतियाएंगे।”

अब भाई वीरेंद्र और पंचायत सचिव के बीच इस बातचीत का ऑडियो वायरल हो गया है

विधायक भाई वीरेंद्र और पंचायत सचिव के बीच इस बातचीत का ऑडियो वायरल हो गया है। बातचीत में विधायक भाई वीरेंद्र नाराज हो गए। कहने लगे- “बोलिए? कौन बोल रहा है रे?” तो सचिव ने पूछा- “किनसे बात करना है आपको ?” इस पर विधायक बोले, “पंचायत सचिव से बात करना चाह रहा हूं’। ”

सचिव बोला- “हां, पंचायत सचिव बोल रहा हूं। बोलिए।” इसके बाद का संवाद इस तरह बिगड़ता चला गया। भाई वीरेंद्र- “अरे….तो भाई वीरेंद्र को तुम नहीं पहचानता है। अ तुम कहेगा कि बोलिए? आंय” पंचायत सचिव- “अपना परिचय दीजिएगा तब ना।”

भाई वीरेंद्र- “अरे भाई वीरेंद्र का नाम परिचय देना पड़ता है। भाई वीरेंद्र मेरा नाम है। तुम नहीं जानता है भाई वीरेंद्र कौन है तुम्हारा? भाई वीरेंद्र मनेर का कौन है? नहीं जानते हो तुम?”

पंचायत सचिव- “नहीं। जानकारी रहता तो ऐसे थोड़े बतियाते।”

भाई वीरेंद्र- “कहां, इंग्लैंड का है तुम? मनेर का विधायक को नहीं जानता है तुम ?”

पंचायत सचिव- “हां विधायक जी बोलिए।”

भाई वीरेंद्र- “हां विधायक जी बोलिए?… फिर जूता से मारेंगे खींचकर। समझा। तुम टेप करो, चाहे जो करो। तुम कह रहा है विधायक जी बोलिए। प्रोटोकॉल का ख्याल नहीं रखेगा रे? प्रोटोकॉल का ख्याल नहीं रखेगा रे? हिन्दुस्तान जानता है और तुम कह रहा है कि भाई वीरेंद्र कौन है, नहीं जानते हैं। आंय। अरे बोलता काहे नहीं है ?”

पंचायत सचिव- “अरे तो बोलिए ना क्या बात है? प्रणाम करना चाहिए। प्रणाम विधायक जी। हां, बोलिए।”

भाई वीरेंद्र- “अरे ये रिंकी देवी का, रिंकी देवी के पति का बनना है, अविनाश कुमार का मृत्यु प्रमाण पत्र बनना है। बनवाइए।”

पंचायत सचिव- “आवेदन मेरे पास आया हुआ है उनका।”

भाई वीरेंद्र- “आवेदन गया हुआ है। कब का। 13 से ही। काम मत करो। कर्मचारी हो, कर्मचारी जैसन काम करो।”

पंचायत सचिव- “आप भी प्रेम से बतियाइएगा, तो प्रेम से बतियाएंगे। ठीक है ना? नहीं तो जहां जो करना होगा, करते रहिएगा। कोई ऐसा डर नहीं है हमको। ठीक है। सीधा बतियाइएगा तो सीधा बतियाएंगे। टेढ़ी बतियाइएगा, तो टेढ़ी बतियाएंगे। आपसे डरने वाला कोई नहीं है यहां।”

भाई वीरेंद्र- “आंय। अरे तुम इस तरह का भाषा बोलेगा रे?”

पंचायत सचिव- “हां! पहले आप ही ना उस भाषा में बोल रहे हैं। आप जनप्रतिनिधि हैं, तो आपको पहले प्रेम से बात करनी चाहिए, पूछना चाहिए कि आपके पास ये आवेदन….।

भाई वीरेंद्र- “अरे हम कहे कर्मचारी बोल रहे हैं, तो हां हम कर्मचारी बोल रहे हैं। हम भाई वीरेंद्र बोल रहे हैं। तो कौन भाई वीरेंद्र?”

पंचायत सचिव- “हम नहीं जानते थे कि यहां के विधायक जी का क्या नाम है।” भाई वीरेंद्र- “तुम नहीं जानता है विधायक जी का नाम?”

पंचायत सचिव- “हां नहीं जानते थे।”

भाई वीरेंद्र- “तुमको नौकरी करने का अधिकार नहीं है ना मनेर में, नहीं जानते हो तुम अपने जनप्रतिनिधि को?”

