Chhapra: जाम की समस्या से निपटने के लिए जिला प्रशासन के विगत दिनों के कवायद के बाद भी पश्चिमी छपरा के लोग अब भी जाम से आय दिन परेशान हो रहें है. गुदरी बाज़ार से ब्रहमपुर महज कुछ किलोमीटर के सफ़र में लोगों को जाम के कारण घंटों का समय लग रहा है. जिससे कामकाज पर रोजाना जाने वालों को अपने ऑफिस और प्रतिष्ठान में पहुँचने में देरी हो जा रही है.

जाम की समस्या से निपटने के लिए विगत दिनों भारी वाहनों के लिए रूट चार्ट भी जारी किया गया था. लेकिन पश्चिमी छपरा में इस रूट चार्ट का कोई फायदा नहीं होता दिख रहा है. इसका कारण राष्ट्रीय राजमार्ग पर निर्माणाधीन टेकनिवास ओवर ब्रिज के निर्माण में देरी को माना जा रहा है. इस निर्माणाधीन ओवर ब्रिज के कारण बायपास से आने वाले भारी वाहन जिन्हें मांझी या सीवान की ओर जाना है वे पुनः शहर में श्यामचक के रास्ते प्रवेश करते है और फिर ब्रहमपुर होकर मांझी या सीवान की ओर जाते है. जिससे सड़क भी ख़राब हो गयी है और आय दिन जाम की विकट समस्या उत्पन्न हो जा रही है.

वही इस सड़क जाम के कारण आसपास के मुहल्लों में रहने वाले लोगों को भी परेशानी हो रही है. साथ ही व्यावसायिक प्रतिष्ठानों में भी ग्राहकों की कमी हो रही है. इस सड़क पर कई नर्सिंग होम और चिकित्सकों के क्लिनिक भी है जिसमें आने जाने वाले मरीजों को भी जाम से परेशानी हो रही है. 

वही कुछ हद तक सड़क पर लोगों के द्वारा सही से वाहनों का परिचालन ना करना भी जाम की समस्या उत्पन्न करता है. ऑटो चालकों और बाइक चालकों के द्वारा लेन में ना चलने से भी समस्या उत्पन्न होती है. लोगों को जागरूक करने के लिए जगह-जगह पर साइन बोर्ड भी लगाये जाते है जिसका भी आभाव इस सड़क पर दीखता है.

जाम की इस समस्या का आलम यह है कि लोग कई घंटों तक फंसे रह रहें है और उन्हें गंतव्य तक पहुँचने में देरी हो जा रही है. प्रशासन और जन प्रतिनिधियों को इस ओर ध्यान देने की जरुरत है.

Chhapra: जिले के नयागांव थानाक्षेत्र के बहेरवागाछी में एक बारात में हथियार के साथ अपराधियों के शामिल होने की खबर पर करवाई करते हुए पुलिस ने 4 अपराधियों को गिरफ्तार करते हुए 2 बंदूक और कारतूस को बरामद किया है. हिरासत में लिए गए अपराधियों पर मामला दर्ज करते हुए जेल भेज दिया है.

इस संबंध में पुलिस अधीक्षक सारण के हवाले से मिली जानकारी के अनुसार बताया जाता है कि जिले में विधि व्यवस्था को बनाये रखने के लिए सभी थानों को लगातार अभियान चलाकर अपराधियों को पकड़ने का निर्देश दिया गया है. इसी क्रम में विगत 13 जनवरी की रात नयागांव के बहेरवागाछी में महबूब मियां की लड़की की शादी में कुछ अपराधी हथियार के साथ शामिल है. जिनके द्वारा कभी भी आपराधिक घटनाओं को अंजाम दिया जा सकता है.

नयागांव थानाध्यक्ष अरविंद कुमार ने त्वरित करवाई करते हुए टीम का गठन कर बहेरवा गाछी में छापेमारी की. जहां से पुलिस ने बहेरवा गाछी के सोनू कुमार, सूरज कुमार, आशुतोष कुमार और नयागांव के राहुल कुमार को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने गिरफ्तार अपराधियों के पास से एक देशी कट्टा, एक देशी पिस्टल और दो जिन्दा कारतूस के साथ दो खोखा बरामद किया है. पुलिस ने गिरफ्तार अपराधियों पर शस्त्र अधिनियम की धाराओं के तहत मामला दर्ज करते हुए सभी को जेल भेज दिया.

