Patna, 05 अगस्त (हि.स.)। पटना उच्च न्यायालय ने पंचमहला फायरिंग मामले में मोकामा के पूर्व बाहुबली विधायक अनंत सिंह को मंगलवार जमानत दे दी है। अनंत सिंह की जमानत याचिका को निचली अदालत ने खारिज कर दिया था। इसके बाद उन्होंने उच्च न्यायालय का रुख किया था। अब अनंत सिंह कभी भी जेल से बाहर आ सकते हैं।

यह मामला 22 जनवरी 2025 का है

यह मामला 22 जनवरी 2025 का है, जब सोनू और मोनू ने मुकेश सिंह के घर पर ताला लगा दिया था। मुकेश उनके ईंट-भट्ठे पर मुंशी का काम करता था। दोनों ने उस पर 68 लाख रुपये की गबन का आरोप लगाया था। मुकेश ने इस बारे में अनंत सिंह से मदद मांगी और थाने में भी शिकायत दर्ज कराई थी।

इसके बाद अनंत सिंह अपने समर्थकों के साथ जलालपुर पहुंचे थे, मुकेश सिंह के घर का ताला तोड़ा और सोनू-मोनू से बातचीत के लिए नौरंगा गांव पहुंचे थे, तभी दोनों पक्षों के बीच भीषण गोलीबारी हुई थी। करीब 70 राउंड फायरिंग हुई, हालांकि पुलिस ने मौके से केवल 14 खोखे बरामद किए थे। 23 जनवरी को मुकेश के घर दोबारा गोलीबारी हुई, जिसमें पुलिस को 4 खोखे मिले।

अनंत सिंह ने बाढ़ की अदालत में आत्मसमर्पण किया था

पंचमहला थाना पुलिस ने 24 जनवरी को सोनू को गिरफ्तार किया और पहले पटना, फिर भागलपुर जेल भेजा गया। उसी दिन अनंत सिंह ने बाढ़ की अदालत में आत्मसमर्पण किया था। इस गोलीबारी का एक 53 सेकेंड का वीडियो भी वायरल हुआ था। वायरल वीडियो के आधार पर मोकामा के पूर्व विधायक अनंत सिंह पर आर्म्स एक्ट, हत्या की कोशिश, सरकारी काम में बाधा डालने और मारपीट जैसी धाराओं में केस दर्ज किया गया था।

पटना उच्च न्यायालय से जमानत मिलने के बाद जमानत आदेश की कॉपी संबंधित जेल प्रशासन को भेजी जाएगी। इसके बाद आवश्यक ज़मानती प्रक्रियाएं पूरी होते ही अनंत सिंह की रिहाई हो सकती है। संभावना जताई जा रही है कि वे जल्द ही जेल से बाहर आएंगे।

तनिष्क छपरा- डाकबंगला रोड,
फोन-7644849600 , 8235892335

Patna, 05 अगस्त (हि.स.)। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में मंगलवार को मंत्री परिषद् की बैठक में शारीरिक शिक्षकों के मानदेय 8000 से बढ़कर 16000 करने सहित कुल 36 प्रस्तावों पर मुहर लगाई गई।

अब उपस्थिति के आधार पर वित्तीय लाभ मिलेगा

मंत्री परिषद् की बैठक में स्कूलों के मिड डे मील के रसोईया और रात्रि प्रहरी का मानदेय बढ़ाने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी गई। बिहार राज्य विद्यालय अध्यापक नियुक्ति स्थानांतरण सेवा नियमावली को भी मंजूर कर लिया गया है। बिहार के सरकारी और गैर सरकारी सहायता अनुदित अल्पसंख्यक सहित उच्च विद्यालय में अब उपस्थिति के आधार पर वित्तीय लाभ मिलेगा।

