नई दिल्ली, 23 अक्टूबर (हि.स.)। रेल यात्रियों की सुविधा के लिए महाकुंभ-2025 के दौरान 10 से 28 फरवरी तक विभिन्न स्टेशनों पर 50 ट्रेनों को दो मिनट का अस्थायी ठहराव प्रदान किया जाएगा।

उत्तर रेलवे के प्रवक्ता ने बुधवार को एक विज्ञप्ति में बताया कि इस दौरान संपूर्ण क्रांति एक्सप्रेस राजेंद्र नगर टर्मिनल-नई दिल्ली और विक्रमशिला एक्सप्रेस भागलपुर-आनंद विहार टर्मिनल को दोनों दिशाओं में प्रयागराज जं पर अस्थायी ठहराव प्रदान किया जाएगा।

गोदान एक्सप्रेस मुंबई एलटीटी-गोरखपुर जंक्शन और छपरा एक्सप्रेस मुंबई एलटीटी-छपरा जंक्शन को दोनों दिशाओं में नैनी पर अस्थायी ठहराव दिया जाएगा। तुलसी एक्सप्रेस मुंबई एलटीटी-अयोध्या कैंट को दोनों दिशाओ में भरत कूप, शिवरामपुर और नैनी स्टेशनों पर अस्थायी ठहराव दिया जाएगा।

उत्तर रेलवे ने दुर्ग नौतनवा एक्सप्रेस दुर्ग-नौतनवा, अयोध्या कैंट, एक्सप्रेस मुंबई एलटीटी-अयोध्या कैंट, लोकमान्य तिलक एक्सप्रेस अयोध्या कैंट-मुंबई एलटीटी, दुरंतो एक्सप्रेस मुंबई एलटीटी-प्रयागराज जंक्शन, यशवंतपुर लखनऊ एक्सप्रेस यशवंतपुर-लखनऊ चारबाग, कामायनी एक्सप्रेस मुंबई एलटीटी-बलिया, अंत्योदय एक्सप्रेस रक्सौल जंक्शन-मुंबई एलटीटी, पुणे गोरखपुर एक्सप्रेस पुणे-गोरखपुर जंक्शन, पुणे दरभंगा एक्सप्रेस पुणे-दरभंगा जंक्शन, अंत्योदय एक्सप्रेस दरभंगा जंक्शन-अहमदाबाद जंक्शन, रीवा आनंद विहार एक्सप्रेस रीवा- आनंद विहार टर्मिनल, श्रद्धासेतु एक्सप्रेस रामेश्वरम-अयोध्या कैंट, मास-सीपीआर एसएफ एक्सप्रेस एमजीआर चेन्नई से सेंट्रल-छपरा जंक्शन, छपरा जंक्शन-एमजीआर चेन्नई सीटीआरएल एसएफ एक्सप्रेस, मुंबई एलटीटी-गोरखपुर जंक्शन एसएफ एक्सप्रेस, साकेत एक्सप्रेस मुंबई एलटीटी-अयोध्या कैंट, यशवंतपुर लखनऊ एक्सप्रेस और मऊ-मुंबई एलटीटी साप्ताहिक एक्सप्रेस को नैनी स्टेशन पर दो-दो मिनट का अस्थायी ठहराव प्रदान करने की घोषणा की है। महाकौशल एक्सप्रेस, अप संपर्क क्रांति एक्सप्रेस, चित्रकोट एक्सप्रेस, अन्देलखंड एक्सप्रेस को दोनों दिशाओं में शिवराम पुर और भरत कूप स्टेशनों पर अस्थायी ठहराव प्रदान किया जाएगा।

Chhapra: गंगा सिंह महाविद्यालय, छपरा के विभिन्न संकायों द्वारा आयोजित हो रहे राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय वेब व्याख्यानमाला श्रृंखला के तहत “शास्त्रों से समाज निर्माण” विषयक अन्तराष्ट्रीय वेब व्याख्यान का आयोजन किया गया।

स्वागत वक्तव्य और विषय प्रवर्तन करते हुए प्राचार्य डॉ सिद्धार्थ शंकर सिंह ने कहा कि सभी शास्त्रों का मूल उद्देश्य मानव जीवन को बेहतर बनाना है। समाज से ही राष्ट्र का निर्माण होता है औए हमारे राष्ट्र की मूल संकल्पना सर्वधर्मसमभाव की है। विविधता में एकता और साझी विरासत ही हमारी पहचान रही है।

