• गर्भवती महिलाएं साफ-सफाई का रखें विशेष ध्यान
• स्वच्छ पानी के सेवन से कई रोगों से मिलेगी मुक्ति
• हुकवर्म पेट में संक्रमण एवं एनीमिया के लिए होता है जिम्मेदार

Chhapra: स्वच्छता एवं साफ-सफाई किसी बीमारी से बचाव के लिए बेहद जरूरी है। क्योंकि, स्वच्छता एवं साफ-सफाई लोगों को बीमारियों के प्रभाव से काफी बचाव करता है। एनीमिया से बचाव एवं इसके रोकथाम के लिए स्वच्छता एवं साफ-सफाई काफी कारगर उपाय है। साथ ही ऐसे कई अन्य संक्रामक रोग भी हैं, जो दूषित पानी के सेवन या स्वच्छता के आभाव में फैलती है। जिसमें डायरिया एवं टायफाईड प्रमुखता से शामिल होते हैं। इसलिए, हर लोगों स्वच्छता एवं साफ-सफाई का विशेष ख्याल रखने की बेहद जरूरी है।

– हुकवर्म से शरीर में संक्रमण के साथ होती है खून की कमी 
हुकवर्म एक परजीवी होता है। यह दूसरे जीवित प्राणी के शरीर में जीवित रहते हैं। हुकवर्म इन्फेक्शन छोटी आंत में होता है। हुकवर्म का लार्वा त्वचा के संपर्क में आने के बाद छोटी आंत में पहुँचता है। जिसके बाद शरीर में कई तरह के लक्षण दिखाई देने लगते हैं। जिसमें पेट में दर्द, उल्टी का होना, भूख न लगना, शरीर में खुजली होना, वजन कम जाना एवं थकान जैसे लक्षण शामिल होते हैं। हुकवर्म के कारण शरीर में हेमोग्लोबिन यानी खून की कमी भी हो जाती है। समान्य तौर पर यह संक्रमण गाँव में अधिक होता है, जिससे छोटे बच्चे भी प्रभावित होते हैं। यह संक्रमण ज्यादातर गंदगी के कारण ही होता है। खुले में शौच करना, हाथों की अच्छे से सफाई नहीं करना एवं नंगे पाँव जमीन पर चलने से इस संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। इस लिहाज से साफ-सफाई पर अधिक ध्यान देने की जरूरत होती है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार आँतों का वर्म विकासशील देशों के 10 फीसदी आबादी को संक्रमित करता है। जिससे एनीमिया, कुपोषण एवं बच्चों में विकास बाधित होता है।

– गर्भवती महिलाएं बरतें सावधानियां 
गर्भवती महिलाओं को साफ-सफाई पर अधिक ध्यान देने की जरूरत होती है। गर्भावस्था में खून की कमी के गंभीर परिणाम हो सकते हैं। हाथों की उचित साफ-सफाई के आभाव में हुकवर्म का खतरा गर्भवती महिलाओं को भी हो सकता है एवं इससे संक्रमण के साथ खून की कमी भी हो सकती है। इस लिहाज से गर्भवती महिलाएं हर बार हाथ धोते समय साबुन या राख का उपयोग करें। बहते या बहते पानी के नीचे हाथ धोएं। भोजन को तैयार करने या खाने से पहले हाथ धोएं और किसी को खिलाने या दवाइयाँ देने से पहले भी हाथों की सफाई करें। शौचालय जाने के बाद, शौच करने वाले व्यक्ति की सफाई करने, नाक बहने, खांसने, छींकने या किसी जानवर या जानवर के अपशिष्ट को संभालने के बाद और किसी बीमार व्यक्ति की देखभाल करने से पहले और बाद में भी हाथ धोएं। साथ ही घर में पीने के पानी को स्वच्छ रखें। पानी को उबालकर या फिल्टर युक्त पानी का सेवन करना जरुरी है। इससे दूषित पानी से फैलने वाले रोगों की आसानी से रोकथाम हो सकती है।