Chhapra: भारतीय जनता पार्टी सारण जिला की कार्यसमिति की बैठक सोमवार को डा० आरएन सिंह इवनिंग कॉलेज में हुई.

बैठक में भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष मिथिलेश तिवारी एवं प्रदेश के महामंत्री जनक चमार उपस्थित हुए. बैठक की अध्यक्षता सारण जिला के जिलाध्यक्ष राम दयाल शर्मा ने की.


बैठक में मुख्य रूप से पार्टी के सांगठनिक मजबूती एवं पंचायती राज चुनाव में पार्टी की भूमिका पर विस्तृत चर्चा की गई. बैठक को संबोधित करते हुए प्रदेश के उपाध्यक्ष मिथिलेश तिवारी ने कहा कि कार्यकर्ता ही भारतीय जनता पार्टी के सबल है. प्रदेश महामंत्री जनक चमार ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता अनुशासित एवं कर्मठ हैं.

प्रदेश अनुशासन समिति के अध्यक्ष विनय सिंह ने कहा कि आगामी पंचायत चुनाव में भाजपा की भूमिका महत्वपूर्ण होगी एवं अब कार्यकर्ताओं को भी आत्मनिर्भर बनाया जाएगा.

बैठक में तरैया के विधायक जनक सिंह, अमनौर के विधायक कृष्ण कुमार मंटू , छपरा विधायक डॉ सीएन गुप्ता, पूर्व विधायक ज्ञानचंद मांझी, जिला प्रभारी अनूप श्रीवास्तव, पूर्व जिला अध्यक्ष अशोक कुमार सिंह, रमेश प्रसाद, बंशीधर तिवारी, वेद प्रकाश उपाध्याय, महिला मोर्चा प्रदेश मंत्री प्रियंका सिंह, जिला उपाध्यक्ष रणजीत सिंह, अरुण सिंह, वरुण प्रकाश, बृजमोहन सिंह, डॉ धर्मेंद्र सिंह, लाल बाबू कुशवाहा, जयशंकर बैठा, लक्ष्मी ठाकुर, तारा देवी, जिला महामंत्री अनिल सिंह, शांतनु कुमार, रामाशंकर मिश्र शांडिल्य, जिला प्रवक्ता विवेक कुमार सिंह, जिला मीडिया प्रभारी श्याम बिहारी अग्रवाल, जिला मंत्री सत्यानंद सिंह, सुपन राय, मोहन शंकर प्रसाद, गायत्री देवी, सीमा सिंह, वीरेंद्र पांडेय सहित सभी मंडल अध्यक्ष सभी मंच मोर्चा के अध्यक्ष एवं जिला संयोजक एवं प्रदेश कार्यसमिति सदस्य तथा जिला कार्यसमिति सदस्य इस बैठक में उपस्थित हुए.

छपरा: समाहरणालय सभागार में जिलाधिकारी डॉ. नीलेश रामचंद्र देवरे की अध्यक्षता में कोविड-19 टीकाकरण को लेकर जिलास्तरीय टास्क फोर्स की बैठक की गयी. बैठक में जिलाधिकारी ने सिविल सर्जन को निर्देश दिया कि 16 जनवरी से प्रथम चरण का टीकाकरण शुरू होगा. इसके लिए सभी जरूरी तैयारियों को ससमय पूरा कर लिया जाये. टीकाकरण के सफल क्रियान्वयन को लेकर कर्मियों को प्रशिक्षित किया जाये.

जिलाधिकारी डॉ. नीलेश रामचंद्र देवरे ने कहा कि प्रथम चरण में स्वास्थ्य कर्मियों का टीकाकरण किया जायेगा. सभी कर्मियों का डेटा कोविन पोर्टल पर अपलोड करना सुनिश्चित किया जाये.समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी ने कहा कि जिले में वैक्सीन के रख-रखाव के लिए 16 आईसलाइंड रिफ्रिजरेटर आया है. जिसको पीएचसी में इंस्टाल करना है, उसके लिए अलग स्थल का चयन करें एवं अन्य आवश्यक तैयारियां पूरी करें.