पंचायत सचिव- “जाके लिखित दे दीजिए। ट्रांसफर करा दीजिए।”

भाई वीरेंद्र- “ट्रांसफर नहीं। अब दूसरा बात हो जाएगा ना।”

पंचायत सचिव- “उतना धमकी मत दीजिए। उतना धमकी से कोई डरने नहीं जा रहा है। दूसरा बात हो जाएगा, क्या हो जाएगा ?”

भाई वीरेंद्र- “कहां का है रे तू?”

पंचायत सचिव- “अरे, काम का बात कीजिए ना। क्या काम है।”

भाई वीरेंद्र- “मैंने काम कहा ना।”

पंचायत सचिव- “वो प्रोसेस में गया हुआ है। बीएसओ सर के ऑफिस में आवेदन जाना है। वहां से जिला लॉग इन में जाएगा। वहां से फारवर्ड होकर आएगा अनुशंसित होकर हम लोग के लॉग इन में तब बनेगा।”

अब राजद विधायक और पंचायत सचिव के बीच फोन पर हुई इस तीखी बहस की ऑडिया क्लिप वायरल है और लोग इस पर अगल-अगल तरीके से अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं।

 

Nag Panchami 2025: हिंदू धर्म में नाग पंचमी का विशेष महत्व है। यह त्योहार हर साल सावन महीने में मनाया जाता है और इस दिन भगवान शिव के साथ-साथ नाग देवता की पूजा की जाती है। मान्यता है कि नाग पंचमी के दिन पूजा-पाठ करने से कालसर्प दोष से राहत मिल सकती है। यही वजह है कि इस पर्व को विशेष श्रद्धा और आस्था के साथ मनाया जाता है। इस साल नाग पंचमी 29 जुलाई 2025, मंगलवार को मनाई जाएगी। यह दिन भक्तों के लिए आस्था और आध्यात्म से जुड़ने का खास अवसर है।

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नाग पंचमी 2025: तिथि और शुभ मुहूर्त

पंचमी तिथि शुरू: 28 जुलाई 2025, रात 11:24 बजे

पंचमी तिथि समाप्त: 30 जुलाई 2025, सुबह 12:46 बजे

पूजा का शुभ मुहूर्त: 29 जुलाई को सुबह 6:13 से 8:49 बजे तक

इसी दिन मुख्य पूजा का समय रहेगा और भक्त नाग देवता की पूजा इसी दौरान करेंगे।

क्यों मनाते हैं नाग पंचमी?

नाग पंचमी का पर्व शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मनाया जाता है। यह समय सावन का होता है, जो भगवान शिव को समर्पित महीना माना जाता है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, नाग पंचमी के दिन सांपों की पूजा करने से जीवन में सुख-शांति और समृद्धि आती है। साथ ही कालसर्प दोष जैसी परेशानियों से भी छुटकारा मिलता है।

नाग पंचमी पर क्या करते हैं भक्त?

  • इस दिन नाग देवता और भगवान शिव की पूजा की जाती है।
  • दूध, फूल, फल और मिठाई नागों को अर्पित किए जाते हैं।
  • कई जगहों पर मिट्टी या चांदी के नाग-नागिन की मूर्तियों को पूजा जाता है।
  • लोग शिव मंदिर जाकर जल, बेलपत्र और दूध अर्पित करते हैं।
  •  परंपरा के अनुसार, इस दिन रोटी नहीं बनाई जाती क्योंकि इसे अशुभ माना जाता है।

नाग पंचमी का सांस्कृतिक महत्व
नाग पंचमी सिर्फ भारत ही नहीं, बल्कि विदेशों में बसे हिंदू समुदायों के बीच भी श्रद्धा से मनाया जाता है। सांपों को हिंदू धर्म में रक्षक और उर्वरता के प्रतीक माना जाता है। यह पर्व हमें प्रकृति, जीव-जंतुओं और उनके महत्व की याद दिलाता है।29 जुलाई 2025 को पड़ रही नाग पंचमी, शिवभक्तों के लिए एक खास अवसर है। इस दिन विधिपूर्वक पूजा करके आप नकारात्मक ऊर्जा से मुक्ति पा सकते हैं और अपने जीवन में शांति और समृद्धि ला सकते हैं।

ज्योतिषाचार्य संजीत कुमार मिश्रा
ज्योतिष , वास्तु एवं रत्न विशेषज्ञ 8080426594/9545290847

