आज का पंचांग
दिनांक 12/08/2023 शनिवार
श्रावण कृष्णपक्ष (अधिक ) एकादशी
सुबह 06:31 उपरांत द्वादशी
विक्रम सम्वत :2080
नक्षत्र :मृगशिरा
सुबह 06:02 उपरांत आद्रा
चन्द्र राशि : मिथुन
सूर्योदय :05:21सुबह,
सूर्यास्त :06:28 संध्या
चंद्रोदय :02 :17 रात्रि (13अगस्त 23 )
चंद्रास्त :03 :52 दोपहर
लगन :कर्क 05:47 सुबह
उपरांत सिह लगन
ऋतू : वर्षा
चौघडिया,
दिन चौघड़िया:
काल :05:21 सुबह 06:59 सुबह
शुभ :06:59 सुबह 08:38 सुबह,
रोग :08:38 सुबह 10:16 सुबह ,
उद्देग :10:16 सुबह11:54 सुबह,
चर :11:54 सुबह 01:33 दोपहर
लाभ :01:33 दोपहर 03:11 दोपहर,
अमृत :03:11 दोपहर 04:49 संध्या
काल :04:49 संध्या 06:28 संध्या
राहुकाल
सुबह 08:38 से 10:16दोपहर
अभिजित मुहूर्त :
11:28 सुबह से 12:21 दोपहर
दिशाशूल :पूर्व
यात्रा विचार : आज कही यात्रा पर जाने के पहले अदरख खाकर निकले लाभ होगा .

आज का राशिफल

मेष🐐 (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)
धनागम होगा। भूमि व भवन संबंधी योजना बनेगी। रोजगार मिलेगा। आय में वृद्धि होगी। जल्दबाजी न करें। नौकरी में ऐच्छिक स्थानांतरण एवं पदोन्नति के योग हैं।सरकारी नौकरी करते हैं तो आज का दिन आपके लिए थोड़ा भारी है। इसलिए कोई भी ऐसा काम न करे जिसका बाद में आपको पछतावा हो।
लकी नंबर 4,लकी कलर गुलाबी

वृष🐂 (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)
पुराना रोग उभर सकता है। बेचैनी रहेगी। प्रयास सफल रहेंगे। योजना बनेगी। कार्यप्रणाली में सुधार होगा। व्यापारिक गोपनीयता भंग न करें।आपको अपने व्यापार में कुछ ज्यादा मेहनत करने की आवश्यकता हैं अन्यथा परिणाम आपके अनुरूप नही होंगे।
लकी नंबर 2,लकी कलर संतरी

मिथुन👫 (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)
शारीरिक कष्ट से बाधा संभव है। विवाद न करें। दु:खद समाचार मिल सकता है। लाभ के अवसर हाथ से निकलेंगे। शत्रु से सतर्क रहें।सभी का ध्यान आपके ऊपर होगा और किसी बात को लेकर आप आशंकित भी रहेंगे। घर में किसी सदस्य के रिश्ते की बात भी चल सकती है।
लकी नंबर 6, लकी कलर हरा

कर्क🦀 (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)
फालतू खर्च होगा। क्रोध पर नियंत्रण रखें। पुराना रोग उभर सकता है। कुसंगति से हानि होगी। अनसोचे कार्य होंगे। दांपत्य जीवन में मनमुटाव हो सकता है। व्यापार में कुछ घाटा हो सकता हैं। लेनदेन के समय सावधानी बरतें क्योंकि कुछ लोग आपका नुकसान करने का प्रयास करेंगे।
लकी नंबर 9,लकी कलर श्वेत

सिंह🦁 (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)
वैवाहिक प्रस्ताव मिल सकता है। शुभ समाचार प्राप्त होंगे। मान बढ़ेगा। धनार्जन होगा। थकान रहेगी। रचनात्मक कार्य में मन लगेगा। अपना व्यवहार संयमित रखकर काम करें।सभी के साथ बनाकर रखें अन्यथा किसी के साथ रिश्तो में खटास उत्पन्न होगी।
लकी नंबर 7 ,लकी कलर सलेटी

कन्या👩 (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)
नए अनुबंध हो सकते हैं। व्यवसाय ठीक चलेगा। मान-सम्मान बढ़ेगा। कार्यसिद्धि होगी। प्रसन्नता रहेगी। पारिवारिक तनाव से मन परेशान रहेगा।आज का समय आपके लिए ठीक है। घर में किसी बात को लेकर आपसे नाराज़गी खत्म हो सकती हैं तो वही कॉलेज में टीचर आपसे नाराज़ रहेंगे।
लकी नंबर 2, लकी कलर केसरी

तुला⚖️ (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)
परिवार की चिंता रहेगी। जीवनसाथी से सहयोग मिलेगा। कानूनी अड़चन दूर होगी। व्यवसाय ठीक चलेगा। थकान रहेगी। पिता का स्वास्थ्य संतोष देगा।अपने पार्टनर के साथ किसी बात को लेकर मतभेद चल रहा हैं तो वह आज सुलझ जायेगा और सभी गलतफहमियां दूर होंगी।
लकी नंबर 3 लकी कलर नीला

वृश्चिक🦂 (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)
स्वादिष्ट भोजन का आनंद मिलेगा। विद्यार्थी वर्ग सफलता हासिल करेगा। व्यवसाय ठीक चलेगा। प्रमाद न करें। कार्य एवं व्यवसाय के क्षेत्र में विभिन्न बाधाओं से मन अशांत रहेगा।यदि आप नौकरी की तलाश में हैं तो आज आपको कही से ऑफर तो मिलेगा लेकिन कोई भी निर्णय जल्दबाजी में ना ले।
लकी नंबर 5 ,लकी कलर पीला

धनु🏹 (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)
स्वादिष्ट भोजन का आनंद मिलेगा। विद्यार्थी वर्ग सफलता हासिल करेगा। व्यवसाय ठीक चलेगा। प्रमाद न करें। कार्य एवं व्यवसाय के क्षेत्र में विभिन्न बाधाओं से मन अशांत रहेगा।करियर में बदलाव के संकेत है और आप उसे लेकर सीरियस भी हो सकते है। कोई ठोस निर्णय लिया जा सकता हैं।
लकी नंबर 1,लकी कलर गुलाबी