– स्वच्छता एवं साफ़-सफाई वर्तमान समय की माँग 
सिविल सर्जन डॉ सागर दुलाल सिन्हा ने बताया, वर्तमान समय में स्वच्छता एवं साफ-सफाई अनिवार्य है। इससे संक्रामक रोगों से भी निजात मिलेगी। उन्होंने बताया, बच्चों में डायरिया दूषित पानी एवं हाथों की साफ-सफाई की कमी के कारण ही होते हैं। इसको लेकर आशा कार्यकर्ता गृह भ्रमण के दौरान हाथों की सफाई के बारे में जानकारी भी देती है। उन्होंने लोगों से यह अपील भी की है कि सभी लोग साफ-सफाई का विशेष ख्याल रखें और अनावश्यक परेशानियाँ से दूर रहें।

Chhapra: गर्मी के दिन में बिजली के पोल और ट्रांसफॉर्मर पर आग लगने की घटनाएं लगातार सामने आ रहीं हैं. जिससे आम लोगों को जानमाल को लेकर चिंताएं सताने लगी हैं.

A valid URL was not provided.

शहर में बिजली के पोल पर लगाये गए कनेक्शन बॉक्स में लूज कनेक्शन से शार्ट सर्किट होने से आय दिन अलग अलग मुहल्ले में आग लगने की घटनाएं सामने आ रहीं हैं. जिससे मुहल्लावासियों को आग से जान माल के नुकसान का भय सताने लगता है.

विगत दिनों रामनगर रेलवे क्रासिंग के पास ट्रांसफार्मर में आग लगने से वह कई मिनट तक जलता रहा. इस दौरान सड़क पर जाम लग गयी. वही इसके बाद कई घंटे तक इलाके की बिजली गुल रही. वहीं ताजा मामले में शहर के कटरा अस्पताल चौक के समीप बिजली के पोल में लगे कनेक्शन बॉक्स में आग लगने से वह धू धुकर जलने लगा. जिससे आसपास के लोगों में अफरा तफरी मच गई.

लोगों का कहना है कि विभाग पोल पर लगी वायर को सही से नही लगाता जिससे शार्ट सर्किट होने का खतरा बना रहता है.

Chhapra: प्रशांत किशोर ‘जन सुराज’ अभियान के तहत बिहार के विभिन्न जिलों का दौरा कर रहे हैं। इसी क्रम में वे सोमवार को सारण पहुंचे।

जिले में कई अलग अलग कार्यक्रमों में भाग लेते हुए प्रशांत किशोर ने समाज के प्रबुद्ध नागरिकों, युवाओं, महिलाओं, शिक्षकों, चिकित्सकों, अधिवक्ताओं से जन सुराज की सोच पर संवाद किया। लोगों ने भी प्रशांत किशोर से जन सुराज के बारे में जाना और सभी जरूरी सवाल पूछे। प्रशांत किशोर ने सभी सवालों के जवाब दिए और जन सुराज की परिकल्पना को लोगों के सामने रखा।

जन सुराज का अगर कोई दल बनेगा तो, वो बिहार के सभी सही लोगों का दल होगा

प्रशांत किशोर ने जन सुराज के विचार को रेखांकित करते हुए बताया कि जन सुराज के माध्यम से वह लोगों के साथ संवाद स्थापित करना चाहते हैं। प्रशांत किशोर ने कहा, “उद्देश्य है बिहार में एक नई राजनीतिक व्यवस्था बनाना। सत्ता परिवर्तन हमारा मकसद नहीं है। अगर पदयात्रा के बाद सब लोगों की सहमति से कोई दल बनता भी है तो वो बिहार के सभी सही लोगों का दल होगा, प्रशांत किशोर का दल नहीं होगा। सब मिलकर अगर तय करेंगे तो दल बनाया जाएगा। मैं अभी लोगों से बात करने, उनकी समस्याओं को समझने में अपना पूरा वक्त लगा रहा हूं।”

