Chhapra: समान काम समान वेतन की मांग सहित अन्य ज्वलंत मुद्दों को लेकर सूबे के नियोजित शिक्षक 17 फरवरी से अनिश्चित कालीन हड़ताल पर जाने वाले है.
सोमवार से प्रस्तावित इस हड़ताल को लेकर शनिवार को जिले के बीस प्रखंड में नियोजित शिक्षकों द्वारा समन्वय समिति के बैनर तले मशाल जुलूस निकाला गया.
शहर से लेकर सुदूर ग्रामीण इलाकों में भी शिक्षक नेताओं ने मशाल जुलूस निकालकर सरकार की तानाशाह रैवये से पीड़ित होकर हड़ताल में जाने की घोषणा की. हड़ताल में राज्य के सभी प्रारंभिक शिक्षक संघ अपनी भागीदारी दे रहे है. वही माध्यमिक शिक्षक संघ भी इस हड़ताल में 25 फरवरी से शामिल होने जा रहा है.
शिक्षक नेताओ का कहना है कि सरकार नियोजित शिक्षकों के साथ दोहरी नीति अपनाकर शोषण कर रही है. नियोजित शिक्षकों को नियमित शिक्षको का दर्जा देने के साथ, हु ब हु सेवा शर्त एवं अन्य जवलंत मुद्दों के साथ शिक्षक अनिश्चित कालीन हड़ताल पर है.
परिवर्तनकारी शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष समरेंद्र बहादुर सिंह ने सोनपुर में आयोजित सभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि सूबे के 4•50 लाख शिक्षक इस सूबे के मतदाता भी और सभी के परिवार में 3 से 5 सदस्य मतदाता है ऐसे में सरकार को आगमी चुनाव भारी पड़ सकता है.
पूरे सूबे में 25 से 30 लाख मतदाताओं का मत सरकार को आइना जरूर दिखा सकता है. शिक्षक अपनी मांगों को लेकर हड़ताल पर है. सरकार हठ छोड़े समान काम के लिए समान वेतन दे और सेवा शर्त लागू करें.