गुरुग्राम/नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने देशभर के पार्टी कार्यकर्ताओं से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ को ड्राइंगरूम में अकेले बैठकर सुनने के बजाये बूथ पर सामूहिक रूप से सुनने की अपील की है।

गुरुग्राम में प्रधानमंत्री के मन की बात कार्यक्रम को सुनने पहुंचे नड्डा ने कहा कि सभी को ‘मन की बात’ कार्यक्रम बूथ पर सामूहिक रूप से सुनना चाहिए, इससे बूथ का सुदृढ़ीकरण होगा। उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम ड्राइंगरूम में अकेले बैठकर सुनने का नहीं है, बल्कि सामूहिक रूप से बूथ पर बैठकर सुनने का है। उन्होंने कहा कि मन की बात कार्यक्रम कार्य को एक्टिविटी में बदलने की प्रेरणा देता है, इसलिए हम सभी को सामूहिक रूप से इस कार्यक्रम में उठाए गए सामाजिक विषयों पर चर्चा करने के साथ-साथ इन्हें अपने जीवन में भी उतारना चाहिए।

गुरुग्राम की बादशाहपुर विधानसभा के बूथ नंबर 338 पर प्रधानमंत्री मोदी के मन की बात सुनने के लिए पहुंचे राष्ट्रीय अध्यक्ष नड्डा के साथ प्रदेश अध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़, केंद्रीय राज्य मंत्री राव इंद्रजीत सिंह, प्रदेश के मंत्री बनवारी लाल, सांसद सुनिता दुग्गल सहित अनेक नेता मौजूद रहे।

कार्यक्रम के बाद अपने संबोधन में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने इंदिरा गांधी द्वारा 25 जून 1975 को लगाए गए आपातकाल को देश के लोकतांत्रिक इतिहास में एक काला अध्याय बताया। उन्होंने कहा कि भारत के जन-जन की मूल विचारधारा लोकतंत्र ही रही है, जिसने आखिरकार आपातकाल की तानाशाही को उखाड़ फेंका। उन्होंने आपातकाल की घटना को साझा करते हुए कहा कि उन्हें कालेज की क्लास से अरेस्ट किया गया था। आपातकाल का विरोध करने वाले हजारों लोगों को जेल में लंबे समय तक बंदी बनाकर रखा गया था। नड्डा ने कहा कि अगर हम उजाला चाहते हैं, तो हमें अंधेरों को भी याद रखना होगा। इसलिए हमें आपातकाल को याद रखकर लोकतंत्र को लगातार मजबूत करने के लिए काम करना होगा। राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि भारतीय मूल विचारधारा के कारण ही हम प्रजातांत्रिक हैं। इस तरह अब यही लोकतांत्रिक सोच प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में लगातार खुशहाल एवं विकसित होती जा रही है।

नड्डा के कहा कि मन की बात कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी ने कभी राजनीतिक बात नहीं की। इसमें उन्होंने हमेशा जनजागरण और देश के समन्वित विकास की गहरी से गहरी बात की। प्रधानमंत्री ने पर्यावरण, विज्ञान, ग्रामीण विकास, खेल कूद और नव निर्माण पर महीन से महीन चर्चा करते हुए इसे देश के जन-जन तक पहुंचाया। राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि मन की बात हमें सामाजिक, आध्यात्मिक और जन जागरण की एक सामूहिक प्रेरणा देती है। उन्होंने कहा कि हम सब इसी तरह रविवार को सामूहिक रूप से बूथ पर बैठकर ही मन की बात सुनें। इससे पार्टी की और प्रधानमंत्री मोदी की विकसित सोच जन-जन में अधिक लोकप्रिय होगी। साथ ही इस तरह के आयोजन से हमारे बूथों का और सुदृढ़ीकरण भी होगा।

