आज का पंचांग
दिनांक 18/ 09/2024 बुधवार
भाद्रपद शुक्लपक्ष पूर्णिमा
सुबह 08:04 उपरांत प्रतिपदा
नक्षत्र पूर्वभाद्रपद
दोपहर 01:53 उपरांत पूर्वभाद्रपद
विक्रम सम्वत :2081
चन्द्र राशि कुम्भ
सुबह 05:44 उपरांत मीन
सूर्योदय 05:36 सुबह
सूर्यास्त :05:50 संध्या,
चंद्रोदय :06:05 दोपहर
चंद्रास्त : आज नहीं है
ऋतू : वर्षा
चौघडिया,दिन
चौघड़िया :
रोग 05:36 सुबह 07:08 सुबह,
उद्देग 07:08 सुबह 08:40 सुबह
चर 08:40 सुबह 10:12 सुबह
लाभ 10:12 सुबह 11:44 सुबह
अमृत 11:44 सुबह 01:15 दोपहर
काल 01:15 दोपहर 02:47 दोपहर
शुभ 02:47 दोपहर 04:19 संध्या
रोग 04:19 संध्या 05:51 संध्या
लगन :कन्या
सुबह 07:46 उपरांत तुला लगन
राहुकाल
सुबह 11:43 से 01:15 दोपहर
अभिजित मुहूर्त
आज कोई नहीं
दिशाशूल उत्तर
यात्रा विचार :आज कही यात्रा पर जाने के पहले धनिया खाकर यात्रा करे यात्रा पूर्ण होगा.

आज का राशिफल

मेष (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)
नवीन वस्त्राभूषण पर व्यय होगा। अचानक लाभ के योग हैं। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। व्यापार में वृद्धि से संतुष्टि रहेगी। नौकरी में जवाबदारी बढ़ सकती है। पारिवारिक सहयोग मिलेगा। उत्साह से काम कर पाएंगे।
लकी नंबर 2 लकी कलर केशरी

वृष (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)
थोड़े प्रयास से ही काम सफल रहेंगे। मित्रों की सहायता करने का अवसर प्राप्त होगा। सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। लाभ के अवसर प्राप्त होंगे। किसी प्रबुद्ध व्यक्ति का मार्गदर्शन प्राप्त होगा। नौकरी में उच्चाधिकारी प्रसन्न रहेंगे।
लकी नंबर 8 लकी कलर फिरोजा

मिथुन (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)
सुख के साधनों पर व्यय सोच-समझकर करें। निवेश करने से बचें। व्यापार ठीक चलेगा। आय बनी रहेगी। मित्रों का सहयोग मिलेगा। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। शारीरिक कष्ट संभव है। व्यवसाय धीमा चलेगा।
लकी नंबर 5 लकी कलर हरा

कर्क(ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)
या‍त्रा लाभदायक रहेगी। आय के नए स्रोत प्राप्त हो सकते हैं। नौकरी में कार्य की प्रशंसा होगी। वस्तुएं संभालकर रखें। कोई राजकीय बाधा हो सकती है। जल्दबाजी में कोई भी गलत कार्य न करें।
लकी नंबर 2 लकी कलर लाल

सिंह (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)
थोड़े प्रयास से ही काम सफल रहेंगे। मित्रों की सहायता करने का अवसर प्राप्त होगा। सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। लाभ के अवसर प्राप्त होंगे। किसी प्रबुद्ध व्यक्ति का मार्गदर्शन प्राप्त होगा। नौकरी में उच्चाधिकारी प्रसन्न रहेंगे।
लकी नंबर 3 लकी कलर आसमानी

कन्या (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)
परिवार व मित्रों के साथ समय प्रसन्नतापूर्वक व्यतीत होगा। शारीरिक कष्ट संभव है, सावधान रहें। निवेश शुभ रहेगा। तीर्थयात्रा की योजना बन सकती है। किसी आनंदोत्सव में भाग लेने का अवसर प्राप्त होगा। विद्यार्थी वर्ग सफलता हासिल करेगा।
लकी नंबर 5 लकी कलर फिरोजा

तुला (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)
भागदौड़ रहेगी। बोलचाल में हल्के शब्दों के प्रयोग से बचें। पुराना रोग उभर सकता है। व्यापार में अधिक ध्यान देना पड़ेगा। जोखिम न उठाएं। व्ययवृद्धि से तनाव रहेगा। बजट बिगड़ेगा। दूर से शोक समाचार मिल सकता है, धैर्य रखें।
लकी नंबर 6 लकी कलर नीला

वृश्चिक (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)
आत्मविश्वास में वृद्धि होगी। दूर से शुभ समाचार प्राप्त होंगे। घर में मेहमानों का आगमन होगा। जोखिम उठाने का साहस कर पाएंगे। व्यापार में लाभ होगा। निवेश शुभ रहेगा। संतान पक्ष से आरोग्य व अध्ययन संबंधी चिंता रहेगी।
लकी नंबर 9 लकी कलर सफेद

धनु(ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)
जीवनसाथी पर अधिक मेहरबान होंगे। कोर्ट व कचहरी के कार्यों में अनुकूलता रहेगी। लाभ में वृद्धि होगी। पारिवारिक प्रसन्नता तथा संतुष्टि रहेगी। निवेश शुभ रहेगा। व्यय होगा। मित्रों से मेलजोल बढ़ेगा। नए संपर्क बन सकते हैं। धनार्जन होगा।
लकी नंबर 1 लकी कलर भुरा

मकर (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)
जीवनसाथी पर अधिक मेहरबान होंगे। कोर्ट व कचहरी के कार्यों में अनुकूलता रहेगी। लाभ में वृद्धि होगी। पारिवारिक प्रसन्नता तथा संतुष्टि रहेगी। निवेश शुभ रहेगा। व्यय होगा। मित्रों से मेलजोल बढ़ेगा। नए संपर्क बन सकते हैं। धनार्जन होगा।
लकी नंबर 9 लकी कलर बैंगनी

कुंभ (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)
नई योजना बनेगी। लोगों की सहायता करने का अवसर प्राप्त होगा। सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। काफी समय से अटके काम पूरे होने के योग हैं। भरपूर प्रयास करें। आय में मनोनुकूल वृद्धि होगी। पार्टनरों का सहयोग मिलेगा। निवेश शुभ रहेगा। यात्रा सफल रहेगी।
लकी नंबर 2 लकी कलर भुरा

मीन(दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)
प्रेम-प्रसंग में जल्दबाजी न करें। प्रतिद्वंद्विता में वृद्धि होगी। व्ययसाय लाभप्रद रहेगा। कार्य पर ध्यान दें। अप्रत्याशित खर्च सामने आएंगे। कर्ज लेने की स्थिति बन सकती है। पुराना रोग बाधा का कारण बन सकता है।
लकी नंबर 4 लकी कलर केशरी

🙏आपका दिन मंगलमय हो🙏
🌺🌺🌺🌺🙏🌺🌺🌺🌺
ज्योतिषाचार्य संजीत कुमार मिश्रा
ज्योतिष , वास्तु एवं रत्न विशेषज्ञ 8080426594/9545290847

