बेगूसराय: पूर्व मध्य रेलवे के बरौनी-समस्तीपुर रेलखंड के बीच स्थित बछवाड़ा जंक्शन पर कार्यरत रेल कर्मियों की लापरवाही से गुरुवार को अमरनाथ एक्सप्रेस रास्ता भटकने से बच गई। जिससे एक बार फिर बड़ा रेल हादसा टल गया है। घटना के बाद रेल कर्मियों में हड़कंप मच गया, रेलवे ने घटना की जांच शुरू कर दी है। बछवाड़ा के स्टेशन अधीक्षक को निलंबित करते हुए कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।

घटना के संबंध में प्राप्त जानकारी के अनुसार ट्रेन संख्या-15653 अप अमरनाथ एक्सप्रेस गुरुवार की सुबह गुवाहाटी से जम्मूतवी जा रही थी। बरौनी जंक्शन रेलवे स्टेशन से खुलने के बाद बछवाड़ा जंक्शन के रास्ते समस्तीपुर होकर जाती है। अमरनाथ एक्सप्रेस प्रतिदिन प्लेटफार्म संख्या चार से गुजराती थी, लेकिन गुरुवार को रेल कर्मियों द्वारा उसे प्लेटफार्म संख्या पांच से गुजरा गया जिसके कारण यह ट्रेन समस्तीपुर की ओर जाने के बदले शाहपुर पटोरी रूट होकर हाजीपुर की ओर चल दी।

ट्रेन के आउटर ऑफ सिगनल पार करने पर चालक को एहसास हुआ कि गलत रूट पर आ गए, जिसके बाद चालक ने ट्रेन रोककर बछवाड़ा रेलवे जंक्शन के कन्ट्रोल रूम से संम्पर्क किया, तब पता चला कि ट्रेन समस्तीपुर के बदले हाजीपुर जा रही है। गंभीर मामले की सूचना मिलते ही स्टेशन अधीक्षक ने वरीय पदाधिकारी से सम्पर्क कर अमरनाथ एक्सप्रेस को पुनः वापस बछवाड़ा जंक्शन लाया तथा करीब एक घंटा विलंब से उसे सही रूट पर समस्तीपुर की ओर रवाना किया गया।

घटना की सूचना मिलते ही रेल विभाग में हड़कंप मच गया तथा तमाम संबंधित वरीय अधिकारी बछवाड़ा जंक्शन पहुंचकर मामले की जांच में जुट गए हैं। पूर्व मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क पदाधिकारी (सीपीआरओ) वीरेन्द्र कुमार ने बताया कि बछवाड़ा कंट्रोल द्वारा निर्धारित रूट के प्लेटफार्म के बदले दूसरी रूट के प्लेटफार्म पर अमरनाथ एक्सप्रेस को लेने के कारण यह घटना हुई है। मामले की जांच चल रही है, स्टेशन अधीक्षक को निलंबित कर दिया गया तथा कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।

(प्रतीकात्मक चित्र) 

मकेर: गुरुवार को मकेर तथा भेल्दी थाना क्षेत्र के सोनहो भाथा तथा भाथा नोनिया टोला में कथित जहरीली शराब पीने से 3 लोगो की मौत हो गई. जबकि लगभग दो दर्जन लोग गंभीर रूप से बीमार हो गए. खबर के फैलते ही प्रशासन भी एक्टिव हुआ और हमेशा की तरह इसे संदिग्ध परिस्थिति में मौत बता दिया. 

संदिग्ध अवस्था में 3 व्यक्तियों की मृत्यु, 15 बीमार: जिला प्रशासन

गुरुवार की सुबह से लोगो के आंखों से कम दिखाई देने, शरीर मे घबराहट, उल्टी कमजोरी तथा भूख नही लगने की शिकायत परिजनों को मिलने लगी. तब परिजन आनन फानन में आस पास के लोगो को जानकारी दिया.

