Chhapra: शहर के प्रमुख सहायक मार्ग अस्पताल चौक से मालखाना चौक जो मुख्य मार्ग से हज़ारों लोगों को जोड़ने वाला सरकारी आम रास्ता है को अस्पताल प्रशासन एवं जिला प्रसाशन के मनमानी रवैया अदूरदर्शी सोंच के कारण करीब डेढ़ साल से बंद कर दिया गया है.

उक्त रास्ता शीघ्र खोले जाने के लिए आयुक्त सारण को एक पत्र के माध्यम से जनहित संघर्ष मोर्चा द्वारा ज्ञापन दिया गया. साथ ही मुख्यमंत्री, स्वास्थ्य मंत्री, मुख्य प्रधान सचिव नगर विकास विभाग, जिला पदाधिकारी सारण, पुलिस उप महानिरीक्षक तथा पुलिस अधीक्षक सारण को प्रतिलिपि भेजा गया है.

जनहित संघर्ष मोर्चा के अध्यक्ष सह काँग्रेस के वरीय नेता सुभाष राय उर्फ झरिमन राय ने पत्र में कहा है कि  इस उक्त मार्ग के बंद होने से मुख्य सड़क पर जाम लग जाता है. अस्पताल के पास जाम होने से आपातकालीन स्थिति में कई तरह लोगो का प्राण संकट में आ जाता है. उक्त सहायक रोड सिर्फ अस्पताल प्रशासन के मनमानी एवं तानाशाही रवैया के कारण बंद किया गया है. श्री राय ने कहा है की अगर एक माह के अंदर उक्त बंद रोड को नही खोला गया तो उग्र जन आंदोलन किया जाएगा.

पटना: बिहार में वर्तमान में जारी कोरोना कर्फ्यू छह फरवरी तक यथावत रहेगा। मुख्य सचिव की अध्यक्षता में गुरुवार शाम आपदा प्रबंधन की बैठक में पुरानी गाइडलाइन को लागू करने का फैसला लिया गया है।

पटना में आपदा प्रबंधन की बैठक आज दूसरे दिन हुई। बैठक में यह फैसला किया गया कि बिहार में पुरानी गाइडलाइन लागू रहेगी। छह फरवरी तक नाइट कर्फ्यू जारी रहेगी। शादी विवाह को लेकर पहले जो पाबंदियां लगी थी वही जारी रहेगी। शादी विवाह में अब भी 50 लोग ही शामिल होंगे। दुकान बंद करने के समय में कोई बदलाव नहीं किया गया है। सभी शैक्षणिक संस्थान छह फरवरी तक बंद रहेंगे। 21 जनवरी तक जो पाबंदियां लागू की गयी थी वह अब छह फरवरी तक जारी रहेगी।

पिछले पांच दिनों में कोरोना के आंकड़े में जो उतार चढ़ाव सामने आए हैं उसे देखते हुए आज हुई आपदा प्रबंधन की बैठक में फैसला लिया गया है कि बिहार में पुरानी पाबंदियां लागू रहेगी।इस बात की जानकारी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ट्वीट कर दी है।

उन्होंने ट्विटर पर लिखा कि “कोविड की स्थिति की समीक्षा की गई। कोरोना संक्रमण की स्थिति को देखते हुए वर्तमान में लागू सभी प्रतिबंधों को छह फरवरी तक विस्तारित करने का निर्णय लिया गया है। आप सभी से अनुरोध है कि विशेष सावधानी बरतें एवं सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करें।”

Chhapra: शादियों में बैंड के बिना लोग थिरकते नही हैं, बारात बगैर बैंड के लगती नही है. अपने बैंड की धुन से दूसरों के घरों में खुशियां भरने वाले बैंड पार्टी वालों पर कोविड के कारण सरकार के द्वारा लगाई गई पाबंदियों से मुश्किलों का पहाड़ टूट पड़ा है. इस व्यवसाय में जुटे लोगों के सामने रोजी- रोजगार की गंभीर समस्या उत्पन्न हो गयी है. कोरोना गाइडलाइन  में  शादी समारोहों में बैंड पार्टी की मनाही से इससे जुड़े लोगों, उनके परिवारों को आर्थिक तंगी से जूझना पर रहा है.

