पटना: भाजपा के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी ने खान एवं भूतत्व मंत्री डॉ. रामानंद यादव की ओर से लगाये गये आरोप का जवाब दिया है। सुशील मोदी ने आरोप सही साबित होने पर अपनी संपत्ति लालू परिवार को गिफ़्ट करने तक का ऐलान कर दिया है। यही नहीं उन्होंने झूठा आरोप लगाने वालों पर मानहानि का मुक़दमा करने तक की बात कही है।

सुशील कुमार मोदी ने शनिवार को ट्वीट करते हुए कहा है ‘पटना का खेतान मार्केट लालू की कृपा से 1995 में तैयार हुआ। लोदीपुर का मॉल किसका है मुझे पता नहीं। ये दोनों संपत्ति यदि मेरी या मेरे परिवार की है तो आज ही मैं लालू परिवार को गिफ़्ट करने के लिए तैयार हूं। झूठा आरोप लगाने वालों पर मानहानि का मुक़दमा करूंगा।’

उल्लेखनीय है कि खान एवं भूतत्व मंत्री डॉ. रामानंद यादव ने पिछले दिनों कहा था कि बिहार के डिप्टी सीएम रहते सुशील मोदी ने लोदीपुर और खेतान मार्केट की जमीन पर कब्जा जमाया।

Patna: राज्यसभा उपचुनाव के लिए भाजपा प्रत्याशी के तौर पर पूर्व उपमुख्यमंत्री व वरिष्ठ भाजपा नेता सुशील कुमार मोदी ने आयुक्त कार्यालय में अपना नामांकन दायर किया.

इस दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री तार किशोर प्रसाद, रेणुदेवी, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ संजय जायसवाल उपस्थिति थे.

राज्य सभा के लिए बिहार से यह सीट पूर्व केंद्रीय मंत्री लोजपा संस्थापक रामविलास पासवान के निधन के कारण खाली हुई थी. इस सीट के लिए नामांकन 3 दिसंबर तक होगा. विपक्ष ने अपने पत्ते अभी तक नही खोले है. मतदान 14 दिसंबर को होगा.

Patna: बिहार में नयी सरकार के गठन को लेकर एनडीए की बैठक हुई. बैठक में नीतीश कुमार को सर्वसम्मति से एनडीए विधानमंडल दल का नेता चुन लिया गया. वही उपमुख्यमंत्री के नाम पर अबतक संशय बरक़रार है.

हालांकि भाजपा ने कटिहार से भाजपा विधायक तार किशोर प्रसाद को विधानमंडल दल का नेता और बेतिया से विधायक रेणु देवी को उपनेता चुन लिया है. ऐसे कयास लगाये जा रहें है कि उत्तरप्रदेश की तर्ज पर दोनों नेताओं को उपमुख्यमंत्री पद दी जा सकती है.

इसी बीच निवर्तमान उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने एक के बाद एक तीन ट्वीट कर के दोनों नेताओं को बधाई देते हुए कहा है कि वे कार्यकर्ता है और कार्यकर्त्ता का पद उनसे कोई छीन नहीं सकता.

सुशील मोदी ने लिखा- “भाजपा एवं संघ परिवार ने मुझे 40 वर्षों के राजनीतिक जीवन में इतना दिया की शायद किसी दूसरे को नहीं मिला होगा।आगे भी जो ज़िम्मेवारी मिलेगी उसका निर्वहन करूँगा। कार्यकर्ता का पद तो कोई छीन नहीं सकता।

तारकिशोरजी को भाजपा विधानमंडल का नेता सर्वसम्मति से चुने जाने पर कोटिशः बधाई ! नोनिया समाज से आने वाली बेतिया से चौथी बार विधायक श्रीमति रेणु देवी के भाजपा विधान मण्डल दल के उप नेता सर्वसम्मति से चुने जाने पर हार्दिक बधाई!”