घटना की जनकारी मिलते ही स्थानीय लोगों ने एम्बुलेंस उपलब्ध करा बीमार लोगो को उपचार के लिए छपरा तथा पटना भेजने की प्रक्रिया शुरू किया गया. पटना जाने के क्रम में मकेर थाना क्षेत्र के भाथा नोनिया टोला निवासी कांशी महतो के 55 बर्षीय पुत्र कमल महतो की मौत हो गई तथा दूसरे मृतक भेल्दी थाना क्षेत्र के सोनहो भाथा निवासी पारस महतो का 35 बर्षीय पुत्र चंदन महतो की गुरुवार की अहले सुबह मौत हो गई. एक अन्य की मौत की भी जिला पप्रशासन ने पुष्टि की है.  

खबर मिलते ही मकेर, भेल्दी, अमनौर, परसा थानाध्यक्ष के साथ मढ़ौरा डीएसपी इंद्रजीत बैठा, सोनपुर डीएसपी अंजनी कुमार, मढ़ौरा एसडीओ योगेंद्र कुमार, इंस्पेक्टर राधे श्याम प्रसाद, अमनौर बीडीओ मंजूर मनोहर मधुप, सीओ मृत्युंजय कुमार, मकेर बीडीओ राजमिति पासवान, सीओ चंद्रशेखर कुमार, सीएस डॉ सागर दुलाल सिन्हा ने घटनास्थल पर पहुँच घटना की जनकारी ली.

सीएस के नेतृत्व में अमनौर तथा मकेर के स्वास्थ्य टीम पहुँच कैंप कर जांच अभियान चलाया गया.

 

Chhapra: सारण जिले के मकेर, भेल्दी, परसा एवं अमनौर थाना के सीमावर्ती क्षेत्र में फुलवरिया गांव के भट्ठा टोला जो कि मकेर थाना अंतर्गत पड़ता है संदिग्ध अवस्था में 3 व्यक्तियों की मृत्यु हो जाने तथा 15 व्यक्तियों के बीमार होने की बात प्रकाश में आई है.
इस सम्बन्ध में जिला सूचना जनसंपर्क अधिकारी ने बताया कि  बीमार 10 व्यक्तियों को पीएमसीएच पटना एवं अन्य पांच व्यक्तियों को बेहतर इलाज हेतु सदर अस्पताल छपरा भेजा गया है.
प्रभावित क्षेत्र गांव में अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी सोनपुर/मढौरा के साथ ए. एल.टी. एफ. टीम एवं प्रशासनिक पदाधिकारी, उत्पाद विभाग की टीम अन्य पुलिस पदाधिकारियों के द्वारा संयुक्त रूप से अग्रतर कार्रवाई के तहत छापामारी की जा रही है.
साथ ही सिविल सर्जन एवं मेडिकल की टीम भी प्रभावित गांव/क्षेत्र में कैंप किए हुए हैं. प्रभावित की पहचान के लिए घर-घर सर्वे किया जा रहा है.
ईलाजरत लोगों के स्वास्थ्य की निगरानी रखी जा रही है एवं कोई अन्य प्रभावित है या नहीं इस संबंध में भी पता लगाया जा रहा है. स्वयं जिला पदाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक सारण घटनास्थल पर पहुंचकर स्थिति एवं व्यवस्थाओं पर पैनी नजर बनाए हुए हैं.
जिला पदाधिकारी सारण एवं पुलिस अधीक्षक सारण के संयुक्त आदेश से विशेष सर्वेक्षण दल का गठन कर डोर टू डोर बीमार व्यक्तियों की खोज की जा रही है. इस कार्य में जीविका की दीदियों, कल्याण विभाग एवं आईसीडीएस विभाग के पदाधिकारी गणों एवं कर्मी गणों की सहायता ली जा रही है.