कृषि विभाग के अंतर्गत विभिन्न कार्यालय 712 पदों की स्वीकृति दी गई

इसे अतिरिक्त मुंगेर विश्वविद्यालय में 151 शिक्षक अकादमियों के पदों का सृजन की मंजूरी दी गई है। बिहार शहरी आयोजन स्कीम नियमावली 2025 को मंजूरी दे दी गई। बिहार प्रशासनिक सेवा के अधिकारी विजय कुमार की सेवा से बर्खास्त की दंड को बरकरार रखा गया है। औरंगाबाद में अनुसूचित जाति जनजाति भीमराव अंबेडकर आवासीय विद्यालय बनेगा। इसके साथ ही कृषि विभाग के अंतर्गत विभिन्न कार्यालय 712 पदों की स्वीकृति दी गई है जबकि. संख्या की संगणक के 534 पर कृषि संख्या की अनुदेशक की 178 पदों की मंजूरी दी।

Patna, 28 जुलाई (हि.स.)। बिहार के वैशाली जिले में विकसित बुद्ध सम्यक दर्शन संग्रहालय-सह-स्मृति स्तूप का उद्घाटन मंगलवार 29 जुलाई को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार करेंगे। यह ऐतिहासिक स्मारक वैश्विक बौद्ध समुदाय के लिए श्रद्धा और आकर्षण का केंद्र बनेगा। स्तूप का निर्माण भवन निर्माण विभाग द्वारा किया गया है।

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उद्घाटन समारोह में 15 बौद्ध देशों के भिक्षुओं की सहभागिता संभावित है

बुद्ध सम्यक दर्शन संग्रहालय-सह-स्मृति स्तूप के उद्घाटन समारोह में चीन, जापान, श्रीलंका, थाईलैंड, नेपाल, तिब्बत, म्यांमार, भूटान, वियतनाम, मलेशिया, लाओस, कंबोडिया, मंगोलिया, बांग्लादेश और इंडोनेशिया जैसे 15 बौद्ध देशों के भिक्षुओं की सहभागिता संभावित है।

इस भव्य परिसर को 550.48 करोड़ रुपये की लागत से विकसित किया गया है

दरअसल, 72 एकड़ भूमि में फैले इस भव्य परिसर को 550.48 करोड़ रुपये की लागत से विकसित किया गया है। यह स्थल ऐतिहासिक पुष्करणी तालाब और मड स्तूप के समीप स्थित है। संग्रहालय के प्रथम तल पर भगवान बुद्ध का पावन अस्थि कलश स्थापित किया जाएगा, जो 1958-62 की खुदाई में प्राप्त हुआ था और स्मारक का प्रमुख केंद्र बिंदु होगा। पूरी तरह पत्थरों से निर्मित यह स्तूप वंशी पहाड़पुर (राजस्थान) से लाए गए 42,373 बलुआ पत्थरों से टंग एंड ग्रूव तकनीक के माध्यम से जोड़ा गया है। यह संरचना आधुनिक भूकंपरोधी तकनीकों से तैयार की गयी है। परिसर में ध्यान केंद्र, पुस्तकालय, आगंतुक केंद्र, संग्रहालय ब्लॉक, एम्फीथियेटर, कैफेटेरिया, 500 किलोवाट सौर ऊर्जा संयंत्र, पार्किंग तथा अन्य सुविधाएं भी विकसित की गई हैं।

यह स्तूप न केवल वैशाली को वैश्विक बौद्ध मानचित्र पर प्रतिष्ठित करेगा

ओडिशा के कलाकारों द्वारा निर्मित भगवान बुद्ध की प्रतिमा इस स्थल की विशिष्ट पहचान होगी। यह स्तूप न केवल वैशाली को वैश्विक बौद्ध मानचित्र पर प्रतिष्ठित करेगा, बल्कि स्थानीय पर्यटन, संस्कृति और रोजगार को भी नई दिशा देगा।

विभाग के सचिव कुमार रवि ने कहा कि बुद्ध सम्यक दर्शन संग्रहालय-सह-स्मृति स्तूप बिहार की सांस्कृतिक धरोहर और वैश्विक बौद्ध विरासत का भव्य प्रतीक है। यह स्मारक वैशाली को विश्व बौद्ध मानचित्र पर स्थापित करेगा और पर्यटन, संस्कृति व स्थानीय रोजगार को नई दिशा देगा।

