Chhapra: रिविलगंज प्रखण्ड के शेखपुरा गांव में नवनिर्मित छठ घाट का उद्घाटन भाजपा विधायक डॉ सीएन गुप्ता ने रविवार को फीता काटकर किया. छठ घाट के उद्घाटन के बाद विधायक श्री गुप्ता ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी कार्यकर्ताओं की पार्टी है. इसी गांव के निवासी रहे भाजपा कार्यकर्ता दिनेश शर्मा की हत्या कुछ माह पूर्व अपराधियों ने कर दी थी. हमने उनके स्मृति में शेखपुरा का यह छठ घाट ग्रामीणों को सौंपा है. एक अच्छे कार्यकर्ता को मेरे तरफ से एक छोटी सी श्रद्धांजलि.

इस दौरान विधायक ने कहा कि बिहार सरकार की जो भी योजनाएं है उसको क्रमबद्ध तरीके से धरातल पर ला रहा हूं. विकास की एक अविरल धारा मेरे क्षेत्र में निश्चित तौर पर बहेगी.

इसके पूर्व दिनेश शर्मा के बच्चों ने माला पहनाकर विधायक का स्वागत किया. वहीं दिनेश शर्मा के बड़े भाई प्रमोद शर्मा ने इस कार्य के लिए विधायक के प्रति आभार प्रकट किया और कहा कि वास्तव में मेरे भाई की यादों को ताजा कर दिया और सम्मान दिया.

इस दौरान श्याम बिहारी अग्रवाल, विवेक सिंह, बलवंत सिंह, जीतू सिंह, कुणाल शर्मा, अमरेंद्र कुमार, अनुरंजन कुमार, नंद किशोर राय समेत स्थानीय ग्रामीण उपस्थित थे.

Patna: नितिन चंद्र द्वारा निर्देशित छठ गानों की तीसरी सीरीज का ट्रेलर रिलीज कर दिया गया है. अक्टूबर 2016 में इन गानों का पहला वॉल्यूम रिलीज किया गया था. पिछली बार छठ के समय गानों को काफी पसंद किया गया था. इन गानों को देखने के बाद बाहर रह रहे लोगों को घर की याद आ जायेगी.

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इस सीरीज के पहले वॉल्यूम में विदेश में बहुरिया को छठ करते हुए दिखाया गया. इस गाने के बोल थे ‘पहिले पहिले छठ मैया’ इस गीत को शारदा सिन्हा ने गाया था. रिलीज के बाद इस वीडियो ने सोशल मीडिया पर काफी धमाल मचाया था.

पहले वॉल्यूम की सफलता के बाद दूसरे सीरिज में घर की परंपरा को कभी न छूटने के संदेश दिया जाता है. इस गाने के बोल थे ‘कबहु ना छूटी छठ’ जिसे गायिका अलका याग्निक ने अपनी आवाज दी थी.

इस पूरे सीरीज में अभिनेता क्रांति प्रकाश झा मुख्य भूमिका में रहे हैं. वहीं अभिनेत्री kristinezedek को उनकी पत्नी के रूप में छठ करते हुए पहले सीरीज में दिखाया गया है. अब तीसरे वॉल्यूम में कुछ नये किरदारों को भी दिखाया गया है. जिसमें अनुजा मीना झा,महाराजगंज से दीपक सिंह आदि किरदारों को इस गाने में शामिल किया गया है.

Chhapra (Surabhit Dutt): अपनी माटी से दूर देश-विदेशों में रहने वालों के लिए त्योहार साल में एक बार घर आने का मौका देते है, और जब बात छठ पूजा जैसे त्योहार की हो तो हर कोई अपने घर आना ही चाहता है. अपनी मिट्टी से जुड़ना चाहता है. परिवार के साथ छठ महापर्व को मनाना चाहता है.

