नई दिल्ली, 22 मई (हि.स.)। बदलती जीवनशैली की वजह से दुनिया भर में ह्रदय संबंधित रोगों में तेजी से बढ़ोतरी हुई है। वर्ल्ड हार्ट फेडरेशन की हालिया रिपोर्ट के अनुसार दुनिया भर में कार्डियोवैस्कुलर बीमारियों (सीवीडी) से होने वाली मौतें साल 1990 में 1.21 करोड़ थीं, जो साल 2021 में बढ़कर दो करोड़ तक पहुंच गई यानि 60 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है।

रिपोर्ट में कहा गया है कि दुनिया 2010 की तुलना में 2025 तक कार्डियोवैस्कुलर बीमारियों जैसे गैर-संचारी रोगों (एनसीडी) से समयपूर्व मृत्यु दर को 25 प्रतिशत तक कम करने के लिए निर्धारित महत्वाकांक्षी लक्ष्यों को पूरा करने के लिए संघर्ष करेगी।

वहीं गैर संचारी रोग (एनसीडी) भी भारत में एक बढ़ती सार्वजनिक स्वास्थ्य चिंता का विषय है। हाल के सरकारी आंकड़ों से पता चलता है कि देश में एनसीडी के कारण होने वाली मौतें 63 प्रतिशत बढ़ गई है।

डॉ. नरेन्द्र सैनी बताते हैं कि “यह एक चिंता की बात है कि देश में ह्रदय रोग संबंधित बीमारियां बढ़ रही हैं, इसलिए लोगों को अपने जीवन में स्वस्थ बदलाव लाना आवश्यक हैं। लोगों को अपनी दिनचर्या में योग, ध्यान, व्यायाम और स्वास्थ्यवर्धक खान-पान की आदतों को शुमार करना चाहिए।

श्रीनगर, 22 मई (हि.स.)। जम्मू-कश्मीर में जी20 शिखर बैठक में शामिल होने वाले विभिन्न सदस्य देशों के प्रतिनिधि सोमवार को श्रीनगर हवाईअड्डे पर उतर चुके हैं। यहां पहुंचने पर इन विदेशी मेहमानों का स्मृति चिन्ह देकर स्वागत किया गया। उसके बाद में स्थानीय लोक कलाकारों ने अपनी प्रस्तुतियों के जरिये समृद्ध सांस्कृतिक विरासत की झलक पेश की।

सूत्रों ने बताया कि यहां से ये विदेशी मेहमान अपने निर्धारित होटलों (ताज विवांता और ललित) की ओर रवाना होंगे। जहां उन्हें कमरे आवंटित किए जाएंगे और सम्मेलन सामग्री दी जाएगी। इसके बाद दिनभर अन्य बैठकों और कार्यक्रमों का आयोजन होगा।

डल झील किनारे शेर-ए-कश्मीर इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर (एसकेआईसीसी) में आयोजित बैठक में विभिन्न राष्ट्रों के 60 से अधिक प्रतिनिधि शामिल होने जा रहे हैं। आकाश से लेकर जमीन तक सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए है। डल झील में मार्काेस कमांडो का पहरा है।

नई दिल्ली, 22 मई (हि.स.)। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि नए संसद भवन का उद्घाटन राष्ट्रपति को करना चाहिए। वह संविधान और देश के हर नागरिक का प्रतिनिधित्व करते हैं।

खड़गे ने सोमवार को ट्वीट कर कहा कि मोदी सरकार दलित और जनजातीय समुदायों से राष्ट्रपति केवल चुनावी वजहों से बनाती है। उन्होंने कहा कि जब इस नए संसद भवन का शिलान्यास हुआ तो तत्कालीन राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को नहीं बुलाया गया और अब उद्घाटन समारोह में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को निमंत्रण नहीं दिया गया।

उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी लगभग 1200 करोड़ रुपये की लागत से बनकर तैयार नए संसद भवन का 28 मई को उद्घाटन करेंगे। पीएम मोदी के जरिये किये जाने वाले प्रस्तावित उद्घाटन को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी आपत्ति जताई थी। कल राहुल गांधी ने भी ट्वीट कर कहा था कि नए संसद भवन का उद्घाटन राष्ट्रपति को ही करना चाहिए, प्रधानमंत्री को नहीं!