60 के दशक से ही बिहार विकास के मामले में पिछड़ता चला गया

बिहार की बदहाली पर बात करते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि पिछले 30 साल की सरकारों ने जो अच्छे काम किए हैं उसे स्वीकार करने में कोई दिक्कत नहीं होनी चाहिए। चाहे लालू जी के सामाजिक न्याय की बात हो या नीतीश जी के आर्थिक विकास की बात हो, लेकिन सच्चाई यह है की 60 के दशक के बाद से ही बिहार विकास के तमाम मापदंडों पर पिछड़ता चला गया और आज बिहार विकास लगभग मामले में देश में सबसे निचले पायदान पर है। अगर यहां से बिहार को फिर से विकास के तमाम सूचकांक में देश के अग्रणी राज्यों में खड़ा करना है तो सभी सही लोगों को एक साथ आना होगा और मिलकर प्रयास करना होगा।

पदयात्रा के माध्यम से समाज के हर वर्ग तक पहुंचने का प्रयास करेंगे

प्रशांत किशोर ने कहा की वह 2 अक्तूबर से पश्चिम चंपारण के गांधी आश्रम से पदयात्रा शुरू करेंगे। इस पदयात्रा के माध्यम से वो बिहार के हर गली-गांव, शहर-कस्बों के लोगों से मुलाकात करेंगे और उनकी समस्याओं को सुनेंगे। उनसे समझेंगे कि कैसे बिहार को बेहतर बनाया जा सकता है। पदयात्रा में जब तक पूरा बिहार पैदल न चल ले, तब तक वापस पटना नहीं जाएंगे। समाज में ही रहेंगे और समाज को समझने का प्रयास करेंगे। समाज को मथ कर सही लोगों को एक मंच पर लेकर आएंगे।

Patna: बिहार सरकार के पूर्व मंत्री नरेंद्र सिंह का निधन हो गया है. नरेंद्र सिंह बीते कई दिनों से बीमार चल रहे थे. उन्होंने सोमवार की सुबह पटना के निजी अस्पताल में अंतिम सांसें लीं. उनके निधन से पूरे प्रदेश में शोक की लहर है.

पूर्व मंत्री नरेंद्र सिंह के पुत्र सुमीत कुमार सिंह बिहार सरकार में मंत्री हैं. उनके निधन की खबर मिलते ही उनके पैतृक जिले जमुई में भी शोक की लहर दौड़ गई.

नरेंद्र सिंह लीवर की बीमारी से पीड़ित थे और काफी दिनों से पटना के एक निजी अस्पताल में इलाजरत थे.

उनके निधन के बाद नेताओं ने गहरी शोक-संवेदना प्रकट की है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने नरेंद्र सिंह के निधन पर गहरी संवेदना जताई है. नीतीश कुमार ने कहा कि मैं उनके निधन से मर्माहत हूं. उन्होंने मेरे साथ मंत्रिमंडल में सहयोगी के तौर पर काम किया था. नरेंद्र सिंह के निधन के बाद नीतीश कुमार ने उनके पुत्र और बिहार सरकार के मंत्री सुमीत कुमार सिंह से भी फोन पर बात की. नरेंद्र सिंह का अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा.