इस अंतरराष्ट्रीय वेब व्याख्यान में दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रो ओम नाथ विमली, जय प्रकाश विश्वविद्यालय के प्रो दिबांशु कुमार, नेपाल के डॉ गोविंद प्रसाद दाहाल, एलएनएमयू की डॉ पुतुल सिंह, सीएम कॉलेज दरभंगा के प्राचार्य प्रो मुश्ताक अहमद, केएसडीएस यूनिवर्सिटी के प्रो दिलीप कुमार झा और प्रो सुरेश्वर झा ने साहित्य, समाज और संस्कृति के अंतरसंबंधों पर विस्तार से चर्चा की।

इस वेब व्याख्यान में देश-विदेश के अलग-अलग हिस्सों से कई प्राध्यापक, शोध-छात्र और विद्यार्थी जुड़े रहे तथा आमंत्रित वक्ताओं से अपने समय और समाज को देखने-समझने की नई दृष्टि प्राप्त की। व्याख्यान के दौरान कुछ फैकल्टी मेंबर्स तथा छात्रों ने अपने ज्ञानवर्धन तथा जिज्ञासा के क्रम में वक्ताओं से सार्थक संवाद भी स्थापित किया।

उक्त जानकारी डॉ कमाल अहमद, सहायक प्राध्यापक (हिंदी) ने दी।  

नई दिल्ली, 23 अक्टूबर (हि.स.)। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने आज केरल की वायनाड सीट से लोकसभा उपचुनाव के लिए नामांकन दाखिल किया।उन्हाेंने अपनी मां व सांसद (राज्यसभा) सोनिया गांधी, अपने भाई और नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी, पति रावर्ट वाड्रा, पुत्र रेहान वाड्रा और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की उपस्थिति में नामांकन दाखिल किया। नामांकन दाखिल करने से पहले ये सभी नेता एक रोड शो में शामिल हुए।

रोड शो के दौरान लोगों को संबोधित करते हुए प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा, ‘‘पिछले 35 सालों से मैं विभिन्न चुनावों में पार्टी के लिए और किसी न किसी उम्मीदवार के लिए प्रचार करती रही हूं। यह पहली बार है जब मैं अपने लिए समर्थन की मांग कर रही हूं।’ उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे का भी आभार जताया कि उन्होंने उन्हें वायनाड से उम्मीदवार बनने का सौभाग्य दिया।

प्रियंका गांधी 22 अक्टूबर की रात को ही अपनी माता सोनिया गांधी मैसूर पहुंची थीं, जहां एयरपोर्ट पर कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने उनका स्वागत किया था। इसके बाद वे दोनों सड़क के रास्ते से वायनाड (केरल) पहुंचीं। जहां आज उन्होंने नामांकन दाखिल किया। लंबे समय से राजनीतिक क्षेत्र में सक्रिय प्रियंका गांधी वाड्रा पहली बार चुनावी राजनीति में भाग ले रही हैं।

उल्लेखनीय है कि लोकसभा चुनाव 2024 में वायनाड से राहुल गांधी को दूसरी बार जीत मिली थी। इस बार राहुल को वायनाड के साथ-साथ उत्तर प्रदेश की रायबरेली सीट पर भी जीत मिली, जोकि उनकी माता सोनिया गांधी की पारिवारिक सीट कही जाती है। उत्तर प्रदेश के महत्व देखते हुए राहुल गांधी ने वायनाड सीट छोड़ थी और तभी साफ कर दिया था कि उनके परिवार का ही कोई सदस्य यहां से प्रतिनिधित्व करेगा। इसी के चलते वायनाड सीट पर अब उप चुनाव हाे रहे हैं। पिछली बार यहां से राहुल गांधी ने कम्युनिष्ट पार्टी आफ इंडिया की एनी राजा और भारतीय जनता पार्टी के के सुरेंद्रन को हराया था। राहुल को कुल 6,47,445 वोट मिले थे। उन्हें 3 लाख से अधिक वोटों के अंतर से जीत मिली थी। दूसरे स्थान पर एनी राजा रही थीं।

वायनाड में 13 नवंबर को मतदान होना है और परिणाम 23 नवंबर को आएंगे। भाजपा ने यहां प्रियंका गांधी के खिलाफ नव्या हरिदास को टिकट दिया है। नाव्या कोझिकोड नगर निगम में दो बार की पार्षद और म्युनिसिपल हाउस में भाजपा पार्षद दल की नेता हैं। वे भाजपा महिला मोर्चा की राज्य महासचिव भी हैं। नव्या हरिदास अपना नामांकन दाखिल कर चुकी हैं। वहीं सीपीआई के वरिष्ठ नेता सत्यन मोकेरी को यहां से लेफ्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट का उम्मीदवार घोषित किया गया है।