नई दिल्ली, 21 मई (हि.स.)। गवर्नमेंट हाउस में एक विशेष समारोह में पापुआ न्यू गिनी (पीएनजी) के गवर्नर-जनरल सर बॉब डाडे ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को ग्रैंड कम्पैनियन ऑफ द ऑर्डर ऑफ लोगोहू (जीसीएल) से सम्मानित किया। यह पीएनजी का सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार है और पुरस्कार प्राप्त करने वालों को ‘चीफ’ शीर्षक दिया जाता है।


प्रधानमंत्री ने कहा, “पापुआ न्यू गिनी द्वारा मुझे कम्पैनियन ऑफ द ऑर्डर ऑफ लोगहू प्रदान करने से भाव विभोर हूं। पुरस्कार प्रदान करने के लिए गवर्नर जनरल सर बॉब डाडे का आभार। यह भारत और हमारे लोगों की उपलब्धियों की एक बड़ी पहचान है।”

इससे पहले फिजी के राष्ट्रपति रातू विलिमे मैवालीली काटोनिवेरे की ओर से प्रधानमंत्री राबुका ने प्रधानमंत्री मोदी को फिजी के सर्वोच्च सम्मान – ‘द कम्पेनियन ऑफ द ऑर्डर ऑफ फिजी’ (सीएफ) से सम्मानित किया। प्रधानमंत्री मोदी ने इस सम्मान के लिए फिजी की सरकार और लोगों को धन्यवाद दिया। साथ ही इसे भारत के लोगों और फिजी-भारतीय समुदाय की पीढ़ियों को समर्पित किया, जिन्होंने दोनों देशों के बीच विशेष और स्थायी बंधन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज पोर्ट मोरेस्बी में फिजी के प्रधानमंत्री सित्वेनी लिगामामादा राबुका से भारत-प्रशांत द्वीप सहयोग फोरम (एफआईपीआईसी) के तीसरे शिखर सम्मेलन के मौके पर मुलाकात की। दोनों नेताओं के बीच यह पहली मुलाकात थी। प्रधानमंत्री ने याद किया कि एफआईपीआईसी को नवंबर 2014 में उनकी फिजी यात्रा के दौरान लॉन्च किया गया था और तब से प्रशांत द्वीप देशों (पीआईसी) के साथ भारत का सहयोग और मजबूत हुआ है।

Chhapra: भारतीय जनता पार्टी की जिला कार्यसमिति की पहली बैठक स्थानीय विवाह भवन के सभागार में जिलाध्यक्ष रणजीत कुमार सिंह की अध्यक्षता में आयोजित हुई। बैठक में पार्टी के महाराजगंज लोकसभा के सांसद, विधायक, पूर्व विधायक,  सभी मंडल अध्यक्ष पार्टी के पदाधिकारी उपस्थित थे। 

कार्यसमिति में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 9 साल के कार्यकाल को जनता तक पहुंचाने के लिए 30 मई से 30 जून तक विशेष संपर्क अभियान के माध्यम से जनता के बीच पहुंचाने का निर्णय लिया गया।

किसान मोर्चा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं सारण लोकसभा के प्रभारी जगरनाथ ठाकुर ने कहा कि जनता के बीच प्रधानमंत्री के कार्यों को ज्यादा से ज्यादा पहुंचाने का काम करना है एवं अबकी बार 400 के पार।  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में फिर से एक बार भाजपा की सरकार केंद्र में बनानी है। 

विधायक एवं मुख्य सचेतक जनक सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री का 9 साल बेमिसाल 29 जन कल्याणकारी योजना को जन जन तक पहुंचाने के काम करना है।  जिसके लिए सभी को एकजुट होकर संयुक्त प्रयास के साथ कार्य करना है।