पटना: बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) के नये चेयरमैन अतुल प्रसाद होगे। इस संबंध में सामान्य प्रशासन विभाग ने गुरुवार को अधिसूचना जारी कर दी है। जारी अधिसूचना के अनुसार 5 अगस्त 2022 के प्रभाव से अतुल प्रसाद बीपीएससी के चेयरमैन के पद पर नियुक्त किये गये है। अतुल प्रसाद आर के महाजन का स्थान लेंगे जिनका कार्यकाल समाप्त हो गया है।

अतुल प्रसाद 1987 बैच के हैं आईएएस अधिकारी है। वह बिहार के चर्चित आईएएस अधिकारियों में एक हैं। अतुल प्रसाद ने आईआईटी कानपुर से पढ़ाई की है और वह मौजूदा समय में विकास आयुक्त के अहम पद पर हैं।

वह बिहार सरकार में कई विभागों के प्रधान सचिव भी रह चुके हैं। विभिन्न विभागों की जिम्मेदारी संभालते हुए उन्होंने कई प्रकार के सुधार की दिशा में अहम योगदान निभाया जो चर्चा में भी रहा है। अब उसी अनुरूप बीपीएससी की अहम जिम्मेदारी भी उन्हें सौंपी गई है। उन्हें बीपीएससी की धूमिल होती प्रतिष्ठा को बढ़ाने की चुनौती है।

मढ़ौरा: बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा बुधवार को 66वीं संयुक्त प्रवेश परीक्षा का अंतिम परिणाम जारी हो होते ही मढ़ौरा में आलू प्याज बेचकर अपनी बेटी को पढ़ाने वाले अनिरुद्ध गुप्ता के घर खुशियां बरसने लगी.

अनिरुद्ध गुप्ता की बेटी बीपीएससी की परीक्षा पास कर चुकी है अब वह अफसर बिटिया कहलाएगी. परीक्षा के अंतिम परिणाम आने की सूचना मिलने के बाद पिता की आंखों में आसूं आ गए. वही दूसरी ओर मढ़ौरा के ही स्टेशन रोड में चाय बेचकर अपने बेटे को पढ़ाने वाले मनोज राय भी खुशी से झूम उठे. मूल रूप से मसरख के निवासी मनोज राय ने अपनी बेटे के बीपीएससी परीक्षा में सफल होने पर अपनी खुशी का इजहार लोगों को पूरे दिन चाय पिलाकर किया. दोनो सफल प्रतिभागियों के घर उत्सव का माहौल है स्वयं की कड़ी मेहनत और लगन से की गई पढ़ाई की बदौलत ही जूही गुप्ता और पप्पू यादव अब अफसर बनने वाले है.

जिले के मढौरा खुर्द की रहने वाली जूही कुमारी और स्टेशन रोड निवासी पप्पू कुमार यादव ने 66 वीं बीपीएससी परीक्षा पास कर चुके है.

अनिरुद्ध गुप्ता के बेटी जूही कुमारी तीन बहन और एक भाई में सबसे छोटी है. जूही के पिता आलू प्याज के थोक विक्रेता है, जिन्होंने मढौरा में आलू प्याज बेचकर अपनी सबसे छोटी बेटी को पढ़ाया है.

रिजल्ट की खबर सुनते ही जुही के पिता अनिरुद्ध प्रसाद गुप्ता भावुक होकर रोने लगे. अनिरुद्ध प्रसाद गुप्ता को अपनी बेटी पर गर्व है. जुही की इंटर तक पढ़ाई मढौरा में हुई, जबकि उसने ग्रेजुएशन छपरा से की है. उसने दो बार मेंस की परीक्षा में असफल होने के बाद तीसरी बार सफलता हासिल की है.

वही दूसरी तरफ मढौरा स्टेशन पर चाय दुकान चलाने वाले मनोज राय के पुत्र पप्पू यादव ने बीपीएससी परीक्षा पास की है. जो फिलहाल वाराणसी में रहते है. दोनों का रिजल्ट आने के बाद कई गणमान्य लोगों व जनप्रतिनिधियों ने बधाई दी है. पप्पू कुमार यादव इंटर तक पढ़ाई मढौरा से करने के बाद ग्रेजुएशन, एमए और पीएचडी की पढ़ाई वाराणसी में रहकर करते है.