जिलाधिकारी डॉ. नीलेश रामचंद्र देवरे ने कहा कि इसके लिए माइक्रोप्लान तैयार करना आवश्यक है. टीकाकरण टीम में पांच लोगों शामिल रहेंगे. जिसमें एक आईटी एक्सपर्ट यानि कंप्यूटर ऑपरेटर का रहना जरूरी है. इसके लिए जिलाधिकारी ने कहा कि पंचायत में कार्यरत कंप्यूटर ऑपरेटर को टीकाकरण कार्य में लगाया जायेगा. जिला में कोविड टीका के रख-रखाव के कोल्ड चेन रूम को दुरूस्त कर लिया जाये. डीएम ने बताया कि जिले में क्षेत्रीय कोल्ड चेन स्टोरेज का निर्माण किया जा रहा है. उसके लिए प्लेटफार्म बना लिया गया है. यहां पर 9000 लीटर क्षमता वाला वाल्क-इन कूलर की स्थापना की जायेगी। जिसमें सिवान व गोपालगंज जिले का भी वैक्सीन रखा जायेगा.

हर प्रखंड में करना है ड्राई रन

जिलाधिकारी ने कहा कि टीकाकरण शुरू होने से पहले प्रत्येक प्रखंडों में कोविड-19 टीकाकरण का ड्राई रन करना सुनिश्चित करें. ताकि ड्राई रन के माध्यम से यह आंकलन किया जा सके कि तैयारी पूरी हुई है या नहीं. इसके लिए सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों व स्वास्थ्य प्रबंधकों को निर्देश दिया है. इसके पहल भी जिले में तीन जगहों पर सफल ड्राई रन का आयोजन किया जा चुका है.

16 हजार अधिक कर्मियों लगेगा टीका

जिलाधिकारी डॉ. नीलेश रामचंद्र देवरे ने कहा कि जिले में प्रथम चरण में स्वास्थ्य कर्मियों को टीका लगाया जायेगा. इसके लिए कोविन पोर्टल कर्मियों की सूची अपलोड की गयी है. प्रथम चरण में टीकाकरण के लिए स्वास्थ्य विभाग के 7399, आईसीडीएस के 7450 व निजी स्वास्थ्य संस्थानों के 1823 कर्मियों का डेटा कोविन पोर्टल पर अपलोड कर दिया गया है. जहां भी कर्मियों की सूची बाकी है उसे ससमय पोर्टल पर अपलोड करने का निर्देश दिया है.

हर वर्ग के कर्मियों को लगाये टीका

जिलाधिकारी ने कहा कि टीकाकरण के दौरान ऐसी सूची बनाये जिसमे हर वर्ग के कर्मी को शामिल करें. इसमें सभी वर्ग के कर्मियों को शामिल करना आवश्यक है. ऐसा नहीं हो कि सिर्फ चिकित्सक को ही टिकाकरण करें, इसमें डॉक्टर, नर्स, सफाई कर्मी, आशा कार्यकर्ता, एम्बुलेन्स चालक, आंगनबाड़ी सेविका का टिकाकरण करें. जिलाधिकारी ने कहा कि टीकाकरण केंद्र पर एईएफआई से निपटने की पूरी व्यवस्था रखें.टीकाकरण के बाद भी कोविड अनुरूप नियमों का पालन करना आवश्यक है. 28 दिन बाद कोविड टीका का दूसरा डोज दिया जायेगा. दूसरा डोज के 6 सप्ताह बाद एंटीबॉडी विकसित होगा.

बैठक में उपविकास आयुक्त, अपर समहर्ता, सिविल सर्जन डॉ. माधवेश्वर झा, डीआईओ डॉ. अजय कुमार, डीपीएम अरविन्द कुमार, डीएमओ डॉ. दिलीप कुमार सिंह, एसएमओ डॉ. रंजितेश कुमार, डीपीओ आईसीडीएस बंदना पांडेय, एसएमसी आरती त्रिपाठी समेत सभी सीडीपीओ, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, स्वास्थ्य प्रबंधक शामिल थे.

