New Delhi: देश में लोकप्रिय पारले जी (Parle-G) बिस्कुट Lockdown के दौरान इतनी बिकी की इसने बिक्री ने 82 सालों का रिकॉर्ड तोड़ दिया.

Parle-G बिस्कुट का 5 रुपए वाला पैकेट लोगों ने इस दौरान खूब पसंद किया. Parle-G बिस्कुट को घरों के साथ साथ समाज सेवियों ने भी खूब बांटें जिससे बिस्कुट की बिक्री में बढ़ोतरी दर्ज की गयी है. कोरोना काल में कई राज्य सरकारों और एनजीओ ने भी बड़े पैमाने पर Parle-G बिस्किट की खरीद की है.

Parle G को आम आदमी का बिस्किट कहा जाता है, जो लोग महंगे ब्रांड नहीं खरीद सकते वे Parle-G खरीद सकते हैं.

Chhapra: जन स्वास्थ्य के तत्कालीन दिशा तथा उसके अहम आयाम के विषय पर इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ पब्लिक हेल्थ दिल्ली के व्याख्यान में छपरा के डॉक्टर एम एस अहमद फैकल्टी के तौर पर शामिल हुए. व्याख्यान इंटरनेट के माध्यम से ब्रॉडकास्ट किया गया सी दौरान तथा -विदेश के कई वक्ता शामिल हुए. इस मौके पर सारण कमिश्नरी के प्रसिद्ध डायबिटोलॉजिस्ट डॉक्टर एझ अहमद ने इस तरफ ध्यान आकर्षित कराया कि आने वाले दो-तीन महीनों में भारत तथा बिहार आज के लिए काफी चुनौतीपूर्ण हो सकते हैं साथ ही पर्याप्त संख्या में जांच की व्यवस्था बढ़ाने की जरूरत है.

साथ ही समुदाय का स्तर पर बीमारी बढ़ रही है. इसमें साइलेंट कैरियर को स्क्रीनिंग करना अत्यंत आवश्यक है. डॉ एस अहमद ने ने हाल ही में दिल्ली सरकार के साथ वहां के पॉजिटिव हेतु अपने ऐप ऐप डॉ एस अहमद ऐप के माध्यम से रोजाना 10 से 15 मरीजों को वीडियो कॉन्सुलेशन दिया करते है. डॉ एस अहमद मरीजों की मानसिक काउंसलिंग भी कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि सभी इंसान अपने स्वास्थ्य के प्रति सजग रहें.

  • आक्रोशित ग्रामीणों ने किया सड़क जाम

डोरीगंज: थाना क्षेत्र के भिखारी मोर के पास अनियंत्रित ट्रक की चपेट में आने से एक वृद्ध की मृत्यु घटनास्थल पर ही हो गई. जिसकी पहचान धर्मपुरा निवासी सरजुग महतो के रूप में की गई. घटना के संबंध में मिली जानकारी के अनुसार सरजू महतो रोज की तरह अपने धर्मपुरा घर से गंगा स्नान करने गए थे. लौटने के क्रम में छपरा की ओर से आरा की तरफ जा रही अनियंत्रित ट्रक उनको रौदते हुए फरार हो गई. घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय लोग लाठी डंडा लेकर सड़क पर उतर गए जिसे थोड़ी देर के लिए अफरा तफरी का माहौल उत्पन्न हो गया.

घटना की सूचना मिलते ही डोरीगंज थानाध्यक्ष ओमप्रकाश चौहान अपने दल बल के साथ पहुंचे. स्थानीय लोगों के सहयोग से लोगों को शांत कराएं साथ ही सदर बी डी ओ के निर्देश पर परिजनों को पारिवारिक लाभ का 20 हजार रुपए एवं कबीर अन्त्येष्टि की तीन हजार रुपए की राशी स्थानीय मुखिया के द्वारा प्रदान की गयी. तब जाकर दो घंटे बाद 10 बजे से छपरा सोनपुर मार्ग तथा आरा छपरा पुल पर वाहनों का परिचालन शुरू हो सका. मृतक सरजू महतो  का पुत्र लालबाबू महतो द्वारा डोरीगंज थाने में अज्ञात ट्रक तथा ट्रक चालक के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई है.

Chhapra: जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन और पुलिस कप्तान हर किशोर राय ने शहर के थाना चौक से लेकर साहेबगंज चौक तक खुद घूम कर जायजा लिया.

सोशल डिस्टेंसिंग और दुकान पर की गई सैनिटाइजर की व्यवस्था को देखा. वही रोड पर दुकान लगाने वाले दुकानदारों और आम लोगों से मास्क पहनने की अपील की. जिनके पास मास्क नहीं था उन्हें मास्क भी दिया.

डीएम और एसपी ने मास्क देते हुए कहा कि कोविड19 कोरोना वायरस से बचाव के लिए मास्क पहनना जरूरी है. अगर मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं होगा तो शख्ती बरती जाएगी.

1960: चीन में चक्रवाती तूफान मैरी के कारण 1600 लोगों की मृत्यु हो गई.

1815: लबजमबर्ग फ्रांस के कब्जे से आजाद हुआ.

1964: लाल बहादुर शास्त्री भारत के दूसरे प्रधानमंत्री बने.

1944: रूस ने फिनलैंड के केरेलिया क्षेत्र पर आक्रमण किया.

2011: पेंटर और फिल्म निर्देशक रह चुके एमएफ हुसैन का निधन हुआ.

2011: सउदी अरब के रियाद में वाहन चलाने पर 6 महिलाओं को गिरफ्तार किया गया.

2001: लिएंडर पेस और महेश भूपति की जोड़ी ने फ्रेंच ओपेन का युगल खिताब जीता.

1949 में आज ही के दिन देश की पहली महिला IPS अधिकारी किरण बेदी का जन्म हुआ था. वे फिलहाल पुदुचेरी की लेफ्टिनेंट गवर्नर है.

1976 में आज ही के दिन अभिनेत्री अमीषा पटेल का जन्म हुआ था.

1985 में आज ही के दिन अभिनेत्री सोनम कपूर का जन्म हुआ था.

 

•गर्भवती महिलाओं को दी गयी पोषण की पोटली
•पोषण की आवश्यकता व महत्व के बारे में जानकारी
• कोरोना संक्रमण से बचाव पर हुई चर्चा

Chhapra: वैश्विक महामारी कोरोना संकट काल में भी गभर्वती महिलाओं के पोषण का विशेष ख्याल रखने के लिए स्वास्थ्य विभाग और आईसीडीएस की ओर तमाम प्रयास किये जा रहें तथा कार्यक्रम संचालित किये जा रहे हैं। स्वस्थ रहेगी जच्चा तो तंदुरुस्त होगा बच्चा  इस कथन को आत्मसात करने के लिए आंगनबाड़ी सेविकाओं द्वारा घर-घर जाकर गोद भराई दिवस का आयोजन किया गया। इस दौरान कोविड-19 से बचाव के लिए दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए गर्भवती महिलाओं व परिजनों को कोविड-19 से बचाव के लिए जागरूक भी किया गया।  मंगल गीतों के साथ गर्भवती महिला को उपहार के रूप में पोषण की पोटली दी गई है। जिसमें गुड़, चना, हरी पत्तेदार सब्जियां, आयरन की गोली, पोषाहार व फल आदि शामिल थे। महिलाओं को उपहार स्वरुप पोषण की थाली भेंट की गयी, जिसमें सतरंगी थाली व अनेक प्रकार के पौष्टिक भोज्य पदार्थ शामिल थे। गर्भवती महिलाओं को चुनरी ओढ़ाकर और टीका लगाकर महिलाओं की गोद भराई की रस्म पूरी की गई। सभी महिलाओं को अच्छे सेहत के लिए पोषण की आवश्यकता व महत्व के बारे में जानकारी दी गई।

गर्भस्थ शिशु की बेहतर स्वास्थ्य पर हुई चर्चा

गोद भराई रस्म में सेविकाओं द्वारा गर्भवती महिलाओं के सम्मान में उसे चुनरी ओढ़ा उसे तिलक लगा कर उनके गर्भस्थ शिशु की बेहतर स्वास्थ्य की कामना की गई। साथ ही गर्भवतियों की गोद में पोषण संबंधी पुष्टाहार फल सेव, संतरा, बेदाना, दूध,अंडा डाल सेवन करने का तरीका बताया गया। साथ ही गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को आयरन की गोली खाने की सलाह दी गई। जिसमें बताया गया कि गर्भवती महिला कुछ सावधानी और समय से पुष्टाहार का सेवन करें तो बिना किसी अड़चन के स्वस्थ बच्चे को जन्म दे सकती हैं।

