वेतन की बाट जोह रहे नवनियुक्त शिक्षकों की आंखें पथराई, आख़िर कब मिलेगा वेतन
Chhapra: जिले के सरकारी विद्यालयों में वर्षो इंतेजार के बाद बहाल हुए हजारों शिक्षक वेतन की बाट जोह रहे है. विभागीय अनुमति मिलने के बाद भी मार्च में नवनियुक्त इन शिक्षकों के वेतन भुगतान की पहल भी शुरू नही हुई है. जिले के बीस प्रखंड नियोजन इकाई और पंचायत नियोजन ईकाई के तहत नियोजित इन शिक्षकों की स्थिति अब यह है कि इन्हे अब कोई उधार भी देने से कतरा रहा है. विभागीय सुस्ती का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि नवनियुक्त शिक्षकों ने फरवरी और मार्च में विद्यालयों में योगदान दिया जिसके बाद से लगातार वह ड्यूटी कर रहे है. ऐसे में मार्च, अप्रैल, मई और जून माह समाप्ति के कगार पर है लेकिन अबतक इन शिक्षकों का मास्टर डाटा सहित वेतन भुगतान के लिए अन्य आवश्यक कागज़ात भी प्रखंड मुख्यालय से जिला कार्यालय तक नहीं पहुंचा जिससे की नियोजन के बाद कितने शिक्षकों ने योगदान किया और कितने शिक्षक किस प्रखंड में कार्यरत है उनके वेतन भुगतान को लेकर कितनी राशि की आवश्यकता होगी इसका आंकलन किया जा सकें.
शिक्षकों को विद्यालय में योगदान दिए हुए 3 माह बीत गए ऐसे में उनके पास रखी हुई जमा राशि भी अब समाप्त हो चुकी है. वही कई ऐसे भी नवनियुक्त शिक्षक है जिनपर पूरे परिवार का बोझ है ऐसे में प्रतिमाह के खर्च के लिए उधार पर ही आश्रित है. नई नई नौकरी में ऐसी मुश्किलें आती है लेकिन शिक्षा विभाग में इस मुश्किल से कोसो दूर उम्मीद की कोई किरण नवनियुक्त शिक्षकों को दिखाई नहीं दे रही है.
शिक्षा विभाग के राज्य कार्यालय द्वारा नवनियुक्त शिक्षकों के वेतन भुगतान को लेकर पत्र जारी कर दिया गया है, जिला कार्यालय ने भी वेतन भुगतान को लेकर पत्र आगे बढ़ाते हुए प्रखंड को भेज दिया. लेकिन इस पत्र पर अबतक की कारवाई की किसी ने सुधि नहीं ली. लिहाजा हालात जस के तस है.
नवनियुक्त शिक्षकों के वेतन भुगतान को लेकर कागजी कार्रवाई की प्रक्रिया अगर शुरू भी हुई तो उसे पूर्ण होने से लेकर वेतन का भुगतान होने में अभी 1 माह से ऊपर का समय लग सकता है. ऐसे में नवनियुक्त शिक्षक किसके भरोसे और कैसे अपना जीवन यापन करेंगे यह उनकी समझ से परे है.