नई दिल्ली, 14 फ़रवरी (हि.स.)। केंद्रीय पत्तन, पोत परिवहन एवं जलमार्ग मंत्री सर्बानंद सोनोवाल बिहार के सारण में कालूघाट आईडब्ल्यूटी टर्मिनल और सामुदायिक जेट्टी का उद्घाटन करेंगे।

आईडब्ल्यूटी टर्मिनल 82.48 करोड़ रुपये की लागत से बना है। इसके अतिरिक्त वे बिहार के बेतिया में गंडक नदी पर दो सामुदायिक जेट्टी की आधारशिला रखेंगे। एक सरकारी प्रवक्ता के मुताबिक सर्बानंद सोनावाल 15 फरवरी को बिहार में 14 और झारखंड में दो सामुदायिक जेट्टी का भी उद्घाटन करेंगे। ये परियोजनाएं कनेक्टिविटी बढ़ाएंगी और अंतर्देशीय जल-मार्गों से व्यापार की सुविधा प्रदान करेंगी।

बिहार के सारण जिले में गंगा नदी के उत्तरी तट पर रणनीतिक दृष्टि से स्थित कालूघाट क्षेत्र के परिवहन नेटवर्क में एक महत्वपूर्ण केंद्र है। विशेष रूप से रक्सौल और उत्तर बिहार के भीतरी इलाकों के माध्यम से नेपाल जाने वाले शिपमेंट के लिए यह टर्मिनल एनएच -19 तक सीधी पहुंच के साथ कार्गो आवाजाही की एक महत्वपूर्ण कड़ी के रूप में उभरा है। इसमें कंटेनर भंडारण, ट्रक पार्किंग और प्रशासन, सुविधाओं और सुरक्षा सुविधाओं जैसे आवश्यक भवनों के लिए निर्दिष्ट क्षेत्र हैं।

कालूघाट टर्मिनल विशेष रूप से कंटेनर यातायात के लिए एसटीपी, अग्निशमन प्रणाली तथा आईटी अवसंरचना जैसी उपयोगिताओं से लैस है। इससे परिचालन की क्षमता बढ़ेगी। कालूघाट टर्मिनल हल्दिया व कोलकाता बंदरगाहों के लिए निर्बाध संपर्क की सुविधा प्रदान करेगा जिससे क्षेत्रीय व्यापार और वाणिज्य को प्रोत्साहन मिलेगा।

गंडक नदी पर मंगलपुर और बेतिया में तैरते पंटून जेट्टी वाया एनडब्ल्यू -37 नेपाल और भारत को जोड़ेंगे, जिसकी लागत 3.33 करोड़ रुपये होगी। ये जेट्टी विभिन्न वस्तुओं के उत्पादकों के लिए बाजार पहुंच बढ़ाएंगे। इसके अतिरिक्त, बिहार में एनडब्ल्यू -1 के साथ 14 स्थानों पर 17.50 करोड़ रुपये लागत के सामुदायिक जेट्टी स्थानीय किसानों और व्यापारियों को सीधे बाजार पहुंच प्रदान कराएंगे, पर्यटन को प्रोत्साहित करेंगे और रोजगार को बढ़ावा देंगे।

लखनऊ, 14 फरवरी (हि.स.)। पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के पोते विभाकर शास्त्री अपने साथियों के साथ बुधवार को भाजपा में शामिल हो गए। प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह चौधरी और उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक की मौजूदगी में उन्होंने पार्टी की सदस्यता ग्रहण की।

प्रदेश मुख्यालय में आयोजित कार्यक्रम में प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र चौधरी ने कहा कि लोकसभा के आगामी चुनाव में भाजपा उत्तर प्रदेश की सभी 80 सीटों पर विजय प्राप्त करेगी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश की 25 करोड़ आबादी को गरीबी से बाहर निकालने का काम विगत 10 वर्षों में हुआ है। उत्तर प्रदेश में डबल इंजन की सरकार से प्रदेश की प्रगति, माफिया मुक्ति, गांव, गरीब, किसान की उन्नति संभव हुई है। उन्होंने कहा कि देश की 140 करोड़ जनता प्रचंड बहुमत से मोदी को तीसरी बार प्रधानमंत्री बनाने का निश्चय कर चुकी है।