Garkha: छपरा-मुजफ्फरपुर एनएच 722 पर गड़खा थाना क्षेत्र के महमदा के पास छीन छान का प्रयास कर रहे दो युवकों को पुलिस ने पकड़ लिया.

पकड़े गए युवकों में रितिक कुमार और रितेश कुमार शामिल हैं. दोनों गड़खा थाना क्षेत्र के पोहियां गांव के रहने वाले बताए जाते हैं.

दोनों शराब के नशे में राहगीरों से छीन छान कर रहे थे. पुलिस को जैसे ही जानकारी हुई मौके पर पहुंच दोनों को रंगेहाथ दबोच लिया. पुलिस द्वारा इनके पास से एक बाइक और पांच सौ रुपये भी बरामद किए गए हैं.

Chhapra: सारण पुलिस ने मरहौरा में हुई एसआईटी हत्याकांड में लूटी गई एके-47 को बरामद कर लिया है. इस मामले में नामजद अभियुक्तों को रिमांड पर लेकर हुई पूछताछ के बाद पुलिस टीम ने तरैया थाना क्षेत्र के गलीमापुर से एसआईटी टीम से लूटी गई एके-47 के साथ कारतूस को बरामद किया है.

इस मामले में विस्तृत जानकारी देते हुए सारण पुलिस अधीक्षक के हवाले से मिली जानकारी के अनुसार मढौरा थाना कांड संख्या 596/19 एसआईटी हत्याकांड में दो नामजद अभियुक्त विवेक कुमार सिंह एवंरोहित कुमार सिंह को पुलिस रिमांड पर लेकर हुई पूछताछ में रोहित कुमार की स्वीकारोक्ति बयान के आधार पर रोहित कुमार सिंह के घर तरैया थाना के गलिमापुर में छापेमारी की गई. जहां से हत्याकांड में लूटी गई ए के 47, एक मैगजीन, ए के 47 की 30 गोली, 1 पिस्टल, 10 राउंड गोली, 3 नट 3 का 18 गोली एवं 1 बिंदटोलिया बरामद किया गया है.

पुलिस अधीक्षक ने बताया कि पूछताछ की अवधि पूर्ण होने के बाद दोनों अभियुक्तों को न्यायिक हिरासत में वापस भेज दिया गया.

Chhapra/Ekma : जिले के एकमा थाना क्षेत्र के केसरी बाजार के समीप अज्ञात अपराधियों ने एक मांस व्यवसाई को लूटपाट के दौरान उसे गोली मारकर घायल कर दिया.

घटना बुधवार शाम की है जब मांस दुकानदार बाजार से घर लौट रहा था. घटना को लेकर बताया जा रहा है कि मांस विक्रेता खलील अंसारी एकमा सहाजितपुर सड़क होते हुए जा रहा था इसी बीच केशरी बाजार के समीप नहर पुल पर हथियार बंद बाइक सवार दो अज्ञात अपराधियों ने उसपर धावा बोलते हुए मोबाइल व नकदी लूटने का प्रयास किया.

मांस विक्रेता के शोर मचाने पर केशरी गांव के ग्रामीण व दुकानदार मौके पर पहुंचे. इस दौरान ग्रामीणों के विरोध करने पर अज्ञात अपराधियों ने गोली चला दी जिसमे केशरी गांव निवासी विकास ठाकुर को गोली लग गयी. गोली लगने गंभीर रुप से घायल हो गया. वहीं फायरिंग करने के बाद बाइक सवार बदमाश मौके से फरार हो गये. ग्रामीणों व एकमा थाना पुलिस की मदद से घायल विकास ठाकुर को उपचार हेतु सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में भर्ती कराया गया. जहाँ उपचार के बाद घायल की हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है.इस मामले में एकमा थानाध्यक्ष राजेश चौधरी के नेतृत्व में पुलिस अधिकारी व कर्मी अपराधियों की गिरफ्तारी हेतु संभावित ठिकानों पर छापेमारी सहित मामले की जांच में जुट गए है.