Chhapra: सावन माह की तीसरी सोमवारी को जिले के विभिन्न मंदिरों और शिवालयों में शिवलिंग पर जलाभिषेक के लिए आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा है। सुबह से ही विभिन्न मंदिरों में स्थापित शिवलिंग समेत शिवालयों में जलाभिषेक के लिए शिव भक्तों का तांता लगा हुआ है।शिवलिंग पर जलाभिषेक के साथ ही शिव भक्त भगवान महादेव और मां पार्वती की पूजा अर्चना कर रहे हैं।

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शिवालयों में जलाभिषेक के लिए उमड़ा आस्था का सैलाब

केसरिया वस्त्रों में ॐ नमः शिवाय और हर हर महादेव का जाप करते हुए शिव भक्त मंदिर और शिवालय पहुंचकर पूजा अर्चना कर रहे हैं। जिले के बाबा धर्मनाथ धनी मंदिर ( छपरा ), बाबा हरिहरनाथ मंदिर ( सोनपुर ) सहित अन्य मंदिरों और शिवालयों में भक्तों की भीड़ सुबह से उमड़ रही है।पूरा वातावरण शिव धुन को लेकर शिवमय बना हुआ है।

सावन की तीसरी सोमवारी को लेकर मंदिरों में उमड़ने वाली भीड़ को लेकर जिला प्रशासन की ओर से सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किया गया है मंदिरों और शिवालयों पर विधि व्यवस्था संधारण को लेकर पुलिस अधिकारियों के साथ बलों की प्रतिनियुक्ति की गई है। इसके अलावा मंदिर प्रबंधन कमिटी भी मंदिर परिसरों भीड़ को नियंत्रित करने में प्रशासन का सहयोग कर रही है।

Jammu, 28 जुलाई (हि.स.)। उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने सोमवार को भगवती नगर यात्री निवास से पवित्र श्री बूढ़ा अमरनाथ जी यात्रा के लिए श्रद्धालुओं के पहले जत्थे को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।

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महादेव के निवास की पवित्र यात्रा एक ज्ञानवर्धक अनुभव है: उपराज्यपाल मनोज सिन्हा

उपराज्यपाल ने सभी तीर्थयात्रियों को सुरक्षित और आध्यात्मिक रूप से परिपूर्ण यात्रा की शुभकामनाएं दीं। उपराज्यपाल ने कहा कि महादेव के निवास की पवित्र यात्रा एक ज्ञानवर्धक अनुभव है। मेरा दृढ़ विश्वास है कि यह भक्तों के सामने जीवन के रहस्यों को उजागर करती है। उपराज्यपाल ने बाबा अमरनाथ और बूढ़ा अमरनाथ यात्री न्यास, पर्यटन विभाग, जिला प्रशासन, अन्य हितधारकों और लंगर सेवा प्रदान करने वाले संगठनों द्वारा किए गए सावधानीपूर्वक कार्य की सराहना की। वार्षिक तीर्थयात्रा और बूढ़ा अमरनाथ जी मेले, वार्षिक उत्सव के लिए सभी व्यवस्थाएं की गई हैं।

मीडिया से बात करते हुए उपराज्यपाल ने कहा कि पहले जत्थे में देश भर से 1000 से अधिक तीर्थयात्री श्री बूढ़ा अमरनाथ जी की पवित्र यात्रा के लिए रवाना हुए। वहीं दूसरी ओर कल तक 3.77 लाख तीर्थयात्री श्री अमरनाथ जी की पवित्र गुफा के दर्शन कर चुके हैं। मुझे आशा है कि देश भर से तीर्थयात्री श्री बूढ़ा अमरनाथ जी के दर्शन करने आएंगे और भोलेनाथ से जम्मू-कश्मीर और राष्ट्र की शांति और प्रगति के लिए प्रार्थना करेंगे।

Chhapra: अवर प्रादेशिक नियोजनालय बाज़ार समिति परिसर छपरा में दो दिवसीय अंग्रेज़ी संप्रेषण कौशल कार्यशाला का सफलतापूर्वक समापन हुआ। कार्यशाला का यह दूसरा और अंतिम दिन संवाद कौशल के विविध पहलुओं पर केंद्रित रहा, जिसमें प्रतियोगी परीक्षाओं, साक्षात्कार, एवं कॉर्पोरेट क्षेत्र में प्रभावी प्रस्तुतीकरण के लिए आवश्यक व्यवहारिक प्रशिक्षण दिया गया।