नई दिल्ली, 23 अक्टूबर (हि.स.)। केंद्र सरकार देश के प्रथम गृहमंत्री एवं उप प्रधानमंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल के महान योगदान के सम्मान स्वरूप उनकी 150वीं जयंती को 2024 से 2026 तक राष्ट्रव्यापी समारोह के रूप में मनाएगी।

केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने बुधवार को एक्स पोस्ट में इस फैसले की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि दुनिया के सबसे मजबूत लोकतंत्रों में से एक भारत के लोकतंत्र की स्थापना के पीछे एक विज़नरी के रूप में सरदार पटेल की स्थायी विरासत और कश्मीर से लक्षद्वीप तक भारत के एकीकरण में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका अमिट है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में सरकार सरदार पटेल के महान योगदान के सम्मान स्वरूप उनकी 150वीं जयंती को 2024 से 2026 तक राष्ट्रव्यापी समारोह के रूप में मनाएगी। यह समारोह सरदार पटेल की उल्लेखनीय उपलब्धियों और एकता की भावना के प्रतीक का साक्षी होगा।

उल्लेखनीय है कि सरदार पटेल का जन्म 31 अक्टूबर, 1875 को गुजरात के नाडियाड में हुआ था। मोदी सरकार 2014 से 31 अक्टूबर को ‘राष्ट्रीय एकता दिवस’ के रूप में मनाती आ रही है। पटेल को 550 से अधिक रियासतों को भारत संघ में विलय करने का श्रेय दिया जाता है।

Chhapra: विधिक जागरुकता शिविर का 27 अक्टूबर 2024 को जिला स्कूल छपरा में आयोजन होगा। 

अपर मुख्य न्यायिक दण्डाधिकारी-सह-सचिव, जिला विधिक जागरुकता समिति सारण, छपरा से प्राप्त जानकारी के अनुसार बिहार राज्य विधिक सेवा प्राधिकार, पटना के निर्देशानुसार जिला विधिक जागरुकता समिति सारण, छपरा के तत्वाधान में 23 अक्टूबर 2024 (रविवार) को 11:00 बजे पूर्वाह्न में Environmental Law विषय पर एक विधिक जागरुकता शिविर का आयोजन जिला स्कूल सारण, छपरा में किया गया है।

जागरुकता शिविर के सफल संचालन हेतु पैनल अधिवक्ता एवं पारा विधिक स्वयं सेवक की प्रतिनियुक्ति की गयी है।

Chhapra: जिलाधिकारी के निर्देश पर जिला के पीडीएस दुकानों की जाँच की जा रही है। विभिन्न जिला, अनुमंडल एवं प्रखंड स्तरीय पदाधिकारियों द्वारा विभिन्न पंचायतों में पीडीएस दुकानों की जाँच की जा रही है।

जाँच के उपरांत सभी पदाधिकारी जाँच प्रतिवेदन समर्पित करेंगे। जाँच के क्रम में पाई गई कमियों के आधार पर आवश्यक सुधारात्मक कार्रवाई एवं नियमानुसार दंडात्मक कार्रवाई की जायेगी।

कटिहार, 23 अक्टूबर (हि.स.)। कटिहार रेलमंडल क्षेत्र के कटिहार-पूर्णियां रेलखंड पर रानीपतरा स्टेशन के पास मंगलवार देर शाम एक बड़ा रेल हादसा होने से टल गया। अज्ञात उपद्रवियों ने रेलवे ट्रैक पर लोहे के दो सरिये रख दिए थे, जो ट्रेन को डिरेल करने की नीयत से थे।

ट्रेन चालक की सूझबूझ से कटिहार जंक्शन से जोगबनी रेलवे स्टेशन के लिए चलने वाली सवारी ट्रेन संख्या 07561 (डीएमयू स्पेशल ट्रेन) दुर्घटनाग्रस्त होने से बच गई। ट्रेन की गति धीमी थी, जिससे चालक ने ट्रेन को तुरंत रोक दिया। रेलवे ट्रैक पर रखी गई दोनों सरिया ट्रेन की चक्के में फस गई, लेकिन चालक की सूझबूझ से बड़ा हादसा टल गया।