Chhapra: नगर थाना क्षेत्र के मौना पकड़ी के समीप एक व्यक्ति से लुटेरों ने 1 लाख 40 हज़ार लूट की घटना को अंजाम दिया. केनरा बैंक से पैसा निकाल कर जा रहे व्यक्ति से लुटेरों ने पैसे लूट लिए.

पीड़ित व्यक्ति तरैया थाना क्षेत्र के फरीदपुर का निवासी अकबर अली है. पीड़ित ने बताया कि बैंक मे पीड़ित ने बताया कि घर बनाने के लिए बैंक से पैसे निकाल कर घर जा रहा था तभी मोना पकड़ी के समीप लुटेरों ने मुझसे पैसे छीन लिए. पैसे छीनने वाले में से एक व्यक्ति को लोगों ने पकड़ लिया. जमकर धुनाई की और फिर पुलिस को सौंप दिया.

अपराधी के प्राथमिक उपचार के बाद से नगर थाना लाया गया है. पुलिस मामले की जांच में जुट गई है. हालांकि पिछले दिनों से सारण जिले में अपराधिक घटनाओं में वृद्धि आई है.

इस्लाम धर्म के लोग पैगंबर हजरत मोहम्मद के जन्मदिन को ईद-ए-मिलाद-उन-नबी या ईद-ए-मिलाद के रूप में सेलिब्रेट करते हैं. इस्लामिक कैलेंडर के मुताबिक, ये त्योहार तीसरे महीने रबी-उल-अव्वल के 12वें दिन मनाया जाता है. इसकी सही तारीख को लेकर लोगों में बड़ी कन्फ्यूजन है. ईद-ए-मिलाद इस बार 29 अक्टूबर की शाम से लेकर 30 अक्टूबर की शाम तक रहेगा. हालांकि भारत में ये त्योहार 30 अक्टूबर को ही सेलिब्रेट किया जाएगा.

भारत में 19 अक्टूबर से रबी-उल-अव्वल का महीना शुरू हो चुका है. पैगंबर मोहम्मद साहब की याद में इस दिन समुदाय के लोग जुलूस निकालते हैं, लेकिन इस साल कोरोना के चलते ऐसा होना मुश्किल है.

पैगंबर मोहम्मद का जन्म अरब के रेगिस्तान के शहर मक्का में 571 ईस्वी में 12 तारीख को हुआ था. पैगंबर साहब के जन्म से पहले ही उनके पिता का निधन हो चुका था. जब वह 6 वर्ष के थे तो उनकी मां की भी मृत्यु हो गई. मां के निधन के बाद पैगंबर मोहम्मद अपने चाचा अबू तालिब और दादा अबू मुतालिब के साथ रहने लगे. इनके पिता का नाम अब्दुल्लाह और माता का नाम बीबी आमिना था.

Chhapra: मुफस्सिल थाना क्षेत्र के प्रभुनाथ नगर में मकान निर्माण में लगे मजदूर की छत के छज्जा से गिरकर मौत हो गयी. मृतक मुफस्सिल थाना क्षेत्र के मेहिया गांव निवासी रुदल मांझी के 40 वर्षीय पुत्र वीरेंद्र मांझी बताया गया.

बुधवार को घटी इस घटना को लेकर बताया जाता है कि मृतक निर्माणाधीन घर की छत के छज्जा पर कार्य कर रहा था इसी दौरान वह गिर गया. गिरने के बाद घायल मजदूर को इलाज के लिए सदर अस्पताल लाया गया जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया.

भगवान बाजार थाना की पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराया तथा परिजनों को सौंप दिया.

Chhapra: दुर्गा पूजा को लेकर रविवार को भगवान बाजार थाना में शांति समिति की बैठक हुई. इस बैठक में दुर्गा पूजा में शांति और सौहार्द बना  पूजा करने पर चर्चा की गई. इस दौरान सदस्य सत्येंद्र कुमार सिंह व थानाअध्यक्ष मुकेश कुमार झा ने समिति के सदस्यों से पूजा में किसी भी तरह की आपसी सौहार्द न न बिगड़े इसको लेकर सख्त निर्देश दिए. वही करोना वैश्विक महामारी को लेकर अपने घर में ही पूजा पाठ करने की बात कही.