आज का पंचांग
दिनांक 17/ 09/2024 मंगलवार
भाद्रपद शुक्लपक्ष चतुर्दशी
सुबह 11:14 उपरांत पूर्णिमा
नक्षत्र शतभिखा
दोपहर 01:53 उपरांत पूर्वभाद्रपद
विक्रम सम्वत :2081
चन्द्र राशि कुम्भ
सुबह 05:44 कुम्भ
सूर्योदय 05:36 सुबह
सूर्यास्त :05:51 संध्या,
चंद्रोदय :04:50 दोपहर
चंद्रास्त : 05:28 सुबह (18 सितंबर 24 )
ऋतू : वर्षा
चौघडिया,दिन
चौघड़िया :
रोग 05:36 सुबह 07:08 सुबह,
उद्देग 07:08 सुबह 08:40 सुबह
चर 08:40 सुबह 10:12 सुबह
लाभ 10:12 सुबह 11:44 सुबह
अमृत 11:44 सुबह 01:15 दोपहर
काल 01:15 दोपहर 02:47 दोपहर
शुभ 02:47 दोपहर 04:19 संध्या
रोग 04:19 संध्या 05:51 संध्या
लगन :सिह
सुबह 05:37 उपरांत सिंह लगन
राहुकाल
दोपहर 02:47 से 04:19 सुबह
अभिजित मुहूर्त
सुबह 11:19 से 12:08 दोपहर
दिशाशूल उत्तर
यात्रा विचार :आज कही यात्रा पर जाने के पहले चन्दन लगाकर यात्रा करे यात्रा पूर्ण होगा.

आज का राशिफल

मेष (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)
यात्रा मनोरंजक रहेगी। सामाजिक कार्य करने की इच्छा जागृत होगी। व्यापार ठीक चलेगा। परिवार के साथ समय सुखमय व्यतीत होगा। प्रसन्नता बनी रहेगी। दूर से अच्‍छे समाचार प्राप्त होंगे। जीवनसाथी से सहयोग मिलेगा।

लकी नंबर 8 लकी कलर गुलाबी

वृष (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)
हल्की हंसी-मजाक न करें। विवाद हो सकता है। किसी व्यक्ति की नाराजी से मन खराब होगा। मित्रों तथा रिश्तेदारों का सहयोग मिलेगा। प्रसन्नता रहेगी। मनोरंजन होगा। चोट व दुर्घटना से हानि संभव है। जल्दबाजी व लापरवाही भारी पड़ सकती है।

लकी नंबर 6 लकी कलर संतरी

मिथुन (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)
व्यापार ठीक चलेगा। यात्रा में विशेष सावधानी रखें। किसी भी व्यक्ति के उकसाने में न आएं। मित्रों का सहयोग प्राप्त होगा। किसी मनोरंजक कार्यक्रम का हिस्सा बन सकते हैं। स्वास्थ्य का पाया कमजोर रहेगा।

लकी नंबर 5 लकी कलर केशरी

कर्क(ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)
योजना फलीभूत होगी। कार्यस्थल पर परिवर्तन हो सकता है। मित्रों के साथ समय मनोरंजक बीतेगा। लेन-देन में जल्दबाजी न करें। समय अनुकूल है।

लकी नंबर 4 लकी कलर गुलाबी

सिंह (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)
लाभ के अवसर हाथ आएंगे। यात्रा मनोरंजक रहेगी। मनोरंजन के साधन प्राप्त होंगे। तीर्थदर्शन की योजना बनेगी। धर्म-कर्म में रुचि रहेगी। घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी। परिवार के साथ रहने का अवसर प्राप्त होगा। लाभ होगा। वाणी में हल्के शब्दों के प्रयोग से बचें।

लकी नंबर 7 लकी कलर सफेद

कन्या (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)
किसी प्रभावशाली व्यक्ति का मार्गदर्शन व सहयोग प्राप्त होगा। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। मित्रों का सहयोग व साथ मिलेगा। भाइयों से मतभेद दूर होंगे। व्यापार ठीक चलेगा। समय सुखमय व्यतीत होगा।
लकी नंबर 2 लकी कलर हरा

तुला (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)
रोजगार प्राप्ति के प्रयास सफल रहेंगे। यात्रा मनोरंजक रहेगी। समय की अनुकूलता का लाभ लें। मित्रों के साथ अच्छा समय बीतेगा। वाणी पर नियंत्रण रखें। स्वास्‍थ्य का पाया कमजोर रहेगा। विवेक से कार्य करें। शेयर मार्केट व म्युचुअल फंड से लाभ होगा।

लकी नंबर 8 लकी कलर महरुम

वृश्चिक (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)
कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। काम में मन नहीं लगेगा। बाहर जाने की योजना बनेगी। मित्रों का सहयोग प्राप्त होगा। परिवार के साथ समय मनोरंजन में व्यतीत होगा। आय होगी। व्यापार ठीक चलेगा। बुरी खबर प्राप्त हो सकती है।

लकी नंबर 7 लकी कलर नीला

धनु(ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)
उत्साहवर्धक सूचना प्राप्त होगी। आत्मसम्मान बनेगा। भूले-बिसरे साथियों से मुलाकात होगी। नए मित्र बनेंगे। कोई बड़ा कार्य करने की इच्छा जागृत होगी। यात्रा मनोरंजक रहेगी। व्यापार ठीक चलेगा। कुसंगति से दूर रहें। हानि संभव है।

लकी नंबर 1 लकी कलर बैंगनी

मकर (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)
नवीन वस्त्राभूषण की प्राप्ति पर व्यय होगा। व्यापार लाभदायक रहेगा। कोई बड़ा कार्य होने से प्रसन्नता रहेगी। दूसरों के काम में दखल न दें। मित्रों के साथ समय मनोरंजक व्यतीत होगा। भेंट व उपहार की प्राप्ति होगी। जल्दबाजी न करें। उन्नति के मार्ग प्रशस्त होंगे।

लकी नंबर 9 लकी कलर केशरी

कुंभ (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)
उन्नति के मार्ग प्रशस्त होंगे। किसी प्रभावशाली व्यक्ति का मार्गदर्शन व सहयोग प्राप्त होगा। मान-सम्मान मिलेगा। मित्रों की सहायता करने का मौका मिलेगा। समय अच्छा व्यतीत होगा। प्रसन्नता रहेगी। थकान व कमजोरी रह सकती है।

लकी नंबर 4 लकी कलर लाल

मीन(दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)
रचनात्मक कार्य सफल रहेंगे। मनपसंद भोजन का आनंद मिलेगा। कारोबारी वृद्धि की योजना बनेगी। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। समय की अनुकूलता रहेगी। घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी। जल्दबाजी से कोई भी कार्य न करें। विवाद में न पड़ें।

लकी नंबर 3 लकी कलर भुरा

🙏आपका दिन मंगलमय हो🙏
🌺🌺🌺🌺🙏🌺🌺🌺🌺
ज्योतिषाचार्य संजीत कुमार मिश्रा
ज्योतिष , वास्तु एवं रत्न विशेषज्ञ 8080426594/9545290847

अनंत चतुर्दशी का त्योहार भाद्रपद मास के शुक्लपक्ष के चतुर्दशी तिथि को मनाया जाता है. हिदू धर्म में इस त्योहार का बहुत बड़ा महत्व है. इसे अनंत चतुर्दशी के नाम से जाना जाता है. इस दिन भगवान विष्णु के अनंत रूप की पूजा की जाती है.