सारण जिले के बैंड पार्टी संचालकों ने गुरुवार को सारण के जिलाधिकारी के समक्ष अपनी व्यथा सुनाई. बैंड बाजा का व्यवसाय करने वालों ने जल्द से जल्द शादी समारोहों में बैंड पर लगी रोक को हटाने की मांग की ताकि इससे जुड़े लोगों का घर चल सके.

बैंड पार्टी के संचालक मोहम्मद नईम ने बताया कि सरकार के कोरोना गाइड लाइन के कारण लगभग 3 वर्षों से उनके व्यवसाय पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है. कर्ज लेकर बैंड पार्टी के सदस्यों का घर चल रहा है. अब स्थिति दयनीय हो गयी है अब कोई कर्ज भी देने को तैयार नही है.

उन्होंने कहा कि अगर जल्द से जल्द सरकार बैंड पार्टी वालीं के पक्ष में कोई निर्णय नही लेती तो भुखमरी की स्थिति उत्पन्न हो जाएगी. शादियों में बैंड बाजा बजा कर गुजारा करने वालों के लिए यह बेहद मुश्किल दौर साबित हो रहा है. एक ओर बाजार भी खुल रहें हैं वही बैंड पार्टी पर रोक लगाकर सरकार को कोविड को फैलने से रोकने में क्या सफलता दिख रही है यह सोचनीय है.

Chhapra: बिजली बिल के बड़े बकायदारों के खिलाफ बकाया वसूली अभियान शुरू किया गया है। बकायेदारों पर विभागीय अधिकारियों की कार्रवाई भी जारी है। कार्रवाई के दौरान आज दिनाक 19.01.22 को बिजली बिल बकायदारो के 440 एवं इस माह कुल 230 बकायदारो का कनेक्शन काटा गया। 02 उपभोक्ताओं पर विद्युत चोरी का जुर्माना भी लगाया गया। कार्रवाई के तहत शहर के कई बड़े व्यावसायिक प्रतिष्ठानों का बिजली कनेक्शन काट दिया गया है। शहर के कई घरों, प्रतिष्ठानों, होटलों एवं दुकान का बिजली कनेक्शन काट दिया गया है।

विद्युत कार्यपालक अभियंता यशवंत कुमार ने कहा की जो भी 5000 रुपए से ऊपर के बकायेदार हैं, वे अविलंब बकाया बिजली बिल का भुगतान कर दें| उन्होंने बताया कि शहर में बिजली बिल का भुगतान नहीं करने वाले कई प्रतिष्ठानों को चिन्हित करने का काम किया जा रहा है,जल्द ही कनेक्शन काट दिया जाएगा। जिनका कनेक्शन काटा जा रहा है बिल का भुगतान करने के बाद ही कनेक्शन जोड़ा जायेगा ।

छपरा शहर में स्मार्ट prepaid मीटर तेजी से लग रहे हैं। नए कनेक्शन लेने पर स्मार्ट मीटर ही लगाए जायेंगे ।छपरा शहर में 40 हजार स्मार्ट मीटर लगाए जाना हैं। अभी तक पूरे शहर में करीबन 13000 मीटर लग चुके हैं एवं 21 हज़ार बिजली उपभोगताओ का स्मार्ट prepaid मीटर लगाने हेतु सर्वे कर लिया गया है। स्मार्ट prepaid मीटर लगाना अनिवार्य है। स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगने से लोग बिजली की बचत के लिए प्रेरित हो रहे हैं। अतः स्मार्ट prepaid मीटर लगवाने में सहयोग करें ।

