Chhapra: लोकतंत्र में मतदान की अहमियत को रेखांकित करते हुए आज जगलाल चौधरी महाविद्यालय, छपरा में एक विशेष मतदान जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में मतदान की उपयोगिता और लोकतंत्र के साथ उसके गहरे संबंध पर विस्तृत चर्चा हुई।
कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. एस . पी यादव ने कहा, “मतदान करना लोकतंत्र का आधार है। इसलिए सभी मतदाताओं को लोकतन्त्र में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए न सिर्फ स्वयं मतदान करना चाहिए, बल्कि और साथियों को भी प्रेरित करना चाहिए।” उन्होंने जोर देकर कहा कि इससे ही योग्य उम्मीदवार का चयन हो सकता है, जो जनता के मुद्दों को प्रभावी ढंग से उठा सके।
एक मुख्य वक्ता के रूप में, राजनीति विज्ञान विभाग की प्रमुख डॉ. संदीप कुमार यादव ने कहा, “मतदाता का अपना वोट किसी पार्टी को ना देकर अच्छे प्रत्याशी के नाम पर देना चाहिए।” उन्होंने सुझाव दिया कि मतदाताओं को मुद्दों को केंद्र में रखते हुए, ऐसे व्यक्ति के पक्ष में वोट देना चाहिए, जिससे बाद में लगे कि हमने सही जगह अपनी मोहर लगाई थी। उन्होंने उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के उस बयान का भी उल्लेख किया, जिसमें उन्होंने कहा था कि “मतदान लोकतंत्र का आधार है और यह ऑक्सीजन का काम करता है।” उन्होंने कहा कि मतदान सभी अधिकारों का मूलमंत्र है और इससे बड़ा कोई अधिकार नहीं है।
कार्यक्रम में छात्र-छात्राओं ने सक्रिय भागीदारी निभाई। हिंदी स्नातक की छात्रा ज्योति कुमारी ने कहा, “हमारा प्रतिनिधि ऐसा हो, जो क्षेत्र में जरुरत के कामों को प्राथमिकता के आधार पर पूरा करवाए।” इसी तरह, बी.ए. द्वितीय वर्ष के छात्र राहुल कुमार ने कहा कि एक आदर्श सांसद को सार्वजनिक शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार और सुरक्षा जैसी मूलभूत सुविधाएं दिलवाने में सक्षम होना चाहिए।
कार्यक्रम के अंत में, संयोजक डॉ. संदीप कुमार यादव एवं डॉ. कुमारी मनीषा ने सभी उपस्थित जनों, विशेष रूप से युवा छात्र-छात्राओं का आह्वान करते हुए कहा कि वे न केवल स्वयं मतदान करें, बल्कि अपने परिवार, पड़ोस और समुदाय के बुजुर्गों, महिलाओं एवं दिव्यांगजनों को मतदान केंद्र तक लाने-ले जाने में सहयोग प्रदान करें, ताकि हम सब मिलकर एक मजबूत और जीवंत लोकतंत्र की नींव रख सकें।
इस कार्यक्रम के माध्यम से महाविद्यालय परिसर में एक जिम्मेदार नागरिक के रूप में मतदान के महत्व को लेकर एक सार्थक वातावरण का सृजन हुआ।
कार्यक्रम को सफल बनाने में सभी शिक्षक गैर-शिक्षक कर्मचारी तथा विद्यार्थी सक्रिय रूप से भागीदारी किया।
शिक्षक डॉ. रविंद्र कुमार वर्मा, डॉ. अरविंद कुमार, डॉ. सावन कुमार, अनिल कुमार, डॉ. पुष्पलता हंसदा, जियाउल होदा अंसारी, सूर्यदेव राम, सुकृति उपस्थित रहे।
विद्यार्थियों के रूप में खुशी कुमारी नीतू कुमारी सुप्रिया कुमारी प्रिया कुमारी प्रतिमा कुमारी शैलेंद्र कुमार प्रीति कुमारी और रितु कुमारी साजिदा खातून तथा अन्य विद्यार्थियों ने अपनी सक्रिय सहभागिता सुनिश्चित किया।
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