Araria, 06 जुलाई(हि.स.)। जिले के महलगांव थाना क्षेत्र के ककोड़वा वार्ड संख्या नौ में घर के बरामदे पर सोए पिता पुत्र को मध्य रात्रि अपराधियों ने गोली मार दी।

पिता को बांह में गोली लगी,जो उनके हड्डी में जाकर फंस गई

पुत्र के सिर में गोली लगी,जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई।जबकि पिता को बांह में गोली लगी,जो उनके हड्डी में जाकर फंस गई।आनन फानन में रात में उन्हें सदर अस्पताल लाया गया।जहां प्राथमिक उपचार के बाद समुचित उपचार के लिए पूर्णिया राजकीय मेडिकल कॉलेज अस्पताल रेफर किया गया।

पूर्णिया राजकीय मेडिकल कॉलेज अस्पताल में प्राथमिक उपचार किया गया।जहां उनकी नाजुक हालत को देखते हुए उन्हें हायर सेंटर रेफर किया गया।लेकिन परिजन उसे पूर्णिया के एक निजी अस्पताल में आर्थोपेडिक सर्जन के पास भर्ती किया है।जहां उनका इलाज चल रहा है।

सूचना के बाद रात में गश्ती गाड़ी समेत महलगांव थानाध्यक्ष राजेश कुमार मौके पर पहुंच कर मामले की तफ्तीश में जुटे।सुबह में सदर एसडीपीओ रामपुकार सिंह सदर अस्पताल के साथ घटनास्थल पहुंचे और घटना को लेकर आवश्यक जानकारियां ली।उन्होंने अनुसंधान को लेकर महलगांव थानाध्यक्ष को वैज्ञानिक एवं तकनीकी अनुसंधान को लेकर कई आवश्यक दिशा निर्देश दिए।

घटना के संदर्भ में बताया जाता है कि 40 वर्षीय मौजसिन अपने 12 साल के पुत्र अबू औरेरा के साथ घर के बरामदे पर सोए हुए था।मध्य रात्रि करीबन साढ़े बारह बजे के करीब अज्ञात अपराधियों ने घर में दस्तक देते हुए बरामदे पर सोए पिता पुत्र को गोली मार दी।12 वर्षीय अबु औरेरा को सिर में गोली मारी गई,जिनसे उनकी मौके पर ही मौत हो गई।जबकि पिता मौजसिन को बांह में गोली लगी।गोली की आवाज सुनकर घर के लोग जग गए और शोरगुल मचाना शुरू किया।जिसके बाद अगल बगल के लोग मौके पर पहुंचकर महलगांव थाना पुलिस को सूचना दी।

स्थानीय लोगों ने बताया कि घटना के बाद एक घंटे से अधिक समय तक पुलिस को फोन की गई,लेकिन कोई भी अधिकारी फोन रिसीव नहीं किया।जिसके बाद एक महिला पुलिस अधिकारी को सूचना दी गई।जिसके बाद उन्होंने गश्ती गाड़ी का नंबर दिया और फिर पुलिस से बातचीत हो पाई।रात में ही मौके पर पुलिस पहुंची और घायल पिता पुत्र को लेकर सदर अस्पताल पहुंची।जहां ऑन ड्यूटी चिकित्सक ने पुत्र के मौत हो जाने की जानकारी दी।वहीं पिता के बंध में हड्डी में गोली फंसे होनेकी जानकारी देते हुए प्राथमिक उपचार के बाद उसे पूर्णिया राजकीय मेडिकल कॉलेज अस्पताल रेफर कर दिया। पूर्णिया से भी घायल को रेफर कर दिया गया है।जिसके बाद परिजन उसे निजी अस्पताल में भर्ती कराया है।सूचना के बाद मौके पर सुबह में सदर एसडीपीओ रामपुकार सिंह,महलगांव थानाध्यक्ष राजेश कुमार पहुंचे और मामले की तफ्तीश में जुट गए हैं।मृतक पांच भाई और एक बहन में सबसे बड़ा था।

मामले को लेकर सदर एसडीपीओ रामपुकार सिंह ने गोलीबारी की घटना की पुष्टि करते हुए पुलिस के द्वारा तफ्तीश करने की बात कही।उन्होंने घायल पिता मौजसिन से बातचीत होने के बाद ही घटना के कारणों को लेकर स्पष्ट पता चलने की बात कही।उन्होंने मामले की जांच वैज्ञानिक और तकनीकी विधि से कराए जाने की बात करते हुए जल्द ही आरोपियों की गिरफ्तारी कर लेने की बात कही।