807 विद्युत उपभोगताओ का मीटर खराब / पुराना काला मीटर है, उनका मीटर बदलने की प्रक्रिया तेजी से की जा रही है।
जिन उपभोगताओ का मासिक ऊर्जा खपत काफी कम है, उनके भी मीटर की जाँच हो रही है एवं नियमानुसार कार्यवाही की जा रही है।

Chhapra: इंडियन रेड क्रॉस सोसाइटी के सारण जिला इकाई के द्वारा जिले के बनियापुर प्रखण्ड अंतर्गत पैगम्बरपुर गांव के दलित बस्ती में कम्बल का वितरण किया गया. कम्बल वितरण कार्यक्रम में एएसडीओ अरशी साहिन एवं रेड क्रॉस सोसाइटी के जिला सचिव जीनत जरीना मसीह के द्वारा दलित बस्ती की महिलाओं एवं जरूरतमंद लोगों के बीच कम्बल का वितरण किया गया.

इस अवसर पर एसडीएम ने कहा कि रेड क्रॉस सोसाइटी सामाजिक कार्यों में रुचि लेने वाली एक अग्रणी संस्था है. जिसके द्वारा कोरोना काल से लेकर आपदा काल तक गरीबों एवं जरूरतमंदों को यथासंभव सहायता पहुंचाया जाता रहा है.वही जिला सचिव जीनत मसीह ने कहा कि जिले में भयंकर ठंड को देखते हुए सोसाइटी के द्वारा कंबल वितरण का कार्यक्रम निसंदेह एक सराहनीय कदम है. कार्यक्रम में मुख्य रूप से रेड क्रॉस सदस्य शहजाद आलम, युथ रेड क्रॉस सदस्य अमन राज और अमन सिंह ने अपनी अहम भूमिका निभाई.

इस मौके पर दलित बस्ती निवासी तेतरी देवी, उमा देवी, भगमनी देवी, उर्मिला देवी, शांति देवी, मालती देवी, सुदामा राम, गणेश राम, शंकर राम, भोला राम, रामदेव राम, गंगा राम, उमेश राम, अमावस राम, चद्रमा राम सहित ढाई दर्जन जरूरतमंदों को कंबल प्रदान किया गया. जिससे कि वह ठंड से अपना बचाव कर सकें।

गिरिडीह: जिले के नक्सल प्रभावित भेलवाघाटी थाना क्षेत्र के कोयरीडीह गांव में बुधवार देर शाम को पंचायत में डायन-बिसाही का आरोप लगाते हुए एक महिला को उसके रिश्तेदारों ने पिटाई कर दी। बेटी को पिटता देख उसे बचाने गए पिता मंगरा मरांडी (55 ) की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। घटना में पीड़ित महिला एवं उसकी माता बड़की बासके भी घायल हो गई। घटना के बाद आसपास के लोग उन सबको देवरी स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले गए। जहां चिकित्सक ने मंगरा मरांडी को मृत घोषित कर दिया गया। वहीं मां बड़की बासके का प्राथमिक उपचार के बाद गिरिडीह रेफर कर दिया गया। परिजनों द्वारा शव को भेलवाघाटी थाना में पहुंचा दिया गया था।

इस संबंध में पीड़िता ने बताया कि उसके देवर छोटका सोरेन द्वारा पिछले साल से डायन-बिसाही का आरोप लगाकर उसके साथ आए दिन मारपीट कर प्रताड़ित किया जा रहा था। इस संबंध में मई 2021 में पंचायत भी हुई थी। पंचायत होने के बाद उसने मारपीट करना बंद कर दिया था।

