Chhapra: श्री योग वेदांत सेवा समिति छपरा ने कोविड-19 संत आसाराम बापू को उनके शरीर, स्वास्थ्य के अनुकूल चिकित्सा प्रणाली व स्थान की सुविधा उपलब्ध कराने एवं उनके पेरोल या जमानत हेतु उचित कार्यवाही के लिए जिलाधिकारी के माध्यम से राष्ट्रपति से गुहार लगाई है.
संस्था के सचिव विनोद कुमार सिंह ने बताया कि कोविड-19 महामारी से पूरा विश्व जूझ रहा है. ऐसे में आपातकालीन स्थिति में बंदियों की स्वास्थ्य सुरक्षा के लिए माननीय सर्वोच्च न्यायालय ने सरकार को बंदियों को जमानत या फिर उन्हें पेरोल पर छोड़ने के आदेश दिए हैं. जोधपुर कारागृह में 85 वर्षीय आसाराम बापू कोविड से संक्रमित पाए पाए गए हैं. पहले उन्हें जोधपुर के महात्मा गांधी अस्पताल में बाद में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान जोधपुर में रखा गया. जहां उन्हें एलोपैथिक दवाओं के दुष्परिणामों से अत्यंत गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ रहा ह. जिससे उनकी स्थिति दिनोंदिन बिगड़ती जा रही है. उनके स्वास्थ्य सुधार लाने के लिए आवश्यक है कि उन्हें अनुरूप उपचार के लिए जमानत या पेरोल पर रिहा किया जाए.
ज्ञापन में मांग की गयी है कि वे पिछले 8 सालों से जेल में है, अभी तक उन्हें पेरोल नही मिला है. संस्था ने राष्ट्रपति से पेरोल या जमानत की अपील की है. ज्ञापन सौंपने वालों में राधा कृष्ण मुखर्जी, सिध्देश्वर प्रसाद, राजकुमार प्रसाद, शत्रुघ्न प्रसाद आदि थे.