महाराजगंज के सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल ने कहा कि मैं सांसद बाद में, पहले एक भाजपा का कार्यकर्ता हूँ।  मैंने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत एक कार्यकर्ता के रूप में किया और प्रधानमंत्री जो देश के लिए कर रहे हैं उनकी योजनाओं को जन जन तक पहुंचाने का काम हम सभी का कर्तव्य है। आज भारत विश्व के मानचित्र पर एक सशक्त वैभवशाली शक्तिशाली राष्ट्र के रूप में स्थापित हो रहा है तो यह देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ही देन है। 

प्रदेश अनुशासन समिति के अध्यक्ष सोनपुर के पूर्व विधायक विनय सिंह ने कहा कि 2024 में फिर से केंद्र में भाजपा की सरकार बनानी है। अबकी बार 400 के पार के नारे के साथ देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को फिर एक बार भारत माता की सेवा के लिए प्रधानमंत्री की कुर्सी पर बैठाना है।  इसके लिए सारे कार्यकर्ता आज से अभी से लग जाए सभी को एक साथ मिलकर काम करना होगा।  तभी देश आगे बढ़ेगा और केंद्र में भाजपा की एक बार फिर से सरकार बनेगी।

कार्य समिति के बैठक में विशेष रूप से पटना से आए भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता संतोष पाठक ने कहा कि 30 मई से 30 जून तक विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए हैं।  प्रधानमंत्री के 9 साल के कार्यकाल में 9 साल बेमिसाल हर मंडल हर बूथ स्तर तक इस कार्य को करना है।

संचालन जिला महामंत्री विवेक कुमार सिंह ने एवं धन्यवाद ज्ञापन नगर अध्यक्ष राजेश फैशन ने किया।  

नई दिल्ली, 22 मई (हि.स.)। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सोमवार को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से मिलने उनके दिल्ली स्थित आवास पर पहुंचे।

सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे और नीतीश कुमार के बीच विपक्षी एकता को लेकर बैठक जारी है। बैठक में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल सहित जेडीयू के अध्यक्ष ललन सिंह भी मौजूद हैं।

उल्लेखनीय है कि नीतीश कुमार वर्ष 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले विपक्ष को मजबूत करने के सिलसिले में लगातार अन्य दलों के नेताओं से मुलाकात कर रहे हैं।

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के शपथ ग्रहण समारोह में भी मंच पर दिखाई दिये थे। इससे पहले नीतीश कुमार ने ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक, सपा प्रमुख अखिलेश यादव, पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल सहित अन्य विपक्षी दलों के नेताओं से मुलाकात कर चुके हैं।

खगोल विज्ञान में रुचि रखने वालों के लिए मंगलवार, 23 मई की शाम बेहद रोमांच होने वाली है। दरअसल, इस दिन सूर्य के अस्त होने के बाद शाम को पश्चिमी आकाश में अद्भुत खगोलीय नजारा दिखने जा रहा है, जिसमें हंसियाकार चंद्रमा चमकते शुक्र और लाल ग्रह मंगल के बीच दिखता हुआ मिथुन तारामंडल के तारों के साथ मेल-मुलाकात करता हुआ नजर आएगा। यह जानकारी सोमवार को भोपाल की नेशनल अवार्ड प्राप्त विज्ञान प्रसारक सारिका घारू ने दी।

उन्होंने बताया कि सूर्यास्त के बाद लालिमा समाप्त होने के साथ ही हंसियाकार चंद्रमा के साथ शुक्र (वीनस) अपनी चमक बिखेर रहा होगा, तो उसके कुछ ऊपर मंगल (मार्स) लालिमा के साथ होगा। उसके पास ही मिथुन तारामंडल के जुड़वां तारे पोलुक्स एवं कैस्टर भी इस मिलन समारोह का हिस्सा बनेंगे। इसके साथ ही बिहाईव स्टार क्लस्टर भी इनके आसपास दिखेगा।

