Varanasi/Chhapra: देश Corona Virus संक्रमण से उत्पन्न मुश्किल दौर से गुजर रहा है. ऐसे में देश की लाइफलाइन कही जाने वाली भारतीय रेल के कर्मचारियों को प्रेरित करती एक कविता की खूब चर्चा हो रही है.

यह कविता पूर्वोत्तर रेलवे के महाप्रबंधक एल० सी० त्रिवेदी ने लिखी है. जो समसामयिक और इस मुश्किल दौर में देश सेवा में जुटे रेलवे के कर्मचारियों को नई ऊर्जा दे रहा है.

पढ़िए उनकी कविता
CORONA

कोरोना को हराना है
रेल को चलाना है ।

रेलों से पहुँचेगी आवश्यक सामग्री सब दूर
जनता को मिलेगी कोरोना से लड़ने की ताक़त भरपूर ।

लक्ष्मण रेखा को नहीं फाँदेंगे
खुद को और दूसरों को इस रोग से बचाएँगे ।

मोदी की सलाह का करेंगे पूरा पालन
जिससे भारत का संसार में रहेगा रुतबा क़ायम ।

आरोग्य सेतु ऐप को करेंगे डाउनलोड
जिसमें समाहित हैं कोरोना को हारने का भेद ।

आयुष मंत्रालय ने दिया है कोरोना को हराने का नुस्क़ा
इसका इस्तेमाल करने से होगा सबको भरपूर फ़ायदा।

ग्रह मंत्रालय भी कर रहा है जारी दिशा निर्देश
बारीकी से जाँच हो रही जो गए थे हाल में विदेश ।

मोदी के नेतृत्व में भारतवासियों को है पूरा विश्वास
की देश से होगा कोरोना वाइरस का पूर्ण विनाश।

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Chhapra: कोरोना वायरस से पूरे देश मे लॉक डाउन है. सरकार के इस पहल से कई सकारात्मक बातें सामने आई है. जिनमे सबसे बड़ा परिवर्तन वायुमंडल का है. देश के अलग अलग राज्यों के साथ साथ वायुमंडल में हुए इस परिवर्तन का सीधा असर छपरा में भी देखने को मिल रहा है. प्रतिदिन सड़कों पर दौड़ते हजारों चारपहियां, दुपहियां वाहनों के अलावे ट्रेन, ट्रक, ट्रैक्टर, जेनरेटर में से इन दिनों गिने चुने संख्या में सड़को पर दिख रहे है. ऐसे में वायुमंडल में ना सिर्फ कार्बन डाइऑक्साइड और अन्य हानिकारक तत्वों की मात्रा कम हुई है बल्कि हवा भी स्वच्छ हुई है.

विगत 10 दिन से जारी लॉक डाउन की इस अवधि में वायु प्रदूषण में कमी के साथ साथ ध्वनि प्रदूषण में भी कमी आयी है. जो वृद्ध एवं छोटे बच्चों के लिए एक वरदान साबित हो रहा है. स्वच्छ हवा लोगों के मन मस्तिष्क को प्रफुल्लित कर रही है. घुटन वाली जिंदगी के अर्से बाद लोग स्वच्छ हवा में सांस ले रहे है और कुछ बेहतर महसूस कर रहे है.

निश्चित तौर पर इस लॉक डाउन की अवधि में कई सकारात्मक पहलू सामने आए है. आने वाले दिनों में यह एक बड़े परिवर्तन का घोतक बन सकता है. सरकार इस दिशा में पहल भी कर सकती है. जिससे के हम अपने बच्चों को एक सुनहरा भविष्य दे सकते है.

जिंदगी को जीने की जद्दोजहद और भागम भाग की इस जिंदगी में यह लॉक डाउन एक विराम के समान है लेकिन शारीरिक थकान, मानसिक तनाव को दूर करने और परिवार से पुनः लगाव का कारण भी यह लॉक डाउन ही बना है. इस अवधि में सभी ने अपने परिवार के छोटे बड़े बुजुर्ग के साथ जो समय व्यतीत किया वह एक इस सदी की सबसे बड़ी उपलब्धि मानी जायेगी.