मकर🐊 (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)
धर्म-कर्म में रुचि रहेगी। कानूनी अड़चन दूर होगी। धनार्जन होगा। प्रसन्नता रहेगी। यश, प्रतिष्ठा में वृद्धि के योग हैं। मनोरंजन के अवसर उपलब्ध होंगे।परिवार में किसी बात को लेकर गहन चर्चा संभव हैं जिसमे आपकी भी सहभागिता होगी। पत्नी के साथ संबंधों में मजबूती आएगी।
लकी नंबर 3, लकी कलर ग्रे

कुंभ🍯 (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)
प्रयास सफल रहेंगे। मान-सम्मान मिलेगा। व्यवसाय ठीक चलेगा। सुख के साधन जुटेंगे। शत्रु परास्त होंगे। सुख वृद्धि एवं पारिवारिक उन्नति होगी। परिवार में किसी बात को लेकर गहन चर्चा संभव हैं जिसमे आपकी भी सहभागिता होगी। पत्नी के साथ संबंधों में मजबूती आएगी।
लकी नंबर 3, लकी कलर ग्रे

मीन🐳 (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)
अपनी स्थिति, योग्यता के अनुरूप कार्य करें। चोट, चोरी व विवाद आदि से हानि संभव है। जोखिम न लें। झंझटों में न पड़ें। आय में कमी होगी। दिन की शुरुआत अच्छी रहेगी और आप पूरे दिन तरोताजा महसूस करेंगे। सभी के प्रति आपके व्यवहार को लोग सराहेंगे। छात्रों को सफलता मिलेगी।
लकी नंबर 7,लकी कलर महरून

🙏आपका दिन मंगलमय हो🙏

ज्योतिषाचार्य संजीत कुमार मिश्रा
ज्योतिष, वास्तु एवं रत्न विशेषज्ञ 8080426594/9545290847

Chhapra: छपरा नगर निगम वार्ड नंबर 13 में अखिल भारतीय कायस्थ महासभा के युवा अध्यक्ष प्रिंस राज के प्रयास से शुक्रवार को आयुष्मान भारत मिशन के तहत कैंप लगाया गया। जिसमें डॉ सुरेंद्र महतो एवं डॉ विद्या भारती के सहयोग से आयुष्मान मित्र धनंजय कुमार श्रीवास्तव, रास बिहारी मिश्रा, विक्की कुमार एवं मुकेश कुमार यादव (हीरो) द्वारा वार्ड नंबर 13 के 100 से अधिक लाभुकों का आयुष्मान कार्ड बनाया गया।

वार्ड स्तर पर आयुष्मान कार्ड बनाए जाने पर लोगों ने खुशी जाहिर करते हुए बताया कि पर आयुष्मान कार्ड बनाए जाने से वृद्ध और लाचार लोगों को पहुंचने में ज्यादा परेशानी नहीं हुई। कार्ड बन जाने पर विभिन्न गंभीर बीमारियों का नि शुल्क इलाज करना अब संभव हो जाएगा।

प्रिंस राज, युवा अध्यक्ष अखिल भारतीय कायस्थ महासभा एवं अभिजीत श्रीवास्तव युवा महासचिव अखिल भारतीय कायस्थ महासभा ने लाभुकों को बताया कि वे देश और प्रदेश के सूची सूचीबंद अस्पतालों में आयुष्मान कार्ड के माध्यम से परिवार के प्रत्येक सदस्य का 5 लाख तक का मुख्य इलाज कर सकते हैं।अस्पतालों में आयुष्मान कार्ड के माध्यम से परिवार के प्रत्येक सदस्य का 5 लाख तक का मुफ्त इलाज कर सकते हैं।

आयुष्मान कार्ड बनाने वाले में माया देवी, बबीता कुमारी, मुकेश कुमार यादव, भागेराम राय, लक्ष्मण राय, रूपेश पंडित, नेहा कुमारी, राजू कुमार, सीमा राय, आदित्य भास्कर, इरफान हुसैन इत्यादि साथ में राजीव कुमार उपाध्याय आरिफ इकबाल इत्यादि।

छपरा में मौत का कुंआ बनते बनते बचा खनुआ नाला, नाले में गिरी कार 4 साल के बच्चे सहित अन्य सवार को लोगों ने निकाला

Chhapra: शहर में निर्माणधीन खनुआ नाला शुक्रवार की शाम मौत का कुआं बनते बनते रह गया. शाम ढलने के साथ नगरपालिका चौक से थोड़ी ही दूर निर्माणाधीन खनुआ नाले में अचानक से एक कार पूरी तरह से आकर गिर गई. खनुआ नाले को गहराई करीब 14 फीट से अधिक है आसपास के लोगों ने तत्परता और मानवता का परिचय देते हुए तुरंत कार में सवार लोगों को बाहर निकालने का प्रयास किया.

दर्जनों लोगों की मदद से कार के अंदर बैठे चालक एवं बच्चों सहित अन्य सवार को बाहर निकाला गया. खनुआ नाले में डूबी कार से निकलने के बाद भले ही उसके सवार मौत के मुंह से बाहर आ गए लेकिन कार की दुर्घटना का डर उनके चेहरे पर स्पष्ट दिख रहा था.

शहर में खनुआ नाले के जीर्णोद्धार का कार्य जारी है श्री नंदन पथ से लेकर नगरपालिका चौक कोर्ट परिसर होते हुए खनुआ नाला नदी की तरफ जा रहा है. इसके निर्माण का कार्य 70% से अधिक पूरा हो चुका है. लेकिन विगत एक वर्ष के लंबे अंतराल से नगरपालिका चौक पर समाहरणालय के समीप सड़क के दोनों और खनुआ नाला को जीर्णशीर्ण अवस्था में छोड़ दिया गया है. यहां तक की निर्माणधीन कंपनी द्वारा खनुआ नाले के अंत में किसी तरह का सूचना पट भी नहीं लगाया गया है. जिससे कि इस सड़क का प्रयोग करने वाले लोगों को आगे सड़क के समाप्ति की सूचना मिल सके.

स्थानीय लोगों का कहना है कि शुक्रवार की शाम एक कर आ रही थी जो अचानक से खनुआ नाले में पूरी तरह गिर गई.

