विधानसभा चुनाव के लिए इवीएम का प्रथम रैंडमाइजेशन संपन्न

विधानसभा चुनाव के लिए इवीएम का प्रथम रैंडमाइजेशन संपन्न

विधानसभा चुनाव के लिए इवीएम का प्रथम रैंडमाइजेशन संपन्न

राजनैतिक दल के प्रतिनिधियों को प्रदान की गयी सूची

छपरा: विधानसभा चुनाव को लेकर शनिवार को जिला सूचना एवं विज्ञान केन्द्र में इवीएम का प्रथम रैंडमाइजेशन आयोजित किया गया। इस अवसर पर जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह जिला पदाधिकारी अमन समीर, नगर आयुक्त सुनील कुमार पांडेय, उप निर्वाचन पदाधिकारी जावेद एकबाल, डीएमडब्लूओ रवि प्रकाश, डीपीआरओ रविन्द्र कुमार, डीआईओ तारणी कुमार समेत जेडीयू के जिला महासचिव प्रभाष शंकर, कांग्रेस के नगर अध्यक्ष फिरोज इकबाल, राजद के प्रधान महासचिव शिव कुमार माँझी, सीपीआईएम के जिला सदस्य संतोष कुमार पांडेय, भाजपा के जिला अध्यक्ष रंजीत कुमार सिंह, सीपीआई एमएल के डीसी मेंबर दीपांकर कुमार मिश्रा, लोजपा के जिला उपाध्यक्ष मृत्युंजय कुमार सिंह उपस्थित थे।

क्या है इवीएम रैंडमाइजेशन

जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह जिला पदाधिकारी अमन समीर ने रैंडमाइजेशन की पूरी प्रक्रिया को विस्तार से समझाते हुए बताया कि रैंडमाइजेशन ऐसी प्रक्रिया है जिससे इवीएम के मामले में पारदर्शिता सुनिश्चित होती है। प्रथम रेंडमाइजेशन में इवीएम को विधान सभा वार एलाॅट किया जाता है। वहीं दूसरे रैंडमाइजेशन में बूथ वार मशीनों को अलॉट किया जाएगा। प्रथम रैंडमाइजेशन के साथ ही इवीएम डीईओ के लॉगिंग से हट कर आरओ के लॉगिंग में हस्तांतरित हो जाएगी। इस पूरी प्रक्रिया में कोई मानवीय या मैनुअल कार्य नहीं होता। इसमें किसी को जानकारी नहीं होती कि कौन सी मशीन किस विधान सभा या बूथ के लिए चिन्हित होगी। प्रथम रैंडमाइजेशन के बाद मशीनों को भौतिक रूप से विधानसभा वार पृथक और आयोग के पोर्टल ईएमएस-2.0 पर स्कैन कर संबंधित विधान सभा के डिस्पैच सेंटर पर भेज दिया जाएगा।

बरती जाती है पूरी पारदर्शिता

पृथक्करण और स्कैनिंग का कार्य सदर प्रखंड के निकट अवस्थित इवीएम वेयरहाउस पर किया जाएगा। जिलाधिकारी ने कहा कि चुनाव आयोग इवीएम की पारदर्शिता को लेकर अति संवेदनशील है। इवीएम के प्रत्येक मूवमेंट की सूचना सभी राजनीतिक दलों को दी जाती है। आप से भी उम्मीद है कि वेयरहाउस और प्रत्येक डिस्पैच सेंटर पर स्वयं या अपने प्राधिकृत प्रतिनिधि के माध्यम से उपस्थिति सुनिश्चित कर कार्यों का अवलोकन करेंगे। डीईओ के आदेश और राजनैतिक दलों की सहमति पर चुनाव आयोग के ईएमएस सिस्टम पर रैंडमाइजेशन प्रारम्भ किया गया। विधानसभाओं को उनके कुल मतदान केंद्र के अलावा अतरिक्त 20 प्रतिशत बीयू व सीयू तथा 30 प्रतिशत वीवीपैट अलॉट किए गए।

किस विधानसभा को कितनी मशीन

एकमा के 356 बूथ के लिए मढ़ौरा के लिए 427 बीयू, 427 सीयू और 463 वीवीपैट आवंटित किया गया। जबकि मांझी के 363 बूथ के लिए 435 बीयू, 435 सीयू और 471 वीवीपैट, बनियापुर के 377 बूथ के लिए 452 बीयू, 452 सीयू और 490 वीवीपैट, तरैयां के 354 बूथ के लिए 424 बीयू, 424 सीयू और 460 वीवीपैट, मढ़ौरा के 333 बूथ के लिए 399 बीयू, 399 सीयू और 432 वीवीपैट, छपरा के 373 बूथ के लिए 447 बीयू, 447 सीयू और 484 वीवीपैट, गड़खा के 360 बूथ के लिए 432 बीयू, 432 सीयू और 468 वीवीपैट, अमनौर के 330 बूथ के लिए 396 बीयू, 396 सीयू और 429 वीवीपैट, परसा के 327 बूथ के लिए 392 बीयू, 392 सीयू और 425 वीवीपैट, सोनपुर के 337 बूथ के लिए 404 बीयू, 404 सीयू और 438 वीवीपैट अलॉट किए गए।

प्रदान की गयी हस्ताक्षरित सूची

रैंडमाइज्ड मशीनों की सूची के प्रत्येक पृष्ठ पर जिला निर्वाचन पदाधिकारी, इवीएम के वरीय प्रभारी के साथ ही सभी राजनैतिक दलों के प्रतिनिधियों ने हस्ताक्षर किए। डीएम ने बताया कि हस्ताक्षरित प्रति जिला और आयोग के साइट पर भी अपलोड कर दी जाएगी। जिसे देखा जा सकेगा। वहीं उन्होंने सभी प्रत्याशियों को रैंडमाइज्ड मशीनों के सूची की हार्ड कॉपी उपलब्ध करायी गयी।

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