सारिका ने बताया कि मिलन करते इन खगोलीय पिंडों के बीच आपस की दूरी करोड़ों किलोमीटर होगी, लेकिन इनका पृथ्वी से बनने वाला कोण इस प्रकार होगा कि वे एक-दूसरे से मिलते से नजर आएंगे। जुड़वां तारे कहे जाने वाले तारों में से पोलुक्स 33 प्रकाशवर्ष दूर और विकसित लाल विशालकाय तारा है जो कि हमारे सूर्य से दोगुना विशाल है जबकि केस्टर 51 प्रकाशवर्ष दूर नीला तारा है जो हमारे सूर्य से 2.7 गुना अधिक भारी है। रोमन पौराणिक कथाओं के अनुसार पोलक्स और केस्टर जुड़वां भाइयों का प्रतिनिधित्व करते हैं।

सारिका ने बताया कि इस खगोलीय घटना में चंद्रमा लगभग 1000 तारों के समूह, जिसे कि बिहाईव स्टार क्लस्टर कहते हैं, उनके भी समीप दिखेगा। बुधवार (24 मई) शाम के आकाश में भी इस दृश्य को देखा जा सकेगा, लेकिन तब चंद्रमा आगे बढ़कर मंगल के करीब पहुंच चुका होगा। इस तरह ग्रहों, तारों और उपग्रहों का मिलन समारोह का मनमोहन दृश्य दिखने जा रहा है। दोनों ही दिन इसे रात्रि 10 बजे के पहले देखा जा सकेगा।

Chhapra:  जनसंख्या स्थिरीकरण को लेकर स्वास्थ्य विभाग के द्वारा विभिन्न स्तर पर प्रयास किया जा रहा है। प्रत्येक में स्वास्थ्य केंद्रों में परिवार नियोजन दिवस का आयोजन कर इच्छुक लाभार्थियों को परिवार नियोजन के साधनों की उपलब्धता सुनिश्चित की जा रही है। इसी कड़ी में सोमवार को शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मासूमगंज में पीएसआई इंडिया संस्था के सहयोग से परिवार नियोजन कैंप का आयोजन किया गया। परिवार नियोजन कैंप का उद्घाटन उप मेयर रागिनी गुप्ता के द्वारा किया गया। कैंप में आए हुए लाभार्थियों को परिवार नियोजन के स्थाई तथा अस्थाई साधनों के बारे में जानकारी दी गई। वही इच्छुक लाभार्थियों को परिवार नियोजन के अस्थाई साधनों की उपलब्धता भी सुनिश्चित कराई गई।

परिवार नियोजन के साधनों को अपनाने से जनसंख्या स्थिरीकरण मैं होगा सहायक :

डॉ राजीव रंजन ने कहा कि लाभुक किसी भी परिवार नियोजन के विभिन्न साधनों की जानकारी लेने के साथ ही सुविधानुसार इच्छित विकल्प का लाभ उठा सकते हैं। बच्चों के बीच समयांतराल रखने और छोटा परिवार के होने से लोग वर्तमान समय में बढ़ रही महंगाई से छुटकारा मिलने के साथ ही जनसंख्या स्थिरीकरण में भी सरकार और देश के सहायक बन सकते हैं। सरकार द्वारा चलाये जा रहे परिवार नियोजन कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य जनसंख्या स्थिरीकरण के साथ ही प्रजनन स्वास्थ्य को सुदृढ़ करते हुए स्वस्थ परिवार का निर्माण करना भी है। लोगों को परिवार नियोजन के विभिन्न साधनों का इस्तेमाल कर इस अभियान को सफल बनाना चाहिए।

आशा और एएनएम लाभार्थियों को देती हैं परिवार नियोजन की जानकारी :