लोग अपने घरों में रह रहे है, परिवार के लोगो से बातचीत कर रहे है, उनके साथ खेल रहे है, घरेलू कार्यो में हाथ बटा रहे है, पारिवारिक जीवन मे पुनः वापसी का श्रेय लॉक डाउन को ही मिलेगा. निश्चित तौर पर कोरोना वायरस ने हमे सीख दी है जिसपर अमल करने की जरूरत है.

 

Chhapra: Covid 19 से लड़ाई में इंडियन ऑयल परिवार की सारण शाखा ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री राहत कोष में 1 लाख रुपये का चेक डोनेट किया. यह चेक सारण के जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन को सौंपा गया.

इस दौरान ताजपुर स्थित पेट्रोल पंप के अजय सिंह, चनचौरा पेट्रोल पंप के कामेश्वर सिंह आदि ने जिलाधिकारी को यह चेक सौंपा.

इस मौके पर संघ के अजय सिंह ने कहा कि कोविड19 से लड़ाई में पूरा देश एक साथ खड़ा है और इसी एकजुटता की बदौलत हम यह जंग जीतेंगे. उन्होंने कहा कि इस लड़ाई में इंडियन ऑयल परिवार का यह एक छोटा सा योगदान है. उन्होंने अन्य सभी व्यावसायिक संगठनों से भी मुख्यमंत्री राहत कोष में योगदान का आह्वान किया है.

जद यू नेता कामेश्वर सिंह ने बताया है कि इस वैश्विक महामारी में लोग कोरोना वायरस से त्रस्त है. इस तरह से एक छोटी राशि मुख्यमन्त्री आपदा कोष में देने से राज्य की जनता की सेवा का मौका मिल जाएगा.

 

Chhapra: सारण जिले में कोरोना वायरस संक्रमण से ग्रसित पहला मरीज मिला है. जिसकी पुष्टि जिला प्रशासन ने की है.  जिला प्रशासन ने त्वरित करवाई करते हुए इसुआपुर प्रखंड के संक्रमित गाँव के 3 किलोमीटर की परिधि में क्षेत्र को सील कर दिया है. साथ ही आने और जाने वालों पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दी गयी है.

जिला प्रशासन द्वारा जारी सूचना के अनुसार त्वरित रूप से कार्रवाई करते हुए दो पदाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति की गई है जो इस मामले पर पूरी नजर बनाए रखेंगे. यह भी बताया गया है कि पूरे क्षेत्र को सैनेटाइज किया जाए साथ ही साथ इसकी पूरी निगरानी की जाए.

क्वॉरेंटाइन वार्ड में व्यवस्था को किया गया दुरुस्त
कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने तथा बचाव के लिए सदर अस्पताल परिसर में जीएनएम स्कूल को क्वॉरेंटाइन वार्ड बनाया गया है. जिसमें कोरोना वायरस के संक्रमित पॉजिटिव मरीज के परिजनों तथा रिश्तेदारों को लाकर भर्ती किया गया है.

साथ ही आइसोलेशन वार्ड में तैनात कर्मचारियों को भारत सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के दिशा-निर्देशों के अनुरूप पर्सनल प्रोटेक्शन इक्विपमेंट्स उपलब्ध कराए जाने के निर्देश दिए गए हैं.

7 किलोमीटर की दूरी तक “बफर जोन” घोषित
संक्रमित गांव की परिधि से लेकर सात किलोमीटर की दूरी तक “बफर जोन” घोषित किया गया है. डीएम ने इसुआपुर के बीडीओ तथा अंचल पदाधिकारी को आदेश दिया है कि पंचायत को चारों तरफ से सील कर आवागमन को पूरी तरह बाधित कर दे और अगले आदेश तक उस गांव को क्वानटाइनमेंट जोन घोषित कर दिया गया है. सभी सरकारी तथा निजी प्रतिष्ठान एवं मार्गो को अगले आदेश तक बंद करने को कहा गया है.