जयपुर:  करणी विहार थाना इलाके में एक बिल्डिंग के चार मंजिल से बुजुर्ग सिक्योरिटी गार्ड ने छलांग लगाकर आत्महत्या करने का मामला सामने आया है। फिलहाल मृतक के आत्महत्या करने के कारणों का पता नहीं चल पाया है। बताया जा रहा है कि छत का गेट बंद मिलने पर सिक्योरिटी गार्ड को ढूंढा तो उसका शव बिल्डिंग के पास खाली प्लाट में लहूलुहान हालत में पड़ा मिला। पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए शव को एसएमएस अस्पताल के मुर्दाघर में रखवाया है। जहां रविवार दिन में पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों के हवाले कर दिया गया है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच पड़ताल में जुटी है।

थानाधिकारी जयसिंह बेसरा ने बताया कि मृतक महादेव मदान (62) मूलत: उत्तर प्रदेश का रहने वाला था और पिछले 22 सालों से रजनी विहार करणी विहार स्थित मोहित कॉटेज में गारमेंट फैक्ट्री में रहता था। जो फैक्ट्री की सिक्योरिटी करता था। पुलिस की प्रारंभिक जांच पड़ताल में सामने आया कि उसने बिल्डिंग के चार फ्लोर से छलांग लगाकर आत्महत्या कर लिया। फैक्ट्री अकाउंटेंट अपने घर जाने के लिए निकला तो मृतक महादेव मदान नहीं दिखा। आवाज लगाते हुए फैक्ट्री में ढूंढते हुए छत पर जा पहुंचा,जहां चार फ्लोर का गेट बंद मिला। काफी आवाज लगाने और गेट खटखटाने के बाद भी नहीं खोला गया। शक होने पर गेट के पास स्थित छज्जे पर उतरकर छत पर पहुंचा। वहां भी महादेव मदान के नहीं मिलने पर बिल्डिंग के नीचे इधर-उधर झाक कर देखने पर पास ही खाली प्लाट में महादेव मदान पड़ा दिखा। खाली प्लाट में महादेव मदान का शव खून से लथपथ हालत में पड़ा देख पुलिस को सूचना दी। सूचना पर पुलिस मौके पहुंची और सबूत जुटाकर शव को एम्बुलेंस की मदद से एसएमएस अस्पताल की मोर्चरी में भिजवाया। पुलिस ने मृतक के पास किसी प्रकार का सुसाइड नोट मिलने की बात से इंकार किया है। फिलहाल परिजनों से इस बारे में जानकारी जुटाई जा रही है।

बेगूसराय:  बेगूसराय पुलिस ने दस मार्च को मंझौल में डीलर अरूण सिंह हत्याकांड एवं 23 जून को टेन्ट हाउस संचालक गोलीकांड का खुलासा करते हुए तीन अपराधियों को हथियार एवं गोली के साथ गिरफ्तार किया गया। यह जानकारी रविवार को अपने कार्यालय कक्ष में आयोजित प्रेस वार्ता में एसपी योगेन्द्र कुमार ने दी।

एसपी ने बताया कि मंझौल सहायक थाना क्षेत्र के पलड़ा में जन वितरण प्रणाली विक्रेता (डीलर) अरुण सिंह अय्याश किस्म का व्यक्ति था। अपने क्षेत्र की राशन कार्ड धारी महिलाओं को कार्ड कुछ-कुछ गड़बड़ी होने का बहाना बनाकर राशन नहीं देता था और अपने जाल में फंसा लेता था। इसके अनुसार यौन शोषण करता था, कई महिलाओं का उसने यौन शोषण किया। गिरफ्तार किए गए कमला निवासी मो. सोनू एवं पलड़ा निवासी मो. अशफाक राजा परिवार की महिलाओं का भी यौन शोषण किया था। इसी से आक्रोशित होकर दोनों ने अरुण सिंह की व्यवस्था ने पकड़ कर दस मार्च को सुबह करीब साढ़े तीन बजे चाकू से गला काटने के बाद गोद-गोद कर हत्या कर दी। जबकि 23 जून को अरविन्द टेन्ट हाउस के संचालक को गोली मारने में इन दोनों के साथ पवड़ा निवासी मो. ऐनायातुल्लाह भी था। पूर्व में घटित मारपीट की घटना के कारण चल रही दुश्मनी के प्रतिशोध में गोली मारी गई थी।