Patna,05 जुलाई (हि.स.)। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्य में लगातार हो रहे अपराधों को लेकर शनिवार को अपने आवास पर पुलिस महानिदेशक और अन्य वरीय पुलिस पदाधिकारियों के साथ विधि व्यवस्था की उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की। एक तरफ प्रदेश में विधापसभा चुनाव कर सरगर्मियां तेज हो गई हैं वहीं बढ़ते अपराधों को लेकरराजनीतिक दल नीतीश कुमार पर हमलावर हैं और उनसे कानून व्यवस्था के बाबत सवाल खड़े कर रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने उद्योगपति गोपाल खेमका की हुई हत्या के संबंध में पुलिस महानिदेशक से विस्तृत जानकारी ली

मुख्यमंत्री नीतीश ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि अपराध नियंत्रण में किसी प्रकार की कोताही नहीं बरतें। उन्होंने कहा कि लापरवाही बरतने वाले पदाधिकारियों और पुलिस कर्मियों पर कड़ी कार्रवाई होगी। बैठक में मुख्यमंत्री को पुलिस महानिदेशक ने अपराध नियंत्रण को लेकर किए जा रहे कार्यों की अद्यतन स्थिति की जानकारी दी। मुख्यमंत्री ने उद्योगपति गोपाल खेमका की हुई हत्या के संबंध में पुलिस महानिदेशक से विस्तृत जानकारी ली। इस दौरान उन्होंने कहा कि अपराध के कारणों की पूरी तहकीकात कर दोषी की पहचान करें और बिना किसी भेदभाव के उन पर सख्त कार्रवाई सुनिश्चित करें। यदि आपराधिक घटना के पीछे किसी प्रकार की साजिश है तो उसकी भी जांच की जाय और जांचोपरांत कठोर कार्रवाई सुनिश्चित की जाय।

अपराध करनेवाले कोई भी हों, उन्हें किसी कीमत पर बख्शा नहीं जाय: मुख्यमंत्री नीतीश

मुख्यमंत्री ने कहा कि विधि व्यवस्था सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। अपराध करनेवाले कोई भी हों, उन्हें किसी कीमत पर बख्शा नहीं जाय। उन्होंने कहा कि घटित आपराधिक घटनाओं के अनुसंधान कार्यों में तेजी लाये और इसे ससमय पूर्ण करें ताकि दोषियों पर त्वरित कार्रवाई हो सके। कानून व्यवस्था को बनाये रखने के लिये पुलिस और प्रशासन पूरी मुश्तैदी से कार्य करें।

उल्लेखनीय है कि बीते शुक्रवार को सीवान में तीन लोगों की तलवार और फरसा से काटकर हत्या कर दी गई, जबकि पटना के प्रसिद्ध व्यवसायी की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। 

05 जुलाई(हि.स.)। एसएसबी 56वीं बटालियन की फुलकाहा कंपनी ने बीती देर रात भारत नेपाल सीमा क्षेत्र के मानिकपुर ब्राउन सुगर और भारतीय एवं नेपाली करेंसी के साथ तस्कर पिता पुत्र को गिरफ्तार किया। एसएसबी ने इसके पास से 136.38 ग्राम ब्राउन सुगर,80 हजार 570 रूपये भारतीय करेंसी,64 हजार 25 रूपये नेपाली करेंसी,तीन एंड्रॉयड फोन और सीसीटीवी के एक हार्ड डिस्क के साथ गिरफ्तार किया।

अररिया के रहने वाले पिता-पुत्र को एसएसबी गिरफ्तार किया

मामले में एसएसबी ने अररिया के मानिकपुर वार्ड संख्या दस के रहने वाले पवन कुमार यादव और उसके पुत्र मोनू कुमार को गिरफ्तार किया।एसएसबी ने यह कार्रवाई गुप्त सूचना पर इंस्पेक्टर प्रवीण प्रभाकर के नेतृत्व में चौदह सदस्यीय एसएसबी की विशेष टीम के साथ भारतीय सीमा क्षेत्र में बोर्डर से आठ सौ मीटर की दूरी पर की।

एसएसबी ने गिरफ्तार पिता पुत्र से मामले में पूछताछ करने के बाद दोनों गिरफ्तार पिता पुत्र तस्करों के साथ जब्त समानों को फुलकाहा थाना पुलिस के सुपुर्द कर दिया है।जिनसे पुलिस पूछताछ कर एनडीपीएस मामले में बैकवर्ड और फॉरवर्ड लिंकेज को खंगालने में जुटी है।

Patna, 03 जुलाई (हि.स.)। बिहार में इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर भाजपा-जदूय गठबंधन अपनी तैयारी को लेकर सबसे आगे चल रही हैं। कुछ दिन पहले जदयू के प्रदेश कार्यालय में लगे पोस्टर में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ प्रधानमंत्री मोदी की तस्वीर सामने आई थी। अब भाजपा कार्यालय में भी पोस्टर लगाए गए हैं, जिसमें प्रधानमंत्री मोदी के साथ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की तस्वीर दिख रही है।