रेल अधिकारी ने बताया कि घटना की जांच की जा रही है और स्थानीय पुलिस को मामले की जानकारी दी गई है। इस घटना के बाद रेलवे सुरक्षा को बढ़ा दिया गया है। रेलवे अधिकारी ने कहा कि अज्ञात उपद्रवियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है और आगे की कार्रवाई की जा रही है। इस घटना के बाद यात्रियों में राहत है, लेकिन रेलवे सुरक्षा को लेकर चिंता भी बढ़ गई है।

Chhapra: सारण पुलिस ने परसा थानान्तर्गत लूट की योजना बना रहे 3 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है।

परसा थाना को गुप्त सूचना प्राप्त हुई कि शंकर डीह नट टोली में तीन व्यक्ति हथियार लेकर लूट की योजना बना रहे हैं। उक्त सूचना पर आवश्यक कार्रवाई करते हुए ग्राम शंकर डीह नट टोली पहुँच कर एक मोटरसाईकिल सवार तीन अभियुक्त शुभम कुमार, पिता- पिंटु कुमार सिंह, साकिन-फतेहपुर, थाना-परसा, जिला-सारण, बिट्टु कुमार, पिता-लालदेव राय, नितिन कुमार, पिता-मुकेश मांझी, दोनों साकिन पिरारी डीह, थाना-डेरनी, जिला-सारण को एक सिक्सर पिस्टल, चार मोबाइल एवं एक मोटरसाईकिल के साथ गिरफ्तार किया गया।

इस संबंध में परसा थाना कांड सं0-347/24 दिनांक- 22.10.24 धारा 317 (5) बी०एन०एस० एवं 25 (1-बी) ए/26 आर्म्स एक्ट दर्ज की गई है।

– केन्द्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने मोबाइल वैन को हरी झंडी दिखा किया रवाना
-चना दाल 70 रुपये, साबुत चना 58 रुपये और मसूर दाल 89 रुपये प्रतिक्रिग्रा पर मिलेगी

नई दिल्ली, 23 अक्टूबर (हि.स.)। केंद्र सरकार ने बढ़ती महंगाई पर नकेल कसने के लिए सख्‍त कदम उठाया है। सरकार ने दिपावली से पहले भारत ब्रांड योजना का दूसरा चरण लॉन्‍च किया है। केंद्रीय खाद्य एवं उपभोक्ता मामलों के मंत्री प्रह्लाद जोशी ने बुधवार को मोबाइल वैन को हरी झंडी दिखाकर दिल्ली-एनसीआर में भारत चना दाल चरण-2 की खुदरा बिक्री शुरू की।

केंद्रीय खाद्य एवं उपभोक्ता मामले मंत्री प्रह्लाद जोशी ने दूसरे चरण की बिक्री की शुरुआत करते हुए कहा कि उपभोक्‍ताओं को चना दाल 70 रुपये प्रति किलोग्राम की दर पर उपलब्‍ध होगी। वहीं सहकारी नेटवर्क भारतीय राष्ट्रीय सहकारी उपभोक्ता संघ लिमिटेड (एनसीसीएफ), भारतीय राष्ट्रीय कृषि सहकारी विपणन संघ लिमिटेड (नेफेड) और केंद्रीय भंडार के जरिए साबुत चना 58 रुपये प्रति किलोग्राम और मसूर दाल 89 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से बेची जाएगी।

जोशी ने इस पहल के दूसरे चरण को पेश करते हुए कहा, ‘‘हम मूल्य स्थिरीकरण कोष के तहत रखे गए अपने भंडार को सब्सिडी वाली कीमत पर बेच रहे हैं।’’

उन्‍होंने कहा कि सरकार ने सहकारी समितियों को 3 लाख टन चना और 68 हजार टन मूंग आवंटित किया है। खाद्य एवं उपभोक्ता मामलों के मंत्री ने कहा कि यह योजना पूरे देश में लागू हो गई है। इस अवसर पर खाद्य एवं उपभोक्ता मामलों के राज्यमंत्री बी. एल. वर्मा और निमुबेन जयंती भाई बांभणिया भी उपस्थित रहे।

पटना, 23 अक्टूबर (हि.स.)। बंगाल की खाड़ी में सक्रिय हो रहे चक्रवाती तूफान डाना की वजह से पूर्वी बिहार समेत कई जिलों में तेज हवाओं के साथ हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। इस तूफान का असर बिहार का असर बंगाल से नजदीक बिहार के जिले में दिखेगा। कुल 12 जिलों में इसका असर देखने को मिलेगा, जिनमें भागलपुर, बांका, मुंगेर, शेखपुरा, जहानाबाद, नालंदा, लखीसराय, पूर्णिया, कटिहार, किशनगंज प्रमुख रुप से रहेगा।