अपराधियों के पास से एक देशी पिस्टल, पांच गोली, एक मोटरसाईकिल एवं दो मोबाईल बरामद किया गया है। एसपी ने बताया कि घटना के बाद मंझौल डीएसपी सत्येंद्र कुमार सिंह के नेतृत्व लगातार अनुसंधान कर छापेमारी किया जा रहा था। उद्भेदन करने वाली टीम को पुरस्कृत किया जाएगा। प्रेसवार्ता में मंझौल डीएसपी सत्येंद्र कुमार सिंह एवं थानाध्यक्ष अजित कुमार भी मौजूद थे।

Chhapra: गैर -राजनैतिक व सामाजिक संगठन सोशल सर्विस एक्सप्रेस की महिला इकाई एंजल द हेल्पिंग हैंड्स द्वारा अवंति लर्निंग सेंटर के तत्वावधान में महिला सशक्तिकरण के उद्देश्यों के साथ “स्वस्थ बिटिया – सशक्त बिटिया ” अभियान के तहत किशोरावस्था मे होने हार्मोनल असंतुलन विषयक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन शहर के नगरपालिका स्थित संस्थान में किया गया ।कार्यक्रम की शुरुआत संस्था की प्रीति श्रीवास्तव द्वारा शहर की प्रमुख चिकित्सिका डॉक्टर किरण ओझा ,रोटरी क्लब के अध्यक्ष अमरेन्द्र कुमार सिंह, संस्थान के निदेशक सौरभ कुमार को पौधा प्रदान कर किया गया।

लर्निंग सेंटर के तरफ से निदेशक द्वारा डॉक्टर किरण ओझा को शॉल से सम्मानित किया गया । कार्यक्रम में डॉ किरण ओझा ने किशोरियों को संबोधित करते हुए कहा की किशोरियों को स्वास्थ्य के प्रति ज्यादा सचेत रहने की जरूरत है । महीने के उन खास दिनों में खुद का ख्याल रखने की जिम्मेवारी उनकी खुद की है । मासिक धर्म मे अगर कोई परेशानी हो रही हो तो अपने माता -पिता से बात कर तुरन्त डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए । अब समय आ गया है जब किशोरियो को निःसंकोच अपने मासिक धर्म के बारे में चर्चा करनी चाहिए। एंजल द हेल्पिंग हैंड्स की अहम सदस्या प्रीति श्रीवास्तव ने संबोधित करते हुए बताया कि संस्था द्वारा अपने इस जागरूकता अभियान को ज्यादा से ज्यादा किशोरियो को लाभान्वित करने की पहल में तेजी लाई जायगी।संस्था शुरू से कोशिश करती है कि किशोरियो को अच्छी और लाभप्रद जानकारी मिले।जागरूकता कार्यक्रम में मुख्य रूप से माहवारी के दिनों में समाज मे जो मिथक है उन्हें नजरअंदाज करने की सलाह दी गई ।
एक छात्रा के सवाल पर की मानसिक रूप से इन दिनों में कैसे मजबूत रहा जाए और चिड़चिड़ापन न आए,डॉ ओझा ने बताया की स्वच्छता के लिए प्रतिबद्ध होने और इसे कुदरत का उपहार मान मजबूत होने की जरूरत है । कार्यक्रम में दर्जनों लड़कियों के सवाल पर डॉक्टर द्वारा जानकारी दी गयी।
कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र में मुख्यरूप से लर्निंग सेंटर के शिक्षक राकेश श्रीवास्तव, समार्ट शुभम,एज़ाज़ ,रोहित आनंद उपस्थित थे जबकि जागरूकता स्तर में संस्था की प्रीति श्रीवास्तव काव्यांजलि, आस्था ,पलक प्रियंका, निशिता, स्नेहा, अर्पिता, खुशी , रितु, ईशा , रिधि गोपाल, प्रियांशी, लवली, कनक , सोनी, साक्षी सहित कई किशोरियाँ उपस्थित थीं।