नौकरी के सिलसिले में अपने घर से मीलों दूर रहने वाले कुछ लोगों को तो त्योहारों में आने का मौका मिल जाता पर कुछ वैसे भी होते है जिनकी मजबूरियां, परेशानियां होती है. त्योहार पर जो घर चले जाते है वे तो अपनों के साथ ख़ुशी से सेलिब्रेट करते है, पर जो नहीं जा पाते उनके मन मस्तिष्क में घर ना जाने की कसक रह जाती है. त्योहार ठीक से संपन्न हो इसकी चिंता सताती है. कुछ इसी मनोस्थिति को अपनी गीत और वीडियो के माध्यम से लोगों तक पहुँचाने का प्रयास किया है छपरा शहर के अभिषेक अरुण और उनके बड़े भाई आकाश अरुण ने.

वीडियो की शुरुआत माँ और बेटे के बीच मोबाइल पर संवाद से होती है. माँ बेटे को बार-बार फोन कर यह सुनिश्चित करना चाहती है कि वह छठ में घर आ रहा है या नहीं. नौकरी, काम और आर्थिक परेशानी से छठ पूजा में घर न जा पाने की मनस्थिति को वीडियो के माध्यम से बखूबी दिखलाया गया है.

वीडियो में अभिषेक अरुण की आवाज़ में छठ गीत ‘हमरो के घरे पहुँचाई द..’ शुरू होती है. वीडियो में दो दोस्त छठ पर घर जाने की बातें करते दीखते है. घर जाने की ललक और फिर पैसे के कमी से ना जाने और अपने दोस्त के माध्यम से छठ पूजा के सामान घर भेजवाने का दृश्य भावुक करता है. बेटे द्वारा माँ को कहना ‘चिंता मत कर, सब हो जाई’ परिवार की आर्थिक स्थिति सही ना होने के बावजूद छठ पूजा करने, उसकी तैयारी और पूजा में असीम विश्वास को दर्शाता है.

गाने के बोल में अंगना, दुअरवा, संघतिया, डेउढी आदि शब्द घर आंगन से जोड़ते है. वीडियो में ठेठ भोजपुरी संवाद भी काफी प्रभावित कर रहा है जिसे लोग पसंद कर रहे है. 

वीडियो में दिखने वाले दोनों कलाकार छपरा के ही दो युवा कलाकार पंकज कृपा और प्रदीप पांडेय है. इस गीत को लिखा, गाया और वीडियो का निर्देशन अभिषेक अरुण ने किया है. कहानी आकाश अरुण की है. गीत संगीत में पारंपरिक और आधुनिकता का मिश्रण दीखता है. संगीत निर्देशन बनारस के पिता पुत्र के जोड़ी, अजय त्रिपाठी और अप्रतिम त्रिपाठी ने की है. वही साउंड रिकार्डिस्ट हैं अजय तिवारी है. दृश्यों को कैमरे में उतारने का काम किया है शक्ति डॉस ने. फ्रेमज़ोमेनिया के बैनर तले बने इस गाने को ऑफिसियल यूट्यूब चैनल पर रिलीज़ किया गया है. अबतक हजारों लोगों ने इस वीडियो को देखा है और सराहना की है.

इस वीडियो के निर्देशक, गायक अभिषेक अरुण ने छपरा टुडे डॉट कॉम से खास बातचीत में बताया कि इस प्रोजेक्ट के माध्यम से लोगों को उनकी मिट्टी, त्योहार और अपनों से जोड़ने की कोशिश की है. वीडियो का निर्माण टीम के सदस्यों ने अपने जेब खर्च से किया है. अभिषेक बताते है कि अगर ठान लिया जाए तो छोटे शहर के लोग भी महानगर के लोगों के जैसे प्रोजेक्ट्स बखूबी पूरा कर सकते है.  वीडियो को बनाने में सुशांत सिंह, आकाश कपूर, राहुल, आदि की सराहनीय भूमिका रही है. सिने कलाकार अखिलेंद्र मिश्र, पशुपति नाथ अरुण, धीरज मिश्र, रितेश सिंह, सुशील कुमार, अश्विनी शुक्ल, लोक गायिका देवी को अभिषेक अरुण ने विशेष धन्यवाद दिया है.  

इस वीडियो को आप भी जरुर देखें, अच्छा लगेगा.