Patna, 27 जुलाई, (हि.स.)।बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रविवार को पटना संग्रहालय के नवनिर्मित गंगा गैलरी, पाटली गैलरी एवं प्रेक्षा गृह का उद्घाटन किया। उद्घाटन के बाद मुख्यमंत्री ने नवनिर्मित भवन का निरीक्षण किया और वहां लगाये गये प्रदर्शों का अवलोकन किया

अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुसार सुविधाएं विकसित करने के उद्देश्य से इस संग्रहालय का विस्तार किया गया है: नीतीश कुमार 

उद्घाटन सके बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि पटना संग्रहालय का उन्नयन एवं विस्तारीकरण कार्य बेहतर ढंग से किया जा रहा है। यह पुराना संग्रहालय है। यहां पर कई महत्वपूर्ण पुरातात्विक एवं ऐतिहासिक प्रदर्श रखे गए हैं, उनका रखरखाव और बेहतर ढंग से हो इसलिए भवन का विस्तारीकरण किया गया है।

उन्होंने कहा कि संग्रह को बेहतर ढंग से प्रदर्शित करने और अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुसार सुविधाएं विकसित करने के उद्देश्य से इस संग्रहालय का विस्तार किया गया है। गंगा गैलरी, पाटली गैलरी एवं प्रेक्षा गृह अच्छा बना है। लोग यहां आकर प्रदर्शों को देख सकेंगे और उन्हें कई विशिष्ट जानकारियां प्राप्त होंगी। मुख्यमंत्री ने पटना संग्रहालय के पूरे परिसर का निरीक्षण किया और अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिया।

मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्माण कार्य बेहतर ढंग से जल्द पूर्ण करने का निर्देश दिया

पटना संग्रहालय के नव निर्मित भवन के उद्घाटन के बाद मुख्यमंत्री बिहार संग्रहालय पहुंचे और वहां संग्रहालय के विभिन्न भागों का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री ने विभिन्न प्रदर्शों को भी देखा। मुख्यमंत्री ने बिहार संग्रहालय तथा पटना संग्रहालय को जोड़नेवाली निर्माणाधीन टनल का निरीक्षण कर कार्य की प्रगति की जानकारी ली। उन्होंने संबंधित विभाग के अधिकारियों को निर्माण कार्य बेहतर ढंग से जल्द पूर्ण करने का निर्देश दिया। इस दौरान मुख्यमंत्री को बिहार संग्रहालय के महानिदेशक अंजनी कुमार सिंह ने टनल से बिहार संग्रहालय में प्रवेश की व्यवस्था, पार्किंग, पर्यटकों को मिलनेवाली अन्य सुविधाओं आदि के संबंध में विस्तृत जानकारी दी।

निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि टनल निर्माण का कार्य जल्द पूरा करें, जिससे कि बिहार संग्रहालय और पटना संग्रहालय के दर्शक आसानी से एक जगह से दूसरी जगह जाकर प्रदर्शों का अवलोकन कर सकें। उन्होंने कहा कि टनल का बेहतर ढंग से निर्माण कराएं, ताकि इलेक्ट्रिक वाहन के साथ-साथ पैदल पर्यटक आसानी से पटना संग्रहालय और बिहार संग्रहालय में आवागमन कर सकें। उन्होंने कहा कि बिहार संग्रहालय को अंतर्राष्ट्रीय स्तर का बनाया गया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि पटना संग्रहालय और बिहार संग्रहालय में बड़ी संख्या में पर्यटक आते रहते हैं। इन दोनों संग्रहालयों के बीच टनल का निर्माण कार्य पूर्ण होने से पर्यटकों की संख्या और बढ़ेगी। यहां पार्किंग और अन्य सुविधाओं की समुचित व्यवस्था करें। उन्होंने कहा कि इस निर्माणाधीन टनल के पास से नेहरू पथ के उस तरफ जाने के लिये जो ऊपरी पुल बनाया जाना है, उसका निर्माण कार्य जल्द शुरू करें। साथ ही नेहरू पथ के दूसरी तरफ एक पार्क का भी निर्माण कराएंं, ताकि यहां आनेवाले पर्यटक उसका आनंद उठा सकें।