वाल्मीकिनगर: इंडो नेपाल सीमा पर स्थित गंडक बराज से रविवार की दोपहर तक लगभग 1 लाख 17 हजार क्यूसेक पानी गंडक नदी में छोड़ा गया. जिससे तटवर्ती वन क्षेत्र समेत पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश के समीपवर्ती क्षेत्रों में पानी का जमाव होने की आशंका बढ़ चली है और ग्रामीणों में दहशत व्याप्त होने लगी है. गंडक बराज के अधिकारियों की मानें तो नेपाल में हो रहे लगातार बारिश से तराई और पहाड़ी क्षेत्रों में जनजीवन अस्त व्यस्त होने लग गया है.

नेपाल से छूटे पानी के कारण गंडक बराज का जलस्तर रविवार की सुबह से लगातार बढ़ने के क्रम में है और उम्मीद जताई जा रही है कि देर शाम तक जल स्तर में और भी बढ़ोतरी हो सकता है. बीते दिनों से लगातार गंडक बराज के जलस्तर में उतार चढ़ाव देखने को मिल रहा है. इस से ग्रामीणों में अनजाना भय समा रहा है.

बता दें कि बीते दिनों से नेपाल के पहाड़ी और तराई क्षेत्रों में हो रही लगातार रुक-रुक कर तेज बारिश के कारण नेपाल के नारायण घाट से छूटे पानी का प्रवाह गंडक बराज के रास्ते प्रवाहित होने के कारण निचले इलाकों में रहने वाले लोगों के लिए खतरा बन गया है. अनजाने भय और आशंका से लोग ग्रसित हो गये हैं. नेपाल के तराई और पहाड़ी क्षेत्रों में रुक-रुक कर लगातार बारिश हो रही है. नेपाल में हो रही बारिश को देखते हुए गंडक बराज के जलस्तर के बढ़ने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता.

Chhapra: अंतरराष्ट्रीय नशा विमुक्ति दिवस के अवसर पर पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार के द्वारा पुलिस अधीक्षक कार्यालय के सभी पुलिस पदाधिकारियों/कर्मियों को शपथ दिलाने के बाद वृक्षारोपण किया गया। तदोपरांत नगर क्षेत्र में नशा के दुष्प्रभाव से बचने और इसके विरुद्ध जागरूकता हेतु पैदल मार्च का आयोजन किया गया जिसमें पुलिस उपाधीक्षक(मुख्यालय), पुलिस उपाधीक्षक(रक्षित), पुलिस उपाधीक्षक(प्रशिक्षु) सहित सभी पुलिस इंस्पेक्टर/सभी पुलिस पदाधिकारियों/कर्मियों ने भाग लिया। इस क्रम में आज जिला में पुलिस केंद्र छपरा सहित थाना, अनुमंडल व जिलास्तर पर विभिन्न कार्यलयों/प्रतिष्ठानों में शपथग्रहण समारोह, वृक्षारोपण सहित विभिन्न जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है जिसमें विद्यार्थियों/युवाओं के बीच जागरूकता हेतु विभिन्न प्रतियोगिताओं का ऑनलाइन व ऑफलाइन आयोजन भी किया जा रहा है। सारण जिला के सभीजनों से अपील है कि नशामुक्ति हेतु स्वयं भी जागरूक होएं और अपने आसपास भी लोगों को जागरूक करें ताकि इसके दुष्प्रभाव से बचकर अपने परिवार, समाज और देश की तरक्की में अपनी भूमिका निभा सके। नशामुक्त सारण बनाने में सभी से सक्रिय सहयोग व भागीदारी की अपील की जाती है।