बुधवार को उसने पुन: डायन-बिसाही का आरोप लगाते हुए उसे प्रताड़ित किया गया। इस बात पर ग्राम प्रधान की मौजूदगी में बुधवार को पंचायत की जा रही थी। अचानक पंचायत के दौरान ही उसके देवर ने उसके साथ मारपीट शुरू कर दी। उसे बचाने पहुंचे उसके पिता मंगरा मरांडी को लाठी से पीट-पीटकर देवर ने हत्या कर दी। मां को भी पीटकर गंभीर रूप से घायल कर दिया गया।

इस संबंध में तिलकडीह पंचायत की मुखिया सीनी किस्कू ने गुरूवार को बताया कि मामले की सूचना मिली है। भेलवाघाटी थाना पुलिस से मामले में जांच पड़ताल कर उचित कार्रवाई करने की बात कही गई है। खोरीमहुआ एसडीपीओ मुकेश कुमार महतो ने बताया कि मामले की सूचना मिली है। पीड़ित पक्ष द्वारा दिए गए आवेदन के आधार पर कार्रवाई की जाएगी। घटना में शामिल आरोपी को बख्शा नहीं जाएगा

Chhapra: अंतरराष्ट्रीय स्वयंसेवी संस्था रोटरी सारण के द्वारा शहर के सभी व्यस्ततम चौराहों पर अलाव की व्यवस्था की गई जिससे वहां पर रहने वाले, व्यवसाय करने वाले एवं सड़क से गुजरने वाले व्यक्तियों को लिए इस कड़ाके की ठंड से बहुत राहत मिली.

क्लब के अध्यक्ष अजय गुप्ता ने बताया कि इस समय काफी ठंड पड़ रही है. शरीर में कपकपी महसूस हो रही है. इस परिस्थिति में बहुत सारे व्यक्ति जो रोड पर गुजर-बसर करते हैं. व्यवसाय करते हैं काफी परेशान हैं. उन्हें राहत प्रदान करने के लिए हमारे क्लब द्वारा सभी चौराहों पर अलाव की व्यवस्था की गई है.

सचिव प्रदीप कुमार ने बताया आज शहर में गांधी चौक, मौना चौक, नगरपालिका चौक, थाना चौक, सदर हॉस्पिटल, भगवान बाजार चौक, छपरा जंक्शन एवं श्याम चौक पर अलाव की व्यवस्था की गई है.

संस्थापक अध्यक्ष श्याम बिहारी अग्रवाल एवं संस्थापक सचिव राजेश फैशन ने बताया जब से हमारी क्लब की स्थापना हुई हम लोग प्रत्येक साल अपने क्लब के द्वारा अलाव की व्यवस्था करते हैं. कंबल बांटते हैं ताकि कोई भी जरूरतमंद व्यक्ति ठंड से निजात पा सके. आगे भी इस तरह के कार्यक्रम हमेशा चलते रहेंगे.

इस कार्यक्रम में पूर्व अध्यक्ष पंकज कुमार, अजय कुमार, राकेश कुमार, विजय ब्याहुत, अजय प्रसाद, अशोक कुमार, अरुण सहित बहुत सारे सदस्य उपस्थित रहे एवं सहयोग प्रदान किया.

पटना: हाइकोर्ट राज्य के सभी लॉ कॉलेजों में नामांकन पर लगाये गये रोक को इस शर्त के साथ हटाया है कि बीसीआइ की अनुमति औऱ अनापत्ति प्रमाण पत्र के आलोक में राज्य के केवल 17 लॉ कॉलेजों ही छात्रों का नामांकन वर्तमान सत्र 2021-22 के दौरान अपने- अपने कॉलेजों में निर्धारित सीट पर ही लेंगे.

आदेश में कहा गया है कि बाकी बचे 11 लॉ कॉलेज चुकी बार कॉउन्सिल ऑफ इंडिया द्वारा निर्धारित मानकों को पूरा नहीं करते हैं, इसलिये उन कॉलेजों को अपने अपने महाविद्यालयों में छात्रों को नामांकन लेने की छूट तब तक नही दी जाएगी जब तक बार कॉउन्सिल ऑफ इंडिया उन्हें अनुमति नहीं देती है .