Chhapra: जयप्रकाश महिला महाविद्यालय के प्रांगण में ‘हरियाली महोत्सव’ का आयोजन प्राचार्या डॉ. मंजू कुमारी सिन्हा की अध्यक्षता में हुआ। कार्यक्रम का आरंभ दीप प्रज्वलन एवं वंदना से हुआ।

संयोजिका अग्रेजी विभाग की डॉ. चंचल कुमारी ने सभी का स्वागत एवं अभिवादन किया। तत्पश्चात इतिहास विभाग की डॉ. शिखा सिन्हा ने अपने संबोधन में हरियाली महोत्सव के महत्व को बताते हुआ कहा कि तप्ती गर्मी से व्याकुल धरती, पेड़ पौधे और जीव पर वर्षा की बूंदे नव जीवन का संचार करती है। श्रावण मास सृजन, पालन एवं बाढ़ के बाद संहार का भी प्रतीक है।

प्राचार्या डॉ. मंजू कुमारी सिन्हा ने अपने संबोधन में छात्राओं को पेड़ पौधों को लगाने के लिए प्रेरित किया और हरियाली महोत्सव को पूरे उत्साह से मनाने की शुभकामनाएं दी हमेशा सावन जैसे प्रफुल्लित एवं प्रसन्नचित रहने को कहा।

इस महोत्सव में छात्राएं विविध कलात्मक कार्यक्रमों द्वारा प्राकृतिक वैभव के आनंद तत्व को प्रदर्शित किया जिसमें मुख्यतः संस्कृतिक एवं बौधिक कार्यक्रम क्रमशः शिक्षकों के निर्देशन में हुआ। गीत और कजरी विधा: सनोज कुमार एवं डॉ रिंकी कुमारी, नृत्य (लोक एवं सुगम): डॉ. सोनाली सिंह एवं मुग्धा कुमारी पाण्डेय, काव्य पाठ हिन्दी: नम्रता कुमारी, अंग्रेजी: विनीता सिंह एवं चंचल कुमारी उर्दू: डॉ. अलीना अली मलिक, रंगोली: पूनम कुमारी एवं डॉ. कुमारी नीतू सिंह, मेंहदी: डॉ. शबाना परवीन मलिक एवं डॉ.सुप्रिया पाठक, हरित स्वरूप श्रृंगार: डॉ. अर्चना सिन्हा एवं डॉ. रेखा श्रीवास्तव द्वारा कराया गया। हरित स्वरूप श्रृंगार में प्रथम स्थान में निम्मी, द्वितीय में शिखा तृतीय में ख्याति रही। रंगोली में प्रथम स्थान मे सुमन और प्रगति रही।

द्वितीय पुरस्कार के लिए दो समूहों का चयन किया गया था, पहले समूह में करिश्मा, अलका और आंचल थी और द्वितीय समूह में श्वेता रितु और सुनिधि थी। तृतीय पुरस्कार के लिए भी दो समूहों का चयन किया गया पहले समूह में इतिहास विभाग की बच्चियां थी और दूसरे समूह में पूर्णिमा और प्रीति थी।

अन्य छात्राओं को सांत्वना पुरस्कार से प्रोत्साहित किया गया। मेहंदी में प्रथम स्थान जाइना, द्वितीय स्थान तेजी माला और अर्चना कुमारी और तृतीय आंचल को मिला।अंग्रेजी कविता पाठ में प्रथम स्थान मृणाली और द्वितीय स्थान रागिनी को मिला। हिंदी काव्य पाठ में प्रथम स्थान प्रगति और द्वितीय स्थान सुकन्या को मिला। उर्दू शायरी में प्रथम स्थान पायल को मिला। कजरी में प्रथम स्थान प्रिया और उसके समूह को प्राप्त हुआ तथा द्वितीय स्थान अर्चना कुमारी को मिला। नृत्य में प्रथम स्थान शिखा को और द्वितीय स्थान कजरी के समूह तथा तृतीय स्थान फ्यूजन समूह को प्राप्त हुआ।