पटना संग्रहालय को लोग जादूघर के नाम से भी जानते हैं

उल्लेखनीय है कि पटना संग्रहालय को लोग जादूघर के नाम से भी जानते हैं। यह संग्रहालय बिहार राज्य के सांस्कृतिक इतिहास को दर्शाता है। सर्वप्रथम इसकी स्थापना सन 1915 में ऐतिहासिक संग्रहीत वस्तुओ को प्रदर्शित करने के लिए आयुक्त के बंगले में किया गया था। बाद में इसे पटना उच्च न्यायालय भवन में स्थानांतरित कर दिया गया। बढ़ते हुए संग्रह को ध्यान में रखते हुए संग्रहालय के लिए एक नई इमारत बनाने का प्रस्ताव पारित हुआ। राय बहादुर विष्णुस्वरूप ने इस इमारत को इंडो-सारसेनिक शैली में डिजाइन किया, जो राजपुताना और मुगल वास्तुकला का मिश्रण है। यह नया भवन सन 1928 में बनकर तैयार हुआ और सन 1929 में जनता के लिए खोल दिया गया। सन 1960 में इसके पिछले भाग को विस्तारित किया गया।

कार्यक्रम में उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, जल संसाधन सह संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी, भवन निर्माण मंत्री जयंत राज, बिहार विधानसभा के उपाध्यक्ष नरेन्द्र नारायण यादव, बिहार संग्रहालय के महानिदेशक अंजनी कुमार सिंह, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, विकास आयुक्त प्रत्यय सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

Patna:  बिहार में सरकार की ओर से चलाई जा रही 125 यूनिट फ्री बिजली योजना अब ठगों के लिए नया हथियार बन गई है। योजना का लाभ दिलाने के नाम पर लोगों से ठगी की जा रही है, और यह सिलसिला दिन-ब-दिन बढ़ता ही जा रहा है।

APK फ़ाइल डाउनलोड करते दो लाख रुपये उड़ाए चोर 

ताज़ा मामला राजधानी पटना का है। दो लोगों ने साइबर थाना में शिकायत दी कि उनके पास एक कॉल आया, जिसमें कहा गया कि फ्री बिजली सब्सिडी के लिए रजिस्ट्रेशन करना होगा। इसके लिए एक लिंक भेजा गया और कहा गया  कि APK फ़ाइल डाउनलोड करो, तभी योजना का फायदा मिलेगा। जैसे ही पीड़ितों ने वो फ़ाइल डाउनलोड किया उनका मोबाइल हैक हो गया। इसके बाद साइबर गैंग ने उनके बैंक अकाउंट से करीब दो लाख रुपये उड़ा लिए।

क्या कहती है पुलिस?

साइबर थाना के अधिकारी ने बताया कि ठग इससे पहले भी कई बार बिजली बिल न कटने की धमकी, स्मार्ट मीटर रिचार्ज जैसे बहाने से लोगों को फंसा चुके हैं।

उन्होंने साफ कहा कि फ्री बिजली योजना के लिए कोई रजिस्ट्रेशन नहीं करना है। अगर कोई कॉल आए या लिंक भेजे तो बिल्कुल भरोसा न करें, ये एक ठगी है। लोगों को ठग रहे हैं। जहां सरकार मदद देना चाहती है, वहीं साइबर अपराधी लोगों को लूटने का प्लान बना रहे हैं। अनजान लिंक पर क्लिक बिल्कुल न करें और मोबाइल में कोई भी अजनबी ऐप या APK फाइल डाउनलोड न करें। साथ ही OTP या बैंक डिटेल कभी किसी से शेयर न करें।

Nalanda, 26 जुलाई (हि.स.)। नालंदा जिला अंतर्गत परवलपुर थाना के कतरू बिगहा मुसहरी गांव में फायरिंग करते दाे लाेगाें काे पुलिस ने आज गिरफ्तार किया। घटना की सूचना मिलते ही माैके पर परवलपुर थानाध्यक्ष संजीव कुमार सिंह पहुंचे। पुलिस काे देखते ही दोनों संदिग्ध व्यक्ति भागने लगे, लेकिन पुलिस तत्परता से घेराबंदी कर उन्हें मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया।

