Chhapra: सारण जिले के दिघवारा आमी स्थित अम्बिका भवानी मंदिर में चैत्र नवरात्र के अवसर पर महाष्टमी को विशेष पूजा का आयोजन किया गया.

कोरोना वायरस संक्रमण को देखते हुए लॉक डाउन अवधि में मंदिर के पुजारी द्वारा ही इस वर्ष माता का पूजन, नवरात्र पाठ एवम आरती की जा रही है. विधिया विधान के साथ प्रतिदिन मंदिर के पुजारी द्वारा माता का श्रृंगार भी पूरे विधि विधान से किया जा रहा है.

बुधवार को माता के महाष्टमी की पूजा विशेष रूप से की गई. सिद्धि पीठ आमी मे विश्व के आपदा निवारण व जन कल्याणार्थ अलग – अलग मंत्रों से आठवें दिन संपुट पाठ किया गया.

इसके पूर्व पुजारियों ने मां अम्बिका भवानी के प्रातः कालीन पूजन, आरती तथा विश्व मे उत्पन्न कोरोना आपदा निवारण हेतु प्रार्थना करते हुए और सभीं भक्तों को मनवांछित फल प्राप्ति हेतु कामना की गयी.

विदित हो की लॉक डाउन अवधि में अंबिका भवानी मंदिर न्यास समिति की तरफ से मंदिर का मुख्य प्रवेश द्वार बंद कर दिया गया है. प्रतिदिन मंदिर के पुजारी द्वारा ही माता की आराधना, प्रातः कालीन, संध्याकालीन पूजा व संपुट पाठ किया जा रहा है.

इसके अलावें नवरात्रि भर चलने वाले संध्या कालीन माता के अलग-अलग स्वरूपो यथा शैलपुत्री, ब्रह्मचारी, चंद्रघंटा, कुष्मांडा आदि स्वरूपो का विशेष श्रृंगार कर पूजा की जा रही है.

Chhapra: बिहार के प्रसिद्ध अम्बिका भवानी मंदिर में इस बार नवरात्र के अवसर पर रौनक नही दिखेगी. अंबिका भवानी मंदिर न्यास समिति द्वारा 21 मार्च को बैठक मे लिए गए निर्णय के अनुसार 22 मार्च से 2 अप्रैल तक मंदिर मे आम भक्तो के प्रवेश वर्जित कर दिया गया है. मंदिर के पुजारी द्वारा सुबह शाम माता की आरती की जा रही है. जिसमे किसी के शामिल होने की अनुमति नही है. गांव के लोग भी अपने अपने घरों से ही माता का ध्यान लगाकर पूजा कर रहे है.

मंदिर न्यास समिति के सचिव कामेश्वर तिवारी ने बताया कि विश्व के तमाम देशो मे कोरोना जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है और भारत मे भी एहतियात के तौर पर कही भी भीड न लगाने की अपील सरकार द्वारा की गई है. सभी लोग कोविड 19 से एलर्ट पर है. ऐसे मे मंदिर मे आम भक्तो का प्रवेश संक्रमण के खतरे को ध्यान मे रखते हुए रोक दिया गया है.मंदिर में शनिवार से ही पुजारी द्वारा अनुष्ठान कर कोरोना वायरस भागने के लिए मंत्रो का उचारण किया जा रहा है. मंदिर के पूजेरी जितेन्द्र बाबा उर्फ भीखम बाबा, शिव कुमार तिवारी उर्फ भोला बाबा, गणेश तिवारी उर्फ चुनचुन बाबा, लक्ष्मीश्वर तिवारी उर्फ मुनचुन बाबा, प्रेम तिवारी, भीम तिवारी, सूर्यनाथ तिवारी, अक्ष्य नाथ तिवारी, राजकुमार तिवारी, बासदेव तिवारी, अवधेश तिवारी, नीलू तिवारी, संतोष तिवारी, राजेश तिवारी, धीरज तिवारी, मनन तिवारी उर्फ पशुराम बाबा, कमेश्वर बाबा,कक्कु तिवारी, रंजीत तिवारी, बीर बटुकेश्वर उर्फ ब्रम्हचारी आदि मंदिर ट्रस्ट के सदस्यो एवम पुजारी ने आम भक्तो से अनुरोध किया कि कोरोना जैसे आपदा से बचने के लिए सभी लोग अपने घर पर ही रहे भावना मे आकर भक्ति न करें. जबतक इस आपदा से सुरक्षा कवच नही मिलता घर पे ही रहे और वहीं से भक्ति करे.मंदिर परिसर के आसपास की दुकानें बंद है. सभी दुकानदार अपने घर को चले गए है ऐसे में जनता का सहयोग ही इस कोरोना वायरस को भगा सकता है.बताते चले कि अन्य दिनों की अपेक्षा नवरात्र के दिनों में यहां सिर्फ बिहार ही नही, झारखंड, उत्तर प्रदेश के अलावे अन्य कई राज्यो से लोग आकर नौ दिनों तक माता की आराधना करते है. नवमी को यहां बड़े मेले का आयोजन किया जाता है. लेकिन इस नवरात्रि में यहां किसी तरह का आयोजन नही होगा. मंदिर के अंदर सिर्फ पुजारी ही नवरात्र पाठ करेंगे.

