Chhapra: कोरोना संक्रमण के मद्देनजर सरकार के निर्देश पर राज्य में 15 मई तक Lockdown है. सुबह 7 से 11 बजे तक आवश्यक वस्तुओं की खरीददारी को लेकर चहल पहल है वही 11 बजे के बाद सड़कों पर सन्नाटा पसरा है.
सड़कों पर आमजनों के आवागमन की पाबंदी और बैंकिंग सेक्टर के खुले शाखाओं से अपराधियों को अपराध की घटनाओं को अंजाम देने का मौका मिल जा रहा है. विगत तीन दिनों में लगातार जिले में तीन बड़ी वारदात को अंजाम दिया है. जिसमे दो लूट और दो लोगों की गला रेत कर हत्या शामिल है. बेख़ौफ़ अपराधी Lockdown का फायदा और आमजनों की सड़कों पर अनुपस्थिति का फ़ायदा उठाकर बेधड़क एक के बाद घटना को अंजाम दे रहे है.
पहली घटना: 7 मई सीएसपी से 1लाख 90 हजार की लूट
विगत 7 मई को बनियापुर के सोहइ शाहपुर के समीप बैंक ऑफ बड़ौदा की सीएसपी की शाखा से 1 लाख 90 हजार की लूट की घटना को अंजाम दिया और चलते बने. अपराधियों की ताकत का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि शुक्रवार को दोपहर एक बजे सीएसपी के अंदर प्रवेश कर शाखा कर्मी और ग्राहकों को बंदूक की नोक पर डराते हुए लूट की वारदात को अंजाम दिया और चलते बने.
दूसरी घटना: 9 मई दो लोगों की गला रेतकर हत्या
वही दूसरी घटना भी बनियापुर की है. जहां 9 मई को बनियापुर थाना क्षेत्र के मझवलिया नहर पुल के समीप गंडक विभाग के जीर्णशीर्ण भवन में दो लोगों की गला रेतकर हत्या कर दी गई. मृतक मझवलिया कला निवासी 52 वर्षीय रामेश्वर प्रसाद उर्फ दिलीप प्रसाद बताए जाते है. मृतक पुछरी बाजार पर चाय-पकौड़ी की दुकान चलाते थे. वहीं दूसरे मृतक हरिहरपुर निवासी 50 वर्षीय निजामुदीन मंसूरी बताए गए. इनदोनों की हत्या कब और कैसे की गई यह किसी को पता नही. हत्या का मामला तब स्पष्ट हुआ जब रविवार की अहले सुबह शव को लोगों ने देखा.
तीसरी घटना: 10 मई गोली मारकर 9 लाख 49 हजार की लूट
वही तीसरी घटना दिघवारा में सोमवार को घटित हुई. जहां बेख़ौफ़ अपराधियों ने एक फाइनेंस कंपनी कर्मी को गोली मारकर 9.49 लाख लूट लिए. दोनो घायलों को प्राथमिक उपचार के बाद पटना इलाज के लिए भेज दिया गया है. वही पुलिस मामले की जांच में जुटी है.
Lockdown के दौरान विधि व्यस्था बनाये रखने को लेकर शहर से लवकर गांव तक पुलिस और प्रशासन एक्टिव मोड़ में है. सड़कों पर बेवजह घूमने वालों पर तबतोड़ लाठियां बरस रही है. लेकिन इतनी मुस्तैदी के बाद लगातार 5 दिनों में तीन बड़ी वारदातों को अंजाम देकर पुलिस को अपराधियों ने चुनौती देकर उनकी कार्यशैली पर प्रश्नचिन्ह खड़ा कर दिया है. बहरहाल पुलिस अपने काम पर मुस्तैद है. जांच होगी और करवाई भी होगी लेकिन इस Lockdown में अपराधी भी ज्यादा मुस्तैद और सक्रिय है.

 
									 
									 
									 
									 
									 
									
																																 
									
																																 
									
																																 
									
																																 
									
																																 
									
																																 
									
																																 
									
																																



 
																			 
                         
                         
                         
                         
                         
				 
				 
				 
				 
				 
				 
				 
				 
				