पीएसआई इंडिया के क्षेत्रीय कार्यक्रम समन्वयक जितेंद्र कुमार गुप्ता ने बताया कि स्वास्थ्य केंद्रों में लोगों को इसकी जानकारी देने के लिए नियमित आशा, एएनएम आदि उपस्थित रहती हैं। जिनसे लोग परिवार नियोजन के स्थायी व अस्थायी साधनों की जानकारी ले सकते हैं। लोगों को जानकारी होनी चाहिए कि परिवार नियोजन के स्थायी साधनों में नसबंदी व बंध्याकरण शामिल हैं। लोग किसी भी अस्पताल से इसका लाभ उठा सकते हैं। अस्थायी साधन के रूप में लोग अंतरा इंजेक्शन, कॉपर-टी, छाया, माला-एन, इजी पिल्स आदि का उपयोग कर सकते हैं।स्वस्थ व खुशहाल समाज के लिए मातृ मृत्यु एवं शिशु मृत्यु को कम करना होगा। चिकित्सा पदाधिकारी डॉ राजीव रंजन, पीएसआई इंडिया के क्षेत्रीय कार्यक्रम समन्वयक जीतेंद्र कुमार गुप्ता, सभी एएनएम व आशा मौजूद थी।

जिला के सर्वागीण विकास हेतु सभी पदाधिकारी आपसी समन्वय एवं तत्परता से सभी योजनाओं की प्रगति में तेजी लावें : प्रभारी मंत्री

छपरा : सूबे के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के मंत्री सुमित कुमार सिंह की अध्यक्षता में जिला कार्यक्रम कार्यान्वयन समिति की बैठक समाहरणालय सभागार में आहूत की गयी। बैठक में सर्वप्रथम प्रधानमंत्री आवास योजना के वित्तीय वर्ष 2021-22 में कुल उपलब्धि 92.43 प्रतिशत बतायी गयी। इस संबंध में उप विकास आयुक्त के द्वारा जानकारी दी गयी कि लंबित योजनाओं को दुत गति से पूर्ण करने हेतु अभियान चलाया जा रहा है। जिसके साकारात्मक परिणाम जल्द ही देखने को मिलेगे। मनरेगा में आधार सीडिंग का कार्य 95.98 प्रतिशत पूर्ण हो जाने की जानकारी दी गयी।

‌ जिला कृषि पदाधिकारी के द्वारा जानकारी दी गयी कि इस वर्ष जिला में पर्याप्त मात्रा में खाद उपलब्ध है। अतः खाद की कमी नही होगी। जिला पंचायती राज पदाधिकारी ने जानकारी दी कि पंचायतों में सोलर स्ट्रीट लाइट लगाने का कार्य तेजी से चल रहा है। जिला शिक्षा पदाधिकारी ने जानकारी दी कि शैक्षणिक सत्र 2023-24 में वर्ग एक से आठ तक के विद्यार्थियों के लिए कुल 4 लाख 166 हजार 424 पुस्तकों की आपूर्ति करने का आदेश बी.एस.टी.बी.पी.सी. को दिया गया है। 16 अप्रैल 2023 तक कुल 3 लाख 13 हजार 776 पुस्तक आपूर्ति की गयी है। जिसमें से 3 लाख 6 हजार 79 पुस्तकों का वितरण छात्र-छात्राओं के बीच कर दिया गया है।

सहायक निदेशक, जिला सामाजिक सुरक्षा कोषांग ने जानकारी दी की जिला में विभिन्न तरह के पेंशन लाभुकों की कुल संख्या 3 लाख 98 हजार 763 है। इनमें से 3 लाख 82 हजार 102 लाभुकों के खाते में पेंशन की राशि हस्तांतरित कर दी गयी है। जिला कल्याण पदाधिकारी के द्वारा जानकारी उपलब्ध करते हुए बताया गया कि जिला में कुल सृजित विकास मित्रों की संख्या 374 है। जिसमें से 364 पद पर विकास मित्र कार्यरत है। प्रभारी पदाधिकारी, जिला आपदा प्रबंधन शाखा ने जानकारी दी की प्राकृतिक / गैर प्राकृतिक / स्थानीय एवं विशेष प्रकृति से कुल 210 मृत व्यक्तियों के परिजनों के खाते में अनुग्रह अनुदान की राशि चार लाख प्रत्येक के हिसाब से दे दी गयी है। इसमें कुल राशि 8 करोड़ 52 लाख है।