भाजपा में शामिल होने के बाद विभाकर ने कहा कि हमें नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में जय जवान जय किशान जय विज्ञान और जय अनुसंधान के नारे के साथ जुड़ने का मौका मिला है। हमें नरेन्द्र मोदी और भाजपा को मजबूत करना है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस का हाल पिछले कई सालों से दिशाहीन है।

इस अवसर पर भाजपा के प्रदेश महामंत्री संजय राय, प्रदेश महामंत्री गोविन्द नारायण शुक्ला, प्रदेश प्रवक्ता ब्रज बहादुर, प्रदेश प्रवक्ता आलोक वर्मा समेत कई प्रमुख नेता मौजूद रहे।

नई दिल्ली, 14 फरवरी (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को यूएई के अबूधाबी स्थित बीएपीएस मंदिर का उद्घाटन किया। मंदिर उद्घाटन के बाद उन्होंने बोचासनवासी अक्षर पुरुषोत्तम स्वामीनारायण संस्था (बीएपीएस) मंदिर में पूजा-अर्चना की।

प्रधानमंत्री का स्वागत करते हुए महंत स्वामी महाराज ने प्रधानमंत्री मोदी को माला पहनाई। इस दौरान प्रधानमंत्री ने दुनिया भर के 1,200 से अधिक बीएपीएस मंदिरों में एक साथ की गई ‘वैश्विक आरती’ में भाग लिया। यहां उन्होंने मंदिर में वर्चुअल गंगा, यमुना नदी में जल चढ़ाया।

उद्घाटन कार्यक्रम के बाद प्रधानमंत्री ने मंदिर निर्माण में शामिल रहे कारीगरों और मजदूरों से मुलाकात की।

यह मंदिर 27 एकड़ में फैला है और इसकी ऊंचाई 108 फीट है। इसके निर्माण में 18 लाख ईंटों का इस्तेमाल किया गया है। दुनिया भर के अन्य सभी बीएपीएस मंदिरों की तरह यह मंदिर हर किसी के लिए खुला है। पारंपरिक नागर शैली में बना यह मंदिर सार्वभौमिक मूल्यों, विभिन्न संस्कृतियों के सद्भाव की कहानियों, अवतारों और हिंदू आध्यात्मिक नेताओं का प्रतिनिधित्व करता है।

मंदिर के बाहरी हिस्से में राजस्थान के गुलाबी बलुआ पत्थर का उपयोग किया गया है। मंदिर के आंतरिक भाग में इटालियन मार्बल का उपयोग किया गया है। मंदिर में केंद्रीय गुंबद – ‘सद्भाव का गुंबद’ और ‘शांति का गुंबद’ हैं। सात शिखर, 12 समरन शिखर जिसको ‘घुम्मट’ कहते हैं। सात शिखर संयुक्त अरब अमीरात के सात अमीरातों के प्रतिनिधि हैं। इसमें 402 खंभे, 25,000 पत्थर के टुकड़े, मंदिर तक जाने वाले रास्ते के चारों ओर 96 घंटियां और गौमुख स्थापित हैं। इसमें नैनो टाइल्स का इस्तेमाल किया गया है, जो गर्मी की मौसम में भी पर्यटकों के लिए चलने में आरामदायक होगी। मंदिर के ऊपर बायीं ओर 1997 में अबू धाबी में मंदिर की कल्पना करने वाले परम पूज्य प्रमुख स्वामीजी महाराज की तस्वीर को एक पत्थर पर उकेरा गया है। मंदिर के ऊपरी दाहिनी ओर उस समय की स्मृति उकेरी गई है जब परम पूज्य महंत स्वामीजी महाराज ने 2019 में आधारशिला रखी थी।