अंत में यही कि ‘ए गो माई बिया छठ बरतिया, ओकरो बा असरा तोहार, हमरो के घरे पहुँचाई द होई माई किरिपा तोहार’……

आप भी देखियें VIDEO (साभार:  Framezomania Official)

Chhapra: लोक आस्था के महापर्व छठ का चार दिवसीय अनुष्ठान प्रारंभ हो चुका है. अनुष्ठान के दूसरे दिन व्रतियों ने गंगा स्नान कर खरना का व्रत किया.

खरना व्रत को लेकर सुबह से ही व्रती एवं उनके परिवार के सदस्य तन्मयता के साथ लगे हुए थे. संध्या पहर में व्रती के द्वारा गुड़ की खीर, आटे की रोटी एवं केले के साथ पूजा ध्यान करते हुए खरना का व्रत किया गया.

खरना व्रत संपन्न होने के साथ ही व्रतियों का निर्जला व्रत प्रारंभ हो गया है. शुक्रवार को व्रती अस्ताचलगामी भगवान को अर्घ्य देंगे.

वही शनिवार को प्रातः सूर्योदय समय मे भगवान भास्कर को अर्घ्य देने के साथ ही चार दिवसीय अनुष्ठान छठ व्रत समाप्त हो जाएगा.

बताते चलें कि वर्ष में तीन बार आस्था का महापर्व छठ मनाया जाता है. आमतौर पर कार्तिक मास के छठ पर्व में व्रतियों की ज्यादा संख्या होती है, जबकि चैत्र एवं भादो मास के छठ को करने वाले व्रतियों की संख्या कम है.

Chhapra/Doriganj:  चार दिवसीय सूर्य उपासना के पावन पर्व छठ व्रत के पहले दिन नहाय खाए के अवसर पर छठ व्रतियों ने गंगा के पावन जल मे स्नान किया. इस अवसर पर डोरीगंज के विभिन्न घाटों बंगाली बाबा घाट, तिवारी घाट, महुआ घाट, रहरिया घाट, डोरीगंज घाट सहित सभी घाटों पर हजारों छठ व्रतियों ने गंगा मे स्नान कर भगवान सूर्य को जल अर्पित किया.

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नहाय खाए पर गंगा मे स्नान को विशेष महत्व दिया गया है. जिसे देखते हुए दूर दराज के गाँवों के साथ साथ छपरा शहर से भी हजारों की संख्या मे छठ व्रती गंगा मे स्नान को पहुँचे थे. सभी घाटों पर मेले सा नजारा था. खासकर बंगाली बाबा घाट पर व्रतियों की खासी भीड़ देखी गयी.

नहाय खाए के साथ ही छठ पर्व की शुरुआत हो गयी है. इसके बाद 22 को खरना 23 को पहला अर्ध्य एवं 24  मार्च को परना यानि उगते सूर्य को अर्ध्य के साथ छठ व्रत की समाप्ति हो जाएगी.

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वैसे तो यह पर्व पूरे देश मे मनायी जाती है लेकिन बिहार मे यह पर्व खासी उत्साह एवं श्रद्धा के साथ मनायी जाती है. ऐसी मान्यता है कि इस पर्व को करने से सारे कष्ट दैहिक, दैविक एवं भौतिक सभी प्रकार के कष्टों से मुक्ति मिलती है एवं शरीर मे एक नई उर्जा का संचार होता है.

पटना: आस्था का महापर्व चैती छठ नहाय खाय के साथ बुधवार से प्रारंभ हो गया. चार दिनों तक चलने वाले इस अनुष्ठान के पहले दिन व्रतियों ने नदी, तालाबों में स्नान कर ही भोजन करती है. अगले दिन से व्रतियों द्वारा निर्जला व्रत की प्रक्रिया शुरू हो जाती है.

गुरुवार की शाम में खरना पूजा करने के बाद अगले दिन शुक्रवार को सभी व्रती भगवान सूर्य के अस्ताचलगामी स्वरुप को अर्घ्य देंगी. रात्रि में पूजा अर्चना एवं मंगल गीत के साथ तीसरे दिन का व्रत समाप्त होता है.

चौथे दिन शनिवार को उदयीमान भगवान भास्कर को दूध, फल, पकवान का अर्घ्य देते हुए अपने परिवार की खुशहाली की कामना के साथ यह पावन पर्व समाप्त हो जायेगा.