दो देसी राइफल दो जिंदा कारतूस एवं पांच खोखा कारतूस बरामद किए गए

गिरफ्तार दोनों व्यक्तियों के पास से दो देसी राइफल दो जिंदा कारतूस एवं पांच खोखा कारतूस बरामद किए गए। इस संबंध में परवलपुर थाना मामला दर्ज कर अग्रिम कार्रवाई की जा रही है। गिरफ्तार अपराधी मुकेश प्रसाद, उम्र 42 वर्ष, पिता: स्व. विशेश्वर महतो, निवासी: मोहनपुर निश्चलगंज, थाना: एकंगरसराय, जिला: नालंदा तथाउपेन्द्र सिंह, उम्र 38 वर्ष, पिता: स्व. बिनेसर सिंह, निवासी: निश्चलगंज, थाना: एकंगरसराय, जिला: नालंदा का है।छापेमारी दल में संजीव कुमार सिंह थाना अध्यक्ष, परवलपुर,पीटीसी शैलेश कुमार , संदीप कुमार , महिला सिपाही प्रीति कुमारी तथा गृहरक्षक इन्दु जमादार शामिल थें।

Chhapra: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बिहार विधानसभा चुनाव के पूर्व लगातार कई घोषणाएं कर चुके हैं। अब उन्होंने पत्रकारों के लिए घोषणा की है। उन्होंने बिहार पत्रकार सम्मान पेंशन योजना के तहत अब सभी पात्र पत्रकारों को हर महीने 6 हजार रू॰ की जगह 15 हजार रू॰ पेंशन की राशि प्रदान करने का विभाग को निर्देश दिया है।

शनिवार को उन्होंने अपने सोशल मीडिया हैन्डल पर साझा करते हुए लिखा कि मुझे यह बताते हुए खुशी हो रही है कि बिहार पत्रकार सम्मान पेंशन योजना के तहत अब सभी पात्र पत्रकारों को हर महीने 6 हजार रू॰ की जगह 15 हजार रू॰ पेंशन की राशि प्रदान करने का विभाग को निर्देश दिया है। साथ ही बिहार पत्रकार सम्मान पेंशन योजना के अंतर्गत पेंशन प्राप्त कर रहे पत्रकारों की मृत्यु होने की स्थिति में उनके आश्रित पति/ पत्नी को जीवनपर्यन्त प्रतिमाह 3 हजार रू॰ की जगह 10 हजार रू॰ की पेंशन राशि दिए जाने का निर्देश दिया है।

लोकतंत्र में पत्रकारों की महत्वपूर्ण भूमिका है। वे लोकतंत्र के चौथे स्तंभ हैं और सामाजिक विकास में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका है। पत्रकारों की सुविधाओं का हमलोग शुरू से ख्याल रख रहे हैं ताकि वे निष्पक्ष होकर अपनी पत्रकारिता कर सकें और सेवानिवृत्ति के उपरांत सम्मानजनक तरीके से अपना जीवन-यापन कर सकें।

Patna, 23 जुलाई (हि.स.)। बिहार विधानसभा में मानसून सत्र के तीसरे दिन सदन की कार्यवाही राजग विधायक भाई विरेंद्र के विवादित बयान के बाद हुए हंगामे के बाद स्थगित कर दी गई। भाई विरेंद्र के बयान को लेकर उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा सहित पूरा सत्ता पक्ष ने जमकर बवाल काटा। सदन की कार्यवाही स्थगित होने के बाद भाई विरेंद्र ने सदन के बाहर बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि वो ऐसी कोई बात नहीं बोले हैं जिसके लिए वो मांफी मांगे।

भाई विरेद्र ने साफ इनकार कर दिया है कि वो सदन में मांफी नहीं मांगेंगे

भाई विरेंद्र जब सदन से बाहर आए तो उन्होंने मीडियाकर्मियों से बातचीत की। भाई विरेंद्र ने कहा कि, उन्होंने सदन के अंदर सिर्फ इतना कहा था कि सदन किसी की बपौती नहीं है। यह भाषा असंसदीय नहीं है। वो इसके लिए मांफी नहीं मांगेंगे। भाई विरेद्र ने साफ इनकार कर दिया है कि वो सदन में मांफी नहीं मांगेंगे।