मंदिर में किसी भी प्रकार के लोहे और स्टील का नहीं बल्कि पत्थरों का इस्तेमाल किया गया है। मंदिर में गोलाकार, षटकोणीय जैसे विभिन्न प्रकार के खंभे देखे जा सकते हैं। यहां एक विशेष स्तंभ है, जिसे ‘स्तंभों का स्तंभ’ कहा जाता है, इसमें लगभग 1400 नक़्क़ाशीदार छोटे स्तंभ बने हुए हैं। एक गुंबद में पृथ्वी, जल, अग्नि, वायु, पौधे आदि तत्वों की नक्काशी के माध्यम से मानव सह-अस्तित्व और सद्भाव को दर्शाया गया है।

मंदिर भारत के उत्तर, पूर्व, पश्चिम और दक्षिण भाग के देवता हिंदू आध्यात्मिकता का प्रतिनिधित्व करते हैं । इस प्रकार सभी 7 तीर्थस्थलों में विभिन्न देवता होंगे – भगवान राम, सीताजी, लक्ष्मणजी और हनुमानजी भगवान शिव, पार्वतीजी, गणपतिजी, कार्तिकेयजी, भगवान जगन्नाथ, राधा-कृष्ण, श्री अक्षर-पुरुषोत्तम महाराज (भगवान स्वामीनारायण और गुणातीतानंद स्वामी) भगवान तिरूपति बालाजी और पद्मावतीजी भगवान अयप्पाजी।

भगवान शिव को समर्पित इस मंदिर में शिवपुराण और 12 ज्योतिर्लिंग उत्कीर्ण हैं। भगवान जगन्नाथ के मंदिर में, जगन्नाथ यात्रा/रथयात्रा अंकित है। भगवान कृष्ण को समर्पित इस मंदिर में भागवत और महाभारत की नक्काशी की गई है। इसी तरह, भगवान स्वामीनारायण, भगवान अयप्पा को समर्पित मंदिर में उनके जीवन, कार्य और शिक्षाओं को अंकित किया गया है। भगवान राम के मंदिर में रामायण की नक्काशी की गई है। मंदिर के आसपास की इमारतें आधुनिक और न्यूनतर हैं। मंदिर के चारों ओर पवित्र नदी की धाराएं निर्मित होती हैं। गंगा नदी मंदिर के दाहिनी ओर जा रही है। यमुना नदी मंदिर के बायीं ओर जा रही है। इन पवित्र नदियों का जल यहां लाया गया है। जहां गंगा नदी गुजरती है वहां वाराणसी जैसा घाट बनाया गया है।

मंदिर के प्रवेश द्वार पर आठ मूर्तियां बनाई गईं हैं, जो आठ मूल्यों का प्रतीक हैं, यानी विश्वास की मूर्ति, दान की मूर्ति, प्रेम की मूर्ति। ये आठ मूर्तियां आठ मूल्य हैं, जिन पर हमारा सनातन धर्म आधारित है। ऐतिहासिक शख्सियतों, संतों और आचार्यों की मूर्तियां हैं, जिन्होंने इन मूल्यों को बनाए रखा है ।

भारतीय सभ्यता के अलावा अन्य देशों की प्राचीन सभ्यताओं का भी समावेश किया गया है- माया, एज्टेक, इजिप्शियन, अरबी, यूरोपीय, चीनी और अफ़्रीकी सभ्यता शामिल है। सभा हॉल की 3000 लोगों की क्षमता हैं। इसके अलावा सामुदायिक केंद्र, प्रदर्शनियां, अध्ययन और मजलिस कक्ष हैं।

मंदिर की विशेषता है कि एक मुस्लिम राजा ने एक हिंदू मंदिर के लिए भूमि दान की है। यहां मुख्य वास्तुकार कैथोलिक ईसाई है। परियोजना प्रबंधक एक सिख थे। संस्थापक डिजाइनर एक बौद्ध हैं। निर्माण कंपनी एक पारसी समूह की है और निर्देशक जैन परंपरा से आते हैं।