इसमें प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की साझा तस्वीर है

राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के दोनों प्रमुख दलों ने इन पोस्टर के जरिए विरोधियों को बड़ा मैसेज दे दिया है। बिहार की राजनीति में राजग की एकजुटता अब राजनीतिक पोस्टरों और बैनरों के ज़रिए खुलकर सामने आ रही है। भाजपा दफ्तर में लगाए गए नए पोस्टरों पर लिखा गया है, “सोच दमदार, काम असरदार, फिर एक बार एनडीए सरकार”। इसमें प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की साझा तस्वीर है, जो गठबंधन की मजबूती और आगामी विधानसभा चुनावों के लिए एकजुट रणनीति का स्पष्ट संकेत देती है।

वोटिंग और मतगणना अक्टूबर अंत या नवंबर के पहले सप्ताह में हो सकती है

यह कदम राजग घटक दलों के बीच समन्वय और मतदाताओं को सकारात्मक संदेश देने की एक रणनीति है। पोस्टरों के ज़रिए यह संदेश देने की कोशिश हो रही है कि भाजपा और जदयू फिर से मिलकर बिहार की सत्ता में वापसी के लिए तैयार हैं। बिहार राजग में भाजपा और जदयू के अलावा चिराग पासवान की पार्टी लोजपा (रामविलास), जीतन राम मांझी की हम और उपेंद्र कुशवारा की राष्ट्रीय लोक मोर्चा शामिल हैं। बिहार में नीतीश कुमार सरकार का मौजूदा कार्यकाल 23 नवंबर 2020 से शुरू होकर 22 नवंबर 2025 तक है। इसलिए चुनाव उससे पहले, अक्टूबर में आयोजित कराए जा सकते हैं। वोटिंग और मतगणना अक्टूबर अंत या नवंबर के पहले सप्ताह में हो सकती है।

Patna, 3 जुलाई (हि.स.)। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को सड़क मार्ग से पटना के आसपास गंगा नदी के बढ़ते जलस्तर का जायजा लिया। मुख्यमंत्री अटल पथ होते हुये जेपी गंगा पथ पहुंचे और गाय घाट तक गंगा नदी के बढ़ते जलस्तर का निरीक्षण किया।

पौधारोपण और सौंदर्गीकरण कार्य का भी निरीक्षण किया

मुख्यमंत्री ने जेपी गंगा पथ के किनारे किये जा रहे पौधारोपण और सौंदर्गीकरण कार्य का भी निरीक्षण किया और बेहतर ढंग से कार्य पूर्ण करने का निर्देश दिया। मुख्यमंत्री ने दीघा घाट पर रूककर दीघा से सोनपुर तक जेपी सेतु के समानांतर बनाये जा रहे नये 6 लेन पुल के निर्माण कार्य का जायजा लिया। उन्होंने इस पुल के निर्माण कार्य के संबंध में अधिकारियों से विस्तृत जानकारी ली।


इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि इस पुल के बन जाने से पटना से सारण प्रमंडल की तरफ जानेवाले लोगों को आसानी होगी। उत्तर बिहार और दक्षिण बिहार के बीच आवागमन को सुगम बनाने में यह पुल काफी उपयोगी होगा। साथ ही महात्मा गांधी सेतु और जेपी सेतु पर वाहनों का दबाव कम होगा। मुख्यमंत्री ने जेपी गंगा पथ के दीघा घाट, कृष्णा घाट एवं गांधी घाट पर रूककर गंगा नदी के आसपास के इलाकों को देखा। गंगा नदी के बढ़ते जलस्तर के निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि गंगा नदी के किनारे वाले क्षेत्रों में बढ़ते जलस्तर को ध्यान में रखते हुये पूरी तरह अलर्ट रहें।

Patna, 03 जुलाई (हि.स.)। बिहार में भोजपुर जिले के आरा की रहने वाली और सीमा सुरक्षा बल में कार्यरत सपना कुमारी ने 21वें विश्व पुलिस गेम्स में पदक जीतकर राज्य और देश का नाम अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्थापित किया है। यह प्रतियोगिता 27 जून से 6 जुलाई 2025 तक बर्मिंघम, अलबामा (संयुक्त राज्य अमेरिका) में आयोजित की जा रही है।