लोगों का कहना था कि सड़क पर किसी तरह का सूचना पट नहीं लगाया गया है. चालक के नए होने के कारण उसे उसे सड़क का अंदाजा नहीं था. जिसके कारण कार पूरी तरह से खनुआ नाले में गिर गई. आनंद फानन में आसपास के लोगों की मदद से कार का शीशा तोड़ चालक एवं अन्य लोगों को बाहर निकाला गया. प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार कार में चालक के अलावा 4 वर्ष के बच्चे एवं अन्य तीन लोग सवार थे. खनुआ नाले में कार के गिरने का भय उनके चेहरे पर दिख रहा था और वह काफी सहमे हुए थे. कुछ समय बाद क्रेन की मदद से कार को बाहर निकाला गया.

नई दिल्ली, 11 अगस्त (हि.स.)। कांग्रेस नेता व लोकसभा सांसद अधीर रंजन चौधरी को लोकसभा की कार्यवाही से निलंबित किए जाने के विरोध में शुक्रवार को कांग्रेस सहित विपक्षी दलों के सांसदों ने संसद भवन परिसर में विरोध प्रदर्शन किया।

विरोध कर रहे सांसदों ने हाथ में ”लोकतंत्र बचाओ” और ”लोकतंत्र खतरे में है” लिखी तख्तियों के साथ अंबेडकर प्रतिमा की ओर मार्च कर विरोध प्रकट किया। इस प्रदर्शन में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी सहित वरिष्ठ कांग्रेस सोनिया गांधी व विपक्ष के अनेक सांसदों ने हिस्सा लिया।

उल्लेखनीय है कि लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान गुरुवार को कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने प्रधानमंत्री मोदी के बारे में अपशब्दों का इस्तेमाल किया। सदन की ओर से उन्हें माफी मांगने को कहा गया लेकिन उन्होंने माफी नहीं मांगी थी, जिसके चलते उन्हें सदन की कार्यवाही से निलंबित कर दिया गया।

हृदयनारायण दीक्षित

चन्द्र देव भारतीय मनीषा की जिज्ञासा हैं। वे पृथ्वी के निवासियों का आकर्षण रहे हैं। संप्रति भारत की चन्द्रमा पर पहुँचने की महत्वाकांक्षी योजना चर्चा में है। सारी दुनिया का ध्यान चन्द्र देवता पर लगा हुआ है। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन के प्रतिभाशाली वैज्ञानिक चन्द्रयान की सफलता को लेकर पूरे मनोयोग से जुटे हैं। चन्द्रयान की सफलता के बाद तमाम नए तथ्य प्रकाश में आएँगे। चन्द्रमा का पहला चित्र आ गया है। चन्द्रमा वैदिक काल से ही भारत का आकर्षण रहा है। लोकश्रुति के अनुसार चन्द्रमा माता पृथ्वी का भाई है। इसलिए हम सब का मामा है। प्रकृति सृष्टि के उदय के साथ ही चन्द्रमा का अस्तित्व भी प्रकट हुआ। ऋग्वेद के पुरुष सूक्त (10.90.13) में कहा गया है कि विराट पुरुष के मन से चन्द्रमा और आँखों से सूर्य प्रकट हुआ – चन्द्रमा मनसो जातश्चक्षोः सूर्यो अजायतः।‘’ चन्द्रमा का सम्बंध मन से है। ऋग्वेद में चन्द्रमा भी एक देवता हैं। वे अंतरिक्ष स्थानीय देवता हैं। ऋग्वेद (10.85.19) में कहते हैं, ‘‘ये चन्द्र देवता नित्य उदित होते हैं और नवीनतम होते हैं। सूर्य देव प्रतिदिन नवीन रूप में प्रातःकाल प्रकट होते हैं। वे देवों के निमित्त यज्ञ के हवि भाग की व्यवस्था करते हैं।‘’ इसी तरह चन्द्र देव सबको आनंदित जीवन और दीर्घायु प्रदान करते हैं। भारतीय काव्य परम्परा में चन्द्रमा सुंदरता बोधक हैं। कवियों ने चन्द्रमा के सौंदर्य को सुंदरता का प्रतीक बताया है। भारतीय साहित्य में भी चन्द्र सौंदर्य भरा पूरा है।

वैदिक काल में चन्द्रमा की उपासना थी। इस उपासना के बीज भारतीय देव शास्त्र से लेकर प्राचीन यूनान, रोमन, ईरानी और जर्मन में पाए जाते हैं। डॉ. गया चरण त्रिपाठी ने ‘वैदिक देवता उद्भव और विकास’ के पृष्ठ 27 में लिखा है, ‘‘ऋग्वेद में सूर्य के साथ द्वंद्व समास में इसका कई स्थानों पर उल्लेख है। ग्रीक देवशास्त्र में चन्द्रमा को तीन चक्रों वाले रथ में आकाश में भ्रमण करते हुए बताया गया है।‘’ विष्णु पुराण में भी इसी तरह का उल्लेख है। वैदिक साहित्य में चन्द्रमा औषधियों और सोम लता से सम्बंधित हैं। वे औषधियों के राजा हैं। रात्रि में औषधियां चन्द्रमा की किरणों से रस ग्रहण करती हैं। सोम और चन्द्रमा का सम्बंध बहुत प्रीतिपूर्ण है। वैदिक देवशास्त्र में चन्द्रमा और सोम लगभग पर्यायवाची हो गए हैं। डॉ. त्रिपाठी ने बताया है, ‘‘आर्य जाति में सूर्य और चन्द्रमा की विभिन्न लिंगों में कल्पना बहुत प्राचीन है। जर्मन, ऐंग्लोसेक्शन और लिथुआनियन भाषाओं में सूर्यवाची शब्द स्त्रीलिंग में है और चन्द्रमा के शब्द पुल्लिंग में है। लेकिन ग्रीक और लैटिन भाषाओं में सूर्यवाची सभी शब्द पुल्लिंग हैं और चंद्रमा के वाची स्त्रीलिंग। दोनों की भाई और बहन या पति के रूप में कल्पना की गई है। एक लैटिन गीत में कहा गया है कि, ‘‘एक बार चन्द्रमा और सूर्य ने परस्पर विवाह किया। पत्नी सूर्य प्रातःकाल उठ जाती थी। लेकिन पति (चन्द्रमा) देर से उठता था। दोनों में लड़ाई हो गई। पति (चन्द्रमा) उषा काल के तारे से प्रेम करने लगा। इससे शक्तिशाली पैकुण्न नाराज हुआ। उसने पति (चन्द्रमा) पर खड़ग प्रहार किया जिससे वह खंडित हो गया।’ इसी तरह की एक रोचक बात यूरोपीय लोककथा में कही गई है। इस कथा में सूर्य आकाश की पुत्री है और चन्द्रमा पुत्र। पिता आकाश ने पुत्र चन्द्रमा को दिन में तथा पुत्री सूर्य को रात्रि में प्रकाश करने के लिए नियुक्त किया। पुत्री को रात्रि में डर लगता था। इसलिए उसने दोनों की ड्यूटी बदल दी। दूसरे दिन प्रातः आकाश पुत्री पूरब से उदित हुई। पृथ्वी के लोग उसकी ओर एक टक देख रहे थे। भारत की प्राचीन लोककथाओं में सूर्य और चन्द्रमा राजा रानी हैं।