Chhapra: हमारा लक्ष्य है कि पूरे भारत से फाइलेरिया को जड़ से मिटाना है। लेकिन इसकी सबसे बड़ी समस्या यह है कि गांव में लोग दवाओं का सेवन करने से मना करते हैं। लेकिन, अब लोग यह जरूर समझ जाए कि फाइलेरिया रोधी दवाओं का सेवन करना ही इस बीमारी से हमें सुरक्षित बचा सकता है। उक्त बातें स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय भारत सरकार के संयुक्त सचिव राजीव मांझी ने मांझी प्रखंड के दुर्गापुर गांव में आयोजित फाइलेरिया पेशेंट सपोर्ट ग्रुप सहित ग्रामीण और जनप्रतिनिधियों द्वारा आयोजित बैठक के दौरान कहीं।

इस अवसर पर संयुक्त सचिव के अलावा चाय के जयराम पारसा, पीरामल स्वास्थ्य के विकास सिन्हा, सेंटर फॉर एडवोकेसी एंड रिसर्च के राज्य कार्यक्रम प्रबंधक रणविजय कुमार, डब्ल्यूएचओ की डॉ माधुरी देवाराजू, पीसीआई के एएसपीएम अमरेश कुमार, एमओआईसी डॉ रोहित कुमार, पीरामल के हरिशंकर कुमार, आशा कार्यकर्ता, जीविका दीदी, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहित कई अन्य अधिकारी और कर्मी उपस्थित थे।

मालूम हो कि संयुक्त सचिव श्री मांझी सिवान और सारण जिले में चल रहे सर्वजन दवा सेवन अभियान की सतत और उच्च स्तरीय अनुश्रवण एवं मूल्यांकन के लिए चार दिवसीय दौरे पर हैं। जहां तीसरे दिन सारण के मांझी प्रखंड के दुर्गापुर तो चौथे और अंतिम दिन जिला प्रशासन और स्वास्थ्य समिति के वरीय पदाधिकारियों के साथ समाहरणालय सभागार में बैठक करेंगे।

दुर्गापुर में आयोजित पेशेंट सपोर्ट ग्रुप की बैठक के दौरान उन्होंने बताया कि सरकार फाइलेरिया को जड़ से मिटाने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। जिसके तहत स्वास्थ्य विभाग और सहयोगी संस्था के लोग एकजुट होकर कार्य कर रहे है। लेकिन अब लोगों को जागरूक होने की जरूरत है। इसलिए यह सबसे जरूरी है कि गांव के बुजुर्ग और बुद्धिजीवी वर्ग इस अभियान में अपनी भूमिका तय करें। जिससे दुर्गापुर गांव सहित पूरे सारण ही नहीं बल्कि बिहार और देश से फाइलेरिया को आसानी से मिटाया जा सके।

बच्चों और युवाओं को बचाना हमारा लक्ष्य:
संयुक्त सचिव ने ग्रामीणों को कहा कि लोग यह कहते हैं की हमें बीमारी नहीं है तो हम दवा क्यों खाएं, लेकिन लोगों को समझना होगा की यह दवा खाना उनके लिए जरूरी है। उन्होंने यह भी बताया कि यह बीमारी उम्र और लिंग देखकर नहीं करती है। यह किसी भी उम्र में हो सकता है। इसकी चपेट में बच्चे और युवा भी आ चुके हैं। जिसके लिए सरकार अब ऐसे मरीजों की बीमारी को मिटाने के लिए प्रयासरत है। इसलिए पटना और बेगूसराय में आयुर्वेद के माध्यम इलाज की सुविधा शुरू की गई है। जहां पर बच्चों, युवाओं और इस बीमारी के नए मरीजों को फाइलेरिया से मुक्त कराया जायेगा। उन्होंने जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ दिलीप कुमार सिंह को ऐसे मरीजों की सूची तैयार कर इलाज के लिए भेजने का निर्देश दिया।