वैदिक मान्यता यह है कि अनंत भगवान ने सृष्टि के आरम्भ में चौदह लोको यानि तल, अतल, वितल, सुतल, तलातल, रसातल, पाताल, भू ,भुवः, स्वः,जन, तप, सत्य और मह की रचना की थी। इन सभी लोको के पालन और रक्षा करने के लिए वह विष्णु ने स्वयं भी चौदह रूप में प्रगट हुए थे. जिससे लोक में अनंत प्रतित होने लगे इसलिए अनंत चतुर्दशी का व्रत भगवान विष्णु को प्रसन्न करने तथा अनंत फल देने वाला यह व्रत होता है.

मान्यता यह है इस दिन भगवन विष्णु के अनंत स्वरूप माता यमुना तथा शेषनाग की पूजा की जाती है। इस पूजा से भक्तो का कल्याण होता है.

कब मनाया जायेगा अनंत पूजा

17 सितम्बर 2024 दिन मंगलवार को मनाया जायेगा।

पूजा का शुभ मुहूर्त
सुबह 05: 36 से 11:44 मिनट तक शुभ है

चतुर्दशी तिथि का आरंभ 16 सितम्बर 2024 दोपहर 03:10 बजे से

चतुर्दशी तिथि का समाप्त 17 सितम्बर 2024 सुबह 11:44 सुबह

क्या है मान्यता

मान्यता यह है कि भगवान विष्णु का पूजन करने से परिवार में संपन्नता बनी रहती है तथा अंत में मोक्ष की प्राप्ति होती है. अनंत का व्रत तथा पूजन करने वाले सुबह में नित्य क्रिया से निर्वित होकर स्नान कर नए वस्त्र धारण करे, भगवन विष्णु का अलग -अलग रूप का पूजन करे साथ 14 गांठ वाली सूत्र कलाई पर बांधे इसका मान्यता है 14 लोक का रक्षा किया था इसलिए सूत्र बंधा जाता है। फिर विष्णु सह्त्रनाम का पाठ करे. आरती करे बिना नमक का भोजन करे. यह दिन शुभ कार्य करने के लिए बहुत शुभ दिन होता है.यात्रा के लिए बहुत ही उत्तम दिन होता है.

ज्योतिषाचार्य संजीत कुमार मिश्रा
ज्योतिष वास्तु एवं रत्न विशेषज्ञ
8080426594/9545290847

हिन्दू धर्म में विश्वकर्मा जी को निर्माता का सृजन का देवता माना जाता है. यह पूरे संसार के दिव्य वास्तुकार भगवान विश्वकर्मा को समर्पित है. भगवन विश्वकर्मा को देवताओं का वास्तुकार माना जाता है. विश्वकर्मा पूजा विशेषकर कारखाना तथा मशीनरी दुकान, जहां पर मशीनरी कार्य, फिटर, वेल्डर, टर्नर जैसे काम करने वाले लोग अपने भविष्य के सुरक्षा के साथ काम करने तथा कार्य को सफल बनाने के लिए विश्वकर्मा जी का पूजन किया जाता है.

यह त्योहार सूर्य के गोचर के अनुसार किया जाता है. जब सूर्य कन्या राशि में प्रवेश करते है उसे कन्या संक्रांति कहा जाता है. उस दिन विश्वकर्मा पूजा किया जाता है. आपको बता देता हु अधिकांश त्योहार तिथि पर नहीं मनाया जाता है. कुछ ऐसे त्योहार है जो शुभ दिन चन्द्र दिवस पर निर्भर करता है, जो हर साल बदलता है. ऐसे ही विश्वकर्मा पूजा है, जो हर साल 17 सितम्बर को मनाया जाता है। लेकिन सूर्य के गोचर के में एक या दो दिन का अंतर दिखाई दे तब विश्वकर्मा पूजा के तारीख में बदलाव होता है.

विश्वकर्मा पूजन का शुभ मुहूर्त

17 सितम्बर 2024 दिन मंगलवार को मनाया जायेगा.

ऋषिकेश पंचांग तथा महावीर पंचांग के अनुसार विश्वकर्मा का पूजन सुबह 11:00 के पहले करने पर उत्तम रहेगा.

सूर्य का गोचर 16 सितम्बर 2024 सुबह 11 :09 मिनट पर होगा. इसलिए विश्वकर्मा पूजन 17 सितम्बर को मनाया जायेगा.

विश्वकर्मा पूजन का शुभ मुहूर्त पर निर्णय
17 सितम्बर 2024 दिन मंगलवार को मनाया जायेगा.
ऋषिकेश पंचांग तथा महावीर पंचांग के अनुसार विश्वकर्मा का पूजन सुबह 11:00 के पहले किया जाय बहुत ही कल्याणकारी होगा.

पूजा विधि
पूजनकर्ता सुबह में नित्य क्रिया से निर्वित् होकर। नया या स्वच्छ वस्त्र धारण करे. छोटी चौकी पर पिला रंग का कपड़ा का आसनी बिछाए। उस पर विश्वकर्मा की मूर्ति या फोटो रखे। पूजन के लिए थाली ले उसमे चंदन, सिंदुर, फूल, अक्षत, अगरबती, मिठाई, ऋतु फल रखे। कलश का स्थापित करे, उसमे आम का पत्ता, दुर्वा, सुपारी पान के पता, फूल डाले. कलश पर नारियल में मौली लपेटकर कलश पर रखे. विश्वकर्मा जी को फूल के माला चढ़ाएं,वस्त्र चढ़ाएं. आरती करें, पूजन करने के बाद प्रसाद का वितरण करे।

पूजा सामग्री

चावल, गंगाजल, चंदन, फूल, फूलमाला, सिंदुर पिला कपड़ा, लाल कपड़ा, दही, दूध, केला, ऋतु फल, घी, रूई बाती, पान के पता, सुपारी, नारियल, मौली, पंचमेवा, शहद, इत्यादि।

विश्वकर्मा पूजा का महत्व

विश्वकर्मा पूजा के विधि विधान से अनुष्ठान तथा पूजन करने से उनके कार्य में उन्नति होता है. वैदिक परंपरा के अनुसार विश्वकर्म पूजन से व्योपार में उन्नति होता है। ऐसा मना जाता है विषेकर इंजीनियरिंग तथा कल कारखाने, एवं इंजीनियरिंग से सम्बन्धित व्योपार करने वाले के लिए विश्वकर्मा पूजा करने से बहुत उन्नति होता है।

