Patna, 03 जुलाई (हि.स.)। बिहार में इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर भाजपा-जदूय गठबंधन अपनी तैयारी को लेकर सबसे आगे चल रही हैं। कुछ दिन पहले जदयू के प्रदेश कार्यालय में लगे पोस्टर में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ प्रधानमंत्री मोदी की तस्वीर सामने आई थी। अब भाजपा कार्यालय में भी पोस्टर लगाए गए हैं, जिसमें प्रधानमंत्री मोदी के साथ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की तस्वीर दिख रही है।

इसमें प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की साझा तस्वीर है

राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के दोनों प्रमुख दलों ने इन पोस्टर के जरिए विरोधियों को बड़ा मैसेज दे दिया है। बिहार की राजनीति में राजग की एकजुटता अब राजनीतिक पोस्टरों और बैनरों के ज़रिए खुलकर सामने आ रही है। भाजपा दफ्तर में लगाए गए नए पोस्टरों पर लिखा गया है, “सोच दमदार, काम असरदार, फिर एक बार एनडीए सरकार”। इसमें प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की साझा तस्वीर है, जो गठबंधन की मजबूती और आगामी विधानसभा चुनावों के लिए एकजुट रणनीति का स्पष्ट संकेत देती है।

वोटिंग और मतगणना अक्टूबर अंत या नवंबर के पहले सप्ताह में हो सकती है

यह कदम राजग घटक दलों के बीच समन्वय और मतदाताओं को सकारात्मक संदेश देने की एक रणनीति है। पोस्टरों के ज़रिए यह संदेश देने की कोशिश हो रही है कि भाजपा और जदयू फिर से मिलकर बिहार की सत्ता में वापसी के लिए तैयार हैं। बिहार राजग में भाजपा और जदयू के अलावा चिराग पासवान की पार्टी लोजपा (रामविलास), जीतन राम मांझी की हम और उपेंद्र कुशवारा की राष्ट्रीय लोक मोर्चा शामिल हैं। बिहार में नीतीश कुमार सरकार का मौजूदा कार्यकाल 23 नवंबर 2020 से शुरू होकर 22 नवंबर 2025 तक है। इसलिए चुनाव उससे पहले, अक्टूबर में आयोजित कराए जा सकते हैं। वोटिंग और मतगणना अक्टूबर अंत या नवंबर के पहले सप्ताह में हो सकती है।

Chhapra: एक तरफ पूरा बिहार वैश्विक कोरोना महामारी और बेरोजगारी से ग्रस्त है. वहीं भाजपा को रैली सूझ रही है. श्रीनंदन पथ स्थित राजद के जिला कार्यालय पूर्व विधायक यदुवंसी राय के आवास पर प्रेस को संबोधित करते हुए राजद जिलाध्यक्ष सुनील राय, मढ़ौरा राजद विधायक जितेंद्र कुमार राय, तरैया विधायक मुद्रिका प्रसाद राय, विधान परिषद के पूर्व उपसभापति सलीम परवेज, पूर्व विधान पार्षद रघुवंश प्रसाद यादव ने संयुक्त रूप से कही.

प्रेस को संबोधित करते हुए तरैया विधायक मुंद्रिका प्रसाद राय ने कहा कि सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का रवैया शुरू से ही प्रवासी मजदूरों के प्रति सौतेलापन का रहा है. कभी प्रवासी मजदूरों को बिहार में घुसने नही देंगे, आये हुए मजदूरों को बिहार से खदेड़ देंगे जैसे बयान देकर अपनी असली मानसिकता को उजागर करने का काम किये हैं.

मढौरा विधायक जितेंद्र कुमार राय ने कहा कि अलोकतांत्रिक नीतीश-मोदी की सरकार को बिहार के गरीबों, मजदूरों किसानों व छात्र नवजवानों की कोई चिंता नहीं है. इन्हें चिंता अपने दुलारे विधायक पप्पू पांडेय रणधीर सोनी जैसे बाहुबली विधायकों की है जो ए के सैंतालीस से अन्धाधुन्ध गोलियों की वारिस कर एक घर से तीन तीन आर्थियां उठवाने का काम करता है, वहीं एक विधायक क़वारेंटइन सेंटर पर जाकर मजदूरों को यह कह कर गाली देता है कि जो बाप तुम्हे पैदा किये हैं उनसे रोजगार मांगों, बिहार सरकार कहाँ से रोजगार देगी ?

विधान परिषद के पूर्व उपसभापति सलीम परवेज ने कहा कि बिहार के मजदूर जिन कष्टों को झेल कर अपने घर को आये हैं उसे पूरी दुनिया देख के शर्मशार हो चुकी है पर सूबे के मुखिया चैन की वंसी बजा रोजगार के झूठे अवसर उपलब्ध कराने की बात कह जनता को ठगने का काम कर रहे हैं.

राजद जिलाध्यक्ष सुनील राय ने कहा कि नीतीश सरकार प्रवासी मजदूरों को अपमानित करने का काम कर रही है. एडीजी विधि व्यवस्था मुख्यालय अमित कुमार द्वारा सभी डीएम एसपी एवं रेल एसपी को पत्र लिखकर ये कहना कि प्रवासी मजदूरों के आने से बिहार की विधि व्यवस्था खराब हो जाएगी. बिहार सरकार के जन विरोधी रवैये के खिलाफ राजद कल गयारह बजे दिन से ग्यारह मिनट तक थाली ताली ग्लास और केले के पत्ते को पिट कर नीतीश मोदी सरकार के विरुद्ध प्रतिकार एवं मजदूरों के सम्मान में गरीब अधिकार दिवस मनाने का काम जिला राजद के सभी साथी कार्यकर्ता समर्थक एवं मजदूर करेंगे.

उक्त अवसर पर राधेकृष्ण प्रसाद, सागर नौशेरवाँ, युवा राजद के जिलाध्यक्ष सह जिला पार्षद मशकूर खान, युवा नेता गुड्डू राय, रवि प्रकाश, नदीम शेख, राजेश यादव, सुपेन्द्र चौधरी, रवि सिंह आदि मौजूद थे. उक्त आशय की जानकारी जिला राजद प्रवक्ता हरेलाल यादव ने दी.