एडीआर और एफडीआर के कारण लोगों को होती है परेशानी:
संयुक्त सचिव ने नेटवर्क सदस्यों सहित उपस्थित ग्रामीणों को बताया कि दवाओं के सेवन से कई लोग बीमार पड़ जाते हैं। जिसके केवल दो कारणों से होता है। एक एडवर्ड ड्रग रिएक्शन (एडीआर) और दूसरा फेवरेबल ड्रग रिएक्शन (एफडीए)। लेकिन आसान शब्दों में कहा जाए तो एडीआर की स्थिति तब उत्पन्न होती है जब खाली पेट दवाओं का सेवन किया जाता है। वहीं, जब एफडीआर की स्थिति उत्पन्न हो तो लोगों को खुश होना चाहिए। क्योंकि यह परिस्थिति तब उत्पन्न होती है जब दवाओं का सेवन करने लाभुकों में फाइलेरिया के परजीवी मौजूद होते हैं। दवा के सेवन से परजीवी मरते हैं, जिसके कारण मितली, उल्टी, चक्कर, सिर दर्द और पेट दर्द की समस्या उत्पन्न होती है।

नेटवर्क सदस्यों के साथ मिलकर ग्रामीण करें अपने गांव में रिफ्यूजल मामलों को ब्रेक:
संयुक्त सचिव ने ग्रामीणों को समझाया कि सरकार के अथक प्रयास के बाद भी यह बीमारी लगातार बढ़ती ही जा रही है। इसलिए अब लोग आगे आ कर इस अभियान से जुड़े और ज्यादा से ज्यादा लोगों को दवाओं का सेवन करने के लिए प्रेरित करें। इसलिए यह जरूरी हो गया है की सपोर्ट ग्रुप से जुड़े सदस्यों के साथ मिलकर स्थानीय ग्रामीण अपने गांव में रिफ्यूज के मामलों को ब्रेक करें। उन्होंने ग्रामीणों और सपोर्ट ग्रुप के सदस्यों से आह्वान किया की आप सभी कम से कम 20- 20 परिवार को दवाओं का सेवन कराएं। जिसके बाद सपोर्ट ग्रुप के सदस्यों के साथ ग्रामीणों ने उत्साह के साथ उनके आह्वान को स्वीकार किया और प्रत्येक सदस्य 20 व उससे अधिक परिवारों को जागरूक करने की बात कहीं। जिस पर संयुक्त सचिव ने सभी के उत्साह की सराहना की और शुभकामना दी।

फाइलेरिया मरीजों को दिया गया किट, दी गई इस्तेमाल की जानकारी:
कार्यक्रम के अंत में संयुक्त सचिव के द्वारा एक दर्जन मरीजों के बीच फाइलेरिया मरीजों के बीच एमएमडीपी किट का वितरण किया गया। साथ ही, जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी द्वारा सभी को किट के इस्तेमाल की जानकारी दी। संयुक्त सचिव ने सभी मरीजों से अनिवार्य रूप से एमएमडीपी किट का इस्तेमाल करने की अपील की। बताया कि इस किट के इस्तेमाल से बीमारी खत्म नहीं होगी, लेकिन उसे और बढ़ने से रोकने में मदद मिलेगी। वहीं, दवाओं का सेवन करने, एमएमडीपी किट के इस्तेमाल के साथ कुछ व्यायाम भी हैं जो प्रखंड स्तर पर बनाएं गए एमएमडीपी क्लिनिक में बताया जाता है।

पूर्वी चंपारण,14 फरवरी(हि.स.)। जिले के अरेराज सोमेश्वरनाथ महादेव मंदिर में बुधवार को वसंत पंचमी के अवसर पर जलाभिषेक के लिए श्रद्धालुओ की भारी भीड़ उमड़ी।

जिले के विभिन्न प्रखंड समेत बिहार के अन्य जिलो के साथ ही उत्तर प्रदेश व पड़ोसी देश नेपाल के श्रद्धालु विभिन्न नदियो के पवित्र जल से मनोकामना पूरक पंचमुखी महादेव का जलाभिषेक किया। श्रद्धालुओ की संभावित भीड़ के मद्देनजर अरेराज अनुमंडल प्रशासन की उपस्थिति में मन्दिर प्रबंधन ने प्रथम पूजा के बाद रात्रि 2.30 बजे ही मंदिर का पट खोल दिया गया।

पट खुलते ही बोल बम व हर हर महादेव के जयकारे से पूरा मंदिर परिसर गूंजायमान हो उठा।इस दौरान सुरक्षा को लेकर अरेराज एसडीओ अरूण कुमार और डीएसपी रंजन कुमार के नेतृत्व में चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा बल और दण्डाधिकारी मुस्तैद दिखे।