ज्योतिषाचार्य संजीत कुमार मिश्रा
ज्योतिष वास्तु एवं रत्न विशेषज्ञ
8080426594/9545290847

रमेश सर्राफ धमोरा

हर वर्ष 17 सितम्बर को विश्वकर्मा जयंती मनायी जाती है। यह कन्या संक्रांति पर पड़ता है। यह वह दिन है जब सूर्य सिंह राशि से कन्या राशि में प्रवेश करता है। हर साल 17 सितंबर को यह पूजा की जाती है। लेकिन इस बार लोगों के मन में 16 सितंबर को लेकर संशय है। इस बार सूर्य 16 सितंबर की शाम को 7 बजकर 29 मिनट पर कन्‍या राशि में प्रवेश कर रहे हैं।

विश्वकर्मा जयन्ती भारत के जम्मू कश्मीर, पंजाब, हिमाचल, हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान, मध्य प्रदेश, राजस्थान, उत्तराखंड, पश्चिम बंगाल, असम, ओडिशा, त्रिपुरा, बिहार और झारखंड जैसे राज्यों में मनायी जाती है। नेपाल में भी विश्वकर्मा पूजा को बड़े उत्साह के साथ मनाया जाता है। विश्वकर्मा के पूजन और उनके बताये वास्तुशास्त्र के नियमों का अनुपालन कर बनवाये गये मकान और दुकान शुभ फल देने वाले माने जाते हैं। इनमें कोई वास्तु दोष नहीं माना जाता।

विश्वकर्मा पूजा ऐसा त्योहार है जहां शिल्पकार, कारीगर, श्रमिक भगवान विश्वकर्मा का त्योहार मनाते हैं। कहा जाता है कि भगवान ब्रह्मा के पुत्र विश्वकर्मा ने पूरे ब्रह्मांड का निर्माण किया था। विश्वकर्मा को देवताओं के महलों का वास्तुकार भी कहा जाता है। इसलिए भगवान विश्वकर्मा को दुनिया का सबसे पहला इंजीनियर और वास्तुकार माना जाता है। विश्वकर्मा दो शब्दों से विश्व (संसार या ब्रह्मांड) और कर्म (निर्माता) से मिलकर बना है। इसलिए विश्वकर्मा शब्द का अर्थ है- दुनिया का निर्माता यानी दुनिया का निर्माण करने वाला। औद्योगिक श्रमिकों द्धारा इस दिन बेहतर भविष्य, सुरक्षित कामकाजी परिस्थितियों और अपने-अपने क्षेत्र में सफलता के लिए प्रार्थना की जाती हैं। विश्वकर्मा जयन्ती के दिन देश के कई हिस्सों में काम बंद रखा जाता है और खूब पंतगबाजी की जाती है। विभिन्न प्रदेशों की सरकार विश्वकर्मा जयन्ती पर अपने कर्मचारियों को सवैतनिक अवकाश प्रदान करती है।

यह त्योहार मुख्य रूप से दुकानों, कारखानों और उद्योगों द्वारा मनाया जाता है। इस अवसर पर, कारखानों और औद्योगिक क्षेत्रों के श्रमिक अपने औजारों की पूजा करते हैं और भगवान विश्वकर्मा से उनकी आजीविका सुरक्षित रखने के लिए प्रार्थना करते हैं। वे मशीनों के सुचारू संचालन के लिए प्रार्थना करते हैं और विश्वकर्मा पूजा के दिन अपने उपकरणों का उपयोग करने से परहेज करते हैं।

विश्वकर्मा शिल्पशास्त्र के आविष्कारक और सर्वश्रेठ ज्ञाता माने जाते हैं। जिन्होंने विश्व के प्राचीनतम तकनीकी ग्रंथों की रचना की थी। इन ग्रंथों में न केवल भवन वास्तु विद्या, रथ आदि वाहनों के निर्माण बल्कि विभिन्न रत्नों के प्रभाव व उपयोग आदि का भी विवरण है। माना जाता है कि उन्होंने ही देवताओं के विमानों की रचना की थी। भगवान विश्वकर्मा की उत्पत्ति ऋग्वेद में हुई है। जिसमें उन्हें ब्रह्मांड (पृथ्वी और स्वर्ग) के निर्माता के रूप में वर्णित किया गया है। भगवान विष्णु और शिवलिंगम की नाभि से उत्पन्न भगवान ब्रह्मा की अवधारणाएं विश्वकर्मण सूक्त पर आधारित हैं।

विश्वकर्मा प्रकाश को वास्तु तंत्र का अपूर्व ग्रंथ माना जाता है। इसमें अनुपम वास्तु विद्या को गणितीय सूत्रों के आधार पर प्रमाणित किया गया है। ऐसा माना जाता है कि सभी पौराणिक संरचनाएं भगवान विश्वकर्मा द्वारा निर्मित हैं। भगवान विश्वाकर्मा के जन्म को देवताओं और राक्षसों के बीच हुए समुद्र मंथन से माना जाता है। पौराणिक युग के अस्त्र और शस्त्र भगवान विश्वकर्मा द्वारा ही निर्मित हैं।

विश्वकर्मा वैदिक देवता के रूप में सर्वमान्य हैं। इनको गृहस्थ आश्रम के लिए आवश्यक सुविधाओं का निर्माता और प्रवर्तक भी कहा गया है। अपने विशिष्ट ज्ञान-विज्ञान के कारण देव शिल्पी विश्वकर्मा मानव समुदाय ही नहीं वरन देवगणों द्वारा भी पूजित हैं। देवता, नर, असुर, यक्ष और गंधर्व सभी में उनके प्रति सम्मान का भाव है। भगवान विश्वकर्मा के पूजन-अर्चन किये बिना कोई भी तकनीकी कार्य शुभ नहीं माना जाता। इसी कारण विभिन्न कार्यो में प्रयुक्त होने वाले औजारों, कल-कारखानों और विभिन्न उद्योगों में लगी मशीनों का पूजन विश्वकर्मा जयंती पर किया जाता है।

धर्मग्रंथों में विश्वकर्मा को सृष्टि के रचयिता ब्रह्माजी का वंशज माना गया है। ब्रह्माजी के पुत्र धर्म तथा धर्म के पुत्र वास्तुदेव थे। जिन्हें शिल्प शास्त्र का आदि पुरुष माना जाता है। इन्हीं वास्तुदेव की अंगिरसी नामक पत्नी से विश्वकर्मा का जन्म हुआ। अपने पिता के पदचिन्हों पर चलते हुए विश्वकर्मा भी वास्तुकला के महान आचार्य बने। मनु, मय, त्वष्टा, शिल्पी और देवज्ञ इनके पुत्र हैं। इन पांचों पुत्रों को वास्तु शिल्प की अलग-अलग विधाओं में विशेषज्ञ माना जाता है।