बार कॉउन्सिल ऑफ इंडिया ने बिहार के सभी 28 लॉ कॉलेजों में उपलब्ध मूलभूत सुविधाओं के साथ साथ शिक्षकों की संख्या एवम उसके बर्तमान स्थिति को देखते हुए इन लॉ कॉलेजों को कुल 7 कैटेगरी में बांटा है. कैटेगरी 1 में मात्र दो लॉ कॉलेज जिसमे चाणक्य नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी , मीठापुर, पटना.और सेंट्रल यूनिवर्सिटी ,साउथ बिहार, गया को रखा है. बार कॉउन्सिल ऑफ इंडिया(बीसीआई )ने अपने निरीक्षण में पाया है कि यह दोनों कॉलेज बीसीआई द्वारा निर्धारित सभी मानकों को पूरा कर रहे हैं.

लॉ कॉलेजों की निर्धारित की गई कैटेगरी
कैटेगरी -1

1 . चाणक्य नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी , मीठापुर , पटना.

2. साउथ बिहार सेंट्रल यूनिवर्सिटी , गया.

कैटेगरी – 2

1 . के. के. लॉ कॉलेज बिहारशरीफ .

2 . श्री कृष्ण जुबली लॉ कॉलेज मुजफ्फरपुर .

3 . रघुनाथ पांडे मेमोरियल लॉ कॉलेज , मुजफ्फरपुर

4 . नवादा विधि महाविद्यालय, नवादा.

5 . फैकल्टी ऑफ लॉ , कॉलेज ऑफ कॉमर्स ,पटना.

6 . आर पी एस लॉ कॉलेज पटना .

कैटेगरी -3

1 . नारायण स्कूल ऑफ लॉ , गोपाल नारायण सिंह यूनिवर्सिटी रोहतास .

2 . एमिटी लॉ स्कूल , पटना .

3 . मुंशी सिंह लॉ कॉलेज , मोतिहारी .

4 . टी एन बी लॉ कॉलेज , भागलपुर .

5 . विश्वनाथ सिंह इंस्टिट्यूट ऑफ लीगल स्टडीज , मुंगेर .

6 . विधि महाविद्यालय , समस्तीपुर .

7 . बिहार इंस्टीच्यूट ऑफ लॉ , पटना .

8 . पटना लॉ कॉलेज- पटना यूनिवर्सिटी .

9 . राम कुमारी अयोध्या लॉ कॉलेज बेगूसराय .

कैटेगरी – 4.

1. सूर्यदेव लॉ कॉलेज, कटिहार.

2 . ब्रज मोहन ठाकुर लॉ कॉलेज ,पूर्णिया.

3. जन नायक कर्पूरी ठाकुर विधि महाविद्यालय ,बक्सर.

4 . अनुग्रह मेमोरियल लॉ कॉलेज , गया.

5. सी एम लॉ कॉलेज ,दरभंगा.

6. एस एन प्रसाद मंडल लॉ कॉलेज , मधेपुरा.

कैटेगरी – 5.

1 . सी के एम अररिया .

2 . आर एम एम लॉ कॉलेज , सहरसा .

3 . महाराजा लॉ कॉलेज , आरा.

कैटेगरी – 6 .

1 रोहतास महाविद्यालय , सासाराम.

कैटेगरी – 7.

1. सुरेन्द्र प्रसाद यादव विधि महाविद्यालय , गया

बार कॉउन्सिल ऑफ इंडिया के अधिवक्ता विश्वजीत कुमार मिश्र ने इन सभी कॉलेजों की सूची खंडपीठ को सौंपी जिसके बाद हाई कोर्ट ने केवल तीन कैटेगरी के केवल 17 विधि महाविद्यालयों में केवल वर्तमान सत्र में ही छात्रों का नामांकन करने की अनुमति हाई कोर्ट ने बुधवार को दी है.