लहलादपुर: प्रखंड क्षेत्र के दयालपुर गाँव स्थित पंच मंदिर की छत से गिर एक 27 वर्षीय युवक की मौत हो गयी.  युवक गेंद उतारने के इरादे से मंदिर के छत पर चढ़ा था इसी क्रम में गिरने से उसकी मौत हो गयी.

मृतक जनता बाजार थाना क्षेत्र के सेन्दुआर कुंवर टोला निवासी ओमप्रकाश का पुत्र नवीन कुमार पाण्डेय उर्फ मुकुल पाण्डेय बताया जा रहा है. परिजनों के अनुसार मृतक शनिवार की संध्या लगभग चार बजे अपने कुछ दोस्तों के साथ क्रिकेट खेलने निकला था. दो-ढाई घंटे बाद किसी ने उनके घर आकर इस घटना की सूचना दिया. जब परिजन घटना स्थल पर पहुँचे तो मंदिर कैम्पस में मृतक गिरा पडा था.

जिसके बाद आनन फानन में इलाज हेतु छपरा ले जाने के क्रम में उसकी मौत हो गई. प्रत्यक्षियों ने परिजनों को बताया कि क्रिकेट खेलने के दौरान गेंद मंदिर के छत पर जा अँटका, जिसे उतारने के लिये मृतक छत पर गया तथा गेंद लेकर आने के क्रम में उसका पैर फिसल गया.

अपने जवान बेटे को खो देने के गम में उसके दादा-दादी एवं माँ की हालत बिगड़ गई है. पिता कहीं बाहर नौकरी करते हैं.

छपरा: शहर के सोनारपट्टी के मंदिर से गत दिनों चोरी की गयी मूर्तियाँ के बरामद होने के बाद मंगलवार को बैंड बाजे के साथ थाने से मंदिर पहुँचाया गया. इस अवसर पर बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे.थेन में मूर्तियों की पूजा की गयी. जिसके बाद  थानाध्यक्ष रवि कुमार ने मंदिर के पुजारी को मूर्तियाँ सौपी. जिसके बाद उसे मंदिर में पहुँचाया गया.

बताते चले कि गत दिनों चोरों ने मंदिर से भगवान राम, लक्ष्मण और जानकी की मूर्तियाँ चुरा ली थी. पुलिस ने शहर के गोवर्धन दास पोखर के पास से इन मूर्तियों को बरामद किया था. जिसके बाद आज इसे मंदिर के पुजारी के हवाले कर दिया गया.

छपरा: शहर के सोनारपट्टी के नाका नंबर 2 के पास स्थित रामजानकी मठिया से सैकड़ों साल पुरानी बहुमूल्य अष्टधातु की मूर्तियां चोरी कर ली गई हैं. घटना शुक्रवार अहले सुबह की है.

मठिया के महंत त्रिवेणी राज उर्फ़ शकल बाबा ने बताया कि शुक्रवार की सुबह 4 बजे उठने के बाद वो जैसे ही मठिया प्रांगण में बने मंदिर में गए तो वहां उन्होंने देखा कि मंदिर के गेट का ताला टुटा हुआ है और भगवान राम, लक्ष्मण और माता सीता की अष्टधातु की बहुमूल्य मूर्तियां गायब हैं.

मूर्ति चोरी की खबर मिलते ही आस-पास के लोग मठिया में इकठ्ठा हुए और नगर थाने में चोरी के घटना की सूचना दी गई.

नगर थानाध्यक्ष मामले की जांच में जुटे

चोरी की सूचना मिलते ही नगरथाना अध्यक्ष रवि कुमार मठिया पंहुचे और पूरी जानकारी लेने के बाद मामले की जांच में जुट गए. उन्होंने कहा कि मूर्ति चोरो को जल्द से जल्द पकड़ कर मूर्ति बरामद करने की पूरी कोशिश की जाएगी.

 

Breaking News: छपरा के सोनारपट्टी में स्थित राम जानकी मठिया से लगभग 200 वर्ष पुरानी राम, जानकी और लक्ष्मण की अष्टधातु से निर्मित मूर्ति अज्ञात चोरों ने चुराई. यहाँ पढ़े पूरी खबर http://bit.ly/1K2ej1j

Posted by Chhapra Today on Thursday, February 4, 2016

 

 

विदित हो कि इस इलाके में पूर्व में भी कई मठों एवम् मंदिरों मूर्तियों की चोरी का मामला सामने आया है.

स्थानीय लोगों तथा विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल ने पुलिस प्रशासन से जल्द से जल्द मूर्ति चोरों को पकड़ कर मूर्ति को बरामद करने की मांग की है.