सपना को तीरंदाजी की तीन श्रेणियों में पदक प्राप्त हुए हैं

सपना कुमारी को तीरंदाजी की तीन श्रेणियों में पदक प्राप्त हुए हैं। उन्होंने फील्ड आर्चरी में स्वर्ण पदक, 3डी आर्चरी में स्वर्ण पदक और टारगेट आर्चरी में रजत पदक जीता है। तीरंदाजी में यह प्रदर्शन भारत और बिहार के खेल क्षेत्र के लिए उल्लेखनीय उपलब्धि माना जा रहा है। विश्व पुलिस खेलों में हिस्सा लेने के लिए सपना कुमारी का चयन सीमा सुरक्षा बल का प्रतिनिधित्व करते हुए हुआ था।

खेल विभाग ने उनके प्रदर्शन को प्रेरणादायक बताया है

राज्य के खेल जगत और प्रशासनिक हलकों में इस उपलब्धि को सकारात्मक संकेत के रूप में देखा जा रहा है। खेल विभाग ने उनके प्रदर्शन को प्रेरणादायक बताया है और इसे सुरक्षा बलों में कार्यरत खिलाड़ियों के लिए एक उदाहरण के रूप में रेखांकित किया है। सपना कुमारी की इस उपलब्धि के बाद राज्य सरकार और खेल संस्थानों द्वारा उनके योगदान और प्रदर्शन की सराहना की जा रही है।

Patna, 02 जुलाई (हि.स.)। राजधानी पटना में सरकारी नौकरियों में डोमिसाइल नीति लागू करने की मांग को लेकर छात्रों ने बुधवार को सड़क पर उतरकर विरोध प्रदर्शन किया। पटना कॉलेज से शुरू हुआ छात्रों का प्रदर्शन शहर के प्रमुख मार्गों तक पहुंचा। हजारों छात्रों ने “वोट दे बिहारी, नौकरी ले बाहरी, अब नहीं चलेगा” जैसे नारे लगाते हुए बिहार सरकार से नौकरियों में स्थानीय लोगों को प्राथमिकता देने की मांग की।

इसे ‘महान छात्र आंदोलन’ का नाम दिया गया है

छात्रों का कहना है कि जब तक सरकार इस मुद्दे पर स्पष्ट रुख नहीं अपनाती, तब तक आंदोलन जारी रहेगा। आंदोलनकारियों की मांग है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार खुद सामने आकर डोमिसाइल नीति पर सरकार का रुख स्पष्ट करें। इससे पहले भी पटना में डोमिसाइल नीति को लेकर कई बार छात्र प्रदर्शन कर चुके हैं, लेकिन इस बार का आंदोलन बड़े स्तर पर आयोजित किया गया है। इसे ‘महान छात्र आंदोलन’ का नाम दिया गया है।

छात्रों की मांग है कि शिक्षक भर्ती परीक्षा में 100 प्रतिशत डोमिसाइल लागू किया जाए

छात्र गांधी चौक, मुसल्लहपुर हाट, भिखना पहाड़ी, नया टोला, मछुआ टोली, हथुआ मार्केट होते हुए गांधी मैदान, जेपी गोलंबर, डाक बंगला होते हुए मुख्यमंत्री आवास का घेराव करने पहुंचे , जहां पुलिस बल ने बल प्रयोग कर उन्हें वहां से हटा दिया। सैकड़ों छात्र अलग अलग जिले से पटना पहुंचे थें। छात्रों की मांग है कि शिक्षक भर्ती परीक्षा में 100 प्रतिशत डोमिसाइल लागू किया जाए। साथ ही माध्यमिक, उच्चतर माध्यमिक शिक्षकों की भर्ती, दारोगा, सिपाही, लाइब्रेरियन, बीपीएससी और अन्य सभी सरकारी नौकरियों में भी 90 प्रतिशत डोमिसाइल लागू हो ,जिससे राज्य के युवाओं को नौकरी मिल सके। प्रदर्शनकारियों ने पड़ोसी राज्यों जैसे झारखंड और उत्तराखंड का उदाहरण देते हुए कहा कि वहां डोमिसाइल नीति लागू होने से स्थानीय युवाओं को रोजगार मिल रहा है। प्रदर्शन को नियंत्रित करने के लिए पटना प्रशासन ने भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया था।। जेपी गोलंबर और अन्य प्रमुख मार्गों पर बैरिकेड्स लगाए गए। प्रशासन ने प्रदर्शन को अनधिकृत बताते हुए सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी है।

मत बिहारी देते हैं और सरकार बाहरी लोगों को नौकरी दे देती है

छात्र नेता दिलीप कुमार ने मीडिया से बातचीत में कहा कि चुनाव में मत बिहारी देते हैं और जब नौकरी देने की बारी आती है, तो सरकार बाहरी लोगों को नौकरी दे देती है। इसी के विरोध में आज हम सड़कों पर उतरे हैं। पटना की सड़कों पर अपनी हक की आवाज उठाइ है, आगे भी उठाते रहेंगे।