श्रीनगर: इस साल श्री अमरनाथ यात्रा शुरू होने के बाद से अब तक 40 हजार से अधिक श्रद्धालु दक्षिण कश्मीर हिमालय में पवित्र गुफा मंदिर के दर्शन कर चुके हैं। यात्रा के दौरान पांच तीर्थ यात्रियों की मौत हो चुकी है।

अधिकारियों ने रविवार को बताया कि यात्रा के चंदनवाड़ी-शेषनाग मार्ग से वीरेंद्र गुप्ता नाम का एक तीर्थयात्री लापता है। उन्होंने बताया कि पांच मृतकों में से तीन की मौत दिल का दौरा पड़ने से हुई है। इनमें दिल्ली निवासी जय प्रकाश की चंदनवाड़ी में, बरेली निवासी देवेंद्र तायल (53) की निचली गुफा में और बिहार के लिपो शर्मा (40) की काजीगुंड कैंप में मौत हुई है। उन्होंने बताया कि महाराष्ट्र के जगन्नाथ (61) की पिसुटोप में स्वास्थ्य स्थिति के कारण मौत हुई है, जबकि राजस्थान के आशु सिंह (46) की एमजी टॉप पर घोड़े से गिरने के कारण मौत हुई है।

रविवार सुबह 10 बजे तक 40,233 श्रद्धालुओं ने पवित्र गुफा में प्राकृतिक रूप से बने बर्फ-शिवलिंग के दर्शन किए। श्री अमरनाथ जी की यात्रा 30 जून को शुरू हुई और 11 अगस्त को समाप्त होगी।

पटना/कटिहार: बिहार के कटिहार जिले के कोढ़ा प्रखंड के रामपुर पंचायत अंतर्गत रज्जीगंज गांव के चार मजदूरों की नागालैंड के दीमापुर सात मईल स्थान पर सड़क दुर्घटना में मौत हो गई । यह सूचना मिलते ही इनके घरों में कोहराम मच गया। यह लोग पांच दिन पहले मजदूरी करने नागालैंड गए थे।

इस हादसे में नागेश्वर महतो के 24 वर्षीय पुत्र रघुवंश महतो, रामसागर महतो के 22 वर्षीय पुत्र पंकज कुमार, धर्मदेव चौधरी के 19 वर्षीय पुत्र संजय कुमार और ओम प्रकाश महतो के 19 वर्षीय पुत्र शिव नंदन कुमार की मौत हो गई।

यह लोग शनिवार सुबह अपने आवास से मजदूरी के लिए कार्यस्थल पर मैजिक से जा रहे थे। रास्ते में पीछे से तेल टैंकर ने उनकी गाड़ी में टक्कर मार दी। इनके परिवारों को रविवार को सूचना दी गई। इसके बाद लोगों ने दीमापुर में संपर्क कर विस्तृत जानकारी ली।

पटना: राज्य सरकार ने बिहार में संचालित सभी सार्वजनिक मंदिर-मठ और ट्रस्ट का रजिस्ट्रेशन कराने की अंतिम तिथि जारी की है। 15 जुलाई तक बिहार के सभी मंदिर और मठों को अपना पंजीकरण करवाया अनिवार्य होगा।

बिहार में करीब 8 हजार मंदिर और मठ हैं। इनमें से साढ़े पांच हजार मंदिर-मठ ही बिहार राज्य धार्मिक न्यास परिषद से पंजीकृत है। अभी भी करीब दो हजार 512 मंदिर और मठ ऐसे हैं, जिनका पंजीकरण नहीं हो सका है। इनके पास 4321.64 एकड़ जमीन है। ऐसे में 15 जुलाई तक बिहार में पंजीकरण के लिए बचे दो हजार 512 मंदिर और मठों को अपना पंजीकरण बिहार राज्य धार्मिक न्यास परिषद से हर हाल में करा लेना होगा। राज्य के सभी जिला प्रशासन को इसका कड़ाई से पालन कराने का निर्देश दिया गया है। साथ ही चेतावनी भी दी गयी है कि अगर तय समय तक पंजीकरण नहीं कराया जाएगा तो सरकार को विवश होकर अन्य विकल्प अपनायेंगी।