मीनापुर: सिवाईपट्टी पुलिस ने घौसोत गांव में रविवार को छापेमारी कर घर में शराब बनाते अशर्फी सहनी व उसकी पत्नी बबीता देवी को गिरफ्तार किया। थानाध्यक्ष शमीम अख्तर ने बताया कि पुलिस ने मौके से गैस सिलेंडर, देसी शराब बनाने वाला उपकरण, 27 लीटर शराब और एक स्कूटी जब्त की है। एफआईआर दर्ज कर जांच-पड़ताल की जा रही है।

बिहार भारोत्तोलन संघ के तत्वावधान में सारण जिला भारोत्तोलन संघ द्वारा आयोजित भारोत्तोलन प्रतिभा प्रशिक्षण शिविर का उद्घाटन छपरा के विधायक डा० सी एन गुप्ता ने किया.

मुख्य अतिथि के रुप में डा० सी एन गुप्ता ने कहा कि इस प्रकार का प्रशिक्षण शिविर सभी खेलों का लगाना चाहिए जिससे उत्कृष्ट खिलाड़ी मिलेंगे. भारत सरकार और बिहार सरकार प्रतिभावान खिलाड़ियों पर विशेष ध्यान दें रही हैं. जिसके कारण बिहार के खिलाड़ी विभिन्न खेलों मे भारत का नाम रौशन कर रहें हैं. मुख्य अतिथि ने सारण जिला भारोत्तोलन संघ को हर तरह से मदद करने का आश्वासन दिया.

सारण जिला क्रिकेट संघ के पूर्व उपाघ्यक्ष विभूति नारायण शर्मा ने उक्त अवसर पर बताया कि सारण जिला भारोत्तोलन संघ  का यह प्रयास काफी प्रशंसनीय है. वैसे सारण जिला भारोत्तोलन संघ भारोत्तोलन खेल में काफी अच्छा है . सारण के खिलाड़ी राष्ट्रीय एंव राज्य स्तर पर अपनी पहचान बना चुके हैं.

रोटरी क्लब छपरा के अध्यक्ष  अमरेन्द्र कुमार सिंह ने कहा कि जिला भारोत्तोलन संघ  को रोटरी क्लब छपरा बराबर सहयोग करता है
और करता रहेगा. भारोत्तोलन चैम्पियनशिप हो या प्रशिक्षण शिविर रोटरी क्लब छपरा अपना योगदान दिया है. रोटरी क्लब छपरा के चयनित सचिव सोमेश यादव ने बताया कि रोटरी क्लब छपरा भारोत्तोलन संघ को हर दम मदद करता हैं और करता रहेगा.

प्रशिक्षण शिविर के कोच प्रो० देवेश चन्द्र राय ने बताया कि 30 बालक, बालिका, प्रशिक्षण शिविर में हैं जिनका प्रशिक्षण चल रहा है. प्रशिक्षण शिविर 10 जुलाई को समाप्त हो जायेगा.

सारण जिला भारोत्तोलन संघ के अध्यक्ष डा० सुरेश प्रसाद सिंह ने मुख्य अतिथि एवं आगत अतिथियों का स्वागत किया. धन्यवाद ज्ञापन सचिव पंकज कश्यप और मंच संचालन अभय प्रकाश ने किया. 

