Patna: बिहार सरकार द्वारा मांगे गए सुझाव के जवाब में प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन ने अपनी 13 सूत्री मांगों व सुझावों को सरकार के समक्ष रखा है. प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन ने बिहार सरकार से 1 जुलाई से सभी निजी स्कूलों में कक्षाएं शुरू कराने की अनुमति देने की मांग की है.READ MORE CLICK HERE

Chhapra: सारण में अपराधियों का बड़ा गैंग सारण पुलिस के हत्थे चढ़ गया है. पुलिस ने एक साथ 11 अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया है. इस दौरान इन अपराधियों के पास से चोरी की 7 मोटरसाइकल, लूट की 2 बाइक व अपराध में प्रयुक्त कुल 2 बाइक सहित कूल 11READ MORE CLICK HERE

Chhapra: विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर लगभग 150 फलदार व छायादार पौधों को कोल्हुआँ के ग्रामीणों के द्वारा लगाया गया. ग्रामीणों के द्वारा पर्यावरण संतुलन के संदेश के साथ पौधारोपण किया गया. इस दौरान बीरेंद्र ओझा, ध्रुप ओझा,टिंकू ओझा, तुषार ओझा, दीपक ओझा, आनंद राज, आकाश ओझा, सतीश ओझा,READ MORE CLICK HERE

Chhapra: विश्व पर्यावरण दिवस पर जय प्रकाश महिला कॉलेज में जन जागरूकता पर आधारित ऑनलाइन क्विज प्रतियोगिता का आयोजन किया गया. प्राचार्य डॉ मधु प्रभा सिंह की अध्यक्षता में प्रतियोगिता का आयोजन किया गया.  इस कार्यक्रम की समन्वयक डॉ शबाना परवीन मल्लिक. आयोजन की सचिव मुग्धा पांडे और संयुक्त-सचिव नम्रताREAD MORE CLICK HERE

Chhapra: छपरा नगर निगम क्षेत्र के ब्रह्मपुर में कोरोना संक्रमित मरीज मिलने के बाद इसके आसपास के इलाकों को कंटेमेंट जोन घोषित कर दिया गया है. जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन के निदेश पर संक्रमित व्यक्ति के आवास से पूरब में राजकीय मध्य विद्यालय श्यामचक तक, पश्चिम में अजायबगंज पुल, उत्तरREAD MORE CLICK HERE

ऑनलाइन  वायरल हुए विडियो को 1 करोड़ से अधिक लोगों ने देखा Saran: सारण के एक युवक के गाने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद वह युवक रातों-रात इंटरनेट सेंसेशन बन गया है. पेशे से इंजीनियर चंदन कुमार गुप्ता नाम के युवक के गाने के वीडियो कोREAD MORE CLICK HERE

विश्व पर्यावरण दिवस प्रत्येक वर्ष 5 जून को मनाया जाता है. यह दिवस धरती पर लगातार बेकाबू होते जा रहे प्रदुषण और ग्लोबलवार्मिंग जैसे कारणों से निपटने के लिए धरती और मानव जाति के बीच तालमेल बनाने के लिए मनाया जाता है. इस दिवस को प्रत्येक साल अलग अलग थीमREAD MORE CLICK HERE

(प्रशांत सिन्हा)  मेरे पिताजी अक्सर जयप्रकाश आंदोलन की चर्चा अपने मित्रों से करते थे और मैं उनके पास बैठ कर उनकी बातें सुना करता था। मेरा विद्यालय जयप्रकाश बाबू के घर के ठीक सामने था। मैं हमेशा उन्हें धूप में किताबें पढ़ते हुए देखा करता था। शिक्षकगण भी उनके विषयREAD MORE CLICK HERE