उल्लेखनीय है कि डोमिसाइल नीति की मांग पिछले कुछ समय से तेज हो रही है। सोशल मीडिया पर भी यह मुद्दा तेजी से ट्रेंड कर रहा है। कई छात्र संगठनों ने सरकार से स्पष्ट नीति लाने की अपील की है। छात्रों का कहना है कि यदि उनकी मांगों पर जल्द विचार नहीं किया गया, तो आंदोलन और व्यापक होगा।

Patna, 01 जुलाई (हि.स.)। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में मंगलवार को हुई कैबिनेट की बैठक में मां सीता की जन्मस्थली सीतामढ़ी के पुनौराधाम को श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र अयोध्या के अनुरूप विकास किए जाने के लिए 882 करोड़ 87 लख रुपये की स्वीकृति सहित 24 प्रस्तावों पर अपनी मुहर लगाई है।

24 एजेंडों में मुख्यमंत्री कलाकार पेंशन योजना को भी स्वीकृति मिली है

कैबिनेट की बैठक में आज 24 एजेंडों में मुख्यमंत्री कलाकार पेंशन योजना को भी स्वीकृति मिली है। इसमें बिहार राज्य के समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित रखने के लिए निरंतर योगदान देने वाले राज्य के वरिष्ठ एवं आजीविका संकट से जूझ रहे उत्कृष्ट कलाकारों को 3000 रुपये पेंशन दिया जाएगा। साथ ही मुख्यमंत्री प्रतिज्ञा योजना अंतर्गत 2025-26 में 5000 लाभार्थी और वित्तीय वर्ष 2026- 27 से लेकर 2030- 31 तक 100000 युवाओं को लाभ देने का लक्ष्य तय किया गया है।

बिहार में मुख्यमंत्री गुरु शिष्य परंपरा योजना शुरू की जाएगी

बिहार में मुख्यमंत्री गुरु शिष्य परंपरा योजना शुरू की जाएगी। इसके लिए 2025-26 में एक करोड़ 11 लाख 60000 रुपये की प्रशासनिक स्वीकृति मिली है। केंद्र प्रायोजित नेशनल मिशन ऑन नेचुरल फार्मिंग योजना अंतर्गत वित्तीय वर्ष 2025- 26 के लिए 3635. 15 लाख रुपये की प्रशासनिक स्वीकृति दी गई है।

चतुर्थ कृषि रोड मैप योजना के तहत सब-मिशन ऑन एग्रीकल्चर एक्सटेंशन योजना के कार्यान्वयन की स्वीकृति मिली है। बामेती एवं जिला स्तरीय कृषि प्रौद्योगिकी प्रबंध अभिकरण को वित्तीय वर्ष 2025 -26 के लिए 80 करोड़ 99 लाख 20000 स्वीकृत किए गए हैं। चतुर्थ कृषि रोड मैप के तहत केंद्र प्रायोजित प्रधानमंत्री राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के तहत काम होंगे। मिट्टी जांच प्रयोगशाला की स्थापना के लिए 2025-26 में 30 करोड़ 49 लाख 37, 227 रुपये की स्वीकृति दी गयी है।

बिहार विधानसभा सचिवालय में प्रशासनिक संवर्ग में निदेशक राजीव कुमार का संविदा आधारित नियोजन समाप्त होने के बाद 1-7-2025 से 1 वर्ष के लिए निर्देशक के पद पर संविदा आधारित नियोजन विस्तारित करने की स्वीकृति मिली है। सेवानिवृत्त अपर पुलिस अधीक्षक, विशेष कार्य बल रमाकांत प्रसाद की पुनर्नियुक्ति की अवधि 1-7- 2025 से 30.6.2026 तक 1 वर्ष विस्तारित कर दी गई। बिहार राज्य स्तरीय पंचायती राज संस्थाओं एवं ग्राम कचहरी के निर्वाचित जनप्रतिनिधियों के इलाज के लिए मुख्यमंत्री चिकित्सा सहायता कोष से अनुदान की सुविधा प्रदान की जाएगी।

Patna: भारत निर्वाचन आयोग ने बिहार की वर्ष 2003 की मतदाता सूची, जिसमें 4.96 करोड़ मतदाताओं का विवरण शामिल है, अपनी वेबसाइट https://voters.eci.gov.in पर अपलोड कर दी है।

 