…बस यही गठरी तो बची है, इसे भी दे दूंः देश का विभाजन हुए करीब 22 साल गुजर चुके थे। 1969 में भारत सरकार के आग्रह पर खान अब्दुल गफ्फार खान, इलाज के लिए पाकिस्तान से भारत आए।

भव्य व्यक्तित्व के मालिक रहे खान अब्दुल गफ्फार खान इस बार बिल्कुल टूटे, मायूस और हताश जान पड़ते थे। उनकी आगवानी के लिए तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी और समाजवादी नेता जयप्रकाश नारायण स्वयं हवाई अड्डे पर मौजूद थे।

हवाई जहाज से बाहर निकले खान अब्दुल गफ्फार खान के हाथों में सामान के नाम पर उनके जरूरत के कपड़ों की एक गठरी भर थी। इंदिरा गांधी ने उनकी गठरी की तरफ हाथ बढ़ाकर कहा कि ‘इसे हमें दे दीजिये, हम लेकर चलते हैं।’ खान साहब ने मायूसी भरे अंदाज में जवाब दिया- ‘यही तो बचा है, इसे भी ले लोगी।’ जेपी और इंदिरा, दोनों ने नजरें झुका लीं। जेपी खुद को संभाल नहीं पाए और उनकी आंखों से बेसाख्ता आंसू निकल पड़े।

सीमांत गांधी/ बाचा खान/ बादशाह खान/ फ्रंटियर गांधी जैसे नामों से लोकप्रिय गांधीवादी नेता खान अब्दुल गफ्फार खान, भारत के बंटवारे के खिलाफ थे। बंटवारे के बाद जब बलूचिस्तान पाकिस्तान का हिस्सा बना तो उन्हें पाकिस्तान में रहना पड़ा। जहां उन्होंने आजीवन अलग पख्तूनिस्तान मूवमेंट चलाया। अंग्रेजी शासनकाल में पश्तून मूवमेंट से चर्चाओं में आए खान अब्दुल गफ्फार खान महात्मा गांधी से प्रभावित होकर आजीवन अहिंसक आंदोलनों के जरिये अपने लक्ष्य की प्राप्ति को रास्ता बनाया।

भारत की आजादी के आंदोलन से लेकर पेशावर में नजरबंदी में 20 जनवरी 1988 को दुनिया को अलविदा कहने तक 98 वर्षीय खान अब्दुल गफ्फार खान ने 35 साल जेल में बिताए थे। पहले वे अंग्रेजी हुकूमत से लोहा लेते रहे और देश के बंटवारे के बाद पाकिस्तानी हुक्मरानों से।

6 फरवरी 1890 को बलूचिस्तान में पैदा होने वाले खान अब्दुल गफ्फार खान एक महान नेता थे। 1987 में उन्हें भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान, भारत रत्न से सम्मानित किया गया।

भारत के बंटवारे से हरगिज सहमत नहीं होने वाले खान अब्दुल गफ्फार खान ने अपने भारत दौरे में शिकायत भरे लहजे में कहा था, ‘भारत ने उन्हें भेड़ियों के सामने डाल दिया है। भारत से जो आकांक्षा थी, वह पूरी नहीं हुई। भारत को इस बात पर बार-बार विचार करना चाहिये।’

अन्य अहम घटनाएंः

1817ः कलकत्ता में हिंदू कॉलेज की स्थापना।
1927ः जानी-मानी लेखिका कुर्रतुल एन हैदर का जन्म।
1945ः भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल का जन्म।
1951ः जाने-माने स्वतंत्रता सेनानी और गांधीवादी नेता ठक्कर बापा का निधन।
1993ः परमवीर चक्र से सम्मानित प्रथम जीवित भारतीय सैनिक लांसनायक करम सिंह का निधन।
2005ः भारतीय अभिनेत्री परवीन बॉबी का निधन।

Chhapra: महाराणा प्रताप की पुण्यतिथि कोरोना गाइडलाइन के अनुसार एस डी एस पब्लिक स्कूल में मनायी गयी.

