Chapra: इंडोनेशिया में खेले जा रहे एशियन गेम्स में छपरा की बेटी मधुमिता ने भारत के लिए रजत पदक जीत कर परचम लहरा दिया है. मधुमिता छपरा के भिखारी चौक निवासी जितेन्द्र नारायण सिंह की बेटी हैं.

मधुमिता की इस सफलता ने छपरा का नाम विश्वस्तर पर रौशन हुआ है. हालांकि मधुमिता देश के लिए गोल्ड मेडल जीतने से चूक गयी. फाइनल में उनकी टीम को दक्षिण कोरिया के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा.

मधुमिता के पिता झारखंड के ही एक माइनिंग कम्पनी में डोजर ऑपरेटर की नौकरी करते हैं. उनकी इस सफलता पर झारखंड सरकार ने उन्हें 10 लाख रुपय इनाम देने का ऐलान किया है.

राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं में उन्होंने 50 से अधिक पदक जीता है. जिसमे 2013 में असम में आयोजित जूनियर नेशनल चैंपियनशिप में उन्होंने गोल्ड जीता था. इसके अलावें 2014 में हरियाणा में आयोजित राष्ट्रिय सब जूनियर चैंपियनशिप में मधुमिता ने स्वर्ण पदक जीता है. 2014में ही विजयवाड़ा में आयोजित राष्ट्रिय जूनियर प्रतियोगिता में उन्होंने गोल्ड जीता था.

18वें एशियन गेम्स के 9 वें दिन भारत को आठवां स्वर्ण पदक हासिल हुआ. जिसमें भाला फेंक स्पर्धा में भारत के नीरज चोपड़ा ने राष्ट्रीय रिकॉर्ड (88.60 मीटर) के साथ एशियन गेम्स 2018 में स्वर्ण पदक पर कब्जा जमाया.

वहीं अन्य स्पर्धाओं में नीना वराकिल ने 6.51 मीटर की छलांग लगाकर विमेंस लॉन्ग जम्प स्पर्धा का सिल्वर मेडल अपने नाम किया. वहीं धरुण अय्यासामी ने 400 मीटर बाधा दौड़ में 48.96 सेकेंड के साथ भारत को सिल्वर मेडल दिलाया.

इसके अलावें भारत की सुधा सिंह ने 3000 मीटर स्टेलपचेज में भारत के लिए 9:40.03 सेकेंड के साथ सिल्वर मेडल पर कब्जा जमाया.

सायना को मिली हार

साइना नेहवाल ने सेमीफाइनल में हार के बावजूद एशियाई खेलों में भारत के लिए बैडमिंटन के एकल स्पर्धा में 36 साल से चले आ रहे सूखे को खत्म करते हुए कांस्य पदक जीता.