आयोग द्वारा 24 जून 2025 को जारी निर्देशों के पैरा 5 में यह उल्लेख किया गया है कि मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी (सीईओ), जिला निर्वाचन पदाधिकारी (डीईओ) एवं निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण पदाधिकारी (ईआरओ) यह सुनिश्चित करेंगे कि 01.01.2003 की अहर्ता तिथि पर आधारित मतदाता सूची सभी बीएलओ को हार्ड कॉपी में उपलब्ध हो और वेबसाइट पर ऑनलाइन भी सुलभ रूप से उपलब्ध हो, ताकि कोई भी व्यक्ति इसे डाउनलोड कर गणना प्रपत्र के साथ दस्तावेज़ प्रमाण के रूप में प्रस्तुत कर सके। बिहार की 2003 की मतदाता सूची की यह सहज उपलब्धता राज्य में चल रहे विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) अभियान को काफी सुगम बनाएगी, क्योंकि अब कुल मतदाताओं के लगभग 60 प्रतिशत यानी 4.96 करोड़ लोगों को कोई भी दस्तावेज़ प्रस्तुत करने की आवश्यकता नहीं है। उन्हें केवल वर्ष 2003 की मतदाता सूची में अपने विवरण का सत्यापन कर गणना प्रपत्र भरकर जमा करना है। यह विवरण मतदाता व बीएलओ, दोनों के लिए ऑनलाइन उपलब्ध है।


इसके अतिरिक्त, यदि किसी व्यक्ति का नाम 2003 की बिहार की मतदाता सूची में नहीं है, लेकिन उनके माता या पिता का नाम उस सूची में है, तो ऐसे मामलों में माता-पिता से संबंधित अन्य कोई दस्तावेज़ प्रस्तुत करने की आवश्यकता नहीं होगी। 2003 की मतदाता सूची का केवल प्रासंगिक अंश ही पर्याप्त होगा। ऐसे मतदाताओं को केवल अपने दस्तावेज़, गणना प्रपत्र के साथ, प्रस्तुत करने होंगे। यह पुनः स्पष्ट किया जाता है कि प्रत्येक निर्वाचन से पूर्व मतदाता सूची का पुनरीक्षण जनप्रतिनिधित्व अधिनियम, 1950 की धारा 21(2)(a) तथा निर्वाचक पंजीकरण नियमावली, 1960 के नियम 25 के अंतर्गत अनिवार्य है। भारत निर्वाचन आयोग बीते 75 वर्षों से यह वार्षिक पुनरीक्षण—कभी संक्षिप्त तो कभी गहन रूप में—नियमित रूप से करता आ रहा है।


यह पुनरीक्षण आवश्यक है क्योंकि मतदाता सूची एक जीवंत (डायनामिक) दस्तावेज़ है, जो मृत्यु, स्थानांतरण (रोजगार, शिक्षा, विवाह आदि कारणों से), तथा 18 वर्ष की आयु पूर्ण कर चुके नए मतदाताओं के कारण लगातार परिवर्तित होती रहती है। साथ ही यह भी उल्लेखनीय है की संविधान के अनुच्छेद 326 के अनुसार, केवल वही भारतीय नागरिक मतदाता बनने के योग्य हैं जो 18 वर्ष से अधिक आयु के हों और संबंधित निर्वाचन क्षेत्र में सामान्य रूप से निवास करते हों।

Gopalganj, 28 जून (हि.स.)। बिहार में गो पालगंज जिले के मीरगंज थाना क्षेत्र के लाइन बाजार स्थित एक आइसक्रीम फैक्ट्री में शनिवार को हुए जोरदार गैस टंकी विस्फोट से इलाके में दहशत फैल गई। इस दर्दनाक हादसे में एक मिस्त्री की मौके पर ही मौत हो गई।

धमाका इतना जोरदार था कि उसकी आवाज दो किलोमीटर दूर तक सुनाई दी

मृतक की पहचान पश्चिम बंगाल निवासी अरुण पाल के रूप में हुई है, जो मीरगंज के वार्ड नंबर-6 में किराए पर रहकर काम करता था। जानकारी के अनुसार, शनिवार को फैक्ट्री में तकनीकी खराबी आने के बाद गैस टंकी की मरम्मत के लिए मिस्त्री अरुण पाल को बुलाया गया था। वह गैस टंकी में गैस भर रहा था, तभी अचानक तेज धमाके के साथ टंकी फट गई। धमाका इतना जोरदार था कि उसकी आवाज दो किलोमीटर दूर तक सुनाई दी।

ग्रामीणों ने बताया कि फैक्ट्री में पहले भी सुरक्षा को लेकर सवाल उठते रहे हैं

फैक्ट्री के आसपास के इलाके में अफरा-तफरी मच गई और लोग दहशत में अपने घरों से बाहर निकल आए।घटना के वक्त फैक्ट्री परिसर में मौजूद अन्य मजदूर बाल-बाल बच गए, लेकिन अरुण पाल की मौके पर ही मौत हो गई। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि विस्फोट इतना भयंकर था कि शव क्षत-विक्षत हो गया।सूचना मिलते ही मीरगंज थाना की पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए गोपालगंज सदर अस्पताल भेज दिया गया। पुलिस मामले की जांच में जुट गई है और फैक्ट्री संचालक से भी पूछताछ की जा रही है।स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि फैक्ट्री में पहले भी सुरक्षा को लेकर सवाल उठते रहे हैं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।
इस हादसे के बाद फैक्ट्री की सुरक्षा व्यवस्था पर एक बार फिर सवाल उठने लगे हैं। वहीं, मृतक के परिजनों को सूचना दे दी गई है और प्रशासन द्वारा मुआवजे को लेकर कोई आधिकारिक बयान अब तक नहीं आया है।