सभी कार्यकर्ताओं ने महाराणा प्रताप के तस्वीर पर पुष्प अर्पित कर दीप प्रज्वलित कर श्रद्धा सुमन अर्पित किया.

इस अवसर पर डॉ राकेश कुमार सिंह ने कहा महाराणा प्रताप को बचपन मे ही ढाल तलवार चलाने का प्रशिक्षण दिया जाने लगा क्योकि उनके पिता उन्हें अपनी तरह कुशल योद्धा बनाना चाहते थे.

बिहार भाजपा के क्रीड़ा प्रकोष्ठ के क्षेत्रीय प्रभारी धर्मेंद्र सिंह चौहान ने कहा महाराणा प्रताप का हल्दीघाटी की युध्द 18 जून 1576 को हुआ था. यह इतिहास के पन्नो में महाराणा प्रताप के वीरता के लिये जाना जाता है. महज 20 हजार सैनिकों को लेकर महाराणा प्रताप ने मुगलों के 80000 सैनिकों का मुकाबला किया जो अपने आप मे अद्वितीय है। इस युध्द मुगल सेना का संचालन मानसिंह और आसफ खा ने किया. जबकि मेवाड़ के सैनिकों का संचालन खुद महाराणा प्रताप और हाकिम खान ने किया था।

इस अवसर पर रिविलगंज मण्डल महामंत्री विनोद सिंह, मण्डल उपाध्यक्ष संजय तिवारी वारसी, रबिन्द्र पाठक, आशुतोष बाबा आदि समाजसेवी शामिल हुए.

मेलबर्न: भारत की स्टार महिला टेनिस खिलाड़ी सानिया मिर्जा ने बुधवार को कहा कि 2022 सीजन उनका आखिरी सीजन होगा। सानिया ने छह ग्रैंड स्लैम जीते हैं और डब्ल्यूटीए युगल रैंकिंग में शीर्ष पर भी पहुंची हैं। वह 2007 के मध्य में दुनिया में रैंकिंग के मामले में 27वें नंबर पर थी, इसने उन्हें भारत की अब तक की सर्वोच्च रैंकिंग वाली महिला खिलाड़ी बना दिया।

सानिया ने मौजूदा ऑस्ट्रेलियन ओपन के महिला युगल स्पर्धा में शुरुआती दौर में हारने के बाद अपनी सेवानिवृत्ति की योजना की घोषणा की।

अपने मैच के बाद 35 वर्षीय सानिया ने कहा, “इसके कुछ कारण हैं। मैं अपने 3 साल के बेटे को उसके साथ इतनी यात्रा करके जोखिम में डाल रही हूं, यह कुछ ऐसा है जिसे मुझे ध्यान में रखना है। मुझे लगता है कि मेरा शरीर अब पहले जैसा नहीं रहा। आज मेरा घुटना बहुत दर्द कर रहा था और मैं यह नहीं कह रही कि यही कारण है कि हम हार गए लेकिन मुझे लगता है कि जैसे-जैसे मेरी उम्र बढ़ रही है, मेरे चोट ठीक होने में समय ले रहे हैं।”

उन्होंने कहा, “मैंने तय किया है कि यह मेरा आखिरी सीजन होगा। मैं हफ्ते दर हफ्ते तैयारी कर रही हूं, लेकिन मुझे यकीन नहीं है कि मैं सीजन तक रह पाऊंगी या नहीं, लेकिन मुझे रहना है।”

उन्होंने कहा, “मैंने वापस आने, फिट होने, वजन कम करने और नई माताओं के लिए एक अच्छा उदाहरण स्थापित करने की कोशिश की है ताकि वे अपने सपनों को जी सकें। इस सीजन के बाद मुझे नहीं लगता कि मेरा शरीर आगे खेलने की इजाजत देगा।”