गांव को संक्रमण मुक्त करने का आदेश
डीएम ने गांव को संक्रमण मुक्त करने का आदेश दिया गया है. जिला मलेरिया पदाधिकारी को संक्रमण मुक्त करने के कार्यों की मॉनिटरिंग की जिम्मेदारी दी गई है क्वरेंटाइनमेंट जोन में रहने वाले सभी परिवारों की गहन निगरानी की जा रही है.

डोर टू डोर पहुंचेगा राशन
जिलाधिकारी ने आदेश दिया है कि इस गांव के सभी परिवारों को आवश्यक राशन सामग्री डोर टू डोर पैकेट तैयार कर आपूर्ति की जाए. इसके लिए प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी को जिम्मेदारी दी गई है. बफर जोन में आने वाले सभी स्वास्थ्य संस्थान सरकारी एवं निजी सहित अन्य चिकित्सकीय संस्थाओं को सूचीबद्ध करते हुए बुखार, खांसी, सांस लेने में तकलीफ वाले मरीजों की जांच कर सूचना नियमित रूप से प्राप्त करने का भी सिविल सर्जन को आदेश दिया गया है.

New Delhi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को एक बार फिर देश की जनता का उत्साह बढ़ाया. उन्होंने वीडियो संदेश के माध्‍यम से देश की जनता को संबोधित किया.

अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि कोरोनावायरस से जारी इस जंग में पूरे देश का साथ मिल रहा है. इस लड़ाई में सभी मिलकर कोरोना के संकट को चुनौती दे रहे हैं. कोरोना के संकट को भारत के लोग अपने प्रकाश की ताकत का आभास करा रहे हैं.

पीएम मोदी ने देशवासियों से अपील करते हुए कहा है कि सभी लोग पांच अप्रैल को रात नौ बजे कुछ देर के लिए अपने घर की लाइट बुझा कर दिये जलाएं. इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें.

प्रधानमंत्री ने वीडियो संदेश में कहा कि हमें कोरोना वायरस से पैदा हुए अंधकार से प्रकाश की ओर बढ़ना होगा. रविवार पांच अप्रैल को रात नौ बजे नौ मिनट के लिए सभी लाइटें बंद करें और मोमबत्तियां, दीये, टॉर्च या मोबाइल फोन की फ्लैशलाइट जलाएं. उन्होंने कहा कि हम लॉकडाउन के दौरान घर में हैं लेकिन हम अकेले नहीं है क्योंकि पूरे देश की सामूहिक ताकत हममें से प्रत्येक के साथ है.

उन्होंने कहा कि लोगों ने कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए लगाए लॉकडाउन के दौरान अभूतपूर्व अनुशासन और सेवा भाव दिखाया. लॉकडाउन पर मोदी बोले कि लोगों के मन में सवाल आते होंगे कि कितने दिन ऐसे और काटने होंगे. लेकिन कोई अकेला नहीं है. सब एक दूसरा की शक्ति बढ़ा रहे. उन्होंने कहा कि जनता रूपी महाशक्ति से बातचीत करते रहना चाहिए, इससे मनोबल मिलता है, इससे मार्ग ज्यादा स्पष्ट होता है.

नई दिल्ली: कोरोना वायरस की महामारी के खिलाफ देश इस वक्त एक महाजंग लड़ रहा है. देश में 21 दिनों तक लागू किए गए लॉकडाउन के नौवें दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर देश को संबोधित किया.

प्रधानमंत्री ने देशवासियों से अपील करते हुए कहा कि कोरोना के अंधकार को प्रकाश की ताकत से हराने की जरूरत है. इसके लिए प्रधानमंत्री ने लोगों से रविवार (5 April 2020) को रात नौ बजे नौ मिनट तक दीया जलाने की अपील की है, इसका मकसद एकजुटता का संदेश देने से है.


इस अपील के तहत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘5 अप्रैल यानी इस रविवार को रात नौ बजे लोग अपने घरों से बाहर आएं. घरों की लाइटें बंद करें और दरवाजे पर खड़े होकर दीया जलाएं, मोमबत्ती जलाएं या फिर कुछ भी प्रकाश जलाएं. इस शक्ति के जरिए हम ये संदेश देना चाहते हैं कि देशवासियों के एकजुट होने की बात कही और कहा कि एकजुटता के दमपर ही इस महामारी को मात दी जा सकती है’.

