पेट्रोल व डीजल के उत्पाद शुल्क में कमी करना महज आंकड़ों की बाजीगरी: नदीम अंसारी

पेट्रोल व डीजल के उत्पाद शुल्क में कमी करना महज आंकड़ों की बाजीगरी: नदीम अंसारी

Chhapra: पेट्रोल-डीज़ल के दामों में कमी करना महज आंकड़ों की बाजीगरी है. उक्त बातें कांग्रेस के प्रदेश प्रतिनिधि नदीम अख्तर अंसारी ने केंद्र द्वारा पेट्रोल और डीजल पर घटाए गए दामों पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कही.

उन्होंने कहा कि सरकार ने जितनी दाम कम की है उससे कहीं ज्यादा पिछले 2 महीनों में बढाया है. आज भी सरकार डीजल व पेट्रोल पर भारी कर लगाकर जनता को महंगाई के बोझ से दबा रही है.

उन्होंने कहा कि 2014 में यूपीए के सरकार द्वारा पेट्रोल पर ₹9.48 पैसे और डीजल पर 3 रूपया 56 पैसे कर वसूला जा रहा था. वही केंद्र की मोदी सरकार आज पेट्रोल पर ₹27.96 पैसे व डीजल पर ₹21.80 पैसे कर वसूल रही थी इसे ही घटाकर ₹19.90 पैसे व ₹15.80 पैसे कर दिया गया है. अभी भी 2014 के मुकाबले कई गुना ज्यादा टैक्स वसूला जा रहा है.

आम लोगों को महंगाई से राहत देने के लिए सरकार को अविलंब डीजल व पेट्रोल को जीएसटी के दायरे में लाना चाहिए.

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