Chhapra: प्रेम प्रसंग के कारण गांव के एक ही परिवार के 13 व्यक्तियों के विरुद्ध जिसकी हत्या कर शव को गायब करने का आरोप लगा उसे सारण पुलिस ने सकुशल बरामद कर लिया है. साथ ही इस कथित ह्त्या कांड का भंड़ाफोड़ कर दिया है. कहानी किसी फिल्म की पटकथा के जैसी है, जिसका दी एंड सारण पुलिस ने कर दिया है.

दरअसल सारण जिले के मशरक थानान्तर्गत बलुआ गांव निवासी मुन्ना कुमार की कथित हत्या प्रेम प्रसंग में करने का आरोप लगाते हुए गांव के ही एक ही परिवार के कुल 13 व्यक्तियों के विरुद्ध हत्या का मामला दर्ज कराया गया था. इस सम्बंध में तथाकथित मृतक के बड़े भाई अरूण कुमार साह के द्वारा मशरक थाना में लिखित आवेदन के आधार पर प्राथमिकी दर्ज कराया गया था. जिसके बाद उक्त कांड के अनुसन्धान में जुटी सारण पुलिस ने सभी पहलुओं की जांच शुरू की. जिसके क्रम में 18 जनवरी 21 को पुलिस टीम द्वारा तथाकथित मृतक मुन्ना कुमार को दरियापुर थाना क्षेत्र से जिंदा बरामद किया गया.

तथाकथित मृतक मुन्ना कुमार से पूछताछ में उसके द्वारा बताया गया कि उसका प्रेम प्रसंग पडोस की लड़की से चल रहा था, परन्तु लड़की की शादी दूसरे लड़के से तय हो जाने कारण लड़की ने मुन्ना कुमार से बातचीत करना बंद कर दिया था. इसलिए मुन्ना कुमार द्वारा बदला लेने लड़की को बदनाम करने तथा लड़की के घरवालों को फंसाने के नियत से अपने गांव के ही दोस्त मन्नु कुमार उम्र 22 वर्ष, पिता-पुकार सहनी के साथ मिलकर अपने हत्या का खुद साजिश रचा गया और साजिश के तहत दोनों द्वारा दिनांक 15 जनवरी 21 को छपरा शहर स्थित एक निजी अस्पताल के दो बोतल खून 5000/- रूपये में खरीदा गया तथा उसी रात्रि में तथाकथित मृतक मुन्ना कुमार एवं उसके दोस्त मन्नु कुमार द्वारा पड़ोसी टुनटुन साह के घर के छत से लड़की के घर के अंदर प्रवेश किया गया तथा छत के सीढ़ी पर खुन गिराते हुए लड़की के वस्त्रों को लेकर घर से निकले तथा पड़ोसी टुनटुन साह के घर में बिछे चौकी पर खून गिराकर लड़की के वस्त्रों को चौकी पर छोड़ दिया तथा एक लोहे के खन्ती (सावला) में खून को लगाकर उसी घर में छोड़ दिया और फिर में खून को गिराते हुए घर से बाहर सड़क तक लाया गया.

ऐसा दृश्य तैयार कर तथाकथित मृतक मुन्ना कुमार द्वारा अपने दोस्त के साथ मिलकर खुद की हत्या होने जैसे घटनाक्रम को अंजाम दिया गया था. अब पुलिस ने इस कथित हत्या की घटना सम्बंधित का पटाक्षेप कर दिया है. इस सम्बंध में पुलिस आगे की कार्रवाई कर रही है.

इस कांड के उद्भेदन में अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, मढ़ौरा, टेक्निकल सेल के पदाधिकारी, कर्मी तथा थानाध्यक्ष, मशरख दरियापुर थाना द्वारा मिलकर कार्रवाई की गयी है.