Chhapra/Lahladpur: प्रखंड सह अंचल भवन में प्रखंड प्रमुख कक्ष का उद्दघाटन जिला परिषद अध्यक्षा मीना अरुण ने गुरुवार को फीता काटकर किया. उसके बाद पंडितजी ने वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ प्रमुख को कक्ष में प्रवेश कराया. इस तरह प्रखंड की चौथी एवं प्रथम महिला प्रमुख के रूप में सबिता देवी ने अपना पदभार ग्रहण किया.

विदित हो कि पंचायती राज प्रारम्भ होने के बाद सर्वप्रथम अरुण कुमार पांडेय ने प्रमुख का पदभार संभाला, तब रामाशीष यादव तथा अनिल कुमार सिंह ने पद संभाला. सबिता देवी चौथी प्रमुख हुई, जबकि महिला प्रमुख के रूप में प्रथम हैं. उप प्रमुख पद पर बबिता देवी ही विराजमान रही. प्रमुख सबिता देवी तथा उप प्रमुख बबिता देवी को देखकर लोगों ने साबिता-बबिता को बड़ी बहन एवं छोटी बहन से नवाजा तथा दोनों को मिलकर क्षेत्र के कार्यों में विकास की उमीद जताया तथा उन्हें अच्छे से कार्यभार संभालने की शुभकामना भी दिया.

बताते चलें कि प्रमुख किसुनपुर लौआर की समिति सदस्या हैं, जबकि बबिता देवी दंदासपुर पंचायत की समिति सदस्या हैं.

कक्ष उद्दघाटन के मौके पर बीडीओ राघवेन्द्र कुमार, सीओ अजय कुमार, सीआई शैलेश कुमार ओझा, जिला परिषद सदस्य लक्ष्मण साह, बसहीं पंचायत के समिति सदस्य रौशन कुमार चौधरी, मिर्जापुर के खेदन राम, बानपुरा के अनिल सिंह एवं गौरी देवी, पुरुषोत्तमपुर की गंगजला देवी, कटेयां की गायत्री देवी के अलावे स्थानीय जनप्रतिनिधिगण तथा सम्मानित व्यक्तियों ने भाग लिया.

Chhapra: देश के कई राज्यों से अधिक जनसंख्या वाले सारण प्रमंडल में भी पासपोर्ट कार्यालय खोलने की पहल स्थानीय सांसद राजीव प्रताप रूडी ने की है. उन्होंने विदेश मंत्रालय को पत्र के माध्यम से सूचित किया है कि इस प्रमंडल से काफी संख्या में लोग विदेश जाते है जिनका मुख्य उद्देश्य रोजगार और पर्यटन होता है. हर वर्ष हजारों लोग विदेश यात्रा पर विभिन्न कार्यवश जाते है. मालूम हो कि इस सन्दर्भ में श्री रूडी ने विदेश मंत्री श्रीमती सुषमा स्वराज से पूर्ब में भी कई बार वार्ता की है.

विगत दिन स्थानीय लोकसभा सांसद रूडी ने विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को पत्र लिख अवगत कराया कि सारण प्रमंडल का मुख्यालय सारण जिला मुख्यालय के छपरा में है जो उनका निर्वाचन क्षेत्र भी है. इसके अंतर्गत सारण, सिवान और गोपालगंज जिले आते है. इसमें सिर्फ सारण जिला की जिनकी 2011 में 40 लाख थी. तीनो जिलों को मिलाकर सारण प्रमंडल की कुल आबादी 80 लाख से अधिक है जो देश के मेघालय और मिजोरम जैसे कई राज्यों से अधिक है. यहाँ की भोजपुरी संस्कृति के लोग पहले से ही दक्षिण अफ्रीकी देशों सहित सूरीनाम मोरिसस, ऑस्ट्रेलिया सहित अमेरिकी व यूरोपीय देशों में जाते आते है. अधिकतर लोग रोजगार के उद्देश्य से विदेश यात्रा करते है.

श्री रूडी ने विदेश मंत्री को आगे बताया कि सारण के लोग आज़ादी के पहले से ही संसार के कई देशों में भारतीय संस्कृति जे प्रचारदुत के रूप में अब भी याद किये जाते है. स्थानीय लोगों की समस्या से अवगत करते हुए श्री रूडी ने बताया कि सारण प्रमंडल के तीनों जिलों के हज़ारों लोग प्रति माह 100 से 175 किलोमीटर की दुरी तय कर राजधानी पटना के पासपोर्ट कार्यालय आने को बाध्य है. विदित हो की पटना पासपोर्ट कार्यालय पर भरी कार्य बोझ के कारण सारण प्रमंडल के लोग समयानुसार विदेश यात्रा नहीं कर पाते. इस कारण लाखो लोग आर्थिक क्षति भी झेलने को विवश है.

सारण में पासपोर्ट कार्यालय खुलने पर अन्य स्थानीय लोग और अधिक विदेश यात्रा के प्रति जागरूक होंगे, इससे सरकार का राजस्व भी बढ़ेगा और लोगों को देश विदेश में रोजगार के नए अवसर भी प्राप्त होंगे.