श्रद्धालुओ की सुविधा को लेकर एक दर्जन स्थलों पर ड्राप गेट ,फिक्स गेट के साथ साथ नियंत्रण कक्ष बनाया गया है।दण्डाधिकारी व पुलिस पदाधिकारी के सशस्त्र के साथ सीसीटीवी से भी मंदिर परिसर और पथ की निगरानी की व्यवस्था की गयी है।साथ ही सादे लिबास में भी पुलिस बल मेला की निगरानी में लगाया गया है।

Chhapra: आगामी राज्यसभा के द्विवार्षिक चुनाव, 2024 के लिए एनडीए उम्मीदवार के रूप में संजय झा, डॉ. भीम सिंह और धर्मशीला गुप्ता ने नामांकन दाखिल किया।  
इस मौके पर जनता दल (यूनाइटेड) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उप-मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, विजय कुमार सिन्हा, जद (यू) सांसद ललन सिंह, भाजपा सांसद सुशील कुमार मोदी और पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी सहित बिहार सरकार के मंत्री, सांसद, विधायक, विधान पार्षद एवं अन्य लोग मौजूद रहे।

डकैती कांड का 8 वर्षो फरार अभियुक्त गिरफ्तार

Madhaura: मढ़ौरा थाना पुलिस ने आठ वर्षो से फरार चल रहे डकैती कांड के वांक्षित अभियुक्त को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.

इस मामले की पूरी जानकारी देते हुए पुलिस कार्यालय ने बताया कि मढ़ौरा थानान्तर्गत डकैती की योजना के कांड में 08 वर्षो से फरार चल रहे वांछित अपराधी गब्बर नट उर्फ़ रंजन नट को किया गया गिरफ्तार.

सारण जिलान्तर्गत अपराध के मुख्य शीर्ष में वांछित अभियुक्तों की गिरफ्तारी हेतु लगातार अभियान चलाया जा रहा है. इसी क्रम में मढ़ौरा थाना पुलिस दल द्वारा मढ़ौरा थाना कांड संख्या – 111/16, दिनांक -13.03.16, धारा-399/402/414 भा०द०वि० में 08 वर्षो से फरार चल रहे वांछित अभियुक्त गब्बर नट उर्फ़ रंजन नट, पिता- स्व० छबीला नट उर्फ़ साईं नट, सा० – बेरुई, थाना – दरियापुर, जिला-सारण को गिरफ्तार किया गया है.

देहरादून/नरेंद्र नगर, 14 फरवरी (हि.स.)। उत्तराखंड के चमोली जिला स्थित विश्व प्रसिद्ध बदरीनाथ धाम के कपाट आगामी 12 मई (रविवार) को प्रात: 6 बजे खुलेंगे। राजदरबार नरेंद्र नगर में आयोजित धार्मिक समारोह में बुधवार को बसंत पंचमी को पूजा-अर्चना और पंचांग गणना के पश्चात विधि-विधान से यात्रा वर्ष 2024 के लिए कपाट खुलने की तिथि की घोषणा की गयी जबकि तेल-कलश यात्रा की भी तिथि 25 अप्रैल को तय हुई है। इस दौरान राजमहल में कई विशिष्टजन एवं बड़ी संक्ष्या में श्रद्धालुगण मौजूद रहे।

टिहरी राजदरबार नरेंद्र नगर में आज प्रातः से कपाट खुलने की तिथि घोषित करने के लिए कार्यक्रम शुरू हुआ। महाराजा मनुज्येंद्र शाह, सांसद रानी माला राज्यलक्ष्मी शाह सहित बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर (बीकेटीसी) अध्यक्ष अजेंद्र अजय, राजकुमारी शिरजा शाह की उपस्थिति में पंचांग गणना के पश्चात राजपुरोहित आचार्य कृष्ण प्रसाद उनियाल ने तिथि तय कर महाराजा के सम्मुख रखी। तत्पश्चात महाराजा मनुज्येंद्र शाह ने कपाट खुलने की तिथि की विधिवत घोषणा की। इस दौरान राजमहल परिसर जय बदरी विशाल के उद्घोष से गूंज उठा।