छत पर्व के प्रति लोगों की प्रगाढ़ आस्था है.

 

Chhapra: चैत के महीने में मनाये जाने वाले चैती छठ को लेकर तैयारी शुरू हो गयी है. चैती छठ में अर्घ्य के लिए घाटों के निर्माण और साफ़ सफाई में लोग जुट चुके है.

घाटों को अर्घ्य देने के लायक बनाया जा रहा है. पूजा समितियों के लोग और स्थानीय युवा घाटों को पूजा के लिए सुगम और स्वच्छ बनाने में जुट चुके है. बुधवार को नहाय खाय के साथ चार दिवसीय अनुष्ठान की शुरुआत होगी.


मंगलवार को शहर के सीढ़ी घाट पर युवाओं ने GMD ग्रुप के तत्वावधान में छठ घाट का निर्माण किया और घाटों पर स्वच्छता और अन्य व्यवस्था की. इनमे अशोक कुमार, निराला कुमार, विनोद यादव, रिकु, पंकज, अमित ,नीतीश, प्रिन्स, गोलू यादव, रविरंजन, राजू  आदि शामिल थे. 

बाज़ारों में रौनक

चैती छठ को लेकर बाज़ारों में पूजा से जुड़े सामानों की बिक्री हो रही है. दउरा, सूप, नारियल, ईंख आदि की खरीदारी लोग कर रहे है.

(सुरभित दत्त)

छठ पूजा की परंपरा दूर देश रहने वाले लोगों को उनके घर की ओर खींचती है. सालों भर अपने घर से दूर रह जीवन यापन करने वाले लोग छठ पर्व के अवसर पर घर जरूर आते है. छठ पूजा अपनी संस्कृति और परम्पराओं से परिचय कराती है. नई पीढ़ी को परंपरा से अवगत कराती है.

छठ पर्व पर रिश्तों को जोड़ने का एक मौका होता है जब घर का हर सदस्य, पड़ोसी सभी द्वेष मिटा कर एक साथ घाट पर पूजा करने पहुंचते है और एक दूसरे की मदद भी करते है. दूर-देश और विदेश में रहने वाले लोग भी अपने गांव देहात तक पहुंचते है और आस्था के महापर्व छठ में सम्मिलित होते है. कई महीनों से छुट्टी मिलने का इंतज़ार कर रहे लोग छुट्टी मिलते ही अपनी मिटटी से जुड़े इस महान पर्व में शामिल होने पहुंचते है.

छठ पूजा के चार दिनों तक चलने वाले अनुष्ठान की शुरुआत नहाय-खाय से होती है. जिसके पूर्व लोग तैयारियों में जुटे जाते है.
आम हो या खास सभी छठपूजा में घर पहुंच कर चार दिवसीय इस अनुष्ठान में सम्मिलित होना चाहते है. शहर से लेकर गांव तक पूजा की रौनक देखते ही बनती है. बाज़ारों में सजे फल के दुकानों से लेकर सुप और दउरा तक. संध्या अर्घ्य और फिर प्रातःकाल में भगवान भास्कर को अर्घ्य समर्पित किया जाता है. तब जाकर यह पर्व संपन्न होता है.  

महापर्व छठ: अस्ताचलगामी भगवान भास्कर को अर्घ्य संपन्न

बदलते दौर में छठ पूजा ने भी व्यापक रूप ले लिया है. गांव और शहर के नदी, पोखर के घाटों पर होने वाला छठ पूजा अब महानगरों तक पहुंच चुका है. वैसे लोग जो छठ पूजा में घर नही आ सकते वे जहां है वही पूजा कर रहे है. छठ पूजा की महिमा को जानने के बाद अन्य राज्यों के लोग भी छठ पूजा करने लगे है. दिल्ली हो या अमेरिका का टेक्सास हर जगह बिहार के लोग है और वे सभी छठ के महत्व को समझते हुए पूजा करने में व्यस्त होते है.