Chhapra: Lockdown में आवश्यक सेवाओं, सामग्रियों के वाहन के लिए सारण जिला प्रशासन पास जारी करेगा.

इसके लिए जिला प्रशासन ने अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर लिंक दिया है. यहाँ आवश्यक और अति आवश्यक श्रेणी में पास निर्गत किये जायेंगे. सरकार द्वारा जिन्हें छूट दी गयी है उन्हें ही पास निर्गत किया जायेगा.   

ऐसे करें आवेदन
सबसे पहले www.saran.nic.in पर जाए
फिर Covid-19 Help Tab को Click करें
यहाँ Request for Vehicle Pass के बाद एक Form खुलेगा

जिसमें आपसे जरुरी जानकारी मांगी जाएगी. इसके बाद आपका पास निर्गत किया जा सकेगा. आप 8083851139 पर Whats App कर भी पास के लिए आवेदन कर सकते है.  

Chhapra: Lockdown में मंगलवार को शहर में अजीबोगरीब नजारा दिखा. छपरा के विधायक डॉ सी एन गुप्ता के आवास पर सैकड़ों लोग एकत्रित हो गए. महिला और पुरुष सभी कतारबद्ध होकर खड़े थे. Lockdown में Social Distancing मेंटेनेंस तो दूर की बात थी लोग अपनी सुरक्षा को दरकिनार करते हुए बिना मास्क और गमछा मुँह पर लगाये लाइन में खड़े थे. Lockdown में इतने लोगों के एक साथ पुलिस विधायक आवास पर खड़े देख भी भौचक थी. हालांकि पुलिस ने त्वरित करवाई करते हुए विधायक आवास पर लगी भीड़ को हटाया. इसके लिए उसे बल का प्रयोग करना पड़ा. कुछ देर बाद आवास पर स्थिति सामान्य हुई.

दरअसल लोगों को यह मालूम चला था कि विधायक आवास पर डॉ सी एन गुप्ता द्वारा खाद्य सामग्री का वितरण किया जाना है. लोग इसकी पड़ताल करते विधायक आवास पहुंच गए. लोगों की भीड़ देख और लोग भी कतारबद्ध हो गए. इसबीच Lockdown और प्रशासनिक व्यवस्था की पोल खुल गयी. करीब 500 से अधिक लोग बिना Social Distancing मेंटेनेंस के खड़े थे.

वही इस घटनाक्रम पर विधायक डॉ सीएन गुप्ता ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि किसी ने ऐसा अफवाह उड़ा दिया था कि मेरे आवास पर राशन बांटा जा रहा है. जिसके बाद अचानक महिला-पुरुषों की भीड़ मेरे घर के बाहर एकत्र हो गयी. कुछ लोग मेरे आवास पर ऐसी शिकायत लेकर आए थे कि डीलर राशन नहीं दे रहा है या फिर मेरा कार्ड नहीं है. जिन्हे समझाया गया कि अधिकारियों से बात करके समस्या दूर की जाएगी.

उन्होंने कहा कि आमजन मानस भ्रम में नहीं पड़े. किसी को भी राशन वितरण सम्बंधित शिकायत या भोजन की कमी हो तो वो सीधे मेरे नंबर पर बात करें. परेशानी को प्रशासन की मदद से दूर करने का प्रयास किया जाएगा.

छपरा: Corona Virus को लेकर सभी Lockdown में अपने घरों के अंदर रहकर तरह तरह के कार्य कर रहे है. वैसे में एक बच्चा इन दिनों सोशल मीडिया पर अपने सांस्कृतिक कार्यक्रमों की ऑनलाइन प्रस्तुति देकर प्रधानमंत्री राहत कोष के लिए धन जुटा रहा है.