जिला प्रभारी मंत्री-सह- विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग बिहार ने अपने संबोधन में बताया कि जिला में सभी विभागों के विकासोन्मुखी कार्यक्रम को लक्ष्य के अनुरुप तय समय पर पूरा करें। ताकि समाज के अंतिम पायदान पर बैठे व्यक्तियों को उसका लाभ मिल सके। जिला मे किये जा रहे कार्यों की भूरि-भूरि प्रशंसा करते हुए उन्होंने कहा कि सभी विभागों के पदाधिकारियों के आपसी समन्वय एवं सहयोग से जल्द ही सारण जिला राज्य के तीब्र गति से विकास करने वाले जिला में शामिल हो। ऐसी उनकी इच्छा है।

बैठक में मंत्री, कला संस्कृति एवं युवा विभाग, बिहार सरकार जितेन्द्र राय, सासंद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल, पार्षद, विधायक, मेयर, जिला परिषद अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, उप विकास आयुक्त, नगर आयुक्त, अपर समाहर्त्ता, जिला एवं प्रखंड के सभी वरीय पदाधिकारीगण उपस्थित थे।

Chhapra: राष्ट्रीय सेवा योजना एवं भूगोल विभाग के संयुक्त तत्वावधान में अंतराष्ट्रीय जैव विविधता दिवस के अवसर पर एक व्याख्यान का आयोजन किया गया। इस व्याख्यान की मुख्य वक्ता डॉ. सपना मिश्रा, सहायक प्राध्यापिका, भूगोल विभाग, शासकीय महाविद्यालय करतला, छत्तीसगढ़ थी।

डॉ. सपना मिश्रा ने अपने व्याख्यान का प्रारंभ जैव विविधता के आशय, महत्व, एवम इसकी वर्तमान प्रासंगिकता से छात्रों के साथ संवाद स्थापित करते हुए की। उसके पश्चात उन्होंने जैव विविधता के मापन की विधियों पर प्रकाश डालते हुए, इस संदर्भ में किए गए अंतरराष्ट्रीय एवम राष्ट्रीय प्रयासों पर विस्तार से चर्चा की।

मुख्य वक्ता ने कहा कि इस धरा पर सभी जीवों का आवास है अतः उनका संरक्षण आवश्यक है। उन्होंने छात्रों से अपील कि हम सभी परिस्तस्थितिक संतुलन की आधारशिला जैव विविधिता हेतु अपने छोटे प्रयासों से इस अभियान को सफल बनाएं।

डॉ. अनुपम कुमार सिंह ने जैव विविधता के विविध आयामों एवम वर्तमान उपादेयता पर विस्तार से चर्चा की, साथ ही मानव सभ्यता एवम धर्म, प्रकृति के अंतर्संबंधों पर प्रकाश डाला।

कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रभारी प्राचार्य डॉ. विधान चंद्र भारती ने करते हुए, छात्रों को प्रकृति की ओर लौटने का संदेश दिया।

कार्यक्रम में मंच संचालन करते हुए कार्यक्रम पदाधिकारी जया कुमारी पांडेय ने सतत विकास की सफलता एवम जैव विविधता के संबंधों पर प्रकाश डाला एवम कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ कन्हैया प्रसाद ने धन्यवाद ज्ञापन किया।

कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ. देवेश रंजन, शिक्षक भावेश कुमार समेत छात्र छात्रा-सचिन कुमार चौरसिया, सूरज कुमार, विकास कुमार शाह, निखिल राज, अरुणिमा, निधि, अनामिका, कविता आदि ने अपनी उत्साह जनित सक्रिय सहभागिता दर्ज की।

बगहा, 21मई (हि.स.)। राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर रविवार को वाल्मीकि नगर पहुंचकर वाल्मीकि व्याघ्र परियोजना वन प्रमंडल दो के मुखिया, वार्ड सदस्य, जिला परिषद, सरपंच आदि अन्य जनप्रतिनिधियों के समस्याओं को गौर से सुना और इसके साथ ही वरीय पदाधिकारियों के साथ बैठक की।