बर्मिंघम: स्टार भारतीय स्प्रिंटर हिमा दास ने गुरुवार को बर्मिंघम में चल रहे राष्ट्रमंडल खेलों में पहले दौर की हीट टू में शीर्ष स्थान हासिल करने के बाद महिलाओं की 200 मीटर स्पर्धा के सेमीफाइनल के लिए क्वालीफाई किया।

दास ने सेमीफाइनल के लिए अपना टिकट बुक करने के लिए 23.42 सेकंड का समय निकाला।

दूसरे नंबर पर जाम्बिया की रोडा नोजोबवु थीं, जिन्होंने 23.85 सेकेंड का समय निकाला। तीसरे स्थान पर युगांडा के जेसेंट न्यामाहुंगे थी, जिन्होंने 24.07 सेकंड के समय के साथ दौड़ पूरी की।

हीट में पांच में से पहले तीन एथलीटों ने सेमीफाइनल के लिए क्वालीफाई किया
बता दें कि इससे पहले 23 वर्षीय तेजस्विन शंकर ने पुरुषों की ऊंची कूद स्पर्धा में देश का पहला एथलेटिक्स पदक जीता। शंकर ने 2.22 मीटर के जंप के साथ कांस्य पदक अपने नाम किया। इसी के साथ वह राष्ट्रमंडल खेलों में हाई जंप में भारत के लिए पदक जीतने वाले पहले एथलीट बन गए।

हरिद्वार (एजेंसी): इस बार कांवड़ यात्रा के दौरान हमें न केवल तरह-तरह की शिव भक्तों की वेश-भूषा देखने को मिली वरन विभिन्न प्रकार की कांवड़ झांकियां भी देखने को मिलीं। हजारों रुपये से लेकर कराेड़ों रुपये की इन कांवड़ झांकियों में सनातन संस्कृति के प्रति आस्था और सम्मान के साथ भोले के भक्तों में सर्वस्व न्यौछावर करने का त्याग भी देखने को तो मिला। मनभावन और आकर्षक कांवड़ कला की बेहतरीन सजावट ने लोगों को बरबस ही अपनी ओर खींचा।

इस दौरान कोई कांवड़िया पचास किलो, कोई सौ तो कोई डेढ़ किलो की कांवड़ के साथ विशाल,आकर्षक कावंड़ को लाते दिखा। कुछ कांवड़िया तो बड़े-बड़े समूह में भी कावंड़ लेने हरिद्वार पहुंचे और कोई शिव भक्त अपने शरीर पर कील गाड़कर कांवड़ को लाते देखा गया। अब ऐसी ही एक कांवड़ लेकर हरिद्वार से केदारनाथ जा रहा महाराष्ट्र का एक युवक दिखा है। नितेश काम्बले नाम का यह शिव भक्त कीलों से बनी खड़ाऊं पहनकर कांवड़ यात्रा कर रहा है।

नितेश काम्बले पिछले 8 महीनों से कीलों से बनी खड़ाऊं पहनकर कांवड़ यात्रा कर रहे हैं। जब उनसे इसके बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि भोले बाबा को खुश करना ही उनका एकमात्र उद्देश्य है, इसीलिए वह इस कांवड़ यात्रा को कर रहे हैं। उन्होंने बताया वह इस कांवड़ यात्रा के दौरान कुछ नहीं खाएंगे। वे केवल फलाहार और जूस, पानी के सहारे इस कांवड़ यात्रा को करेंगे। इसी तप को और कठिन करने के लिए उन्होंने कीलों से बनी खड़ाऊं को पहना है। नितेश काम्बले का कहना है कि भगवान भोलेनाथ की भक्ति करना उन्हें बचपन से ही पसंद है। इससे पहले भी वह पैदल महाकाल तक यात्रा कर चुके हैं।

नई दिल्ली:  हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भजनलाल के बेटे कुलदीप बिश्नोई गुरुवार को यहां मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की उपस्थिति में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हो गए। उनके साथ उनकी पत्नी रेणुका भी भाजपा में शामिल हुईं।

