Chhapra: सारण जिले में विगत 6 फरवरी से इन्टरनेट सेवा पर पाबंदी लगायी गयी है. यह रोक 10 फरवरी तक जारी रहेगा.
इन्टरनेट लोगों की आम जरूरतों में शामिल है. अब इन्टरनेट के सेवा के पाबंदी से लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. कोरोना के बाद से Work form home पर कई लोग काम करते हैं. वही बहुत से प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी छात्र ऑनलाइन करतें हैं. साथ ही स्कूली बच्चों की पढ़ाई से लेकर दैनिक सामानों को मंगवाने के लिए ऑनलाइन माध्यम का सहारा लिया जाता है. लेकिन इन्टरनेट के बंद हो जाने से सभी को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
शादियों में भी लोग अपने परिवार और मित्रों से तस्वीरें साझा नहीं कर पा रहेंगे हैं. समय के साथ इन्टरनेट दैनिक जरूरतों में शामिल हो गया है. जिससे इन्टरनेट के बंद रहने पर लोगों को ऐसा लगता रहा है कि इन्टरनेट के बिना कुछ अधूरा सा है.
कुछ लोगों का कहना है कि आधुनिक युग में जब इन्टरनेट के माध्यम से शिक्षा लेकर तमाम व्यवस्थाएं टिकी हों तो ऐसे में इन्टरनेट बंदी सही नहीं है. सरकार को ऐसी परिस्थितियों निपटने के लिए इन्टरनेट बंदी की जगह अन्य विकल्पों पर विचार करना चाहिए.