पौराणिक साक्ष्यों के मुताबिक स्वर्गलोक की इन्द्रपुरी, यमपुरी, वरुणपुरी, कुबेरपुरी, असुरराज रावण की स्वर्ण नगरी लंका, भगवान श्रीकृष्ण की समुद्र नगरी द्वारिका और पांडवों की राजधानी हस्तिनापुर के निर्माण का श्रेय भी विश्वकर्मा को ही जाता है। पौराणिक कथाओं में इन उत्कृष्ट नगरियों के निर्माण के रोचक विवरण मिलते हैं। उड़ीसा का विश्व प्रसिद्ध जगन्नाथ मंदिर तो विश्वकर्मा के शिल्प कौशल का अप्रतिम उदाहरण माना जाता है। विष्णु पुराण में उल्लेख है कि जगन्नाथ मंदिर की अनुपम शिल्प रचना से खुश होकर भगवान विष्णु ने उन्हें शिल्पावतार के रूप में सम्मानित किया था।

महाभारत में पांडव जहां रहते थे उस स्थान को इंद्रप्रस्थ के नाम से जाना जाता था। इसका निर्माण भी विश्ववकर्मा ने किया था। कौरव वंश के हस्तिनापुर और भगवान कृष्ण के द्वारका का निर्माण भी विश्वकर्मा ने ही किया था। सतयुग का स्वर्ग लोक, त्रेता युग की लंका, द्वापर की द्वारिका और कलयुग के हस्तिनापुर आदि के रचयिता विश्वकर्मा जी की पूजा अत्यन्त शुभकारी है। सृष्टि के प्रथम सूत्रधार, शिल्पकार और विश्व के पहले तकनीकी ग्रन्थ के रचयिता भगवान विश्वकर्मा ने देवताओं की रक्षा के लिये अस्त्र-शस्त्रों का निर्माण किया था।

विष्णु को चक्र, शिव को त्रिशूल, इंद्र को वज्र, हनुमान को गदा और कुबेर को पुष्पक विमान विश्वकर्मा ने ही प्रदान किये थे। सीता स्वयंवर में जिस धनुष को श्रीराम ने तोड़ा था वह भी विश्वकर्मा के हाथों बना था। जिस रथ पर निर्भर रह कर श्रेष्ठ धनुर्धर अर्जुन संसार को भस्म करने की शक्ति रखते थे उसके निर्माता विश्वकर्मा ही थे। पार्वती के विवाह के लिए जो मण्डप और वेदी बनाई गई थी वह भी विश्वकर्मा ने ही तैयार की थी।

माना जाता है कि विश्वकर्मा ने ही लंका का निर्माण किया था। इसके पीछे कहानी है कि शिव ने माता पार्वती के लिए एक महल का निर्माण करने के लिए भगवान विश्वकर्मा को कहा तो विश्वकर्मा ने सोने का महल बना दिया। इस महल के पूजन के दौरान भगवान शिव ने राजा रावण को आंमत्रित किया। रावण महल को देखकर मंत्रमुग्ध हो गया और जब भगवान शिव ने उससे दक्षिणा में कुछ देने को कहा तथा उसने महल ही मांग लिया। भगवान शिव उसे महल देकर वापस पर्वतों पर चले गए। विश्वकर्मा ने देवताओं के लिए उड़ने वाले रथों का निर्माण किया था। विश्वकर्मा ने देवताओं के राजा इंद्र का हथियार वज्र का निर्माण किया था। वज्र को ऋषि दधीचि और अज्ञेयस्त्र की हड्डियों से बनाया गया है। भगवान कृष्ण का सुदर्शन चक्र उनकी शक्तिशाली रचनाओं में से एक था।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस स्वतंत्रता दिवस के मौके पर कामगारों के लिए बड़ा ऐलान किया है। उन्होंने कहा कि विश्वकर्मा जयंती पर देश में एक नई योजना ‘विश्वकर्मा योजना’ को लॉन्च किया जाएगा। इस योजना के तहत देश में फर्नीचर या लकड़ी का काम करने वाले, सैलून चलाने वाले, जूते बनाने वाले और मकान बनाने वाले कामगारों को आर्थिक मदद मुहैया कराई जाएगी। उन्होंने कहा विश्वकर्मा जयंती पर सरकार 13 से 15 हजार करोड़ रुपये की एक योजना को लॉन्च करेंगी। इस तरह उन लोगों की सहायता हो सकेगी जो पारंपरिक तरीके के कौशल से अपनी जीवका चलाते हैं। ये अपना भरणपोषण औजारों और हाथ से काम करके करते हैं। उन्होंने कहा कि इनमें सुनार हों, राजमिस्त्री हों, कपड़े धोने वाले हों या बाल काटने वाले के परिवार हों। ऐसे लोगों को इस योजना से आर्थिक ताकत प्रदान की जा सकेगी।

(लेखक, हिन्दुस्थान समाचार, समाचार एजेंसी से संबद्ध हैं।)

Chhapra: सारण जिले में मिलाद-उल-नबी के जुलूस के दौरान का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। जिस वीडियो में तिरंगे झंडे में अशोक चक्र के स्थान पर चांद तारा लगाया हुआ है।

इस संबंध में सारण पुलिस ने बयान जारी कर बताया है कि सोशल मीडिया के माध्यम से एक वीडियो प्राप्त हुआ है जिसमे तिरंगे झंडे में अशोक चक्र के स्थान पर चांद तारा लगाया हुआ है। जो भारतीय ध्वज संहिता 2002 सहित कई अधिनियमों का स्पष्ट उल्लंघन है।

वीडियो के सत्यापन उपरांत ज्ञात हुआ कि ये वीडियो आज कोपा थाना अंतर्गत कोपा बाजार में मिलाद-उल-नबी के जुलूस के दौरान ली गई है।

उपरोक्त घटना के संदर्भ में पुलिस अधीक्षक, सारण के निर्देशानुसार जांच करके कोपा थाना में सुसंगत धाराओं में प्राथमिकी दर्ज कर अग्रतर कार्रवाई करने की प्रक्रिया की जा रही है।

पुलिस ने बताया कि कोपा थाना अंतर्गत मिलाद- उल- नबी के जुलूस में तथाकथित तिरंगा झंडा फहराने वाले मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए पिक अप वाहन समेत कथित झंडे को जब्त कर लिया गया है और दो युवकों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। इसमें शामिल सभी व्यक्तियों को चिन्हित कर कठोर कार्रवाई की जाएगी।

पटना, 16 सितम्बर (हि.स.)। राजधानी पटना समेत राज्य के 19 जिलों में सोमवार को अलग-अलग जगहों पर गरज-तड़क के साथ भारी वर्षा को लेकर चेतावनी जारी की गई है।

मौसम विज्ञान केंद्र पटना के अनुसार मानसून अक्ष समुद्र तल पर पंजाब के फिरोजपुर, पटियाला, यूपी के शाहजहांपुर, बलिया और गंगा-पश्चिम बंगाल के निम्न दबाव केंद्र से उत्तरी बंगाल की खाड़ी से होते हुए दक्षिण-पूर्व बना हुआ है जिसके कारण सोमवार को बिहार के 19 जिलों में झमाझम बारिश हो सकती है।पटना समेत छपरा, सीवान, जहानाबाद, दरभंगा, मधुबनी, वैशाली और गोपालगंज में भी हल्की से मध्यम बारिश का अनुमान है। उत्तर बिहार के अन्य हिस्सों में बादल छाए रहने के साथ हल्की बारिश हो सकती है। विभाग के अनुसार तापमान में दो से तीन डिग्री तक गिरावट हो सकती है।

तीन जिले, रोहतास, कैमूर, औरंगाबाद में भारी वर्षा को लेकर औरेंज अलर्ट एवं गया, नवादा, अरवल में गरज-तड़क के साथ भारी वर्षा व पटना में मेघ गर्जन, वज्रपात की चेतावनी है। रविवार शाम से ही काले काले बादलों ने बसेरा बना लिया और बारिश का दौर शुरु हो गया। आसपास का मौसम सुहावना बना रहा। साथ ही लोगों को भीषण गर्मी से निजात मिल गई।

आज का पंचांग
दिनांक 16/ 09/2024 सोमवार
भाद्रपद शुक्लपक्ष त्रयोदशी
दोपहर 03:10 उपरांत चतुर्दशी
नक्षत्र घनिष्ठा
दोपहर 04:33 उपरांत शतभिखा
विक्रम सम्वत :2081
चन्द्र राशि मकर
सुबह 05:44 कुम्भ सूर्योदय 05:36 सुबह
सूर्यास्त :05:52 संध्या,
चंद्रोदय :04:50 दोपहर
चंद्रास्त : 04:27 सुबह (17 सितंबर 24 )
ऋतू : वर्षा
चौघडिया,दिन
चौघड़िया :
अमृत 05:36 सुबह 07:08 सुबह,
काल 07:08 सुबह 08:40 सुबह
शुभ 08:40 सुबह 10:12 सुबह
रोग 10:12 सुबह 11:44 सुबह
उद्देग 11:44 सुबह 01:16 दोपहर
चर 01:16 दोपहर 02:48 दोपहर
लाभ 02:48 दोपहर 04:20 संध्या
अमृत 04:20 संध्या 05:52 संध्या
लगन :सिह
सुबह 05:41 उपरांत सिंह लगन
राहुकाल
सुबह 07:08 से 08:40 सुबह
अभिजित मुहूर्त
सुबह 11:19 से 12:09 दोपहर
दिशाशूल पूर्व
यात्रा विचार :आज कही यात्रा पर जाने के पहले चन्दन लगाकर यात्रा करे यात्रा पूर्ण होगा.

आज का राशिफल

मेष (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)
पुराने संगी-साथी व रिश्तेदारों से मुलाकात होगी। नए मित्र बनेंगे। अच्‍छी खबर मिलेगी। प्रसन्नता रहेगी। कार्यों में गति आएगी। विवेक का प्रयोग करें। लाभ में वृद्धि होगी। मित्रों के सहयोग से किसी बड़ी समस्या का हल मिलेगा। व्यापार ठीक चलेगा।
लकी नंबर 8 लकी कलर फिरोजा

वृष (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)
मेहनत सफल रहेगी। बिगड़े काम बनेंगे। कार्यसिद्धि से प्रसन्नता रहेगी। आय में वृद्धि होगी। सामाजिक कार्य करने के अवसर मिलेंगे। घर-बाहर पूछ-परख रहेगी। जोखिम उठाने का साहस कर पाएंगे। पार्टनरों का सहयोग मिलेगा।
लकी नंबर 3 लकी कलर महरुम

मिथुन (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)
लेन-देन में सावधानी रखें। किसी भी अपरिचित व्यक्ति पर अंधविश्वास न करें। शोक संदेश मिल सकता है। विवाद को बढ़ावा न दें। किसी के उकसाने में न आएं। व्यस्तता रहेगी। थकान व कमजोरी रहेगी। काम में मन नहीं लगेगा।
लकी नंबर 4 लकी कलर सफेद

कर्क(ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)
मेहनत का फल पूरा नहीं मिलेगा। स्वास्थ्य खराब हो सकता है। बौद्धिक कार्य सफल रहेंगे। किसी प्रबुद्ध व्यक्ति का मार्गदर्शन मिल सकता है। यात्रा मनोरंजक रहेगी। पारिवारिक मांगलिक कार्य हो सकता है।
लकी नंबर 3 लकी कलर नीला

सिंह (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)
लेन-देन में सावधानी रखें। किसी भी अपरिचित व्यक्ति पर अंधविश्वास न करें। शोक संदेश मिल सकता है। विवाद को बढ़ावा न दें। किसी के उकसाने में न आएं। व्यस्तता रहेगी। थकान व कमजोरी रहेगी। काम में मन नहीं लगेगा।
लकी नंबर 5 लकी कलर लाल

कन्या (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)
शत्रुओं का पराभव होगा। राजकीय सहयोग प्राप्त होगा। वैवाहिक प्रस्ताव प्राप्त हो सकता है। कारोबार से लाभ होगा। नौकरी में प्रभाव बढ़ेगा। कोई बड़ा कार्य करने की योजना बन सकती है। कार्यसिद्धि होगी।
लकी नंबर 7 लकी कलर आसमानी

तुला (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)
वाहन, मशीनरी व अग्नि आदि के प्रयोग से हानि की आशंका है, सावधानी रखें। दूसरों के झगड़ों में हस्तक्षेप न करें। आवश्यक वस्तु समय पर नहीं मिलने से क्षोभ होगा। फालतू की बातों पर ध्यान न दें। व्यापार ठीक चलेगा।
लकी नंबर 5 लकी कलर संतरी

वृश्चिक (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)
तीर्थदर्शन हो सकता है। सत्संग का लाभ मिलेगा। राजकीय सहयोग से कार्य पूर्ण व लाभदायक रहेंगे। कारोबार मनोनुकूल रहेगा। शेयर मार्केट में जोखिम न लें। नौकरी में चैन रहेगा। घर-बाहर प्रसन्नता बनी रहेगी।
लकी नंबर 8 लकी कलर बैंगनी

धनु(ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)
आर्थिक उन्नति के प्रयास सफल रहेंगे। कोई बड़ा कार्य कर पाएंगे। व्यवसाय मनोनुकूल लाभ देगा। कार्य पूर्ण होंगे। प्रसन्नता रहेगी। प्रतिष्ठा बढ़ेगी। भाग्य का साथ मिलेगा। स्वास्थ्य का ध्यान रखें। जोखिम न लें। भाइयों का सहयोग मिलेगा।
लकी नंबर 1 लकी कलर हरा

मकर (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)
बकाया वसूली के प्रयास सफल रहेंगे। लंबी यात्रा हो सकती है। लाभ होगा। नए अनुबंध हो सकते हैं। रोजगार में वृद्धि होगी। रुके कार्य पूर्ण होंगे। प्रसन्नता रहेगी। नौकरी में उच्चाधिकारी की प्रसन्नता प्राप्त होगी। प्रशंसा मिलेगी।
लकी नंबर 9 लकी कलर केशरी

कुंभ (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)
व्ययवृद्धि से तनाव रहेगा। किसी व्यक्ति के उकसावे में न आएं। विवाद से बचें। पारिवारिक चिंता बनी रहेगी। काम में मन नहीं लगेगा। व्यापार ठीक चलेगा। आय होगी। विवेक का प्रयोग करें। जोखिम व जमानत के कार्य टालें।
लकी नंबर 2 लकी कलर भुरा

मीन(दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)
रोजगार में वृद्धि होगी। व्यावसायिक यात्रा लाभदायक रहेगी। बेरोजगारी दूर करने के प्रयास सफल रहेंगे। नवीन वस्त्राभूषण की प्राप्ति होगी। कोई बड़ा कार्य हो जाने से प्रसन्नता रहेगी। निवेश लाभदायक रहेगा। भाग्योन्नति के प्रयास सफल रहेंगे। विवाद से बचें।
लकी नंबर 5 लकी कलर पिला

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ज्योतिषाचार्य संजीत कुमार मिश्रा
ज्योतिष , वास्तु एवं रत्न विशेषज्ञ 8080426594/9545290847

Chhapra: सारण पुलिस ने दिघवारा थानान्तर्गत एक अभियुक्त को देशी कट्टा के साथ गिरफ्तार किया है। 

पुलिस ने बताया कि दिनांक- 13.09.2024 को दिघवारा थाना गश्ती टीम के द्वारा मधुकन चेक पोस्ट के पास वाहन चेक किया जा रहा था। वाहन चेकिंग के दौरान गश्ती टीम द्वारा मोटर साइकिल सवार एक संदिग्ध व्यक्ति की जाँच एवं तलाशी ली गयी। 

तलाशी एवं पूछताछ के क्रम में उक्त व्यक्ति द्वारा पूर्व में कई छिनतई की घटना में संलिप्त रहने की बातें कही गई एवं इनके निशानदेही पर एक देशी कट्टा तथा दो जिन्दा कारतूस बरामद किया गया। साथ ही एक मोटरसाइकिल और एक मोबाइल जब्त किया गया। 

पुलिस ने इस मामले में सुनील कुमार , पिता – निहोरा राय , सा० –शिवपुर, थाना – सोनपुर , जिला – सारण को गिरफ्तार किया है।  इस सन्दर्भ में में दिघवारा थाना कांड संख्या – 333/24 दिनांक – 13.09.24 धारा – 25(1-बी)ए/26/35 आर्म्स एक्ट दर्ज किया गया है।

गिरफ्तार व्यक्ति पूर्व के छिनतई की घटना में संलिप्त था। उसके अन्य साथी की गिरफ्तारी हेतु पुलिस टीम द्वारा छापेमारी की जा रही है।

 

Chhapra: सारण पुलिस द्वारा चलाए गए विशेष अभियान में 69 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया है।

पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर पुलिस द्वारा असामाजिक तत्वों/ अपराधकर्मियों की गिरफ्तारी एवं शराब के सेवन, बिक्री, भण्डारण, निर्माण, परिवहन आदि पर पूर्ण रूप से पाबंदी लगाने तथा देशी शराब भट्ठी ध्वस्त करने हेतु कार्रवाई की गई। इसी क्रम में दिनांक- 14.09.2024 को विशेष अभियान चलाया गया।

इस अभियान में कुल 69 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया, जिसमें शराब कारोबार में-03, शराब सेवन-09, हत्या के प्रयास में-01, चोरी में-12, वारंट में-43 एवं अन्य में-01 अभियुक्त शामिल हैं।

जिले में अपराध नियंत्रण एवं यातायात सुरक्षा के दृष्टिकोण से कुल -113, वाहनों से 3,09,000 रू0 जुर्माना राशि वसूली गई। साथ ही जिला अंतर्गत देशी शराब-70 ली0, ट्रैक्टर- 02, मोटरसाईकिल-02, ट्रक- 02, कट्ट- 02, खोखा-02, कारतूस-06, मैग्जीन-02 एवं मोबाइल-04 बरामद।

Chhapra: आगामी महापर्व छठ पूजा को लेकर विभिन्न स्थानों पर जोर-शोर के साथ तैयारियाँ चल रही हैं, जिसके अंतर्गत रिविलगंज प्रखंड प्रमुख सह सदस्य, प्रदेश कार्यसमिति, भाजपा (बिहार), डॉ० राहुल राज ने अपने करकमलों द्वारा सारण जिले के अंतर्गत रिविलगंज प्रखंड के खैरवाड़ पंचायत के वार्ड संख्या 14, खैरवाड़ मठिया में छठ घाट निर्माण हेतु शिलान्यास फीता काटकर किया।

डॉ० राहुल राज ने छठ घाट निर्माण में अपना महवपूर्ण परिश्रमी योगदान देने वाले सभी कर्मियों की प्रशंसा करते हुए कहा कि उनका यह योगदान सराहनीय रहेगा। यह छठ पूजा के प्रति उनकी सहृदय सच्ची आस्था और श्रद्धा भाव ही है, जो इस कार्य के प्रति उन्हें कर्मठ व सक्षम बनाते हैं।

उपस्थित लोगों से वहाँ पर आने वाले छठ व्रतियों व श्रद्धालुओं की संख्या के बारे में पूछने पर लोगों ने बताया कि यहाँ इस महापर्व के दौरान लगभग हजारों की संख्या में श्रद्धालु आकर पूजा पाठ करते हैं, इसके अलावा क्षेत्र के अन्य घाटों पर भी भारी संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ रहती है।

डॉ० राहुल राज ने लोगो को यह भी निर्देश दिया कि आस्था के महापर्व छठ पूजा के अवसर पर छठ व्रतियों को अपेक्षित सुविधा प्रदान किया जाए, पानी की गहराई को ध्यान में रखते हुए बैरिकेटिंग की व्यवस्था भी की जाए तथा भीड़ की स्थिति को ध्यान में रखते हुए उसके लिए पुख्ते इंतजाम किये जाए ताकि पूजा संबंधित सभी कार्य शांतिपूर्ण तरीके से सम्पन्न हो सके।

प्रखंड प्रमुख ने होने वाले छठ घाट निर्माण के सभी सेवाकर्मियों को सहृदय धन्यवाद ज्ञापित किया।

इस दौरान मौके पर रिविलगंज प्रखंड प्रमुख डॉ० राहुल राज, शिवजी मांझी बी० डी० सी० सदस्य, अनिता देवी बी० डी० सी०, मुन्ना सिंह मुखिया प्रतिनिधि, चंदन साह, डुगडुग बाबा, मंटू यादव, संतोष यादव, अमित यादव, धीरज यादव, बिट्टू यादव, सत्येंद्र, अंकित सिंह, प्रकाश सिंह, अनिकेत कुमार, शुभम यादव, पंचायत समिति सदस्य समेत कई अन्य ग्रामीण सहयोगी सदस्यगण मौजूद रहे।।

