Chhapra/Marhaura: राजग गठबंधन नीतीश कुमार के नेतृत्व में अटूट है, बिहार की सभी सीटों पर एनडीए प्रत्याशी की जीत होगी. उक्त बातें जदयू के महासचिव सह राज्य सभा सांसद आरसीपी सिंह ने मढौरा विधानसभा क्षेत्र के नगरा प्रखंड में एनडीए कार्यकर्ताओ की बैठक को संबोधित करते कही.

उन्होंने कहा कि बिहार की जनता जंगलराज के नाम से सिहर जाती है. महागठबंधन का सभी सीटों पर बेड़ा गर्क होगा. जनता ने महागठबंधन को पूरी तरह नकार दिया है. मौका मिलने पर पति पत्नी की राज वाली टीम केवल और केवल धन अर्जित करने का काम कर अपना विकास किया है. वही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार को अपना परिवार माना औऱ राज्य का चहुमुखी निरन्तर विकास में लगे है.

उन्होंने बैठक में शामिल सभी एनडीए कार्यकर्ता को आह्वान करते कहा कि अब आप सभी समय रहते दिल जान से लग जाइए, एक स्वच्छ, ईमानदार समर्पित कार्यकर्ता जद के प्रत्याशी अल्ताफ आलम राजू को रिकार्ड मतों से जिताकर सदन में भजिए.

Patna: राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) में सीटों के बंटवारे के बाद अब भारतीय जनता पार्टी ने अपने कोटे की 121 सीटों का ऐलान कर दिया है.

पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ संजय जयसवाल ने इन सीटों की सूची को जारी किया.

आपको बता दें कि एनडीए में हुए सीटों के बंटवारे के अनुसार भाजपा 121, जदयू 122 सीटों में से लड़ेगी. जदयू अपने कोटे से हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा को 7 सीटें देगी. वही भाजपा अपने कोटे से विकासशील इंसान पार्टी को सीटें देगी. फिलहाल कितनी सीटें मिलेंगी इसकी घोषणा नहीं हुई है.

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पटना: लोजपा के नेता चिराग पासवान ने एक बार फिर से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सात निश्चय योजना पर सवाल उठाया है. एनडीए के प्रेस वार्ता के दौरान चिराग पासवान ने ट्वीट कर कहा कि अगली सरकार बनते ही सात निश्चय योजना में हुए भ्रष्टाचार की जांच कर सभी दोषियों को जेल भेजा जाएगा. लंबित राशि का तुरंत भुगतान किया जाएगा ताकि अधूरे पड़े काम पूरे हो सकें.

हालांकि इस पर सीएम नीतीश कुमार से पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा कि हमारा रिश्ता रामविलास पासवान से अच्छा है. कौन क्या बोल रहा है इससे हमें कोई फर्क नहीं पड़ता है. हालांकि लगातार चिराग पासवान नीतीश कुमार और उनके साथ में से योजना पर सवाल उठा रहे हैं इससे पहले चिराग पासवान ने सात निश्चय योजना को भ्रष्टाचार का पिटारा बताया था.

पटना: बिहार में विधानसभा चुनाव के साथ-साथ विधान परिषद चुनाव का भी बिगुल बज गया है।बिहार के स्नातक और शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र के लिए चुनाव आयोग ने कार्यक्रम जारी कर दिया है।22 अक्टूबर को विधान परिषद के लिए मतदान की तारीखें तय की गई है।


बिहार के 04 शिक्षक और 04 स्नातक विधान परिषद सीटों के लिए 28 सितंबर को अधिसूचना जारी होगी‌।05 अक्टूबर तक नामांकन पत्र दाखिल किए जाएंगे और 06 अक्टूबर को नामांकन पत्रों की जांच की जाएगी।08 अक्टूबर तक नामांकन पत्र वापस लिए जा सकेंगे।

विधान परिषद के लिए 22 अक्टूबर को मतदान होगा।सुबह 8:00 बजे से लेकर शाम 5:00 बजे तक वोटिंग होगी और 12 नवंबर को मतगणना की तारीख रखी गई है।आपको बता दें कि विधानसभा के लिए होने वाले चुनाव की मतगणना 10 नवंबर को होगी,जबकि विधान परिषद की 8 सीटों की मतगणना 12 नवंबर को होगी.

सारण जिले के 10 विधानसभा सीट पर दूसरे चरण में 3 नवंबर को डाले जाएंगे वोट

Chhapra:  बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर चुनाव आयोग ने तारीखों का ऐलान कर दिया है. तीन चरण में चुनाव संपन्न कराए जाएंगे. सारण की 10 विधानसभा सीट पर 3 नवंबर को वोट डाले जाएंगे.


Chhapra: चुनाव आयोग ने बिहार विधानसभा चुनावों की घोषणा ही गयी है. इस बार बिहार में 3 चरणों में मतदान सम्पन्न कराया जाएगा.

पहले फेज में 28 अक्टूबर को मतदान कराया जाएगा. दूसरे फेज का चुनाव 3 नवंबर और तीसरे फेज का चुनाव 7 नवंबर को संपन्न होगा. वही वोटों गिनती 10 नवंबर को की जाएगी.

पहले चरण में 71 विधानसभा सीटों पर वोट डाले जाएंगे वहीं दूसरे चरण में 94 और तीसरे चरण में 78 विधानसभा सीटों पर मतदान होंगे.