लखनऊ: समाजवादी पार्टी (सपा) के कद्दावर नेता आजम खान के घर में ही उन्हें भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने करारी शिकस्त दी है। भाजपा उम्मीदवार घनश्याम लोधी ने सपा के आसिम राजा को करीब 38 हजार वोटों से पराजित किया है। हालांकि चुनाव आयोग से घोषणा होना बाकी है। यह तब हुआ है, जब आजम खान ने सपा मुखिया अखिलेश यादव को रामपुर में प्रचार करने से मना किया था। आजम ने वादा किया था कि वह रामपुर संसदीय सीट पार्टी को जीत कर देंगे। वह ऐसा कर पाने में बुरी तरह असफल रहे।

2024 से पहले उप्र में हुए लोकसभा उपचुनाव को सेमी फाइनल के तौर पर देखा जा रहा है। रामपुर में भाजपा को मिली जीत आने वाले लोकसभा चुनाव में भी भाजपा के लिए अच्छे संकेत हैं। आजमगढ़ सीट पर भाजपा और सपा में कड़ी टक्कर मानी जा रही थी। कयास लगाए जा रहे थे कि निरहुआ आजमगढ़ में सीट निकाल सकते हैं जबकि, रामपुर में सपा के लिए लोग एकतरफा जीत का दावा कर रहे थे। मतगणना के दौरान इसके उलट स्थिति देखने को मिली। रामपुर में घनश्याम लोधी ने एक बार बढ़त बनाई तो पलट कर नहीं देखे। रामपुर में कमल खिलने से भाजपा के खेमे में खुशी की लहर है।

अपने ही घनश्याम से हार गए आजम
सपा के कद्दावर नेता आजम खान का किला ढह गया है। भाजपा उम्मीदवार घनश्याम लोधी ने चुनाव जीत लिया है। परिणाम आने के साथ ही यह चर्चा शुरू हो गयी है कि आजम अपने घनश्याम से शिकस्त खा गए। घनश्याम कभी आजम के बेहद करीबी हुआ करते थे। आजम के दाहिने हाथ के तौर पर वह उनकी सियासी ट्रेन दौड़ाया करते थे। भाजपा ने घनश्याम को ही टिकट दे दिया। घनश्याम को आजम के सारे दांव-पेंच पता थे। लिहाजा आजम की कोई भी चाल इस बार घनश्याम के सामने नहीं चल पाई और भाजपा को जीत मिल गई। इसके साथ ही आजम पर सियासी संकट मंडराने लगा है।

रामपुर संसदीय क्षेत्र में कब किस दल को मिली जीत
रामपुर से पहले पांच लोकसभा चुनावों में कांग्रेस जीतती रही। पहली बार 1977 में गैर कांग्रेसी दल जनता पार्टी का कब्जा हुआ। 1952 में रामपुर संसदीय सीट से पहला चुनाव कांग्रेस के कद्दावर नेता मौलाना अबुल कलाम आजाद जीते। 1957 और 1962 में भी कांग्रेस के उम्मीदवार क्रमश: अहमद मेहंदी और जुल्फिकार अली खान को जीत मिली। जुल्फिकार अली खान ने 1971 के चुनाव में भी कांग्रेस पार्टी को जीत दिलाने में सफल रहे। पहली बार गैर कांग्रेसी दल से 1977 के लोकसभा चुनाव में जनता पार्टी के राजेंद्र कुमार शर्मा जीते। 1980, 1984 और 1989 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के जुल्फिकार अली खान को लगातार इस सीट पर जीत मिली। 1991 में रामपुर सीट से भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार राजेंद्र कुमार शर्मा एक बार फिर चुनाव जीते। 1996 में फिर से कांग्रेस की उम्मीदवार बेगम नूर बानो ने बाजी मारी। 1998 में भाजपा के मुख्तार अब्बास नकवी को जीत मिली। 1999 में फिर से बेगम नूर बानो ने कांग्रेस को जीत दिलाई। 2004 और 2009 समाजवादी पार्टी की उम्मीदवार जयाप्रदा ने रामपुर सीट से जीत दर्ज की। 2014 में मोदी लहर में भाजपा के डॉक्टर नेपाल सिंह इस सीट पर जीते लेकिन 2019 के लोकसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी के आजम खान ने जीत दर्ज की। 2022 के उपचुनाव में भाजपा के घनश्याम सिंह लोधी ने बाजी मारी है।