राज्य के विधि मंत्री प्रमोद कुमार ने कहा कि राज्य में चल रहे मंदिरों, मठों, न्यासों और धर्मशालाओं को अपना पंजीकरण कराना होगा। मंदिर-मठों की जमीन के रजिस्ट्रेशन भगवान के नाम पर होगा, जिसे जिला प्रशासन को मंदिरों, मठों, न्यासों और धर्मशालाओं की संपत्तियों का ब्योरा दो हफ्ते के भीतर धार्मिक न्यास परिषद की वेबसाइट पर अपलोड करेगा।

मंत्री ने बताया कि बिहार देश का पहला राज्य है, जहां यह कवायद हो रही है। एक अनुमान के मुताबिक प्रदेश में मंदिरों और मठों के पास 18 हजार 456.95 एकड़ जमीन है। दरअसल, पंजीयन के बाद मठ-मन्दिरों को वार्षिक आय का चार प्रतिशत कर के रूप में देना होता है। एक बार पंजीयन हो जाने के बाद उनकी सम्पत्तियों का पूरा ब्यौरा उपलब्ध होने से उसे सुरक्षित रखने में सहूलियत होगी।परिषद की वेबसाइट तैयार कर ली गई है जिसे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को उद्घाटन करना है।

मंत्री ने बताया कि सबसे अधिक मंदिर और मठ वैशाली जिला में हैं, जिसकी संख्या 438 है। राज्य में अब तक 2499 मंदिर और मठ रजिस्टर्ड हो चुके हैं। इनके पास 18456.95 एकड़ जमीन है। इस जमीन की जल्द घेराबंदी होगी।

उल्लेखनीय है कि राज्य के मठों और मन्दिरों की भूमि पर अवैध कब्जा, अनधिकृत रूप से दावा और निजी लोगों की ओर से बेचने के कई मामले सामने आते रहते हैं। यह मामला आगे जाकर कानून के पचड़े में चला जाता है और विवाद लम्बे समय तक चलता है। राज्य सरकार इन मंदिर और मठों के विवाद को व्यवस्थित करना चाहती है। इसके लिए यह जानना जरूरी है कि किस मंदिर या मठ के पास कितनी जमीन है। इसलिए यह तारीख अल्टीमेंटम के तौर पर दी गयी है।

 

 

पटना: राजीव नगर में चला बुलडोजर, 40 एकड़ जमीन अतिक्रमण मुक्त, 95 संरचनाओं को तोड़ा

पटना: पटना के राजीव नगर थाना क्षेत्र अंतर्गत नेपाली नगर (दीघा) के इलाके में बिहार राज्य हाउसिंग बोर्ड की अर्जित भूमि से सार्वजनिक उपयोग के लिए अतिक्रमण हटाने के लिए रविवार को सुबह 5:00 बजे प्रशासन ने कार्रवाई शुरू की। प्रशासन ने 40 एकड़ जमीन को अपने कब्जे में ले लिया तथा लगभग 95 संरचनाओं को तोड़ दिया।

तोड़ी गई संरचनाओं में अधिकांश चहारदीवारी एवं निर्माणाधीन मकान थे। 75 संरचनाओं को पूरी तरह से एवं 20 संरचनाओं को आंशिक रूप से तोड़ा गया। पांच ऐसे मकान थे जिसमें लोग रह रहे थे, इन्हें खाली करने के लिए 24 घंटे का समय दिया गया है।

अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई में 500 बल प्रतिनियुक्त किए गए थे। पुलिस की टीम 14 बुलडोजर के साथ जब इस इलाके में पहुंची तो स्थानीय लोगों ने जमकर इसका विरोध किया। इस दौरान पूरा इलाका जंग के मैदान में तब्दील हो गया। पुलिस की बंदोबस्ती के बाद भी घरों को बचाने के लिए राजीव नगर के लोग पुलिस से भिड़े गये। कोई बुलडोजर रोकने की कोशिश करता तो कोई पुलिस वाले से बहस।

