Chhapra: शैक्षणिक संस्थान विवेकानंद इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल के निदेशक सह रिविलगंज प्रखंड प्रमुख डॉ0 राहुल राज ने लॉक-डाउन की इस विषम परिस्थिति में विद्यार्थियों को घर में पढ़ाई जारी रखने का संदेश दिया है. इस सन्देश के माध्यम से उन्होंने कहा कि यह समय हिम्मत हारने का नही, बल्कि धैर्य और सतर्कता के साथ अपने बुद्धिबल का प्रयोग करने का है.  इस बात से हम सभी भली-भांति अवगत हैं कि नए सत्र हेतु हमारे पास सम्पूर्ण शिक्षण सामग्री उपलब्ध नही है तथा ऐसी स्थिति में हम किसी निजी शैक्षणिक संस्थान में या किसी योग्य शिक्षक के पास पहुँचने में भी असमर्थ हैं.

उन्होंने कहा कि जिले के सभी बच्चों चाहे वे सरकारी, निजी या तकनीकी किसी भी विद्यालय में अध्ययनरत हों, वे इस समय अपनी शिक्षण प्रक्रिया के बीच लंबा अंतराल बिल्कुल न आने दें, क्योंकि ऐसा करने से बच्चों की बुद्धिलब्धि में कमी आने की आशंकाएँ बढ़ जाती हैं तथा इससे उनकी अध्ययन रुचि में भी कमी आने लगती है.

डॉ0 राहुल राज का कहना है कि बच्चे किसी भी माध्यम से अपनी पढ़ाई चाहे जिस भी क्षेत्र में कर रहें हो, निरंतर जारी रखें. आज का युग तकनीकी युग है. अधिकांशतः घरों में लैपटॉप, इंटरनेट, एंड्रॉयड मोबाइल फ़ोन उपलब्ध है. यही वो समय है जब हम इसका उचित सदुपयोग कर सकते हैं. उनका सभी विद्यायर्थियों से आग्रह है कि वे ऑनलाइन स्टडी के माध्यम से अध्ययनरत रहें. इसके जरिये वे किसी भी चयनित वेबसाइट, यूट्यूब इत्यादि या गूगल के माध्यम से अपनी कक्षानुसार, विषयवार, महत्वपूर्ण बिंदुओं को सर्च करके आसानी से घर बैठे ज्ञान प्राप्त कर सकते हैं.

इस कार्य हेतु उनके माता-पिता उन्हें उत्साहवर्धित करने में एवं सुविधा प्रदान करने हेतु अपना पूर्ण योगदान दें. वे बच्चों पर इस असामयिक अवकाश अवधि में भी अनुशासन, शिक्षा एवं आत्मबल की गति निरंतर बनाये रखें. आप अपने घरेलू कार्यों के साथ-साथ समय-समय पर उनकी गतिविधियों पर पैनी नज़र बनाए रखें.

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सुरक्षा की दृष्टि से बच्चों को कदापि घर से बाहर निकलने की अनुमति न दें. अत्यधिक आवश्यकता पड़ने पर आप स्वयं सामाजिक दूरियाँ बनाते हुए तथा मास्क लगा कर ही बाहर निकलें. उन्हें समय-समय पर हाथों को सैनिटाइज करते रहने एवं अपने आस-पास स्वच्छता बनाये रखने हेतु उत्साहित करें.

“कोरोना” नामक इस खतरनाक वायरस से लड़ने में आप सभी की अहम भूमिका है. किंतु इस संकट की घड़ी में बचाव के साथ-साथ बच्चों की अध्ययन प्रकिया भी अत्यंत आवश्यक है, क्योंकि आज शिक्षा का ही प्रभाव है जो हमें इस महामारी भरी जंग की जीत में कामयाबी की ओर अग्रसर कर रहा है. अंततः उन्होंने सभी अभिभावकों से नम्रता पूर्ण भाव से यह अपील किया कि आप सभी अपने बच्चों की शिक्षण प्रक्रिया ऑनलाइन के माध्यम से या किसी भी तरीके से जिसमे आप सक्षम हो, निरंतर जारी रखें. अंतराल बिल्कुल न आने दें. क्योंकि ये बच्चें ही हमारे देश के भविष्य हैं, जिसकी नींव हमे मजबूत करनी है.

Chhapra: छ्परा के सेन्ट्रल पब्लिक स्कूल के 11वीं के 43 छात्रों को बिहार के शिक्षा मंत्री कृष्ण नन्दन वर्मा ने पटना के ऐतिहासिक श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में मेडल और प्रमाण – पत्र देकर सम्मानित किया. इस सम्मान समारोह का आयोजन प्राइवेट स्कूल एवं चिल्ड्रेन वेलफेयर एसोसिएशन के द्वारा किया गया था.

जिसमें राज्य के तक़रीबन चार हजार ऐसे छात्रों को चयनित किया गया था, जिन्होंने दसवी की परीक्षा में बेहतर प्रदर्शन किया हो और जिले तथा राज्य का नाम रौशन किया हो.

सारण का एकमात्र स्कूल जिसका हुआ चयन

इस सम्मान समारोह में सारण से सिर्फ सेंट्रल पब्लिक स्कूल के 43 छात्रों का ही चयन हुआ, जिन्हें सूबे के शिक्षा मंत्री ने सम्मानित किया.

निदेेेेशक ने दी बधाई

विद्यालय प्रबंधक विकास कुमार ने छात्रों को मिले इस सम्मान के बाद काफी खुशी जताई. विकास कुमार के नेतृत्व में ही सभी बच्चे पटना गए थे. वापस लौटने पर विद्यालय के निदेशक डॉ. हरेन्द्र सिंह ने प्रातः कालीन सभा में उन छात्र – छात्राओ को विशेष रूप से सुभाशिष देकर स्वागत किया और उन छात्र – छात्राओं को उनसे प्रेरणा लेने की बात कही. सम्मानित छात्रों के अभिभावकों के साथ-साथ विधालय में उमंग, उत्साह और हर्ष का वातावरण छा गया.