छपरा: जिले में एक बार फिर कोरोना संक्रमण के मामले में वृद्धि देखने को मिल रही है। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग इससे बचाव तथा निपटने के लिए संकल्पित है। इस दिशा में टीकाकरण पर विशेष जोर दिया जा रहा है। कोविड टीकाकरण से वंचित लाभार्थियों के लिए जिले में सोमवार को विशेष अभियान चलाया जायेगा। हर घर दस्तक अभियान के तहत घर-घर जाकर टीकाकरण किया जायेगा। इसके साथ जिले के सभी स्कूलों में विशेष कैंप का आयोजन किया जायेगा। जिला स्वास्थ्य समिति के डीपीएम अरविन्द कुमार ने अपील करते हुए कहा कि जिले में एक बार फिर संक्रमण बढ़ रहा है। ऐसे में यह जरूरी है कि सभी लोग टीकाकरण करा लें।

प्रीकॉशन डोज बेहद महत्वपूर्ण:

डीआईओ डॉ चंदेश्वर सिंह ने कहा कि प्रीकॉशन डोज बेहद महत्वपूर्ण है। यह प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि उन समूहों के टीकाकरण पर विशेष ध्यान दिया गया है, जिन्हें इस संक्रमण से ग्रसित होने का जोखिम अधिक है। इसमें बुजुर्ग तथा गंभीर रोगों से ग्रसित लोग शामिल हैं। संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए विभाग ने सतर्कता बढ़ा दी है। ड्यू लिस्ट के आधार पर प्रीकॉशन डोज का टीका लगाने के लिये स्वास्थ्य कर्मी योग्य लाभुकों के घर पर दस्तक दे रहे हैं।

हर घर दस्तक अभियान:
निर्धारित डोज से वंचित लाभुकों को चिह्नित कर हर घर दस्तक अभियान फेज टू की अवधि 31 जुलाई तक बढ़ा दी गई है। कोरोना जांच व टीकाकरण अभियान में तेजी लाई गई हैं। पूर्ण टीकाकरण व जरूरी एहतियाती उपायों पर अमल कर संक्रमण से जुड़ी तमाम चुनौतियों से बचाव संभव है। जिले में शत प्रतिशत लोगों के टीकाकरण की कोशिश अनवरत जारी हैं। संक्रमण के खतरों पर प्रभावी नियंत्रण के लिए जरूरी सभी एहतियाती उपायों पर अमल किया जा रहा है। 12 से 14 वर्ष आयुवर्ग के छूटे लाभार्थियों के टीकाकरण के लिए जिला और प्रखण्ड स्तरीय शिक्षा पदाधिकारी से समन्वय स्थापित कर विद्यालय में टीकाकरण सत्र आयोजित किया जायेगा।

नई दिल्ली: सरकार ने राज्यों को बड़ी राहत दी है। केंद्र सरकार ने जीएसटी क्षतिपूर्ति उपकर लगाने की समय-सीमा 4 साल के लिए बढ़ाकर 31 मार्च, 2026 तक कर दी है। पहले ये समय-सीमा 30 जून, 2022 को खत्म हो रही है। वित्त मंत्रालय ने इससे संबंधित अधिसूचना जारी कर दी है।

वित्त मंत्रालय द्वारा अधिसूचित वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) उपकर की अवधि और संग्रह की अवधि नियम, 2022 के मुताबिक एक जुलाई, 2022 से 31 मार्च, 2026 तक क्षतिपूर्ति उपकर जारी रहेगा। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की अध्यक्षता वाली जीएसटी परिषद ने क्षतिपूर्ति उपकर लगाने की समय-सीमा को मार्च 2026 तक विस्तार देने का फैसला किया है।