दूसरे दिन का संचालन सहायक निदेशक (नियोजन), सारण प्रमंडल, भरत जी राम द्वारा किया गया, जिनकी सक्रिय और प्रेरणात्मक शैली ने प्रतिभागियों को लगातार जोड़कर रखा। उन्होंने फिगर्स ऑफ़ स्पीच, पार्ट्स ऑफ़ स्पीच, वोकैब्युलरी एनरिचमेंट, अड्जेक्टिव्स आदि के प्रयोग को मज़ेदार गतिविधियों और इंटरएक्टिव अभ्यासों के माध्यम से समझाया। सत्र में छात्रों की भागीदारी उत्साहजनक रही।

कार्यशाला में राइटिंग जैसे कौशलों पर भी प्रशिक्षण दिया गया

कार्यशाला में साक्षात्कार कौशल पर विशेष ध्यान दिया गया, जिसमें प्रतियोगी परीक्षाओं तथा कॉर्पोरेट दुनिया के साक्षात्कारों की प्रकृति, प्रश्नों के प्रकार और आत्मविश्वासपूर्ण उत्तर देने की रणनीतियाँ बताई गईं। रीडिंग कॉम्प्रिहेन्शन और प्रेसी राइटिंग जैसे कौशलों पर भी प्रशिक्षण दिया गया, जो प्रभावशाली लेखन व विश्लेषणात्मक क्षमता के लिए अत्यंत आवश्यक हैं।

सत्र का एक अन्य महत्वपूर्ण हिस्सा था ग्रुप डिस्कशन, जिसमें प्रतिभागियों ने विचार साझा किए और यह जाना कि समूह चर्चा में क्या करना है और क्या नहीं करना है। कॉरपोरेट कम्युनिकेशन के अंतर्गत शिष्टाचार, भाषा का टोन, एवं व्यावसायिक संवाद की बारीकियों को सरल उदाहरणों से समझाया गया।

नियोजन पदाधिकारी पिंकी भारती एवं प्रशिक्षु नियोजन पदाधिकारी क़ुदरतुल्लाह फ़राज़ की उपस्थिति ने सत्र को और अधिक संवादात्मक और सहज बनाया। कार्यशाला में जिला कौशल प्रबंधक विजेन्द्र कुमार तथा अवर प्रादेशिक नियोजनालय, छपरा के सभी सहकर्मियों की सराहनीय भूमिका रही।

गौरतलब है कि कार्यशाला के पहले दिन, प्रतिभागियों को औपचारिक रूप से स्वयं का परिचय देना, अंग्रेज़ी शब्दावली, व्याकरण, तथा वाक्य संरचना जैसे विषयों पर अभ्यासात्मक सत्रों के माध्यम से प्रशिक्षित किया गया था। उप निदेशक, नियोजन अश्वजीत पराशर एवं विकास कुमार ने अपने प्रेरक सत्रों से प्रतिभागियों को जागरूक एवं उत्साहित किया था।

Chhapra: लायंस क्लब छपरा सारण की ओर से चल रहे स्थायी प्रोजेक्ट लायंस अन्नपूर्णा भोजन सेवा के तहत आज करीब 205 जरूरतमंद लोगों को भोजन कराया गया। इसमें पुरुष, महिलाएं, बच्चे, रिक्शा चालक, ठेले वाले और मजदूर शामिल थे। इस भोजन सेवा में लोगों को चावल, दाल, सब्जी, पापड़, तिलौड़ी और अचार परोसा गया। इस सेवा कार्यक्रम में लायन अमर कुमार की विशेष उपस्थिति रही।

कार्यक्रम में डॉ. यू.के. पाठक, आशुतोष शर्मा, सत्य नारायण प्रसाद, पिंटू जी, साकेत श्रीवास्तव, विकास कुमार, बृजेंद्र किशोर, आनंद आग्रही समेत क्लब के सभी सदस्य मौजूद थे। इस बारे में जानकारी क्लब के पी.आर.ओ. गणेश पाठक ने दी।

Chhapra: रिविलगंज प्रखंड प्रमुख डॉ राहुल राज ने छपरा विधानसभा क्षेत्र के टेक्निवास में VIP कोल्डस्टोरेज रोड के पास सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर बनाए गए यात्री शेड और टेक्निवास मुख्य बाजार में नवनिर्मित यात्री शेड का उद्घाटन किया।

इस मौके पर उन्होंने कहा कि जनता के बीच किए गए विकास के संकल्पों को दोहराया गया है। उन्होंने बताया कि हर पंचायत में इस तरह के सार्वजनिक शेड बनाए जाएंगे, जिससे ग्रामीणों को सामूहिक बैठने की सुविधा मिलेगी।