चन्द्रमा भारतीय सौन्दर्य कल्पनालोक का महानायक रहा है। चन्द्रमा सूर्य के प्रकाश से प्रकाशित होता है। उसका अपना प्रकाश नहीं होता। एक तरह से चन्द्रमा ब्रह्माण्ड की पहली सौर्य ऊर्जा की लालटेन है। चन्द्रमा घटता-बढ़ता है। चन्द्र प्रकाश घटते-घटते पंद्रहवें दिन अमावस्या हो जाता है। इसी तरह बढ़ते-बढ़ते पंद्रहवें दिन पूर्णिमा बनता है। मास और मुहूर्त का विभाजन चन्द्रमा के कारण होता है। मुहूर्त का निर्धारण चन्द्र नक्षत्र के निर्वचन से होता है। मुहूर्त समय का अति छोटा हिस्सा होता है और सामान्य जीवन को प्रभावित करता है। महाभारतकार ने सुन्दर श्लोक में कहा है, ‘‘मुहूर्तं ज्वलितं श्रेयः, न तु धूमायितं चिरं।‘‘ – मुहूर्त भर पूरी शक्ति के साथ जलना और प्रकाश देना श्रेयस्कर है। लेकिन दीर्घ काल तक धुंआ देते जलना बेकार है। अल्पकाल के लोकमंगलकारी कार्य श्रेष्ठ होते हैं।

विश्व इतिहास के प्रख्यात ज्योतिषाचार्य वराहमिहिर की प्रमुख रचना ‘वृहत संहिता’ है। इसकी व्याख्या डॉ. सुरेश चंद्र मिश्र ने की है। रंजन पब्लिकेशन से प्रकाशित इस पुस्तक के पृष्ठ 68 में वराहमिहिर ने कहा है, ‘‘चंद्रमा सूर्य के नीचे स्थित है। इस कारण उसके जिस भाग पर सूर्य की किरणें पड़ती हैं वह भाग चमकता है। चन्द्रमा का प्रकाश वस्तुतः सूर्य का ही प्रकाश है। जिस भाग पर सूर्य की किरणें नहीं पड़ती वह भाग उसकी स्वयं की छाया के कारण काला दिखाई पड़ता है। वराह मिहिर ने चन्द्रमा को जलीय ग्रह बताया है। सूर्य की किरणें चन्द्रमा पर पड़ती हैं तो रात्रि के अंधकार का नाश करती हैं। अमावस्या के अंत में सूर्य व चन्द्रमा का स्पष्ट समान होने पर चन्द्रमा सूर्य के ठीक नीचे होता है। तब पृथ्वी की ओर वाला चन्द्रभाग अंधकार में रहने से पृथ्वीवासियों को नहीं दिखाई पड़ता। ज्योतिर्विज्ञानियों के अनुसार चन्द्रमा एक राशि पर सवा दो दिन गतिमान रहते हैं। आधुनिक काल की बात दीगर है। वैदिक काल से लेकर लगध, वराह मिहिर, आर्यभट्ट, ब्रह्म गुप्त, भास्कराचार्य, कमलाकर भट्ट व सुधाकर द्विवेदी के काल से गुजरते हुए चन्द्रमा और उसकी राशियों का निर्वचन जारी है। यद्यपि चन्द्रमा स्वयं देवता हैं। लेकिन पूरे एशिया में प्रचलित शिव रूद्र के मस्तक पर चन्द्रमा दिखाई पड़ता है। शिव और चन्द्रमा का सम्बंध बहुत प्राचीन है। अनेक विद्वान सोम को भी चन्द्रमा मानते हैं। कौषीतकि ब्राह्मण और ऐतरेय ब्राह्मण में चन्द्रमा और सोम की अभिन्नता बताई गई है। चन्द्र देवता ही मासों के सृजनकर्ता हैं। उनके उद्भव से ही शुक्ल और कृष्ण पक्ष बनते हैं। चन्द्रमा देवता स्तुतिकर्ताओं को शांति देते हैं और उनकी आयु में वृद्धि करते हैं। जैसे शिव सभी वर्गों, मनुष्यों, कीट पतिंगों और सांपों के भी जीवन रक्षक हैं। सांप उनके गले में रहता है। वैसे सोम भी वनस्पतियों के राजा हैं। चन्द्रमा की विश्व पुरुष से उत्पत्ति का उल्लेख तैत्तरीय ब्राह्मण में भी हुआ है। चन्द्रदेव के प्रकाश का अस्तित्व सूर्य पर आधारित है।

चन्द्रयान पर इसरो के अध्ययन से चन्द्रमा के सम्बंध में नए तथ्य प्राप्त होने की संभावनाएं हैं। संभव है कि चन्द्र अभियान के परिणाम प्राचीन भारतीय मान्यताओं की कमोबेश पुष्टि करने वाले हों। संभव यह भी है कि नितांत नए तथ्यों का उद्घाटन हो। एक अध्ययन प्राचीन है। तब साधन नहीं थे। वैज्ञानिक उपकरण नहीं थे। धरती से परम व्योम तक की जानकारी प्राप्त करने की जिज्ञासा और जिजीविषा थी। ताजा अध्ययन नितांत नवीन और आधुनिक है। इसीलिए जिज्ञासुओं व जानकारों में इस अभियान के परिणामों की अधीर प्रतीक्षा है।

(लेखक, उत्तर प्रदेश विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष हैं।)