Lockdown की घोषणा के बाद प्रधानमंत्री राहत कोष में दान देने की अपील के बाद से ही इस बच्चें ने विगत 28 मार्च से फेसबुक के माध्यम से अपनी सांस्कृतिक प्रस्तुति देे रहा है और लोगो से इस विपदा के समय मे प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री राहत कोष के लिए दान देने का आग्रह कर रहा है. यह प्रस्तुति 31 मार्च तक जारी रहेगी.

शहर के साहेबगंज निवासी मनीष कुमार और रस्मिता शाह के 6 वर्षीय पल साक्षी नाम के इस बच्चें ने विगत 28 मार्च से प्रतिदिन Facebook पर अपनी प्रस्तुति दे रहा है. गीत संगीत के माध्यम से लोगों का इस Lockdown की अवधि में मनोरंजन कर देश मे आयी इस विपदा को भगाने में अपनी भागीदारी दान देकर सुनिश्चित करने का आह्वान किया जा रहा है. इसके लिए पल साक्षी ने अपनी माँ का बैंक खाता संख्या भी प्रकाशित किया है. जहाँ लोग आपदा राहत कोष के लिए दान कर सकते है. इस चैरिटी से आने वाली पूरी राशि सरकार के आपदा राहत कोष में जमा की जाएगी.

पल साक्षी का कहना है कि कोरोना वायरस संक्रमण की बीमारी है जिससे सभी देश आज विपदा में है. हमारे देश भारत मे भी यह संक्रमण पहुंच चुका है. ऐसे में इस विपदा के समय सभी को एकजुट होकर सरकार के साथ खड़ा होना चाहिए जिससे कि इस कोरोना वायरस के संक्रमण से देश को बचाया जा सकें. साक्षी का कहना है कि मेरे द्वारा लॉक डाउन में इस चैरिटी का आयोजन ऑनलाइन किया जा रहा है. इससे मिलने वाली राशि को वह सरकार के देगी जिससे कि सरकार राहत कोष से उन लोगों की मदद कर सकें जो इसकी चपेट में आ रहे है. यह एक प्रयास है जिससे संक्रमित लोगो को मदद पहुंचाया जा सकें. उन्होंने सभी से आह्वान भी किया कि सभी अपने अनुसार राहत कोष में दान देकर सरकार के हाथ को मजबूत करें.

वही रस्मिता शाह ने बताया कि सोशल डिस्टेंसिंग के कारण ऑनलाइन चैरिटी किया जा रहा है. हमारा प्रयास है कि हम सरकार को इस आपदा के समय ज्यादा से ज्यादा सहयोग कर अपने देश को मजबूत बनाये. ऑनलाइन देखने वालों ने इस कार्य की सराहना की है.

अबतक ऑनलाइन देखने वालों ने 9415 रुपये की रकम सरकार के राहत कोष में देने के लिए दान किया है. जिसे 31 मार्च के लाइव के बाद भेज दिया जाएगा.

Chhapra: Lockdown में दिल्ली और अन्य दूसरे प्रान्त से आने वालों की संभावना के मद्देनजर जिला प्रशासन पूरी तरह सतर्क है. जिले में प्रवेश के साथ ही दूसरे प्रदेशों से आने वालों के रहने एवं खाने की व्यवस्था के साथ साथ उनकी स्वास्थ्य जांच कराई जाएगी.

जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन ने इस संदर्भ में जानकारी देते हुए कहा कि बिहार आने वाले व्यक्तियों को निर्धारित स्थल पर रखकर उनके भोजन की व्यवस्था करने के साथ-साथ उनके स्वास्थ्य की जाँच और क्वेरेंटाईन से संबंधित निदेषों का अनुपालन सुनिश्चित किया जाएगा.

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इसके लिए जिलाधिकारी द्वारा जिला शिक्षा पदाधिकारी को निदेश दिया गया है कि प्रखण्ड विकास पदाधिकारी एवं अंचलाधिकारी माँझी से समन्वय स्थापित कर स्थलों को चिन्हित कर लें. वही बीडीओ एवं सीओ माँझी को निदेश दिया गया है कि उक्त चयनित स्थलों पर भोजन, पानी और प्रकाश की समुचित व्यवस्था करायेंगे और वहाँ आवसित किये जाने वाले लोगों के निबंधन की व्यवस्था करेंगे.