आधुनिक दौर में छठ पर्व की महत्ता विधमान है. आज भी लोग छठ पूजा को सभी त्योहारों से उपर मानते है. इस पूजा में साक्षात भगवान् भास्कर की पूजा की जाती है. नदियों घाटों पर अर्घ्य देने के लिए शाम और फिर सुबह में लोग पहुंचते है. इसे लेकर साफ़ सफाई का भी पूरा ध्यान रखा जाता है. सभी लोग साफ़ सफाई में मदद करते है, चाहे वह किसी भी धर्म के हो.

छठ पूजा अपनी संस्कृति से जोड़े रखने और उसका महत्त्व बताने का एक महान पर्व है. तो आइये हम सब भी जुड़े अपनी संस्कृति से और छठ के इस महान पर्व में शामिल हो.

||जय छठी मैया||

छपरा: छठ व्रतियों की सुविधा के लिए रोटरी सारण के तत्वावधान में सीढ़ी घाट पर प्राथमिक उपचार केन्द्र लगाया गया.

इस दौरान छठ व्रतियों और उनके परिजनों को स्वास्थ्य सेवा प्रदान की गयी.घाट पर जाने के दौरान पैदल नंगें पैर चलने से पैर में आयी खरोंच पर  दवा पट्टी लगा कर सेवा किया गया.

प्राथमिक उपचार केन्द्र का नेतृत्व रोटरी सारण के संस्थापक अध्यक्ष श्याम बिहारी अग्रवाल एवम सचिव राजेश जायसवाल ने किया. डाॅ0 एम0 एन0 अन्सारी ने चिकित्सा सेवा प्रदान की.

इस अवसर पर रोटरी सारण के अध्यक्ष अजय कुमार, पुर्व अध्यक्ष पंकज कुमार, अजय प्रसाद, निकुंज कुमार, अनिकेत कुमार, राजकुमार गुप्ता आदि ने सेवा प्रदान की.

बनियापुर: कराह गाँव में रात भर श्रोता सुर संगम में गोता लगाते रहे. मौका था छठ महोत्सव में सांस्कृतिक संध्या का. कार्यक्रम का शुभारंभ सीपीएस छपरा के निदेशक डॉ हरेंद्र सिंह और इसुआपुर प्रखंड के मुखिया सरोज कुमार गिरी ने फीता काट कर किया.

कार्यक्रम में कलाकारों ने अपनी भक्तिमय प्रस्तुति से सभी का मन मोह लिया. मुस्कान ने पारम्परिक छठ गीतों से दर्शकों का मनमोह लिया. वही युवा कलाकार में प्रीतम प्यारे, मुकेश और महिला कलाकारों में प्रतिभा कुशवाहा ने दर्शकों की खूब वाहवाही बटोरी.

इस मौके पर कानपूर की कृतक ग्रुप ने भक्तिमय प्रस्तुति से दर्शकों को भाव विभोर कर दिया. कार्यक्रम का संचालन भोजपुरी गीतकार प्रिंस पवन ने किया. इससे पहले सुबह में अंचलाधिकारी ललन प्रसाद सिंह, थानाध्यक्ष ज्वाला सिंह, युवराज सुधीर और इसुआपुर मुखिया संघ के अध्यक्ष सरोज कुमार संगम ने सैकड़ो जरुरतमंदो के बीच कंबल वितरण किया. karah

इस पूजा के साथ मानवता की सेवा करने वाला कराह के इस पूजा समिति से सिख ले युवा तो देश का ना सिर्फ विकास होगा बल्कि समाज में समरसता फैलेगी. थानाध्यक्ष ज्वाला सिंह ने कहा कि पूजा समिति का यह प्रयास काफी सरहनीय है और युवा अगर ऐसे काम में लग जाय तो समाज में जरूरतमन्दों की संख्या कम हो जायेगी.  वही सभा को संबोधित करते हुए युवराज सुधीर ने कहा कि गरीबो की सेवा का जब मौका मिलता तब मैं खुद को खुशनसीब समझता हूं और गरीबो की सेवा ही सच्ची पूजा है. मुखिया संघ के अध्यक्ष सरोज कुमार संगम ने कहा कि मानवता की सेवा में मिसाल है कराह गाँव का यह आयोजन.

मौके पर विनोद, धुपनारायन सिंह, मुरारी सिंह, सतन प्रसाद आदि लोगो के साथ सैकड़ो महिलाएं और पुरुष व्रती उपस्थित रहे.

छपरा: लोक आस्था का महापर्व छठ उगते सूर्य को अर्घ्य देने के साथ संपन्न हो गया. सोमवार को अहले सुबह से लोग घाटों पर अर्घ्य देने के लिए पहुँचने लगे थे.

घाटों पर कोशी भरी गयी. इस दौरान बड़ी संख्या में लोग नदी घाटों, तालाबों पर मौजूद थे. छठ की अनुपम छटा वातावरण को एक अलग ही रंग में ढाल चुकी थी.  सभी छठ की भक्ति में लीन नज़र आ रहे थे. 

जैसे ही भगवान भास्कर ने दर्शन दिए व्रतियों ने उन्हें अर्घ्य समर्पित किया. नदी में कलसुप लेकर व्रतियों ने अर्घ्य दिया और इसी के साथ 36 घंटों से जारी व्रत समाप्त हुआ. व्रतियों ने व्रत तोड़ा और सभी ने मिलकर प्रसाद ग्रहण किया.

घाटों पर खूब हुई आतिशबाजी 

नदी किनारे छठ पूजा करने जहाँ एक ओर व्रती पहुंचाई थी. वही दूसरी ओर छोटे बच्चे, जवान आतिशबाजी में व्यस्त दिखे.

आतिशबाजी करते बच्चे
आतिशबाजी करते बच्चे

 घाटों पर जमकर आतिशबाजी की गयी. हालाकि पूजा समितियों के द्वारा घाटों के करीब आतिशबाजी ना करने की अपील लगातार की जा रही थी. 

गुलाबी सर्दी का हुआ अहसास

उदयीमान भगवान्अ भास्कर को अर्घ्य देने घाटों पर पहुंचे लोगों को मौसम की पहली सर्दी का अहसास हुआ. लगभग सभी लोग हल्के ऊनी  वस्त्रों को पहन घाटों पर पहुंचे थे.’

पूजा समितियों ने किये बेहतर प्रबंध 

छठ पूजा को लेकर शहर से लेकर गांवों तक में पूजा समितियां सजग दिखी.
व्रतियों को किसी तरह की परेशानी ना हो इसके लिए सभी उचित कदम उठाये गए थे. घाटों पर वाहनों के पार्किंग, रौशनी की भरपूर व्यवस्था की गयी थी. वही कई घाटों पर चाय और लड्डू की व्यवस्था भी की गयी थी.  

चाक-चौबंद दिखी सुरक्षा व्यवस्था

छठ महापर्व के दौरान किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए पुलिस-प्रशासन मुस्तैद दिखा. नदी घाटों, तालाबों के साथ साथ शहर के सभी प्रमुख चौक-चौराहों पर पुलिस बल की तैनाती की गयी थी. पूजा के शांतिपूर्ण समापन के बाद सभी ने राहत की साँस ली.    

यहाँ देखे छठ पूजा 2016 की झलकियाँ 

छपरा: छठ पूजा को लेकर प्रशासन ने तैयारियां की है ताकि श्रद्धालुओं को किसी तरह की कोई परेशानी नहीं हो. जिला प्रशासन के द्वारा छठ पूजा घाटों पर आपात परिस्थिति से निपटने के लिए Quick Respose Team, इमरजेन्सी लाईट, अग्निशामन की व्यवस्था के साथसाथ प्रमुख घाटो पर चिकित्सा शिविर, घाटो के किनारे आॅन साईट कन्ट्राॅल रूम, सरकारी रूम की व्यवस्था, वाहन पार्किंग, घाटो की बैरीकेडिंग की व्यवस्था की जा रही है.

इसके साथ ही भीड़-भाड़ वाले घाटो पर वाच टावर का निर्माण भी कराया जा रहा है. जिलाधिकारी दीपक आनंद ने बताया कि छठ पूजा के अवसर पर भीड़-भाड़ को देखते हुए जिले के सभी प्रमुख घाटो पर पुलिस पदाधिकारियों, दण्डाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति की गई है. छठ पूजा घाटों पर प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी, पुलिस पदाधिकारियों द्वारा अपने कार्यों में लापरवाही बरतने पर उनके विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी.