Chhapra: रूस-यूक्रेन की जंग के कारण यूक्रेन के खारकीव शहर में मेडिकल की पढ़ाई करने गयी छपरा की छात्रा पूजा कुमारी वहां फंस गई है. पूजा खारकीव नेशनल मेडिकल यूनिवर्सिटी में एमबीबीएस तृतीय वर्ष की छात्रा है.

पूजा ने अपने माता-पिता को वीडियो संदेश भेजा है जिसमे वह बता रही है कि रूसी बमबारी से बचने के लिए वे और अन्य 20 बच्चे भूमिगत मेट्रो स्टेशन में शरण लिए हुए हैं. जहां भोजन और कपड़े का आभाव है.

बमबारी के कारण बाहर निकलने की अनुमति नही है. जिस कारण वे लोग माइनस दो डिग्री टेम्परेचर में जैसे तैसे समय गुजार रहें हैं.

इधर छपरा में परिवार वाले बेहद चिंतित हैं. मां का रो-रो कर बुरा हाल है. उन्होंने बताया कि व्हाट्सएप्प कालिंग के माध्यम से बातचीत हो रही है. जिसमे पूजा ने बताया है कि उसके पास खाने के समान का आभाव है. परिवार वालों ने भारतीय दूतावास, भारत सरकार से मदद मांगी है और जल्द से जल्द सभी बच्चों को वापस लाने की मांग की है.

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नई दिल्ली: भारत में यूक्रेन के राजदूत इगोर पोलिखा ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से वहां जारी सैन्य संकट के बीच हस्तक्षेप का अनुरोध किया है। उनका कहना है कि भारत-रूस के विशेष संबंधों को देखते हुए ‘मोदीजी’ रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से बात करें।

पत्रकारों से बातचीत में यूक्रेन के भारत में राजदूत इगोर पोलिखा ने कहा कि नई दिल्ली और मास्को के बीच विशेष रणनीतिक संबंध है। परिस्थितियों को नियंत्रित करने में भारत सक्रीय भूमिका निभा सकता है। वह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से अनुरोध करते हैं कि वह तुरंत रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और हमारे राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की से बात करें।

रूसी राजदूत ने कहा, “मोदीजी दुनिया के सम्मानित और शक्तिशाली नेता हैं। हमारी अपेक्षा है कि मोदीजी किसी तरह से पुतिन को समझाने की कोशिश करें। हम भारत की ओर से सहयोग के कुछ शब्द और किसी व्यावहारिक सहायता के लिए बेहद शुक्रगुजार होंगे।”

रूसी राजदूत ने मौजूदा परिस्थितियों में भारत के संयुक्त राष्ट्र में अपनाए गए रूख पर निराशा व्यक्त की। उनका कहना था कि भारत ने दोनों पक्षों से तनाव को बढ़ने से रोकने की अपील की है। असल में रूस ने आक्रमता दिखाई है और यूक्रेन अपनी सीमा को बचाने के प्रयास कर रहा है।