आंखों में आसूं और दिलों में दर्द लिए बदहवास लोग आंखों के सामने टूटते आशियाने को बचाने के लिए हर कोशिश कर रहे थे। कोई पुलिस पर पत्थर फेंक रहा है तो कोई घर को बचाने के लिए रो-चिल्ला रहा था लेकिन प्रशासन की बुलडोजर और पुलिस के जवान लगातार अपना काम करते रहे।

डीएम चंद्रशेखर सिंह ने बताया कि कुछ उपद्रवियों ने यहां उत्पात मचाया गया है, जिसमें 12 लोगों की गिरफ्तारी कर ली गई है। आगे भी सीसीटीवी फुटेज के माध्यम से उपद्रवियों को चिन्हित किया जा रहा है। डीएम चंद्रशेखर सिंह ने बताया कि हमने इन सरकारी जमीन पर घर बनाकर रहने वालों को तीन बार नोटिस दिया है।

एक सवाल कि स्थानीय लोग ज़मीन को लेकर कई दावे कर रहे हैं कि इसकी रजिस्ट्री हमने कराई है और हमारे पास बिजली कनेक्शन के साथ-साथ वोटर आईडी कार्ड भी हैं। इसपर डीएम चंद्रशेखर सिंह ने कहा है कि बिजली कनेक्शन और वोटर आईडी वैधता का प्रमाण पत्र नहीं होता। बिजली कनेक्शन मूलभूत सुविधा में आती है। अगर उनके पास ज़मीन के कागज़ नहीं भी हैं उसके बाद भी हमें यह सुविधा उपलब्ध करानी होती है।

छपरा जंक्शन पर आरपीएफ ने मनाया आजादी का अमृत का अमृत महोत्सव

Chhapra: वर्ष 2022 में देश की आजादी के 75 साल पूर्ण होने के उपलक्ष में रेलवे सुरक्षा बल वाराणसी मंडल द्वारा आजादी का अमृत महोत्सव हर्षोल्लास पूर्वक मनाया जा रहा है. जिसके अंतर्गत पूरे मंडल में एकता दौड़, स्वच्छता अभियान, जल सेवा, विद्यालय में जागरूकता व वृक्षारोपण कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं. मंडल के 25 चयनित स्टेशनों पर जाकर एक मोटरसाइकिल रैली व एक सुसज्जित वाहन एलईडी स्क्रीन के माध्यम से रेलवे सुरक्षा बल की उपलब्धियों व आजादी के महत्व को प्रदर्शित किया जा रहा है.

इसी क्रम में मंडल रेल प्रबंधक रामाश्रय पाण्डेय के निर्देशन एवं वरिष्ठ मंडल सुरक्षा आयुक्त डा अभिषेक के नेतृत्व में आज 03 जुलाई 2022 को वाराणसी मंडल के आज़ादी का अमृत महोत्सव के अंतर्गत छपरा एवं सीवान स्टेशनों पर रन फॉर यूनिटी का आयोजन किया गया.

जिसमें दोनों पोस्ट के सभी रेलवे सुरक्षा बल कर्मचारियों नें भाग लिया. इसी क्रम में रविवार को मोटरसाइकिल रैली व सुसज्जित वाहन व रेलवे सुरक्षा बल बैंड का प्रदर्शन कर छपरा जं एवं सीवान जं रेलवे स्टेशनों के परिसर में यात्रियों व आम जनमानस में राष्ट्रीयता की भावना को जागृत किया और आजादी के महत्व को समझाया गया.

ज्ञातव्य हो की आजादी की 75वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में वाराणसी मंडल पर रविवार को रेसुब बैन्ड एल ई डी विडियों वाहन तथा मोटर साईकिल रैली देवरिया सदर, भटनी, लाररोड, सलेमपुर, बेल्थरा रोड, इंदारा एवं मऊ स्टेशनों पर आयोजित की जाएगी.

मोटर साइकिल रैली में पाँच बुलेट मोटर साईकिल साथ सह सवार के साथ मय साज सज्जा एवं आजादी की अमृत गाथा व रेलवे सुरक्षा बल की उपलधियों को प्रदर्शित करते विडियो वाहन, आगे एवं पीछे पायलेट स्कोर्ट के साथ इस मंडल में दो हिस्सों में अपनी यात्रा तय करते हुए मुख्यालय पहुँचेगी.

उक्त सभी कार्यक्रमों का आयोजन वरिष्ठ मंडल सुरक्षा आयुक्त डॉ अभिषेक के नेतृत्व में रेलवे सुरक्षा बल के जवानों द्वारा किया जा रहा है.

Chhapra:  ऑल इंडिया मोबाइल रिटेलर्स एसोसिएशन की सारण इकाई का विधिवत शपथ ग्रहण समारोह सम्पन हुआ. जिसमे जिले के सभी ब्रांड एम्प्लॉय एवं डिस्ट्रीब्यूटर ने शिरकत की. लगभग 100 की संख्या में लीडर्स ने नई टीम का उत्साहवर्धन किया.

राष्ट्रगान से कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए दीप प्रज्वलित कर आगे की बैठक को प्रदेश अध्यक्ष नवनीत केडिया द्वारा मंच संचालन करते हुए शुरुआत किया गया. ऐमरा के विज़न को विस्तारपूर्वक बताते हुए प्रदेश उपाध्यक्ष मो.दिलशाद ने प्रकाश डाला. वही पाटलिपुत्र से आये जिलाध्यक्ष सह जोनल सचिव प्रवीण आनंद ने मौजूदा व्यापारिक परिस्थितियों पर प्रकाश डाला. वही हाजीपुर से जोनल सचिव सुशांत यादव ने ऐमरा के विज़न से व्यापारियों को क्या फायदा है इसके बारे में बताया. पाटलिपुत्र से जोनल उपाध्यक्ष गिरेन्द्र कुमार एवं जिला सचिव रोहित शर्मा ने बारी बारी से ईकॉमर्स की परेशानियों पर प्रकाश डाला.

छपरा के नवनिर्वाचित अध्यक्ष अमित कुमार ने बताया कि देश की सर्वोच्च संस्था ऐमरा से जुड़कर कार्य करने का यह पल बहुत ही प्रेरणादायक है. विधिवत शपथ ग्रहण में छपरा जिला सचिव पवन कुमार यादव, उपाध्यक्ष मंटु प्रसाद और अभिषेक कुमार सिंह को ऐमरा के प्रदेश टीम की तरफ से नई टीम को साधुवाद दिया.

एजबेस्टन: भारत और इंग्लैंड के बीच एजबेस्टन में खेले जा रहे पुनर्निधारित पांचवें एवं अंतिम टेस्ट मैच में भारतीय खिलाड़ी एक के बाद एक रिकॉर्ड अपने नाम कर रहे हैं। ऋषभ पंत, रविन्द्र जडेजा के बाद तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने भी एक विश्व रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया है।

मुकाबले में कप्तानी कर रहे बुमराह ने ताबड़तोड़ बल्लेबाजी करते हुए इंग्लैंड के अनुभवी तेज गेंदबाज स्टुअर्ट ब्रॉड के एक ओवर में ही 35 रन बना डाले। इनमें से 29 रन बुमराह के बैट से निकले, बाकी के छह रन अतिरिक्त के खाते में गए। बुमराह ने इस ओवर में चार चौके और दो छक्के लगाए। इसी के साथ यह टेस्ट क्रिकेट के इतिहास का सबसे महंगा ओवर बन गया। इस तरह बुमराह ने टेस्ट क्रिकेट के एक ओवर में सबसे अधिक रन बनाने का विश्व रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया।

बुमराह ने अपनी बल्लेबाजी से पूर्व बल्लेबाज युवराज सिंह की याद दिला दी। युवराज ने 2007 के टी-20 विश्व कप में स्टुअर्ट ब्रॉड को लगातार 6 गेंदों में 6 छक्के जड़ते हुए 36 रन बटोरे थे। अब उसी गेंदबाज को टेस्ट फॉर्मेट में जसप्रीत बुमराह ने एक ही ओवर में 35 रन बटोर कर इसे टेस्ट क्रिकेट के इतिहास का सबसे महंगा ओवर बना दिया। इससे पहले टेस्ट क्रिकेट के एक ओवर में 3 बार 28 रन बने हैं। वेस्टइंडीज के ब्रायन लारा, ऑस्ट्रेलिया के जॉर्ज बेली और साउथ अफ्रीका के केशव महाराज ने ऐसा किया था।

ऐसा रहा ओवर

स्टुअर्ट ब्रॉड की पहली गेंद पर भारतीय कप्तान बुमराह ने चौका लगाया। दूसरी गेंद ब्रॉड ने बाउंसर मारी और वह विकेटकीपर सैम बिलिंग्स के ऊपर से निकलकर बाउंड्री पर चली गई और वाइड सहित कुल पांच रन मिले। फिर अगली गेंद पर बुमराह ने छक्का लगाया और यह गेंद नो बॉल निकली। इस तरह कुल सात रन मिले। इसके बाद बुमराह ने लगातार तीन चौके लगाए। फिर ओवर की पांचवीं गेंद पर बुमराह ने एक और छक्का लगाया। आखिरी गेंद पर बुमराह ने एक रन लिया। इस तरह ओवर में छह अतिरिक्त सहित कुल 35 रन आए।

उल्लेखनीय है कि भारत ने पहली पारी में 416 रन बनाए हैं। टीम की ओर से पहली पारी में ऋषभ पंत और रविन्द्र जडेजा ने शानदार पारियां खेलीं। पंत ने 111 गेंदों में ताबड़तोड़ 146 रन और जडेजा ने 194 गेंदों में 104 बनाए।

पटना: बिहार मानसून की मेहरबानी से तीन दिन से पानी-पानी है। राज्य के 11 जिलों में शनिवार को जोरदार बारिश के आसार हैं। मौसम विज्ञान विभाग के पूर्वानुमान में 5 जुलाई तक अलग-अलग जिलों में बारिश की संभावना जताई गई है। प्रदेश की अधिकतर नदियां उफान पर हैं। कई का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर गया है।

उत्तर बिहार के अधिकांश हिस्से में 40 एमएम से अधिक और दक्षिण हिस्से में तीन से 30 एमएम तक बारिश हुई है। सुपौल के वसुआ में कोसी नदी और अररिया में परमान नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 118 सेंटी मीटर ऊपर है। गोपालगंज के डुमरिया घाट में गंडक नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 50 सेंटीमीटर ऊपर है। किशनगंज में महानंदा खतरे के निशान से 90 सेंटीमीटर ऊपर है। पूर्णिया में जलस्तर 87 सेंटीमीटर और कटिहार के झावा में 104 सेंटीमीटर ऊपर है। मुजफ्फरपुर के रुन्नी में बागमती नदी का जलस्तर 85 सेंटीमीटर और बेनीबाद में 70 सेंटीमीटर ऊपर है। मधुबनी के झंझारपुर में कमला बलान नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 75 सेंटीमीटर ऊपर बह रहा है।

मौसम विज्ञान विभाग ने बिहार के सभी जिलों में बारिश होने के साथ वज्रपात (आकाशीय बिजली) की आशंका जताई है। लोगों को बेवजह घर से बाहर न जाने की सलाह दी गई है। साथ ही पक्के मकानों में शरण लेने को कहा गया है। सरकारी आंकड़ों में वज्रपात से पिछले तीन दिन में 26 लोगों की मौत हुई है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रत्येक परिवार को 4 लाख रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की है। गैरसरकारी आंकड़ों के मुताबिक 72 घंटे में वज्रपात से 37 लोगों की मौत हो चुकी है।

file photo