इससे पहले डिमरी धार्मिक केंद्रीय पंचायत के पदाधिकारी और सदस्यों ने तेल कलश राजदरबार के सुपुर्द किया। इसी कलश में राजमहल से तिलों का तेल पिरोकर आगामी 25 अप्रैल को तेलकलश यात्रा राजमहल से शुरू होकर कपाट खुलने की तिथि पर भगवान बदरी विशाल के अभिषेक के लिए बदरीनाथ धाम पहुंचेगी।

इस अवसर पर बीकेटीसी अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने कहा कि बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि तय होते ही यात्रा की तैयारियां शुरू कर दी गयी हैं। मंदिर समिति आगामी बजट में यात्री सुविधाओं के लिए पर्याप्त बजट का प्रावधान करेगी। उन्होंने बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि तय होने के अवसर पर सबको बधाई दी।

कपाट खुलने की तिथि तय होने के अवसर मुकुंदानंद महाराज, डिमरी पंचायत अध्यक्ष आशुतोष डिमरी, मंदिर समिति सदस्य वीरेंद्र असवाल, श्रीनिवास पोस्ती, पुष्कर जोशी भास्कर डिमरी,राजपाल जड़धारी, हरीश डिमरी, विनोद डिमरी,सुरेश डिमरी, मुख्य कार्याधिकारी योगेंद्र सिंह, अनुसचिव धर्मस्व रमेश रावत,धर्माधिकारी राधाकृष्ण थपलियाल, अधिशासी अभियंता अनिल ध्यानी, निजी सचिव प्रमोद नौटियाल,मीडिया प्रभारी डा.हरीश गौड़, माधव नौटियाल, संजय डिमरी, ज्योतिष डिमरी आदि मौजूद रहे।

पटना, 14 फरवरी (हि.स.)। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बसंत पंचमी और सरस्वती पूजा के अवसर पर प्रदेश एवं देशवासियों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनायें दी हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि लोग पूरे उत्साह एवं श्रद्धा के साथ ऋतुराज बसंत के आगमन पर बसंत पंचमी तथा ज्ञान की अधिष्ठात्री माँ सरस्वती की पूजा एवं आराधना करते हैं। उन्होंने कहा कि बिहार में ज्ञान का प्रकाश तेजी से फैलेगा और बिहार अपने पुराने गौरवशाली इतिहास को प्राप्त करने में सफल होगा।

मुख्यमंत्री ने लोगों से आह्वान किया कि वे पारस्परिक सौहार्द्र के साथ बसंत पंचमी एवं सरस्वती पूजा मनायें। साथ ही यह उम्मीद भी जतायी कि यह पर्व समस्त प्रदेशवासियों के लिए सुख, शान्ति, समृद्धि और सौहार्द्र का अनुपम उपहार देगा तथा प्रदेश में ज्ञान का स्वर्णिम प्रकाश अधिकाधिक विस्तारित होगा।

छपरा में बिना अनुमति डीजे बजाने पर एफआईआर, वाहन और डीजे जब्त

Chhapra: मंगलावर देर रात नगर थाना गश्ती पुलिस दल के द्वारा गश्ती के क्रम में पाया गया कि पुलिस केन्द्र के मुख्य गेट के समीप महिंद्रा मैजिक पर लदे डी०जे० से तीव्र ध्वनि पर गाना बजाया जा रहा था.

जिसके लिए loudspeaker Act के तहत कोई अनुज्ञप्ति प्राप्त नहीं है. बिना अनुज्ञप्ति के ध्वनी विस्तारक का उपयोग करना गैर कानूनी कृत्य है.

इस दौरान पुलिस ने डी०जे० को जप्त तथा वाहन चालक गोलू कुमार, पिता धीरेन्द्र राय, सा० पूर्वी दहियांवा, थाना नगर, जिला- सारण को गिरफ्तार किया गया.

साथ ही इस संबध में नगर थाना कांड संख्या – 73 / 24, दिनांक- 13.02.2024 दर्ज कर अग्रतर कार्रवाई की जा रही है.