दरअसल, सदन के तीसरे दिन एसआईआर पर चर्चा हो रही थी। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव सदन में अपनी बात रख रहे थे तभी राजद विधायक भाई विरेंद्र ने विवादित टिप्पणी करते हुए कहा कि बिहार विधानसभा किसी के बाप का नहीं है। भाई विरेंद्र के इस बयान को सुनते हीं विधानसभा अध्यक्ष भड़क गए। विधानसभा अध्यक्ष ने तुरंत भाई विरेंद्र को मांफी मांगने के लिए कहा।

सदन में सत्ता पक्ष के सभी दल खड़े होकर विरोध प्रदर्शन करने लगे। सभी ने मांग की कि भाई विरेंद्र मांफी मांगे जिसके बाद ही सदन की कार्यवाही सुचारु रुप से चलेगी। हालांकि भाई विरेंद्र ने मांफी नहीं मांगी। जिसके बाद सदन की कार्यवाही 2 बजे तक स्थगित कर दिया गया।

राजद विधायक भाई वीरेंद्र ने विजय सिन्हा की तरफ उंगली दिखाकर गुंडई शब्द का प्रयोग किया। इसके बाद विजय सिंन्हा ने विरोध जताया। विधानसभा अध्यक्ष ने भाई वीरेंद्र से खेद प्रकट करने के लिए कहा।

सदन से बाहर आने के बाद उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा ने भी विपक्ष पर जमकर हंगामा बोला। उन्होंने कहा कि सदन के अंदर अध्यक्ष के कहने पर नेता प्रतिपक्ष को मौका मिला वो लंबे समय तक बोले, मुख्यमंत्री ने प्यार से समझाया कि सदन की कार्यवाही चलने दें। लेकिन उनके विधायक खड़ा होकर कहा कि सदन किसी के बाप का नहीं है, सदन के अंदर इस तरह जंगलराज का आजरकता, ये लोग सदन के अंदर गुंडाराज स्थापित करना चाहते हैं। ये लोग भूल गया है कि यह 1990 का दशक नहीं है। जनता को भरकाने का काम कर रहे हैं। ये लोग संवैधानिक संस्थान का अपमान कर रहे हैं। विपक्ष को लोकतंत्र में विश्वास नहीं है।

Patna, 23 जुलाई (हि.स.)। बिहार में विधानसभा चुनाव के मद्देजनर तमाम राजनीतिक दलों के नेता अपनी-अपनी रणनीति बनाने और जनता को अपने पक्ष में करने में जुटे हैं।इसी कड़ी में बुधवार को जन सुराज पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को एक ज्ञापन देने विधानसभा पहुंचे, लेकिन उन्हें पुलिस द्वारा पहले ही रोक लिया गया। पुलिस ने जन सुराज के कार्यकर्ताओं पर लाठी चार्च भी किया, जिसमें एक कार्यकर्ता घायल हो गया। इस घटना के बाद जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने राज्य सरकार पर जमकर निशाना साधा।

प्रशांत किशोर ने कहा कि हम लोगों को मुख्यमंत्री से नहीं मिलने दिया जा रहा है

राजधानी पटना में बुधवार को जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने कहा कि हम लोगों को मुख्यमंत्री से नहीं मिलने दिया जा रहा है। विधानसभा चुनाव में अभी तीन महीना बाकी है, राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार क जीना हराम कर देंगे। इन्हें पता नहीं है कि बिहार की जनता बदलाव चाहती है।

इससे पहले अपने समर्थकों के साथ विधानसभा का घेराव करने जा रहे प्रशांत किशोर के साथ जन सुराज समर्थक बैरिकेडिंग तोड़कर आगे बढ़ने लगे, तो पुलिस ने रोकने के लिए लाठियां चलाई। इस दौरान एक समर्थक जख्मी भी हो गया।
पुलिस की कार्रवाई के बाद प्रशांत किशोर ने कहा कि हम लोग शांतिपूर्वक तरीके से जाकर मुख्यमंत्री को ज्ञापन देना चाहते हैं। पिछले 2 वर्ष में 94 लाख परिवार को दो-दो लाख रुपये देने का वादा किया था। आज तक एक भी परिवार को एक रुपया तक नहीं मिला।