गर्भधारण की पुष्टि होने पर डॉक्टर से करायें चेकअप

छपरा सदर शहरी क्षेत्र के सीडीपीओ कुमारी उर्वशी ने कहा, जैसे ही महिलाओं को गर्भधारण की पुष्टि हो जाय, वह निकटतम स्वास्थ्य केंद्र चिकित्सक के निगरानी में रहें तथा नियमित रूप से चेक-अप कराएं। उन्होंने गर्भवती महिलाओं को गर्भधारण से लेकर बच्चे के जन्म तक बरती जाने वाली सावधानियों के बारे में जानकारी देते हुए बताया आखिरी महीनों में शरीर को अधिक पोषक तत्वों की जरूरत होती है। इस दौरान आहार में प्रोटीन, विटामिन, कार्बोहाइड्रेट के साथ वसा की भी मात्रा का होना जरूरी होता है। महिलाओं को प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना, जननी सुरक्षा योजना, मातृ शिशु सुरक्षा कार्ड, प्रसव पूर्व देखभाल, एनीमिया की रोकथाम व पौष्टिक आहार के संबंध में जानकारी दी।

ताकि कुपोषित बच्चे न हों पैदा

आईसीडीएस के डीपीओ वंदना पांडेय  ने बताया इस प्रयास के पीछे उद्देश्य यह है कि जागरूकता की कमी और अभाव में गर्भवती महिलाओं में खून की कमी नहीं आए। प्रेग्नेंसी के दौरान ध्यान नहीं देने पर महिला कमजोर हो जाती हैं। जिसके कारण पैदा होने वाला बच्चा कमजोर होता है एवं आसानी से कुपोषण का शिकार हो जाता है।  ऐसी स्थिति न पैदा हो इसके लिए गर्भवती महिला को बेहतर देखभाल की जानाकरी दी गयी तथा पौष्टिक आहार लेने की सलाह दी गयी।

180 गोलियां जरूर लेनी चाहिए

जिन महिलाओं में खून की कमी हो, उन प्रेग्नेंट महिलाओं को बच्चे को जन्म देने से पहले 180 आयरन की गोलियां लेनी चाहिए और 180 ही जन्म देने के बाद।

छह माह तक सिर्फ स्तनपान करायें

गोदभराई के साथ महिलाओं को जानकारी दी गई कि प्रारंभिक अवस्था में उचित पोषण नहीं मिलने से बच्चों का शारीरिक एवं मानसिक विकास अवरुद्ध हो सकता है। इसलिए जब भी मां बन रहीं हो शिशु के नियमित स्तनपान के फायदों बारे में जानकारी जरूर लें। 0 से 6 माह के बच्चे को सिर्फ स्तनपान और 6 माह के बाद शिशुओं को स्तनपान के साथ पौष्टिक ऊपरी आहार देना चाहिए। 6 माह तक शिशु को केवल स्तनपान कराने से दस्त और निमोनिया के खतरे से बचाया जा सकता है। 9 से 24 माह के बच्चों को स्तनपान के साथ तीन बार अर्ध ठोस पौष्टिक आहार देना चाहिए। बच्चे के शारीरिक व मानसिक विकास के लिए आहार की विविधता का भी ध्यान रखा जाना चाहिए।

Chhapra: वैश्यों के एक प्रतिनिधि मंडल द्वारा विगत दिनों आर्थिक तंगी की वजह से फांसी लगाकर आत्म हत्या करने वालों के परिजनों से मुलाकात करते हुए सहानुभूति प्रकट करते हुए यथा संभव उनकी आर्थिक मदद की.

राज मिस्त्री का कार्य करने वाला 45 वर्षीय शिव कुमार साह ने लॉक डाउन के कारण कोई काम न होने के कारण आर्थिक समस्या से घिर कर परेशान हो गया था. इस वजह से फांसी लगाकर अपने घर रौजा के समीप अपनी जीवन गाथा समाप्त कर ली थी. मृतक की दो लड़की व एक लड़का है जो अभी हाल में ही मैट्रिक की परीक्षा में उतीर्ण हुआ है.

प्रतिनिधि मंडल में मिलने वालों में से मुख्य रूप से अंतराष्ट्रीय वैश्य महासभा के नवनियुक्त अध्यक्ष आदित्य अग्रवाल, धर्मन्द्र साह, गुरुद्वारा से सिख समाज के सरदार राजू सिंह व ग्रंथि परमेश्वर जी, अधिवक्ता गंगोत्री प्रसाद, रवि ब्याहुत,अधिक्वता दीनदयाल कुमार, अजंता कुमारी, डॉ राजेश डाबर, अजय प्रसाद सहित अन्य वैश्य नेता उपस्थित थे.

Chhapra: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दूसरे शासनकाल के पहले वर्षगांठ पर अमित शाह द्वारा की गई वर्चुअल रैली पर भारतीय जनता पार्टी छपरा सारण के मीडिया प्रभारी श्याम बिहारी अग्रवाल ने कहा कि बिहार जन संवाद के दौरान वर्चुअल रैली के माध्यम से गृह मंत्री अमित शाह के भाषण ने युवाओं को प्रेरित करने का कार्य किया है। इस जन संवाद के माध्यम से केंद्रीय गृह मंत्री द्वारा केंद्र सरकार द्वारा किसानों, नौजवानों, श्रमिको एवं ग्रामस्तर पर जो योजना भारत सरकार की चल रहीं हैं, उन सभी योजनाओं व उपलब्धियों को विस्तारपूर्वक बताने का भी कार्य इस रैली के माध्यम से उन्होंने किया।

श्री अग्रवाल ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा अपने 6 वर्षों के कार्यकाल में विभिन्न योजनाओं के माध्यम से काम करके जमीनी स्तर पर अपना पैठ बना लिया गया हैं।इस कार्य का हीं परिणाम हैं कि आज भारत हर क्षेत्र में बुलंदियों का झंडा गाड़ रहा हैं।इस वैश्विक महामारी में भी जिस कुशलता पूर्वक भारत के नागरिकों को जागरूक करते हुए सही समय पर भारत में लॉकडाउन कर बड़े पैमाने पर इस बीमारी को फैलने से लोगों को बचाया गया। इस प्रशंसनीय कार्य के लिए आज दुनिया कई देश भारत सरकार द्वारा उठाए गए कदमों की सराहना कर रहें हैं।

भारत सरकार के 6 वर्षों के कार्यकाल का पूरा ब्यौरा जनसंवाद के माध्यम से देते हुए शाह ने एक नए इतिहास की रचना की और बिहार के लोगों को इस रैली के माध्यम से अपने साथ जोड़ा हैं और बिहार के अंदर केंद्र सरकार द्वारा विभिन्न योजनाओं के माध्यम से होने वाले कार्यों का विकास मॉडल भी बिहार के लोगों के समक्ष रखा।

इस महामारी के समय अपने-अपने घर आए श्रमिकों के लिए विभिन्न योजनाओं के माध्यम से रोजगार देने की केंद्र सरकार के वादों को भी विस्तार पूर्वक चर्चा कर बिहार के लोगों में अपनी साख को मजबूत किया। जनसंवाद के माध्यम से लाखों लोगों ने शाह के भाषण सुनकर केंद्र सरकार की उपलब्धियों की चर्चा आज बिहार के युवाओं के बीच आम हो गई हैं और इनमें जोश का भी संचार हुआ हैं।

सोशल मीडिया व न्यूज़ चैनल के माध्यम से करोड़ों लोगों ने भारतीय जनता पार्टी के इस प्रयोग को देखा हैं। सोशल मीडिया के सभी प्रारूपों पर जनसंवाद रैली आज ट्रेंड कर रहा है इस रैली का बिहार वासियों के साथ साथ संपूर्ण भारतवासी भी विपरीत परिस्थितियों में कैसे अपनी बातों को व संदेश लोगो तक पहुँचाया जाता हैं भारतीय जनता पार्टी के इस कार्यशैली को भी इतिहास में दर्ज करा दिया हैं।

Sonpur: सारण के हरिहर क्षेत्र की पावन भूमि पर एक अद्भुत गाय की चर्चा हर किसी की जुबान पर है. सोनपुर थाना में लायी गई गिर नस्ल की गाय के दर्शन करने के लिए लोग जुट रहे हैं. इस गाय का दर्शन करके लोग कृतार्थ होना चाहते हैं. धार्मिक रूप से भी इस गाय की चर्चा हो रही है. कारण यह है कि इस गाय के मस्तक पर भोले भंडारी भगवान शंकर के त्रिशूल की छाप नजर आ रहा है. आपको बता दें कि गिर नस्ल की जाय प्राथमिक देशी नस्लों में से एक है. द्वापर युग में भगवान श्री कृष्ण के पास भी इसी नस्ल की गाय थी.

दअरसल सोनपुर थाने में पदस्थापित पुलिस इंस्पेक्टर दयानंद सिंह ने इसे अपने कार्यकाल के दौरान बक्सर में राजस्थान से खरीद कर मंगाया था. बताया जाता है कि गिर नस्ल की गाय विरले ही मिलती हैं. इसके कई आयुर्वेदिक औषधिय गुण भी हैं. जब से यह गाय सोनपुर थाने में आयी है तब से लोग इसके दर्शन करने पहुंच रहे हैं.

थानाध्यक्ष के अनुसार इसके मूत्र के सेवन से कैंसर जैसी असाध्य बीमारी के प्रकोप को भी कम तथा समाप्त किया जा सकता है. उन्होंने बताया इस गाय को देखने के लिए सारण जिले से ही नहीं अपितु दूसरे जिलों से भी लोग सोनपुर थाना पहुंच रहे हैं. गौ सेवा के उद्देश्य से खरीदी गाय.

यहां की आम जनता तो इस गाय के दर्शन से अपने को सौभाग्यशाली मान रही है. सोनपुर थानाध्यक्ष ने बताया कि गौ सेवा के उद्देश्य उन्होंने गाय को खरीदी. लेकिन जब से वह सोनपुर पहुंचने कई लोग इस गाय को खरीदने के लिए मोटी रकम दे रहे हैं. लेकिन उन्होंने सब को मना कर दिया.

Chhapra: जेपीयू के राजेंद्र महाविद्यालय में वाणिज्य विभाग तथा भारतीय लेखा संगठन (पटना शाखा) के संयुक्त तत्वाधान में एक राष्ट्रीय वेबीनार का आयोजन किया गया. कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए प्रभारी प्राचार्य डॉ राजकुमार ने सभी प्रतिभागियों का स्वागत किया तथा आयोजनकर्ता अर्चना उपाध्याय को प्रोत्साहन दिया. जयप्रकाश विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर एच एन पांडे ने इस वेबीनार को प्रासंगिक बताते हुए अपने विचार रखे.

प्रति कुलपति प्रो अशोक झा ने भी बताया कि कोरोना ने पूर्ण रूप से समाज में बहुत बड़ा परिवर्तन किया है. मुख्य अतिथि के तौर पर जयप्रकाश विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रोफेसर हरिकेश सिंह ने अपने वक्तव्य में बताया कि महामारी के इस दौर में आर्थिक और सामाजिक परिवर्तन बहुत तीव्र गति से हुआ है जिसका प्रभाव उच्च से लेकर निम्न वर्ग के लोगों तक पड़ा है.

उन्होंने मनोवैज्ञानिक तौर पर सकारात्मकता रखने की बात कही. मुख्य वक्ता के तौर पर प्रोफेसर अजय द्विवेदी , प्रोफेसर एस के सिन्हा तथा प्रोफेसर बटेश्वर सिंह थे जिन्होंने अपने अभिभाषण में आर्थिक और सामाजिक परिवर्तन के हर एक पहलू पर चर्चा की. विद्वत जनों द्वारा इस संगोष्ठी में बताया गया कि किस प्रकार अर्थव्यवस्था के हर सेक्टर में परिवर्तन हुआ है.

भारत में कई लोगों की नौकरियां भी प्रभावित हुई हैं. भारत सरकार द्वारा दिए गए राहत पैकेज, आत्मनिर्भर भारत आदि के संदर्भ में भारतीय अर्थव्यवस्था का भी विश्लेषण किया गया और उसके दूरगामी प्रभाव पर चर्चा की गई. वहीं दूसरी ओर लॉक डाउन के काल में बढ़ रही घरेलू हिंसा, बेरोजगारी, प्रवास संबंधी समस्या आदि जैसे सामाजिक परिवर्तनों पर भी विस्तार से चर्चा की गई.

इस वेबीनार के लिए पूरे देश से 700 से अधिक प्रतिभागियों ने पंजीकृत किया था. वर्तमान समय में महामारी के इस दौर में आर्थिक सामाजिक परिवर्तन एक प्रासंगिक विषय है और इस संगोष्ठी के द्वारा अन्य तथ्यों से भी रूबरू होने का प्रतिभागियों को मौका मिला तथा उनकी समझ व ज्ञान में बढ़ोतरी हुई.

धन्यवाद ज्ञापित करते हुए डॉ. अर्चना उपाध्याय ने पुनः इस तरह के आयोजन को करवाने तथा अधिकतम प्रतिभागियों को लाभ पहुंचाने हेतु प्रतिबद्धता दिखाने का आग्रह किया। इसमें जयप्रकाश विश्वविद्यालय व राजेंद्र कॉलेज के कई शिक्षक व छात्र जुड़े रहें जिनका फीडबैक काफी सकारात्मक रहा.

नई दिल्ली: भारत चरण-छह (BS-6) उत्सर्जन मानकों वाले वाहनों पर अब एक सेंटीमीटर लंबा का हरा स्टिकर (1 cm green strip) लगाना होगा. सरकार ने ऐसे वाहनों पर हरे स्टीकर को अनिवार्य कर दिया है. यह आदेश 1 अक्टूबर 2020 से लागू होगा. सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय की ओर से जारी अधिसूचना के अनुसार, BS-6 उत्सर्जन मानकों का अनुपालन करने वाले वाहनों की तीसरी रजिस्ट्रेशन प्लेट के ऊपर एक सेमी की हरी पट्टी लगानी होगी. मोटर वाहन (हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रेशन प्लेट्स) आदेश, 2018 में संशोधन के जरिये यह आदेश जारी किया गया है.

इससे पहले सरकार ने कहा था कि एक अप्रैल, 2019 से सभी मोटर वाहनों पर हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रेशन प्लेट्स (HSRP) लगाई जाएगी, जिससे छेड़छाड़ नहीं की जा सकेगी. इसके तहत आग्रह आए हैं कि ऐसे वाहनों की पहचान अलग से हो सके, इसकी व्यवस्था होनी चाहिए. अन्य देशों में भी ऐसा होता है. इसे थर्ड नंबर प्लेट भी कहते हैं, जिसे ​वाहन निर्माता हर वाहन के विंडशील्ड में फिट करता है.

Saran: मढौरा विधायक जितेंद्र कुमार राय ने कल गृह मंत्री अमित शाह के वर्चुअल रैली पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि उनके भाषण में जुमला से ज्यादा कुछ नहीं था. विधायक ने कहा कि अपने पैतालीस मिनट के भाषण में अमित शाह ने न बिहार को विशेष राज्य के दर्जे पर कुछ बोले न विशेष आर्थिक पैकेज देने पर. बदहाल और बेहाल बिहार कैसे खुशहाल और समृद्ध बिहार बनेगा कोई कारगर उपाय की चर्चा भी नहीं की.

जितेंद्र राय ने कहा कि शाह ने पीएम मोदी द्वारा 20 लाख करोड़ रुपये की आर्थिक पैकेज की घोषणा का जिक्र जरूर किया लेकिन ये नहीं बताया कि 20 लाख करोड़ रुपये में बिहार को स्वस्थ, शिक्षा, बेरोजगार, मजदूर, किसान और उद्योग धंधे स्थापित हेतु कितना मिलेगा. विधायक श्री राय ने तंज कसते हुए कहा कि जो सरकार छह सौ रुपये मजदूरों का किराया नहीं दे सकी वो एक वर्चुअल रैली पर 144 करोड़ रुपये में 72 हजार एलईडी स्क्रीन वितरण कर खर्च कर गयी. जिससे साफ हो गया कि भाजपा को न बिहार के किसान की चिंता है न मज़दूर की न बेरोजगारी की न स्वास्थ्य की और नही शिक्षा की.

विधायक ने कहा कि भाजपा को केवल पूंजी पतियों की सिर्फ चिंता है. राजद प्रवक्ता हरेलाल यादव ने बताया कि एनडीए भाजपा और मोदी-शाह की जोड़ी को बिहार के लाखों गरीब बच्चे, पढ़ाई नवजवान-मजदूर-कमाई किसान दुगुनी कमाई और सिंचाई की उम्मीद लगाए बैठे थे, पर अमित शाह ने अपने भाषण में बिहार के विकाश हित पर कोई चर्चा न कर केवल विपक्ष को कोसने का काम किया.