साथ ही उन्होंने कहा कि इस काम की शुरुआत टेक्निवास बाजार से की गई है ताकि पंचायत के अंतिम व्यक्ति तक सरकारी योजनाओं का लाभ पहुंचे और लोगों के लिए एक सामूहिक चौपाल की व्यवस्था हो सके। उन्होंने आस-पास सफाई बनाए रखने का निर्देश भी दिया ताकि लोग बीमारियों से बचे रहें। उनका मानना है कि सरकार की योजनाओं का लाभ एक-एक ग्रामीण तक पहुंचना चाहिए। यह शेड ग्रामीणों और राहगीरों के लिए आवागमन में सहायक बनेगा।

शेड के उद्घाटन से स्थानीय लोगों में काफी खुशी देखी गई। महिलाओं ने भी इसे बहुत उपयोगी बताया। इस मौके पर बीडीसी शिव जी मांझी समेत कई अन्य सहयोगी सदस्य भी मौजूद थे।

Chhapra: रेनबो क्लब की ओर से इंटर स्कूल स्तर पर सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। यह प्रतियोगिता क्लब अध्यक्ष प्रो. विजय कुमार सिन्हा के मिशन कंपाउंड स्थित आवास पर हुई, जिसमें कक्षा 5 से 12 तक के छात्र-छात्राओं ने हिस्सा लिया। प्रतियोगिता में कुल 25 सवाल पूछे गए, जो 50 अंकों के थे। छात्रों को 50 मिनट के अंदर जवाब लिखने थे।

प्रतियोगिता के परिणाम इस प्रकार रहे

वरीय समूह (कक्षा 9 से 12)

प्रथम स्थान: राधेश कुमार (एस. डी. एस. कॉलेज, छपरा)
द्वितीय स्थान: राहुल कुमार (राजेन्द्र कॉलेजिएट)
तृतीय स्थान: रजनीश कुमार सिंह  (राजेन्द्र कॉलेजिएट)

कनीय समूह (कक्षा 5 से 8)

प्रथम स्थान: सौम्या कुमारी (सरस्वती शिशु विद्या मंदिर, छपरा)
द्वितीय स्थान: आयुष कुमार (आदर्श बाल ज्ञान प्रतिष्ठान, महमदा)
तृतीय स्थान: श्रेया भारती (सरस्वती शिशु मंदिर, छपरा)


प्रतिभागियों को पुरस्कार प्रो. मृदुल कुमार शरण ने अपने कर कमलों से प्रदान किया। इस मौके पर प्रो. प्रमोद कुमार, एस. एन. पाठक, सुरेश शर्मा मौजूद रहे। साथ ही क्लब की ओर से पीएचडी शोधार्थी नगमा खान को यूजीसी नेट परीक्षा में सफलता के लिए सम्मानित किया गया और अंत में क्लब अध्यक्ष प्रो. विजय कुमार सिन्हा ने सभी अतिथियों और प्रतिभागियों का आभार जताया।

Chhapra: विकास संकल्प यात्रा के तहत रिविलगंज के विजय राय के टोला में आयोजित कार्यक्रम में भाजपा नेता शैलेन्द्र सेंगर ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि राजनीति में युवाओं को गलत कार्यों से हटाकर पढ़ाई और खेल-कूद की तरफ मोड़ना भी विकास कहलाता है। उन्होंने कहा कि युवाओं को समाज में फैले गलत कार्यों से हटाकर शिक्षा और खेल-कूद की ओर प्रेरित करना राजनीतिक विकास का एक महत्वपूर्ण पहलू है।

शिक्षा और खेल-कूद युवाओं को सशक्त बनाते हैं और सामाजिक व आर्थिक रूप से स्वतंत्र बनाते हैं: शैलेन्द्र सेंगर

शैलेन्द्र सेंगर ने कहा कि जब युवा गलत रास्ते पर जाने के बजाय शिक्षा और खेल जैसी सकारात्मक गतिविधियों में संलग्न होते हैं, तो इससे न केवल उनका व्यक्तिगत विकास होता है, बल्कि समाज और देश का भी विकास होता है।

उन्होंने आगे कहा कि शिक्षा और खेल-कूद युवाओं को सशक्त बनाते हैं, उन्हें बेहतर भविष्य के लिए तैयार करते हैं और सामाजिक व आर्थिक रूप से स्वतंत्र बनाते हैं। इसी सोच को ध्यान में रखकर हमारे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ‘खेलो इंडिया’ जैसे आयोजन को देश के सामने लाते हैं। यही सोच हमारे सांसद राजीव प्रताप रूड़ी को प्रेरित करती है कि वे सारण के युवाओं के लिए एक बड़ा क्रिकेट टूर्नामेंट करवा रहे हैं। इसी सोच को मैं भी लेकर आगे बढ़ने का प्रयत्न कर रहा हूं।