पहला चरण 
पहले चरण के मतदान के लिए 1 अक्टूबर को नोटिफिकेशन जारी किया जाएगा. नॉमिनेशन की अंतिम तारीख 8 अक्टूबर होगी. वहीं स्क्रूटनी 9 अक्टूबर को और कैंडिडेट विड्रॉल के लिए 12 अक्टूबर तक का समय दिया गया है. पहले चरण का चुनाव 28 अक्टूबर को होगा.

दूसरा चरण 
दूसरे फेज के नॉमिनेशन के लिए 9 अक्टूबर को अधिसूचना जारी जी की जाएगी, वहीं नॉमिनेशन के अंतिम तारीख 16 अक्टूबर है.  स्क्रूटनी 17 अक्टूबर और कैंडिडेट विड्रॉल 19 अक्टूबर तक होगा. दूसरे फेज का चुनाव 3 नवम्बर को सम्पन्न होगा.

तीसरा चरण 
वहीं तीसरे चरण के मतदान के लिए 13 अक्टूबर को नॉमिनेशन की अधिसूचना जारी की जाएगी. नॉमिनेशन की अंतिम तिथि 20 अक्टूबर तथा स्क्रूटनी के लिए 31 अक्टूबर और कैंडिडेट का विड्रोल 23 अक्टूबर तक  होगा. वहीं मतदान 7 अक्टूबर को संपन्न होगा.

 

Chhapra: करोना का कहर सारण सहित सूबे में दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है. वहीं दूसरी ओर बाढ़ ने सारण सहित बिहार को बेहाल कर रखा है. सारण जिले के तरैया, पानापुर, मकेर, मढ़ौरा व मसरख के 45 पंचायतों के 203 गांवों में बाढ़ का पानी घुस चुका है. बाढ़ से लगभग एक लाख की आबादी प्रभावित है. गंडक नदी के जलस्तर में लगातार वृद्धि हो रही है. वही गंगा अभी खतरे के निशान से नीचे बह रही है और घागरा अभी खतरे के निशान से 2 फीट नीचे है. लेकिन गंडक नदी के उफान पर होने से बाढ़ ने तबाही मचा रखी है.

बिजली, सड़क व संचार सेवाएं हुई बाधित
गोपालगंज में सारण तटबंध टूटने के बाद बाढ़ ने मशरक प्रखंड में विकराल रूप धारण कर रखा है. बाढ़ से परेशान स्थानीय लोग हंगामा व अधिकारियों का घेराव कर रहे हैं. प्रखंड में बाढ़ प्रभावित इलाकों में बिजली सड़क व संचार सेवा बाधित हो गया है. प्रशासन द्वारा हर संभव सहायता पहुंचाने के बाद भी लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. एनएच 104 और एसएच 76 पर बाढ़ का पानी चढ़ रहा है. सारण जिला के तरैया-अमनौर मुख्य सड़क एनएच 104 पर पानी बह रहा है. वही तरैया मशरख मुख्य सड़क एस एच 73 पर बाढ़ का पानी चढ़ गया है. इन मुख्य सड़कों पर यातायात बाधित होने की संभावना है. कई गांव का संपर्क टूट चुका है.

सारण में डूबने से 4 की हुई मौत
बुधवार के दिन सारण के पानापुर के चौसा गांव में 12 वर्षीय लड़की की बाढ़ के पानी में डूबने से मौत हो गई. वही मकेर प्रखंड स्थित जिन्ना पोखरा में नहाने के दौरान एक किशोरी की पानी में डूबने से मौत हो गई. वही तरैया में 18 वर्षीय युवक की एवं 35 वर्षीय मजदूर की बाढ़ के पानी में डूबने से मौत हो गई.

बाढ़ से कई एकड़ फसल बर्बाद
सारण के कई प्रखंडों में बाढ़ में फसल को डुबो दिया. बाढ़ की वजह से कई एकड़ फसल बर्बाद हो गई. किसानों का कहना है कि इस बार अच्छी फसल की उम्मीद थी. लेकिन बाढ़ ने उम्मीदों पर पानी फेर दिया है. बाढ़ के कहर के साथ आर्थिक तंगी झेलनी पड़ रही है. इससे पहले कोरोनावायरस की वजह से हुए लॉकडाउन से आर्थिक हालात खराब है.

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Chhapra: आगामी बिहार विधानसभा निर्वाचन-2020 के परिपेक्ष्य में सारण जिला के अंतर्गत सभी शस्त्र अनुज्ञप्तिधारी अपने शस्त्र का भौतिक सत्यापन स्थानीय थाना में कराने के आदेश दिए गए है.

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जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन के आदेश से इसके लिए तिथि निर्धारित की गयी है. शस्त्र अनुज्ञप्तिधारी को 3 से 12 अगस्त 2020 के बीच किसी दिन संबंधित थानाध्यक्ष एवं प्रतिनियुक्त पदाधिकारी की उपस्थिति में अपने शस्त्र का भौतिक सत्यापन कराना होगा.

जिलाधिकारी के द्वारा स्पष्ट कहा गया है कि समय सीमा के अंतर्गत अपने शस्त्रों का सत्यापन नहीं कराये जाने की स्थिति में शस्त्र अनुज्ञप्ति निलंबित करते हुए रद्द करने की कार्रवाई की जाएगी.