सिविल सर्जन को आवासित लोगों के स्वास्थ्य परीक्षण हेतु चिकित्सक, पारामेडिकल स्टाफ और एम्बुलेंस की व्यवस्था करने का निर्देश दिया गया है.

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रविवार से माँझी के दलन सिंह उच्च विद्यालय में भी आपदा राहत केन्द्र खुल गया है. जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक के द्वारा इस केन्द्र का निरीक्षण कर पदाधिकारियों एवं कर्मियों को जरूरी निदेश दिया गया.

जिलाधिकारी के द्वारा सभी प्रखंड विकास पदाधिकारियों को निदेश दिया गया है कि कार्यहित में प्रखंड क्षेत्र में पदस्थापित विभिन्न विभागों यथा मनरेगा, शिक्षा, आपूर्ति, सहकारिता, श्रम, सांख्यिकी, पंचायतीराज विभाग के सभी पर्यवेक्षक/कर्मी से प्रतिदिन आवश्यकता अनुसार कार्य लिया जाय. पर्यवेक्षक, कर्मी प्रखंड विकास पदधिकारी के निदेशानुसार कार्य संपादित करेंगे. इसमें कोई लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी.

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प्रखण्ड विकास पदाधिकारी लॉकडाउन की स्थिति में सामान्य प्रशासन विभाग के निर्देशों के अनुरूप हीं कार्य लेंगे. वही जिले में इंजीनियरिंग कॉलेज छपरा स्थित आपदा राहत केन्द्र पर 46 लोग, सोनपुर अनुमंडल में आपदा राहत केन्द्र में 54, मढ़ौरा अनुमंडल में आपदा राहत केन्द्र पर 32 और दलन सिंह उच्च विद्यालय माँझी आपदा राहत केन्द्र पर 165 लोग आवसित है.

Chhapra: Lockdown के दौरान आवागमन नहीं होने के कारण बिहार के लोग जो राज्य के बाहर अन्य राज्यों में काम करते हैं, फंसे हुए हैं या रास्ते में हैं. जिसे लेकर राज्य सरकार ने हेल्पलाइन नंबर जारी किया है.

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जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन ने बताया कि वर्तमान में राज्य के शहरी इलाकों में अन्य राज्य के निवासी भी फंसे हुए हैं जिनके भोजन और आवासन में कठिनाई हो रही है. राज्य सरकार द्वारा इनके सहयोग और सहायता के लिये बिहार भवन, नई दिल्ली में कार्यरत टेलिफोन नं० 011-23792009, 011-23014326, 011-23013884 हेल्प लाईन के रूप जारी किये गये हैं जिस पर सूचनाये दी जा सकती हैं.

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जिलाधिकारी ने कहा कि जिला स्तर पर ऐसे श्रमिकों, कामगारों की सहायता के लिये भी एक कोषांग का गठन किया गया है. यह कोषांग बिहार राज्य के लोग जो बिहार के बाहर अन्य राज्यों या रास्ते में फंसे हुए हैं अथवा राज्य के शहरी इलाकों में फंसे हुए अन्य राज्यों के निवासियों के बारे में सूचना प्राप्त होने पर आपदा राहत केन्द्रां तथा अन्य माध्यमों से उन्हें आवश्यक सहयोग एवं सहायता प्रदान करने हेतु त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित करेगा. इस कोषांग के सफल संचालन के लिए अपर समाहर्ता अरूण कुमार, मोबाइल नंबर 9473191268, रमेश कमल रत्नम, श्रम अधीक्षक, 7004785979, अमरेन्द्र कुमार गोंड, डीपीओ, 8544411908, प्रशान्त कुमार, वरीय उप समाहर्त्ता परीक्ष्यमान, 9568568588 राजू कुमार, वरीय उप समाहर्त्ता परीक्ष्यमान, 7856861952 को प्रतिनियुक्त किया गया है.

