श्रावण मास का शुरुआत आषाढ़ पूर्णिमा के बाद यानि उसके अगले दिन से प्रारंभ हो जाता है। इस वर्ष श्रावण मास दो महीने का रहेगा। 19 वर्षो के बाद यह समय बन रहा है शिव भक्तों को पूरे 58 दिन तक शिव की उपासन करने का अवसर मिलेगा।
श्रवण मास 4 जुलाई से होकर 31 अगस्त 2023 तक चलेगा। मास के शुरूआत 15 दिन शुद्ध तथा तथा माह के अंतिम 15 दिन शुद्ध मास रहेगा है। बाकि के दिन को पुरषोतम मास कहा जाता है।
इस बार कुल 8 सोमवार पड़ेगे। जिससे पहला सोमवार 10 जुलाई को अंतिम सोमवार 28 अगस्त को पड़ेगा।
शुद्ध मास के कृष्ण पक्ष में 15 जुलाई को बन रहा है शनि प्रदोष के साथ महाशिवरात्रि का योग जो शिव आराधना के लिए काफी महतवपूर्ण है। 17 जुलाई को अवमस्या पड़ रहा है, जो इस दिन स्न्नान -दान के लिए बहुत महत्वपूर्ण रहेगा।
मलमास सावन का शुरूआत 18 जुलाई से शुरु होंगे। जिसे पुरषोत्तम मास भी कहा जाता है। इस मास में दान पुण्य करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है। पुरुषोत्मी एकादशी 29 जुलाई को पड़ रहा है, जो इस दिन पूजन करने से बने हुए पितृ दोष में कमी होता है। 17 अगस्त 2023 को शुद्ध श्रावण मास शुक्ल पक्ष की शुरुआत हो रहा है।
जाने कब है सोमवार
पहला सोमवार 10 जुलाई
दूसरा सोमवार 17 जुलाई
तीसरा सोमवार 24 जुलाई
चौथा सोमवार 31 जुलाई
पांचवा सोमवार 7 अगस्त
छठा सोमवार 14 अगस्त
सातवाँ सोमवार 21 अगस्त
आठवां सोमवार 28 अगस्त
श्रवण मास के अन्तर्गत भगवान शिव का पूजन करने से सभी मनोरथ पूर्ण होते है.परिवार में सुख शांति बनी रहती है भगवान शिव का अभिषेक करने से कुंडली में कालसर्प दोष बना हुआ है या चंद्रमा ख़राब है ठीक हो जाता है.
ज्योतिषाचार्य संजीत कुमार मिश्रा
ज्योतिष वास्तु एवं रत्न विशेषज्ञ
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