वहीं समिति के सदस्यों ने सीओ से यह अपील की कि दुर्गा पूजा में पंडाल तथा मूर्ति  रखकर पूजा करने की अनुमति दी जाए मगर सीओ ने वरीय अधिकारियों व गाइडलाइन का हवाला देते हुए कहा कि जो मूर्ति अभी बन गई है, उसे रख कर पूजा करें मगर अब से कोई मूर्ति व पंडाल का निर्माण नहीं किया जाएगा.

सभा के अंत में किसी भी तरह का निर्णय ना होने से सदस्यों की नाराजगी भी देखने को मिली. सदस्यों में केदारनाथ सिंह वार्ड पार्षद मुन्ना सिंह खुसरू खान विजय कुमार, निरंजन कुमार,आशीष कुमार समेत कई लोग शामिल थे.

नीरज सोनी  

अकेला चना क्या भाड़ फोड सकता है? यह सवाल हमेशा दिमाग में उठता है जब हम सरकारी तंत्र की मार खाते हैं. लेकिन लोकतंत्र में ऐसे कई चने हुए जिन्होंने अकेले ही घड़े रूपी सरकार को तोड़ दिया. जयप्रकाश नारायण एक ऐसे ही शख्स थे जिन्होंने अपनी जिंदगी देश के नाम कर दी और अकेले दम पर तत्कालीन इंदिरा गाँधी की सरकार को दिन में तारे दिखला दिए.

देश में समाजवादी आंदोलन में अहम भूमिका निभाने और लोकतंत्र को दोबारा जिंदा करने वाले लोकनायक जयप्रकाश नारायण की कल 118 वीं जयंती है। उनके निधन को 43 बरस बीत चुके हैं, लेकिन आज तक उनके व्यक्तित्व का सही तरीके से यह आकलन नहीं हो पाया है कि उनकी मूल राजनीतिक विचारधारा क्या थी, वह देश में किस तरह की राजनीतिक प्रणाली चाहते थे? किसी भी तरह का चुनाव लड़े बिना आखिर वह किस लोकशाही की बात करते थे?

भारत रत्न लोकनायक जयप्रकाश नारायण छात्र जीवन से ही महात्मा गांधी की विचाराधारा से प्रभावित थे और 18 वर्ष की उम्र में असहयोग आंदोलन में शरीक हो गए थे, जयप्रकाश नारायण का नाम जब भी जुबां पर आता है तो यादों में रामलीला मैदान की वह तस्वीर उभरती है जब पुलिस जयप्रकाश को पकड़ कर ले जाती है और वह हाथ ऊपर उठाकर लोगों को क्रांति आगे बढ़ाए रखने की अपील करते हैं. जयप्रकाश नारायण ही वह शख्स थे जिनको गुरू मानकर आज के अधिकतर नेताओं ने मुख्यमंत्री पद तक की यात्रा की है. लालू यादव, नीतीश कुमार, मुलायम सिंह यादव, राम विलास पासवान, जार्ज फर्नांडिस, सुशील कुमार मोदी जैसे तमाम नेता कभी जयप्रकाश नारायण के चेले माने जाते थे लेकिन सत्ता के लोभ ने उन्हें जयप्रकाश नारायण की विचारधारा से बिलकुल अलग कर दिया.

निःसंदेह जयप्रकाश नारायण जैसे सपूतों को पाकर भारत माँ ने अपनी कोख की अवश्य सराहना की होगी. मानवता के मूल्यों को और स्वयं मानवता को अन्धकार से निकालकर प्रकाश में लाने के लिए जयप्रकाश जी ने जीवन भर संघर्ष किया, जूझे पर झुके नहीं पथ से मुड़े नहीं. मातृभूमि का कण- कण बोल उठा जयप्रकाश शतायु हो जनवरी 1921 ई. में मौलाना अब्दुल कलाम आजाद की अध्यक्षता में पटना में एक विशाल सभा हुई उनके भाषण का जयप्रकाश जी पर बहुत गहरा असर पड़ा. उन्होंने दूसरे दिन ही कॉलेज छोड़ दिया, और अपने ससुर जी की सलाह पर राजेन्द्र बाबू की निगरानी में सदाकत आश्रम में चल रहे विद्यापीठ में चले गए. इंटर का इम्तिहान दिया और ऊँचे नम्बरों से इंटर पास किया. बम्बई में अक्टूबर 1934 ई. को कांग्रेस सोशलिस्ट पार्टी को बकायदा कायम किया गया. जयप्रकाश जी उस नई पार्टी के जनरल सेक्रेटरी नियुक्त किये गए. 7 मार्च 1940 ई. की शाम को जयप्रकाश नारायण जी गिरफ्तार कर लिया गया. पुलिस उन्हें जमशेदपुर जेल ले गयी और वहाँ उन्हें चाईवास जेल में बंद कर दिया गया. ‘‘ भारत छोड़ो आन्दोलन’’ के दौरान जयप्रकाश जी हजारीबाग़ जेल में बंद थे. इस जनक्रांति के आन्दोलन में भाग लेने के लिए उनकी आत्मा छटपटा रही थी. उन्होंने जेल से भागने का निश्चय किया. 6 नवम्बर 1942 को दिवाली के अवसर पर जेल के सभी कर्मचारियों और कैदियों के लिए दावत और नाच गाने के कार्यक्रम का आयोजन किया गया. राम वृक्ष बेनीपुरी जी इस कार्यक्रम का संचालन कर रहे थे.

उसी समय जयप्रकाश जी जान की बाज़ी लगाकर नई धोती की रस्सी बनाकर छः मिनट में जेल की दीवार लांघ गए और बाहर निकल गए. बारह घंटे तक रामवृक्ष बेनीपुरी जी ने जयप्रकाश जी बीमारी का बहाना कर के किसी को पता नहीं चलने दिया कि वे जेल से भाग गए है. ब्रिटिश सरकार ने जयप्रकाश जी को जिन्दा या मुर्दा पकड़वाने के लिए दस हजार का ईनाम रखवाया.

उन्होंने नेपाल में आज़ाद दस्ते का गठन किया.1943 ई. में उन्हें एक बार फिर चलती ट्रेन से उन्हें और डॉ. लोहिया को गिरफ्तार कर लिया गया. गांधी जी ने यह साफ़ कर दिया कि दोनों की रिहाई के बिना अंग्रेज सरकार से कोई भी समझौता संभव नहीं है इसके फलस्वरूप दोनों को 1946 ई. में रिहा कर दिया गया. 1954 ई. में उन्होंने गया और बिहार में विनोवा भावे के सर्वोदय आन्दोलन में जीवन समर्पण की घोषणा की .जयप्रकाश जी ने तत्कालीन लोकनीति के पक्ष में राजनीति छोड़ दिया.1960 ई. में वे पुनः राजनीति में आ गए. 1974 ई. में किसानों के बिहार आन्दोलन में उन्होंने सक्रीय भूमिका निभाई.

बिगडती तबियत के बावजूद उन्होंने तात्कालीन सरकार इंदिरा गाँधी के प्रशासनिक नीतियों के विरुद्ध और भ्रष्टाचार के खिलाफ आन्दोलन किया. उनके नेतृत्व में गुजरात में पीपुल्स पार्टी ने चुनाव जीता. 1975 ई. में जब आपातकाल की घोषणा हुई तो आन्दोलन के दौरान वे 600 व्यक्तियों के साथ बंदी बना लिए गए. 7 महीने जेल में रहने के बाद तबियत खराब होने की वजह से उन्हें जेल से रिहा कर दिया गया. उनका निधन 8 अक्टूबर 1979 ई. को ह्रदय रोग और मधुमेह के कारण हुआ.

उनके निधन के बाद तत्कालीन प्रधानमंत्री ने उनके सम्मान में सात दिन के राष्ट्रीय शोक की घोषणा की….

यह लेखक के निजी विचार है | लेखक नीरज सोनी