Chhapra: भारतीय रेलवे के द्वारा देश भर के रेलवे स्टेशनों को विकसित किया जा रहा है। इसी क्रम में पूर्वोत्तर रेलवे के वाराणसी मण्डल के महत्वपूर्ण स्टेशनों में से एक छपरा जंक्शन को भी विकसित किया जा रहा है।

रेलवे के द्वारा छपरा जंक्शन पर यात्री सुविधाओं में विस्तार किया जा रहा है। छपरा जंक्शन पर प्लेटफार्म, यार्ड आदि को विकसित किया जा रहा है। साथ ही जंक्शन को एक नया प्रवेश द्वार देने की योजना है।

इस योजना के तहत जंक्शन के उत्तरी छोर पर नया प्रवेश द्वार बनाया जा रहा है। रेलवे के सूत्र बताते हैं कि सब कुछ सही रहा तो इसी वर्ष नवंबर माह तक निर्माण कार्य पूरा कर इस नए द्वार को यात्रियों के लिए खोल दिया जाएगा।

छपरा जंक्शन के उत्तरी छोर पर बन रहे इस द्वार के निर्माण कार्य के पूरा होने पर यात्रियों को काफी लाभ होगा। खासकर सारण जिले के ग्रामीण क्षेत्रों से स्टेशन आने वालों के लिए शहर के जाम से छुटकारा मिलेगा और आसानी से स्टेशन पहुंचा जा सकेगा।

वहीं छपरा जंक्शन के उत्तरी क्षेत्र में बसे नए मुहल्ले विकसित होंगे और रोजगार के साधन भी विकसित होंगे। फिलहाल द्वार का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है।

नई दिल्ली, 10 अगस्त (हि.स.)। मोदी सरकार के खिलाफ विपक्षी गठबंधन (आईएनडीआईए) की ओर से लाया गया अविश्वास प्रस्ताव गुरुवार को लोकसभा में गिर गया। अविश्वास प्रस्ताव ध्वनिमत से गिरा, क्योंकि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बोलने के दौरान ही विपक्षी दलों के सदस्य सदन से बर्हिगमन कर गए थे। इस बीच कांग्रेस के नेता सदन अधीर रंजन चौधरी को सदन की कार्यवाही से उनके व्यवहार के खिलाफ विशेषाधिकार समिति की रिपोर्ट आने तक निलंबित कर दिया गया।

अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा का उत्तर देने के दौरान चौधरी बार-बार प्रधानमंत्री के भाषण के बीच में हस्तक्षेप कर रहे थे। इसके अलावा उन्होंने प्रधानमंत्री को भगोड़े आर्थिक अपराधी से भी जोड़ने की कोशिश की। उसी दौरान संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने उन्हें अपने शब्द वापस लेने को कहा लेकिन वे नहीं माने।

प्रधानमंत्री के भाषण के बीच में विपक्षी दलों के सदस्य नारे लगाते हुए सदन से बहिर्गमन कर गए। विपक्ष मणिपुर पर प्रधानमंत्री से बोलने की मांग कर रहा था। प्रधानमंत्री के भाषण के अंत में पेश अविश्वास प्रस्ताव भी विपक्ष की अनुपस्थिति में ध्वनिमत से गिर गया।

इसके बाद अध्यक्ष ने भाजपा सांसद विरेन्द्र सिंह मस्त और कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी के व्यवहार पर सवाल उठाया। इस पर विरेन्द्र सिंह मस्त ने अध्यक्ष से माफी मांगते हुए कहा कि वे अपने नेता की बुराई सहन नहीं कर पाए थे।

इसके बाद संसदीय कार्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस से नेता सदन लगातार मंत्रिगण और प्रधानमंत्री के भाषण के दौरान हस्तक्षेप कर रहे थे। वे बिना किसी तथ्य के आरोप लगाते रहते हैं। वे प्रस्ताव करते हैं कि उनका विषय सदन की विशेषाधिकार समिति को भेजा जाए। साथ ही जब तक विशेषाधिकार समिति की रिपोर्ट और सिफारिशें मिल नहीं जातीं, उन्हें सदन से निलंबित रखा जाए। इस प्रस्ताव को सदन ने ध्वनिमत से अनुमोदित कर दिया।

नई दिल्ली, 10 अगस्त (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुवार को सदन में अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा का उत्तर देते हुए विपक्ष पर कई मुद्दों पर हमला बोला। उन्होंने विपक्ष के बिना तैयारी अविश्वास प्रस्ताव लाने का माखौल उड़ाया और कहा कि 2028 में उन्हें फिर एक बार फिर अविश्वास प्रस्ताव लाने का अवसर मिलेगा जब भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था होगा। उन्होंने कहा कि फील्डिंग भले ही विपक्ष ने लगाई हो लेकिन चौके छक्के सत्ता पक्ष लगा रहा है।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आरोप लगाया कि विपक्ष में अविश्वास और घमंड रचा बसा हुआ है और वह उस सच्चाई को नकार रहे हैं, जिसे आज दुनिया देख रही है। उन्होंने विपक्ष के विश्वास विस्तृत प्रस्ताव को ईश्वरी इच्छा बताते हुए शुभ संकेत माना और कहा कि इससे एनडीए एक बार फिर बड़ी जीत हासिल कर 2024 में दोबारा सरकार बनाएगा। पिछली बार विपक्ष 2018 में अविश्वास प्रस्ताव लाया था। उसे विपक्ष को तैयारी के लिए 5 साल दिए गए थे। लेकिन अफसोस है कि विपक्ष 9 वर्षों में योग्य विपक्ष की भी भूमिका नहीं निभा पाया है।

प्रधानमंत्री के भाषण के दौरान विपक्ष ने मणिपुर के विषय पर बात रखने की मांग करते हुए शोर-शराबा किया और भाषण समाप्ति के पहले ही सदन छोड़कर बाहर गया।

रेवड़ी राजनीति पर करारा प्रहार करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि अनाप-शनाप वादों से जनता पर बोझ डाल विकास की परियोजनाएं बंद की जा रही हैं। उन्होंने कहा कि उनकी आर्थिक नीतियां भारत को दिवालिया बनाने की गारंटी है। प्रधानमंत्री ने कहा कि इस तरह विपक्ष अर्थव्यवस्था को डुबोने, 2 डिजिट की महंगाई, पॉलिसी पैरालाइसिस, भ्रष्टाचार, तुष्टीकरण परिवारवाद, बेरोजगारी, आतंकवाद, हिंसा और देश को दो शताब्दी पीछे ले जाने की गारंटी दे रहा है।