दिल्ली में भाजपा मुख्यालय में मुख्यमंत्री खट्टर ने दोनों को पार्टी की सदस्यता पर्ची और अंगवस्त्र पहनाकर पार्टी में स्वागत किया। इस मौके पर केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत और हरियाणा प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ओम प्रकाश धनखड़ भी उपस्थित रहे।

मुख्यमंत्री खट्टर ने कहा कि कुलदीप बिश्नोई ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व का समर्थन किया। राज्यसभा चुनाव में भाजपा उम्मीदवार को उनका समर्थन मिला। वे चार बार विधायक और दो बार सांसद रहे हैं। पू्र्व में उनकी पार्टी के साथ भाजपा का गठबंधन भी रहा है। वे बिश्नोई समाज से आते हैं और उनका हमें हरियाणा और राजस्थान में लाभ मिलेगा। उनकी पत्नी व दो बार की विधायक रही रेणुका बिश्नोई भी पार्टी में शामिल हुई हैं।

वहीं कुलदीप बिश्नोई ने कहा कि भाजपा के साथ उनका पुराना संबंध रहा है। हमारे कई बार मतभेद हुए लेकिन कभी मनभेद नहीं हुआ है। वे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की नीति और मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की पाक साफ छवि से प्रभावित हैं।

कुलदीप बिश्नोई ने कल ही विधायकी से इस्तीफा दिया था। उन्हें कांग्रेस ने जून में पार्टी से निष्कासित किया था।

उल्लेखनीय है कि राज्यसभा में क्रॉस वोटिंग करने के चलते आदमपुर से विधायक रहे बिश्नोई को पिछले महीने कांग्रेस ने पार्टी के सभी पदों से हटा दिया था। कांग्रेस पार्टी से अलग होने के बाद से लगातार बिश्नोई भाजपा से नजदीकी बनाए हुए थे और पार्टी नेताओं से मुलाकात कर रहे थे।

कांग्रेस पार्टी से निष्कासित हरियाणा के नेता कुलदीप बिश्नोई ने 24 जुलाई को भारतीय जनता पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा और हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर से मुलाकात की थी।

Chhapra: आजादी का अमृत महोत्सव को लेकर एक ओर जहां केंद्र सरकार हर घर तिरंगा अभियान चला रही है, वही दूसरी ओर छपरा जंक्शन पर शान से लहराने वाला तिरंगा हटा दिया गया है.

तिरंगा के लिए लगाया गया पोल खड़ा है, लेकिन विगत कुछ दिनों से तिरंगा इसपर नहीं लगाया गया है.

स्थानीय बुद्धिजीवियों का कहना है कि तिरंगा हमारी आन, बान और शान का प्रतीक है. जंक्शन पर लगे तिरंगा को देख कर लोगों में देश के प्रति सम्मान का भाव जागृत होता है. कुछ ऐसे ही उद्देश्य से इसे सरकार ने लगवाया भी था.

मौजूदा समय में सरकार देशभर में हर घर तिरंगा अभियान चला रही है. ऐसे में छपरा जंक्शन पर तिरंगा का केवल पोल खड़ा है और तिरंगा हटा दिए जाने को लोग लापरवाही मान रहे हैं.

लोगों का कहना है कि इसके पूर्व झंडा फट गया था जिसको बदलकर नया लगाया गया लेकिन किन्हीं कारणों से इसे फिर से हटा दिया गया है.

अब देखने वाली बात होगी की कब रेलवे के उच्च पदाधिकारियों की नजर इस मामले पर पड़ती है और तिरंगा को फिर से लगाया जाता है. जिससे की वह शान से लहरा सके.

इस विषय को लेकर लोग अब सोशल मीडिया पर सवाल खड़े कर रहे हैं. लोगों का कहना है कि आम लोग सरकार के अभियान और प्रधानमंत्री के आह्वान पर अपने घरों पर तिरंगा लगा रहें हैं. वहीँ सरकार ने जहाँ तिरंगा पहले से लगा रखा है उसे हटाना उचित प्रतीत नहीं होता. लोगों ने जल्द से जल्द तिरंगा को लगाने की मांग की हैं. 

बर्मिंघम/नई दिल्ली: भारत के लिए राष्ट्रमंडल खेल 2022 में छठां दिन भी काफी शानदार रहा। छठे दिन भारतीय एथलीटों ने कुल पांच पदक जीते। जूडो में जहां तूलिका मान ने रजत जीता, वहीं, स्क्वैश में सौरव घोषाल, भारोत्तोलन में लवप्रीत और गुरदीप व ट्रैक एंड फील्ड में तेजस्विन शंकर ने कांस्य पदक जीता। भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने भी बारबडोस को 100 रन से हराकर सेमीफाइनल में प्रवेश किया

भारोत्तोलक लवप्रीत सिंह और गुरदीप सिंह ने जीता कांस्य पदक
भारोत्तोलक लवप्रीत सिंह ने बुधवार को पुरुषों के 109 किग्रा भारोत्तोलन में कांस्य पदक जीता, लवप्रीत ने भारोत्तोलन के 109 किग्रा भार वर्ग के स्नैच राउंड में कुल 163 किग्रा भार उठाया,वहीं, क्लीन एंड जर्क में उन्होंने 192 किग्रा भार के साथ दोनों राउंड मिलाकर कुल 355 किग्रा भार उठाया।

वहीं,गुरदीप सिंह ने 109 किलोग्राम भारवर्ग में कांस्य पदक जीता। उन्होंने कुल 390 किलो वजन (स्नैच राउंड में 167 और क्लीन एंड जर्क राउंड में 223 किलो) का वजन उठाया।

भारतीय स्क्वैश खिलाड़ी सौरव घोषाल ने जीता कांस्य पदक
पुरुष एकल स्क्वैश में, सौरव घोषाल ने इंग्लैंड के जेम्स विलस्ट्रॉप को 3-0 से हराकर राष्ट्रमंडल खेलों में भारत का पहला एकल पदक जीता। सौरव ने 11-6, 11-1,11-4 से विलस्ट्राप को हराया

भारत के हाई जंपर तेजस्विन शंकर ने जीता कांस्य
भारतीय हाई जंपर तेजस्विन शंकर ने राष्ट्रमंडल खेलों में ट्रैक एंड फील्ड इवेंट में भारत के पदकों का खाता खोला। पुरुषों के हाई जंप इवेंट के फाइनल में तेजस्विन ने 2.22 मीटर के जंप के साथ कांस्य पदक अपने नाम किया। इसी के साथ वह राष्ट्रमंडल खेलों में हाई जंप में भारत के लिए पदक जीतने वाले पहले एथलीट बन गए।

मुक्केबाजी में तीन पदक पक्के
भारत के लिए मुक्केबाजी में भी आज का दिन शानदार रहा, मुक्केबाज निकहत जरीन (50 किग्रा), नीतू गंगस (महिला 48 किग्रा) और हुसाम उद्दीन मोहम्मद (पुरुष 57 किग्रा) ने सेमीफाइनल में प्रवेश करते हुए भारत के तीन और पदक पक्के किया। हालांकि, ओलंपिक पदक विजेता मुक्केबाज लवलीना बोर्गोहेन लाइट मिडिल वेट क्वार्टर फाइनल में हार गईं, जबकि आशीष कुमार पुरुषों के लाइट हैवीवेट क्वार्टर फाइनल में हार गए।

सेमीफाइनल में पहुंची भारतीय महिला क्रिकेट टीम
भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने भी बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए राष्ट्रमंडल खेलों के सेमीफाइनल में प्रवेश किया। भारत ने अपने तीसरे ग्रुप मैच में बारबाडोस को 100 रन से हराया। महिला टी20 क्रिकेट में भारत की यह दूसरी सबसे बड़ी जीत है। इससे पहले उसने 2018 में मलेशिया को 142 रन से हराया था। भारतीय टीम इस जीत के बाद ग्रुप-ए में दूसरे स्थान पर पहुंच गई। ऑस्ट्रेलिया पहले पायदान पर काबिज है। वहीं, बारबाडोस और पाकिस्तान की टीम बाहर हो चुकी है।

स्क्वैश में जीता जोशना और हरिंदर पाल की जोड़ी
स्क्वैश में जोशना चिनप्पा और हरिंदर पाल सिंह संधू की जोड़ी ने श्रीलंका की कुरुप और रविंदू की जोड़ी को हरा दिया है। इसके साथ ही भारतीय जोड़ी ने प्री क्वार्टर फाइनल में जगह बना ली है।

हॉकी में भी भारत का रहा जलवा
हॉकी में, भारतीय महिला टीम ने अपने आखिरी पूल ए मैच में कनाडा पर 3-2 से जीत के साथ सेमीफाइनल में प्रवेश किया। वहीं, पुरूष टीम ने कनाडा को 8-0 से रौंदते हुए पूल बी में शीर्ष स्तान हासिल किया।

लॉन बाउल्स में भी प्रदर्शन अच्छा रहा
लॉन बाउल्स के राउंड 2 में, लवली चौबे और नयनमोनी सैकिया की भारतीय महिला जोड़ी ने अपना मैच 23-6 से जीता, जबकि मृदुल बोरगोहेन ने अपने पुरुष एकल मैच में 21-5 से शानदार जीत दर्ज की।

बता दें कि राष्ट्रमंडल खेल 2022 आधे चरण में है और भारत ने अब तक वास्तव में अच्छा प्रदर्शन किया है। भारत ने अब तक पांच स्वर्ण सहित कुल 18 पदक जीते हैं।

भारत के पदक विजेता
5 स्वर्णः मीराबाई चानू, जेरेमी लालरिनुंगा, अंचिता शेउली, महिला लॉन बॉल टीम, टेबल टेनिस पुरुष टीम
6 रजतः संकेत सरगरी, बिंदियारानी देवी, सुशीला देवी, विकास ठाकुर, भारतीय बैडमिंटन टीम, तूलिका मान
7 कांस्यः गुरुराजा पुजारी, विजय कुमार यादव, हरजिंदर कौर, लवप्रीत सिंह, गुरदीप सिंह, सौरभ घोषाल, तेजस्विन शंकर।

बर्मिंघम (एजेंसी): बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों-2022 में भारतीय भारोत्तोलकों का शानदार प्रदर्शन जारी है। भारोत्तोलकों ने भारोत्तोलन में भारत को एक और पदक दिला दिया है। भारोत्तोलक गुरदीप सिंह ने पुरुषों के 109 किलोग्राम भारवर्ग में कुल 390 किलो वजन उठाया और कांस्य पदक हासिल किया है। इसी के साथ यह भारत का बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों में भारोत्तोलन में 10वां पदक है।

गुरदीप ने स्नैच राउंड में तीन प्रयासों में 167 किलो का वजन उठाया। पहले प्रयास में 167 किग्रा का भार उठाने में असफल रहे। दूसरे प्रयास में उन्होंने 167 किग्रा का भार सफलतापूर्वक उठाया। तीसरे प्रयास में 173 किग्रा का भार उठाने की कोशिश, लेकिन सफल नहीं रहे।

इसके बाद क्लीन एंड जर्क राउंड के पहले प्रयास में गुरदीप 207 किग्रा का भार उठाने में सफल रहे। दूसरे प्रयास में 215 किग्रा का भार उठाने में सफल नहीं हो पाए। तीसरे प्रयास में 223 किग्रा का भार उठाने में सफल रहे। इस तरह कुल 390 किग्रा का कुल भार उठाने के साथ गुरदीप तीसरे स्थान पर रहे और कांस्य पदक अपने नाम किया।

पाकिस्तान के मुहम्मद नूह दस्तगीर बट ने कुल 405 किलो वजन उठाने के साथ स्वर्ण पदक जीता, जबकि न्यूजीलैंड के डेविड एंड्रयू ने कुल 394 किलो वजन उठाने के साथ रजत पदक हासिल किया।