मौसम विज्ञान केंद्र पटना से प्राप्त जानकारी के मुताबिक चक्रवात ‘डाना’ 25 अक्टूबर की सुबह पश्चिम बंगाल और ओडिशा के तटों से टकराएगा। ओडिशा में 120 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलेंगी। इसका असर बिहार में भी देखने को मिलेगा। मौसम विभाग के अनुसार, 23 अक्टूबर से हवा की गति में बढ़ोतरी होगी। शाम तक यह पश्चिम बंगाल के तट पर पहुंच सकता है। 26 अक्टूबर से मौसम साफ होने लगेगा।

पटना आईएमडी के अनुसार, तूफान का असर पूर्णिया में आज से ही देखने को मिलने लगेगा। इस दौरान आसमान में बादल छाए रहेंगे। इसके अलावा हल्की से मध्यम स्तर की बारिश के साथ मेघ गर्जन और तेज हवा चलेगी। मौसम विभाग ने तूफान को लेकर अलर्ट जारी किया है। लोगों को सलाह दी गई है कि वे सावधानी बरतें और आपदा प्रबंधन द्वारा जारी निर्देशों का पालन करें। मौसम में बदलाव का असर तापमान पर भी पड़ेगा और आने वाले दिनों में ठंडक में इजाफा होने की संभावना है।

पटना, 23 अक्टूबर (हि.स.)। राज्य के विभिन्न जिलों में बीते 24 घंटे के दौरान अलग-अलग हुई सड़क दुर्घटनाओं में कुल 6 लोगों की मौत हो गई। समस्तीपुर जिले में सर्वाधिक तीन लोगों की जान गई है। जहानाबाद, बांका और रोहतास जिले में भी एक-एक व्यक्ति की मौत हुई है।

समस्तीपुर जिले के खानपुर स्थित हांसोपुर चौक पर ट्रक ने बाइक सवार दो युवकों को कुचल दिया, जिससे दोनों की मौके पर ही मौत हो गई। यह हादसा बीती देर रात हुआ। दूसरी घटना इसी जिले के दलसिंहसराय के मालपुर की है जहां स्टेट हाइवे-88 पर अज्ञात वाहन ने एक किसान और उसकी गाय को टक्कर मार दी। हादसे में दोनों की मौत हो गई।

तीसरी घटना रोहतास जिले के शिवसागर थाना इलाके में सासाराम-चौसा रोड पर मंगलवार को कोनार गांव के पास एक डंपर ने बाइक सवार पिता-पुत्र को पीछे से टक्कर मार दी। हादसे में बाइक सवार पिता की मौत घटनास्थल पर ही हो गई। जबकि पुत्र घायल बताया जा रहा है। हादसे के बाद डंपर चालक मौके से फरार हो गया।

चौथी घटना बांका जिले के अमरपुर में इंग्लिश मोड़ शंभूगंज रोड की है जहां पर बाइकसवार की घर की दीवार से टकराने की वजह से मौत हो गई। रात होने की वजह से किसी को हादसे का पता नहीं चला। सुबह जब लोगों ने देखा तो पुलिस को इसकी सूचना दी। जहानाबाद में नेशनल हाइवे 83 पर मुस्सी गांव के पास देर रात एक साइकिल सवार को अज्ञात वाहन ने टक्कर मार दी। धीनधौर बिगहा निवासी 57 वर्षीय रविंद्र यादव की मौके पर ही मौत हो गई।

– राइस एक्सपोर्ट बढ़ाने के लिए केंद्र सरकार ने लिया फैसला

नई दिल्ली, 23 अक्टूबर (हि.स.)। केंद्र सरकार ने चावल के निर्यात को बढ़ावा देने के लिए उसना चावल यानी उबले चावल (परबॉयल्ड राइस) पर लगने वाली एक्सपोर्ट ड्यूटी को खत्म कर दिया है। पिछले सप्ताह ही हाई लेवल मिनिस्टीरियल पैनल ने इस आशय का निर्णय लिया था‌‌।