Chhapra: बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने जलालपुर हाई स्कूल के मैदान में आयोजित दिव्यांग रथ वितरण समारोह में दिव्यांगों को स्कूटी का वितरण किया. महाराजगंज के सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल के ऐच्छिक कोष से 110  दिव्यांगों को स्कूटी का वितरण किया गया.

इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री ने कहा कि किसी भी दिव्यांग को परेशानी ना हो इसके लिए सरकार कार्य कर रही है. दिव्यांगों को कहीं आने जाने में सहूलियत हो इसके लिए उन्हें स्कूटी का वितरण किया गया है. ताकि वह कहीं से भी कहीं आ जा सके और किसी दूसरे पर निर्भर ना रहें. और आत्मनिर्भर बने. उन्होंने कहा कि दिव्यांगों की सेवा के लिए सभी आगे आये और मानवता का धर्म निभाये. 

उन्होंने कहा कि सूबे का कोई भी दिव्यांग सरकार की सेवाओं से वंचित ना रहे इसके लिए सभी प्रयास किये जा रहे है. सुशील मोदी ने सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल की सराहना करते हुए है कि अबतक किसी सांसद ने जो काम नहीं किया वह सिग्रीवाल कर रहे है, जो सराहनीय है.  

दिव्यांगों होंगे आत्मनिर्भर: सिग्रीवाल
वही सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल ने कहा कि दिव्यांगों को किसी का सहारा लेकर या विनती करके कही आना जाना पड़ता था. इन परेशानियों को देखते हुए उन्हें लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से स्कूटी का वितरण किया गया है. इसके माध्यम से अब वे भी अपनी मर्जी से कही आ और जा सकेंगे. इसके लिए उन्हें परिवार के किसी सदस्य या अन्य व्यक्ति पर निर्भर नही रहना पड़ेगा.

इस अवसर पर छपरा के विधायक डॉ सीएन गुप्ता, अमनौर के विधायक शत्रुघ्न तिवारी उर्फ चोकर बाबा, मनोरंजन सिंह धूमल,  जदयू जिलाध्यक्ष अल्ताफ आलम राजू, जदयू के वरीय नेता शैलेन्द्र प्रताप, लोजपा के केशव सिंह, लोजपा जिलाध्यक्ष दीपक कुमार सिंह,  भाजपा जिलाध्यक्ष रमेश प्रसाद, भाजपा नेता राहुल राज, राणा प्रताप डब्लू, प्रकाश रंजन निक्कू समेत एनडीए के नेता उपस्थित थे.

छपरा: सूबे के पूर्व उपमुख्यमंत्री और बिहार भाजपा के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी ने कहा कि शराब बंदी के नाम पर राज्य सरकार सिर्फ नाटक कर रही है. जिस प्रकार जहरीली शराब पीने से गोपालगंज में लोगों की हुई मौत को प्रशासन छिपाने की कोशिश कर रहा है इससे यह बात साबित हो चुका है. गोपालगंज में 22 लोगों की शराब पीने से मौत हुई है लेकिन सरकार 16 -17 लोगों की मौत को बता रही है.

सुशील मोदी तिरंगा यात्रा के दौरान छपरा पहुंचे थे. तरैया के पूर्व विधायक जनक सिंह के आवास पर आयोजित प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि मै शराब बंदी का पक्षधर हूँ लेकिन उसके लिए बनाये गये कानून की मैं खिलाफत करता हूँ. शराब बंदी को लेकर बनाया गया कानून बेहद ही कठोर है. उन्होंने शराब बंदी को लेकर बनाये गये कानून की तीन मुख्य बातों को बताते हुए कहा कि सामूहिक जुर्माना लगाना, परिवार के सभी सदस्यों को जेल भेजवाना तथा सम्पति जब्त करने जैसे कानून के मैं खिलाफ़ हूँ. शराबबंदी को लोगों के बीच जागृति पैदा कर, समझा-बुझा कर लागू किया जा सकता है न कि उन्हें डरा धमका कर.