सरकार को ऐसा जवाब देंगे कि पूरा बिहार देखेगा: प्रशांत किशोर

प्रशांत किशोर ने कहा कि ज्ञापन में एक करोड़ लोगों ने हस्ताक्षर किया है, जिसे हम सरकार को देना चाहते हैं। हमें मुख्यमंत्री से मिलने नहीं दिया जा रहा है। जब कोई प्रतिनिधि आकर नहीं मिलता है, तब तक हमलोग यहीं बैठे रहेंगे। अभी तो जंग की शुरुआत है। प्रशांत किशोर ने कहा कि सरकार को ऐसा जवाब देंगे कि पूरा बिहार देखेगा। आप देखते जाइये, नीतीश कुमार को उनके घर में नहीं घेर लिए तो दो देख लेना। ये पुलिस प्रशासन कुछ नहीं कर सकता है। एक लाख लोगों को लेकर पहुंचेंगे।

 

इस मौके पर मनीष कश्यप ने कहा कि भूमिहीन परिवारों को तीन डिसमिल जमीन मिलना चाहिए। सरकार ने हर युवाओं को 2-2 लाख रुपये रोजगार करने के लिए देंगे बोला था, लेकिन उसका लाभ अभी तक नहीं मिला। तीन से चार महीने में सरकार बदल देंगे।

उल्लेखनीय है कि प्रशांत किशोर अपने समर्थकों के साथ जनता का मुद्दा लेकर सरकार को ज्ञापन देने जा रहे थे। इस दौरान सीएम नीतीश कुमार से मिलना था, लेकिन विधानसभा का मानसून सत्र चलने के कारण नेताओं को शहर के सरदार पटेल गोलंबर पर रोक दिया गया।

Chhapra: सिपाही भर्ती परीक्षा के मौके पर बुधवार को जिलाधिकारी अमन समीर और पुलिस अधीक्षक डॉ. कुमार आशीष ने छपरा शहर के विभिन्न परीक्षा केंद्रों का औचक निरीक्षण किया।

अधिकारियों ने  भिखारी चौक समेत कई परीक्षा केंद्रों का जायजा लिया

अधिकारियों ने लोकमान्य उच्च विद्यालय, न्यू ए एन डी, पब्लिक स्कूल, भिखारी चौक समेत कई परीक्षा केंद्रों का जायजा लिया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने केंद्राधीक्षकों और प्रतिनियुक्त दंडाधिकारियों को सख्त निर्देश दिया कि परीक्षा पूरी तरह से स्वच्छ और कदाचारमुक्त तरीके से कराई जाए।

अधिकारियों ने परीक्षार्थियों के लिए मूलभूत सुविधाओं की भी जांच की और शांतिपूर्ण परीक्षा संचालन के लिए सभी संबंधित कर्मियों को सतर्क रहने को कहा।

Patna, 23 जुलाई (हि.स.)। बिहार के वैशाली जिले में विकसित बुद्ध सम्यक दर्शन संग्रहालय-सह-स्मृति स्तूप का उद्घाटन 29 जुलाई को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार करेंगे। यह ऐतिहासिक स्मारक वैश्विक बौद्ध समुदाय के लिए श्रद्धा और आकर्षण का केंद्र बनेगा। उद्घाटन समारोह में चीन, जापान, श्रीलंका, थाईलैंड, नेपाल, तिब्बत, म्यांमार, भूटान, वियतनाम, मलेशिया, लाओस, कंबोडिया, मंगोलिया, बांग्लादेश और इंडोनेशिया जैसे 15 बौद्ध देशों के भिक्षुओं की सहभागिता संभावित है।