गलत कार्यों से हटाकर शिक्षा और खेल-कूद की ओर मोड़ना एक महत्वपूर्ण और सकारात्मक कदम है: शैलेन्द्र सेंगर

सेंगर ने कहा कि जब युवा सकारात्मक गतिविधियों में व्यस्त होते हैं तो वे अपराध, नशाखोरी, जुआ और अन्य गलत कार्यों से दूर रहते हैं। स्वस्थ और शिक्षित युवा एक मजबूत और प्रगतिशील समाज का निर्माण करते हैं। युवाओं का विकास देश के विकास की नींव है। जब युवा सकारात्मक रूप से योगदान करते हैं, तो देश आगे बढ़ता है। इसलिए, युवाओं को गलत कार्यों से हटाकर शिक्षा और खेल-कूद की ओर मोड़ना एक महत्वपूर्ण और सकारात्मक कदम है जो न केवल व्यक्तिगत रूप से, बल्कि सामाजिक और राष्ट्रीय स्तर पर भी विकास को बढ़ावा देता है।

सेंगर ने यह भी कहा कि छपरा में इसी प्रयास को लेकर मैं चल रहा हूं। इसके अलावा, खेल-कूद सामाजिक संबंधों को प्रभावित करने के साधन के रूप में भी उपयोगी है। खेल-कूद सामाजिक और सांस्कृतिक मतभेदों को पार कर लोगों को एक साथ ला सकती है।

इस अवसर पर उमाकांत पाण्डेय, अखिलेश सिंह, राकेश सिंह, प्रियरंजन कुशवाहा, गामा सिंह, संजीव सिंह, कुंदन सोनी, भोला सिंह, सुधीर सिंह और जितेश सिंह आदि उपस्थित रहे।

 

Patna, 27 जुलाई, (हि.स.)।बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रविवार को पटना संग्रहालय के नवनिर्मित गंगा गैलरी, पाटली गैलरी एवं प्रेक्षा गृह का उद्घाटन किया। उद्घाटन के बाद मुख्यमंत्री ने नवनिर्मित भवन का निरीक्षण किया और वहां लगाये गये प्रदर्शों का अवलोकन किया

अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुसार सुविधाएं विकसित करने के उद्देश्य से इस संग्रहालय का विस्तार किया गया है: नीतीश कुमार 

उद्घाटन सके बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि पटना संग्रहालय का उन्नयन एवं विस्तारीकरण कार्य बेहतर ढंग से किया जा रहा है। यह पुराना संग्रहालय है। यहां पर कई महत्वपूर्ण पुरातात्विक एवं ऐतिहासिक प्रदर्श रखे गए हैं, उनका रखरखाव और बेहतर ढंग से हो इसलिए भवन का विस्तारीकरण किया गया है।

उन्होंने कहा कि संग्रह को बेहतर ढंग से प्रदर्शित करने और अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुसार सुविधाएं विकसित करने के उद्देश्य से इस संग्रहालय का विस्तार किया गया है। गंगा गैलरी, पाटली गैलरी एवं प्रेक्षा गृह अच्छा बना है। लोग यहां आकर प्रदर्शों को देख सकेंगे और उन्हें कई विशिष्ट जानकारियां प्राप्त होंगी। मुख्यमंत्री ने पटना संग्रहालय के पूरे परिसर का निरीक्षण किया और अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिया।

मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्माण कार्य बेहतर ढंग से जल्द पूर्ण करने का निर्देश दिया

पटना संग्रहालय के नव निर्मित भवन के उद्घाटन के बाद मुख्यमंत्री बिहार संग्रहालय पहुंचे और वहां संग्रहालय के विभिन्न भागों का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री ने विभिन्न प्रदर्शों को भी देखा। मुख्यमंत्री ने बिहार संग्रहालय तथा पटना संग्रहालय को जोड़नेवाली निर्माणाधीन टनल का निरीक्षण कर कार्य की प्रगति की जानकारी ली। उन्होंने संबंधित विभाग के अधिकारियों को निर्माण कार्य बेहतर ढंग से जल्द पूर्ण करने का निर्देश दिया। इस दौरान मुख्यमंत्री को बिहार संग्रहालय के महानिदेशक अंजनी कुमार सिंह ने टनल से बिहार संग्रहालय में प्रवेश की व्यवस्था, पार्किंग, पर्यटकों को मिलनेवाली अन्य सुविधाओं आदि के संबंध में विस्तृत जानकारी दी।

निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि टनल निर्माण का कार्य जल्द पूरा करें, जिससे कि बिहार संग्रहालय और पटना संग्रहालय के दर्शक आसानी से एक जगह से दूसरी जगह जाकर प्रदर्शों का अवलोकन कर सकें। उन्होंने कहा कि टनल का बेहतर ढंग से निर्माण कराएं, ताकि इलेक्ट्रिक वाहन के साथ-साथ पैदल पर्यटक आसानी से पटना संग्रहालय और बिहार संग्रहालय में आवागमन कर सकें। उन्होंने कहा कि बिहार संग्रहालय को अंतर्राष्ट्रीय स्तर का बनाया गया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि पटना संग्रहालय और बिहार संग्रहालय में बड़ी संख्या में पर्यटक आते रहते हैं। इन दोनों संग्रहालयों के बीच टनल का निर्माण कार्य पूर्ण होने से पर्यटकों की संख्या और बढ़ेगी। यहां पार्किंग और अन्य सुविधाओं की समुचित व्यवस्था करें। उन्होंने कहा कि इस निर्माणाधीन टनल के पास से नेहरू पथ के उस तरफ जाने के लिये जो ऊपरी पुल बनाया जाना है, उसका निर्माण कार्य जल्द शुरू करें। साथ ही नेहरू पथ के दूसरी तरफ एक पार्क का भी निर्माण कराएंं, ताकि यहां आनेवाले पर्यटक उसका आनंद उठा सकें।

पटना संग्रहालय को लोग जादूघर के नाम से भी जानते हैं

उल्लेखनीय है कि पटना संग्रहालय को लोग जादूघर के नाम से भी जानते हैं। यह संग्रहालय बिहार राज्य के सांस्कृतिक इतिहास को दर्शाता है। सर्वप्रथम इसकी स्थापना सन 1915 में ऐतिहासिक संग्रहीत वस्तुओ को प्रदर्शित करने के लिए आयुक्त के बंगले में किया गया था। बाद में इसे पटना उच्च न्यायालय भवन में स्थानांतरित कर दिया गया। बढ़ते हुए संग्रह को ध्यान में रखते हुए संग्रहालय के लिए एक नई इमारत बनाने का प्रस्ताव पारित हुआ। राय बहादुर विष्णुस्वरूप ने इस इमारत को इंडो-सारसेनिक शैली में डिजाइन किया, जो राजपुताना और मुगल वास्तुकला का मिश्रण है। यह नया भवन सन 1928 में बनकर तैयार हुआ और सन 1929 में जनता के लिए खोल दिया गया। सन 1960 में इसके पिछले भाग को विस्तारित किया गया।

कार्यक्रम में उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, जल संसाधन सह संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी, भवन निर्माण मंत्री जयंत राज, बिहार विधानसभा के उपाध्यक्ष नरेन्द्र नारायण यादव, बिहार संग्रहालय के महानिदेशक अंजनी कुमार सिंह, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, विकास आयुक्त प्रत्यय सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

Patna:  बिहार में सरकार की ओर से चलाई जा रही 125 यूनिट फ्री बिजली योजना अब ठगों के लिए नया हथियार बन गई है। योजना का लाभ दिलाने के नाम पर लोगों से ठगी की जा रही है, और यह सिलसिला दिन-ब-दिन बढ़ता ही जा रहा है।

APK फ़ाइल डाउनलोड करते दो लाख रुपये उड़ाए चोर 

ताज़ा मामला राजधानी पटना का है। दो लोगों ने साइबर थाना में शिकायत दी कि उनके पास एक कॉल आया, जिसमें कहा गया कि फ्री बिजली सब्सिडी के लिए रजिस्ट्रेशन करना होगा। इसके लिए एक लिंक भेजा गया और कहा गया  कि APK फ़ाइल डाउनलोड करो, तभी योजना का फायदा मिलेगा। जैसे ही पीड़ितों ने वो फ़ाइल डाउनलोड किया उनका मोबाइल हैक हो गया। इसके बाद साइबर गैंग ने उनके बैंक अकाउंट से करीब दो लाख रुपये उड़ा लिए।

क्या कहती है पुलिस?