अब इस संबंध में अधिसूचना भी जारी कर दी गई है। चावल के निर्यात को बढ़ावा देने के लिए पिछले महीने ही उसना चावल पर लगने वाली एक्सपोर्ट ड्यूटी को 20 प्रतिशत से घटा कर 10 प्रतिशत किया गया था। लेकिन अंतरराष्ट्रीय बाजार में चावल की कीमत में आई गिरावट और देश में पहले से मौजूद चावल के पर्याप्त भंडार को देखते हुए सरकार ने उसना चावल पर लगने वाली एक्सपोर्ट ड्यूटी को पूरी तरह से खत्म कर दिया है।

कुछ दिनों पहले ही इंडियन राइस एक्सपोर्टर्स फेडरेशन (आईआरईएफ) ने केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल से मिलकर चावल पर लगने वाली एक्सपोर्ट ड्यूटी को खत्म करने की मांग की थी। इसके बाद केंद्र सरकार ने हाई लेवल मिनिस्टीरियल फाइनल का गठन किया। इस मिनिस्टीरियल पैनल ने उसना चावल पर लगने वाली 10 प्रतिशत एक्सपोर्ट ड्यूटी को खत्म करने का फैसला लिया।

आईआरईएफ का कहना है कि भारत के पास चावल का पर्याप्त भंडार पहले से मौजूद है। इसी तरह इस खरीफ सीजन में चावल की बंपर पैदावार हुई है‌, जिसके कारण जल्द ही देश के चावल भंडार में जबरदस्त बढ़ोतरी होने का अनुमान है।

आईआरईएफ की ओर से केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल को बताया गया कि फिलहाल देश में ओपन मार्केट सेल स्कीम (ओएमएसएस) के तहत 235 लाख टन चावल का विशाल स्टॉक मौजूद है। इसके अलावा इस सीजन में भी 275 लाख टन अतिरिक्त चावल के बाजार में आने की उम्मीद है। इस तरह देश में चावल का विशाल भंडार इकट्ठा हो जाएगा।

ऐसे में चावल उत्पादक किसानों और चावल के कारोबारियों को तभी राहत मिल सकती है, जब अंतरराष्ट्रीय बाजार में चावल के निर्यात के लिए उन्हें बंदिशों से मुक्त होकर काम करने का मौका मिले।

आईआरईएफ की ओर से केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल को दिए गए ज्ञापन में ये भी कहा गया था कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में चावल की कीमत में लगातार गिरावट आई है। दूसरी ओर, एक्सपोर्ट ड्यूटी की वजह से भारतीय चावल अंतरराष्ट्रीय बाजार में तुलनात्मक तौर पर महंगा हो गया है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में चावल को प्रतिस्पर्धात्मक मूल्य पर पेश करने से ही निर्यात के मोर्चे पर सफलता मिल सकती है। इन्हीं बातों को सामने रखते हुए आईआरईएफ ने केंद्र सरकार से 10 प्रतिशत की एक्सपोर्ट ड्यूटी को खत्म करने की मांग की थी।

मार्केट एक्सपर्ट्स का कहना है कि उसना चावल से एक्सपोर्ट ड्यूटी खत्म कर देने के कारण अंतरराष्ट्रीय बाजार में भारतीय चावल की कीमत में गिरावट आएगी, जिससे चावल के निर्यात में तेजी आएगी। ऐसा होने से किसानों का तो फायदा होगा ही, चावल के कारोबारियों की भी आय बढ़ेगी और सरकार के गोदामों में चावल के भंडारण और रखरखाव पर होने वाले खर्च में भी कमी आएगी।

इंडियन राइस एक्सपोर्टर्स फेडरेशन ने सरकार के निर्णय का स्वागत करते हुए कहा है कि उसना चावल को ड्यूटी फ्री करने से विशेष रूप से अफ्रीकी देशों में इसका निर्यात बढ़ सकेगा। इसके साथ ही दक्षिण पूर्व एशियाई देशों में भी भारतीय चावल की खेप पहुंच सकेगी।

इन दोनों ही क्षेत्रों के देश कीमत को लेकर काफी संवेदनशील माने जाते हैं। यही कारण है कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में चावल की कीमत में गिरावट आने के बाद इन देशों ने भारत से चावल लेने की जगह थाईलैंड, वियतनाम और पाकिस्तान जैसे देशों से चावल लेना शुरू कर दिया। अब एक्सपोर्ट ड्यूटी खत्म होने के बाद भारत का चावल भी अंतरराष्ट्रीय बाजार में प्रतिस्पर्धी कीमत पर बेचा जा सकेगा, जिससे चावल खरीदने वाले देशों में भारतीय चावल की खपत बढ़ेगी।