गोपालगंज की घटना में अस्पताल में जाने वाले मरीजो को डराया गया. उन्हें शराब बंदी कानून का हवाले देते हुए इलाज की बजाये घर जाने को कहा गया. इतना ही नही जो लोग मारे गये उनके परिजनों को डरा धमका कर बिना पोस्टमार्टम  के ही वापस भेजा जा रहा था. उन्होंने आरोप लगाया कि इस मामले में थानाध्यक्ष समेत पुलिस कर्मियों को सस्पेंड किया गया है पर लालू के खास एसपी पर कोई कार्रवाई नहीं की गयी है.

उन्होंने कहा कि थाना से महज डेढ़ किलोमीटर की दूरी पर अवैध शराब का धंधा चल रहा था पर चार महीने में 650 रेड मारने का दावा करने वाली पुलिस द्वारा  इस जगह पर कार्रवाई नहीं करना  उनकी संलिप्तता को दर्शाता है. उन्होंने कहा कि बिहार सरकार के नकारात्मक रवैये के कारण कड़े कानून के बावजूद शराब का व्यवसाय फल फूल रहा है. विपक्ष शराबबंदी कानून के पक्ष में है पर इसके लिए सरकार को चाहिए की समाज में जागृति लाये.

पटना(DNMS): सूबे में उत्पन्न बालू संकट के लिए राज्य सरकार पूरी तरह से जिम्मेवार है. सरकार ने 2014 के बनाए अपने ही नियमों का उल्लंघन कर बालू उत्खनन का आदेश दिया और जब नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने उक्त नियमों का हवाला देकर बालू खनन पर रोक लगाया तो अब राज्य सरकार ट्रिब्यूनल के खिलाफ ही बयानबाजी कर जहां कोर्ट की अवमानना कर रही है. वहीं केन्द्र सरकार पर झूठा आरोप भी लगा रही है. बालू संकट के मद्देनजर राज्य सरकार की स्थिति ‘नाचे न जाने, आंगन टेढ़ा’ वाली है. उक्त बातें बिहार भाजपा विधान मंडल दल के नेता सुशील कुमार ने रविवार को पटना में एक प्रेस बयान जारी कर के कहीं.
उन्होंने कहा कि बिहार माइनर मिनरल कंसेशन (एमेंडमेंट) रूल्स, 2014 (Bihar Minor Minerel (Amendment)Rules-2014) के सेक्शन 21 ‘ए’ में राज्य सरकार ने खुद ही प्रावधान किया है कि बिना स्वच्छता प्रमाणपत्र प्राप्त किए कोई भी उत्खनन कार्य नहीं कर सकता है. बिहार सरकार को बताना चाहिए कि उसने अपने ही बनाये नियमों का उल्लंघन कर बालू खनन की बंदोवस्ती कैसे कर दी? इतने दिनों तक बालू का खनन जारी कैसे रहा? 19 जनवरी को ही जब बालू खनन पर ट्रिब्यूनल ने रोक लगा दी तो राज्य सरकार ने अब तक कौन सी कार्रवाई की है? ऐसे में अभी जो बालू संकट उत्पन्न हुआ है, उसके लिए क्या राज्य सरकार पूरी तरह से जिम्मेवार नहीं है?

भाजपा नेता ने कहां कि बिहार के 24 जिलों में 20 लोगों को बालू खनन की बंदोवस्ती की गई जिनमें से मात्र 10 लोगों ने केन्द्र सरकार को स्वच्छता व पर्यावरण क्लियरेंस प्रमाण पत्र के लिए आवेदन दिया. केन्द्र ने प्रक्रियाओं को पूरा करने की पृच्छा के साथ सभी आवेदन बिहार को भेजा मगर सरकार ने आज तक केन्द्र के पृच्छा का जवाब तक नहीं दिया है. दूसरी ओर 12 प्रस्ताव एक साल बाद इसी माह राज्यस्तरीय इन्वायरमेंटल क्लियरेंस प्राधिकार के पास भेजा गया है, जहां वह लम्बित है. दरअसल राज्य सरकार अपनी नाकामियों के लिए नाहक में केन्द्र सरकार को कोस रही है. 

नवीन सिंह परमार की रिपोर्ट