स्तूप का निर्माण भवन निर्माण विभाग द्वारा किया गया है।

72 एकड़ भूमि में फैले इस भव्य परिसर को 550.48 करोड़ रुपये की लागत से विकसित किया गया है। यह स्थल ऐतिहासिक पुष्करणी तालाब और मड स्तूप के समीप स्थित है। संग्रहालय के प्रथम तल पर भगवान बुद्ध का पावन अस्थि कलश स्थापित किया जाएगा, जो 1958-62 की खुदाई में प्राप्त हुआ था और स्मारक का प्रमुख केंद्र बिंदु होगा। पूरी तरह पत्थरों से निर्मित यह स्तूप वंशी पहाड़पुर (राजस्थान) से लाए गए 42,373 बलुआ पत्थरों से टंग एंड ग्रूव तकनीक के माध्यम से जोड़ा गया है। यह संरचना आधुनिक भूकंपरोधी तकनीकों से सुसज्जित है। परिसर में ध्यान केंद्र, पुस्तकालय, आगंतुक केंद्र, संग्रहालय ब्लॉक, एम्फीथियेटर, कैफेटेरिया, 500 किलोवाट सौर ऊर्जा संयंत्र, पार्किंग तथा अन्य सुविधाएं भी विकसित की गई हैं।

यह स्तूप न केवल वैशाली को वैश्विक बौद्ध मानचित्र पर प्रतिष्ठित करेगा

ओडिशा के कलाकारों द्वारा निर्मित भगवान बुद्ध की प्रतिमा इस स्थल की विशिष्ट पहचान होगी। यह स्तूप न केवल वैशाली को वैश्विक बौद्ध मानचित्र पर प्रतिष्ठित करेगा, बल्कि स्थानीय पर्यटन, संस्कृति और रोजगार को भी नई दिशा देगा।विभाग के सचिव कुमार रवि ने कहा कि बुद्ध सम्यक दर्शन संग्रहालय-सह-स्मृति स्तूप बिहार की सांस्कृतिक धरोहर और वैश्विक बौद्ध विरासत का भव्य प्रतीक है। यह स्मारक वैशाली को विश्व बौद्ध मानचित्र पर स्थापित करेगा और पर्यटन, संस्कृति व स्थानीय रोजगार को नई दिशा देगा।

Patna, 22 जुलाई (हि.स.)। बिहार के खगड़िया जिले के चौथम थाना क्षेत्र अन्तर्गत कंकड़ कुड़िया बहियार में एक ही परिवार के 4 बच्चों की डूबने से मौत हो गयी।

काफी मशक्कत के बाद चारों बच्चों के शव को बरामद कर लिया

ये सभी बच्चे सोमवार को पानी भरे गड्ढे में नहाने गये हुए थे। इसी दौरान चारों बच्चे गहरे पानी में डूब गये। एसडीआरएफ की टीम लापता बच्चों की तलाश में जुटी थी । एसडीआरएफ ने मंगलवार को काफी मशक्कत के बाद चारों बच्चों के शव को बरामद कर लिया।

परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है

बच्चों का शव मिलने से परिजनों में कोहराम मचा हुआ है। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। मृतकों में 12 साल का गोलू कुमार, 9 साल का कर्ण कुमार दोनों सगे भाई थे। वहीं दो अन्य शव 11 साल की अंशु कुमारी और 10 साल की अन्नू कुमारी का है। ये दोनों भी सगी बहन थीं। चारों बच्चे चचेरे भाई बहन थे। पूरे गांव में मातमी सन्नाटा पसरा हुआ है।

गौरतलब है कि सोमवार को चारों बच्चे अपने घर से स्कूल जाने के लिए एक साथ निकले थे। लेकिन स्कूल पहुंचने से पहले रास्ते में भरे पानी के गड्ढे में नहाने लगे। इसी दौरान चारों गहरे पानी में डूब गये। कल सभी बच्चों का कपड़े गड्ढे के किनारे पड़े मिले थे। इसके बाद इन बच्चों की वहां पर काफी खोजबीन की गई। लेकिन कल किसी का कुछ पता नहीं मिल पाया था। लेकिन आज चारों बच्चों का शव एसडीआरएफ ने बरामद कर लिया है। इस घटना से गांव में मातम का माहौल है।