समस्याओं को सुनने के पश्चात राज्यपाल ने मौके पर मौजूद अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश देते हुए कहा कि सभी छोटी बड़ी समस्याओं को देख उन्हें जल्द से जल्द दूर करें।राज्यपाल ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि मुझे बहुत खुशी हुई वाल्मीकिनगर आकर, यहां के क्षेत्रों के जनप्रतिनिधि और लोगों से मिलकर, उन्होंने कहा कि जनप्रतिनिधियों ने बहुत ही अच्छे तरीके से अपनी समस्याओं को रखा।राज्यपाल ने कहा कि मैं बिहार के समस्याओं के जानने से पहले बिहार को पुरी तरह जानना चाहता हूं, तभी जाकर बिहार के समस्याओं से अवगत हूंगा।

राज्यपाल ने बताया कि सरकार बिहार के गांव और शहरों की समस्याओं पर काम कर रही है। लेकिन सरकार से कहा जायेगा की गांवों की समस्याओं को गंभीरता से लेते हुए और ठीक तरह से हर समस्याओं को दूर करें।

Chhapra: बिहार में शराब बंदी के बाद सरकार ने अवैध शराब की भट्ठियों और धंधेबाजों को पकड़ने के लिए आधुनिक तकनीक का सहारा भी लिया है। जिसके तहत ड्रोन, स्कैनर और अन्य इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस की मदद ली जाती है। इसके लिए सरकार ने बड़ी राशि खर्च की है।

ऐसा ही एक अत्याधुनिक ड्रोन निकला तो शराब की अवैध भट्ठियों को ढूँढने था, लेकिन कंट्रोल रूप से संपर्क टूटने के बाद अब उसे ही ढूंढा जाने लगा है।

मद्य निषेध विभाग के फिक्स्ड विंग ड्रोन ने पटना से उड़ान भरी थी। इसका काम हवाई सर्वेक्षण करते हुए अवैध शराब की भट्ठियों की मैपिंग करना होता है। यह ड्रोन पटना स्थित कंट्रोल रूम से कंट्रोल किया जाता है। यह 100 किलोमीटर की रेंज तक हवा में उड़ते हुए मैपिंग करता है और पुनः डाटा संकलित कर वापस लौटता है। जिसके आधार पर जगह जगह छापेमारी की कार्रवाई की जाती है।

इस फिक्स्ड विंग ड्रोन ने 4 मई को पटना से उड़ान भरी थी। अपनी उड़ान में मैपिंग करते हुए जब यह सारण जिले मुख्यालय छपरा शहर के बिचला टेलपा के ऊपर था तो इसका संपर्क कंट्रोल से टूटने की बातें कही गई हैं।

जिसके बाद से ड्रोन गायब अब तक है। इसको खोजने के सभी प्रयास अबतक विफल साबित हुए हैं। जिस फिक्स्ड विंग ड्रोन पर अवैध शराब की भट्ठियों को ढूँढने का जिम्मा सौंपा गया था वह खुद ही गायब है और उसको भी 17 दिनों से नहीं ढूंढा जा सका है।

अब जब इसके खोजने के अभियान में बिहार पुलिस भी जुटी है। फिर भी अबतक ड्रोन का कोई पता नहीं चल सका है। मद्य निषेध विभाग ने लापता ड्रोन की सूचना देने वालों को इनाम देने की घोषणा भी की है।

अब देखने वाली बात होगी कि शराब बंदी को रोकने के लिए लाखों रुपये की लागत से खरीदे गए इस ड्रोन को कब तक खोजा जाता है। यदि मिल भी जाए तो सही हालत होगा या नहीं यह तो आने वाला समय ही बताएगा। लेकिन यह तो साथ है कि बिहार में पुलिस एक ड्रोन को भी नहीं खोज पा रही है।