 

Chhapra: Coronavirus से लड़ने के लिए देश के साथ राज्य भी पूरी तरह तैयार है. इसके मद्देनजर मंगलवार की रात 8 बजे प्रधानमंत्री द्वारा जारी संदेश में देश के सभी जिलों को Lock Down किया गया है. यद्यपि, कोरोनावायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए बिहार के सभी जिलों को पहले से ही Lock Down किया गया है. ऐसे में लोगों से Lock Down में घर से बाहर नहीं निकलने की निरंतर अपील भी की जा रही है ताकि संक्रमण के चक्र को तोड़ा जा सके.

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Lock Down में अपने एवं परिवार का रखें ख्याल

Lock Down की स्थिति में घर में ही रहने की हिदायत दी जा रही है. Coronavirus संक्रमण से बचाव का यह प्रभावी एवं अंतिम उपाय भी है. घर में रहने के दौरान लोगों को कुछ बातों का विशेष ध्यान देने की जरूरत है ताकि घर के बच्चों एवं बुजुर्गों में संक्रमण को लेकर किसी भी प्रकार का भय उत्पन्न ना हो.

  • बुजुर्गों एवं बच्चों के खान-पान पर अधिक ध्यान दें.
  • आहार में फ़ल एवं हरी सब्जियों को शामिल करें.
  • आपस में एक दूसरे से बात करते रहें ताकि किसी के मन में संक्रमण को लेकर भय व्याप्त ना हो
  • बुजुर्गों को घर से बाहर निकलने नहीं दें. उनसे बात-चीत करते रहें ताकि उनका मन भी बहलता रहे
  • घर के किसी भी व्यक्ति की तबीयत खराब रहती हो तो उनके लिए पर्याप्त मात्रा में दवा खरीद कर रख लें
  • Lock Down में घर से निकलने में परहेज करें.
  • जरुरी चीजों की खरीदारी करने के लिए यदि घर से निकलना पड़े तब घर लौटने के बाद हाथों की अच्छी से सफाई करके ही
  • परिवार में किसी सदस्य के समीप जायें.

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सारण में बाहर से लौटे 57 यात्रियों को रखा गया ऑब्जरवेशन पर

24 मार्च तक 909 यात्रियों को ऑब्जरवेशन पर रखा गया है. जिसमें अररिया के 2, सीतामढ़ी के 7, सारण के 57, भागलपुर के 36, सुपौल के 2, मधुबनी के 63. मधेपुरा के 9, भोजपुर के 21, गया के 55, सिवान के 42, गोपालगंज के 172, पटना के 100, पूर्वी चंपारण के 26, पश्चिमी चंपारण के 74, मुज्ज़फरपुर के 15, रोहतास के 10, समस्तीपुर के 48, वैशाली के 6, दरभंगा के 28, पूर्णिया के 1, कटिहार के 3, नवादा के 9, बेगुसराय के 7, नालंदा के 44, बक्सर के 4, मुंगेर के 12, अरवल के 1, जहानाबाद के 8, कैमूर के 11 एवं बांका के 2 यात्री शामिल है.

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ट्रांजिट पॉइंट पर की जा रही स्क्रीनिंग
राज्य स्वास्थ्य समिति द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार इंडो-नेपाल के 49 ट्रांजिट पॉइंट पर 24 मार्च तक लगभग 3.73 लाख यात्रियों की स्क्रीनिंग की गयी है. जिसमें सुपौल के केवल 1 व्यक्ति में लक्षण पाया गया है. राज्य के 9 मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में कुल 194 सैंपल एकत्रित किये गए हैं, जिसमें 175 सैंपल नेगेटिव आए हैं एवं 14 की रिपोर्ट आनी बाकी है. 24 मार्च तक राज्य में कुल 3 मामलों की पुष्टि हुयी है जिनका ईलाज चल रहा है.

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इन बातों का रखें ख्याल

  • यदि घर से बाहर निकलना पड़े तब लोगों से 1 मीटर की दूरी जरुर बनायें
  • घर आने के बाद हाथों को 20 सेकंड तक पानी एवं साबुन से धोएं
  • बाहर में किसी भी चीज को छूने से परहेज करें
  • Lock Down के नियमों के सख्ती से पालन करें