Chhapra: शिक्षा विभाग की बैठक में उपस्थित प्रधानाध्यापकों को संबोधित करते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि सभी शिक्षक विधालयों में बेहतर स्थिति निर्माण करें एवं पठ्न-पाठ्न मे रुचि लेकर बच्चों के बेहतरी के लिए कार्य करें.
परीक्षा के समय नकल रोकने से हीं कार्य नहीं चलेगा बल्कि बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देते हुए पाठ्यक्रम को पूर्ण करायें. सभी शिक्षक समय से पूर्व विधालय आयें. प्रधानाध्यापक उपस्थिति पंजी देखें और आकस्मिक अवकाश में अगर कोई है तो उसे दर्ज करें.
जिलाधिकारी ने शिक्षा विभाग के सभी पदाधिकारियों को निदेश दिया कि सप्ताह में दो दिन क्षेत्र मे रहकर विद्यालय की जाँच करें एवं आवश्यक सुझाव दें. उन्होंने कहा कि जो संसाधन उपलब्ध है उसका अधिकतम उपयोग किया जाए. जिलाधिकारी ने स्वयं क्षेत्र भ्रमण के दौरान जिन विद्यालयों में बेहतर स्थिति एवं उचित माहौल देखा उसके बारे में उपस्थित पदाधिकारियों एवं शिक्षकों से चर्चा की.
विद्यालय में साफ-सफाई, चारहदिवारी निर्माण एवं वृक्षारोपन के संबंध में आवश्यक निदेश दिया और कहा कि वृक्षों के देखभाल की जिम्मेवारी बच्चों को दें. जिससे उनकी भी रुचि बढ़ेगी.
उन्नयन बांका की तरह यहाँ भी इस माह पॉच विद्यालयों में यह व्यवस्था आरंभ की जाए एवं सितम्बर माह के अंत तक इसको पचास विद्यालयों में विस्तारित की जाए. उन्होंने कहा कि शिक्षक बच्चों को स्कूल से जोड़े. उनके अभिभावक से मिले. विद्यालयों में अभिभावक-शिक्षक बैठक की जाए.
जिलाधिकारी ने अच्छा कार्य करने वाले शिक्षकों को सम्मानित करने की बात कही. उन्होंने कहा कि इसके लिए इन्डिकेटर तैयार करें और जो शिक्षक उसपर खरा उतरते है उन्हें प्रत्येक माह संकुल की बैठक मे सम्मानित किया जाए. शिक्षक दिवस पर भी इसी आधार पर शिक्षकों को सम्मानित करने की बात कहीं गयी.
जिलाधिकारी ने तैयार किये जाने वाले इन्डिकेटर के बारे में विस्तृत रुप से प्रकाश डाला. उन्होंने कहा कि सभी लोग चाहे अधिकारी हो, कर्मचारी हो, या शिक्षक हो अपने कार्यो को समय पर संपादित करें, व्यवस्था सुदृढ़ हो जाएगी.
बैठक में जिला शिक्षा पदाधिकारी, डी.पी.ओ सर्वशिक्षा एवं स्थापना, प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी तथा उच्च माध्यमिक विधालय के प्रधानाध्यापक उपस्थित थे.