उन्होंने कहा कि आज का भारत ना दबाव में आता है और ना दबाव डालता है। 2047 तक भारत एक विकसित राष्ट्र होगा। हमें इस कालखंड का उपयोग राजनीति के लिए नहीं करना चाहिए। हमें दर्द को समझ कर दर्द की दवा बनने का काम करना चाहिए। प्रधानमंत्री ने कहा कि पूर्वोत्तर हमारे दिल का टुकड़ा है। उससे राजनीति जितनी दूर रहेगी वहां उतनी शांति आएगी। आसियान और अन्य पूर्वी देशों के विकास से आने वाले समय में एक दिन पूर्वोत्तर क्षेत्र का एक केंद्रीय बिंदु बनेगा।

प्रधानमंत्री ने कहा कि विपक्ष को गरीब नहीं बल्कि सत्ता की भूख है और उन्हें युवाओं के नहीं बल्कि अपने भविष्य की चिंता है। सदन में कई महत्वपूर्ण विधेयक लाए गए विपक्ष ने उन पर चर्चा नहीं की लेकिन एक कट्टर भ्रष्ट साथी (केजरीवाल) की शर्त के आगे मजबूर होकर एकजुट होकर सदन को चलाया।

प्रधानमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार ने देश की साख सुधारने का काम किया है। विश्व का आज भारत पर विश्वास बढ़ता जा रहा है। अति गरीबी देश से खत्म हो रही है। विश्व संस्थाएं कह रही है कि जल जीवन मिशन से 4 लाख और स्वच्छ भारत मिशन से 3 लाख लोगों की जान बची है लेकिन विपक्ष को यह दिखाई नहीं देता।

उन्होंने कहा कि विपक्ष को एक वरदान मिला हुआ है कि जिसका वह बुरा चाहते हैं उसका भला हो जाता है। बैंकिंग पर उन्होंने नकारात्मक बातें कहीं आज सार्वजनिक बैंकों का प्रॉफिट दोगुना हो गया है। सार्वजनिक क्षेत्र की रक्षा उत्पादन कंपनी एचएएल के कर्मचारियों को भड़काने की कोशिश की लेकिन आज उसका रेवेन्यू कई गुना ज्यादा हो गया है। यही हाल एलआईसी का भी है।

कांग्रेस पार्टी पर निशाना साधते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि उसका चुनाव चिन्ह और नाम दोनों अन्य से लिये हुए है। इसके साथ उसके नेतृत्व में बना रहे विपक्षी गठबंधन पर हमला करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि लेबल बदल सकते हैं लेकिन पुराने पापों को जनता से नहीं छुपा सकते।

राहुल गांधी के लंका हनुमान ने नहीं जलाई वाले बयान को सही ठहराते हुए उन्होंने कहा कि जनता राम है और उन्होंने कांग्रेस को 400 से 40 पर ला दिया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस परिवार आधुनिक राजाओं की तरह है और उन्हें देश के गरीब का बेटा सत्ता में बैठे देख परेशानी होती है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस वाले नामदार और हम कामदार लोग हैं। उन्होंने कहा कि एक व्यक्ति (राहुल गांधी) की बार-बार लांचिंग फेल हो जाती है इसलिए वह जनता से नफरत करते हैं। वह जिन्होंने कभी गमले में मूली नहीं उगाई वे खेतों को देखकर हैरान होते हैं। जो गरीबी को गाड़ी के शीशा नीचे करके देखते हैं उन्हें पता होना चाहिए कि भारत पर 50 साल उन्होंने राज किया है।

प्रधानमंत्री ने राहुल गांधी के मां भारती वाले बयान पर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि इससे हर भारतीय की भावना को ठेस पहुंची है। भारत मां की मृत्यु की कामना कोई कैसे कर सकता। उनके शासन काल में देश को तीन हिस्सों में बांट दिया गया। वंदे भारत गीत जिसने देश को जोड़ा उसके टुकड़े कर दिए गए। 05 मार्च 1966 में मिजोरम में आम नागरिकों पर बम गिराए गए। अकाल तख्त पर हमला किया गया। उन्होंने पूछा कि किसकी सरकार में कच्चतीवु द्वीप को श्रीलंका को सौंप दिया गया। उनके सहयोगी द्रमुक आज भी उसे वापस लेने की मांग करते हैं।

मणिपुर के मुद्दे पर चर्चा करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि अगर विपक्ष चाहता तो इस पर विस्तार से चर्चा हो सकती थी। लेकिन विपक्ष का इस पर चर्चा करने का साहस और इरादा दोनों नहीं थे। हाईकोर्ट का फैसला आया। इस पर पक्ष-विपक्ष के कारण परिस्थितियां वहां पैदा हुई हैं। हिंसा का एक दौर चला। बहुत से परिवारों को मुश्किलें झेलना पड़ रही हैं लेकिन उन्हें आशा है कि निकट भविष्य में शांति का सूरज उगेगा वह देश के साथ मणिपुर में शांति की अपील करते हैं। हम सब मिलकर समाधान निकालेंगे और मणिपुर विकास की राह में फिर आगे बढ़ेगा और सरकार की ओर से इसमें कोई कोर कसर नहीं छोड़ी जाएगी।

दहेज़ में जमीन के लिए विवाहिता को मारपीट और प्रताड़ना का केस दर्ज, पति सास ससुर ननद सहित 7 आरोपी

Garkha: गड़खा थाना क्षेत्र के चिंतामनगंज में दहेज में जमीन के लिए महिला को मारपीट और प्रताड़ित करने के मामले में पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज की है। इस मामले में श्वेता सिंह ने प्राथमिकी दर्ज कराई जिसमें कहा कि 7 दिसम्बर 2022 को हिंदू रीति रिवाज से चिंतामनगंज परसा निवासी राजेंद्र सिंह के पुत्र ब्रजेश सिंह से शादी हुई। शादी में मेरे पिता ने सारा सामान नगद रुपया शिफ्ट डिजायर कार और गहना आदि दहेज में दिया मेरे पति ब्रजेश सिंह सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं।

