नरक से बदतर है मौना सांढा रोड के हालात, तीन दिनों से 500 मीटर तक है जलजमाव

नरक से बदतर है मौना सांढा रोड के हालात, तीन दिनों से 500 मीटर तक है जलजमाव

Chhapra: बारिश में जलजमाव होना स्वाभाविक है लेकिन वह जलजमाव अगर तीन दिनों तक सड़कों पर बनी रहे तो इसकी वजह आप समझ सकते है. बारिश के पूर्व नगर निगम ने कैसे नालों की सफाई की है इसका प्रत्यक्ष उदाहरण आपको मौना साढा रोड पर जरूर मिल जायेगा. पहली बारिश में ही मौना में रहने वाले हजारों लोगों के लिए मुसीबत दे गई. मुख्य सड़क पर बारिश के तीन दिनों बाद भी जलजमाव है. हालात नरक से भी बदतर है. आलम यह है कि 500 मीटर से अधिक सड़क पर कही भी आपको पैर रखने की जगह नही है. बाइक वाले भी आने जाने के लिए जगह खोज रहे है. तस्वीर आपको बता रही है कि इसी सड़क पर नगर निगम के वार्ड आयुक्त का भी आवास है. लेकिन हालात जस के तस है.

मौना साढा रोड नगर निगम की व्यवसायिक मंडी है. जलजमाव के ठीक बगल में खनुआ नाला है. निगम स्वच्छता और सफाई के दावे करती है लेकिन आखिर तीन दिनों से पानी क्यों जमा है इसका कोई निदान नहीं है.

इस सड़क से जाने आने वाले हजारों लोग नरक का जीवन जी रहे है वही दुकानदार अपनी किस्मत पर रो रहे है. दुकानदारों का कहना है कि पिछले तीन दिनों से सड़क पर जलजमाव है हालात यह है कि दुकान पर ग्राहकों के आने के लिए रास्ता नहीं है, सफाई के नाम पर फुटपाथ को पहले ही तोड़ दिया गया जो चलने लायक बचा है वहां तक पहुंचने के लिए नाले के पानी में जाना होगा. ऐसे में उनकी दुकानदारी ठप्प है.

10 हजार अधिक की आबादी प्रतिदिन इस सड़क से रोज स्कूल, बाजार, दुकान, कार्यालय के लिए जाते है लेकिन वह अपने काम पर कैसे जाए इसका जवाब किसी के पास नही है.

लोगों का कहना है कि जब खनुआ नाले को रोज सफाई हो रही है तो इस सड़क पर पानी कैसे जमा है. वही सफाई के लिए निर्धारित एजेंसी भी तीन दिनों से कचड़ा नहीं उठा रही है जिससे वह सड़क पर और बिखर चुका है. कीचड़ और बदबू दिनों दिन बढ़ती जा रही है वही नगर निगम के जनप्रतिनिधि, कर्मचारी और पदाधिकारी कान में रुई डालकर चैन की नींद सो रहे है.

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