साइबर थाना के अधिकारी ने बताया कि ठग इससे पहले भी कई बार बिजली बिल न कटने की धमकी, स्मार्ट मीटर रिचार्ज जैसे बहाने से लोगों को फंसा चुके हैं।

उन्होंने साफ कहा कि फ्री बिजली योजना के लिए कोई रजिस्ट्रेशन नहीं करना है। अगर कोई कॉल आए या लिंक भेजे तो बिल्कुल भरोसा न करें, ये एक ठगी है। लोगों को ठग रहे हैं। जहां सरकार मदद देना चाहती है, वहीं साइबर अपराधी लोगों को लूटने का प्लान बना रहे हैं। अनजान लिंक पर क्लिक बिल्कुल न करें और मोबाइल में कोई भी अजनबी ऐप या APK फाइल डाउनलोड न करें। साथ ही OTP या बैंक डिटेल कभी किसी से शेयर न करें।

Chhapra: आम तौर पर किसानों को किसानी करने में दिक्कतें आती ही हैं, लेकिन सावन के इस महीने में हालात और भी ज्यादा खराब हो गए हैं। समय पर बारिश नहीं होने के कारण किसान बेहद परेशान हैं। खेतों में नमी नहीं होने से फसलों की बुआई प्रभावित हो रही है। जहां अब तक धान और मक्का की बुआई 100 प्रतिशत पूरी हो जानी चाहिए थी, वहीं यह आंकड़ा 50 प्रतिशत के पास भी नहीं पहुंच सका है। लगातार बारिश नहीं होने की वजह से खेत सूखे पड़े हैं, जिससे बुआई की प्रक्रिया पिछड़ गई है।

“न बारिश हो रही, न बिजली मिल रही”

किसानों का कहना है कि न तो बारिश हो रही है और न ही समय पर बिजली आ रही है। खेतों को जरूरत के अनुसार पानी नहीं मिल पा रहा है। ऐसे में खेती पिछड़ रही है और किसानों की परेशानियां भी बढ़ती जा रही हैं।

एक किसान ने नाराजगी जताते हुए कहा, “लोग बड़ी-बड़ी बातें करते हैं लेकिन कोई किसान की ओर ध्यान नहीं देता। किसान को हर दिन जूझना पड़ता है। गरीब किसान, गरीब ही रह जा रहा है। हर चीज़ का समाधान निकल गया, लेकिन खेती की समस्या का अब तक कोई ठोस हल नहीं निकला। पता नहीं निकलेगा भी या नहीं।”

रिमझिम बारिश से मक्का को राहत, धान को नहीं मिला लाभ

हाल ही में हुई हल्की बारिश से मक्का की फसल को थोड़ी राहत जरूर मिली है, लेकिन किसानों का कहना है कि धान की रोपाई के लिए यह बारिश नाकाफी है। धान की अच्छी रोपाई के लिए लगातार चार से पांच घंटे की मूसलधार बारिश जरूरी होती है, जो अब तक नहीं हो सकी है।

मड़ुआ, मसूरिया और बाजरा की खेती विलुप्ति की कगार पर

वर्तमान समय खरीफ फसलों का है। इनमें मक्का, धान, मड़ुआ, मसूरिया और बाजरा प्रमुख हैं। हालांकि अब मक्का और धान की खेती को ही प्रमुखता दी जा रही है। पहले जहां मड़ुआ और बाजरे की खेती बड़े पैमाने पर होती थी, अब इन फसलों का प्रचलन धीरे-धीरे खत्म हो रहा है।

शहरी पलायन और खेतों से दूरी बनी बड़ी वजह

ग्रामीण क्षेत्रों से हो रहे शहरी पलायन और खेती से जुड़ाव की कमी के चलते खेतिहर मजदूरों की संख्या घटती जा रही है। इसका सीधा असर परंपरागत फसलों पर पड़ा है, जो अब विलुप्ति की कगार पर हैं।

पैकेट भी खेत से ही भरते हैं: एक किसान

इस विषय पर एक बुजुर्ग किसान ने कहा, “लोग खेती छोड़ शहर भाग रहे हैं, लेकिन ये नहीं समझ रहे कि शहर के ईंट-पत्थर से पेट नहीं भरता। लाख कमाओ, लेकिन रोटी खेत से ही आती है। नई पीढ़ी पैकेट वाले खाने पर आ गई है, पर ये पैकेट भी खेत से ही भरते हैं।”

इस बार सावन में न तो बादलों ने साथ दिया और न ही व्यवस्था ने। नमी की कमी से बुआई पिछड़ गई है और किसान भारी संकट में हैं। ऐसे में जरूरत है कि किसानों को समय पर संसाधन, बिजली और सिंचाई की सुविधा दी जाए, ताकि वे आने वाले समय में फसल की उम्मीद से फिर जुड़ सकें।