आज का पंचांग
दिनांक 14/ 09/2024 शनिवार
भाद्रपद शुक्लपक्ष एकादशी
रात्रि 08:41 उपरांत द्वादशी
नक्षत्र उतराषाढा
रात्रि 08:32 उपरांत श्रावणा
विक्रम सम्वत :2081
चन्द्र राशि मकर
सूर्योदय 05:35 सुबह
सूर्यास्त :05:54 संध्या,
चंद्रोदय :03:23 दोपहर
चंद्रास्त :02:11 सुबह (15 सितंबर 24 )
ऋतू : वर्षा
चौघडिया,दिन
चौघड़िया :
काल 05:35 सुबह 07:07 सुबह,
शुभ 07:07 सुबह 08:40 सुबह
रोग 08:40 सुबह 10:12 सुबह
उद्देग 10:12 सुबह 11:45 सुबह
चर 11:45 सुबह 01:17 दोपहर
लाभ 01:17 दोपहर 02:50 दोपहर
अमृत 02:50 दोपहर 04:22 संध्या
काल 04:22 संध्या 05:54 संध्या
लगन :सिह
सुबह 05:49 उपरांत सिंह लगन
राहुकाल
सुबह 08:40 से 10:12 सुबह
अभिजित मुहूर्त
सुबह 11:20 से 12:09 दोपहर
दिशाशूल पूर्व तथा ईशान कोण
यात्रा विचार :आज कही यात्रा पर जाने के पहले तील खाकर यात्रा करे यात्रा पूर्ण होगा.

आज का राशिफल

मेष (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)
प्रयास सफल रहेंगे। पराक्रम वृद्धि होगी। सामाजिक कार्य करने का अवसर प्राप्त होगा। मान-सम्मान मिलेगा। कारोबार में वृद्धि होगी। निवेश शुभ रहेगा। नौकरी में कार्य की प्रशंसा होगी। आय में वृद्धि होगी। जल्दबाजी न करें।
लकी नंबर 3 लकी कलर संतरी

वृष (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)
पार्टी व पिकनिक का कार्यक्रम बन सकता है। स्वादिष्ट व्यंजनों का आनंद प्राप्त होगा। विद्यार्थी वर्ग सफलता हासिल करेगा। कारोबार में वृद्धि होगी। आय के नए स्रोत प्राप्त हो सकते हैं। नौकरी में कार्य की प्रशंसा होगी।
लकी नंबर 5 लकी कलर केशरी

मिथुन (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)
दु:खद समाचार प्राप्त हो सकता है। वाणी में हल्के शब्दों के प्रयोग से बचें। क्रोध व उत्तेजना पर नियंत्रण रखें। पुराना रोग उभर सकता है। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। काम में मन नहीं लगेगा।
लकी नंबर 7 लकी कलर हरा

कर्क(ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)
धर्म-कर्म में रुचि रहेगी। कोर्ट व कचहरी के काम मनोनुकूल लाभ देंगे। किसी बड़े काम की रुकावट दूर होगी। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। व्यापार-व्यवसाय लाभदायक रहेगा। पारिवारिक सहयोग प्राप्त होगा।
लकी नंबर 4 लकी कलर लाल

सिंह (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)
दूर से शुभ समाचार प्राप्त होंगे। आत्मविश्वास में वृद्धि होगी। जोखिम उठाने का साहस कर पाएंगे। घर में अतिथियों का आगमन होगा। प्रसन्नता तथा उत्साह बने रहेंगे। व्यापार-व्यवसाय मनोनुकूल लाभ देगा। आलस्य हावी रहेगा।
लकी नंबर 1 लकी कलर गुलाबी

कन्या (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)
बकाया वसूली के प्रयास सफल रहेंगे। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। व्यापार-व्यवसाय लाभदायक रहेगा। नौकरी में अनुकूलता रहेगी। भाग्य का साथ मिलेगा। कोई बड़ा काम करने की इच्‍छा जागृत होगी।
लकी नंबर 6 लकी कलर सफेद

तुला (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)
यात्रा में जल्दबाजी न करें। शारीरिक कष्ट संभव है। पुराना रोग उभर सकता है। वाहन व मशीनरी के प्रयोग में सावधानी रखें। हंसी-मजाक में हल्कापन न हो, ध्यान रखें। कीमती वस्तुएं इधर-उधर हो सकती हैं, संभालकर रखें।
लकी नंबर 6 लकी कलर फिरोजा

वृश्चिक (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)
स्थायी संपत्ति के कार्य बड़ा लाभ दे सकते हैं। रोजगार में वृद्धि होगी। आय के नए साधन प्राप्त हो सकते हैं। भाग्योन्नति के प्रयास सफल रहेंगे। जीवन सुखमय व्यतीत होगा। घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी। स्वास्थ्य में राहत मिलेगी।
लकी नंबर 8 लकी कलर बैंगनी

धनु(ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)
अप्रत्याशित खर्च सामने आएंगे। विवाद से स्वाभिमान को ठेस पहुंच सकती है। पुराना रोग उभर सकता है। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। किसी भी अपरिचित व्यक्ति की बातों में न आएं। व्यवसाय ठीक चलेगा।
लकी नंबर 9 लकी कलर पिला

मकर (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)
अप्रत्याशित लाभ हो सकता है। रोजगार प्राप्ति के प्रयास सफल रहेंगे। नौकरी में अधिकार वृद्धि हो सकती है। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। निवेश मनोनकूल रहेगा। घर-बाहर प्रसन्नता का वातावरण बनेगा।
लकी नंबर 7 लकी कलर आसमानी

कुंभ (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)
नई योजना बनेगी। कार्यप्रणाली में सुधार होगा। मान-सम्मान मिलेगा। आय के नए स्रोत प्राप्त हो सकते हैं। व्यापार-व्यवसाय में मनोनुकूल लाभ होगा। शेयर मार्केट व म्युचुअल फंड इत्यादि से लाभ होगा। प्रेम-प्रसंग में जल्दबाजी न करें। थकान रहेगी।
लकी नंबर 6 लकी कलर भुरा

मीन(दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)
धनहानि की आशंका है। लेन-देन में जल्दबाजी न करें। थकान व कमजोरी रह सकती है। व्यापार व व्यवसाय ठीक चलेगा। नौकरी में चैन रहेगा। यात्रा मनोरंजक रहेगी। प्रेम-प्रसंग में अनुकूलता रहेगी। राजकीय बाधा दूर होकर स्थिति अनुकूल बनेगी।
लकी नंबर 4 लकी कलर हरा

🙏आपका दिन मंगलमय हो🙏
🌺🌺🌺🌺🙏🌺🌺🌺🌺
ज्योतिषाचार्य संजीत कुमार मिश्रा
ज्योतिष , वास्तु एवं रत्न विशेषज्ञ 8080426594/9545290847