इसुआपुर में पूजा को लेकर आपत्तिजनक गाना बजाने पर हुई मारपीट, 6 हिरासत में

Isuapur: इसुआपुर थाना पुलिस ने विगत रात्रि सरस्वती पूजा के दौरान आपत्तिजनक गाना बजाने पर हुए मारपीट की घटना में मामला दर्ज करते हुए 6 लोगों को गिरफ्तार किया गया है.

इस मामले में जानकारी देते हुए पुलिस कार्यालय ने बताया कि इसुआपुर थाना को सूचना प्राप्त हुई कि करेवा पंचायत के ग्राम धामा में समय करीब 8:00 बजे रात्रि सरस्वती पूजा के अवसर पर आपत्तिजनक गाना बनाने को लेकर दो पक्षों के बीच गाली-गलौज एवं मारपीट हुई है.

उक्त सूचना के आधार पर इसुआपुर पुलिस दल द्वारा घटना स्थल पर पहुंचकर घटना की जॉच कर इसुआपुर थाना कांड संख्या – 42 / 24, दिनांक – 14.02.2024 दर्ज किया गया है.

इस घटना में संलिप्त 06 असमाजिक तत्वों को गिरफ्तार किया गया है

1. अनुप कुमार, पिता सुरेन्द्र महतो, सा० धामा, थाना इसुआपुर, जिला-सारण।

2. रौनित सिंह, पिता संतोष सिंह, सा० धामा, थाना इसुआपुर, जिला- सारण।

3. गोलू कुमार, पिता मनोज महतो, सा० धामा, थाना इसुआपुर, जिला-सारण।

4. प्रमोद कुमार, पिता नरेश महतो, सा० धामा, थाना इसुआपुर, जिला-सारण।

5. शमसाद आलम, पिता मो० मलिक, सा० धामा, थाना इसुआपुर, जिला – सारण।

6. समीरूद्दीन, पिता रहमान अली, सा० धामा, थाना इसुआपुर, जिला- सारण।

बिहार की 40 लोकसभा सीट पर कितने मतदाता करेंगे मतदान, आ गया आंकड़ा

Patna: बिहार की 40 लोकसभा सीट पर चुनाव को लेकर तैयारियां शुरू है. मतदाता सूची का प्रकाशन हो चुका है ऐसे में किस लोकसभा सीट पर कितने मतदाता आगामी लोकसभा चुनाव में अपना मतदान करेंगे इसका आंकड़ा भी सामने आ गया है.

बिहार के 40 लोकसभा क्षेत्र में वोटरों की अपडेट संख्‍या

1. वाल्‍मीकिनगर — 18150732

2. पश्चिम चंपारण — 1741105

3. पूर्वी चंपारण — 1776305

4. शिवहर — 1814961

5. सीतामढ़ी — 1904566

6. मधुबनी — 1918763

7. झंझारपुर — 1986590

8. सुपौल — 1911396

9. अररिया — 1985549

10. किशनगंज — 1820318

11. कटिहार — 1812246

12. पूर्णिया — 1881293

13. मधेपुरा — 2057837

14. दरभंगा — 1771584

15. मुजफ्फरपुर — 1849028

16. वैशाली — 1848911

17. गोपालगंज — 2010682

18. सीवान —1881115

19. महाराजगंज — 1924476

20. सारण — 1789914

21. हाजीपुर — 1949189

22. उजियारपुर — 1724753

23. समस्‍तीपुर — 1800893

24. बेगूसराय — 2178221

25. खगडि़या — 1824990

26. भागलपुर — 1926316

27. बांका — 1838957

28. मुंगेर — 2027616

29. नालंदा — 2272519

30. पटना साहिब — 2263319

31. पाटलिपुत्र — 2052596

32. आरा — 2156040

33. बक्‍सर — 1913488

34. सासाराम — 1898970

35. काराकाट — 1868138

36. जहानाबाद — 1660460

37. औरंगाबाद — 1862027

38. गया — 1803744

39. नवादा — 1990464

40. जमुई — 1899003