शादी के बाद से ही सास-ससुर ननद नंदोई सहित अन्य लोग मिलकर छपरा में जमीन मारपीट कर जख्मी कर देते थे।26 अप्रैल 2023 को भी मारपीट कर घर से निकाल दिया था। अभी मैं मायके में रहती हूं जो गारखा थाने में आवेदन दी थी।

इस मामले में पति ब्रजेश सिंह ससुर राजेंद्र सिंह सास मीना देवी ननद सरिता देवी नंदोई सुरेंद्र सिंह, बच्चा सिंह और अजय सिंह को नामजद अभियुक्त बनाया है।पुलिस मामला दर्ज करने के बाद आगे की कार्रवाई में जुट गई है।

क्षेत्रीय परिवहन प्राधिकार की बैठक 28 अगस्त को आयोजित होगी

Chhapra: क्षेत्रीय परिवहन प्राधिकार के अध्यक्ष सह आयुक्त, सारण सर्वानन एम. के निर्देशालोक में बताया गया कि सारण क्षेत्रीय परिवहन प्राधिकार की अगली बैठक 28 अगस्त सोमवार को 11.00 बजे पूर्वाहन में आयुक्त, सारण प्रमंडल के कार्यालय कक्ष में आयोजित की जायेगी।

बताया गया कि विहित प्रपत्र में आवेदक परमिट हेतु आवेदन, विहित शुल्क की पूर्ण राशि के चालान एवं सभी अद्यतन कागजातों के साथ दिनांक 17.08.2023 के अपराहन 4.00 बजे तक परिवहन विभाग के VAHAN CITIZEN PORTAL पर Online आवेदन दे सकते हैं, एवं उसकी हार्ड कॉपी कार्यालय के आवेदन पेटिका में दिनांक 17.082023 के अपराहन 5.00 बजे तक जमा करेंगे। आवेदित मार्ग 3 या तीन से अधिक प्राधिकार क्षेत्र के लिए अनुमान्य नहीं होगा।

प्राधिकार क्षेत्र से पटना जाने वाली बसों को हाजीपुर होकर जाने के लिए स्टेज कॅरेज परमिट हेतु आवेदन नहीं दिया जाएगा। प्रकाशित कार्यवली के किसी प्रस्ताव पर आपत्ति की स्थिति में आपत्तिकर्ता वाहन के सभी मान्य कागजात एवं निर्धारित शुल्क के साथ दिनांक 18.08.2023 से दिनांक ता स्वीकार्य नहीं होगी। बैठक की तिथि दिनांक 28.08.2023 को निर्धारित समय पर आवेदक एवं आपत्तिकर्ता की उपस्थिति सभी मान्य कागजातों की मूल प्रतियों के साथ वांछित होगी।

सुनवाई हेतु उपस्थित होने वाले आवेदक एवं आपत्तिकर्त्ता कोविड़ के संक्रमण की रोकथाम हेतु सरकार द्वारा जारी निर्देशों का अक्षरशः अनुपालन सुनिश्चित करेंगे। बैठक में सुनवाई के दौरान आवेदक अपनी अनुपस्थिति में विधिवत् प्राधिकृत प्रतिनिधि / अधिवक्ता के माध्यम से अपना पक्ष रख सकते हैं। एक प्रतिनिधि मात्र एक वाहन स्वामी का प्रतिनिधित्व कर सकेंगे। पूर्व से परमिटधारी वाहन स्वामी संबंधित वाहन के नए समय-सारणी हेतु दिये जाने वाले आवेदन के साथ पूर्व में निर्गत परमिट की छायाप्रति एवं उक्त परमिट के प्रत्यर्पण हेतु शपथ पत्र भी आवेदन के साथ आवेदन पेटीका में जमा करना सुनिश्चित करें। बताया गया कि नोट-क्षेत्रीय परिवहन प्राधिकार से निर्गत स्थायी परमिट का प्रत्यर्पण परमिट निर्गमन की तिथि से 6 माह के बाद ही किया जाएगा।

इस विषय पर उस प्राधिकार, विभाग एवं सरकार द्वारा पूर्व से निर्धारित निदेशादि प्रभावी होंगे। परिवहन विभाग के पत्रांक 5518 दिनांक 02.09.2021 के आलोक में दिनांक 09.02.2021 को आयोजित राज्य परिवहन प्राधिकार के बैठक में नीतिगत मामले-2 के अन्तर्गत परमिट संबंधी आवेदन के साथ समर्पित किये जाने वाले। निम्नांकित कागजातों एवं शुल्क को संलग्न करना अनिवार्य है। नया स्टेज कॅरेज परमिट हेतु Online आवेदन में वाहन का निबंधन पुस्त (व्हील बेस, बैठान क्षमता एवं मॉडल वर्ष का स्पष्ट उल्लेख हो) अद्यतन कर भुगतान का प्रमाण पत्र रसीद, अद्यतन बीमा कागजात. दुरुस्ती प्रमाण पत्र, समय-सारणी (छः प्रति में), कुल दूरी एवं मार्ग संख्या सहित मार्ग का नक्सा (अन्तक्षेत्रीय मार्ग हेतु), वाहन स्वामी का पासपोर्ट साईज का एक फोटो मतदाता 1 पहचान पत्र, आधार कार्ड, बैंक खाता पासबुक की प्रति खाताधारक का नाम सहित), आवेदन शुल्क, परमिट शुल्क एवं अधिभार शुल्क की राशि, वाहन स्वामी का शपथ पत्र जिसमें वाहन परमिट से आवृत है अथवा परमिट से आवृत नहीं हैं का स्पष्ट उल्लेख हो ।

आवेदन के साथ अपलोड करने वाले सभी कागजात अद्यतन एवं वाहन स्वामी द्वारा स्वहस्ताक्षरित रहे। सभी कागजात सुस्पष्ट एवं पठनीय हो। समय-सारणी में किसी प्रकार का कटिंग या ओवरराईटिंग नहीं होना चाहिए। समय-सारणी 24 घंटे (रेलवे के समय-सारणी के अनुरूप) के प्रारूप होना चाहिए। आवेदन पत्र पर वाहन स्वामी का मोबाईल नम्बर निश्चित रूप से अंकित किया जाय। आवेदन में अधिसूचित मार्ग की संख्या का अंकन स्पष्ट रूप में होना आवश्यक है। समय-सारणी पर वाहन स्वामी का नाम, हस्ताक्षर, वाहन संख्या, मार्ग संख्या एवं मार्ग जिन प्राधिकारों के अन्तर्गत पड़ते हैं, उन प्राधिकारों के नाम का स्पष्ट रूप से अंकन होना आवश्यक है। स्टेज कॅरेज परमिट नवीकरण हेतु उपरोक शर्तों के अनुसार आवेदन एवं शुल्क के साथ हार्ड कॉपी आवेदन- पेटीका में जमा करने हेतु निदेशित किया गया।

बनियापुर से कुख्यात अपराधी रियाज अंसारी गिरफ्तार

Chhapra: सारण पुलिस ने कुख्यात अपराधी रियाज अंसारी को बनियापुर से गिरफ्तार किया है। सारण जिलान्तर्गत अपराध के मुख्य शीर्ष में वांछित अभियुक्तों की गिरफ्तारी हेतु लागातार अभियान चलाया जा रहा है।

इसी क्रम में गौरा ओ०पी० एवं बनियापुर थाना की पुलिस टीम के द्वारा मढ़ौरा (गौरा ओ०पी०) थाना कांड संख्या-542/21 दिनांक- 17.09.2021, धारा-392 भा०द०वि० में वांछित तथा लम्बे समय से फरार चल रहे अपराधी रियाज अंसारी पिता मंजुर अंसारी साकिन सतुआ थाना बनियापुर जिला-सारण को गिरफ्तार किया है।

रियाज अंसारी पर जिले के कई थानों में अपराध के कई मामले दर्ज है वही पुलिस को रियाज की कई दिनों से तलाश थी।

मतदान केन्द्रों के युक्तिकरण हेतु प्रारूप सूची का हुआ प्रकाशन, दावा आपत्ति के लिए 19 अगस्त तक का समय

Chhapra: मतदान केन्द्रो के युक्तिकरण के क्रम में मतदान केन्द्रों के प्रारूप सूची के संबंध में जिला निर्वाचन पदाधिकारी-सह-जिला पदाधिकारी अमन समीर के अध्यक्षता में सांसद, विधायक एवं मान्यता प्राप्त सभी राजनीतिक दलों के अध्यक्ष/प्रतिनिधियों के साथ विचार विमर्श के लिए समाहरणालय सभागार में बैठक आहूत की गई।

बैठक को सम्बोधित करते हुए जिला निर्वाचन पदाधिकारी ने बताया कि निर्वाचन आयोग इस बात पर जोर देता है कि मतदान केन्द्रों को यथा व्यवहार्य स्थायी रूप से स्थित होना चाहिए। ताकि निर्वाचकों को हमेशा यह ज्ञात हो कि उन्हें सभी निर्वाचकों के लिए अपने मत डालने कहाँ जाना है। उन्हें उनके मतदान केन्द्रों के स्थान में बार-बार परिवर्तनों से भ्रम न हो। निर्वाचन आयोग ने एक मतदान केन्द्र के लिए मतदाताओं की अधिकतम सीमा 1500 निर्धारित की है। 1500 से अधिक निर्वाचक की स्थिति में सर्वप्रथम आस-पास के मतदान केन्द्रों के बीच निर्वाचकों का स्थानांतरण किया जाना है। यदि ये नियमानुकूल न हो तो नये मतदान केन्द्र का गठन यथा संभव उसी भवन में किया जाना है।

जिला निर्वाचन पदाधिकारी ने बताया कि मतदान केन्द्र यथा संभव सरकारी भवन में बनाया जाना है। जानकारी दी गई कि मतदान केन्द्र ग्राउण्ड फ्लोर पर होना चाहिए। मतदान केन्द्र की 200 मीटर की परिधि के भीतर किसी राजनीतिक दल का कार्यालय नहीं होना चाहिए। किसी मतदान केन्द्र को पुलिस थानों, अस्पतालों, मंदिर, मस्जिद इत्यादि में अवस्थित नहीं होना चाहिए।

जिले में पूर्व से मतदान केन्द्रों की संख्या-3015 है। 1500 से अधिक मतदाता होने के कारण कुल 14 नये मतदान केन्द्र बनाने का प्रस्ताव है। पूर्व अनुमोदित मतदान केन्द्रों के ध्वस्त होने / जर्जर होने / चलन्त मतदान केन्द्र क्षेत्र में सरकारी भवन बन जाने के कारण 27 भवन परिर्वतन का प्रस्ताव है। मतदान केन्द्रों की प्रारूप सूची पर दावा / आपत्ति ,आम निर्वाचक / राजनीतिक दल के द्वारा स्पष्ट विवरण के साथ दिनांक 19.08.2023 तक जिला निर्वाचन कार्यालय में दिया जा सकता है।

वर्तमान में विधान सभावार युक्तिकरण के पश्चात प्रस्तावित नये मतदान केन्द्रों की संख्या 113-एकमा विधान सभा क्षेत्र में 02, 114-माँझी विधान सभा क्षेत्र में 01, 116-तरैया विधान सभा क्षेत्र में 01, 117- मढ़ौरा विधान सभा क्षेत्र में 04, 119- गड़खा (अ०जा० ) विधान सभा क्षेत्र में 02, 120-अमनौर विधान सभा क्षेत्र में 04 की जानकारी दी गयी।

उप निर्वाचन पदाधिकारी सारण के द्वारा बताया गया कि 19 अगस्त 2023 तक सभी प्राप्त दावा एवं आपत्ति को 25 अगस्त 2023 तक निस्तारित करने की तिथि निर्धारित की गयी है। तत्पश्चात पुनः इसी तरह की बैठक का आयोजन कर प्रस्ताव मुख्य निर्वाचन कार्यालय पटना भेजा जाएगा।

बैठक में पुलिस अधीक्षक सारण, डॉ गौरव मंगला, उप विकास आयुक्त प्रियंका रानी, अपर समाहर्त्ता मुमताज आलम, सभी विधान सभा क्षेत्र के विधायकगण / प्रतिनिधिगण, मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों के अध्यक्ष/प्रतिनिधि गण एवं सभी विधान सभा क्षेत्र के निर्वाची पदाधिकारी, सहायक समाहर्ता सह प्रशिक्षु आईएएस, उप निर्वाचन पदाधिकारी सारण उपस्थित थे।