जीएसटी परिषद ने गत दो वित्त वर्षों के दौरान लिये गए कर्जों के पुनर्भुगतान के लिए इस समय-सीमा को बढ़ाया है। हालांकि, केंद्र सरकार ने राज्यों को 31 मई, 2022 तक देय जीएसटी क्षतिपूर्ति का भुगतान कर दिया है। इस अधिसूचना के बाद महंगी वस्तुओं और गैर जरूरी सामान पर लगने वाला क्षतिपूर्ति उपकर मार्च 2026 तक लिया जाएगा, ताकि जीएसटी राजस्व में हुए नुकसान की राज्यों को भरपाई के लिए वित्त वर्ष 2020-21 और वित्त वर्ष 2021-22 के दौरान लिये गए कर्जों का भुगतान हो सके।

इससे पहले सरकार ने उपकर संग्रह में आई गिरावट की भरपाई के लिए वित्त वर्ष 2020-21 में उधारी जुटाकर 1.1 लाख करोड़ रुपये राज्यों को जारी किए थे, जबकि वित्त वर्ष 2021-22 में 1.59 करोड़ रुपये की उधारी ली थी। इस बीच कई राज्यों ने केंद्र सरकार से जीएसटी क्षतिपूर्ति व्यवस्था जारी रखने की मांग की थी। उनका कहना था कि क्षतिपूर्ति व्यवस्था बंद होने से उन्हें राजस्व की किल्लत होने लगेगी।

उल्लेखनीय है कि एक जुलाई, 2017 में जीएसटी व्यवस्था लागू होने पर राज्यों को होने वाली राजस्व नुकसान की भरपाई के लिए क्षतिपूर्ति व्यवस्था लागू की गई थी। हालांकि इसको शुरुआत में सिर्फ पांच साल के लिए ही लागू किया जाना था, जिसकी मियाद 30 जून, 2022 को खत्म होने वाली थी।

पटना: पटना से गुवाहाटी जाने वाली स्पाइस जेट की विमान को एयरपोर्ट पर शनिवार को टेकऑफ से पहले रोक दिया गया। दरअसल विमान टेकऑफ के लिए जैसे ही आगे बढ़ा उसमें अचानक तकनीकी खराबी आ गई। जिसके बाद स्पाइस जेट के विमान SG 3724 को तुरंत रनवे पर ही रोकना पड़ा । बाद में उसे साइड लाया गया। फिर सारे पैसेंजर्स को उतारा गया। पूरी तरह से फ्लाइट को खाली करा लिया गया। इसकी जांच शुरू हुई। खराबी आने के बाद फ्लाइट को रद्द कर दिया गया।

एयरपोर्ट सूत्रों के अनुसार विमान के एसी में तकनीकी खराबी आने के कारण उसे आपात स्थितियों में रोका गया। हालांकि राहत की बात रही कि विमान को समय रहते रोक दिया गया और उसे तत्काल रद्द कर दिया। सूत्रों के अनुसार किसी भी यात्री या क्रू सदस्य को इस तकनीकी खराबी के कारण कोई परेशानी नहीं है।सभी सुरक्षित हैं।

स्पाइसजेट के प्रवक्ता ने बताया कि स्पाइसजेट विमान SG-3724, पटना से गुवाहाटी के लिए उड़ान भरने वाला था लेकिन टेकऑफ के दौरान ही फ्लयूजलेज दरवाजा से वार्निंग लाइट जलने लगी। इसलिए टेकऑफ कैंसिल कर दिया गया। मिली जानकारी के अनुसार गुवहाटी जाने वाली स्पाइस जेट की इस फ्लाइट में 50 से अधिक पैसेंजर्स सवार थे। इनमें कुछ राजनेता भी थे।

उल्लेखनीय है कि पटना एयरपोर्ट पर पिछले एक सप्ताह के दौरान यह दूसरा मामला है जब विमान को तकनीकी खराबी के कारण रोका गया है। 19 जून को भी इसी तरह स्पाइस जेट का एक विमान उड़ान भरने के बाद खराब हो गया था। उसे आनन फानन में सुरक्षित वापस पटना एयरपोर्ट पर उतारा गया।

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