Patna, 28 जून (हि.स.)। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को बापू सभागार में 21,391 नवनियुक्त सिपाहियों को नियुक्ति पत्र बांटा। इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि 24 नवंबर, वर्ष 2005 को नयी सरकार बनी थी, तब से राज्य में कानून का राज है और राज्य सरकार लगातार विकास के काम में लगी हुई है। आज की बहाली के बाद बिहार पुलिस में महिलाओं की संख्या बढ़कर लगभग 36 हजार हो गयी है, जो देश के किसी भी राज्य से अधिक है।

लोग शाम के बाद घर से बाहर नहीं निकलते थे। विधि-व्यवस्था का बुरा हाल था: नीतीश कुमार 

मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार बनने के पहले पिछली सरकार में क्या स्थिति थी सभी लोग जानते हैं। लोग शाम के बाद घर से बाहर नहीं निकलते थे। विधि-व्यवस्था का बुरा हाल था। 24 नवम्बर, 2005 को राज्य में नई सरकार बनने के समय बिहार पुलिस में कार्यरत बल की संख्या काफी कम थी। उस समय पुलिस में स्वीकृत बल की संख्या लगभग 51 हजार थी। इसके विरूद्ध मात्र 42 हजार 481 पुलिस कर्मी कार्यरत थे।


राज्य में पुलिस बल की संख्या बढ़ाकर 2 लाख 29 हजार तय कर दिया

मुख्यमंत्री ने कहा कि उनका शुरू से कहना है कि राज्य में पुलिस बल की संख्या को और बढ़ाया जाये। इसके लिए वर्ष 2006 से ही पुलिस बल की संख्या में लगातार बढ़ोतरी की गयी। वर्ष 2013 में पुलिस में महिलाओं के लिए 35 प्रतिशत आरक्षण लागू किया गया। वर्ष 2022 में राज्य में पुलिस बल की संख्या बढ़कर 1 लाख 10 हजार हो गयी। वर्ष 2023 में पुलिस सप्ताह कार्यक्रम में हमने राज्य में पुलिस बल की संख्या बढ़ाकर 2 लाख 29 हजार तय कर दिया। इसके बाद इन सभी पदों को भरने के लिए बिहार में पुलिस बहाली का काम तेजी से हो रहा है। 55 हजार पदों को गृह विभाग द्वारा प्रोन्नति दे कर भरा जा रहा है, जबकि 64 हजार पदों पर सीधी बहाली का काम तेजी से हो रहा है।

हमारी इच्छा है कि इसके बाद बचे हुए 22 हजार 771 पदों पर भी बहाली का काम तेजी से हो: नीतीश कुमार 

मुख्यमंत्री ने कहा ” मुझे खुशी है कि 21 हजार 391 सिपाहियों की सीधी बहाली का काम पूरा हो गया है। अब इसके बाद 42 हजार 609 सिपाहियों की बहाली पर काम शुरू कर दिया गया है। इनमें से 19 हजार 838 पदों पर बहाली की लिखित परीक्षा अगले ही महीने जुलाई में हो रही है। हमारी इच्छा है कि इसके बाद बचे हुए 22 हजार 771 पदों पर भी बहाली का काम तेजी से हो।”

आगे मुख्यमंत्री ने कहा, “हमने अधिकारियों को निर्देशित किया है कि पुलिस को किसी भी तरह के संसाधन की कमी नहीं होनी चाहिए। इसके लिए सभी थानों में गाड़ियां उपलब्ध कराई गई हैं, ताकि पुलिस वालों को कार्य करने में, गस्ती के दौरान कहीं आने-जाने में कोई दिक्कत नहीं हो।” उन्होंने कहा कि जो कोई भी गड़बड़ करता है, तो उसे छोड़ें नहीं। क्राइम करने वालों से सख्ती से निपटें।

नियुक्ति पत्र वितरण कार्यक्रम के दौरान पुलिस महानिदेशक विनय कुमार ने नवनियुक्त पुलिसकर्मियों को पुलिस के कर्तव्य एवं अनुशासन तथा विकास आयुक्त प्रत्यय अमृत ने मद्यनिषेध की शपथ दिलाई। कार्यक्रम के दौरान बिहार पुलिस की कार्य पद्धति एवं उपलब्धियों पर आधारित एक लघु फिल्म प्रस्तुत की गई

Patna: उद्घाटन के पश्चात् मुख्यमंत्री ने आम महोत्सव के अवसर पर राज्य के विभिन्न जिलों से आए हुए आम उत्पादकों द्वारा लगाए गए आम की विभिन्न प्रजातियों का बारीकी से अवलोकन किया और प्रसन्नता व्यक्त की। इस दौरान मुख्यमंत्री ने विभिन्न प्रजातियों के आमों के उत्पादन और विशिष्टता के बारे में उत्पादकों से जानकारी ली। कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री सह कृषि मंत्री विजय कुमार सिन्हा ने मुख्यमंत्री को प्रतीक चिह्न तथा कृषि विभाग के प्रधान सचिव पंकज कुमार ने आम का पौधा भेंटकर स्वागत किया।

राज्य के सभी जिलों से करीब 800 आम उत्पादकों के द्वारा 5 हजार प्रदर्शों के साथ प्रदर्शनी में भाग लिया गया है

ज्ञान भवन में 28-29 जून को आम महोत्सव-2025 का भव्य आयोजन हो रहा है। राज्य के सभी जिलों से करीब 800 आम उत्पादकों के द्वारा 5 हजार प्रदर्शों के साथ प्रदर्शनी में भाग लिया गया है। इस दो दिवसीय कार्यक्रम में ‘आम खाओ और इनाम पाओ’ सहित विभिन्न प्रतियोगिताएं आयोजित की जा रही हैं। होनेवाली प्रतियोगिताओं में किसान और बच्चे भाग ले सकते हैं। विजेता प्रतिभागी को नकद पुरस्कार और प्रशस्ति पत्र प्रदान किया जाएगा।

इस महोत्सव में बिहार में मौजूद आमों की विविधता को भी देखा जा सकता है

इस आम महोत्सव का मुख्य आकर्षण आम की विभिन्न प्रजातियों का प्रदर्शन है। इस महोत्सव में बिहार में मौजूद आमों की विविधता को भी देखा जा सकता है। यहां लगने वाली प्रदर्शनी में बिहार में पाये जाने वाले मालदह, जर्दालू, गुलाबखास, जर्दा बम्बई, लंगड़ा, दशहरी, कृष्णभोग, अल्फांसो, हुस्न-ए-आरा, बेनजीर, फजली, सीपिया आदि आमों को देखा जा सकता है।

इस वर्ष के आयोजन का थीम है ‘पुराने बागों का जीर्णोद्धार, भावी पीढ़ियों को उपहार’

कृषि विभाग आम उत्पादन और संरक्षण को बढ़ावा देने के उद्देश्य से विगत कई वर्षों से आम महोत्सव का आयोजन करता आ रहा है। इस वर्ष के आयोजन का थीम है ‘पुराने बागों का जीर्णोद्धार, भावी पीढ़ियों को उपहार’। राज्य सरकार के इस अनूठे प्रयास से न केवल आम उत्पादकों को प्रोत्साहन मिलेगा, बल्कि राज्य के बागवानी क्षेत्र में नवाचार और प्रगति को भी बढ़ावा मिलेगा।

बिहार में आम का उत्पादन करीब 1.65 लाख हेक्टेयर में  किया जाता है

बिहार में आम का उत्पादन काफी बड़े पैमाने पर होता है। करीब 1.65 लाख हेक्टेयर में आम का उत्पदान किया जाता है। कृषि रोड मैप के लागू होने से वर्ष 2007-08 की तुलना में उत्पादन में करीब 82 प्रतिशत की वृद्धि हुयी है। सरकार के द्वारा राज्य में आम के गुणवत्तापूर्ण उत्पादन हेतु आम विकास योजना संचालित है। वर्ष 2018 में भागलपुर के जर्दालू आम को जीआई टैग प्रदान किया गया है। आम महोत्सव का आयोजन आम उत्पादक व्यापारी, प्रसंस्करण करनेवाले वैज्ञानिक, निर्यातक सभी को एक मंच प्रदान करता है।

राज्य में स्थित कृषि विश्वविद्यालयों, कृषि विज्ञान केन्द्र, सेंटर ऑफ एक्सीलेंस फॉर मैंगो, वैशाली के द्वारा आम विकास के हर पहलु पर कृषकों को प्रशिक्षित किया जा रहा है। कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री सह कृषि मंत्री विजय कुमार सिन्हा, जल संसाधन सह संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी, स्वास्थ्य मंत्री मंगल पाण्डे, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, कृषि विभाग के प्रधान सचिव पंकज कुमार, मुख्यमंत्री के सचिव कुमार रवि सहित अन्य वरीय अधिकारी एवं गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे